FUN-MAZA-MASTI
मैं रंडी मम्मी के होंठों को चूसने लगा और रंडी मम्मी ने फिर मेरी शर्ट उतार दी और मेरी घुंडियों को चाटने लगी।
उसने इसके साथ ही मेरा लोवर भी उतारना शुरू किया।
अब मेरा लंड बाहर आ गया और जब रंडी मम्मी ने मेरा लौड़ा देखा तो उससे जैसे नशा सा छा गया।
रंडी मम्मी मेरे लंड प्यार से देखती रही।
मैं- क्या देख रही है मेरी रखैल-मम्मी?
मैम- मेरे बेटे का लंड इतना बड़ा और मोटा है, मुझे चोदेगा ना.. इसी लंड से.. अपनी रंडी मम्मी की इज़्ज़त इसी लंड से लूट.. मेरे मादरचोद बेटे…
फिर मैंने अपनी दो ऊँगलियाँ अपनी रंडी मम्मी के मुँह में डाल दीं और कहा।
मैं- चुदैल रंडी.. इसे चाट पहले और गीला कर दे…
रंडी मम्मी मेरी ऊँगलियाँ चाट रही थी और चाट-चाट कर गीला भी कर दिया था और फिर मैंने ऊँगलियों को रंडी मम्मी के मुँह से निकाल कर उसकी गरम चूत के मुँह पर रख दिया।
मों- चोद दे… रोहन बेटा… चोद दे…. अपनी मम्मी को…. चोद दे।
मैं- रंडी मम्मी अब तुझे और दर्द होगा।
ऐसा कहते ही मैंने अपने गीली ऊँगलियों को रंडी मम्मी की चूत में बहुत जोर से घुसेड़ दिया। रंडी मम्मी की चूत बहुत कसी हुई थी और रंडी मम्मी ज़ोर से चीख पड़ी।
‘ओहह… सस्स… किल..मी डियर ओआहह… क्या मेरी चूत फाड़ ही डालोगे मादरचोद… आह.. और अन्दर पेल रोहन बेटा और अन्दर.. कर दे.. रोहन बेटा मज़ा आ रहा है…’
मैं अपनी दो ऊँगलियाँ तेज़ी से अन्दर-बाहर करने लगा… साली रंडी मम्मी पागल हुई जा रही थी, रंडी मम्मी की चूत बहुत ही गर्म थी।
मेरे ऐसा करते ही उसके मुँह से सिसकी निकल गई- आअहह, ह्म्म्म्म ऊऊहह.. हहह… ये क्या करने लगे… छोड़ो मुझे… जल्दी प्लीज़ छोड़ो आअहह… मुझे नहीं चुदवाना तुमसे.. जाओ अपनी असली मम्मी को चोदो मादरचोद.. आअहह..
मैं भी पूरा गर्म हो चुका था, मेरे बदन का रोम-रोम खड़ा हो गया, लेकिन मैं रंडी मम्मी को और तड़पता हुआ देखना चाहता था।
मैं- रंडी मम्मी, अपनी टाँगें खोल और हाथ ऊपर कर बहन की लौड़ी..
रंडी मम्मी ने अपनी टाँगें खोल दीं और हाथ ऊपर कर दिए।
मैं- रंडी मम्मी.. साली अब तुझे और मज़ा आएगा…
मैम- दे.. अपनी रंडी मम्मी को दर्द दे.. रोहन बेटा..
तब मैंने अपना हाथ ऊपर किया और रंडी मम्मी की चूत पर प्यार से मुँह से पप्पी की, फिर मम्मी की चूत की फांकों को चूसने लगा।
यह हरकत उसके शरीर को उत्तेजित कर देने के लिए काफ़ी थी।
वो तड़पने लगी- आहह… न्न्नए ना आअहीईई…
रंडी मम्मी के आँखों में आंसू आ गए थे, उसे सुरसुरी हो रही थी और उसे मज़ा भी आ रहा था, रंडी मम्मी का मस्ती से भरा चेहरा देख कर मैं और पागल हो गया।
मैम- तू अपनी रंडी मम्मी को रंडी बना रहा है.. साले…
मैं- हाँ मेरी रांड.. तुझे मस्ती का अहसास भी दे रहा हूँ…
मैंने दोबारा रंडी मम्मी की चूत को जोर से चूसा.. उसकी चूत की फांकों को दाँत से चुभलाया और चूत के दाने पर जीभ फिराई… उसे मुँह में ले कर चूसने लगा।
मैम की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी।
मुझे उसके पानी का स्वाद बहुत मज़ेदार लग रहा था।
मैंने जीभ को मैम की चूत के और अन्दर घुसेड़ा, मेरी जीभ अन्दर तक चली गई, फिर चूत का कौवा चूसा ‘आआमम्म्म…’ ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा..
मैम- आआआह्हःह्हः…
रंडी मम्मी का दर्द भरा चेहरा देख कर मैं और पागल हो गया।
अब मैं रंडी मम्मी की चूत पर से गीले-पन को चाटने लगा और रंडी मम्मी मस्ती से सिसिया रही थी और बड़बड़ा रही थी ‘आआअहह…’
रंडी मम्मी की चूत, चूचियाँ और चूतड़.. आह्ह.. मैं मजा करता जा रहा था, अपनी गंदी रंडी मम्मी को… खूब मजे से भोग रहा था।
‘अयायाह मार डाल मुझे… मैं तेरी गंदी रंडी मम्मी हूँ…’
अब मैंने रंडी मम्मी के बाल पकड़े और उसके चेहरे को अपने लंड के सामने ले आया और कहा।
मैं- देख, रंडी मम्मी तेरे बेटे का लंड कितना बड़ा है… तेरी चूत को ये फाड़ कर रख देगा।
मैम- हाय.. मेरा हरामी रोहन बेटा.. रंडी मम्मी की चूत फाड़ देगा।
मैं- हाँ मेरी रखैल…
मैम- और क्या करेगा मेरी जान.. तू अपनी गंदी रंडी मम्मी के साथ?
मैं- चाट.. साली अपने बेटे के लंड को…
मैम- हाईईईई मेरे बेटे का लंड इतना बड़ा है.. तू जो कहेगा वो ही करूँगी..
मेरा लंड मम्मी के मुँह के पास था और रंडी मम्मी मेरे लंड को खूब चूस रही थी और 5 मिनट तक चाटती रही।
रंडी मम्मी ने कई बार मेरा लंड मुँह में लेने की कोशिश की लेकिन मैं उसके बाल पकड़ कर हटा देता।
मैम- अब अपनी नंगी रंडी मम्मी को बिस्तर पर ले जा रोहन बेटा…
मैं- हाँ.. रंडी.. अब तो मैं तुझे बिस्तर पर बाँध कर चोदूँगा।
मैंने रंडी मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया।
उसे नंगी देख कर मेरा लवड़ा फूल रहा था।
मम्मी बोली- आअहह हरामीईई मादरचोद.. चोद ना मुझे…
फिर मैंने कपबोर्ड से डिल्डो निकाले और रंडी मम्मी के दोनों हाथ ऊपर कर बिस्तर के सिरहाने पर रख कर बाँध दिए।
फिर रंडी मम्मी की टाँगों को पकड़ा और ज़ोर से फैला दिया और उसकी चूत में डिल्डो घुसेड़ दिया, तो वो चिल्लाई- आआअहह आआहह नहींईईईई…मादरचोद..
रंडी मम्मी को बहुत दर्द हुआ, वो दोनों टाँगें खोल कर पड़ी थी।
अब नज़ारा कुछ ऐसा था कि एक औरत जो पूरी नंगी बिस्तर पर बँधी पड़ी है।
वो मेरी मैम है और मेरी रंडी मम्मी का रोल-प्ले कर रही है और उसका रोहन बेटा अपनी रंडी मम्मी के सामने अपना लंड पकड़ कर नंगा खड़ा है।
मैम को इस कामुक रोल-प्ले में मज़ा आ रहा था।
वो खुल कर मेरा साथ दे रही थी।
डिल्डो मैम की चूत में घुसा था और वो उससे मस्ती कर रही थी।
मैं- बोल मेरी रखैल मम्मी चुदना चाहती है.. तू अपने बेटे से?
मैम- चोद दे अपनी रखैल मम्मी को… अपनी रखैल को मादरचोद चोद ना… आहह.. मेरा हरामी.. लंड.. ईई फक मी फक मी हार्ड… अन्दर घुसेड़ दे.. मम.. आहह..
‘साली कुतिया लौड़े के लिए कैसी तड़फ रही है।’
मैम- चोद दे मुझे रोहन बेटा.. अब चोद भी दे.. अपनी रंडी मम्मी को इतना मत तरसा…
अब मैंने डिल्डो रंडी मम्मी की चूत से निकाला… डिल्डो पूरा रस से गीला था।
मैंने उसे प्यार से चाटा और मम्मी का रस पिया, फिर उसे मैम की गाण्ड पर लगा कर कहा।
मैं- रंडी.. अब ये डिल्डो एक झटके में पूरा तेरी गाण्ड को फाड़ता हुआ अन्दर जाएगा.. मगर तुझे दर्द नहीं होगा… बोल डालूँ.. इसे तेरी गाण्ड में?
मैम- नहींईईई… ऐसा मत कर रोहन बेटा मैं तेरी रंडी मम्मी हूँ।
मैंने एक ना सुनी और उसकी गाण्ड में मेरे थूक से गीला डिल्डो घुसेड़ दिया…
मम्मी चिल्लाने लगी- आआआर… राआआहहह……हाईईई रीईईईईई ररमम्मीईई…
कुछ देर के बाद उसे मजा आने लगा- आह्ह.. अब मज़ा आ रहा है.. डाले रहो इसे…
मैं भी रुका नहीं और रंडी मम्मी की गाण्ड में डिल्डो धकेलता रहा…
‘अन्दर…और अन्दर…और अन्दर…’ वो दर्द में चीख रही थी।
‘रुक ज़ा… रोहन.. मुझे तेरा लंड चाहिए मुझे ये डिल्डो नहीं… रुक रोहन बेटा.. तुझे अपनी रंडी मम्मी की कसम… मेरा रोहन बेटा है ना.. तू रुक..न..’
मैम चाहती थीं कि मैं डिल्डो को निकाल दूँ, मगर मैं रुका नहीं… दस मिनट तक रंडी मम्मी ऐसे ही चीखती रही और मैं रंडी मम्मी की गाण्ड में डिल्डो डालता रहा।
मैं- मेरी रखैल मम्मी.. अब मैं तुझे और तड़पाऊँगा।
मैम- नहीं..ईईई.. मैं और नहीं सह सकतीईईई..
रंडी मम्मी की गाण्ड में वो डिल्डो अभी भी अन्दर ही था.. तो मैंने अपना लंड निकाला।
मैं- रखैल मम्मी अब तू अपने बेटे का लंड चूसेगी।
मैम- तेरा बहुत बड़ा है.. मेरे मुँह में नहीं आएगा..
मैं- चुप साली.. रखैल.. मुँह खोल अपना कुतिया रण्डी।
अब रंडी मम्मी अपना मुँह खोल कर मेरे लंड का इंतज़ार कर रही थी। रंडी मम्मी ने अपने आँखें बंद कर लीं, फिर मैंने लंड से अपनी रंडी मम्मी चेहरे पर धीरे से मारना शुरू किया। उसको बहुत अच्छा लगा, वो बोलने लगी, “हाँ मार.. मेरे गालों पर अपने लौड़े से..।”
अब मैंने एक झटके में रंडी मम्मी के मुँह में अपना लंड डाल दिया। मैंने उत्तेजनावश इतनी जोर से डाला कि मेरा लंड रंडी मम्मी के गले तक पहुँच गया।
वो ‘गों-गों’ करने लगी, बोली- मादरचोद… भोसड़ा समझ कर ठूंस दिया.. मेरे मुँह में…
लगभग दस मिनट तक रंडी मम्मी का मुँह चोदने के बाद मैंने अपना लंड निकाला तो रंडी मम्मी ने एक जोरदार सांस ली ‘य्य्आआआहह हह… हह…’
मैं- क्या हुआ रंडी?
मैम- बस कर रोहन बेटा.. अब बस कर!
मैं- अभी तो शुरू हुआ हूँ.. मेरी रखैल मम्मी!
अब मैं थोड़ा नीचे को हुआ और मैंने रंडी मम्मी की गाण्ड देखी, गाण्ड में डिल्डो अभी भी फंसा था।
मैं- रंडी मम्मी अब मैं तुझे चोदूँगा.. साली..
मैम- चोद दे हरामीई….चोद दे अपनी रंडी मम्मी को..
तब मैंने अपना लंड रंडी मम्मी की चूत पर रखा और रगड़ने लगा।
रंडी मम्मी सिसकारियाँ लेने लगी- आआअहह आअहह आआअहह फक मी.. डियर कम ऑन आअहह..अन्दर पेलो अपना लंड.. बेटा मुझसे बर्दाश्त नहीं होता अब…
अब मैंने रंडी मम्मी की चूत पर अपना लंड रख दिया और एक हाथ से डिल्डो को पकड़ लिया।
मैं रंडी मम्मी की चूत भी चोदने वाला था और डिल्डो से गाण्ड भी मारने वाला था।
फिर एक जोरदार धक्के से मैंने अपना लंड अन्दर घुसेड़ दिया।
मैम चीख उठी- आरररीईईईहह… ओह….ऐसे ही ..फक मीईई हार्डर…चोद रोहन बेटा… निकाल मेरी गाण्ड से अपना डिल्डो… मादरचोद… हरामी… तुझे पता नहीं तू क्या कर रहा है… आह… मेरी गाण्ड फाड़ेगा क्या.. मादरचोद..
‘पता है मुझे… मेरी रंडी मम्मी तुम्हें मज़ा आ रहा है ना.. बोलो?’
मगर मैंने डिल्डो मैम की गाण्ड में रहने दिया।
मम्मी लगातार बोल रही थी- फक मी.. रोहन बेटा… चोद मुझे मादरचोद… हरामी… चोद मेरी चूत…ऐसे ही चोद… अहह….ओह अहह मेरा चोदू बच्चा… अहह…
‘ऊहह साली माँ की लौड़ी ले… म्म्म्मवरंडी कुतिया..’
‘आअहह… चोद.. मादरचोद.. हरामी और ताक़त लगा कर चोद…’
‘साली चुदैल…छिनाल… ले मेरा लौड़ा…ले खा!’
मैं एक तरफ अपने लंड से रंडी मम्मी की चूत में चुदाई कर रहा था और दूसरी तरफ डिल्डो से रंडी मम्मी की गाण्ड मे ठुकाई कर रहा था।
‘चोद… फक..मी.. हह… अहह… ऐसे ही और तेज.. रोहन बेटा…’
मैं बड़बड़ा रहा था- हाँ.. मम्मी… तेरी चूत ने मुझे दीवाना कर दिया… मेरा लौड़ा आज से तेरा ही है…’
मम्मी बोली- रोहन बेटा मैं झड़ने वाली हूँ.. झड़ने वाली हूँ मैं.. आआहह… अहह…ओह…
रंडी मम्मी की चूत से पानी का फव्वारा निकल पड़ा और वो ज़ोर से चिल्लाई- ऊहह हह..
लेकिन मैं रंडी मम्मी को चोदता रहा, रंडी मम्मी झड़ चुकी थी, पर फिर भी मैं रंडी मम्मी को चोदता रहा और अब मैं जो करने जा रहा था वो रंडी मम्मी बिल्कुल सह नहीं सकती थीं, जो डिल्डो रंडी मम्मी की गाण्ड में था वो एक वाइब्रटिंग डिल्डो था और उसके बटन के ऊपर मेरी ऊँगली थी और मैंने उसे दबाया।
‘अर्र…र.र्ररर आहह बसस्स् रुक ज्जाआ रोहन बेटा..’
मैं रंडी मम्मी को चोदे ही जा रहा था- ऊहह ह्ह्ह..
मैम- ऊहह फक्ककक मी… ओह… अहह… चोद मुझे… मैं तेरी रांड हूँ..ओहह…
करीब 20 मिनट तक मैं रंडी मम्मी को ऐसे ही चोदता रहा और फिर रंडी मम्मी बोली- रोहन, मैं फिर से झड़ने वाली हूँ..
मैं- आजा मेरी रंडी मम्मी आअहह..
मैम- ऊहह… माय गॉड.. ओह्ह… यअहह मैं मर गईईअहह…
रंडी मम्मी की चूत से फिर पानी का फव्वारा निकला और अब रंडी मम्मी दो बार झड़ चुकी थी, जबकि मैं एक बार भी नहीं झड़ा था।
मैम- बस कर रोहन बेटा हो गया.. अब तू भी आ जा…
मैं- रखैल मम्मी, अभी मैं नहीं झड़ा हूँ…
मैम- बस कर बहन के लंड छोड़… मादरचोद… कुत्ते, हरामज़ादे, मम्मी के दल्ले, भड़वे मादरचोद।
मैम उत्तेजना में गाली देती जा रही थीं।
मैं अब भी रंडी मम्मी को खुल कर चोद रहा था और मैंने एक और डिल्डो लिया और रंडी मम्मी की चूत में जहाँ मेरा लंड पहले ही घुसा हुआ उसे चोद रहा था, उसे भी बगल से चूत के अन्दर ठेल दिया।
मैम- ऊऊऊओह… ओह नो ऊहह क्क्क… ओह.. नो…
मैं झड़ने वाली हूँ… मैं झड़ने वाली हूँ… मैं झड़ गईईई..
अब रंडी मम्मी की चूत से तीसरी बार पानी बहने लगा, मेरा लंड पूरा लिसलिसा और गीला हो चुका था।
रंडी मम्मी अब तीसरी बार झड़ चुकी थी और उसकी आँखें बंद होने को थीं।
उसके माल की गर्मी अब मेरे लवड़े से भी सहन न हुई और अब मैं भी झड़ने वाला था।
मैं- ऊहह.. रंडी मम्मी… ऊऊऊहह..
मैम- चोद दे अपनी रंडी मम्मी को… मुझे अपनी रंडी बना… हाय…ओह्ह..ऐसे ही…
मैं- मैं झड़ा… मैं झड़ा..ईए… रंडी मम्मीआअ… आआहह…
मैम- अहह… ओह!
अब मेरे लंड से भी पानी छूट गया और रंडी मम्मी की चूत के अन्दर ही बह गया।
मैंने देखा रंडी मम्मी कुछ बोल नहीं रही है, क्योंकि वो तीन बार झड़ने के बाद ‘बेहोश’ हो गई थी।
मैंने उसकी रस्सियाँ खोल दीं और आधा घंटे बाद रंडी मम्मी की आँख खुली, तो उसने मुझे देखा।
मैम- मुझे क्या हो गया था?
मैं- रंडी मम्मी तू बेहोश हो गई थी.. तू तीन बार झड़ चुकी थी।
मैम- मेरा बच्चा.. मम्मी के पास आ जा…
मैं- लव यू रंडी मम्मी…
मैम- लव यू टू.. मेरा बच्चा….रोहन बेटा तूने आज जैसा मुझे चोदा है कोई और मुझे नहीं चोद सकता… काश ये पल मैं हमेशा के लिए क़ैद कर सकती।
मैं- रंडी मम्मी तेरे लिए एक गिफ्ट है।
मैम- क्या है?
मैंने रंडी मम्मी को अपना मोबाइल दिखाया और कहा- इसमें एक वीडियो है, जिसने सब कुछ रिकॉर्डेड है।
रंडी मम्मी ने वो वीडियो देखी और रो पड़ीं।
मैं- रो मत रंडी मम्मी.. ये वीडियो तेरे लिए ही है.. मैं किसी को नहीं दिखाऊँगा।
मैम- नहीं बेटा.. मैं रो इसलिए रही हूँ क्योंकि जितना प्यार तू मुझसे कर सकता है.. उतना प्यार और कोई नहीं कर सकता… लव यू रोहन बेटा..
मैं- लव यू टू.. मम्मी…तो अब क्या मैं तुम्हें रोज़ चोद सकता हूँ.. रंडी मम्मी?
मैम- हाँ मेरा बच्चा.. आख़िर तू मेरा रोहन बेटा है और मैं हूँ तेरी रंडी मम्मी।
मैम ने मुझे ज़ोर से चुम्मा किया, मैंने भी उनका नंगा मम्मा जोर से दबाया, एक बार फिर से उनका मम्मा चूसा।
अब उन्हें बहुत दर्द हो रहा था, मैंने उनके लिए चाय बनाई और उन्हें एक दर्द निवारक दवाई दी।
फिर हम साथ-साथ बाथरूम में नहाए और फिर मैं अपने घर चला गया। उसके बाद से मैं अक्सर मैम के घर उन्हें चोदने के लिए जाता था।
हम कई दिन से चुदाई कर रहे हैं।
दोस्तो, कैसा लगा मेरी कहानी.. अगर अच्छी लगी हो तो अपने प्यारे कमेंट जरूर पोस्ट करना।
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रोल-प्ले में चुदाई-3
मैं रंडी मम्मी के होंठों को चूसने लगा और रंडी मम्मी ने फिर मेरी शर्ट उतार दी और मेरी घुंडियों को चाटने लगी।
उसने इसके साथ ही मेरा लोवर भी उतारना शुरू किया।
अब मेरा लंड बाहर आ गया और जब रंडी मम्मी ने मेरा लौड़ा देखा तो उससे जैसे नशा सा छा गया।
रंडी मम्मी मेरे लंड प्यार से देखती रही।
मैं- क्या देख रही है मेरी रखैल-मम्मी?
मैम- मेरे बेटे का लंड इतना बड़ा और मोटा है, मुझे चोदेगा ना.. इसी लंड से.. अपनी रंडी मम्मी की इज़्ज़त इसी लंड से लूट.. मेरे मादरचोद बेटे…
फिर मैंने अपनी दो ऊँगलियाँ अपनी रंडी मम्मी के मुँह में डाल दीं और कहा।
मैं- चुदैल रंडी.. इसे चाट पहले और गीला कर दे…
रंडी मम्मी मेरी ऊँगलियाँ चाट रही थी और चाट-चाट कर गीला भी कर दिया था और फिर मैंने ऊँगलियों को रंडी मम्मी के मुँह से निकाल कर उसकी गरम चूत के मुँह पर रख दिया।
मैं- रंडी मम्मी अब तुझे और दर्द होगा।
ऐसा कहते ही मैंने अपने गीली ऊँगलियों को रंडी मम्मी की चूत में बहुत जोर से घुसेड़ दिया। रंडी मम्मी की चूत बहुत कसी हुई थी और रंडी मम्मी ज़ोर से चीख पड़ी।
‘ओहह… सस्स… किल..मी डियर ओआहह… क्या मेरी चूत फाड़ ही डालोगे मादरचोद… आह.. और अन्दर पेल रोहन बेटा और अन्दर.. कर दे.. रोहन बेटा मज़ा आ रहा है…’
मैं अपनी दो ऊँगलियाँ तेज़ी से अन्दर-बाहर करने लगा… साली रंडी मम्मी पागल हुई जा रही थी, रंडी मम्मी की चूत बहुत ही गर्म थी।
मेरे ऐसा करते ही उसके मुँह से सिसकी निकल गई- आअहह, ह्म्म्म्म ऊऊहह.. हहह… ये क्या करने लगे… छोड़ो मुझे… जल्दी प्लीज़ छोड़ो आअहह… मुझे नहीं चुदवाना तुमसे.. जाओ अपनी असली मम्मी को चोदो मादरचोद.. आअहह..
मैं भी पूरा गर्म हो चुका था, मेरे बदन का रोम-रोम खड़ा हो गया, लेकिन मैं रंडी मम्मी को और तड़पता हुआ देखना चाहता था।
मैं- रंडी मम्मी, अपनी टाँगें खोल और हाथ ऊपर कर बहन की लौड़ी..
रंडी मम्मी ने अपनी टाँगें खोल दीं और हाथ ऊपर कर दिए।
मैं- रंडी मम्मी.. साली अब तुझे और मज़ा आएगा…
मैम- दे.. अपनी रंडी मम्मी को दर्द दे.. रोहन बेटा..
तब मैंने अपना हाथ ऊपर किया और रंडी मम्मी की चूत पर प्यार से मुँह से पप्पी की, फिर मम्मी की चूत की फांकों को चूसने लगा।
यह हरकत उसके शरीर को उत्तेजित कर देने के लिए काफ़ी थी।
वो तड़पने लगी- आहह… न्न्नए ना आअहीईई…
रंडी मम्मी के आँखों में आंसू आ गए थे, उसे सुरसुरी हो रही थी और उसे मज़ा भी आ रहा था, रंडी मम्मी का मस्ती से भरा चेहरा देख कर मैं और पागल हो गया।
मैम- तू अपनी रंडी मम्मी को रंडी बना रहा है.. साले…
मैं- हाँ मेरी रांड.. तुझे मस्ती का अहसास भी दे रहा हूँ…
मैंने दोबारा रंडी मम्मी की चूत को जोर से चूसा.. उसकी चूत की फांकों को दाँत से चुभलाया और चूत के दाने पर जीभ फिराई… उसे मुँह में ले कर चूसने लगा।
मैम की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी।
मुझे उसके पानी का स्वाद बहुत मज़ेदार लग रहा था।
मैंने जीभ को मैम की चूत के और अन्दर घुसेड़ा, मेरी जीभ अन्दर तक चली गई, फिर चूत का कौवा चूसा ‘आआमम्म्म…’ ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा..
मैम- आआआह्हःह्हः…
रंडी मम्मी का दर्द भरा चेहरा देख कर मैं और पागल हो गया।
अब मैं रंडी मम्मी की चूत पर से गीले-पन को चाटने लगा और रंडी मम्मी मस्ती से सिसिया रही थी और बड़बड़ा रही थी ‘आआअहह…’
रंडी मम्मी की चूत, चूचियाँ और चूतड़.. आह्ह.. मैं मजा करता जा रहा था, अपनी गंदी रंडी मम्मी को… खूब मजे से भोग रहा था।
‘अयायाह मार डाल मुझे… मैं तेरी गंदी रंडी मम्मी हूँ…’
अब मैंने रंडी मम्मी के बाल पकड़े और उसके चेहरे को अपने लंड के सामने ले आया और कहा।
मैं- देख, रंडी मम्मी तेरे बेटे का लंड कितना बड़ा है… तेरी चूत को ये फाड़ कर रख देगा।
मैम- हाय.. मेरा हरामी रोहन बेटा.. रंडी मम्मी की चूत फाड़ देगा।
मैं- हाँ मेरी रखैल…
मैम- और क्या करेगा मेरी जान.. तू अपनी गंदी रंडी मम्मी के साथ?
मैं- चाट.. साली अपने बेटे के लंड को…
मैम- हाईईईई मेरे बेटे का लंड इतना बड़ा है.. तू जो कहेगा वो ही करूँगी..
मेरा लंड मम्मी के मुँह के पास था और रंडी मम्मी मेरे लंड को खूब चूस रही थी और 5 मिनट तक चाटती रही।
रंडी मम्मी ने कई बार मेरा लंड मुँह में लेने की कोशिश की लेकिन मैं उसके बाल पकड़ कर हटा देता।
मैम- अब अपनी नंगी रंडी मम्मी को बिस्तर पर ले जा रोहन बेटा…
मैं- हाँ.. रंडी.. अब तो मैं तुझे बिस्तर पर बाँध कर चोदूँगा।
मैंने रंडी मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया।
उसे नंगी देख कर मेरा लवड़ा फूल रहा था।
मम्मी बोली- आअहह हरामीईई मादरचोद.. चोद ना मुझे…
फिर मैंने कपबोर्ड से डिल्डो निकाले और रंडी मम्मी के दोनों हाथ ऊपर कर बिस्तर के सिरहाने पर रख कर बाँध दिए।
फिर रंडी मम्मी की टाँगों को पकड़ा और ज़ोर से फैला दिया और उसकी चूत में डिल्डो घुसेड़ दिया, तो वो चिल्लाई- आआअहह आआहह नहींईईईई…मादरचोद..
रंडी मम्मी को बहुत दर्द हुआ, वो दोनों टाँगें खोल कर पड़ी थी।
अब नज़ारा कुछ ऐसा था कि एक औरत जो पूरी नंगी बिस्तर पर बँधी पड़ी है।
वो मेरी मैम है और मेरी रंडी मम्मी का रोल-प्ले कर रही है और उसका रोहन बेटा अपनी रंडी मम्मी के सामने अपना लंड पकड़ कर नंगा खड़ा है।
मैम को इस कामुक रोल-प्ले में मज़ा आ रहा था।
वो खुल कर मेरा साथ दे रही थी।
डिल्डो मैम की चूत में घुसा था और वो उससे मस्ती कर रही थी।
मैं- बोल मेरी रखैल मम्मी चुदना चाहती है.. तू अपने बेटे से?
मैम- चोद दे अपनी रखैल मम्मी को… अपनी रखैल को मादरचोद चोद ना… आहह.. मेरा हरामी.. लंड.. ईई फक मी फक मी हार्ड… अन्दर घुसेड़ दे.. मम.. आहह..
‘साली कुतिया लौड़े के लिए कैसी तड़फ रही है।’
मैम- चोद दे मुझे रोहन बेटा.. अब चोद भी दे.. अपनी रंडी मम्मी को इतना मत तरसा…
अब मैंने डिल्डो रंडी मम्मी की चूत से निकाला… डिल्डो पूरा रस से गीला था।
मैंने उसे प्यार से चाटा और मम्मी का रस पिया, फिर उसे मैम की गाण्ड पर लगा कर कहा।
मैं- रंडी.. अब ये डिल्डो एक झटके में पूरा तेरी गाण्ड को फाड़ता हुआ अन्दर जाएगा.. मगर तुझे दर्द नहीं होगा… बोल डालूँ.. इसे तेरी गाण्ड में?
मैम- नहींईईई… ऐसा मत कर रोहन बेटा मैं तेरी रंडी मम्मी हूँ।
मैंने एक ना सुनी और उसकी गाण्ड में मेरे थूक से गीला डिल्डो घुसेड़ दिया…
मम्मी चिल्लाने लगी- आआआर… राआआहहह……हाईईई रीईईईईई ररमम्मीईई…
कुछ देर के बाद उसे मजा आने लगा- आह्ह.. अब मज़ा आ रहा है.. डाले रहो इसे…
मैं भी रुका नहीं और रंडी मम्मी की गाण्ड में डिल्डो धकेलता रहा…
‘अन्दर…और अन्दर…और अन्दर…’ वो दर्द में चीख रही थी।
‘रुक ज़ा… रोहन.. मुझे तेरा लंड चाहिए मुझे ये डिल्डो नहीं… रुक रोहन बेटा.. तुझे अपनी रंडी मम्मी की कसम… मेरा रोहन बेटा है ना.. तू रुक..न..’
मैम चाहती थीं कि मैं डिल्डो को निकाल दूँ, मगर मैं रुका नहीं… दस मिनट तक रंडी मम्मी ऐसे ही चीखती रही और मैं रंडी मम्मी की गाण्ड में डिल्डो डालता रहा।
मैं- मेरी रखैल मम्मी.. अब मैं तुझे और तड़पाऊँगा।
मैम- नहीं..ईईई.. मैं और नहीं सह सकतीईईई..
रंडी मम्मी की गाण्ड में वो डिल्डो अभी भी अन्दर ही था.. तो मैंने अपना लंड निकाला।
मैं- रखैल मम्मी अब तू अपने बेटे का लंड चूसेगी।
मैम- तेरा बहुत बड़ा है.. मेरे मुँह में नहीं आएगा..
मैं- चुप साली.. रखैल.. मुँह खोल अपना कुतिया रण्डी।
अब रंडी मम्मी अपना मुँह खोल कर मेरे लंड का इंतज़ार कर रही थी। रंडी मम्मी ने अपने आँखें बंद कर लीं, फिर मैंने लंड से अपनी रंडी मम्मी चेहरे पर धीरे से मारना शुरू किया। उसको बहुत अच्छा लगा, वो बोलने लगी, “हाँ मार.. मेरे गालों पर अपने लौड़े से..।”
अब मैंने एक झटके में रंडी मम्मी के मुँह में अपना लंड डाल दिया। मैंने उत्तेजनावश इतनी जोर से डाला कि मेरा लंड रंडी मम्मी के गले तक पहुँच गया।
वो ‘गों-गों’ करने लगी, बोली- मादरचोद… भोसड़ा समझ कर ठूंस दिया.. मेरे मुँह में…
लगभग दस मिनट तक रंडी मम्मी का मुँह चोदने के बाद मैंने अपना लंड निकाला तो रंडी मम्मी ने एक जोरदार सांस ली ‘य्य्आआआहह हह… हह…’
मैं- क्या हुआ रंडी?
मैम- बस कर रोहन बेटा.. अब बस कर!
मैं- अभी तो शुरू हुआ हूँ.. मेरी रखैल मम्मी!
अब मैं थोड़ा नीचे को हुआ और मैंने रंडी मम्मी की गाण्ड देखी, गाण्ड में डिल्डो अभी भी फंसा था।
मैं- रंडी मम्मी अब मैं तुझे चोदूँगा.. साली..
मैम- चोद दे हरामीई….चोद दे अपनी रंडी मम्मी को..
रंडी मम्मी सिसकारियाँ लेने लगी- आआअहह आअहह आआअहह फक मी.. डियर कम ऑन आअहह..अन्दर पेलो अपना लंड.. बेटा मुझसे बर्दाश्त नहीं होता अब…
अब मैंने रंडी मम्मी की चूत पर अपना लंड रख दिया और एक हाथ से डिल्डो को पकड़ लिया।
मैं रंडी मम्मी की चूत भी चोदने वाला था और डिल्डो से गाण्ड भी मारने वाला था।
फिर एक जोरदार धक्के से मैंने अपना लंड अन्दर घुसेड़ दिया।
मैम चीख उठी- आरररीईईईहह… ओह….ऐसे ही ..फक मीईई हार्डर…चोद रोहन बेटा… निकाल मेरी गाण्ड से अपना डिल्डो… मादरचोद… हरामी… तुझे पता नहीं तू क्या कर रहा है… आह… मेरी गाण्ड फाड़ेगा क्या.. मादरचोद..
‘पता है मुझे… मेरी रंडी मम्मी तुम्हें मज़ा आ रहा है ना.. बोलो?’
मगर मैंने डिल्डो मैम की गाण्ड में रहने दिया।
मम्मी लगातार बोल रही थी- फक मी.. रोहन बेटा… चोद मुझे मादरचोद… हरामी… चोद मेरी चूत…ऐसे ही चोद… अहह….ओह अहह मेरा चोदू बच्चा… अहह…
‘ऊहह साली माँ की लौड़ी ले… म्म्म्मवरंडी कुतिया..’
‘आअहह… चोद.. मादरचोद.. हरामी और ताक़त लगा कर चोद…’
‘साली चुदैल…छिनाल… ले मेरा लौड़ा…ले खा!’
मैं एक तरफ अपने लंड से रंडी मम्मी की चूत में चुदाई कर रहा था और दूसरी तरफ डिल्डो से रंडी मम्मी की गाण्ड मे ठुकाई कर रहा था।
‘चोद… फक..मी.. हह… अहह… ऐसे ही और तेज.. रोहन बेटा…’
मैं बड़बड़ा रहा था- हाँ.. मम्मी… तेरी चूत ने मुझे दीवाना कर दिया… मेरा लौड़ा आज से तेरा ही है…’
मम्मी बोली- रोहन बेटा मैं झड़ने वाली हूँ.. झड़ने वाली हूँ मैं.. आआहह… अहह…ओह…
रंडी मम्मी की चूत से पानी का फव्वारा निकल पड़ा और वो ज़ोर से चिल्लाई- ऊहह हह..
लेकिन मैं रंडी मम्मी को चोदता रहा, रंडी मम्मी झड़ चुकी थी, पर फिर भी मैं रंडी मम्मी को चोदता रहा और अब मैं जो करने जा रहा था वो रंडी मम्मी बिल्कुल सह नहीं सकती थीं, जो डिल्डो रंडी मम्मी की गाण्ड में था वो एक वाइब्रटिंग डिल्डो था और उसके बटन के ऊपर मेरी ऊँगली थी और मैंने उसे दबाया।
‘अर्र…र.र्ररर आहह बसस्स् रुक ज्जाआ रोहन बेटा..’
मैं रंडी मम्मी को चोदे ही जा रहा था- ऊहह ह्ह्ह..
मैम- ऊहह फक्ककक मी… ओह… अहह… चोद मुझे… मैं तेरी रांड हूँ..ओहह…
करीब 20 मिनट तक मैं रंडी मम्मी को ऐसे ही चोदता रहा और फिर रंडी मम्मी बोली- रोहन, मैं फिर से झड़ने वाली हूँ..
मैं- आजा मेरी रंडी मम्मी आअहह..
मैम- ऊहह… माय गॉड.. ओह्ह… यअहह मैं मर गईईअहह…
रंडी मम्मी की चूत से फिर पानी का फव्वारा निकला और अब रंडी मम्मी दो बार झड़ चुकी थी, जबकि मैं एक बार भी नहीं झड़ा था।
मैम- बस कर रोहन बेटा हो गया.. अब तू भी आ जा…
मैं- रखैल मम्मी, अभी मैं नहीं झड़ा हूँ…
मैम- बस कर बहन के लंड छोड़… मादरचोद… कुत्ते, हरामज़ादे, मम्मी के दल्ले, भड़वे मादरचोद।
मैम उत्तेजना में गाली देती जा रही थीं।
मैं अब भी रंडी मम्मी को खुल कर चोद रहा था और मैंने एक और डिल्डो लिया और रंडी मम्मी की चूत में जहाँ मेरा लंड पहले ही घुसा हुआ उसे चोद रहा था, उसे भी बगल से चूत के अन्दर ठेल दिया।
मैम- ऊऊऊओह… ओह नो ऊहह क्क्क… ओह.. नो…
मैं झड़ने वाली हूँ… मैं झड़ने वाली हूँ… मैं झड़ गईईई..
अब रंडी मम्मी की चूत से तीसरी बार पानी बहने लगा, मेरा लंड पूरा लिसलिसा और गीला हो चुका था।
रंडी मम्मी अब तीसरी बार झड़ चुकी थी और उसकी आँखें बंद होने को थीं।
उसके माल की गर्मी अब मेरे लवड़े से भी सहन न हुई और अब मैं भी झड़ने वाला था।
मैं- ऊहह.. रंडी मम्मी… ऊऊऊहह..
मैम- चोद दे अपनी रंडी मम्मी को… मुझे अपनी रंडी बना… हाय…ओह्ह..ऐसे ही…
मैं- मैं झड़ा… मैं झड़ा..ईए… रंडी मम्मीआअ… आआहह…
मैम- अहह… ओह!
अब मेरे लंड से भी पानी छूट गया और रंडी मम्मी की चूत के अन्दर ही बह गया।
मैंने देखा रंडी मम्मी कुछ बोल नहीं रही है, क्योंकि वो तीन बार झड़ने के बाद ‘बेहोश’ हो गई थी।
मैंने उसकी रस्सियाँ खोल दीं और आधा घंटे बाद रंडी मम्मी की आँख खुली, तो उसने मुझे देखा।
मैम- मुझे क्या हो गया था?
मैं- रंडी मम्मी तू बेहोश हो गई थी.. तू तीन बार झड़ चुकी थी।
मैम- मेरा बच्चा.. मम्मी के पास आ जा…
मैं- लव यू रंडी मम्मी…
मैम- लव यू टू.. मेरा बच्चा….रोहन बेटा तूने आज जैसा मुझे चोदा है कोई और मुझे नहीं चोद सकता… काश ये पल मैं हमेशा के लिए क़ैद कर सकती।
मैं- रंडी मम्मी तेरे लिए एक गिफ्ट है।
मैम- क्या है?
मैंने रंडी मम्मी को अपना मोबाइल दिखाया और कहा- इसमें एक वीडियो है, जिसने सब कुछ रिकॉर्डेड है।
रंडी मम्मी ने वो वीडियो देखी और रो पड़ीं।
मैं- रो मत रंडी मम्मी.. ये वीडियो तेरे लिए ही है.. मैं किसी को नहीं दिखाऊँगा।
मैम- नहीं बेटा.. मैं रो इसलिए रही हूँ क्योंकि जितना प्यार तू मुझसे कर सकता है.. उतना प्यार और कोई नहीं कर सकता… लव यू रोहन बेटा..
मैं- लव यू टू.. मम्मी…तो अब क्या मैं तुम्हें रोज़ चोद सकता हूँ.. रंडी मम्मी?
मैम- हाँ मेरा बच्चा.. आख़िर तू मेरा रोहन बेटा है और मैं हूँ तेरी रंडी मम्मी।
मैम ने मुझे ज़ोर से चुम्मा किया, मैंने भी उनका नंगा मम्मा जोर से दबाया, एक बार फिर से उनका मम्मा चूसा।
अब उन्हें बहुत दर्द हो रहा था, मैंने उनके लिए चाय बनाई और उन्हें एक दर्द निवारक दवाई दी।
फिर हम साथ-साथ बाथरूम में नहाए और फिर मैं अपने घर चला गया। उसके बाद से मैं अक्सर मैम के घर उन्हें चोदने के लिए जाता था।
हम कई दिन से चुदाई कर रहे हैं।
दोस्तो, कैसा लगा मेरी कहानी.. अगर अच्छी लगी हो तो अपने प्यारे कमेंट जरूर पोस्ट करना।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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