Sunday, June 14, 2015

FUN-MAZA-MASTI अनजाने में ही

FUN-MAZA-MASTI

अनजाने में ही
 एक बार फिर स्वागत है आप सब का इस चोदन कथा समारोह में जहां इंडियन सेक्स की बेहतरीन कहानियां आपका इंतज़ार कर रही हैं.. दोस्तो ! आज मैं आपको एक जिगोलो की कहानी सुनाता हूँ.. करीब चार साल पहले की बात है जब मै दिल्ली में एक नौकरी की तलाश में आया था.काफी दिन तक इधर उधर घूमने के बाद जब मुझे कोई जॉब nahin मिली तो मैंने हार कर एक शोव्रूम में काम करने लगा.ये एक बहुत बड़ा कपड़ों का showroom था.यहाँ बड़े बड़े हाई प्रोफाइल के लोग आते थे. एक दिन एक औरत आई और कहने लगी कि मुझे अपने १ साल के बच्चे के लिये जुराबें लेनी हैं. मैने कहा- मैडम किडस सेक्शन उपर है. वो बोली कि मै भी उसके साथ उपर चलूं तो मै भी उपर आ गया. जब उसने अपना काम खत्म कर लिया तो वो बोली कि क्या मै उसके साथ उसके घर तक चल सकता हूं? मैने कहा कि काम के समय मुझे कहीं भी जाने की इजाजत नहीं है तो वो बोली कि ठीक है तुम मुझे अपना फ़ोन नम्बर दे दो और मैने दे दिया. उसी रात उसका फ़ोन आया कि वो मुझसे जॉब के चक्कर में मिलना चाहती है. मुझे भी उससे मिलने की इच्छा थी तो हमने मंगलवार का कार्यक्रम तय किया. मंगलवार को जब मैं उसके बताये पते पर पहुंचा तो वहाँ कोई नहीं था लेकिन तभी एक मर्सिडीज़ आकर रुकी,, उसकी खिड़की खुली और एक औरत ने मुझे कार में बैठा लिया..उसने मुझे बताया कि जॉब के लिए मुझे क्लाइंट के पास जाना पड़ेगा..मैं मान गया.. और फिर उसने मुझे काफी दूरी पर एक बंगले में छोड़ दिया और खुद चली गयी.. जब में बंगले में घुसा तो वहां एक २८-३० साल कि औरत बैठी थी..लेकिन वो गज़ब की मादक लग रही थी.में उसके पास गया तो वो मुझसे बहुत प्यार से बात करने लगी..फ़ी देर हम बातें करते रहे. बात करते करते उसने अपना पल्लू गिरा दिया. उसकी चूचियां ब्लाउज से बाहर झांक रही थी. मैने उसे बेड पर लिटा लियाऔर उसके होठों को चूमने लगा. करीब १५ मिनट के बाद मै उसके ब्लाउज के हुक खोलने लगा. जैसे ही मैने उसका ब्लाउज उतारा, आगे का नज़ारा देख मै पागल हो गया और ब्रा के उपर से ही जोर जोर से उसकी चूची दबाने लगा. फ़िर ब्रा उतार कर चूचियां चूसने लगा. अब वो भी गर्म हो गयी थी. मैने उसकी साड़ी और फ़िर पेटिकोट उतार दिया. वो सिर्फ़ पैन्टी में बहुत मादक दिख रही थी. उसने मेरे कपड़े भी उतार दिये. हम पूरे नंगे हो गये. उसने मेर 8’’ लम्बा लन्ड मुंह मे ले लिया और मै ६९ कि पोजिशन मे उसको मजा देने लगा. वो एकदम पागल हो चुकी थी. अब मै उसके उपर लेट कर अप्ना लन्ड उसकी चूत में घुसाने को तैयार हो गया. टांगें फ़ैला कर उसने मेरा स्वागत किया. वो काफ़ी अनुभवी थी. जैसे हि मैने अपना लन्ड उसकी चूत पे रखा, वो मुझे अपनी ओर खींचने लगी. लन्ड अन्दर जाते ही वो सिसकारियां लेने लगी. थोड़ी देर झटके देने के बाद मै उसका दूध पीने लगा. अब दूध पीने में ज्यादा मजा आ रहा था. फ़िर मै झटके देने लगा और थोड़ी देर में मैं झड़ने लगा. अब तक वो भी झड़ चुकी थी. उसके बाद हम दोनो काफ़ी देर लिपटे ही रहे. अब तक मै उसको कम से कम दस बार चोद चुका चुका था और चोदते चोदते थक भी चुका था.. मैंने उससे कहा – मुझे घर जाना है.. फिर उस औरत ने मुझे जाने दिया..अचानक एक दिन मुझे एक लिफ़ाफ़े में ५०,००० रुपये मिले.. अन्दर एक पर्ची थी और उसपे लिखा था..”ये पैसा पहले दिन का काम अच्छे से करने के लिए..” में बहुत देर तक सोचता रहा,, लेकिन अब फिर मुझे फ़ोन काल्स आते और वो ही औरत मुझसे मिलती,, फिर में किसी को चोदता और फिर मुझे पैसे मिलते,,धीरे धीरे मुझे समझ में आया कि अनजाने में ही में एक हाई प्रोफाइल जिगोलो बन चुका था..
 

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