FUN-MAZA-MASTI
जिस्म की प्यास बुझती ही नहीं
इस कहानी का शीर्षक ही बहुत मस्त है | लोग हमेशा अपने पेट की सोचते है और उसकी भूख मिटाने के लिए कुछ भी करने के लिए तत्पर रहते है | लेकिन, एक सच ये भी है, कि जिस्म या शरीर की भूख और प्यास भी इतनी ही महतवपूर्ण है | भारत मे सेक्स और औरत और आदमी के जिस्मानी रिश्ते खुले हुए नहीं है; तो सब कुछ छिपकर होता है; लेकिन, पेट की तरह ही सब अपने जिस्म की भूख को भी मिटाते है | आज मे, आप को एक ऐसे ही कहानी सुनाता हु, जो काफी लोगो की जिंदगियो से मिलती जुलती होगी | ये कहानी मेरी नहीं है, लेकिन मेरे एक दोस्त की है | एक दवाब ने तीन जिंदगियां बर्बाद कर दी |
हम सब दोस्तों का कॉलेज मे गैंग था | कुल मिलकर हम ६ दोस्त थे; जिसमे २ लड्किया और ४ लड़के थे | लड़कियों के नाम उर्मी और रेशमा थे | रेशमा का चक्कर अपने ही गैंग के एक लड़के रमेश के साथ चल रहा था | दोनों कॉलेज ख़त्म होने का इंतज़ार कर रहे थे और रमेश किसी अच्छे नौकरी का | जैसे ही रमेश की नौकरी लगती, वो दोनों अपने-अपने परिवार वालो से बात करने वाले थे | अचानक से ऐसे अनहोनी हो गयी, जिसने उन दोनों की जिन्दगी को पूरा बदलकर रख दिया | रेशमा की एक बड़ी बहन थी और उसका नाम प्रिया था | प्रिया माँ बनने वाली थे और वो अंतिम दिनों मे रेशमा के यहाँ आयी हुई थी | प्रिया के पति किसी अच्छी कंपनी मे थे और कुछ दिनों के लिए बाहर गये हुए थे | आखिर वो दिन दिन आ ही गया था, जब प्रिया की गोद मे किलकारी गूंजने वाली थी | हम सब रेशमा के घरवाले के साथ अस्पताल मे जमे थे और लड़का होगा या लड़की पर बहस कर रहे थे |
प्रिया ऑपरेशन रूम मे थी, तभी डॉक्टर ने बोला, प्रिया का केस बिगड़ गया है और वो सिर्फ एक को ही बचा सकते है और प्रिया ने अपने बच्चे को बचने के लिए बोला है | प्रिया को जुड़वाँ बचे हुए, तभी प्रिया के पति भी आ गये और वो प्रिया की मौत की खबर सुनकर टूट गये | बहुत प्यार करते थे वो उसे | उन्होंने अपने बच्चो का मुह भी नहीं देखा | वो एकदम टूट चुके थे और गहरे सदमे मे थे | उनकी इस हालत को देखते हुए, परिवार वालो ने एक फैसला लिया | उन्होंने मेरी शादी प्रिया के पति से करवा दी और ये सब इतनी जल्दी हुआ, कि रेशमा को रमेश को कुछ भी बताने का मौका नहीं मिला | रेशमा प्रिया के पति के साथ शादी करके दुसरे शहर चली गयी और अपनी पढाई भी पूरी नहीं की | रमेश को जब ये सब पता चल तो वो पागलो की तरह घुमने लगा और वो किसी बाहर गावं नौकरी के लिए चला गया | काफी साल गुज़र गये थे, लेकिन रमेश रेशमा को भुला नहीं था और उसने उसको ढूंढ़ ही लिया और कुछ चक्कर चलाकर उससे मिला और अपना हाले दिल बया कर दिया | रेशमा की जिन्दगी भी अच्छी नहीं थी | इतने सालो मे, प्रिया के पति ने रेशमा को छुआ तक नहीं था और उसने अपने आप को अपने काम मे फसा लिया था और रेशमा बच्चो के सहारे जिन्दगी काट रही थी |
रमेश ने एक बार फिर से रेशमा के दिल के तार छेड़ दिये थे और उसके मरे हुए अरमानो को जगा दिया था | अचानक से रेशमा के बदन की आग उसको तड़पने लगी और उसकी हवस उसके दिल और दिमाग पर हावी होने लगी | उसने उस दिन सबको ऑफिस और स्कूल भेजा और रमेश से मिलने होटल चली गयी | उसके चेहरे पर एक अजीब से मुस्कान थी और आज वो रमेश पर सब कुछ लुटाने को तैयार थी | बातो ही बातो मे उसने अपने आप को रमेश को सोप था और उसके शरीर से चिपक गयी | रमेश ने उसके होटो पर अपने होट रख दिये और मस्ती मे चूसने लगा | रेशमा ने रमेश को कसकर पकड़ लिया और उसकी छाती को कपड़ो के ऊपर से चूमने लगी | रमेश ने खुद को और रेशमा को नंगा किया और उसको पलंग पर लिया था | रेशमा की चूत को देखकर रमेश समझ गया, कि वो चुदी नहीं है और एक लंड का इंतज़ार कर रही है | बिना देरी किये हुए, रमेश ने अपना लंड रेशमा की चूत मे घुसा दिया और अपने वीर्य की बारिश से उसको भिगो दिया | आज रेशमा तृप्त हो गयी थी | और मुझे भी उसे खोने के गम से मुक्ति मिल गयी थी |
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जिस्म की प्यास बुझती ही नहीं
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रमेश ने एक बार फिर से रेशमा के दिल के तार छेड़ दिये थे और उसके मरे हुए अरमानो को जगा दिया था | अचानक से रेशमा के बदन की आग उसको तड़पने लगी और उसकी हवस उसके दिल और दिमाग पर हावी होने लगी | उसने उस दिन सबको ऑफिस और स्कूल भेजा और रमेश से मिलने होटल चली गयी | उसके चेहरे पर एक अजीब से मुस्कान थी और आज वो रमेश पर सब कुछ लुटाने को तैयार थी | बातो ही बातो मे उसने अपने आप को रमेश को सोप था और उसके शरीर से चिपक गयी | रमेश ने उसके होटो पर अपने होट रख दिये और मस्ती मे चूसने लगा | रेशमा ने रमेश को कसकर पकड़ लिया और उसकी छाती को कपड़ो के ऊपर से चूमने लगी | रमेश ने खुद को और रेशमा को नंगा किया और उसको पलंग पर लिया था | रेशमा की चूत को देखकर रमेश समझ गया, कि वो चुदी नहीं है और एक लंड का इंतज़ार कर रही है | बिना देरी किये हुए, रमेश ने अपना लंड रेशमा की चूत मे घुसा दिया और अपने वीर्य की बारिश से उसको भिगो दिया | आज रेशमा तृप्त हो गयी थी | और मुझे भी उसे खोने के गम से मुक्ति मिल गयी थी |
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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