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मेरी बीवी को ट्राई करो – 2
आगे की कहानी…
दोस्तों में फिर लेकर आया हूँ इस कहानी का दूसरा भाग। तो फिर में थोड़ी देर बाद बाथरूम जाने का बहाना करके घर के पीछे गया और फिर मैंने कचरे के डब्बे में देखा तो कचरे के डब्बे में वैसी ही पिंक कलर की पर्ची फटी पड़ी थी। फिर उसे मैंने उठाया और देखा तो वैसी ही पर्ची थी अंकल के नाम वाली और लिखा था 1 ब्रा सेट 750 रुपये। फिर में सोचने लगा कि ये सब क्या है? फिर मैंने सोचा कि चलो ठीक है बाद में पता कर लेंगे और में मेरी बीवी के साथ सेक्स करने अंदर बेडरूम में चला गया। वो मस्त सजधज के बैठी थी ब्रा और पेंटी में। तभी मेरा लंड एकदम टाईट हो गया फिर थोड़ी देर हमने फोरप्ले किया फिर मैंने जब लंड को अंदर डाला तो एक ही झटके में पूरा अंदर चला गया और वो ज़रा सी भी नहीं हिचकिचाई जैसे कि पहले हर बार हिचकिचाती थी।मेरी बीवी को ट्राई करो – 2
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फिर मैंने कहा डार्लिंग लाईट चालू करूं.. ज्यादा मज़ा आएगा। क्योंकि मुझे देखना था कि ऐसा क्या हुआ कि इसे ज़रा भी असर नहीं हुआ और वो चिल्लाई भी नहीं। तभी उसने कहा कि ठीक है। फिर मैंने बड़ी लाईट चालू कर दी और फिर मैंने कहा कि अपने दोनों पैर ऊपर करो और मेरे कंधे पर रख दो जैसे ही उसने पैर ऊपर किये तो मैंने देखा कि उसका चूत का छेद एकदम खुला खुला हो गया था.. जिसमे मेरा लंड आसानी से जा सकता था। तभी मैंने मज़ाक में कहा कि डार्लिंग में यहाँ नहीं था तो क्या पूरा हाथ अंदर डाल दिया था? तभी वो हँसते हुए बोली कि क्यों तुम्हे लगता है कि में ऐसा करती हूँ? वो तो आपका ही लंड इतना मोटा है तो पूरा चूत का छेद खुल ही गया ना।
तभी मुझे मन में शक हुआ कि कहीं ये किसी और से तो नहीं चुदवाती ना? लेकिन मुझे उससे पूछने में थोड़ा डर लगता था क्योंकि दिखने में वो भोली भाली थी और अगर नहीं करवाया होता तो वो बोलेगी कि मुझ पर तुम्हे थोड़ा सा भी भरोसा नहीं है। तभी इसलिए मैंने कुछ नहीं पूछा.. फिर मैंने ब्लू फिल्म शुरू की और फिर वो अफ्रिकन मोटा लंड दिखाया। वो उसे देखकर थोड़ा मचलने लगी और फिर मेरे लंड को कस कर पकड़ लिया तभी मैंने बोला कि इतना गोर से लंड क्या देख रही हो? फिर वो मुझसे बोली कि देखो ना कितना मोटा है। फिर मैंने पूछा कि अगर तुम्हे चाहिए हो तो बोलो में अपना इतना मोटा कर दूँगा? तभी उसने कहा कि इतना बड़ा कैसे करोगे? फिर मैंने कहा कि तुम्हारे साथ रोज़ सेक्स करूंगा तो यह भी मोटा हो जाएगा। फिर वो बोली नहीं तुम्हारा जैसा भी है मेरे लिए तो यही सब कुछ है। फिर मुझे लगा कि.. ये किसी और के साथ तो नहीं करवाती होगी। लेकिन उसे मोटे लंड में बहुत रूचि है वो मुझे पता चल गया था और कुछ चीज़े ऐसी हो रही थी कि मुझे शक होने लगा था। कि कहीं ये किसी और के साथ तो नहीं चुदवाती ना?
फिर मैंने सोचा कि जब में घर पर नहीं होता तो ये क्या करती होगी? मैंने वही सब देखने के लिए एक पेन कैमरा खरीद लिया और उसे ड्राइंगरूम में ऐसी जगह रख दिया जिससे में सब देख सकूँ। फिर जब में शाम को वापस आया तो वो पेन कैमरा मेरे ड्रॉयर में पड़ा था। मेरी बीवी को पता नहीं था कि वो कैमरा है उसे लगा होगा कि शायद ये पेन भूल गये है तो मेरे ड्रॉयर में रख दिया था लेकिन उसकी वीडियो रिकार्डिंग चालू थी इसलिए थोड़ा थोड़ा सुनाई देता था। करीब 4 घंटे की रिकार्डिंग हुई थी। फिर मैंने सुना उसमे पहला एक घंटा कुछ नहीं था.. बाद में घर की डोर बेल बजी। फिर में समझ गया कोई आया है।
फिर मैंने उनकी बातें सुनी जो मुझे थोड़ा थोड़ा सुनाई देती थी क्योंकि पेन ड्रॉयर में रखा था तो आवाज साफ नहीं आ रही थी वो बात कुछ इस तरह थी।
जानवी : आइये कैसे हो आप?
वो : जानवी में ठीक हूँ।
वो : तुम्हारा पति नहीं है क्या घर पर?
जानवी : नहीं वो ऑफिस गए है।
वो : ठीक है कोई बात नहीं।
जानवी : वैसे कुछ काम था क्या आपको?
वो : नहीं बस एसे ही तुम्हे देखने का मन किया तो आ गया।
जानवी : मेरे पति को पता चलेगा तो मुझे बहुत डाटेंगे।
वो : अरे कुछ पता नहीं चलेगा उसको बताएगा कौन?
जानवी : फिर भी कभी मालूम पड़ा तो।
वो : अरे कुछ नहीं होगा तुम डरो मत।
फिर उसके बाद आवाज़ आना बंद हो गयी। अब पता नहीं लगा कि आगे क्या हुआ होगा लेकिन ये पता चल गया कि मेरे जाने के बाद घर में कोई आता है। मैंने वही जानने की कोशिश की.. कि कौन आ रहा है लेकिन पता नहीं चला। मैंने दो तीन बार कैमरे को सेट किया लेकिन कुछ हाथ नहीं आया। में अपनी बीवी से पूछना नहीं चाहता था। में चाहता था कि ऐसा क्या है जो मेरी बीवी मुझसे छुपा रही है? फिर मुझे एक आईडिया आया। मैंने उसको एक नया फोन लाकर दिया.. वो बहुत खुश हो गयी। लेकिन उसे नहीं पता था कि ये फोन किस लिए है। फिर उस फोन में मैंने एक कॉल रिकार्डर डाल दिया जो मैंने मेरी बीवी को नहीं बताया और मेरी बीवी को बात करने के लिए दे दिया। फिर में हर रोज आकर फोन को चेक करता था। लेकिन उसके कॉल लिस्ट में या रिसीव कॉल या मिस कॉल में कोई अंजान नंबर नहीं था।
तभी मैंने सोचा ऐसा कैसे हो सकता है फिर मैंने कॉल रिकॉर्डर चेक किया तो एक अंजान नंबर से कॉल आया था और मेरी बीवी की बातें हुई थी। फिर मैंने वो नंबर नोट कर लिया और दूसरे दिन भी चेक किया तो उसी नंबर से 3-4 कॉल आए थे और मेरी बीवी ने बाते की हुई थी। लेकिन बातें इतनी लम्बी नहीं थी कि पता लगे कौन है? फिर मैंने वो नंबर एक दोस्त को दिया जो कॉल सेंटर में काम करता है और मैंने उसे कहा कि डिटेल निकलवा कि सिम कार्ड किसके नाम पर है और उसका पता क्या है?
तभी एक घंटे में उसने मुझे कॉल किया और डिटेल दे दी। में तो दंग रह गया कि ये कैसे हो सकता है। उसने बताया कि नंबर भूपेन्द्र सिंह के नाम से है और उसका पता हमारे पास वाले बंगले का ही है। फिर मैंने सोचा ये क्या हो रहा है फिर मैंने सोचा कि ऐसा क्या है जो मेरी बीवी मुझे नहीं बताती? फिर मैंने उसे कुछ नहीं बताया इसके बारे में और रोज आकर में सुनता कि वो क्या बातें करती है और फिर एक कॉल में उसने बताया कि..
ये जो में आपके साथ रोज बात करती हूँ अगर उनको पता चलेगा तो वो मुझे गंदे चरित्र की समझेंगे इसलिए में आपको मना कर रही हूँ। तभी अंकल ने बोला कि तुम एक बात बताओ तुम्हे मेरे साथ अच्छा लगता है ना? फिर मेरी बीवी बोली लेकिन में मेरे पति की नज़रो में अपनी इज़्ज़त नहीं गवाना चाहती हूँ। तब मुझे पता चल गया कि मेरी बीवी को मोटा लंड लेने में रूचि तो है लेकिन वो सोचती है कि में उसके बारे में ग़लत ना सोच लूँ.. इसलिए वो मेरे पीछे से यह सब कुछ करती है। तभी मैंने सोचा कि ठीक है कोई बात नहीं.. उसे मोटा लंड पसंद है तो में भी देखता हूँ वो क्या करती है मोटा लंड देखकर। क्योंकि में हमेशा चोदते समय उसे बोलता था कि मोटा लंड चाहिए तो बोल देना लेकिन वो बात को टाल देती थी। फिर एक दिन मैंने प्लान बनाया और मेरी बीवी को बोला कि कल मुझे मेरे ऑफिस में बहुत काम भी है और एक मीटिंग भी है तो में वहीं पर ही रहूँगा और में दोपहर को घर खाने के लिए नहीं आउंगा इसलिए तुम मेरे लिये खाना मत बनाना और शायद मुझे आते आते देर हो जाएगी। फिर यह कहकर में ऑफिस चला गया और जब रात को वापस आया तो फिर मैंने उसका मोबाइल चेक किया तो रीकॉर्डिंग में अंकल का कॉल था, फिर मैंने सुना तो..
मेरी बीवी : कल वो किसी मीटिंग में है तो शाम को देर से घर आएगे।
अंकल : उन्होंने कहा कि ठीक है जब तुम्हारी आंटी सो जाएगी तो में आ जाऊंगा।
मेरी बीवी : ठीक है लेकिन 2 बजे से पहले आ जाना.. कहीं वो जल्दी घर ना आ जाए।
अंकल : ठीक है में ट्राई करूँगा।
फिर दूसरे दिन 10 बजे में जब ऑफिस के लिए निकलने वाला था तो मेरी बीवी बाथरूम में नहा रही थी। तो मैंने अपनी बीवी से बोला कि में जा रहा हूँ.. मैंने वही टाईम पसंद किया ताकि वो मुझे जाते देख ना ले। तभी वो बोली कि ठीक है दरवाजा बंद करके जाना। तो फिर में दरवाजे के पास गया और दरवाजा बंद कर दिया और ऊपर की छत पर चला गया और अंकल के घर के तरफ की खिड़की थोड़ी सी खोल कर देखने लगा तो आंटी काम कर रही थी और अंकल बाहर चक्कर लगा रहे थे। फिर थोड़ी देर तक में ऐसे ही बैठा रहा.. मेरी बीवी को नहीं पता था कि में ऊपर छत पर हूँ। उसे लगा कि में ऑफिस में हूँ।
तभी थोड़ी देर ऊपर बैठा रहा और करीब 11 बजे गये.. फिर मैंने देखा कि अंकल का दरवाजा खुला और आंटी बाहर आई.. उन्होंने नये कपड़े पहने थे और उनके साथ में दोनो बेटियाँ भी थी, वो अंकल को इशारे से बॉय बॉय कर रहे थे.. शायद वो कहीं पर जा रहे थे। फिर थोड़ी देर में मैंने देखा कि मेरी बीवी के मोबाइल पर घंटी बजी मेरी बीवी ने अंकल से बात की और बोली कि हाँ वो तो कब के जा चुके है लेकिन शायद वो 2 बजे तक आ जाएँगे। फिर अंकल ने कुछ बोला होगा और मेरी बीवी बोली कि ठीक है। तभी थोड़ी देर बाद अंकल अपने घर को लॉक करके हमारे घर की तरफ आए और हमारे घर की घंटी बजी और में धीरे से सीढ़ियो की तरफ आ गया था।
ताकि मुझे उनकी सारी बाते सुनाई दे कि वो क्या बाते करेंगे।
मेरी बीवी : सभी लोग सो गये क्या?
अंकल : नहीं वो लोग बाहर गए हुए है।
मेरी बीवी : तो उनको पता है आप यहाँ पर आए हो।
अंकल : नहीं उनके लिए तो मैंने कल ही फिल्म की 3 टिकट बुक करवा ली थी 12 से 3 का शो है।
मेरी बीवी : तो अब तो वो 4 बजे ही वापस आएगें?
अंकल : हाँ तब तक हम मज़े कर सकते है।
मेरी बीवी : नहीं अगर मेरे पति 2 बजे आ जाएगें तो प्राब्लम हो जाएगी।
अंकल : ठीक है अभी हमारे पास 2 घंटे है।
मेरी बीवी : ठीक है।
अंकल : सब काम एक साईड में रख दो और आ जाओ मेरी बाँहों में.. शायद ये कहते हुए उन्होने मेरी बीवी को अपनी बाँहों में पकड़ लिया होगा क्योंकि मेरी बीवी उन्हे छोड़ने के लिए कह रही थी।
मेरी बीवी : छोड़िये ना अभी दरवाजा भी खुला है
अंकल : तो क्या हुआ।
मेरी बीवी : अरे कोई देख लेगा या कोई आ गया तो?
अंकल : ठीक है फिर अंदर बेडरूम में चलें।
मेरी बीवी : आप जाओ में दरवाजा बंद करके आती हूँ।
फिर अंकल अंदर चले गये और मेरी बीवी ने दरवाजा बंद किया। लेकिन में नीचे नहीं आया क्योंकि में नहीं चाहता था कि मेरी बीवी मुझे देख ले। फिर थोड़ी देर बाद दूसरा दरवाज़ बंद करने की भी आवाज़ आई तो धीरे से मैंने देखा कि मेरी बीवी ने बेडरूम का दरवाजा भी अंदर से बंद कर दिया था। तभी में पीछे गैलरी से नीचे उतर गया और बेडरूम की खिड़की की तरफ गया। फिर मैंने देखा कि सारी खिड़किया बंद थी। तभी मैंने सोचा कि अगर कुण्डी खुली होती तो मुझे कुछ देखने को मिल जाता.. लेकिन वो अंदर से कुण्डी लगाकर बंद की हुई थी। तभी में थोड़ी देर वहीं पर खड़ा रहा.. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे अंदर की आवाज़े सुनाई देने लगी। फिर करीब एक घंटे के बाद अंकल की ज़ोर से आवाज़ आई आआआहह मुझे लगा शायद काम खत्म हो गया होगा। तभी में वापस ऊपर चला गया। फिर उस दिन मुझे कुछ देखने को नहीं मिला लेकिन मुझे अब सब कुछ पता चल गया था कि मेरी बीवी की चूत का छेद इतना बड़ा क्यों हो गया है? फिर उस रात भी मैंने उसे चोदते समय कहा कि सच बताओ क्या तुम्हे कभी मोटे लंड लेने का मन करता है क्या? तभी वो बोली नहीं मुझे तो तुम्हारा ही लंड अच्छा लगता है। फिर शायद वो यही चाहती थी कि में मेरे पति की नज़ारो में गिर ना जाऊं इसलिए मुझे नहीं बताती थी। तभी मैंने फिर से एक प्लान और बनाया। ।
अगले दिन ऑफिस में छुट्टी थी फिर भी मैंने मेरी वाईफ को कहा कि ऑफिस चालू है। तभी उसने वो सब अंकल को बता दिया कि कल भी वो पूरे दिन घर पर नहीं होंगे.. तो अंकल बोले कि में आ जाऊंगा लेकिन इस बार मुझे देखना था कि वो क्या करते है इसलिए मैंने बेडरूम की कोने वाली एक खिड़की की कड़ी थोड़ी तोड़ दी थी जिससे वो खिड़की बंद ना हो सके और फिर अगले दिन वैसा ही हुआ। फिर में सुबह नाश्ता करके ऑफिस चला गया लेकिन ऑफिस में नहीं गया और फिर में ऊपर के कमरे में चला गया.. 2 बजे तक तो कुछ नहीं हुआ। फिर 2.30 बजे के आसपास मेरी बीवी के मोबाईल पर फोन आया शायद वो अंकल का ही था.. थोड़ी देर बात करने के बाद मेरी बीवी ने मुझे कॉल किया और बोला कि आप आ रहे हो ना.. खाना खाने.. तभी मैंने कहा कि नहीं.. मुझे बहुत काम है तो में नहीं आ सकता तुम मेरा इंतजार मत करना।
तभी थोड़ी देर बाद दरवाजे की घंटी बजी और मेरी बीवी ने दरवाजा खोला और दरवाजा बंद करने की आवाज़ मुझे सुनाई दी। तभी थोड़ी बातें करने के बाद जब मुझे बेडरूम का दरवाजा बंद करने की आवाज़ आई तो में पीछे से बेडरूम की खिड़की की तरफ गया। दोनों खिडकियों की कड़ी लगी हुई थी और लास्ट कोने वाली खिड़की सिर्फ़ बंद थी.. जो मेरे धीरे से खोलने पर थोड़ी खुल गयी ताकि अंदर का नजारा मुझे दिख सके। फिर खिड़की पर पर्दे लगे हुए थे और में परदा थोड़ा हटाकर देख रहा था। फिर मैंने जो देखा वो में कभी नहीं भूल सकता और में यकीन भी नहीं कर सकता कि ये सब मेरी बीवी कर सकती है। तो दोस्तों मेरी बीवी की पूरी चुदाई इस कहानी के अगले और आखरी भाग में आप सभी पड़ सकते है…
आगे की कहानी अगले भाग में…
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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