Sunday, July 13, 2014

FUN-MAZA-MASTI जरुरत मन्द--5

FUN-MAZA-MASTI
 जरुरत मन्द--5

 कमली ने मेरी बात अनसुनी कर दी और मेरे सुपाड़े का बलात्कार करना जारी रखा........मुझे कुछ समझ नहीं आया तो
मैंने कमली के बाल पकडे और अपना लंड उनके खुले मुंह पर दबा दिया..........घप्प करके मेरा लंड कमली में मुंह में
घुस गया...........

मेरी गांड भी फटी, की साली भेन्चोद नाराज़ हो गयी या नाटक चोदने लगी तो बॉस अपनी तो पक्की KLPD हो जाएगी......

कमली ने पहले तो कोई रिएक्शन नहीं दिया और अचानक उनके होंट मेरे लंड पर कस गए और उन्होंने मेरे लंड को जोर जोर से
कुल्फी की तरह चुसना शुरू कर दिया.......अब सर पीछे फ़ेंक कर आँहें भरने की बारी मेरी थी. साली के बाल पकड़ कर थोडा सा
कड़कपन दिखाया तो भेन्चोद और गरमा गयी...........

और बिलकुल ठरकी पने से लंड को पूरा मुंह लेकर चूसते हुए बाहर लाती और फिर से गप्प से पूरा अन्दर डाल लेती .....
उनका एक हाथ मेरे लंड को जड़ से पकडे था मानो लंड कोई कबूतर है......की छोड़ा तो उड़ जायेगा और उनका दूसरा हाथ मेरे गोटों
को सहला और मस्का रहा था. कभी कभी वो मेरे गोटों को नाखुनो से रगड़ देती और मेरी आह और सिसकियाँ निकल जाती.

मेरी सिसकियाँ मुझे ही अजनबी लग रही थी मेरे होंट सुख चुके थे और मेरी ऑंखें खुल नहीं पा रही थी........मेरे गोटों में सुरसुरी
शुरू हो गयी थी. मैं समझ गया की गुरु अब नहीं रुके तो फिर घंटा नहीं रुक पाएंगे......मैंने फिर से कमली के बाल पकड़ के उनका
सर पीछे खिंचा और मेरा lucky लोडा पक्क की आवाज़ के साथ कमली के भूखे मुंह से बाहर आ गया..........

कमली ने साडी चोकलेट चूस चूस कर साफ़ कर दी थी और पूरा लंड कमली की लार से सराबोर था. लंड इस कदर लाल सुर्ख हो गया
था की ऐसा लग रहा था की कमली के चुसना बंद कर देने से नाराज़ हो गया है. साला....बार बार ऐसे ठुनकी मार रहा था मानो
अभी मारने दोड़ेगा.

कमली ने मुझे आधी खुली नशीली आँखों से देखा और अपनी भंवे उठा कर इशारों में पूछने लगी की क्या हुआ........मैंने कुछ नहीं
कहा और धीरे से झुक कर कमली के भीगे होटों पर किस कर दिया...........

मर्डर मूवी में तो सिर्फ इमरान हाश्मी ने गाया था की " भीगे होंट तेरे........." मगर उस भीगे होंट का मतलब
और स्वाद मुझे आज आया.

बेचारे इमरान को कहाँ मल्लिका के ऐसे भीगे होंट नसीब हुए होंगे.



 मैं कमली के नरम मगर गरम होटों को पागलों की तरह चुसे जा रहा था और वो ठरकी औरत गरम पे गरम हुए ही जा
रही थी. मेरे हाथ उनको मम्मो तक पहुँच गए और फिर से उनकी बेदर्दी से रगड़ने लगे, कमली किस करते करते ही मम्म
मम्म आवाज़ निकल रही थी.

वो बिस्तर पर बैठी थी और मैं बेड के किनारे पर नीचे खड़ा था, मैंने किस करते करते ही धीरे से कमली को बिस्तर की
ओर दबाया और उनको बिना किस तोड़े बिस्तर पर लेटा दिया और उनके ऊपर आ गया.

अब हम 69 की अवस्था में आ गए और उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया और मैं उसकी चूत चाट रहा था।

करीब 10 मिनट के बाद वो बोली- अब लंड डाल दो।

जिस का मुझे था इंतज़ार......जिसके लिए दिल था बेकरार........वो घडी आ गयी.......आ गयी....

मैं कमली की जांघों के बीच में आया और उसकी टांगों को फैला दिया। नीचे से चददर पूरी तरह गीली हो गई थी।
मैंने अपने लिंग को उसकी योनि पर सैट किया और हलका सा धक्का लगाया। मेरा सुपाडा उसकी योनि में घुस गया।
मेरे लिंग में दर्द की एक लहर दौड़ गई और मेरे मुंह से दर्द भरी कराह निकली।

कमली के मुंह से दर्द और मजे की मिली जुली सिसकारी निकली

ओहहहहहहहह----- आहहहह----
उसके चेहरे पर दर्द साफ दिखाई दे रहा था।
मैंने अपने लिंग को वापिस थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर से एक हल्का सा धक्का लगाया।
लिंग के 1 इंच अंदर जाते मेरी दर्द भरी कराह निकली और बहुत ज्यादा दर्द लिंग में होने लगा। मैंने लिंग को वहीं पर रोक लिया
और कुछ देर ऐसे ही रखा। कमली ने आंखें खोलकर मेरी तरफ देखा। मैंने फिर से लिंग को बाहर निकाला और एक जोरदार धक्का
मार दिया। मुझे लगा कि मेरा लिंग कट गया है। बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। अभी भी मेरा लिंग आधा बाहर ही था।

दर्द के कारण मैं ज्यादा अंदर नहीं कर पाया। दर्द इतना ज्यादा हो रहा था कि मैं वैसे ही बैठा रहा। फिर दर्द जब कुछ कम हुआ
तो मैंने धीरे से लिंग को बाहर निकाला और फिर से एक धक्का मार दिया। जैसे ही मैंने धक्का मारा, कमली ने भी नीचे से अपने
कुल्हे उठाकर मेरा साथ दिया, जिस कारण मेरा पूरा लिंग उसकी योनि में समा गया। मेरा लिंग अंदर जाकर उसके गर्भाश्य से
टकराया और इसके साथ ही कमली के मुंह से जोर की सिसकारी निकली।

ओहहहहहहहहहहहह--- मैं ------ तो ----गईईर्ठईईईईईईईइ------ ससीइठइइइइइइइइईईर्ठईई

और दोबारा से उसका शरीर अकड गया।

मैंने लिंग को फिर से बाहर निकाला और उसके साथ ही कमली का जूस भी बाहर की तरफ बहने लगा।
अब मुझे दर्द का अहसास कम हो गया था क्योंकि मजा ज्यादा आ रहा था। तो मैंने एक और जोर का धक्का मारा। इस बार मेरा
पूरा लिंग कमली की योनि में समा गया था और मुझे ज्यादा दर्द भी नहीं हुआ था। अब मैंने अपने लिंग को फिर से बाहर निकाला
और अंदर घुसा दिया। मैंने तेज धक्के लगाने शुरू कर दिये।

कमली: आहहहहह=------- ऐसे ही ------ बहुत ---- मजा आ ----रहा है----- जोर ---- से------- और ----अंदर----

हों----- ऐसे---- ही और अपनी टांगों को मेरी कमर पर लपेट लिया।

मैंने अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी। मेरे हर धक्के के साथ कमली अपने कुल्हों को उपर की तरफ उछाल देती।


 थोडी देर बाद वो बोली- मैं ऊपर से आकर खुद लंड चूत में लूँगी।
मैं नीचे लेट गया और एक हाथ से अपना लंड सीधा खड़ा कर दिया और वो ऊपर से आकर धीरे धीरे अपने चूत में लंड लेने लगी,
वो धीरे धीरे लंड पर बैठ रही थी और मेरा लंड उसकी चूत में घुसता जा रहा था। जब मेरा लंड पूरी तरह उसकी चूत में चला गया
तो वो फिर झटके मारने लगी।

मैं कभी उसकी चूचियाँ मसल रहा था तो कभी उसकी गांड सहला रहा था। काफी देर तक वो ऐसे ही चुदाई करते रही और फिर वो झड़
गई और मेरे ऊपर लेट गई। कुछ देर तक वो ऐसे ही लेटी रही, मैं अब उसकी चूचियों को धीरे धीरे मसल रहा था, कुछ देर मसलने के
बाद वो गर्म होने लगी और जब वो पूरी तरह गर्म हो गई तो हम फिर से चुदाई के लिए तैयार थे क्योंकि मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं था।
मैं अब उसे बेड से नीचे लाया और उसके एक पैर को कुर्सी पर रखा और दूसरा जमीन पर और अब लंड उसकी चूत में डालने लगा।

जब मेरा लंड पूरी तरह अंदर चला गया तो मैं धीरे लंड को अंदर-बाहर करने लगा। जब भी मैं झटके मारता वो अपना गांड पीछे करती,
इससे और भी मजा आ रहा था। दस मिनट तक मैंने उसे वैसे ही चोदा और फिर उसे बेड पर लाकर किनारे लिटा कर घोड़ी बनाया और
नीचे खड़े होकर उसकी चूत में लंड डाल दिया और उसके चूतड़ पकड़ कर उसकी चूत-चुदाई के मजे लेने लगा। वो भी साथ दे रही थी,
मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और उसकी चूत चोदने लगा।

काफी देर तक मैं ऐसे ही उसकी चूत चोदता रहा फिर मैंने आसन बदला, उसे सीधा लिटाया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख
लिया। अब उसकी चूत ऊपर उठ गई थी और मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। मैं उसकी चूत चोद रहा था और वो बोल रही थी-
और तेज और तेज ! जोर जोर से चोद दो !

फिर थोड़ी देर में वो झड़ गई। फिर मैं जोर जोर से उसकी चूत में लण्ड अंदर-बाहर करने लगा और करीब 5 मिनट के बाद ही मैं चरम पर
पहुंचने को हो गया और मेरी आंखें मजे के मारे बंद होने लगी और मेरे लिंग ने पिचकारियां मारनी शुरू कर दी। मेरा गरम जूस अपने अंदर
महसूस करके कमली का शरीर फिर से अकड़ गया और उसने फिर मेरे जूस के साथ अपना जूस मिला दिया।

मैं कमली के उपर लेट गया और लम्बी लम्बी सांसे लेने लगा। हम दोनों ही की सांसे काफी तेज चल रही थी। कमली ने मेरे माथे को चूम
लिया और मेरी कमर में हाथ फेरने लगी। मेरा लिंग सिकुड कर उसकी योनि से बाहर आ गया। और उसके साथ ही हम दोनों का मिला हुआ
जूस भी उसकी योनि से बाहर बहने लगा।

फिर हम लेट गए और हमें कब नींद आई पता ही नहीं चला।
सुबह जब आंख खुली तों---------------------------------




 मैने देखा कि मै अकेला ही सो रहा था कमली तो कब कि उठ कर अपने घर जा चुकी थी उसके बाद मैं फ़्रैश होने गया तथा
अपने दोस्तो के साथ शहर घुमने चला गया जब दोपहर को मैं शहर से वापस आया तो देखा कि कमली और मेरी बहन जया
दोनो बैठ कर बाते कर रही थी ।

इसके बाद मैं दो दिन और रुका अपने गांव फ़िर वापस अपनी जोब के लिये चल पडा जब मै घर से निकल रहा था तो मैने
देखा कि मेरे माता-पिता मेरी बहन के साथ साथ कमली भी रो रही थी और मेरे दिल मै भी एक अजनबी सा दर्द हो रहा था
गाव छोडते टाईम जैसे पहले कभी नही हुआ था।

फ़िर मै स्टेशन पर पहुचा तो मैने अपना रिजर्वेशन पहले ही गाव आने के टाईम ही करा लिया था तो मुझे कोई दिक्कत नही
हुई अपनी सीट पर पहुचने में। जैसे ही मै अपनी सीट पर पहुंचा तो देखा कि मेरे सामने वाली सीट पर एक सुंदर महिला बैठी थी.
उसने नीली साडी पहनी हुई थी.

वो पतली दुबली थी मगर उसके दूध बड़े बड़े थे, ऐसा लगता था मानो अभी ब्लाउज़ फाड़ कर बाहर आने को बेताब हैं। उसका रंग
भी बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद था। उसकी उमर कोई २८ साल की होगी । मैने ध्यान दिया कि वो मुझे बहुत देर से देख रही है तो
मैने भी उसकी तरफ़ देख कर थोड़ा मुस्करा दिया।

फिर वो मुझे अपनी टिकट दिखाते हुए बोली कि ज़रा देखो मेरा रिज़र्वेशन है कि नहीं? मैने देखा उनका वेटिंग टिकेट था। मैने कहा
कोई बात नहीं आप मेरे सीट पर सो जाना। फिर मैने उसका नाम पूछा तो उसने बताया कि उसका नाम हेमा है। हेमा की खूबसूरती
देख कर मेरे मुंह और लंड दोनो ही जगह से पानी निकल रहा था।

मैं मन ही मन उसे चोदने का प्लान बनाने लगा। ये सरदी की रात थी इसलिये सभी लोग कम्बल ढक कर सो रहे थे।
रात को हम खाना खाने के बाद मैने हेमा से कहा के आप सो जाओ मैं बैठता हूं। उसने कहा नहीं तुम भी कम्बल ओढ कर सो जाओ।
और फिर वो ट्रेन की उस छोटी सी सीट पर इस तरह से लेट गये कि उसकी गांड मेरी तरफ़ थी और चेहरा दूसरी तरफ़। फिर मैं उसके सर
की तरफ़ पैर को रख कर लेट गया और मैं उसकी गांड की तरफ़ मुंह घुमा कर सो गया।

अब लंड बिल्कुल उसकी गांड की दरार में था उसकी गोल गोल गांड और मेरा लंड एक दूसरे से चिपके हुए थे। हेमा के गोरे गोरे पैर भी बिल्कुल
मेरे चेहरे के सामने थे। मेरे लंड को समझाना अब मुश्किल हो रहा था। मैने अपने हाथ उसके पैरों पर रख कर थोड़ा सहलाना शुरु किया और गरम
गरम सांसो के साथ उसके पैरों को चूमने लगा।





हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator