चाची की रसीली-3
भाईजान ने भी अपने शरीर पर चादर डाल ली,
अम्मी मेरे पास आई और मेरे कंधे पर अपना गोरा गोरा हाथ रखा,
और बोली= बेटा साहिल तुम कब आये
में = अम्मी अभी आया और में मेरे लेपटोप का चार्जर देख रहा था वो कल भाई को दिया था ,
अम्मी = ओह बेटा तेरे भाई का चार्जर तो में काम में ले रही थी क्यूंकि तेरे अब्बू का चार्जर काम नहीं करता है .
और में तेरे भाई को में सिखा रही थी की शादी के बाद तेरी भाभिजान को केसे
खुश रखना है और क्या क्या करना है,
और सब सब तुमको भी सिखा दूंगी बेटा पर ये बात तुम अपने अब्बू या किसी और को नहीं बताना साहिल.
मेरा सर सहमती में हिल गया और अम्मी नर मेरा सर चूम लिया और मुझे अपनी बांहों में भर लिया ,
उनके मोटे मोटे और सख्त बूब मेरी छातियो में गड गए.
फिर अम्मी बोली = साहिल बेटा क्या तेरी कोई girl फ्रेंड भी है क्या ,
में - नहीं अम्मी कोई नहीं है ,
अम्मी -- तो फिर केसे काम चलता है तु,
अम्मी = साहिल सच बोल ना इसकी प्यास केसे बुझाता है और अम्मी ने मेरा लंड पकड़ लिया,
मेरा लंड पहले से ही खड़ा था और में बतादू की भाईजान से मेरा लंड बड़ी भी था और मोटा भी .
मेरे बरमुडे के उपर से अम्मी ने मारा लंड पकड़ लिया ओह ओह मेरी सगी अम्मी ने ही मेरा लंड पकड़ लिया
वो भी मेरे सगे और बड़े भाईजान के सामने ही.
मेरा लंड तो जेसे फुल कर अम्मी को सलामी दे रहा था.
दोस्तों मेरी क्या हालत थी में बयान नहीं कर सकता हूँ .
मेरा पूरा बदन कंप रहा था और मेरा दिमाग मेरी अम्मी की चूत के बारें में ही सोच रहा था.
तभी भाईजान भी खड़े हो गए और मेरे पास आये और मुझसे बोले=साहिल तुम ये सोच रहे हो ना की में और अम्मी ये क्या कर रहे है तो भाई मेरे यह सब कुछ जायज है और देखो न फोरेन में तो यह सब आम है,
भाई बहिन मम्मी बेटा पापा बेटी दादा पोती सब लोग मज़ा करते है और इंजॉय भी करते है.
तभी अम्मी ने मेरा लंड मेरे बरमुडे से निकाल लिया.
फिर में अवाक् था पर अब मुझे चुदाई का चस्का लग चूका था,
और मुझे चूत के सिवा कुछ नहीं दिख रहा था फिर अम्मी की मस्त चूत तो थी ही गजब की ,
और फिर भाई जान ने tv पर एक इन्सेस्ट सेक्स की फिल्म लगा दी उसमे भाई बहिन और अम्मी अब्बू एक ही
साथ सेक्स कर रहे थे,
अम्मी ने मुझे बेड पर चलने को कहा और बोली = साहिल बेटा अब शर्म छोड़ दो और जिन्दगी का लुत्फ़ लो,
और अम्मी ने मेरी टी और बर्मुडा उतार दिया,
और,
जब अम्मी ने मेरे लंड की तरफ देखा तो उनकी आँख चमक उठी और अम्मी अपने होंठो पर जीभ फिरने लगी.
भाईजान पेग बना कर मेरे पास आये और बोले = साहिल इसको पी लो तो तेरी सारी शर्म दूर हो जाएगी.
मैंने पेग पी लिया
तभी अम्मी ने मेरा \लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई अम्मी के पीछे चाले गए और उन्होंने अपना लंड
अम्मी की गांड पर रगड़ना चालू किया और अम्मी के बूब भी दबाने लगे ..
मेरा लंड अम्मी के मुंह को चोद रहा था,
और अम्मी अब सिस्याने लगी थी तभी भाई ने अम्मी को खड़ा किया,
और मुझे बोले = साहिल मेरे भाई आजा आज अम्मी को दोनों तरफ से चोदते है ,
बिलकुल विदेशी तरीके से तुम अम्मी की चूत मरो और में गांड मरता हूँ.
अम्मी = हां मेरे बेटे ऐसा ही करो ना दोनों ..
रहमान पर क्रीम लगा लो न अपने लंड पर आजा मेरे बेटे और अम्मी हम दोनों के बिच में खड़ी हो गयी,
भाई ने अपने लंड पर क्रीम लगई और अम्मी की गंद में लंड डाल दिया, वही में अम्मी की मस्त चूत में अपना लंड दाल दिया.
मेरा लंड जब अम्मी की चूत में घुसा तो मुझे अम्मी की चूत चाची की चूत से टाइट महसूस हुई और अम्मी मुझे चूमने लगी और
हम दोनों को उकसाने लगी ....
फिर चुदाई का दोर शुरू हो गया ,
रहमान भाई थोड़ी ही देर में अपना पानी निकाल बेठे और अम्मी की गांड में ही अपना पानी गिरा दिया ...
में अपना लंड अभी भी अम्मी की चूत में डाल रहा था और अम्मी मस्ती से चुद रही थी ...
हाँ तो दोस्तों कारीब बीस मिनिट के बाद मेरा भी पानी निकल गया और में अम्मी की चूत के अंदर ही झड गया.
तभी भाईजान अम्मी से बोले = अम्मी में तो निचे जाता हूँ,अम्मी ने कहा की ठीक है
रहमान और भाईजान निचे चाले गए.
मैंने भिया अम्मी से कहा तो अम्मी ने कहा = साहिल तू यंही रह ना सुबह सुबह एक बार और चुदाई करेंगे .
में फिर वहीँ अम्मी के साथ ही उनके बेड पर सो गया.
हम दोनों अभी भी नंगे ही थे मैंने अपने कपडे पहनने चाहे तो अम्मी ने मना कर दिया.
सुबह के करीब 6 बजे मेरे लंड पर कुछ गिला सा लगा तो मेरी आंख खुल गयी.
मेरी अम्मी मेरा लंड चूस रही थी, और अम्मी ने अपनी चूत मेरे मुंह के पास कर रखी थी,
उनकी चूत से भीनी भीनी खसबू आ रही थी और अभी तक मेरे लंड का पानी उनकी चूत में ही था.
=
फिर अम्मी ने मुझसे कहा की में उनकी चूत चाट लू और अम्मी मेरी गोलिया चूस रही थी और मेरे गंद का छेद भी चाट रही थी ,
बिलकुल किसी xxx फिल्म की तरह और क्या लगती है मेरी अम्मी ..
मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने अम्मी की चूत पर अपनी जीभ लगादी .
चूत हलकी सी गरम थी और फडफडा सी रही थी क्या स्वाद था मेरी अम्मी की चूत के छेद का वाह मुझे तो वो जन्नत ही लग रहा था,
क्या मस्त चूत है अम्मी की बिलकुल सुर्ख लाल रंग की चूत और झांट एक भी नहीं ,
अम्मी मुझे किसी हिरोइन की तरह लग रही थी और चूत किसी मिठाई की तरह ..
में अब जी लगाकर अम्मी की चूत चाट रहा था और अपनी जीभ गोल कर कर के चूत को जीभ से चोद रहा था .
=
मेरा 7'' इंच का लंड अम्मी बिलकुल आइस क्रीम की तरह चूस रही थी,
उनकी छतिया मेरे पेट पर थी हम 69 की अवस्था में लेते हुए थे ,
अम्मी की चूत से थोडा थोडा पानी चु रहा था बड़ा ही मजेदार स्वाद था चूत के पानी का ,
ये सब करीब दस मिनिट चला और अम्मी फिर खड़ी हो गयी, और बोली=साहिल अब मुझसे से रहा नहीं जा रहा है,
बेटा तुम अब मेरी चूत को अपने लंड से से दबाकर चोदो ना और चाहो तो गांड भी मारो ना मेरे बेटे ..
=
अब मेरा लंड आपे से बहार हो रहा था मैंने अम्मी की मस्त चिकनी चूत में अपना लंड डाल कर ठोक ठोक करने लगा ,
अम्मी = डाल मेरे बच्चे अपना पूरा लंड डाल दे अपनी अम्मी की चूत में मेरे राजा आहा आहा आ आ आ सी सी सी उ ऊ ऊऊ आ डाल औरडाल
सीसिसिसिसी आहा हा आःह्ह आआह्ह्ह उई उई उई
उई उई उई
उई मेरे बेटे चोद ले ना अम्मी को .....
में = हाँ अम्मी हाँ ..
और हम अम्मी बेटे करीब बीस मिनिट यूँही चुदाई करते रहे फिर अम्मी का पानी निकल गया और करीब दो मिनिट में मेरा भी पानी
अम्मी की चूत में ही छुट गया ..
फिर अम्मी में बांहों में आ गयी और बोली = साहिल आज तुम कॉलेज मत जाना आज सब के जाने के बाद मस्त चुदाई करेंगे,
और बेटा तेरी झांटे भी साफ़ करणी है और हाँ तेरे अब्बू भी तिन दिन नहीं आयेंगे तो तिन दिन के लिये कोलेज से छुट्टी मर लो ना ..
मेरा भी मन अब अम्मी की चूत में लगा गया था सो मैंने भी हामी भरदी ....
फिर चुदाई के बाद में नंगा ही अम्मी के बिस्तर पर सो गया.
करीब 12 बजे आँख खुली तो देखा की अम्मी नंगी ही खिड़की के पास खड़ी है और निचे देख रही है,
में उनके करीब गया और उनको पीछे से पकड़ लिया और बांहों में भर लिया,
अम्मी = मेरा राजा उठ गया क्या, तेरी बहिन कोलेज जा चुकी है और भाईजान शॉप पर चाले गए है,
में= ठीक है अम्मी आप क्या देख रही हो बहार (खिड़की के सामने थोडा जंगल जेसा था)
अम्मी = बहार एक कुता और कुतिया चुदाई कर रहे थे ओह आल्लाह क्या मस्त चुदाई करी कुते नें पुरे आधा घंटे
कुतिया की चूत का कीमा बना दिया और देखो, अब कुतिया की चूत में उसका लंड अटक गया है,
मैंने बहार देखा सच में कुते का लंड कुतिया की चूत में अटका हुआ था और कुता बेचारा कुतिया के पीछे घसीट रहा था ....
=
ये नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और अम्मी के गांड के छेद से जाकर लग गया .
अम्मी = साहिल क्या बात है सुबह सुबह ही लंड खड़ा हो गया है.
में = अम्मी ये नज़ारा ही ऐसा है अम्मी ...पर मुझे अभी पेशाब करना है
अम्मी चल न फिर बाथरूम मुझे भी पेसाब लग रही है ,
=
में आपको अम्मी के बाथरूम के बारे में बतादू ..
करीब 30 फुट छोड़ा और 25 फुट लम्बा है , एक बहुत ही बड़ा tab है जिसमे 4 लोग एक साथ नाहा सकते है,
और एक tv भी है, और फर्श पर कुसन लगा हुआ है ,
=
हम दोनों अंदर गए में कमोड के पास गया और पेसाब करने ही वाला था की अम्मी ने मेरा लंड पकड लिया.
अम्मी= बेटा अब तेरे लंड और तेरे हर चीज पर मेरा हक है और अब तुम ये अपना पेसाब मेरे उपर कर ना ..
मुझे अजीब लग रहा था तभी अम्मी ने मुझको अपनी तरफ घुमाया और मेरे सामने निचे बेठ गयी ..
और मुझे अपने उपर (मुंह)
के उपर मुतने को कहा , मैंने अपने लंड को अम्मी के मुंह की तरफ करके पेसाब करना चालू किया ..
मेरे लंड से पेसाब की बोछार निकली और अम्मी के मुंह को भिगोने लगी ,
अम्मी मस्ती से मेरा पेसाब अपने शरीर पर गिरते देख रही थी तभी अम्मी ने अपना मुंह खोला और मेरा पेसाब पिने लगी ..
में फिर अवाक् था अम्मी मेरा पूरा पेसाब पी गयी ,
फिर अम्मी खड़ी हुई और मुझे अपनी चूत के सामने बेठने को कहा ,
अब सीन उल्टा था में अम्मी के सामने निचे बेठा था ..तभी चूत के अंदर से पेसाब की धार निकली
चूत से सुर्र्र सुर्र की आवाज आ रही थी जो बहुत ही प्यारी लग रही थी ..
अम्मी ने मुझे कहा = साहिल मेरा पेसाब टेस्ट नहीं करेगा बेटा ..
और मैंने अपना मुंह खोल कर चूत से लगा लिया ...
मेरे मुंह में गरमा गरम पेसाब भर गया , थोडा नमकीन टेस्ट था पर मजेदार था में अम्मी का पेसाब पिने लगा ...
फिर अम्मी ने मुझे उठाया और अपनी बांहों में भर लिया .
अम्मी = साहिल तुमने मुझे जन्नत का मज़ा दिया है तेरे अब्बू और भाई तो बस अपना पानी निकलना ही जानते है ..
पर तूने में चूत की बरोबर सिकाई की है ..
बेटा तुम क्या साडी जन्दगी मुझे यूँही चोदते रहोगे क्या ..
में = हाँ क्यों नहीं अम्मी पर अगर किसी को पता लगा तो ..
अम्मी = नहीं बेटा नहीं लगेगा तेरे भाईजान मुझे 3 साल से चोद रहे है किसी को खबर भी नहीं हुई है ...
में = अम्मी मुझे बताओ ना की भाईजान ने आपकी चुदाई केसे की पहली बार पूरी कहानी बताओ ना ..
अममी = साहिल सब बतादुंगी पर पहले तेरी झांटे साफ़ करती हूँ फिर हम दोनों साथ में नहायेंगे फिर पूरा दिन साथ में ही है,
ना सब बता दूंगी तुमको मेरे राजा ,
और अम्मी ने मुझे वही लेटा दिया और अलमारी से हेयर रिमूवर लाकर मेरे झांटे सफ्फ करने लगी मेरे लंड और गोलियों और गांड के छेद
पर से सारे बाल साफ कर दिए ..
और मेरी बगल के भी बाल साफ किये ,
फिर अम्मी ने बाथटब में आने को कहा और फिर हम दोनों ने एक दूजे को नहलाया खूब रगड रगड कर,
इसी दोरान एक बार चुदाई भी की हमने फिर हम रूम में आये मैंने कपडे पहन लिए और घड़ी देखि तो 4 बज गए थे,
मेरी छोटी बहिन नजमा के कोलेज से आने का टाइम हो गया था
भाईजान ने भी अपने शरीर पर चादर डाल ली,
अम्मी मेरे पास आई और मेरे कंधे पर अपना गोरा गोरा हाथ रखा,
और बोली= बेटा साहिल तुम कब आये
में = अम्मी अभी आया और में मेरे लेपटोप का चार्जर देख रहा था वो कल भाई को दिया था ,
अम्मी = ओह बेटा तेरे भाई का चार्जर तो में काम में ले रही थी क्यूंकि तेरे अब्बू का चार्जर काम नहीं करता है .
और में तेरे भाई को में सिखा रही थी की शादी के बाद तेरी भाभिजान को केसे
खुश रखना है और क्या क्या करना है,
और सब सब तुमको भी सिखा दूंगी बेटा पर ये बात तुम अपने अब्बू या किसी और को नहीं बताना साहिल.
मेरा सर सहमती में हिल गया और अम्मी नर मेरा सर चूम लिया और मुझे अपनी बांहों में भर लिया ,
उनके मोटे मोटे और सख्त बूब मेरी छातियो में गड गए.
फिर अम्मी बोली = साहिल बेटा क्या तेरी कोई girl फ्रेंड भी है क्या ,
में - नहीं अम्मी कोई नहीं है ,
अम्मी -- तो फिर केसे काम चलता है तु,
अम्मी = साहिल सच बोल ना इसकी प्यास केसे बुझाता है और अम्मी ने मेरा लंड पकड़ लिया,
मेरा लंड पहले से ही खड़ा था और में बतादू की भाईजान से मेरा लंड बड़ी भी था और मोटा भी .
मेरे बरमुडे के उपर से अम्मी ने मारा लंड पकड़ लिया ओह ओह मेरी सगी अम्मी ने ही मेरा लंड पकड़ लिया
वो भी मेरे सगे और बड़े भाईजान के सामने ही.
मेरा लंड तो जेसे फुल कर अम्मी को सलामी दे रहा था.
दोस्तों मेरी क्या हालत थी में बयान नहीं कर सकता हूँ .
मेरा पूरा बदन कंप रहा था और मेरा दिमाग मेरी अम्मी की चूत के बारें में ही सोच रहा था.
तभी भाईजान भी खड़े हो गए और मेरे पास आये और मुझसे बोले=साहिल तुम ये सोच रहे हो ना की में और अम्मी ये क्या कर रहे है तो भाई मेरे यह सब कुछ जायज है और देखो न फोरेन में तो यह सब आम है,
भाई बहिन मम्मी बेटा पापा बेटी दादा पोती सब लोग मज़ा करते है और इंजॉय भी करते है.
तभी अम्मी ने मेरा लंड मेरे बरमुडे से निकाल लिया.
फिर में अवाक् था पर अब मुझे चुदाई का चस्का लग चूका था,
और मुझे चूत के सिवा कुछ नहीं दिख रहा था फिर अम्मी की मस्त चूत तो थी ही गजब की ,
और फिर भाई जान ने tv पर एक इन्सेस्ट सेक्स की फिल्म लगा दी उसमे भाई बहिन और अम्मी अब्बू एक ही
साथ सेक्स कर रहे थे,
अम्मी ने मुझे बेड पर चलने को कहा और बोली = साहिल बेटा अब शर्म छोड़ दो और जिन्दगी का लुत्फ़ लो,
और अम्मी ने मेरी टी और बर्मुडा उतार दिया,
और,
जब अम्मी ने मेरे लंड की तरफ देखा तो उनकी आँख चमक उठी और अम्मी अपने होंठो पर जीभ फिरने लगी.
भाईजान पेग बना कर मेरे पास आये और बोले = साहिल इसको पी लो तो तेरी सारी शर्म दूर हो जाएगी.
मैंने पेग पी लिया
तभी अम्मी ने मेरा \लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई अम्मी के पीछे चाले गए और उन्होंने अपना लंड
अम्मी की गांड पर रगड़ना चालू किया और अम्मी के बूब भी दबाने लगे ..
मेरा लंड अम्मी के मुंह को चोद रहा था,
और अम्मी अब सिस्याने लगी थी तभी भाई ने अम्मी को खड़ा किया,
और मुझे बोले = साहिल मेरे भाई आजा आज अम्मी को दोनों तरफ से चोदते है ,
बिलकुल विदेशी तरीके से तुम अम्मी की चूत मरो और में गांड मरता हूँ.
अम्मी = हां मेरे बेटे ऐसा ही करो ना दोनों ..
रहमान पर क्रीम लगा लो न अपने लंड पर आजा मेरे बेटे और अम्मी हम दोनों के बिच में खड़ी हो गयी,
भाई ने अपने लंड पर क्रीम लगई और अम्मी की गंद में लंड डाल दिया, वही में अम्मी की मस्त चूत में अपना लंड दाल दिया.
मेरा लंड जब अम्मी की चूत में घुसा तो मुझे अम्मी की चूत चाची की चूत से टाइट महसूस हुई और अम्मी मुझे चूमने लगी और
हम दोनों को उकसाने लगी ....
फिर चुदाई का दोर शुरू हो गया ,
रहमान भाई थोड़ी ही देर में अपना पानी निकाल बेठे और अम्मी की गांड में ही अपना पानी गिरा दिया ...
में अपना लंड अभी भी अम्मी की चूत में डाल रहा था और अम्मी मस्ती से चुद रही थी ...
हाँ तो दोस्तों कारीब बीस मिनिट के बाद मेरा भी पानी निकल गया और में अम्मी की चूत के अंदर ही झड गया.
तभी भाईजान अम्मी से बोले = अम्मी में तो निचे जाता हूँ,अम्मी ने कहा की ठीक है
रहमान और भाईजान निचे चाले गए.
मैंने भिया अम्मी से कहा तो अम्मी ने कहा = साहिल तू यंही रह ना सुबह सुबह एक बार और चुदाई करेंगे .
में फिर वहीँ अम्मी के साथ ही उनके बेड पर सो गया.
हम दोनों अभी भी नंगे ही थे मैंने अपने कपडे पहनने चाहे तो अम्मी ने मना कर दिया.
सुबह के करीब 6 बजे मेरे लंड पर कुछ गिला सा लगा तो मेरी आंख खुल गयी.
मेरी अम्मी मेरा लंड चूस रही थी, और अम्मी ने अपनी चूत मेरे मुंह के पास कर रखी थी,
उनकी चूत से भीनी भीनी खसबू आ रही थी और अभी तक मेरे लंड का पानी उनकी चूत में ही था.
=
फिर अम्मी ने मुझसे कहा की में उनकी चूत चाट लू और अम्मी मेरी गोलिया चूस रही थी और मेरे गंद का छेद भी चाट रही थी ,
बिलकुल किसी xxx फिल्म की तरह और क्या लगती है मेरी अम्मी ..
मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने अम्मी की चूत पर अपनी जीभ लगादी .
चूत हलकी सी गरम थी और फडफडा सी रही थी क्या स्वाद था मेरी अम्मी की चूत के छेद का वाह मुझे तो वो जन्नत ही लग रहा था,
क्या मस्त चूत है अम्मी की बिलकुल सुर्ख लाल रंग की चूत और झांट एक भी नहीं ,
अम्मी मुझे किसी हिरोइन की तरह लग रही थी और चूत किसी मिठाई की तरह ..
में अब जी लगाकर अम्मी की चूत चाट रहा था और अपनी जीभ गोल कर कर के चूत को जीभ से चोद रहा था .
=
मेरा 7'' इंच का लंड अम्मी बिलकुल आइस क्रीम की तरह चूस रही थी,
उनकी छतिया मेरे पेट पर थी हम 69 की अवस्था में लेते हुए थे ,
अम्मी की चूत से थोडा थोडा पानी चु रहा था बड़ा ही मजेदार स्वाद था चूत के पानी का ,
ये सब करीब दस मिनिट चला और अम्मी फिर खड़ी हो गयी, और बोली=साहिल अब मुझसे से रहा नहीं जा रहा है,
बेटा तुम अब मेरी चूत को अपने लंड से से दबाकर चोदो ना और चाहो तो गांड भी मारो ना मेरे बेटे ..
=
अब मेरा लंड आपे से बहार हो रहा था मैंने अम्मी की मस्त चिकनी चूत में अपना लंड डाल कर ठोक ठोक करने लगा ,
अम्मी = डाल मेरे बच्चे अपना पूरा लंड डाल दे अपनी अम्मी की चूत में मेरे राजा आहा आहा आ आ आ सी सी सी उ ऊ ऊऊ आ डाल औरडाल
सीसिसिसिसी आहा हा आःह्ह आआह्ह्ह उई उई उई
उई उई उई
उई मेरे बेटे चोद ले ना अम्मी को .....
में = हाँ अम्मी हाँ ..
और हम अम्मी बेटे करीब बीस मिनिट यूँही चुदाई करते रहे फिर अम्मी का पानी निकल गया और करीब दो मिनिट में मेरा भी पानी
अम्मी की चूत में ही छुट गया ..
फिर अम्मी में बांहों में आ गयी और बोली = साहिल आज तुम कॉलेज मत जाना आज सब के जाने के बाद मस्त चुदाई करेंगे,
और बेटा तेरी झांटे भी साफ़ करणी है और हाँ तेरे अब्बू भी तिन दिन नहीं आयेंगे तो तिन दिन के लिये कोलेज से छुट्टी मर लो ना ..
मेरा भी मन अब अम्मी की चूत में लगा गया था सो मैंने भी हामी भरदी ....
फिर चुदाई के बाद में नंगा ही अम्मी के बिस्तर पर सो गया.
करीब 12 बजे आँख खुली तो देखा की अम्मी नंगी ही खिड़की के पास खड़ी है और निचे देख रही है,
में उनके करीब गया और उनको पीछे से पकड़ लिया और बांहों में भर लिया,
अम्मी = मेरा राजा उठ गया क्या, तेरी बहिन कोलेज जा चुकी है और भाईजान शॉप पर चाले गए है,
में= ठीक है अम्मी आप क्या देख रही हो बहार (खिड़की के सामने थोडा जंगल जेसा था)
अम्मी = बहार एक कुता और कुतिया चुदाई कर रहे थे ओह आल्लाह क्या मस्त चुदाई करी कुते नें पुरे आधा घंटे
कुतिया की चूत का कीमा बना दिया और देखो, अब कुतिया की चूत में उसका लंड अटक गया है,
मैंने बहार देखा सच में कुते का लंड कुतिया की चूत में अटका हुआ था और कुता बेचारा कुतिया के पीछे घसीट रहा था ....
=
ये नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और अम्मी के गांड के छेद से जाकर लग गया .
अम्मी = साहिल क्या बात है सुबह सुबह ही लंड खड़ा हो गया है.
में = अम्मी ये नज़ारा ही ऐसा है अम्मी ...पर मुझे अभी पेशाब करना है
अम्मी चल न फिर बाथरूम मुझे भी पेसाब लग रही है ,
=
में आपको अम्मी के बाथरूम के बारे में बतादू ..
करीब 30 फुट छोड़ा और 25 फुट लम्बा है , एक बहुत ही बड़ा tab है जिसमे 4 लोग एक साथ नाहा सकते है,
और एक tv भी है, और फर्श पर कुसन लगा हुआ है ,
=
हम दोनों अंदर गए में कमोड के पास गया और पेसाब करने ही वाला था की अम्मी ने मेरा लंड पकड लिया.
अम्मी= बेटा अब तेरे लंड और तेरे हर चीज पर मेरा हक है और अब तुम ये अपना पेसाब मेरे उपर कर ना ..
मुझे अजीब लग रहा था तभी अम्मी ने मुझको अपनी तरफ घुमाया और मेरे सामने निचे बेठ गयी ..
और मुझे अपने उपर (मुंह)
के उपर मुतने को कहा , मैंने अपने लंड को अम्मी के मुंह की तरफ करके पेसाब करना चालू किया ..
मेरे लंड से पेसाब की बोछार निकली और अम्मी के मुंह को भिगोने लगी ,
अम्मी मस्ती से मेरा पेसाब अपने शरीर पर गिरते देख रही थी तभी अम्मी ने अपना मुंह खोला और मेरा पेसाब पिने लगी ..
में फिर अवाक् था अम्मी मेरा पूरा पेसाब पी गयी ,
फिर अम्मी खड़ी हुई और मुझे अपनी चूत के सामने बेठने को कहा ,
अब सीन उल्टा था में अम्मी के सामने निचे बेठा था ..तभी चूत के अंदर से पेसाब की धार निकली
चूत से सुर्र्र सुर्र की आवाज आ रही थी जो बहुत ही प्यारी लग रही थी ..
अम्मी ने मुझे कहा = साहिल मेरा पेसाब टेस्ट नहीं करेगा बेटा ..
और मैंने अपना मुंह खोल कर चूत से लगा लिया ...
मेरे मुंह में गरमा गरम पेसाब भर गया , थोडा नमकीन टेस्ट था पर मजेदार था में अम्मी का पेसाब पिने लगा ...
फिर अम्मी ने मुझे उठाया और अपनी बांहों में भर लिया .
अम्मी = साहिल तुमने मुझे जन्नत का मज़ा दिया है तेरे अब्बू और भाई तो बस अपना पानी निकलना ही जानते है ..
पर तूने में चूत की बरोबर सिकाई की है ..
बेटा तुम क्या साडी जन्दगी मुझे यूँही चोदते रहोगे क्या ..
में = हाँ क्यों नहीं अम्मी पर अगर किसी को पता लगा तो ..
अम्मी = नहीं बेटा नहीं लगेगा तेरे भाईजान मुझे 3 साल से चोद रहे है किसी को खबर भी नहीं हुई है ...
में = अम्मी मुझे बताओ ना की भाईजान ने आपकी चुदाई केसे की पहली बार पूरी कहानी बताओ ना ..
अममी = साहिल सब बतादुंगी पर पहले तेरी झांटे साफ़ करती हूँ फिर हम दोनों साथ में नहायेंगे फिर पूरा दिन साथ में ही है,
ना सब बता दूंगी तुमको मेरे राजा ,
और अम्मी ने मुझे वही लेटा दिया और अलमारी से हेयर रिमूवर लाकर मेरे झांटे सफ्फ करने लगी मेरे लंड और गोलियों और गांड के छेद
पर से सारे बाल साफ कर दिए ..
और मेरी बगल के भी बाल साफ किये ,
फिर अम्मी ने बाथटब में आने को कहा और फिर हम दोनों ने एक दूजे को नहलाया खूब रगड रगड कर,
इसी दोरान एक बार चुदाई भी की हमने फिर हम रूम में आये मैंने कपडे पहन लिए और घड़ी देखि तो 4 बज गए थे,
मेरी छोटी बहिन नजमा के कोलेज से आने का टाइम हो गया था
No comments:
Post a Comment