Friday, December 12, 2014

FUN-MAZA-MASTI मेरी बीवी बनी रण्डी-2

FUN-MAZA-MASTI


मेरी बीवी बनी रण्डी-2


“मेरी बीवी बनी रण्डी – 1” से आगे की कहानी …
तो दोस्तों फिर अपनी साली मीनू और उसके देवर मनोज को अपनी चुदाई के प्रोग्राम में शामिल करने की योजना बनाते बनाते पिछले एपिसोड में मैंने अपनी पत्नि रेणु की चूत उँगलियों से चोद चोदकर उसे कैसे खल्लास कर दिया था वह भाग 1 में पढ़ें। तभी खल्लास होने के बाद मेरी पत्नि रेणु मेरे सीने से चिपक कर मुझे चूमने लगी और में उसकी चूचियाँ मसलता रहा। फिर थोड़ी देर में वो बिलकुल ठीक हुई तो उठकर मेरे पास में बैठ गई और फिर में लेटा रहा और वो मेरे खड़े लंड को सहलाने लगी। तभी मेरा लंड उत्तेजना से लपलपा रहा था और मेरे लंड को पकड़े हुए ही वह झुककर उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रखकर एक लम्बा चुम्बन लिया और अपनी जीभ मेरे मुंह में डालने लगी।
फिर मैंने थोड़ा सा अपना मुंह खोलकर उसकी जीभ को अन्दर जाने का रास्ता बना दिया। तभी वह अपनी जीभ मेरे मुंह में डालकर अन्दर घुमाने लगी मानो की वो अपनी जीभ से मेरा मुंह चोद रही हो। तभी थोड़ी देर में में अपनी जीभ उसकी जीभ पर रगड़ने लगा और फिर उसे चूसने लगा। फिर कभी में उसका तो कभी वो मेरी जीभ चूसने लगे और में उसके बालों को सहलाता हुये उसकी चूचियों को मसलने लगा। तभी कुछ देर बाद वह मेरी छाती को चूमने लगी फिर वो मेरे निप्पल को चाटने और चूसने लगी। तभी इससे में बहुत ताव में आ गया और फिर मैंने उसे पकड़कर उसके सर को हाथों से थोड़ा उठाकर उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया। तभी वो मेरे लंड को चूसने लगी और में बीच बीच मे अपनी कमर हिलाकर अपने लंड से उसका मुंह चोदने लगा। तभी उसने मुझे लेटने का इशारा किया फिर में लेट गया और मेरे पास में बैठकर वो मेरा लंड चूसने लगी।
फिर रेणु मेरा लंड जड़ तक अपने मुहं में लेती और मेरा लंड उसके गले तक पहुंच जाता और फिर बाहर निकालकर जीभ से चाटती.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। जब वो मेरे लंड को मुहं में लेने लगती थी तभी में नीचे से अपना लंड हिला देता था और वो जड़ तक रेणु के मुहं में समा जाता था। अब मेरी मस्ती हर पल बड़ती जा रही थी और फिर मैंने उसे बिस्तर पर पटक कर उसकी जांघों को फैलाकर उनके बीच में बैठकर अपना लंड उसकी चूत पर सटाया और पूरी ताकात से स्मूच करके ऐसा जोरदार धक्का मारा कि एक ही धक्के में पूरा लंड जड़ तक चूत में समा गया।
तभी वो जोर से चिल्लाई उई माँ मर गई।
में : भोसड़ी तू क्या मरेगी हरामजादी, तेरे भोसड़े में घोडे का लंड भी पूरा चला जाए तो भी तेरा भोसड़ा सह लेगा।
रेणु : अबे ओ चुदक्कड हराम की औलाद जल्दी जल्दी चोदना शुरू कर भडवे।
में : ले रण्डी कहते हुए मैंने अपना लंड गचा गच डालना शुरू कर दिया।
रेणु : डाल मेरे राजा चोद और चोद ऊऊऊऊईईईईइ माँ हाय्यय्यय्य्य मेरी चूत।
में : ले रण्डी और ले, ले मेरा पूरा लंड अपनी चूत में और भोंस्सस्ससड़ीईईईईईई तेरी चूत एकदम भोसड़ा हो गई है रे।
फिर में अपना लंड दनादन डाले जा रहा था वो बिना किसी रुकावट के सटासट भोंसड़ी में आ जा रहा था। फिर में रेणु की चूत को घचर घचर चोद रहा था। फिर उसकी चूत से निकलती फचर फचर कि और उसके मुहं से निकलती सिसकियों की आवाज़ से माहौल हर पल और मादक होता जा रहा था। फिर में उसकी चूत पर धना धन धक्के पे धक्के मारे जा रहा था और वो मेरे हर धक्के के जवाब कमर उछाल उछालकर दे रही थी। फिर मेरा लंड सटासट अन्दर बाहर हो रहा था। फिर मेरे हर धक्के पर उसकी चूचियां हिचकोले भर रही थी और पलंग से चर चर की आवाज़ निकल रही थी। फिर में पूरे जोश के साथ उसको चोद रहा था और वो गांड उछाल कर अपनी चूत में लंड ले रही थी। फिर उसकी चूड़ियों की खनखन और पायाल की छनछन की आवाज़ हमें मस्ती को और बढ़ा रही थी।
तभी उसने मुझे लेटने को कहा और में लेट गया और वो मेरे ऊपर चड़कर अपनी चूत मेरे लंड पर रखकर बैठ गई और उछल उछलकर खुद चुदने लगी। तभी में नीचे से कमर हिला हिलाकर उसे चुदने में सहयोग करने लगा और उसकी चूचियां कूद रही थी और चूत चुद रही थी। फिर वो मेरे लंड पर बड़ी तेज़ी के साथ झटका मार रही थी। फिर हम दोनों एक साथ झड़कर शांत हुए और एक दूसरे से अलग होकर सो गए। फिर हम इतना थक गए थे कि हम दोनों की आँख लग गई।
तभी फोन की रिंग से हमारी आँख खुली देखा तो मीनू का कॉल था। फिर रेणु ने कॉल रिसीव किया तो उसने बताया कि कल शाम की ट्रेन में मनोज को रिजर्वेशन मिल गया है और वो परसों सुबह यहां पहुँच जाएगा और उसने हमारा घर नहीं देखा है इसलिए पता पूछ रहा था। तभी रेणु ने कह दिया कि हम दोनों या हममे से कोई एक जाकर उसे रिसीव कर लेगा.. तुम बिलकुल चिन्ता मत करो।
फिर वो यहां के एक पांच तारा होटेल में इंटर्नशिप के लिए आ रहा है वो होटल मैनेजमेंट का स्टूडेंट है और वो 6 सप्ताह के लिए आ रहा है। तभी उसके बाद हम उसे रिसीव करने और उसके बाद के सेटिंग के बारे में बात करने लगे। फिर तय हुआ कि उस पर अपना पहला इम्प्रैशन डालने के हिसाब से उसे रिसीव करने रेणु जाएगी। फिर उसके ठहरने का कमरा तय करने में हमने ऐसा प्लान बनाया कि उसकी हरकतों को हम आसानी से देख सके लेकिन उसे पता भी ना चले। फिर सभी बातों पर अच्छी तरह सोच विचार करने के बाद हम तैयारी में जुट गये।
फिर घर की तैयारी के बाद अगले दिन शाम के वक़्त रेणु और में मार्किट गए जरुरत के अन्य समान के साथ रेणु के लिए दो दो आकर्षक और बहुत ही सेक्सी ब्रा और पेंटी और एक अच्छी सी पारदर्शी नाईटी खरीदी। फिर मर्केट से लौटते समय रेणु बोली कि तुम चलो में थोड़ी देर बाद आ जाउंगी। तभी में कुछ ना समझते हुए पूछने लगा कि क्या प्रोग्राम है मैडम का? फिर उसने बताया कि कुछ नहीं में पार्लर जा कर आती हूँ और फिर सामानों के साथ में घर चला आया और वह पार्लर मेरे घर पहुंचने के करीब दो घंटे बाद पूरी सजधजकर आई तो में उसे बस देखता ही रह गया और वो ऐसे बनठनकर आई थी कि कहर ढा रही थी। फिर वो तो कल आने वाला है और तू अभी से ही सजधज कर तैयार हो गई उसे हलाल ही कर डालने का इरादा है क्या? फिर ये कहते हुए मैंने उसे अपनी बाहों मे भरकर छाती से लगाते हुए चुम लिया।
फिर वो बोली कि वो तो कल सुबह 6 बजे ही आ जायेगा और इतना सवेरे पार्लर तो खुलेगा नहीं.. हेयर कट और कुछ फालतु के बाल साफ करवाना था सो आज ही चली गई। फिर मैंने कहा कि कहां कहां के बाल साफ करवाना था जरा हम भी तो देखें। फिर वो कहने लगी कि भवें, चहरे, बगल, बांहें और उसने बात अधुरी छोड़ दी। तभी मैंने कहा कि और कहाँ के बाल बताओ ना तभी वो थोड़ा शरमाते हुए बोली कि पैर और चूत। तभी में हैरान रह गया और पूछा कि ये पार्लर वाले क्या झांट भी साफ करते हैं?
फिर वो बोली कि एक पार्लर है जहाँ पर बहुत ही अच्छी तरह से सभी जगह के बाल साफ करते हैं एक बार साफ करवाने के बाद बहुत दिनों तक दुबारा बाल नहीं आते वो कोई विदेशी लोशन काम में लेते हैं लेकिन बहुत महंगा है और उस काम का एक ही एक्सपर्ट है और फिर। तभी मैंने कहा कि और क्या? क्या बात है? घुमा फिराकर बात क्यों कर रही हो साफ साफ क्यों नहीं बोलती? फिर वो कहने लगी कि बताती हूँ.. हमारे प्राइवेट बालों को साफ करने वाला एक मर्द है।
तभी में चकित रह गया और मेरा मुंह खुला का खुला ही रह गया। फिर में सोंचने लगा कि ये औरतें कितनी बेशर्म हो गयीं हैं? फैशन के नाम पर पराये मर्द के सामने नंगी हो जाती हैं। फिर मैंने उसे गाली बकते हुए कहा कि साली छिनाल मैंने मनोज के साथ सोने की परमिशन क्या दे दी तू तो रण्डीयों की तरह बाजार में अनजान मर्दों के सामने चूत पसारने लगी.. तुझे जरा सी भी शरम नहीं आई अब पूरी बात बता उसने कैसे कैसे और क्या क्या किया तेरे साथ?
तभी वो मेरे गुस्से से सहमते हुए बोली कि पहले वादा करो तुम और नाराज नहीं होंगे और मुझ पर गुस्सा नहीं निकालोगे तो में सारी बातें बिलकुल सच सच बताती हूँ। फिर मैंने कहा कि चल अब बता क्या क्या कैसे किया उसने? फिर वो डरते डरते रुक रुक कर कहने लगी कि में मनोज के लिए बहुत रोमांचित हो रही थी। इसलिए मैंने सोंचा कि क्यों ना कुछ और तैयारी कर लूँ कि मनोज एक बार मेरी चूत देखने के बाद पूरी तरह से मेरा दीवाना बन जाए और मुझे चोदने के लिए पागल हो जाए। फिर बस यही सोंचकर में ये सब कर आई कि उसे मेरे ऊपर लट्टू होते और चोदने के लिए मुझ पर डोरे डालते देखकर तुम खुद कितना रोमांच महसूस करोगे और नखरे दिखती हुई जब धीरे धीरे उसे अपनी तरफ से हरी झंडी दिखाउंगी तब तुम्हे कितना मज़ा आएगा?
फिर थोड़ी देर रुककर मेरे चेहरे की तरफ गौर से देखने लगी शायद वो मेरी सोच मेरे चेहरे पर पड़ने की कोशिश कर रही थी। फिर वो बताने लगी कि मैंने सोचा था कि कुछ ऐसा करूंगी कि मनोज मुझे चोदने के लिए पागल होकर मेरे आगे गिड़गिड़ाने लगे और मेरा प्लान था कि उसे लाने जाते वक़्त में पूरी तरह सजकर जाऊँ ताकि वो पहली ही बार देखने में ही ऐसा आकर्षित हो कि मुझे चाहने लगे। फिर में अपनी अदाओं से उसे खुद आगे बड़ने के लिए मजबूर कर दूँ और मेरा प्लान है कि कल में हमारे आज के खरीदे हुए सेट में से एक ब्रा और पेंटी पहनूँ। मैंने सोंच लिया है कि कल में कोई पारदर्शी साड़ी और ब्लाउज पहनूं जिससे कमर से बहुत नीचे बंधी हुई साड़ी और छोटी लम्बाई के ब्लाउज के बीच पारदर्शी साड़ी के पीछे मेरे मुलायम पेट, कमर और गहरी नाभि स्टेशन पर ही उसे दिखा दूँ। फिर मैंने सोचा है कि कल में जो ब्लाउज पहनकर जाऊँ उसकी लम्बाई बहुत छोटी, गला आगे और पीछे दोनों तरफ से इतना बड़ा और चौड़ा हो कि पीछे से मेरी पूरी पीठ नंगी सी लगे और आगे की तरफ मेरी चूचियों का कुछ हिस्सा भी ब्लाउज के बाहर दिखता रहे ब्लाउज का कपडा इतना पारदर्शी हो कि उसके अन्दर की ब्रा साफ दिखती रहे। फिर उसे सामान उठाने में मदत करने के बहाने से झुकते समय उसे मेरी चुचियों का आधे से ज्यादा हिस्सा दिख जाये। 

फिर रुक कर एक लम्बी सांस लेने के बाद वह फिर बोलने लगी कि सोचा है कि स्टेशन से लौटते वक्त गाड़ी में में उसके इतनी करीब बैठूँ कि मेरा शरीर बार बार उसके बदन से टच होता रहे और रास्ते भर उसे मेरे बदन की खुश्बू मिलती रहे। फिर घर पहुंचकर भी हर उचित मौका देखकर में उसे अपनी चूचियों का दीदार करवाकर उसे पागल बनाती रहूँ और कोई अच्छा सा मौका देखकर अपनी साड़ी कुछ इस तरह सरकाऊँ कि उसे मेरी चिकनी जांघ और पेंटी दिख जाए और फिर यही सब सोचकर में पार्लर में पूछ बैठी कि आपके यहां पर नीचे के बालों की सफाई की भी फैसिलिटी है क्या? तभी उस पर पार्लर वाली लड़की ने कहा कि मैडम हम तो यह काम नहीं करते हैं लेकिन एक आदमी है जो बड़े अच्छे ढंग से यह काम करता है और जरुरत पड़ने पर हम उसे बुलाकर ये काम करवा देते हैं। आप कहें तो ट्राई करके देखें कि अभी वो फ्री है या नहीं और हां उसका चार्ज थोड़ा ज्यादा ही है।
फिर मैंने बिना कुछ सोंचे समझे ही ट्राई करने को कह दिया और संयोग से वह फ्री था और दस मिनट में पहुंच जाएगा। फिर मैंने बुला लेने को कह दिया और वो बिलकुल सही वक्त पर पहुंच गया। फिर पार्लर वाली लड़की ने मुझे अन्दर एक कमरे में जाने को बोला और में उसके साथ अन्दर चली गई। फिर कमरे में पहुंचकर उसने कहा कि मैडम अगर आपको एतराज़ ना हो और आप कहें तो में दरवाज़ा बंद कर दूं ताकि किसी के आ जाने का डर ना रहे। फिर मैंने उसे दरवाज़ा बंद करने को कह दिया और उसने दरवाजे की कुण्डी लगा दी।
फिर वो बोला कि अपने कपड़े हटाकर उस कुर्सी पर बैठ जाईये और उसने एक कुर्सी की तरफ इशारा किया जो बिलकुल लेडीज डॉक्टर के क्लिनिक की कुर्सी जैसी थी और फिर शरमाते हुए मैंने अपनी साड़ी उठाकर पेंटी उतार दी और साड़ी को कमर के ऊपर सरकाकर कुर्सी पर बैठने लगी तभी उसने कहा कि साड़ी उतारकर बैठें तो बहुत अच्छा रहेगा और में जो क्रीम लगाऊंगा उसका दाग साड़ी को ख़राब कर सकता है। फिर में हिचकिचाते हुए साड़ी उतारने लगी और साड़ी उतार कर में कुर्सी पर बैठ गई। फिर उसने कुर्सी को थोड़ा पीछे की तरफ घुमाकर कुर्सी के पास से पैर रखने का स्टैंड आगे घुमाया और मेरे दोनों पैरों को उठाकर उस पर रख दिए में उस अनजान मर्द के सामने अपनी चूत खोलकर बैठी थी।
तभी उसने अपने बैग से सफाई का सामान निकालकर एक स्टूल पर मिलाकर रख दिया और फिर उसने मेरी चूत पर पानी स्प्रे करके मेरी चूत को रगड़ रगड़कर टोवल से पोंछा और फिर से पानी स्प्रे किया और एक बोतल उठाकर उसमे से कोई लोशन मेरी चूत के ऊपर जहां जहां बाल थे वहां लगाया और अपने हाथ से मिलाने लगा। तभी अपनी चूत के आस पास के हिस्सों पर उसके हाथों के स्पर्श से मेरे पूरे शरीर में मस्ती छाने लगी थी। फिर वो अपना हाथ बहुत देर तक मेरी चूत के ऊपर तब तक रगड़ता रहा जब तक बाल मुलायम होकर अपने आप निकलने ना लगे। फिर टिश्यू पेपर से पोंछकर उसे साफ किया और फिर गौर से चूत को देखने के बाद बोला कि एक बार और लगाना पड़ेगा।
तभी मैंने घबरा कर पूछा कि क्या हुआ? फिर उसने कहा कि घबराईए नहीं में लोशन के बारे में कह रहा हूँ। फिर उसने मेरी चूत पर पानी और लोशन स्प्रे करके अपने हाथों से रगड़ने लगा जब उसे लगा कि सभी बाल निकल गए होंगे तो फिर से टिश्यू पपेर से उसे पोंछ कर साफ किया और गौर से देखने के बाद बोला कि कुछ ही बाल बचे हैं ठहरिये में इन्हें भी साफ कर देता हूँ। फिर उसने धागा निकाला और उसका एक किनारा अपने मुंह में दबाकर मेरी चूत पर झुक गया और धागे से खींचकर बचे हुए बालों को निकालने लगा। तभी उसका मुंह बिलकुल मेरी चूत के करीब आ गया था और उसकी साँस का स्पर्श मुझे अपनी चूत पर हो रहा था। फिर सारे बालों को निकालने के बाद वो मेरी चूत पर अपना हाथ फैरने लगा उसकी इन हरकतों से मेरी चूत में पानी भर गया था और अब वह रिस रिसकर बाहर निकलने लगा था। तभी वो हाथ फैरते हुए मेरी चूत का मुआयना कर रहा था तभी उसने मेरी चूत की फांकों को फैलाकर देखते हुए कहा कि अन्दर के तरफ दो चार बाल रह गये हैं.. आप कहे तो में इन्हें भी निकल दूँ या फिर रहने दूँ? तभी मैंने लड़खड़ाती हुई आवाज में कहा कि निकाल ही दो। फिर उसने मेरी चूत की फांकों को फैलाते हुए अपनी चुटकी में पकड़ पकड़कर उन्हे निकालने की नाकाम कोशिश करने लगा क्योंकि वो बार बार फिसलकर छूट जाते थे।
फिर वो परेशान होकर बोला कि मैडम आपकी ये बहुत गीली हो गयी है इसलिए बाल बार बार फिसल जा रहे हैं। तभी मैंने पूछा कि क्या गीली हो गयी है? फिर वो झिझकते हुए बोला कि आपकी चूत और उसने चूत की फांकों को फैलाते हुए एक उंगली मेरी चूत में डाल दी चूत तो गीली थी ही तो उसकी उंगली अन्दर चली गई और मेरा भी इमान डोल गया और फिर मैंने कह दिया कि इसे रोकने का कोई उपाय हो तो रोक दो। तभी उसने कहा कि मैडम जी जब बांध टूट जाए तो उसे फिर से बांधने के लिए पूरे पानी को निकाल देना चाहिए। तभी मैंने कहा कि ठीक है तो निकाल दो ना।
तभी उसके बाद बस हरी झण्डी मिलते ही वो मेरी चूत में दनादन अपनी उंगली अन्दर बाहर करते हुए उंगली से ही मेरी चूत चोदने लगा। फिर में भी पूरे ताव में आ गयी थी। में लपक कर पैंट के ऊपर से उसका लंड पकड़ कर बोली कि इससे निकालोगे तो पूरा जल्दी ही निकल जाएगा। फिर उसका लंड पहले ही खड़ा हो चुका था। फिर उसने जिप खोलकर लंड बाहर निकाला और मेरी चूत के छेद पर सटाकर धक्का दिया तो एक ही बार में पूरा चूत के अन्दर समा गया और उसका लंड तुम्हारे लंड से बहुत मोटा और लम्बा था। फिर मुझे थोड़ा दर्द हुआ लेकिन चूत इतनी गीली हो गयी थी कि उसका मोटा लंड आराम से मेरी चूत को फैलाते हुए अन्दर बाहर हो रहा था।
तभी उसने मेरा ब्लाउज खोलकर ब्रा ऊपर सरकाकर मेरी चूचियों को बाहर निकाल लिया और अपने मुहं में लेकर उन्हें बारी बारी से चूसते हुए फचाफच मेरी चूत को चोदने लगा और उसका लंड सटासट मेरी चूत में आने जाने लगा और उसका लंड गचागच मेरी चूत को चोद रहा था और में मस्ती मे आह आह, उंह उंह करके उसके लंड को स्वीकारने में लगी थी। फिर उसकी जबरदस्त चुदाई मुझे ना जाने कौन सी दुनिया में ले गई मुझे आज जन्नत का अहसास हो रहा था। फिर करीब पांच मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया। तभी वो बोला कि मैडम मेरा पानी भी छूटने वाला है आप बोलो चूत में ही छोड़ दूँ? तभी में चिल्लाई अरे भोसड़ी के बाहर निकाल अन्दर मत छोड़ना। फिर उसने लंड जैसे ही बाहर निकला तो उसने मेरी चूत के ऊपर पिचकारी छोड़ दि अगर वो एक सेकेण्ड भी देर करता तो उसका पानी चूत में ही निकल जाता। फिर उसका पानी मेरी चूत और पेट पर फैल गया। तभी उसने टिश्यू पेपर से पहले अपना लंड साफ किया.. फिर उसने लंड को पेंट में डालकर जिप लगाई। फिर उसके बाद मेरी चूत और पेट पर फैला पानी पोंछकर साफ किया और फिर मेरी चूत पर क्रीम लगायी और उसे चुमते हुए कहा कि आप बहुत सुन्दर हो.. आपकी चूत भी बड़ी अच्छी है और अब आप कपड़े पहन लीजिये।
तभी मैंने कहा कि अरे और बाकि बालों की सफाई? मैंने उसे घूरते हुए पूछा। तभी उसने कहा कि अब कोई बाकि बाल वाल नहीं है वो तो मैंने आपको चोदने के चक्कर में वैसे ही बोल दिया था। आप मेरा नम्बर ले लो और जब भी आपको अपनी सफाई करवानी हो या मेरे लंड से चुदवाने का मन हो कॉल कर लेना और मुझे किसी और जगह बुला लेना यहां पर आने की जरुरत नहीं है। ये लोग मेरे आधे पैसे रख लेते हैं और में बहुत गरीब आदमी हूँ। आप चिन्ता ना करे आप बाहर बुलाकर जितना भी दोगी में रख लूँगा।
फिर उसकी बात ख़त्म होने के बाद मैंने कहा कि हरामजादी तू तो रण्डी बन गई इसका मजा में तुझे बाद में दूंगा लेकिन चल अभी अपनी चूत दिखा और फिर मैंने उसे बिस्तर पर पटककर उसकी साड़ी उलट दी और देखा कि उसकी चूत लाल हो गयी है लेकिन सुन्दर दिख रही थी। फिर में उसकी बातें सुनकर गर्म हो गया था और मेरा लंड तैयार था तो में उसे फटाफट चोदने लगा। तभी मैंने भी उसे गहरे धक्के देकर चोदना शुरू किया और चोदकर उसकी चूत से एक बार फिर से पानी निकाल दिया फिर करीब बीस मिनट की चुदाई ख़त्म होने के बाद उसने कहा कि मेरा प्लान कैसा लगा तुमने नहीं बताया? तभी मैंने कहा कि.. ठीक है ट्राई करके देखो ।।






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