FUN-MAZA-MASTI
अजीब इंतकाम -1
ये मेरे कॉलेज लाइफ की कहानी है जब मे 1स्ट एअर मे था हमारी क्लास मे ऐक लड़की थी जिस का नाम उज़मा था बड़े टाइट थे उस के मम्मे बड़े गोल और सुडोल थे और खास कर कि उस की बॅक का हिसा यानी उस की गंद देखने से तालूक़ रखती थी ऐक तो जींस इतना टाइट उपेर से कपड़े ऐसी पहन कर आती थी की सारे कॉलेज की नज़रे उस पर होती थी जब वो कॉलेज आती थी तो उस की गांद देख कर सब लड़को की लंड खड़े हो जाते थे और उस मे से बेचारे कितने बाथरूम मे जा कर मूठ मारते थे यू तो यह चालू लड़की थी मगर यह हर ऐक से नही चुदवाति थी यह बड़ी बड़ी असामी घेरती थी कोई ना कोई नया बंदा इस को रोज गाड़ी मे छोड़ने आता था मुझे भी मालूम था की यह मॉडर्न रंडी है मेरी भी उस पर नज़र थी मगर अपना ऐक उसूल है की किसी से ज़बरदस्ती नही करते अगर राज़ी खुशी से बात बन जाइ तो बहतेर होता है ऐक दिन मेरी मेरे दोस्त से शर्त लगी कि तू इस को चोद नही सकता मे ने कहा ऐसी बात नही है उस ने कहा ट्राइ कर के देख ले मुझे भी पता था की यह हम जेसे कन्ग्लो को घास नही डाले गी मगर मैं ने सोचा की ऑफर करने मे क्या हर्ज है दो दिन बाद वॉलनटाइन डे था मे भी गुलाब और कार्ड ले कर उस की पास चला गया वो उस वक़्त कॉलेज की बँच पर अकेली बैठी थी मे ने उस को गुलाब दिया कार्ड दिया और हॅपी वॉलनटाइन बोला उस का चेहरा तो गुस्से से लाल हो गया था कि मेरी केसे मज़ाल कि मे उस को गुलाब दू खेर मे ने भी तीर चलाया दोनो चीज़ देने के बाद मे ने उस को हॅपी वेलनटाइन कहा और साथ मे अपने लंड को सहलाते हुए उस से कहा हमे भी तो कभी मौका दो हमे भी अपनी पियास बुझानी है वो एक दम से गुस्से मे आ गई और बोली मेरे साथ सोना तुम जेसे ना मर्द का काम नही पहले मर्द बनो और तुम जैसे कन्ग्लो के मे मुँह नही लगती मे ने कहा ऐक दफ़ा चुदवा कर ट्राइ कर्लो पता चल जाइ गा की मर्द किसे कहते है वो और गुस्से मे आ गई ओर मेरे फूल और कार्ड को ज़मीन पर फेक दिया और पाव से मसल दिया मैं वाहा से चला आया मगर दिल मे सोच लिया कि इस उज़मा को तो मे मज़ा चखाउगा यह किसी तरह मेरे जाल मे फस जाइ फिर देखो इस की फुददी केसे फाड़ता हू टाइम निकलता गया जब साल सेशन ख़तम होने लगा तो कोल्लेज वालो ने पिक्निक का प्रोग्राम बनाया फार्म पर जाने का पहले तो पूरी क्लास तय्यार हो गई लेकिन बाद मे आधे से ज़यादा स्टूडेंट ने ना कह दी फार्म तो बुक हो चुका था तो कॉलेज मे यह डिसाइड हुआ की इस पिक्निक पर आप अपने साथ किसी गेस्ट को ला सकते हो मे ने भी अपने ऐक दोस्त को साथ लिया मुझे पता था कि उज़मा भी इस पिक्निक पर है उस ने अपने ऐक बाय्फ्रेंड को साथ लिया इस बंदे से मेरी सलाम दुआ था क्यूंकी वह अक्सर उज़मा के चक्कर मे कोल्लेज आता था खेर नाइट आउट का प्रोग्राम था वेडनेसडे को जाना था हम 4 पी.एम. को निकलने वाले थे मगर 7 तो यही बज गये खैर जैसे तैसे कर के बस चली उज़मा का बॉय फ्रेंड अज़ीम मेरी साथ वाली सीट पर आकर बैठा क्योंकि उस की किसी से दोस्ती नही थी मेरी भी थोड़ी बहुत थी बड़ा ही स्मार्ट लड़का था 18 साल की उमर होगी बहुत ही हाड्सॅम था अपनी ज़ुबान मे बोले तो बहुत ही चिकना था वो मेरे साथ बैठा था मगर कंफर्टबल नही था बार बार अपने लंड को अडजेस्ट कर रह था खैर हम फार्म पर पहुँचे काफ़ी बड़ा फार्म हाउस था और सारा फार्म हाउस हम को दे दियाः था बहुत से कमरे थे सब ने अपना समान रखा मे ने जान कर उज़मा के बराबर वाला कमरा लिया सब ने खाना खाया और बाहर लॉन मे आकर बैठ गयी कुछ डियर बाद उज़मा उठ कर अंदर चली गई मैं उस पर नज़र रखे हुए था खैर कुछ देर बाद मे भी उठ कर अपनी कमरे मे आया मुझे सलवार कमीज़ पहनना था ताकी कंफर्ट हो जाउ कमरे मे जाते हुए सोचने लगा कि क्या करू इस उज़मा को केसे फासू मे इस का इंतेज़ाम कर के आया था और प्लाननिग भी बना ली थी खैर मे अपने कमरे मे गया और सोचा चलो ज़रा बदन पर पानी डाल कर कपड़े चेंज कर लेता हू मे ने बाथरूम का बल्ब जलाया तो वो फ्यूज था मे ऐसे ही बाथरूम मे चला गया अंदर गया तो मुझे बराबर वाले रूम से बातो की आवाज़ आने लगी यह कमरे इस तरह से बने हुए थे कि ऐक कमरे की बाथ रूम की जाली दोसरे कमरे मे थी मे ने देखा तो बाथ रूम की जाली थोरी टूटी हुई थी मे ने इधर उधर देखा कि कोई चीज़ हो जिस पर चढ़ कर मैं जाली मे देख सकू कमरे के बाहर पेप्सी की लॅटर बोत्तेल की खाली प्लास्टिक की क्रेट थी मे ने वो उठा या और उस पर चढ़ गया अब मुझे टूटी जाली से दोसरा कमरा नज़र आ रहा था उस मे उँज़मा बेड पर बैठी थी ओर अज़ीम खड़ा था मे ने जल्दी सी अपने हॅंडी केमरा ले कर एयाया दिल मे कहा की आज अपना काम बन गया अज़ीम उज़मा से कह रहा था कि चालू नाइटी उतारो मुझे तुम को चोदना है मगर उज़मा मना कर रही थी कि कोई आ जाए गा मगर अज़ीम जोस मे था बोला आज तो तेरी फुददी फाड़ कर रहू गा अब मुझ सी बर्दास्त नही होता उस ने सिर्फ़ स्वीमिंग कोस्टूम पहना हुआ था उस ने उस को उतारा तो उस का लंड साँप की तरह बाहर आ गया साइज़ तो ज़ियादा बड़ा नही था मगर मोटा ज़रूर था मे ने सोचा कि आज तू उज़मा कि यह एम/सी बी/सी कर दे गा मेरा तो दिल इस बंदे पर आ गया क्या गोरा चितता बदन था यह मोटी गंद और जिस्म पर ऐक भी बॉल नही मे ने सोचा की उज़मा की चूत तो आज नही मिले गी पिक्निक का मज़ा इस की गंद मार कर ही डबल होगा उज़मा ने तना हुआ लंड देखा तो उस की सीटी गुम हो गई उस ने अज़ीम से पहुँच यह क्या है तो उस ने कहा कि मे दो कॅप्सुल विगिरा की खा कर आया था मे ने सोचा अब इस रंडी की खैर नही उज़मा मानने को तय्यार नही थी तो अज़ीम ने कहा देख सराफत से मान जा वरना मे ज़बरदस्ती करूँगा और तेरे चेहरे वगेरा पर निशान आ गया तो बहेर नही निकल सके गी खैर उस को मानना पड़ा उस ने मेक्सी की तरह की नाइटी पहन रखी थी जैसे ही उसने नाइटी उतारी उजमा का गोरा रंग चमक उठा उसने नीचे कुछ भी नही पहना हुआ था अज़ीम बोला किस का इंतिज़ार कर रही थी बोला पैसे हम खरच करे और मज़े कोई ओर उठाए अज़ीम ने उस को घसीटा टांगे उठाई और अपना लंड ऐक झटके ही उस की चूत मे डाल दिया उज़मा की चूत खुली होनी के बावजूद उस की चीख निकल गई फिर उस ने उजमा को कुतिया की तरह चोदना शुरू कर दीया उस दिन अज़ीम जुनून मे था ओर कुछ विगिरा का असर था वो बड़ी बेदर्दी से उज़मा को चोद रहा था बहुत जोश मे था लगता था आज अपनी बरसो की प्यास आज ही बुझा लेगा उस ने उज़मा को हर स्टाइल सी चोदा कभी टाँगे उठा कर कभी डोगी स्टाइल से कभी खड़ा कर के कभी अपने लोड्े पर बिठा कर कभी ऐक टांग उँची कर के उस को देख कर मे भी गरम हो रहा था ओर मेरा लंड भी साँप की तरह खड़ा हुआ था खैर मे ने सोचा अभी फारिग हो जाए गा वो तक़रीबन 25 मिनूट बाद फारिग हुआ मगर उस ने उज़मा की ऐसी की तैसी कर दी फारिग हो कर वो उज़मा पर लेट गया मे समझा चलो काम पूरा होगया थोड़ी देर मे वो उठा ओर अपना लंड बाहर निकाला तो वो बिल्कुल लाल सुर्ख हो रहा था ओर वैसे ही तना हुआ था जैसी बॅमबू उस ने उज़मा से कहा की मे ठंडा नही हुआ मेरा लॉरा अभी भी खड़ा है उज़मा ने कहा चोद तो लिया अब मे क्या करू उस ने कहा मे अब तुम्हारे माउथ (मुँह) मे चोदू गा उज़मा ने मना किया मगर अज़ीम पर तो जुनून सवार था उस ने उज़मा के बाल पकड़े ओर अपना लंड उस के मूह मे घुसा दिया और मूह को चोदने लगा जैसे ही लॉरा पूरा मुँह मे जाता उज़मा की हालत खराब हो जाती कुछ देर तो यह तमासा चलता रहा फिर शायद अज़ीम को लगा कि उजमा को कुछ हो गया तो मुसीबत हो जाए गी उस ने उस की मुँह से लोडा निकाला ओर उस को कहा कि अपने दोनो बॉब्स आपस मे मिलाए उज़मा ने ऐसा किया ओर उस ने अपना लंड उस मे घुसा दिया और झटके मारने लगा बड़ी मुस्किल से फारिग हुआ अब मे भी खड़े खड़े थक गया था मे ने सोचा चलो बच्चा ठंडा हो गया मे उतरने वाला था की अज़ीम की आवाज़ आयी की अब मे तेरी गंद मारु गा उज़मा कहनी लगी नही इस से मेरा शेप खराब हो जाइ गा तो अज़ीम बोला तुझे शॉपिंग करवा के मेरा बॅंक बॅलेन्स खराब हो गया ओर तू कहती है मेरा शेप खराब हो जाइ गा दूसरो से गंद मरवाती है मेरी बारी आयी तो नखरे चोदने लगी चल अच्छे बच्चो की तरह गंद दे दे वरना…………. खैर उस ने ज़बरदस्ती उस को डोगी बनाया ओर अपना लंड उज़मा की गंद मे डाल दिया इतना जोश मे था कि तेल या थूक या कॉंडम लगाने की ज़रूरत भी महसूस नही की वो चीखती रही अज़ीम उस के मुँह पर हाथ रख कर गंद मारता रहा मे तो थक गया था ओर मेरा काम भी होगया था मुझे जो फिल्म लेनी थी वो ले ली थी मे नीचे उतरा कपड़े चेंज किए और बाहर आ गया कुछ आधे घंटे बाद किसी काम से दोबारा रूम मे गया तो मे ने सोचा की देखू तो दोनो के क्या हाल हैं क्रमशः.....................
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
अजीब इंतकाम -1
ये मेरे कॉलेज लाइफ की कहानी है जब मे 1स्ट एअर मे था हमारी क्लास मे ऐक लड़की थी जिस का नाम उज़मा था बड़े टाइट थे उस के मम्मे बड़े गोल और सुडोल थे और खास कर कि उस की बॅक का हिसा यानी उस की गंद देखने से तालूक़ रखती थी ऐक तो जींस इतना टाइट उपेर से कपड़े ऐसी पहन कर आती थी की सारे कॉलेज की नज़रे उस पर होती थी जब वो कॉलेज आती थी तो उस की गांद देख कर सब लड़को की लंड खड़े हो जाते थे और उस मे से बेचारे कितने बाथरूम मे जा कर मूठ मारते थे यू तो यह चालू लड़की थी मगर यह हर ऐक से नही चुदवाति थी यह बड़ी बड़ी असामी घेरती थी कोई ना कोई नया बंदा इस को रोज गाड़ी मे छोड़ने आता था मुझे भी मालूम था की यह मॉडर्न रंडी है मेरी भी उस पर नज़र थी मगर अपना ऐक उसूल है की किसी से ज़बरदस्ती नही करते अगर राज़ी खुशी से बात बन जाइ तो बहतेर होता है ऐक दिन मेरी मेरे दोस्त से शर्त लगी कि तू इस को चोद नही सकता मे ने कहा ऐसी बात नही है उस ने कहा ट्राइ कर के देख ले मुझे भी पता था की यह हम जेसे कन्ग्लो को घास नही डाले गी मगर मैं ने सोचा की ऑफर करने मे क्या हर्ज है दो दिन बाद वॉलनटाइन डे था मे भी गुलाब और कार्ड ले कर उस की पास चला गया वो उस वक़्त कॉलेज की बँच पर अकेली बैठी थी मे ने उस को गुलाब दिया कार्ड दिया और हॅपी वॉलनटाइन बोला उस का चेहरा तो गुस्से से लाल हो गया था कि मेरी केसे मज़ाल कि मे उस को गुलाब दू खेर मे ने भी तीर चलाया दोनो चीज़ देने के बाद मे ने उस को हॅपी वेलनटाइन कहा और साथ मे अपने लंड को सहलाते हुए उस से कहा हमे भी तो कभी मौका दो हमे भी अपनी पियास बुझानी है वो एक दम से गुस्से मे आ गई और बोली मेरे साथ सोना तुम जेसे ना मर्द का काम नही पहले मर्द बनो और तुम जैसे कन्ग्लो के मे मुँह नही लगती मे ने कहा ऐक दफ़ा चुदवा कर ट्राइ कर्लो पता चल जाइ गा की मर्द किसे कहते है वो और गुस्से मे आ गई ओर मेरे फूल और कार्ड को ज़मीन पर फेक दिया और पाव से मसल दिया मैं वाहा से चला आया मगर दिल मे सोच लिया कि इस उज़मा को तो मे मज़ा चखाउगा यह किसी तरह मेरे जाल मे फस जाइ फिर देखो इस की फुददी केसे फाड़ता हू टाइम निकलता गया जब साल सेशन ख़तम होने लगा तो कोल्लेज वालो ने पिक्निक का प्रोग्राम बनाया फार्म पर जाने का पहले तो पूरी क्लास तय्यार हो गई लेकिन बाद मे आधे से ज़यादा स्टूडेंट ने ना कह दी फार्म तो बुक हो चुका था तो कॉलेज मे यह डिसाइड हुआ की इस पिक्निक पर आप अपने साथ किसी गेस्ट को ला सकते हो मे ने भी अपने ऐक दोस्त को साथ लिया मुझे पता था कि उज़मा भी इस पिक्निक पर है उस ने अपने ऐक बाय्फ्रेंड को साथ लिया इस बंदे से मेरी सलाम दुआ था क्यूंकी वह अक्सर उज़मा के चक्कर मे कोल्लेज आता था खेर नाइट आउट का प्रोग्राम था वेडनेसडे को जाना था हम 4 पी.एम. को निकलने वाले थे मगर 7 तो यही बज गये खैर जैसे तैसे कर के बस चली उज़मा का बॉय फ्रेंड अज़ीम मेरी साथ वाली सीट पर आकर बैठा क्योंकि उस की किसी से दोस्ती नही थी मेरी भी थोड़ी बहुत थी बड़ा ही स्मार्ट लड़का था 18 साल की उमर होगी बहुत ही हाड्सॅम था अपनी ज़ुबान मे बोले तो बहुत ही चिकना था वो मेरे साथ बैठा था मगर कंफर्टबल नही था बार बार अपने लंड को अडजेस्ट कर रह था खैर हम फार्म पर पहुँचे काफ़ी बड़ा फार्म हाउस था और सारा फार्म हाउस हम को दे दियाः था बहुत से कमरे थे सब ने अपना समान रखा मे ने जान कर उज़मा के बराबर वाला कमरा लिया सब ने खाना खाया और बाहर लॉन मे आकर बैठ गयी कुछ डियर बाद उज़मा उठ कर अंदर चली गई मैं उस पर नज़र रखे हुए था खैर कुछ देर बाद मे भी उठ कर अपनी कमरे मे आया मुझे सलवार कमीज़ पहनना था ताकी कंफर्ट हो जाउ कमरे मे जाते हुए सोचने लगा कि क्या करू इस उज़मा को केसे फासू मे इस का इंतेज़ाम कर के आया था और प्लाननिग भी बना ली थी खैर मे अपने कमरे मे गया और सोचा चलो ज़रा बदन पर पानी डाल कर कपड़े चेंज कर लेता हू मे ने बाथरूम का बल्ब जलाया तो वो फ्यूज था मे ऐसे ही बाथरूम मे चला गया अंदर गया तो मुझे बराबर वाले रूम से बातो की आवाज़ आने लगी यह कमरे इस तरह से बने हुए थे कि ऐक कमरे की बाथ रूम की जाली दोसरे कमरे मे थी मे ने देखा तो बाथ रूम की जाली थोरी टूटी हुई थी मे ने इधर उधर देखा कि कोई चीज़ हो जिस पर चढ़ कर मैं जाली मे देख सकू कमरे के बाहर पेप्सी की लॅटर बोत्तेल की खाली प्लास्टिक की क्रेट थी मे ने वो उठा या और उस पर चढ़ गया अब मुझे टूटी जाली से दोसरा कमरा नज़र आ रहा था उस मे उँज़मा बेड पर बैठी थी ओर अज़ीम खड़ा था मे ने जल्दी सी अपने हॅंडी केमरा ले कर एयाया दिल मे कहा की आज अपना काम बन गया अज़ीम उज़मा से कह रहा था कि चालू नाइटी उतारो मुझे तुम को चोदना है मगर उज़मा मना कर रही थी कि कोई आ जाए गा मगर अज़ीम जोस मे था बोला आज तो तेरी फुददी फाड़ कर रहू गा अब मुझ सी बर्दास्त नही होता उस ने सिर्फ़ स्वीमिंग कोस्टूम पहना हुआ था उस ने उस को उतारा तो उस का लंड साँप की तरह बाहर आ गया साइज़ तो ज़ियादा बड़ा नही था मगर मोटा ज़रूर था मे ने सोचा कि आज तू उज़मा कि यह एम/सी बी/सी कर दे गा मेरा तो दिल इस बंदे पर आ गया क्या गोरा चितता बदन था यह मोटी गंद और जिस्म पर ऐक भी बॉल नही मे ने सोचा की उज़मा की चूत तो आज नही मिले गी पिक्निक का मज़ा इस की गंद मार कर ही डबल होगा उज़मा ने तना हुआ लंड देखा तो उस की सीटी गुम हो गई उस ने अज़ीम से पहुँच यह क्या है तो उस ने कहा कि मे दो कॅप्सुल विगिरा की खा कर आया था मे ने सोचा अब इस रंडी की खैर नही उज़मा मानने को तय्यार नही थी तो अज़ीम ने कहा देख सराफत से मान जा वरना मे ज़बरदस्ती करूँगा और तेरे चेहरे वगेरा पर निशान आ गया तो बहेर नही निकल सके गी खैर उस को मानना पड़ा उस ने मेक्सी की तरह की नाइटी पहन रखी थी जैसे ही उसने नाइटी उतारी उजमा का गोरा रंग चमक उठा उसने नीचे कुछ भी नही पहना हुआ था अज़ीम बोला किस का इंतिज़ार कर रही थी बोला पैसे हम खरच करे और मज़े कोई ओर उठाए अज़ीम ने उस को घसीटा टांगे उठाई और अपना लंड ऐक झटके ही उस की चूत मे डाल दिया उज़मा की चूत खुली होनी के बावजूद उस की चीख निकल गई फिर उस ने उजमा को कुतिया की तरह चोदना शुरू कर दीया उस दिन अज़ीम जुनून मे था ओर कुछ विगिरा का असर था वो बड़ी बेदर्दी से उज़मा को चोद रहा था बहुत जोश मे था लगता था आज अपनी बरसो की प्यास आज ही बुझा लेगा उस ने उज़मा को हर स्टाइल सी चोदा कभी टाँगे उठा कर कभी डोगी स्टाइल से कभी खड़ा कर के कभी अपने लोड्े पर बिठा कर कभी ऐक टांग उँची कर के उस को देख कर मे भी गरम हो रहा था ओर मेरा लंड भी साँप की तरह खड़ा हुआ था खैर मे ने सोचा अभी फारिग हो जाए गा वो तक़रीबन 25 मिनूट बाद फारिग हुआ मगर उस ने उज़मा की ऐसी की तैसी कर दी फारिग हो कर वो उज़मा पर लेट गया मे समझा चलो काम पूरा होगया थोड़ी देर मे वो उठा ओर अपना लंड बाहर निकाला तो वो बिल्कुल लाल सुर्ख हो रहा था ओर वैसे ही तना हुआ था जैसी बॅमबू उस ने उज़मा से कहा की मे ठंडा नही हुआ मेरा लॉरा अभी भी खड़ा है उज़मा ने कहा चोद तो लिया अब मे क्या करू उस ने कहा मे अब तुम्हारे माउथ (मुँह) मे चोदू गा उज़मा ने मना किया मगर अज़ीम पर तो जुनून सवार था उस ने उज़मा के बाल पकड़े ओर अपना लंड उस के मूह मे घुसा दिया और मूह को चोदने लगा जैसे ही लॉरा पूरा मुँह मे जाता उज़मा की हालत खराब हो जाती कुछ देर तो यह तमासा चलता रहा फिर शायद अज़ीम को लगा कि उजमा को कुछ हो गया तो मुसीबत हो जाए गी उस ने उस की मुँह से लोडा निकाला ओर उस को कहा कि अपने दोनो बॉब्स आपस मे मिलाए उज़मा ने ऐसा किया ओर उस ने अपना लंड उस मे घुसा दिया और झटके मारने लगा बड़ी मुस्किल से फारिग हुआ अब मे भी खड़े खड़े थक गया था मे ने सोचा चलो बच्चा ठंडा हो गया मे उतरने वाला था की अज़ीम की आवाज़ आयी की अब मे तेरी गंद मारु गा उज़मा कहनी लगी नही इस से मेरा शेप खराब हो जाइ गा तो अज़ीम बोला तुझे शॉपिंग करवा के मेरा बॅंक बॅलेन्स खराब हो गया ओर तू कहती है मेरा शेप खराब हो जाइ गा दूसरो से गंद मरवाती है मेरी बारी आयी तो नखरे चोदने लगी चल अच्छे बच्चो की तरह गंद दे दे वरना…………. खैर उस ने ज़बरदस्ती उस को डोगी बनाया ओर अपना लंड उज़मा की गंद मे डाल दिया इतना जोश मे था कि तेल या थूक या कॉंडम लगाने की ज़रूरत भी महसूस नही की वो चीखती रही अज़ीम उस के मुँह पर हाथ रख कर गंद मारता रहा मे तो थक गया था ओर मेरा काम भी होगया था मुझे जो फिल्म लेनी थी वो ले ली थी मे नीचे उतरा कपड़े चेंज किए और बाहर आ गया कुछ आधे घंटे बाद किसी काम से दोबारा रूम मे गया तो मे ने सोचा की देखू तो दोनो के क्या हाल हैं क्रमशः.....................
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment