FUN-MAZA-MASTI
चुदाई दिव्या मामी की
हैल्लो फ्रेंड्स.. मेरा नाम कुश है और मेरी उम्र 24 साल है.. में नेपाल में रहता हूँ। मेरे घर में हम तीन लोग है.. में, मम्मी और पापा। दोस्तों में बचपन से ही पढ़ाई में आगे रहा हूँ और पढ़ाई में आगे रहने के कारण मुझे घर में कोई भी कुछ नहीं बोलता है क्योंकि में अपना पढ़ाई का टाईम खुद ही निकाल लेता हूँ। मुझे बचपन से ही औरतो की नाभि बहुत पसंद है। जब में छोटा था तब में बहुत ज़िद्दी था और में गुस्सा होने के बाद ना पढ़ता था और ना ही खाना ख़ाता था। फिर मेरी मम्मी मेरे ऊपर बहुत चिल्लाती थी। फिर जब मेरी गर्मियों की छुट्टियाँ स्टार्ट हो गई तब में और मेरी मम्मी मेरे मामा के घर काठमांडू चले गये।
फिर में एक दिन वहाँ पर ठीक रहा.. लेकिन दूसरे दिन में फिर से खाने में जिद करने लगा.. तब मेरी मम्मी मुझसे बहुत गुस्सा हुई और चिल्लाने भी लगी.. लेकिन ठीक उस समय मेरी मामी आ गई और मम्मी से पूछने लगी कि बच्चे पर क्यों चिल्ला रही हो? तब मम्मी ने मामी को सब कुछ बता दिया और तब मामी ने मम्मी से कहा कि अब आप इसको मेरे ज़िम्मे में छोड़ दो.. में इस को बिल्कुल ठीक कर दूंगी। तब मम्मी ने कहा कि ठीक है और फिर मम्मी वहाँ से चली गयी। तभी मामी ने मुझसे पूछा कि कुश तुम अपनी मम्मी को इतना परेशान क्यों करते हो? तो मैंने कुछ जवाब नहीं दिया। फिर मैंने मामी के हाथ से भी कुछ नहीं खाया.. तभी मामी बोली कि में तुझे एक चीज़ दिखाऊँगी.. लेकिन तू जब खाना खा लेगा तो। तब मैंने उनसे पूछा कि क्या दिखाओगी आप? फिर मामी ने कहा कि तू पहले जल्दी जल्दी खाना खाले उसके बाद दिखाऊँगी और फिर मैंने जल्दी से खाना खत्म कर दिया।चुदाई दिव्या मामी की
हैल्लो फ्रेंड्स.. मेरा नाम कुश है और मेरी उम्र 24 साल है.. में नेपाल में रहता हूँ। मेरे घर में हम तीन लोग है.. में, मम्मी और पापा। दोस्तों में बचपन से ही पढ़ाई में आगे रहा हूँ और पढ़ाई में आगे रहने के कारण मुझे घर में कोई भी कुछ नहीं बोलता है क्योंकि में अपना पढ़ाई का टाईम खुद ही निकाल लेता हूँ। मुझे बचपन से ही औरतो की नाभि बहुत पसंद है। जब में छोटा था तब में बहुत ज़िद्दी था और में गुस्सा होने के बाद ना पढ़ता था और ना ही खाना ख़ाता था। फिर मेरी मम्मी मेरे ऊपर बहुत चिल्लाती थी। फिर जब मेरी गर्मियों की छुट्टियाँ स्टार्ट हो गई तब में और मेरी मम्मी मेरे मामा के घर काठमांडू चले गये।
फिर मामी मुझे अपने बेडरूम में ले गई उस समय घर पर कोई भी नहीं था। सब लोग बाहर मंदिर के दर्शन के लिए गये थे। फिर मामी बेड पर लेट गयी और उन्होंने अपनी साड़ी का पल्लू हटा दिया और फिर उन्होंने कहा कि देख यह नाभि है। फिर उन्होंने मेरा हाथ उनके पेट पर रख दिया और बोली कि मेरे पेट को मसल.. तो में उनके पेट को दबाने लग गया। फिर उन्होंने कहा कि कुश अपनी उंगली मेरी नाभि के अंदर डालो तो मैंने उंगली उनकी नाभि के अंदर डाल दी। फिर वो बोली कि ज़रा इसको सूँघो तो में सूँघने लगा.. तो एकदम मेरी उंगली से उस समय अजीब सी बदबू आ रही थी.. लेकिन मुझे कुछ भी एहसास नहीं हुआ और कुछ दिन के बाद में वहाँ से अपने घर लौट गया.. क्योंकि मेरा स्कूल खुलने का समय हो गया था। फिर जैसे जैसे में बड़ा होते गया तो मुझे नाभि वाली बात याद आने लगी और में सेक्सी बातें करने लगा और जैसे जैसे में बड़ा होता गया में मेरी मामी की तरफ आकर्षित होने लगा। मेरी मामी की उम्र करीब 35 साल है और उनका फिगर 34-30-36 है और मेरी मामी पहले से बहुत खूबसूरत दिखने लगी है। दोस्तों यह बात तब की है जब में एमबीए 1st साल का पेपर देकर फ्री हुआ था। तो मेरा मन नहीं लग रहा था तो में मामा के घर पर चल गया और वहाँ पर पहुँचने के बाद मैंने मेरे मामा, मामी और नानी को नमस्ते कहा और उनके चरण स्पर्श किए। मेरे मामा का बहुत बड़ा बिजनेस है और वो आज कल नेपाल से बाहर ही रहते है और मेरी नानी बहुत बूढ़ी है और मेरी मामी का कोई भी बच्चा नहीं है। जब में वहाँ पर पहुंचा तो मेरी मामी ने लाल कलर की साड़ी पहनी हुई थी.. फिर कुछ घंटे तक मुझे वो बाद याद नहीं आई और फिर जैसे ही मामी खाना लेकर ऊपर आई तो मेरी नजर मामी के पेट पर गई और में देखकर दंग रह गया कि मामी अपनी साड़ी नाभि से 3-4 इंच नीचे पहनी है। मामी की नाभि को देखते ही में टॉयलेट में जाकर मुठ मारकर बाहर आ गया।
फिर अगले दिन मामा बाहर चले गए एक सप्ताह के लिए.. तो मैंने सोचा कि यही एक अच्छा मौका है मामी को पटाने के लिए.. फिर उसी दिन दोपहर में मामी किचन में खाना बना रही थी। तो मैंने पीछे से जाकर अचानक से मामी के गाल छू दिए जिससे मामी एक बार डर गयी। फिर मैंने पूछा कि मामी क्या बना रही हो? तो मामी ने कहा कि तुमको क्या खाना है? तो मैंने कहा कि मुझे तो बहुत कुछ खाना है। फिर मामी मुझे देखने लगी और में उनको स्माईल देकर चला गया.. कुछ देर बाद फिर में किचन में गया और मामी के पेट को देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा.. तो मैंने एक मिनट के बाद चुपके से जाकर मामी के पेट को पकड़ लिया और मामी एक सेकण्ड के लिए डर गयी थी और उन्होंने अपना पेट अंदर कर लिया और मैंने अपनी एक ऊँगली को उनकी साड़ी के पास ले जाकर उनकी नाभि के अंदर डाल दिया। फिर मामी बोली कि चल बदमाश तू मुझे कितना डराता है.. जा मुझे खाना बनाने दे।
फिर में वहाँ से चला गया और में पास वाले रूम में जाकर अपनी ऊँगली को सूंघने लग.. वाह क्या मस्त स्मेल आ रह थी। फिर ऊँगली को सूंघते सूंघते मेरा अचानक से वीर्य निकल गया.. लेकिन तभी अचानक मामी वहाँ पर आ गई और मुझे देखने लगी और पूछने लगी कि क्या कर रहे हो शैतान? मैंने कहा कि कुछ नहीं तो। मामी को मुझ पर शक हो गया था। फिर उस दिन में पास वाले रूम पर लेटे लेटे सोच रहा था कि में मामी को कैसे चोदूं और फिर उनकी नाभि को सोचते सोचते मैंने फिर से मुठ मारी और अगले दिन सुबह उठकर फ्रेश हो गया और फिर मैंने नानी को देखा तो उनकी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी तो वो सो रही थी। फिर में वहाँ से चला गया और मैंने किचन में देखा तो मामी ऊपर से मिक्सर ग्राइंडर उतार रही थी.. लेकिन वो थोड़ा ऊपर रखा था जो उनसे नहीं उतर रहा था। तभी में वहाँ पर गया और बोला कि मामी क्या हुआ? तो वो बोली कि ऊपर से मिक्सर ग्राइंडर उतार रही हूँ। तो मैंने कहा कि क्या आपको हेल्प चाहिए? तो वो बोली कि हाँ। फिर में बोला कि अच्छा ठीक है में आपको आगे से पकड़ता हूँ आप मिक्सर ग्राइंडर उतार लेना। तो वो बोली कि देखकर मुझे गिराना नहीं.. फिर में बोला कि नहीं गिराऊँगा। फिर मैंने मामी को उठाकर ऊपर किया तो उनकी नाभि मेरी आँखों के सामने आ गई और उसमे से स्मेल आ रही थी। तो मैंने मामी को हल्का सा और ऊपर किया और नाभि को अपनी नाक तक लेकर आ गया। फिर अचानक से उनकी नाभि को सूंघने लगा और किस करने लगा। फिर मामी मुझे बोली कि कुश यह क्या कर रहे हो? नीचे उतारो मुझे। में डर गया और मैंने मामी को नीचे उतार दिया और मामी मुझसे बहुत गुस्सा हो गई थी। मैंने फिर उनको सॉरी बोला और गार्डन में जाकर बैठ गया। कुछ घंटे बाद मामी आई और बोली कि तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो? में तुम्हे ऊपर ढूंड रही थी.. चलो हमे बाहर जाना है तो तैयार हो जाओ। तो में वहाँ से उठकर बाहर जाने के लिए तैयार हो गया।
फिर मामी ने मुझे उनके रूम से आवाज़ दी.. कुश एक बार इधर आओ। फिर में मामी के रूम पर चला गया और उन्होंने पूछा कि में कौन सी साड़ी पहनूं? तो मैंने कुछ नहीं बोला। फिर उन्होंने पूछा कि क्या अभी तक तुम गुस्सा हो? फिर मैंने कहा कि नहीं.. तो उन्होंने कहा कि चलो अब बताओ में कौन सी साड़ी पहनूं? तभी मैंने कहा कि हरी वाली तो उन्होंने कहा कि ठीक है तुम बाहर मेरा इंतजार करो में तैयार होकर अभी पांच मिनट में आती हूँ.. लेकिन 20 मिनट बाद मामी अपने रूम से पास वाले रूम में आई और में उनको देख कर दंग रह गया क्योंकि उन्होंने अपनी साड़ी नाभि के बहुत नीचे पहनी हुई थी और उनकी कमर को देखकर मेरा लंड खड़ा होने लगा। फिर मामी ने मुझसे पूछा कि चलो बताओ में कैसी लग रही हूँ? तभी मैंने कहा कि मामी बहुत सेक्सी लग रही हो और उन्होंने मुझे एक नॉटी स्माईल दी। फिर हम लोग वहाँ से चले गए। फिर एक अच्छे से रेस्टोरेंट पहुंचने के बाद मामी बोली कि क्या खाओगे? तो में बोला कि मामी एक पिज़्ज़ा मगवां लेते है.. उन्होंने कहा कि ठीक है और मामी ने एक पिज़्ज़ा का ऑर्डर देने लग गई.. फिर जब वो ऑर्डर दे रही थी तो में उनकी नाभि, बूब्स को देखे जा रहा था। तभी अचानक उन्होंने मुझे देख लिया और साड़ी का पल्लू ठीक करने लगी।
फिर थोड़ी देर बाद पिज़्ज़ा खाने के बाद हम लोग वहाँ से चले गये। तभी कार में मामी ने मुझसे पूछा कि तुम घूर घूर कर क्या देख रहे थे? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं.. फिर उन्होंने कहा कि तुम झूठ मत बोलो सच सच बताओ वरना में तुमसे कभी भी बात नहीं करूँगी। तभी मैंने डरते हुए कहा कि में आपकी नाभि देख रहा था। तो वो हंसने लगी और उन्होंने अपने एक हाथ से मेरा हाथ पकड़ कर अपने पेट पर रख दिया और बोली कि चलाओ अपनी उंगली मेरी नाभि में डालो। अब में बहुत खुश हो गया था और में अपनी उंगली ज़ोर ज़ोर से नाभि में डालने लगा था। फिर घर पहुँचने के बाद मामी अपने बेडरूम में चली गयी और में नानी से बात करके पास वाले रूम में चल गया। तभी रात के 11 बजे मामी मुझे कॉल करके बोली कि तुम मेरे रूम में आओ। तो में मामी के रूम में चला गया और वहाँ पर पहुंचा तो मैंने देखा कि मामी रात में भी साड़ी पहने हुई थी वो भी नाभि तक। मामी ने मुझे अपने पास बुलाया और पूछने लगी कि तुम्हे.. मुझमें क्या पसंद है? फिर मैंने कहा कि आपके बाल, आपकी आंखे, गाल, गर्दन। फिर मामी बोली कि बस यही.. तो में बोला कि हाँ फिर उन्होंने अपनी साड़ी को नाभि से नीचे करते हुए कहा कि क्या तुम्हे यह पसंद नहीं है? तो मैंने कहा कि मामी यह तो आपके शरीर का सबसे ब्यूटिफुल पार्ट है। तभी उन्होंने कहा कि चलो मेरी नाभि को सूँघो और इसमे ऊँगली करो। तभी मैंने टाईम खराब ना करते हुए उनके पेट को किस करने लगा और नाभि में अपनी जीभ घुसाने लगा उनकी नाभि एक इंच गहरी थी और मामी के मुहं से आहह उईईई माँ ऑश जैसी आवाज़ आने लगी थी और वो बोल रही थी और चोदो मेरी नाभि को मुझे बहुत अच्छा लगता है नाभि चुदवाने में और चोदो मेरी नाभि और फिर 10 मिनट तक में उनकी नाभि चाटता चोदता रहा और उसके बाद में उनको बेड पर ले गया और उनकी गर्दन पर किस करने लगा और फिर उनके गाल पर किस करने के बाद हमने लगभग 15 मिनट तक फ्रेंच किस किया।
फिर में उनके बूब्स से होते हुए उनकी नाभि तक पहुंच गया और में उनकी नाभि में आईसक्रीम डाल कर चाटने लगा.. लेकिन तभी नाभि के अंदर जीभ डाली तो वो एक बार उछल गई और मेरे बालों को पकड़कर मुझे अपनी नाभि की तरफ दबाने लगी। तभी कुछ देर बाद मैंने उनकी साड़ी का पिन खोलकर उनका पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और उनकी जांघो को चाटने लगा। तो मामी मचलने लगी और फिर मैंने उनके ब्लाउज के हुक खोल दिए और ब्रा के ऊपर से ही बूब्स पर किस करने और दबाने लगा था। फिर उनके मुहं से आअहह ऊहह माँ की आवाज़ आ रही थी और वो बोली कि प्लीज़ धीरे धीरे दबाओ मुझे दर्द होता है। फिर मैंने उनकी ब्रा को खोलकर फेंक दिया और बूब्स दबाने और चूसने लगा और बातें भी करने लगा था। तभी वो बोली कि ज़रा धीरे धीरे करो दर्द होता है.. आअहह और चूसो मेरे बूब्स और बोली कि बस बूब्स पर किस करोगे या नीचे भी कुछ करोगे।
तभी यह बात सुनते ही में नाभि को सूंघते हुए उनकी चूत पर आ गया और मैंने उनकी पेंटी को निकाल दिया और फिर उनकी चूत को किस करने लगा और फिर किस करने के बाद में अपनी जीभ उनकी चूत के होल में डालने लगा और जीभ अंदर डालकर चूत भूखे कुत्ते की तरह चाटने लगा। फिर वो बोली कि आहह राजा अच्छे से चाटो और वो मेरे बालों को सहलाने लगी। फिर उन्होंने कहा कि अब तुम भी अपनी जीन्स उतार दो। तभी मैंने फिर उनकी आज्ञा का पालन करते हुए मेरी जीन्स उतार दी और उन्होंने मेरी अंडरवियर को भी उतार दिया। फिर वो बोली कि तुम्हारा लंड तो ठीक साईज़ का है और उन्होंने मेरे लंड पर किस कर दिया और एक हाथ से पकड़कर जोर जोर से हिलाने लगी और बोली कि तुम अलमारी से तुम्हारे मामा का एक कंडोम लेकर आ जाओ। फिर में कंडोम लेकर आ गया तो वो बोली कि चलो अब चुदाई का काम करते है और वो बेड पर लेट गयी। तभी में उनकी चूत को चाटकर अपना लंड उनकी चूत में धीरे धीरे डाल रहा था। फिर वो बोल रही थी राज्ज्जाअ अह्ह्ह दर्द हो रहा है अहह उईईईईई माँ निकाल दो इसे प्लीज़ बहुत दर्द हो रहा है अहह.. तभी मैंने उनके होंठो पर किस करते हुए अपना पूरा लंड उनकी चूत में डाल दिया। तभी उनको भी कुछ राहत की सांस मिली और शुरू में धीरे धीरे अपना लंड आगे पीछे कर रहा था और बाद में मैंने थोड़ी सी स्पीड बढ़ाई तो मामी अहह उफ्फ्फ माँ मर गई बोलने लगी और बोली कि प्लीज़ निकाल दो अपना लंड वरना में मर जाऊंगी.. प्लीज़ अहह ऊऊहह माँ.. लेकिन में कहाँ सुनने वाला था और कुछ देर तक उन्हें दर्द हुआ और बाद में वो भी अपनी गांड हिला हिलाकर मेरा साथ देने लग गई। फिर में उनके बूब्स भी दबा रहा था और नाभि भी सूंघ रहा था। इससे उनको और भी मज़ा आने लग गया था और वो बोली कि ऊहह मेरे राजा अच्छे से चोदो मुझे.. मेरी दो साल की प्यास आज बुझा दो.. ऊऊ अहह ओइईईईई माँ और ज़ोर से चोदो आअहह। फिर मैंने उनकी यह आवाज़ सुनकर और स्पीड बढ़ा दी और कुछ देर बाद कंडोम में मेरा वीर्य निकल गया.. लेकिन मैंने वो वीर्य उनकी नाभि में डाल दिया और उंगली से उसको अंदर तक डाल दिया। फिर में उनकी नाभि में 5 मिनट तक उंगली करता रहा और सूंघता रहा और बाद में एक घंटे के बाद मामी को बोला कि मामी अब गांड का क्या इरादा है? तो वो बोली कि राजा बस एक बार तुम्हारे मामा ने चोदा था.. उसके बाद एक बार भी नहीं चोदा है।
तो मैंने उसकी गांड को दबाते हुए कहा कि में चोद देता हूँ। फिर वो बोली कि नहीं बहुत दर्द होगा और यह दर्द मुझसे नहीं सहा जाएगा। फिर मैंने कहा कि बस एक बार ट्राई करते है। वो बोली कि इसे अभी छोड़ दो। तभी में बोला कि प्लीज़ एक बार ट्राई करते है। फिर वो मेरे बहुत देर तक समझाने के बाद पेट के बल लेट गयी और में उनकी गांड पर किस करने लगा और में कुछ देर बाद उनको बोला कि आप डॉगी स्टाईल में हो जाओ। तो वो बोली कि ठीक है। फिर में अपना लंड उनके एकदम छोटे से छेद में डालने लगा और लंड को हल्का सा डालते ही वो जोर से चिल्ला उठी.. प्लीज़ नहीं उफ्फ्फ बहुत दर्द होता है प्लीज़ इसे मत चोदो। फिर में बोला कि कुछ नहीं होगा और में पीछे से उनके बूब्स दबा रहा था और धीरे धीरे अपना लंड अंदर डाल रहा था.. जैसे जैसे लंड अंदर जा रहा था वैसे वैसे वो और जोर जोर से चिल्ला रही थी.. आअहह नहीं मत करो में मरररर गयी.. अब क्या था ट्राई करते करते लंड पूरा उनकी गांड में चला गया।
फिर वो बोली कि बहुत दर्द हो रहा है प्लीज बाहर निकाल दो। तो में बोला कि इतनी मेहनत से घुसाया है मामी.. अब काम भी पूरा करने दो। वो कुछ नहीं बोली और तकिए को पकड़ कर अज़ीब अज़ीब आवाज़ निकाल रही थी और में धीरे धीरे उनकी गांड मारने लगा। वो उफफ आअहह ऊओह और चोदो मेरी गांड को इसको आज बड़ा कर दो और चोदो.. मुझे अपनी बीवी बना लो प्लीज़ और बोलने लगी थी.. आअहह ऊऊहह माँ और ज़ोर से चोदो मुझे। तभी कुछ देर बाद मेरा वीर्य निकल गया और मैंने उस कंडोम को फेंक दिया और में फ्रेंच किस करने लग गए और फिर रात को में अपना लंड उनकी चूत में ही डालकर सो गया और अपना चेहरा उनकी नाभि के पास रखकर सो गया.. क्योंकि उनकी नाभि की महक मेरे लंड को फिर से खड़ा कर देती है।
फिर सुबह मामी ने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर निकाल दिया और वो मेरे ऊपर बेडशीट डालकर नहाने चली गयी। फिर में जब सुबह 11 बजे उठा तो मामी किचन में खाना बना रही थी और फिर में पीछे से जाकर मामी की नाभि में उंगली डालने लगा और अपना लंड मामी की साड़ी के ऊपर से ही रगड़ने लगा। तभी मामी कुछ देर बाद अपने बेडरूम में आई और फिर मैंने मामी को फिर से चोदना शुरू कर दिया। फिर हम लोग एक सप्ताह तक ऐसे ही चुदाई करते रहे और किसी को हमारी चुदाई का पता भी नहीं चला। फिर भी मुझे जब भी टाईम मिलता में मामी की नाभि और चूत को चोदने मामी के पास चला आता।
सो दोस्तों यह थी मेरी स्टोरी और में उम्मीद करता हूँ कि जो नाभि को चाहने वाले है उनको यह कहानी बहुत अच्छी लगी होगी।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment