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बुड्ढे से ब्यूटीफुल हाउसवाईफ चुदी
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम सागर है और मेरी उम्र 21 साल है। दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरे और नताशा के बीच की है। दोस्तों नताशा जो एक बहुत ही खूबसूरत लेडी है और उसका फिगर भी बहुत खूबसूरत है। उसका फिगर 36-28-36 है और उसकी गांड ऐसी है कि कोई भी दीवाना हो जाए। नताशा हमारे घर के सामने रहती थी। नताशा को देखकर हर किसी को उसे चोदने का ख़याल आता था। उसका पति भी हेंडसम है और वो दोनों आपस में बहुत खुश थे.. नताशा अपनी सेक्स लाईफ से भी खुश थी.. लेकिन अचानक एक ऐसी घटना हुई जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
वो गर्मियों के दिन चल रहे थे और उसका पति हमेशा की तरह ऑफिस गया था और वो घर में अपना काम कर रही थी। तभी बाहर से एक भिखारी ने आवाज़ लगाई कि मुझे थोड़ा आटा दे दो.. तो वो आटा लेकर बाहर गई और देखा कि एक बुढ्ढा 62 साल का था। वो मोटा और बहुत काला था और वो उसे घूरे जा रहा था। फिर पहले तो उसे गुस्सा आया कि वो उसे घूर रहा है.. लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। बुढ्ढा अपनी लाईफ में पहली बार इतनी सुंदर औरत देख रहा था और वो चुपचाप आटा लेकर चला गया।बुड्ढे से ब्यूटीफुल हाउसवाईफ चुदी
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम सागर है और मेरी उम्र 21 साल है। दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरे और नताशा के बीच की है। दोस्तों नताशा जो एक बहुत ही खूबसूरत लेडी है और उसका फिगर भी बहुत खूबसूरत है। उसका फिगर 36-28-36 है और उसकी गांड ऐसी है कि कोई भी दीवाना हो जाए। नताशा हमारे घर के सामने रहती थी। नताशा को देखकर हर किसी को उसे चोदने का ख़याल आता था। उसका पति भी हेंडसम है और वो दोनों आपस में बहुत खुश थे.. नताशा अपनी सेक्स लाईफ से भी खुश थी.. लेकिन अचानक एक ऐसी घटना हुई जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी।
अब वो बुढ्ढा रोज़ उसके घर आता और उसे घूरता.. लेकिन नताशा को अब इतना बुरा नहीं लगता था.. क्योकि वो बुढ्ढा उसे सिर्फ़ देखता था और देखने से कुछ नहीं होता और ऐसा रोज़ चलने लगा। तभी एक दिन नताशा कपड़े धो रही थी और उसकी साड़ी थोड़ी गीली हो गई थी जिससे कि उसका गोरा पेट साफ साफ दिख रहा था उसकी नाभि इतनी गोल और गहरी थी कि हर किसी का दिल ललचा जाए। वो बुढ्ढा फिर से गेट पर खड़ा होकर आवाज देने लगा। फिर नताशा जैसे ही गेट पर पहुंची तो बुढ्ढा उसे देखकर चकित रह गया और उसने पहली बार उसकी नाभि देखी थी जो कि बहुत सुंदर थी। वो अब बार बार उसकी नाभि को घूर रहा था.. नातशा ने यह बात नोटीस की और उससे कहा कि क्या देख रहे हो? तो उसने कहा कि कुछ नहीं और वो चुपचाप चला गया। फिर नताशा को यह सब अच्छा लगता था कि कोई उसे घूरे क्योंकि ऐसा करके वो बहुत खुश होती थी और उसे अब धीरे धीरे यह सब अच्छा लगने लगा और अब वो रोज़ साड़ी इस तरह बाँधती थी कि कोई भी उसकी नाभि को देख सके।
फिर एक दिन जब वो आया तो उसने नताशा से कहा कि उसे बहुत प्यास लगी है तो नताशा उसके लिए पानी लेने चली गई और बुढ्ढा उसकी गांड को घूरकर अपना लंड सहलाने लगा। फिर थोड़ी देर में नताशा पानी लेकर आ गई और उसे पानी पिलाने के लिए झुकी तो उसका पल्लू नीचे गिर गया और उसके बूब्स दिख गए और बुड्ढे का तो लंड लूँगी में ही खड़ा हो गया। वो उसकी चूची घूरे जा रहा था। तभी नताशा ने यह सब नोटीस कर लिया और अपना पल्लू ठीक कर लिया.. बुड्ढे ने पानी पिया और चला गया। फिर बहुत दिनों तक वो बुढ्ढा नहीं आया.. लेकिन नताशा ने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया और फिर बहुत दिनों के बाद जब वो बुढ्ढा आया तो नताशा के चहरे पर एक अजीब सी स्माईल थी और उसने अपनी साड़ी इस तरह बांधी कि नाभि अच्छे से दिखाई दे और वो बाहर आ गई। फिर उसने बुड्ढे से पूछा कि इतने दिनों से कहाँ थे? तो उसने कहा कि वो बीमार था। तो उसने उससे थोड़ी बात की अब रोज़ बुढ्ढा और नताशा थोड़ी बहुत बात किया करते थे और कभी कभी मज़ाक भी किया करते थे। तो एक दिन बुड्ढे ने उससे कहा कि नताशा तुम्हारा पति बहुत लक्की है। तो नताशा ने पूछा कि क्यों? तो उसने कहा कि उसकी इतनी सुंदर बीवी जो है और यह कहते ही उसने नताशा की गांड को सहला दिया.. यह देखकर नताशा को बहुत गुस्सा आया और उसने उसे डांट दिया कि आगे से कभी ऐसा किया तो बहुत बुरा होगा और वो चुपचाप चला गया।
फिर नताशा उससे बहुत नाराज़ हो गई और जब वो अगले दिन आया तो उसने उसे ढंग से देखा भी नहीं और आटा देकर अंदर चली गई और बहुत दिनों तक ऐसे ही चलता रहा। एक दिन जब वो आया तो नताशा बाहर आई उसके चहरे पर अभी भी गुस्सा था। तो उस बुड्ढे ने नताशा से माफी माँगी और कहा कि आगे से ऐसा नहीं होगा। तभी नताशा ने कुछ देर सोचा और उसे माफ़ कर दिया। फिर दोनों पहले की तरह बात करने लगे.. अब तो बुढ्ढा नताशा के घर के अंदर किचन तक जाने लगा और नताशा रोज़ 15 मिनट उससे बात करने लगी। फिर एक दिन नताशा ने उससे पूछा कि तुम्हारा जन्मदिन कब आता है। तो उसने बहाना बनाकर कह दिया कि परसो ही है। तो नताशा ने उससे कहा कि बोलो क्या गिफ्ट चाहिए? तो उसने कहा कि जो चाहे दे देना और वो हंसते हुए चला गया। फिर कल जब बुढ्ढा आया तो नताशा साड़ी में थी और अपनी नाभि दिखा रही थी बुड्ढे ने उसकी नाभि देखी और कहा कि मुझे कल यह चाहिए। तो नताशा ने पूछा कि क्या चाहिए? यह सुनते ही उसने उसकी नाभि पर एक उंगली रख दी। नताशा को यह भी अच्छा नहीं लगा और उसने मना कर दिया.. लेकिन उसने कहा कि उसे तो बस उसकी नाभि ही चाहिए। फिर वो मना करने लगी। तो वो बुढ्ढा बोला कि ठीक है आगे से कभी कोई गिफ्ट नहीं माँगूंगा।
फिर नताशा को उस बुड्ढे पर तरस आ गया और कहा कि वो सोचेगी। फिर बुढ्ढा चला गया। अगले दिन जब वो आया तो बहुत खुश था और नताशा अंदर काम कर रही थी। तो वो सीधा किचन तक चला गया नताशा बहुत परेशान थी.. लेकिन उसने उसे जन्मदिन की बधाई दी और 100 रूपए दिए और कहा कि कुछ ले लेना.. लेकिन बुड्ढे ने कहा कि उसे यह नहीं कुछ और गिफ्ट चाहिए। वो समझ गई और उसने कहा कि ठीक है.. लेकिन वो एक बार ही उसकी नाभि को छू सकता है बस.. इस पर बुड्ढे ने कहा की आज उसका जन्मदिन है तो उसे कुछ स्पेशल मिलना चाहिए और उसने कहा की मैंने आज तक किसी की नाभि को किस नहीं किया में तुम्हारी नाभि को किस करना चाहता हूँ। तो नताशा ने मना कर दिया। फिर बुड्ढे ने बहुत आग्रह किया.. लेकिन वो नहीं मानी और बुढ्ढा उदास मन से जाने लगा.. तो नताशा को उस पर दया आ गई और फिर उसने कहा कि ठीक है.. लेकिन वो सिर्फ़ एक बार ही किस करेगा और किसी को नहीं बताएगा और सिर्फ़ आज के लिए। तो उसने कहा कि ठीक है और बुड्ढे के मुहं में पानी आ गया और जब उसने अपनी साड़ी हटाई तो बुढ्ढा ज़मीन पर बैठ गया और उसकी नाभि पर उंगली घुमा दी। तो नताशा ने कहा कि जल्दी करो जो भी करना है। फिर बुड्ढे ने उसकी गोरी कमर पकड़ी और उसकी नाभि को किस किया नताशा के लिए यह पहला टाईम था। आज तक किसी ने उसकी नाभि को किस नहीं किया.. उसकी बॉडी पर करंट सा लग गया। फिर बुढ्ढा पागलो की तरह उसकी नाभि को किस करता रहा और नताशा को बहुत अच्छा लग रहा था तो उसने उसे रोका नहीं बुढ्ढा अब अपनी जीभ उसकी नाभि के अंदर डालने लगा और 10 मिनट तक उसने उसकी नाभि को किस किया।
फिर नताशा ने उसे हटाया और देखा कि उसका पेट बुड्ढे ने गीला कर दिया था और फिर उसने बुड्ढे को जाने के लिए कहा उसके जाने के बाद उसे अब कुछ अजीब सा लगा और उसने देखा कि उसकी पेंटी गीली है उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि एक बुड्ढे ने उसको इतना गरम कर दिया है.. तो वो भागकर बेडरूम में गई और चूत में उँगलियाँ करने लगी.. लाईफ में पहली बार उसकी चूत से इतना सारा रस निकला था। अगले दिन जब वो बुढ्ढा आया तो नताशा उससे आखें चुरा रही थी.. तो बुड्ढे ने कहा कि कोई बात नहीं हमने कुछ ग़लत नहीं किया और उसने अंदर जाकर 20 मिनट तक उसे समझाया और अब नताशा भी स्माईल कर रही थी। फिर बुड्ढे ने कहा कि तुम्हारी नाभि बहुत सुंदर है। तो वो स्माईल करने लगी और बुड्ढे ने कहा कि मुझे तुम्हारी नाभि किस करनी है और इतना कहकर उसकी नाभि पर उंगली घुमाने लगा.. लेकिन नताशा ने उससे कुछ नहीं कहा और बुढ्ढा वहाँ पर उसके पास बैठकर उसकी नाभि सहला रहा था और नताशा को बहुत अच्छा लग रहा था और यह बात बुड्ढे ने नोटीस कर ली। फिर उसने नताशा से कहा कि में थक गया हूँ इसलिए तुम बेड पर लेट जाओ वो तब नाभि किस करेगा।
तो वो बेड पर लेट गई और फिर बुड्ढे ने उसका पल्लू हटाया और उसकी नाभि को किस करने लगा दोस्तों उस समय क्या अहसास था में शब्दों में नहीं बता सकता। फिर बुड्ढे ने उसकी जांघ पर एक हाथ रखा और उसकी नाभि किस करने लगा.. नताशा ने सोचा कि बात आगे ना बढ़े। तभी वो खड़ी हो गई और उससे कहा कि अब बहुत हुआ तुम चले जाओ। तो बुड्ढे ने कहा कि ठीक है.. लेकिन मुझे एक प्रॉमिस करो कि तुम मुझे रोज़ नाभि किस करने दोगी। तो नताशा ने हाँ कह दिया और अब रोज़ बुढ्ढा उसकी नाभि को किस किया करता था। नताशा को भी बहुत अच्छा लगने लगा। वो अब आराम से घर पर आता और उसके सामने ही अपना लंड सहलाता था और फिर नताशा ने देखा कि उसका लंड 9 इंच का है उसका मुहं खुला का खुला रह गया उसके पति का लंड 6 इंच का था.. इतना लम्बा लंड उसने पहली बार देखा था। फिर बुढ्ढा उसकी नाभि सहलाने लगा.. बुढ्ढा अब कहीं पर भी उसके शरीर पर हाथ लगा देता था और एक दिन तो उसने उसकी चूची दबा दी। नताशा ने कहा कि ऐसा मत करो। तो उसने कहा कि ऊपर से ही तो है कुछ नहीं होता और वो खुलकर रोज़ उसकी चूची और गांड दबाने लगा। तभी एक दिन वो किचन में काम कर रही थी तो वो बुढ्ढा उसके पीछे से गया और उसने उसकी चूची पकड़ ली। उसका लंड उसकी गांड को छू रहा था और वो नताशा की कमर पर किस कर रहा था। नताशा ने पहली बार इतना लम्बा लंड महसूस किया था वो ऐसे करते करते ऊपर से ही झटके मारने लगा।
तो नताशा हट गई और कहा कि यह क्या कर रहे हो? फिर बुड्ढे ने कहा कि मुझे पता है तुझे क्या चाहिए और यह कहते ही उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया औट कहा कि ले ये रहा तेरा गिफ्ट। फिर नताशा का मुहं उसका लंड देखकर खुला का खुला रह गया और उसने कहा कि निकल जाए वो इसी समय घर से.. लेकिन बुड्ढे ने कहा कि इतनी शरिफ क्या बनती है? मुझे भी पता है कि तुझे यह लंड चाहिए और यह कहते ही उसने उसे होंठ पर स्मूच करना शुरू कर दिया.. बुढ्ढा अब पूरे जोश में था और उसने ज़बरदस्ती नताशा का हाथ अपने लंड पर रख दिया और मूठ मारने लगा.. नताशा छूटने की कोशिश कर रही थी.. लेकिन कोई फ़ायदा नहीं था। फिर उसने नताशा को गोद में उठाया और बेड पर पटक दिया और वो अब पूरा नंगा होकर उसके ऊपर चढ़ गया और उसके होंठ चूमने लगा। नताशा अब बिना कोशिश करते हुए अब चुपचाप लेट गई और वो बुढ्ढा अब उसका ब्लाउज खोल रहा था। नताशा ने उसे रोका तो उसने ज़बरदस्ती उसकी ब्रा फाड़ दी। बुड्ढे ने लाईफ में पहली बार इतनी सुंदर चूची देखी थी और वो पागलों की तरह उसकी चूची चूसने लगा और उसके निप्पल काटने लगा। 30 मिनट तक उसके निप्पल काटने के बाद उसकी चूची भी टाईट हो गई थी और नताशा को भी मज़ा आने लगा।
फिर वो उठा और उसने उसका पेटिकोट खोल दिया.. नताशा की मुलायम जांघो पर वो टूट पड़ा और किस करने लगा। इतने में नताशा की पेंटी गीली हो चुकी थी और वो नताशा की चूची को काटने लगा और उसकी पेंटी उतार दी। फिर उसकी चूत देखकर वो मदहोश हो गया वो पागलों की तरह उसे चाटने लगा। फिर वो खड़ा हुआ और नताशा ने उसका लंड चूसा और 15 मिनट बाद वो उसके मुहं में ही झड़ गया। फिर उसने नताशा के पैर खोले और अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। तभी नताशा की चीख निकल गई आअहह उफ्फ्फ और उसने कहा कि प्लीज रुक जाओ.. लंड बाहर निकालो.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है.. लेकिन वो नहीं माना और ज़ोर से उसकी चूत मारने लगा। 1 घंटे तक 5 बार अलग अलग तरह से उसने उसकी चूत मारी और उसकी चूत में झड़ गया। फिर उल्टा करके उसकी गांड भी फाड़ दी और फिर 4 साल तक रोज़ वो उसे इसी तरह चोदता रहा और उस कमसिन चूत और गांड के मज़े लेता रहा और फिर नताशा को विश्वास नहीं हो रहा था कि यह उसने क्या किया ।।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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