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मम्मी को आंटी ने मालिश वाले से चुदवाया
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम राहुल सक्सेना है और में राजस्थान का रहने वाला हूँ। दोस्तों मुझे फन मज़ा मस्ती पर कहानियाँ पढ़ना बहुत पसंद है ख़ासकर वो कहानी जिसमे शादीशुदा औरत हो जो कि अपने पति के अलावा किसी और के बारे में नहीं सोचती है और उन्हें कोई दूसरा आदमी या कोई जवान लड़का गरम करता है और चोदता है। मेरी मम्मी भी इसी तरह की औरत है और उन्हें भी एक बार एक पराए मर्द ने घर में चोदा वो चोदने वाला एक मालिश करने वाला था। मेरे घर में सिर्फ़ तीन ही लोग है में और मेरे मम्मी-पापा। पापा की उम्र 55 साल है और मम्मी की उम्र 50 साल है और में अब 25 साल का हूँ। मेरी मम्मी का फिगर 34-38-41 है।
दोस्तों ये बात आज से 5 साल पहले की है जब मम्मी ने एक मालिश करने वाले के साथ संभोग किया। वो सर्दियो की बात है मम्मी की तबीयत खराब रहने लगी थी उनके पैरो में बहुत तकलीफ़ हो रही थी। फिर जब हमने उन्हें डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कुछ दवाईयाँ दी और उनसे कुछ आराम तो मिला लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर वही हालत। इसलिए इस बार पापा मम्मी को लेकर आर्युवेद के डॉक्टर जिन्हे वैध जी कहा जाता है उनके पास लेकर गये। फिर उन्होंने मम्मी को देखकर कहा कि इनके पैरो का दर्द सही हो जाएगा और उन्होंने कुछ दवाईयां लिखी और साथ में तेल मालिश करने के लिए भी बोला इससे ज्यादा फायदा होगा। तभी इसके बाद मम्मी का इलाज शुरू हो गया लेकिन तेल मालिश शुरू नहीं हुई।
फिर पापा तेल मालिश करने वाले को ढूंढ रहे थे तो एक आंटी है जो हमारी बहुत अच्छी मिलने वाली है उनकी और मम्मी की बहुत अच्छी दोस्ती है। तभी उन्होंने पापा को एक 50 साल के आदमी से मिलवाया जो की तेल मालिश करता था आंटी उस आदमी की बहुत तारीफ कर रही थी और बोल रही थी कि उनको भी ऐसी ही तकलीफ़ थी जो कि उसने दूर कर दी। उस आदमी का नाम दयाल था और वो 50 साल का था ज़रूर लेकिन बहुत हेल्थी था। फिर अगले दिन से वो आदमी हमारे घर आने लगा और मम्मी की मालिश करने लगा। जब वो आदमी मालिश करता तो पापा या में हम दोनों में से कोई एक घर में होता ही था 10 दिन तक ऐसा ही चलता रहा लेकिन एक दिन पापा को भी ऑफीस जाना था और मुझे अपने फ्रेंड के यहाँ पर जाना था क्योंकि उसके बड़े भाई की शादी थी। तो पापा ने आंटी को फोन किया और सारी बात बताई और कहा कि प्लीज अगर आप कल सुबह आ जाओ तो बहुत अच्छा है और आंटी मान गयी। तभी अगले दिन पापा ऑफीस चले गये और में घर पर ही था और में आंटी का इंतजार कर रहा था करीब आधे घंटे बाद आंटी घर आई और 5 मिनट बाद ही मालिश वाला भी आ गया।
फिर मालिश वाला आंटी को देखकर बहुत खुश हुआ और उनसे बातें करने लगा। फिर में दूसरे कमरे में गया और मम्मी को बोला कि आंटी और मालिश वाला दोनों आ गये है अब में भी चलता हूँ। तभी मम्मी ने कहा कि ठीक है। आंटी और मालिश वाला रूम में बैठे बातें कर रहे थे। जब में रूम में घुस रहा था तो मालिश वाला आंटी से कुछ बोल रहा था और आंटी उसकी बात सुनकर ज़ोर से हंसी और कहा कि में कुछ करती हूँ और आज तेरा काम हो जाएगा। तभी मैंने पूछा कि क्या हुआ आंटी कुछ ज़रूरत है क्या अंकल को? तो आंटी ने कहा कि हाँ इसका एक काम अटका हुआ है उसी को करवाने की बोल रहा था मैंने हाँ कर दी। तभी मैंने पूछा कि क्या मेरी कोई मदद चाहिए? तो आंटी ने हंसते हुए कहा कि नहीं बेटा नहीं में करवा लूँगी। इसके बाद में वहाँ से चला गया। मम्मी भी अब रूम में आ गई और आंटी से बातें करने लगी थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा कि मालिश करवा ले और हम भी बातें करते रहेगे। फिर मालिश करने वाले ने मम्मी के पैरो की मालिश शुरू कर दी और जब मालिश ख़त्म हो गई और दयाल हाथ धोने बाथरूम में गया तो आंटी ने मम्मी से बोली कि कभी तुमने पीठ और हाथों पर मालिश करवाई है दयाल बहुत अच्छी मालिश करता है। तभी मम्मी ने कहा कि नहीं मैंने नहीं करवाई और में ऐस कैसे पराये मर्द को छूने दूँ पैरो की मालिश ही बहुत है। तो आंटी बोली कि अरे कुछ नहीं होता में भी तो इससे मालिश करवाती हूँ और मुझे दो साल हो गये है और ऐसा भी नहीं है कि में किसी से छुपके करवाती हूँ और मेरे पति को भी पता है।
तभी मम्मी बोली कि फिर भी कुछ होता होगा? फिर आंटी बोली कि अगर तुझे प्राब्लम हो रही है तो ले में आज तेरे सामने ही मालिश करवाती हूँ अगर तुझे पसंद आए तो तू तब ही करवा लेना। फिर मम्मी ने हाँ बोल दी। तभी दयाल जब आया तो आंटी ने उससे कहा कि मेरी बॉडी पर ऑईली मसाज कर दे फिर अगर तेरी भाभी को अच्छी लगी तो वो भी करवाएगी। दयाल बोला कि ठीक है में तो बहुत अच्छी मालिश करता हूँ आपको तो पता ही है। अब आंटी और मम्मी बेडरूम में चली गयी और वहाँ पर आंटी ने अपने ब्लाउज को उतार दिया और ब्रा भी उतार दी और बेड पर उल्टा लेट गयी। फिर दयाल आ गया और उसने मालिश शुरू करी। दयाल बहुत ध्यान से आंटी की मालिश कर रहा था सिर्फ़ पीठ पर उसने इधर उधर कहीं भी हाथ नहीं लगाया 30 मिनट तक मालिश चली उसके बाद दयाल मालिश करके दूसरे रूम में चला गया और आंटी उठकर बैठ गयी और अपने कपड़े पहनते हुए बोली कि क्यों कैसा लगा सही करता है ना? फिर मम्मी ने कहा कि हाँ करता तो है।
तभी आंटी बोली कि फिर क्या तू भी तैयार है? मम्मी अब भी झिझक रही थी लेकिन आंटी के बार बार बोलने पर करवा ले.. एक बार करवा कर देख तो सही। फिर मम्मी मान गयी लेकिन मम्मी ने कहा कि तुम यहाँ से थोड़ी देर के लिए भी नहीं जाना। आंटी ने हंसते हुए कहा कि ठीक है में कहीं पर भी नहीं जाऊंगी। तभी मम्मी ने भी अपना ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया और बेड पर उल्टा लेट गयी। आंटी ने दयाल को आवाज़ देकर बुलाया और कहा कि देख वो राज़ी है मालिश करवाने के लिए और अच्छी मालिश करना जिससे बार बार तुझे करने को कहे और धीरे से बोली कि मैंने काम कर दिया है अब तू संभालना। तभी मालिश वाला स्माईल करके चला गया और मम्मी के पास जाकर बैठ गया और मालिश करने लगा पहले वो मम्मी के हाथों की मालिश करने लगा। आंटी भी उसी रूम में बैठ गयी। थोड़ी देर तक तो सही करने लगा लेकिन थोड़ी देर में दयाल मम्मी से बोला कि भाभी जी एक बात कहूँ आप बुरा तो नहीं मानोगी? तभी मम्मी ने कहा कि बोलो। दयाल बोला कि आपकी त्वचा बहुत मुलायम है और अब तक मैंने जितनो की मालिश की है उस में से सबसे मुलायम आपकी है। मम्मी नाराज़ नहीं हुई और स्माईल करने लगी।
फिर दयाल ने मम्मी के हाथों की मालिश पूरी होने के बाद वो मम्मी की पीठ की मसाज करने लगा। तभी थोड़ी देर में उसने अपनी शर्ट उतार कर रख दी मम्मी को इस बात का पता नहीं चला और अब दयाल ऊपर से नंगा था और उसने मालिश लगातार रखी। फिर उसने धीरे धीरे अपनी धोती भी उतार दी और मम्मी को मसाज के कारण बहुत मज़ा आ रहा था उन्हें पता नहीं चला लेकिन आंटी सब कुछ देख कर मुस्कुरा रही थी। अब दयाल मम्मी की पीठ के साथ उनके साईड में हाथ चलाने लगा जिससे मम्मी के बूब्स को वो छूने लगा। मम्मी अपने पेट के बल लेटी हुई थी तो मम्मी के बूब्स बिस्तर से लगे हुए थे 1-2 बार छूने के बाद जब मम्मी ने कुछ नहीं बोला तो उसने मम्मी के नीचे हाथ घुसा दिए और बूब्स मसलने लगा। तभी मम्मी उठकर बैठ गयी और बोली कि ये क्या कर रहे हो? लेकिन दयाल ने मम्मी को पीछे से पकड़ा और बूब्स भी पकड़ लिए और उन्हें मसलना चालू रखा। तभी मम्मी छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन कामयाब नहीं हुई उन्होंने आंटी को देखा जो कि हंस रही थी। मम्मी उनसे बोली कि तू क्यों हंस रही है? ये क्या कर रहा है? प्लीज इससे मना कर। आंटी बोली अरे क्या हुआ ये मालिश ही तो कर रहा है करने दे में भी तो करवाती हूँ।
तभी आंटी बोली कि अरे तू दयाल का कमाल तो देख तुझे इतना संतुष्ट करेगा.. जितना तू कभी नहीं हुई। दयाल तू ज़रा अपना हथियार इन्हें दिखा तो। तभी दयाल ने मम्मी को अपनी और घुमाया और अपनी अंदरवियर उतारा और 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा लंड बाहर निकाल कर रख दिया और मम्मी ने लंड देखकर ही अपनी आंखे बंद कर ली। दयाल ने मम्मी के हाथों में अपना लंड दे दिया और फिर मम्मी ने हाथ हटा लिया। मम्मी आंटी से बोली कि ये क्या है? क्या तू भी इसके साथ मिली है? तभी आंटी ने कहा कि हाँ इसने कहा कि तू इसे बहुत पसंद है तो मैंने कहा कि ठीक है दयाल तुझे आज इसकी चूत दिलवाते है। अब दयाल मम्मी से बोला कि भाभी प्लीज एक बार प्यार करने का मौका दो में वादा करता हूँ कि आपको निराश नहीं करूंगा और मम्मी को किस करने लगा। आंटी बोली अरे मज़े ले मज़े मम्मी ने कहा कि में शादीशुदा हूँ और किसी पराये मर्द के साथ ऐसा नहीं कर सकती हूँ।
तभी आंटी बोली कि अरे में भी तो शादीशुदा हूँ और में भी तो इसका लंड लेती हूँ लेकिन अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ.. ऐसे ही किसी के साथ सेक्स करने से कुछ नहीं होता तू सिर्फ़ मज़े कर.. शोर मत मचा कोई आ गया तो तुम दोनों को नंगा देखकर क्या सोचेगा और वो तो तुझे ही गलत समझेगा तेरी ही बदनामी होगी। फिर दयाल भी बोला कि भाभी प्लीज एक बार सिर्फ़ एक बार करवा लो और मम्मी को किस करने लगा। ठीक उसी टाईम डोर बेल बजी आंटी देखने गयी कोई किसी का मकान ढूंढ रहा था और हमारे घर में आ गया था। फिर आंटी ने उसे वापस भेज दिया। फिर वापस आकर आंटी बोली कि देख तेरे चिल्लाने से तेरे पड़ोसी आ गये थे मैंने उन्हें अभी तो टाल दिया है लेकिन सोच अगर तू और चीखेगी या चिल्लाएगी तो अगली बार वो अंदर आ जाएगे और तुझे और दयाल को नंगे देखेंगे तो तुझे ही ग़लत समझेगे अब आगे तेरी मर्ज़ी ये तो तुझे आज चोदकर ही छोड़ेगा। दोस्तों ये कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पड़ रहे है।
तभी आंटी की बात सुनकर और बदनामी की बात सोच कर मम्मी को रोना आ गया और मम्मी ने रोते हुए कहा कि ठीक है सिर्फ़ एक बार और फिर नहीं। तभी दयाल बोला कि हाँ हाँ सिर्फ़ आज फिर कभी नहीं। दयाल ने मम्मी को लेटा दिया और मम्मी के ऊपर लेट गया और उन्हें चूमने लगा। मम्मी को वो लिप किस करना चाहता था लेकिन मम्मी अपना सर इधर उधर कर रही थी। तभी दयाल ने मम्मी का मुहं पकड़ा और होंठो पर किस करने लगा। फिर किस करते हुए वो मम्मी के बूब्स तक पहुंचा और बूब्स को चूमने लगा उन्हें दबाने लगा। मम्मी के मुलायम मुलायम बूब्स को पकड़ कर दयाल पागल हो गया। वो कभी तो सीधी चूची को चूसता तो कभी उल्टी चूची चूसता। मम्मी भी अब कामुक होने लगी थी और उनके निप्पल कड़क होने लगे दयाल मम्मी की चूचियों को जितना हो सकता अपने मुहं में ले लेता। मम्मी का रोना अब कम हुआ लेकिन और दयाल ने मम्मी को देखा और शैतानी मुस्कान भरी और कहा कि अब तो चुप हो जाओ और मज़ा लो मज़ा और फिर वो मम्मी के पेट की और बड़ा और मम्मी की नाभि को किस किया और उसमे जीभ डालकर जीभ फैरने लगा। फिर उसने मम्मी की साड़ी को उतार डाला और फिर पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और खींच कर उतार दिया और दयाल मम्मी की जांघो को देखने लगा मम्मी की जांघे गोरी गोरी और मोटी थी.. वो उन्हें चूमने लगा दोनों जाँघो को चूमता हुआ मम्मी की चूत तक पहुंचा.. मम्मी की चूत पर जाते ही उसमें से पेशाब और चूत की मिली जुली खुश्बू थी।
दयाल ने मम्मी को बहुत कामुक कर दिया था जिसकी वजह से मम्मी की चूत गीली हो गयी थी दयाल ने मम्मी की गीली चूत देख मम्मी से कहा कि भाभी अब तो आपको भी मज़ा आने लगा है पहले तो बहुत नाटक कर रही थी अब तो चूत भी गीली हो गयी है। दयाल ने मम्मी की चूत में उंगली डाल दी मम्मी के मुहं से आह्ह्ह निकलने लगी। तभी मालिश वाले ने चूत चाटनी शुरू कर दी इससे मम्मी बहुत उत्तेजित होने लगी और वो ज़ोर ज़ोर से आहे भरने लगी आह्ह्ह्हह उहह हाईईईईईई। मम्मी की आवाज़ सुनकर आंटी रूम में आई और मम्मी को देखकर हंसी और बोली मज़ा आया ना.. पहले फालतू के नखरे कर रही थी।
तभी दयाल बोला कि अरे मुझे भी ऐसी औरते पसंद है.. जो पहले नखरे दिखाती है। उन्हें चोदने में बहुत मज़ा आता है और आप भी तो पहली बार एसे ही नखरे दिखा रही थी। तभी आंटी ने कहा कि चुप बदमाश उधर ध्यान दे। फिर दयाल उठा और मम्मी की चूत में लंड घुसाने लगा। उसने चूत से लंड लगाया और सेट करके धक्के मारने लगा। एक धक्के से लंड चूत में आधा गया और मम्मी के मुहं से हल्की सी आह निकल गई। फिर दयाल ने एक और धक्का लगाया जिससे लंड पूरा अंदर चल गया और मम्मी के मुहं से इस बार और ज़ोर की आवाज निकली। तभी दयाल ने लंड थोड़ी देर चूत के अंदर ही रखा और फिर हल्के हल्के झटके मारने लगा। दयाल ने एक हाथ से मम्मी के बूब्स को दबाना चालू रखा मम्मी हल्की हल्की आहें भर रही थी। फिर करीब दो मिनट तक धीरे धीरे धक्के मारने के बाद दयाल ने लंबे और जोरदार धक्के मारने शुरू किए। अब मम्मी को भी मज़ा आने लगा और वो भी दयाल का साथ देने लगी।
तभी दयाल एक बार फिर रुका दयाल के रुकते ही मम्मी उसे देखने लगी और इशारे में पूछा कि क्यों रुक गये हो? दयाल समझ गया और वो मम्मी के ऊपर झुका और मम्मी के होंठ चूमने लगा और फिर चूचियां चूसने लगा। दयाल ने फिर हल्के झटके मारने शुरू किए और धीरे धीरे स्पीड बड़ा दी.. इस बार दयला रुका नहीं। सर्दी के मौसम में भी मम्मी और दयाल पसीने से भीग गये थे और मम्मी ज़ोर ज़ोर से सांस ले रही थी और आहें भर रही थी। दयाल का भी यही हाल था.. उसने अपनी स्पीड और बड़ा दी और 15 धक्को के बाद उसका वीर्या निकल गया और उसने मम्मी की चूत में ही अपना वीर्य निकाल दिया और मम्मी भी उसके साथ ही झड़ गयी और दयाल मम्मी के ऊपर ही गिर गया। तभी थोड़ी देर में जब दयाल ठीक हुआ तो वो उठा और मम्मी के पास ही बैठ गया। मम्मी अब भी लेटी हुई थी। फिर दयाल ने पास में ही पड़ी मम्मी की साड़ी को उठाया और मम्मी उसे देख रही थी। दयाल ने मम्मी को देखते हुए अपना लंड साड़ी से साफ किया और फिर अपना पसीना भी साफ किया और फिर मम्मी के ऊपर फेंक दिया और उठकर दूसरे रूम में जहाँ पर आंटी थी उनके पास चला गया। बिस्तर की हालत खराब थी और बिस्तर पर सलवटे पड़ी हुई थी और मम्मी के बाल बिखरे हुए थे और बदन पर दयाल के दातों के निशान थे और मम्मी की चूत से निकला पानी और मम्मी के पानी से बेड शीट पर निशान हो गए थे मम्मी इस सब को देखकर रोने लगी। तभी उधर दूसरे कमरे में दयाल आंटी से बोला कि क्या औरत थी? पतिव्रता बनती थी लेकिन जब लंड घुसा तो सब भूल गयी और आहें भर रही थी.. लेकिन मज़ा आ गया.. मुझे आज बड़ा सुख मिला है। तभी आंटी ने कहा कि अच्छा तू अब कपड़े पहन में उसके पास से आती हूँ और आंटी बेडरूम में आ गई। मम्मी ने चादर अपने ऊपर डाल ली थी और अपना सर घुटनो पर रखकर बैठी थी। आंटी मम्मी के पास आई और कहा कि क्या हुआ? फिर मम्मी उसे देखकर रोने लगी और बोली कि तूने क्यों एसे आदमी से मिलवाया अब में किसी को मुहं दिखाने लायक नहीं रही और रोने लगी।
तभी आंटी ने मम्मी को गले लगा लिया और कहा कि तू रो मत रो मत किसी को कुछ पता नहीं चलेगा तू चुप हो जा और में किसी को कुछ नहीं बताउंगी और ना ही दयाल किसी को कुछ बताएगा। तभी थोड़ी देर में मम्मी का रोना कम हुआ आंटी ने कहा कि देख तेरे बेटे के आने का टाईम हो गया है तू जल्दी से कपड़े पहल ले जब तक में ये सब बिस्तर को सही करती हूँ वरना तेरा बेटा क्या सोचेगा? फिर मम्मी ने यह सुनकर उठी और कपड़े पहनना शुरू किया आंटी ने बिस्तर सही किया। फिर सब कुछ काम होने के बाद आंटी ने मम्मी से पूछा कि उन्हें कैसा लगा? और दयाल ने तुझे संतुष्ट किया या नहीं? लेकिन मम्मी कुछ नहीं बोली। आंटी ने फिर पूछा और कहा कि तू मुझे तो बता ही सकती है तब मम्मी ने कहा कि हाँ दयाल ने मुझे बहुत अच्छे से संतुष्ट किया है और दयाल वहीं दरवाजे पर खड़ा था। वो मम्मी के पास आया और उनसे कहा कि क्या सच भाभी?
तभी मम्मी ने दयाल को देखकर अपना मुहं अपने हाथों से छुपा लिया और दयाल मम्मी की इस हरकत को देखकर पागल सा हो गया उसने मम्मी को पकड़ा और गोद में उठाकर हवा में घुमाया और फिर नीचे उतार कर मम्मी को गले लगाया मम्मी भी उसके गले लग गयी। तभी घर के सामने बाईक रुकने की आवाज़ आई आंटी ने खिड़की में से देखा तो पापा आ गये थे मम्मी और आंटी दोनों ड्रॉयिंग रूम में आकर बैठ गये और दयाल भी आकर जमीन पर बैठ गया। फिर पापा अंदर आए तो उन्होंने दयाल को देखा और पूछा कि अब तक वो यहाँ पर कैसे? तभी आंटी बीच में बोल पड़ी की आज मैंने भी यहाँ पर दयाल से मालिश करवा ली है इसलिए इसे देर हो गई। फिर पापा ने कहा कि ठीक है और पापा ने कहा कि में अभी 5 मिनट में आया और पापा अपना हेलमट रखकर बाथरूम में चले गये। तभी दयाल ने यह देखा और मम्मी के पास गया और उनके होंठ चूसने लगा लेकिन मम्मी ने कहा कि मेरे पति आ जायेंगे.. लेकिन दयाल नहीं माना और बोला कि बस एक छोटा सा किस फिर में चला जाऊंगा और फिर मम्मी ने उसे होंठ चूमने दिए।
तभी दयाल चला गया और अगले दिन दयाल अपने टाईम पर आया और उस टाईम घर पर मम्मी के अलावा कोई और नहीं था। पापा ऑफीस चले गये थे और में अपने एक दोस्त के साथ मार्केट चला गया था। घर पर मम्मी को अकेला देखा दयाल खुश हो गया। तभी मम्मी उसकी खुशी देखकर समझ चुकी थी कि दयाल क्या चाहता है और मम्मी भी दयाल के साथ सेक्स करना चाहती थी.. क्योंकि दयाल ने उन्हें पहले ही बहुत अच्छे से संतुष्ट किया था और मम्मी के मन में सेक्स की भूख जगा दी थी.. लेकिन मम्मी ने दयाल के इशारे को ना समझने का नाटक किया। जब दयाल मम्मी के पास आया तो मम्मी ने दयाल को एक धीरे धक्का देकर हसंते हुए बेडरूम में भाग गयी। जब दयाल बेडरूम में पहुंचा तो उसने देखा कि मम्मी बिस्तर पर लेटी हुई है और दयाल को स्माईल दे रही है। दयाल जल्दी से गया और मम्मी के ऊपर कूद गया और दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे। कभी मम्मी दयाल के ऊपर और कभी दयाल मम्मी के ऊपर, दोनों के कपड़े इस बीच उतार गये थे। दयाल मम्मी के पूरे बदन को चूम रहा था और फिर मम्मी ने भी दयाल के पूरे बदन को चूमा और चाटा। दयाल और मम्मी बहुत उत्तेजित हो गये थे। अब दयाल ने मम्मी को लेटाया और मम्मी की चूत में लंड घुसाने लग गया। मम्मी भी उसका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और पूरा रूम फच फच की आवाज़ से गूँज रहा था। तभी 10 मिनट की चुदाई के बाद दयाल का वीर्य मम्मी की चूत में गिर गया। दयाल और मम्मी दोनों एक साथ ही झड़े और दयाल मम्मी के ऊपर ही गिर गया और फिर थोड़ी देर बाद दयाल मम्मी को किस करने लगा और किस करते करते सो गया। जब दयाल सो कर उठा तो मम्मी उसकी छाती पर हाथ फैर रही थी। फिर दयाल उठकर बैठ गया और मम्मी ने उसे दूध का ग्लास दिया। दयाल ने ग्लास लिया और दूध पीने लगा और दूध पीकर उसने मम्मी को पीने को कहा और दयाल के कहने पर मम्मी ने दयाल का झूठा दूध पी लिया।
दूध पीने के बाद दयाल ने मम्मी को होंठ पर चूमना शुरू किया और दोनों के बीच एक बार फिर सेक्स हुआ। फिर एक महीने के बाद मालिश वाले की ज़रूरत नहीं रही डॉक्टर ने मम्मी को कहा कि अब वो बिल्कुल सही हो गयी है। फिर इसलिए पापा ने दयाल को आने को मना कर दिया। फिर जिस दिन दयाल को आने को मना किया उस दिन से मम्मी बहुत उदास हो गयी। फिर अगले दिन मम्मी आंटी के घर गयी और उन्हें सारी बातें बताई तो आंटी ने कहा कि बस इतनी सी बात है और तुम उदास हो गयी लो अभी तुम्हारी उदासी दूर करते है और आंटी ने दयाल को फोन किया और 15 मिनट के बाद ही दयाल वहाँ पर आ गया। तभी मम्मी दयाल को देखकर बहुत खुश हुई और मम्मी भाग कर दयाल के गले लग गयी और रोने लग गई। दयाल ने मम्मी को चुप करवाया और कहा कि हम इस घर में मिल लिया करेंगे और मम्मी ये बात सुनकर खुश हो गयी और वहीं पर दयाल को चूमने लग गयी। फिर दयाल शहर में तीन साल और रहा और तब तक वो मेरी मम्मी और आंटी से शारीरिक संबंध बनाता रहा ।।
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मम्मी को आंटी ने मालिश वाले से चुदवाया
हैल्लो दोस्तों मेरा नाम राहुल सक्सेना है और में राजस्थान का रहने वाला हूँ। दोस्तों मुझे फन मज़ा मस्ती पर कहानियाँ पढ़ना बहुत पसंद है ख़ासकर वो कहानी जिसमे शादीशुदा औरत हो जो कि अपने पति के अलावा किसी और के बारे में नहीं सोचती है और उन्हें कोई दूसरा आदमी या कोई जवान लड़का गरम करता है और चोदता है। मेरी मम्मी भी इसी तरह की औरत है और उन्हें भी एक बार एक पराए मर्द ने घर में चोदा वो चोदने वाला एक मालिश करने वाला था। मेरे घर में सिर्फ़ तीन ही लोग है में और मेरे मम्मी-पापा। पापा की उम्र 55 साल है और मम्मी की उम्र 50 साल है और में अब 25 साल का हूँ। मेरी मम्मी का फिगर 34-38-41 है।
दोस्तों ये बात आज से 5 साल पहले की है जब मम्मी ने एक मालिश करने वाले के साथ संभोग किया। वो सर्दियो की बात है मम्मी की तबीयत खराब रहने लगी थी उनके पैरो में बहुत तकलीफ़ हो रही थी। फिर जब हमने उन्हें डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कुछ दवाईयाँ दी और उनसे कुछ आराम तो मिला लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर वही हालत। इसलिए इस बार पापा मम्मी को लेकर आर्युवेद के डॉक्टर जिन्हे वैध जी कहा जाता है उनके पास लेकर गये। फिर उन्होंने मम्मी को देखकर कहा कि इनके पैरो का दर्द सही हो जाएगा और उन्होंने कुछ दवाईयां लिखी और साथ में तेल मालिश करने के लिए भी बोला इससे ज्यादा फायदा होगा। तभी इसके बाद मम्मी का इलाज शुरू हो गया लेकिन तेल मालिश शुरू नहीं हुई।
फिर पापा तेल मालिश करने वाले को ढूंढ रहे थे तो एक आंटी है जो हमारी बहुत अच्छी मिलने वाली है उनकी और मम्मी की बहुत अच्छी दोस्ती है। तभी उन्होंने पापा को एक 50 साल के आदमी से मिलवाया जो की तेल मालिश करता था आंटी उस आदमी की बहुत तारीफ कर रही थी और बोल रही थी कि उनको भी ऐसी ही तकलीफ़ थी जो कि उसने दूर कर दी। उस आदमी का नाम दयाल था और वो 50 साल का था ज़रूर लेकिन बहुत हेल्थी था। फिर अगले दिन से वो आदमी हमारे घर आने लगा और मम्मी की मालिश करने लगा। जब वो आदमी मालिश करता तो पापा या में हम दोनों में से कोई एक घर में होता ही था 10 दिन तक ऐसा ही चलता रहा लेकिन एक दिन पापा को भी ऑफीस जाना था और मुझे अपने फ्रेंड के यहाँ पर जाना था क्योंकि उसके बड़े भाई की शादी थी। तो पापा ने आंटी को फोन किया और सारी बात बताई और कहा कि प्लीज अगर आप कल सुबह आ जाओ तो बहुत अच्छा है और आंटी मान गयी। तभी अगले दिन पापा ऑफीस चले गये और में घर पर ही था और में आंटी का इंतजार कर रहा था करीब आधे घंटे बाद आंटी घर आई और 5 मिनट बाद ही मालिश वाला भी आ गया।
फिर मालिश वाला आंटी को देखकर बहुत खुश हुआ और उनसे बातें करने लगा। फिर में दूसरे कमरे में गया और मम्मी को बोला कि आंटी और मालिश वाला दोनों आ गये है अब में भी चलता हूँ। तभी मम्मी ने कहा कि ठीक है। आंटी और मालिश वाला रूम में बैठे बातें कर रहे थे। जब में रूम में घुस रहा था तो मालिश वाला आंटी से कुछ बोल रहा था और आंटी उसकी बात सुनकर ज़ोर से हंसी और कहा कि में कुछ करती हूँ और आज तेरा काम हो जाएगा। तभी मैंने पूछा कि क्या हुआ आंटी कुछ ज़रूरत है क्या अंकल को? तो आंटी ने कहा कि हाँ इसका एक काम अटका हुआ है उसी को करवाने की बोल रहा था मैंने हाँ कर दी। तभी मैंने पूछा कि क्या मेरी कोई मदद चाहिए? तो आंटी ने हंसते हुए कहा कि नहीं बेटा नहीं में करवा लूँगी। इसके बाद में वहाँ से चला गया। मम्मी भी अब रूम में आ गई और आंटी से बातें करने लगी थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा कि मालिश करवा ले और हम भी बातें करते रहेगे। फिर मालिश करने वाले ने मम्मी के पैरो की मालिश शुरू कर दी और जब मालिश ख़त्म हो गई और दयाल हाथ धोने बाथरूम में गया तो आंटी ने मम्मी से बोली कि कभी तुमने पीठ और हाथों पर मालिश करवाई है दयाल बहुत अच्छी मालिश करता है। तभी मम्मी ने कहा कि नहीं मैंने नहीं करवाई और में ऐस कैसे पराये मर्द को छूने दूँ पैरो की मालिश ही बहुत है। तो आंटी बोली कि अरे कुछ नहीं होता में भी तो इससे मालिश करवाती हूँ और मुझे दो साल हो गये है और ऐसा भी नहीं है कि में किसी से छुपके करवाती हूँ और मेरे पति को भी पता है।
तभी मम्मी बोली कि फिर भी कुछ होता होगा? फिर आंटी बोली कि अगर तुझे प्राब्लम हो रही है तो ले में आज तेरे सामने ही मालिश करवाती हूँ अगर तुझे पसंद आए तो तू तब ही करवा लेना। फिर मम्मी ने हाँ बोल दी। तभी दयाल जब आया तो आंटी ने उससे कहा कि मेरी बॉडी पर ऑईली मसाज कर दे फिर अगर तेरी भाभी को अच्छी लगी तो वो भी करवाएगी। दयाल बोला कि ठीक है में तो बहुत अच्छी मालिश करता हूँ आपको तो पता ही है। अब आंटी और मम्मी बेडरूम में चली गयी और वहाँ पर आंटी ने अपने ब्लाउज को उतार दिया और ब्रा भी उतार दी और बेड पर उल्टा लेट गयी। फिर दयाल आ गया और उसने मालिश शुरू करी। दयाल बहुत ध्यान से आंटी की मालिश कर रहा था सिर्फ़ पीठ पर उसने इधर उधर कहीं भी हाथ नहीं लगाया 30 मिनट तक मालिश चली उसके बाद दयाल मालिश करके दूसरे रूम में चला गया और आंटी उठकर बैठ गयी और अपने कपड़े पहनते हुए बोली कि क्यों कैसा लगा सही करता है ना? फिर मम्मी ने कहा कि हाँ करता तो है।
तभी आंटी बोली कि फिर क्या तू भी तैयार है? मम्मी अब भी झिझक रही थी लेकिन आंटी के बार बार बोलने पर करवा ले.. एक बार करवा कर देख तो सही। फिर मम्मी मान गयी लेकिन मम्मी ने कहा कि तुम यहाँ से थोड़ी देर के लिए भी नहीं जाना। आंटी ने हंसते हुए कहा कि ठीक है में कहीं पर भी नहीं जाऊंगी। तभी मम्मी ने भी अपना ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया और बेड पर उल्टा लेट गयी। आंटी ने दयाल को आवाज़ देकर बुलाया और कहा कि देख वो राज़ी है मालिश करवाने के लिए और अच्छी मालिश करना जिससे बार बार तुझे करने को कहे और धीरे से बोली कि मैंने काम कर दिया है अब तू संभालना। तभी मालिश वाला स्माईल करके चला गया और मम्मी के पास जाकर बैठ गया और मालिश करने लगा पहले वो मम्मी के हाथों की मालिश करने लगा। आंटी भी उसी रूम में बैठ गयी। थोड़ी देर तक तो सही करने लगा लेकिन थोड़ी देर में दयाल मम्मी से बोला कि भाभी जी एक बात कहूँ आप बुरा तो नहीं मानोगी? तभी मम्मी ने कहा कि बोलो। दयाल बोला कि आपकी त्वचा बहुत मुलायम है और अब तक मैंने जितनो की मालिश की है उस में से सबसे मुलायम आपकी है। मम्मी नाराज़ नहीं हुई और स्माईल करने लगी।
फिर दयाल ने मम्मी के हाथों की मालिश पूरी होने के बाद वो मम्मी की पीठ की मसाज करने लगा। तभी थोड़ी देर में उसने अपनी शर्ट उतार कर रख दी मम्मी को इस बात का पता नहीं चला और अब दयाल ऊपर से नंगा था और उसने मालिश लगातार रखी। फिर उसने धीरे धीरे अपनी धोती भी उतार दी और मम्मी को मसाज के कारण बहुत मज़ा आ रहा था उन्हें पता नहीं चला लेकिन आंटी सब कुछ देख कर मुस्कुरा रही थी। अब दयाल मम्मी की पीठ के साथ उनके साईड में हाथ चलाने लगा जिससे मम्मी के बूब्स को वो छूने लगा। मम्मी अपने पेट के बल लेटी हुई थी तो मम्मी के बूब्स बिस्तर से लगे हुए थे 1-2 बार छूने के बाद जब मम्मी ने कुछ नहीं बोला तो उसने मम्मी के नीचे हाथ घुसा दिए और बूब्स मसलने लगा। तभी मम्मी उठकर बैठ गयी और बोली कि ये क्या कर रहे हो? लेकिन दयाल ने मम्मी को पीछे से पकड़ा और बूब्स भी पकड़ लिए और उन्हें मसलना चालू रखा। तभी मम्मी छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन कामयाब नहीं हुई उन्होंने आंटी को देखा जो कि हंस रही थी। मम्मी उनसे बोली कि तू क्यों हंस रही है? ये क्या कर रहा है? प्लीज इससे मना कर। आंटी बोली अरे क्या हुआ ये मालिश ही तो कर रहा है करने दे में भी तो करवाती हूँ।
तभी आंटी बोली कि अरे तू दयाल का कमाल तो देख तुझे इतना संतुष्ट करेगा.. जितना तू कभी नहीं हुई। दयाल तू ज़रा अपना हथियार इन्हें दिखा तो। तभी दयाल ने मम्मी को अपनी और घुमाया और अपनी अंदरवियर उतारा और 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा लंड बाहर निकाल कर रख दिया और मम्मी ने लंड देखकर ही अपनी आंखे बंद कर ली। दयाल ने मम्मी के हाथों में अपना लंड दे दिया और फिर मम्मी ने हाथ हटा लिया। मम्मी आंटी से बोली कि ये क्या है? क्या तू भी इसके साथ मिली है? तभी आंटी ने कहा कि हाँ इसने कहा कि तू इसे बहुत पसंद है तो मैंने कहा कि ठीक है दयाल तुझे आज इसकी चूत दिलवाते है। अब दयाल मम्मी से बोला कि भाभी प्लीज एक बार प्यार करने का मौका दो में वादा करता हूँ कि आपको निराश नहीं करूंगा और मम्मी को किस करने लगा। आंटी बोली अरे मज़े ले मज़े मम्मी ने कहा कि में शादीशुदा हूँ और किसी पराये मर्द के साथ ऐसा नहीं कर सकती हूँ।
तभी आंटी बोली कि अरे में भी तो शादीशुदा हूँ और में भी तो इसका लंड लेती हूँ लेकिन अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ.. ऐसे ही किसी के साथ सेक्स करने से कुछ नहीं होता तू सिर्फ़ मज़े कर.. शोर मत मचा कोई आ गया तो तुम दोनों को नंगा देखकर क्या सोचेगा और वो तो तुझे ही गलत समझेगा तेरी ही बदनामी होगी। फिर दयाल भी बोला कि भाभी प्लीज एक बार सिर्फ़ एक बार करवा लो और मम्मी को किस करने लगा। ठीक उसी टाईम डोर बेल बजी आंटी देखने गयी कोई किसी का मकान ढूंढ रहा था और हमारे घर में आ गया था। फिर आंटी ने उसे वापस भेज दिया। फिर वापस आकर आंटी बोली कि देख तेरे चिल्लाने से तेरे पड़ोसी आ गये थे मैंने उन्हें अभी तो टाल दिया है लेकिन सोच अगर तू और चीखेगी या चिल्लाएगी तो अगली बार वो अंदर आ जाएगे और तुझे और दयाल को नंगे देखेंगे तो तुझे ही ग़लत समझेगे अब आगे तेरी मर्ज़ी ये तो तुझे आज चोदकर ही छोड़ेगा। दोस्तों ये कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पड़ रहे है।
तभी आंटी की बात सुनकर और बदनामी की बात सोच कर मम्मी को रोना आ गया और मम्मी ने रोते हुए कहा कि ठीक है सिर्फ़ एक बार और फिर नहीं। तभी दयाल बोला कि हाँ हाँ सिर्फ़ आज फिर कभी नहीं। दयाल ने मम्मी को लेटा दिया और मम्मी के ऊपर लेट गया और उन्हें चूमने लगा। मम्मी को वो लिप किस करना चाहता था लेकिन मम्मी अपना सर इधर उधर कर रही थी। तभी दयाल ने मम्मी का मुहं पकड़ा और होंठो पर किस करने लगा। फिर किस करते हुए वो मम्मी के बूब्स तक पहुंचा और बूब्स को चूमने लगा उन्हें दबाने लगा। मम्मी के मुलायम मुलायम बूब्स को पकड़ कर दयाल पागल हो गया। वो कभी तो सीधी चूची को चूसता तो कभी उल्टी चूची चूसता। मम्मी भी अब कामुक होने लगी थी और उनके निप्पल कड़क होने लगे दयाल मम्मी की चूचियों को जितना हो सकता अपने मुहं में ले लेता। मम्मी का रोना अब कम हुआ लेकिन और दयाल ने मम्मी को देखा और शैतानी मुस्कान भरी और कहा कि अब तो चुप हो जाओ और मज़ा लो मज़ा और फिर वो मम्मी के पेट की और बड़ा और मम्मी की नाभि को किस किया और उसमे जीभ डालकर जीभ फैरने लगा। फिर उसने मम्मी की साड़ी को उतार डाला और फिर पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और खींच कर उतार दिया और दयाल मम्मी की जांघो को देखने लगा मम्मी की जांघे गोरी गोरी और मोटी थी.. वो उन्हें चूमने लगा दोनों जाँघो को चूमता हुआ मम्मी की चूत तक पहुंचा.. मम्मी की चूत पर जाते ही उसमें से पेशाब और चूत की मिली जुली खुश्बू थी।
दयाल ने मम्मी को बहुत कामुक कर दिया था जिसकी वजह से मम्मी की चूत गीली हो गयी थी दयाल ने मम्मी की गीली चूत देख मम्मी से कहा कि भाभी अब तो आपको भी मज़ा आने लगा है पहले तो बहुत नाटक कर रही थी अब तो चूत भी गीली हो गयी है। दयाल ने मम्मी की चूत में उंगली डाल दी मम्मी के मुहं से आह्ह्ह निकलने लगी। तभी मालिश वाले ने चूत चाटनी शुरू कर दी इससे मम्मी बहुत उत्तेजित होने लगी और वो ज़ोर ज़ोर से आहे भरने लगी आह्ह्ह्हह उहह हाईईईईईई। मम्मी की आवाज़ सुनकर आंटी रूम में आई और मम्मी को देखकर हंसी और बोली मज़ा आया ना.. पहले फालतू के नखरे कर रही थी।
तभी दयाल बोला कि अरे मुझे भी ऐसी औरते पसंद है.. जो पहले नखरे दिखाती है। उन्हें चोदने में बहुत मज़ा आता है और आप भी तो पहली बार एसे ही नखरे दिखा रही थी। तभी आंटी ने कहा कि चुप बदमाश उधर ध्यान दे। फिर दयाल उठा और मम्मी की चूत में लंड घुसाने लगा। उसने चूत से लंड लगाया और सेट करके धक्के मारने लगा। एक धक्के से लंड चूत में आधा गया और मम्मी के मुहं से हल्की सी आह निकल गई। फिर दयाल ने एक और धक्का लगाया जिससे लंड पूरा अंदर चल गया और मम्मी के मुहं से इस बार और ज़ोर की आवाज निकली। तभी दयाल ने लंड थोड़ी देर चूत के अंदर ही रखा और फिर हल्के हल्के झटके मारने लगा। दयाल ने एक हाथ से मम्मी के बूब्स को दबाना चालू रखा मम्मी हल्की हल्की आहें भर रही थी। फिर करीब दो मिनट तक धीरे धीरे धक्के मारने के बाद दयाल ने लंबे और जोरदार धक्के मारने शुरू किए। अब मम्मी को भी मज़ा आने लगा और वो भी दयाल का साथ देने लगी।
तभी दयाल एक बार फिर रुका दयाल के रुकते ही मम्मी उसे देखने लगी और इशारे में पूछा कि क्यों रुक गये हो? दयाल समझ गया और वो मम्मी के ऊपर झुका और मम्मी के होंठ चूमने लगा और फिर चूचियां चूसने लगा। दयाल ने फिर हल्के झटके मारने शुरू किए और धीरे धीरे स्पीड बड़ा दी.. इस बार दयला रुका नहीं। सर्दी के मौसम में भी मम्मी और दयाल पसीने से भीग गये थे और मम्मी ज़ोर ज़ोर से सांस ले रही थी और आहें भर रही थी। दयाल का भी यही हाल था.. उसने अपनी स्पीड और बड़ा दी और 15 धक्को के बाद उसका वीर्या निकल गया और उसने मम्मी की चूत में ही अपना वीर्य निकाल दिया और मम्मी भी उसके साथ ही झड़ गयी और दयाल मम्मी के ऊपर ही गिर गया। तभी थोड़ी देर में जब दयाल ठीक हुआ तो वो उठा और मम्मी के पास ही बैठ गया। मम्मी अब भी लेटी हुई थी। फिर दयाल ने पास में ही पड़ी मम्मी की साड़ी को उठाया और मम्मी उसे देख रही थी। दयाल ने मम्मी को देखते हुए अपना लंड साड़ी से साफ किया और फिर अपना पसीना भी साफ किया और फिर मम्मी के ऊपर फेंक दिया और उठकर दूसरे रूम में जहाँ पर आंटी थी उनके पास चला गया। बिस्तर की हालत खराब थी और बिस्तर पर सलवटे पड़ी हुई थी और मम्मी के बाल बिखरे हुए थे और बदन पर दयाल के दातों के निशान थे और मम्मी की चूत से निकला पानी और मम्मी के पानी से बेड शीट पर निशान हो गए थे मम्मी इस सब को देखकर रोने लगी। तभी उधर दूसरे कमरे में दयाल आंटी से बोला कि क्या औरत थी? पतिव्रता बनती थी लेकिन जब लंड घुसा तो सब भूल गयी और आहें भर रही थी.. लेकिन मज़ा आ गया.. मुझे आज बड़ा सुख मिला है। तभी आंटी ने कहा कि अच्छा तू अब कपड़े पहन में उसके पास से आती हूँ और आंटी बेडरूम में आ गई। मम्मी ने चादर अपने ऊपर डाल ली थी और अपना सर घुटनो पर रखकर बैठी थी। आंटी मम्मी के पास आई और कहा कि क्या हुआ? फिर मम्मी उसे देखकर रोने लगी और बोली कि तूने क्यों एसे आदमी से मिलवाया अब में किसी को मुहं दिखाने लायक नहीं रही और रोने लगी।
तभी आंटी ने मम्मी को गले लगा लिया और कहा कि तू रो मत रो मत किसी को कुछ पता नहीं चलेगा तू चुप हो जा और में किसी को कुछ नहीं बताउंगी और ना ही दयाल किसी को कुछ बताएगा। तभी थोड़ी देर में मम्मी का रोना कम हुआ आंटी ने कहा कि देख तेरे बेटे के आने का टाईम हो गया है तू जल्दी से कपड़े पहल ले जब तक में ये सब बिस्तर को सही करती हूँ वरना तेरा बेटा क्या सोचेगा? फिर मम्मी ने यह सुनकर उठी और कपड़े पहनना शुरू किया आंटी ने बिस्तर सही किया। फिर सब कुछ काम होने के बाद आंटी ने मम्मी से पूछा कि उन्हें कैसा लगा? और दयाल ने तुझे संतुष्ट किया या नहीं? लेकिन मम्मी कुछ नहीं बोली। आंटी ने फिर पूछा और कहा कि तू मुझे तो बता ही सकती है तब मम्मी ने कहा कि हाँ दयाल ने मुझे बहुत अच्छे से संतुष्ट किया है और दयाल वहीं दरवाजे पर खड़ा था। वो मम्मी के पास आया और उनसे कहा कि क्या सच भाभी?
तभी मम्मी ने दयाल को देखकर अपना मुहं अपने हाथों से छुपा लिया और दयाल मम्मी की इस हरकत को देखकर पागल सा हो गया उसने मम्मी को पकड़ा और गोद में उठाकर हवा में घुमाया और फिर नीचे उतार कर मम्मी को गले लगाया मम्मी भी उसके गले लग गयी। तभी घर के सामने बाईक रुकने की आवाज़ आई आंटी ने खिड़की में से देखा तो पापा आ गये थे मम्मी और आंटी दोनों ड्रॉयिंग रूम में आकर बैठ गये और दयाल भी आकर जमीन पर बैठ गया। फिर पापा अंदर आए तो उन्होंने दयाल को देखा और पूछा कि अब तक वो यहाँ पर कैसे? तभी आंटी बीच में बोल पड़ी की आज मैंने भी यहाँ पर दयाल से मालिश करवा ली है इसलिए इसे देर हो गई। फिर पापा ने कहा कि ठीक है और पापा ने कहा कि में अभी 5 मिनट में आया और पापा अपना हेलमट रखकर बाथरूम में चले गये। तभी दयाल ने यह देखा और मम्मी के पास गया और उनके होंठ चूसने लगा लेकिन मम्मी ने कहा कि मेरे पति आ जायेंगे.. लेकिन दयाल नहीं माना और बोला कि बस एक छोटा सा किस फिर में चला जाऊंगा और फिर मम्मी ने उसे होंठ चूमने दिए।
तभी दयाल चला गया और अगले दिन दयाल अपने टाईम पर आया और उस टाईम घर पर मम्मी के अलावा कोई और नहीं था। पापा ऑफीस चले गये थे और में अपने एक दोस्त के साथ मार्केट चला गया था। घर पर मम्मी को अकेला देखा दयाल खुश हो गया। तभी मम्मी उसकी खुशी देखकर समझ चुकी थी कि दयाल क्या चाहता है और मम्मी भी दयाल के साथ सेक्स करना चाहती थी.. क्योंकि दयाल ने उन्हें पहले ही बहुत अच्छे से संतुष्ट किया था और मम्मी के मन में सेक्स की भूख जगा दी थी.. लेकिन मम्मी ने दयाल के इशारे को ना समझने का नाटक किया। जब दयाल मम्मी के पास आया तो मम्मी ने दयाल को एक धीरे धक्का देकर हसंते हुए बेडरूम में भाग गयी। जब दयाल बेडरूम में पहुंचा तो उसने देखा कि मम्मी बिस्तर पर लेटी हुई है और दयाल को स्माईल दे रही है। दयाल जल्दी से गया और मम्मी के ऊपर कूद गया और दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे। कभी मम्मी दयाल के ऊपर और कभी दयाल मम्मी के ऊपर, दोनों के कपड़े इस बीच उतार गये थे। दयाल मम्मी के पूरे बदन को चूम रहा था और फिर मम्मी ने भी दयाल के पूरे बदन को चूमा और चाटा। दयाल और मम्मी बहुत उत्तेजित हो गये थे। अब दयाल ने मम्मी को लेटाया और मम्मी की चूत में लंड घुसाने लग गया। मम्मी भी उसका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और पूरा रूम फच फच की आवाज़ से गूँज रहा था। तभी 10 मिनट की चुदाई के बाद दयाल का वीर्य मम्मी की चूत में गिर गया। दयाल और मम्मी दोनों एक साथ ही झड़े और दयाल मम्मी के ऊपर ही गिर गया और फिर थोड़ी देर बाद दयाल मम्मी को किस करने लगा और किस करते करते सो गया। जब दयाल सो कर उठा तो मम्मी उसकी छाती पर हाथ फैर रही थी। फिर दयाल उठकर बैठ गया और मम्मी ने उसे दूध का ग्लास दिया। दयाल ने ग्लास लिया और दूध पीने लगा और दूध पीकर उसने मम्मी को पीने को कहा और दयाल के कहने पर मम्मी ने दयाल का झूठा दूध पी लिया।
दूध पीने के बाद दयाल ने मम्मी को होंठ पर चूमना शुरू किया और दोनों के बीच एक बार फिर सेक्स हुआ। फिर एक महीने के बाद मालिश वाले की ज़रूरत नहीं रही डॉक्टर ने मम्मी को कहा कि अब वो बिल्कुल सही हो गयी है। फिर इसलिए पापा ने दयाल को आने को मना कर दिया। फिर जिस दिन दयाल को आने को मना किया उस दिन से मम्मी बहुत उदास हो गयी। फिर अगले दिन मम्मी आंटी के घर गयी और उन्हें सारी बातें बताई तो आंटी ने कहा कि बस इतनी सी बात है और तुम उदास हो गयी लो अभी तुम्हारी उदासी दूर करते है और आंटी ने दयाल को फोन किया और 15 मिनट के बाद ही दयाल वहाँ पर आ गया। तभी मम्मी दयाल को देखकर बहुत खुश हुई और मम्मी भाग कर दयाल के गले लग गयी और रोने लग गई। दयाल ने मम्मी को चुप करवाया और कहा कि हम इस घर में मिल लिया करेंगे और मम्मी ये बात सुनकर खुश हो गयी और वहीं पर दयाल को चूमने लग गयी। फिर दयाल शहर में तीन साल और रहा और तब तक वो मेरी मम्मी और आंटी से शारीरिक संबंध बनाता रहा ।।
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