FUN-MAZA-MASTI
गावं में जाकर चाची चोदी
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम रवि है और मेरी उम्र 22 साल है और वैसे मैंने इस साईट पर बहुत सी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी है और वो मुझे बहुत अच्छी लगी और आज में उम्मीद करता हूँ कि यह मेरी कहानी भी आप सभी को बहुत पसंद आएगी। में एक छोटे से शहर का रहने वाला हूँ और मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ। दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब में गर्मियों की छुट्टियों में अपने गावं जाया करता था और चाचा के यहाँ भी जाया करता था। में कुछ दिनों के लिए चाचा के यहाँ पर ठहर गया.. मेरे चाचा ने दो शादियां की थी और वो अपनी दूसरी बीवी के साथ मतलब छोटी चाची के साथ दूसरे गावं में रहते थे और बड़ी चाची दूसरे गावं में रहती थी। बड़ी चाची दिखने में एक बहुत सुंदर औरत थी.. बड़े बूब्स, गदराया हुआ बदन, पतली कमर और मंत्रमुग्ध कर देने वाली उनकी गांड।
चाचा के दो लड़के है और वो बाहर दूसरे गावं में रहते है.. तो चाची अकेली ही गावं में रहती है और बस मेरी दादी ही उसके साथ रहती है। फिर हुआ यूँ कि एक दिन में सुबह जल्दी उठा और पेशाब के लिए बाथरूम जाने लगा तो उस समय सुबह के करीब 4 बजे होंगे और बाथरूम की लाईट चालू थी और में बिना कुछ सोचे अंदर घुस गया। तभी मैंने देखा तो सामने चाची पेशाब कर रही है और उसकी बड़ी गांड मुझे साफ साफ दिख रही थी और में बेसुध होकर देखता ही रह गया। फिर चुपके से बाहर आया और थोड़ी देर वो खूबसूरत नज़ारा देखा और जब वो बाहर निकालने लगी तो अंजान बनकर मैंने दरवाजा खोल दिया। तो वो मुझे देख रही थी और में उन्हे। फिर मैंने होश संभाला और कहा कि मुझे पेशाब करना है। तो वो चली गयी.. लेकिन उस दिन मैंने ठान लिया कि मुझे चाची की चुदाई ज़रूर करनी है और मुझे उसकी गांड को मसलना है.. उसके बूब्स पीना है और उसकी चूत को अपने लंड से चोदना है।
फिर सुबह उस दिन मुझे चाय देते वक़्त उनका पल्लू गिर गया और मुझे उनके बूब्स के थोड़े दर्शन हो गये और मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी उसने कहा कि चलो चाय खत्म करो पानी गरम है चलकर नहा लो। तो मैंने कहा कि ठीक है.. तभी मैंने कहा कि आप ही मुझे नहला दो बचपन में भी आप ही करती थी। तो उसने हाँ कर दिया और में बहुत खुश हो गया और जब में नहाने बैठा तो मेरा लंड खड़ा था। तो उसने मुझसे पूछा कि क्या बात है बड़े गरम होकर आए हो तुम? तो मैंने पूछा कि कैसे? तो वो बोली कि मुझे सब समझ में आता है। मैंने फिर पूछा कि कैसे? तो उन्होंने कुछ नहीं कहा और वो मेरे बदन पर साबुन लगा रही थी और फिर मेरा लंड काबू में नहीं था। तो उन्होंने मुझसे खड़ा होने को कहा.. मेरा लंड तो तनकर सलामी दे रहा था। तो मैंने उनको सॉरी कहा तो वो बोली कि जवानी में यह सब होता है और वो मेरे पैरों को धो रही थी। तभी अचानक उनका हाथ मेरे लंड पर पड़ा और वो बोल उठी.. हे राम इतना बड़ा तो तेरे चाचा का भी नहीं है। तो मैंने कहा कि आपने तो देखा भी नहीं है क्या मेरा देखोगी? पहले तो वो मना करने लगी और फिर अचानक मेरा अंडरवियर नीचे करके देखने लगी तो मैंने कहा कि चाची प्लीज मुझे भी आपको देखना है.. मुझे आपकी गांड को मसलना है.. बूब्स को दबाना है और तो वो बोली और क्या करना है? तो मैंने कहा कि आपकी जांघो के बीच जो छोटी सी प्यारी सी जन्नत है उसे चाटना है। वो बोली कि नहीं। फिर मैंने कहा कि हाँ प्लीज चाची.. चाचा तो आपके साथ रहते नहीं है फिर आपको भी तो कुछ सेक्स करने के लिए चाहिए.. आप चिंता मत कीजिए आज से में ही आपकी सेवा करूंगा। तो उन्होंने कहा कि ठीक है.. लेकिन अभी नहीं रात में। फिर में बड़ी बेसब्री से रात होने का इंतज़ार कर रहा था और फिर दोपहर को खाना खाने के बाद दादी सो गयी और मैंने सही मौका देखकर उनकी गांड को पीछे से पकड़कर अपने लंड के नज़दीक लाकर मस्त तरीके से रगड़ा और अपने दोनों हाथों से दबाया.. फिर ब्लाउज को खोलकर बारी बारी से एक एक बूब्स को भी पिया। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. लेकिन इसके आगे हमने कुछ नहीं किया।
हमे पूरा मज़ा तो रात में आने वाला था और फिर धीरे धीरे शाम हो गयी और में थोड़ी देर बाहर घूमने गया और वापस आया तो मैंने देखा कि उस समय लाईट जा रही थी और चाची ने दिया जला रखा था और वो रसोई में खाना बना रही थी और दादी अपनी खटिया पर लेटी हुई थी। तो में चुपके से चाची के पीछे गया और उनकी कमर पर हाथ रख दिया.. वो एकदम से डर गयी और पीछे मुड़कर देखा। फिर मुझे देखते ही वो बहुत खुश हो गयी.. वो बोली कि और शरारत रात में.. अभी नहीं। तो मैंने कहा कि प्लीज दरवाज़ा बंद है और दादी सोई है प्लीज़ मुझे तुम्हारी गांड दबानी है यह एकदम मस्त है। तो उसने कहा कि नहीं.. लेकिन में नहीं माना और मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी गांड पर रखकर दबाने लगा और वो भी मज़े लेने लगी। तो मैंने कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मुझे अभी तुम्हारी चूत चाटनी है। तो उसने कहा कि नहीं.. लेकिन में नहीं माना और साड़ी के अंदर घुस गया और उसकी पेंटी को सूंघने लगा।
दोस्तों वाह क्या खुश्बू थी और फिर में उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से ही चाटने लगा तो वो मदहोश होने लगी और जांघो को मेरे सर पर दबाने लगी और वो मोन कर रही थी.. मैंने फिर उसकी पेंटी को थोड़ा साईड में किया तो उसकी दोनों जांघे मेरे मुहं तक पहुंच गई। मैंने फिर आराम से उसकी झांटो को दूर करके उसकी प्यारी सी चूत को चाटना शुरू किया वो और मोन करने लगी और में चाटे जा रहा था। तो उसने कहा कि प्लीज रवि बाहर निकालो में मर जाउंगी उउफफफफ्फ़ अह्ह्ह हे राम में मर गयी.. नहीं रवि प्लीज़ अभी नहीं ऊई माँ में मर गई उउफफफ्फ़ नहीं मेरे राजा प्लीज़। फिर मैंने सोचा कि रात को तो इसको अच्छे तरीके से उसको चोदना ही है.. इसलिए मैंने लंड को वहाँ से निकाल लिया। फिर चाची के खाना बनाने के बाद हम तीनो ने एक साथ बैठकर खाना खाया और फिर चाची ने सोने के लिए बिस्तर लगा दिया। आज दादी की खटिया को थोड़ा सा दूर रख दिया और उसने मेरी खटिया के पास अपनी खटिया लगा दी। एक घंटे के बाद ही हमारी मस्ती शुरू हो गयी.. फिर मैंने चाची से कहा कि क्यों दादी जाग तो नहीं जाएगी? तो उसने कहा कि तुम चिंत मत करो मेरे राजा.. मैंने दादी को दवाई के साथ साथ नींद की गोली दे दी है में फिर चिंता मुक्त होकर चाची के बिस्तर पर चला गया।
में : मेरी जान कितने दिन से प्यासा हूँ प्लीज आज मेरी प्यास मिटा दो।
चाची : हाँ मेरे राजा.. में भी तो कई सालों से प्यासी हूँ तेरे चाचा ने दूसरी शादी की तब से कुछ नहीं गया मेरी इस चूत में।
में : मुझे तुम्हारी चूत की प्यास है.. तुम्हारे बूब्स छोटे छोटे है.. लेकिन इन्हें चूसने में आज बहुत मज़ा आया।
चाची : मेरे राजा देर ना करो.. डालो अपनी रानी की चूत में अपना लंड और बना दो अपनी चाची की चूत का भोसड़ा.. कर लो आज मज़ा अपनी चाची की चूत के साथ.. ज़ोर जोर से चोदो मुझे आज से यह चूत तुम्हारे लंड की गुलाम है और तुम्हारा लंड बस मेरे ही चूत में जाना चाहिए।
में : हाँ चाची मेरा लंड तुम्हारा है.. चूसो इसे।
चाची : हाँ मेरे राजा इसका मज़ा मुझे भी लेने दो।
तभी चाची की यह बात सुनकर मेरा लंड और खड़ा हो गया.. तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उनके हाथ में दे दिया। तो वो कहने लगी कि आह मेरे राजा का लंड बहुत मस्त है मुझे चूसने दो इसे.. तेरे चाचा से भी बहुत बड़ा है और आज तो यह मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा। फिर मैंने चाची का ब्लाउज उतार दिया और साड़ी भी.. पेंटी और ब्रा में वो एकदम मस्त माल लग रही थी और में तब तक पूरा नंगा हो गया और वो मेरे लंड को घूर रही थी। फिर उसने कहा कि राजा और ना तड़पा.. दे दो मुझे मेरा लोलीपोप। फिर मैंने भी ज्यादा इंतज़ार नहीं करवाया और उसके मुहं में अपना लंड दे दिया और वो उसे चूसने लगी.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
में : हाँ चाची और चूसो मेरे लंड को.. यह अब तुम्हारा है.. चूसो मेरी रानी प्लीज और ज़ोर से चूसो।
चाची : मेरे राजा अब और ना तड़पाओ.. डाल दो इसे मेरी चूत में।
फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसकी दो जांघो के बीच अपनी जीभ घुमाने लगा और वो मदमस्त हो गई.. मैंने उसकी चूत की गुलाबी पंखुड़िया खोली और जीभ अंदर डालकर अंदर बाहर करने लगा और वो सातवें आसमान पर पहुंच गयी और में उसकी चूत को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और वो मोन कर रही थी.. उउफफफ्फ़ मर गयी डालो ना प्लीज़ मेरे राजा में मर जाउंगी.. ऊह्ह माँ डालो ना अपना लंड मेरी चूत में उफफफ्फ़ आआअहह प्लीज़ डाल दो चूत में अहहाअ। तो मैंने उसे और ना तड़पाते हुए अपना लंड उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से धक्का दिया.. उसकी एक बहुत ज़ोर से चीख निकल पड़ी उईईई हे राम मर गयी में बाहर निकालो इसे.. लेकिन में नहीं माना और ज़ोर ज़ोर से धक्के देता रहा और थोड़ी देर बाद सब ठीक हो गया और मेरा लंड उसकी चूत में आसानी से अंदर बाहर हो रहा था। वो भी अपनी गांड उछाल उछालकर साथ दे रही थी और फिर मैंने उसे डॉगी स्टाईल में चोदना शुरू किया और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उससे कहा कि कहा गिराऊँ? तो उसने कहा कि मेरे राजा अपना वीर्य मेरी चूत में डालकर इस चूत की प्यास बुझा दो.. कितने दिन से प्यासी है यह और तेरे चाचा ने मुझे पिछले एक साल से छुआ तक नहीं है ऊओह माँ मर गयी और ज़ोर से चोद मुझे हाँ और ज़ोर से और चोदो मुझे आहहाा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में डाल दिया और हम थोड़ी देर के लिए आराम करने लगे। फिर 30 मिनट के बाद मेरा लंड फिर से उठकर खड़ा हो गया.. तो उसने कहा कि बहुत शैतान है फिर से उठकर खड़ा हो गया है और अब मेरी भी चूत में खुजली हो रही है। मैंने फिर उस रात उसे 3 बार चोदा और जितने भी दिन वहाँ पर रहा.. में उसे चोदता रहा। अब मेरी चाची मेरी गर्लफ्रेंड है और हम बहुत मज़े करते है। वो जब भी में वहाँ पर जाता हूँ तो मुझसे बहुत चुदाई करवाती है और सबसे पहले मौका देखते ही मेरे लंड को चूसती है और फिर अपनी गांड दिखाकर लंड वहाँ पर सटा देती है। इस तरह हमारे मज़े अभी तक चल रहे है ।।
गावं में जाकर चाची चोदी
हैल्लो दोस्तों.. मेरा नाम रवि है और मेरी उम्र 22 साल है और वैसे मैंने इस साईट पर बहुत सी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी है और वो मुझे बहुत अच्छी लगी और आज में उम्मीद करता हूँ कि यह मेरी कहानी भी आप सभी को बहुत पसंद आएगी। में एक छोटे से शहर का रहने वाला हूँ और मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। अब में सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ। दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब में गर्मियों की छुट्टियों में अपने गावं जाया करता था और चाचा के यहाँ भी जाया करता था। में कुछ दिनों के लिए चाचा के यहाँ पर ठहर गया.. मेरे चाचा ने दो शादियां की थी और वो अपनी दूसरी बीवी के साथ मतलब छोटी चाची के साथ दूसरे गावं में रहते थे और बड़ी चाची दूसरे गावं में रहती थी। बड़ी चाची दिखने में एक बहुत सुंदर औरत थी.. बड़े बूब्स, गदराया हुआ बदन, पतली कमर और मंत्रमुग्ध कर देने वाली उनकी गांड।
चाचा के दो लड़के है और वो बाहर दूसरे गावं में रहते है.. तो चाची अकेली ही गावं में रहती है और बस मेरी दादी ही उसके साथ रहती है। फिर हुआ यूँ कि एक दिन में सुबह जल्दी उठा और पेशाब के लिए बाथरूम जाने लगा तो उस समय सुबह के करीब 4 बजे होंगे और बाथरूम की लाईट चालू थी और में बिना कुछ सोचे अंदर घुस गया। तभी मैंने देखा तो सामने चाची पेशाब कर रही है और उसकी बड़ी गांड मुझे साफ साफ दिख रही थी और में बेसुध होकर देखता ही रह गया। फिर चुपके से बाहर आया और थोड़ी देर वो खूबसूरत नज़ारा देखा और जब वो बाहर निकालने लगी तो अंजान बनकर मैंने दरवाजा खोल दिया। तो वो मुझे देख रही थी और में उन्हे। फिर मैंने होश संभाला और कहा कि मुझे पेशाब करना है। तो वो चली गयी.. लेकिन उस दिन मैंने ठान लिया कि मुझे चाची की चुदाई ज़रूर करनी है और मुझे उसकी गांड को मसलना है.. उसके बूब्स पीना है और उसकी चूत को अपने लंड से चोदना है।
फिर सुबह उस दिन मुझे चाय देते वक़्त उनका पल्लू गिर गया और मुझे उनके बूब्स के थोड़े दर्शन हो गये और मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी उसने कहा कि चलो चाय खत्म करो पानी गरम है चलकर नहा लो। तो मैंने कहा कि ठीक है.. तभी मैंने कहा कि आप ही मुझे नहला दो बचपन में भी आप ही करती थी। तो उसने हाँ कर दिया और में बहुत खुश हो गया और जब में नहाने बैठा तो मेरा लंड खड़ा था। तो उसने मुझसे पूछा कि क्या बात है बड़े गरम होकर आए हो तुम? तो मैंने पूछा कि कैसे? तो वो बोली कि मुझे सब समझ में आता है। मैंने फिर पूछा कि कैसे? तो उन्होंने कुछ नहीं कहा और वो मेरे बदन पर साबुन लगा रही थी और फिर मेरा लंड काबू में नहीं था। तो उन्होंने मुझसे खड़ा होने को कहा.. मेरा लंड तो तनकर सलामी दे रहा था। तो मैंने उनको सॉरी कहा तो वो बोली कि जवानी में यह सब होता है और वो मेरे पैरों को धो रही थी। तभी अचानक उनका हाथ मेरे लंड पर पड़ा और वो बोल उठी.. हे राम इतना बड़ा तो तेरे चाचा का भी नहीं है। तो मैंने कहा कि आपने तो देखा भी नहीं है क्या मेरा देखोगी? पहले तो वो मना करने लगी और फिर अचानक मेरा अंडरवियर नीचे करके देखने लगी तो मैंने कहा कि चाची प्लीज मुझे भी आपको देखना है.. मुझे आपकी गांड को मसलना है.. बूब्स को दबाना है और तो वो बोली और क्या करना है? तो मैंने कहा कि आपकी जांघो के बीच जो छोटी सी प्यारी सी जन्नत है उसे चाटना है। वो बोली कि नहीं। फिर मैंने कहा कि हाँ प्लीज चाची.. चाचा तो आपके साथ रहते नहीं है फिर आपको भी तो कुछ सेक्स करने के लिए चाहिए.. आप चिंता मत कीजिए आज से में ही आपकी सेवा करूंगा। तो उन्होंने कहा कि ठीक है.. लेकिन अभी नहीं रात में। फिर में बड़ी बेसब्री से रात होने का इंतज़ार कर रहा था और फिर दोपहर को खाना खाने के बाद दादी सो गयी और मैंने सही मौका देखकर उनकी गांड को पीछे से पकड़कर अपने लंड के नज़दीक लाकर मस्त तरीके से रगड़ा और अपने दोनों हाथों से दबाया.. फिर ब्लाउज को खोलकर बारी बारी से एक एक बूब्स को भी पिया। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. लेकिन इसके आगे हमने कुछ नहीं किया।
हमे पूरा मज़ा तो रात में आने वाला था और फिर धीरे धीरे शाम हो गयी और में थोड़ी देर बाहर घूमने गया और वापस आया तो मैंने देखा कि उस समय लाईट जा रही थी और चाची ने दिया जला रखा था और वो रसोई में खाना बना रही थी और दादी अपनी खटिया पर लेटी हुई थी। तो में चुपके से चाची के पीछे गया और उनकी कमर पर हाथ रख दिया.. वो एकदम से डर गयी और पीछे मुड़कर देखा। फिर मुझे देखते ही वो बहुत खुश हो गयी.. वो बोली कि और शरारत रात में.. अभी नहीं। तो मैंने कहा कि प्लीज दरवाज़ा बंद है और दादी सोई है प्लीज़ मुझे तुम्हारी गांड दबानी है यह एकदम मस्त है। तो उसने कहा कि नहीं.. लेकिन में नहीं माना और मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी गांड पर रखकर दबाने लगा और वो भी मज़े लेने लगी। तो मैंने कहा कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मुझे अभी तुम्हारी चूत चाटनी है। तो उसने कहा कि नहीं.. लेकिन में नहीं माना और साड़ी के अंदर घुस गया और उसकी पेंटी को सूंघने लगा।
दोस्तों वाह क्या खुश्बू थी और फिर में उसकी चूत को पेंटी के ऊपर से ही चाटने लगा तो वो मदहोश होने लगी और जांघो को मेरे सर पर दबाने लगी और वो मोन कर रही थी.. मैंने फिर उसकी पेंटी को थोड़ा साईड में किया तो उसकी दोनों जांघे मेरे मुहं तक पहुंच गई। मैंने फिर आराम से उसकी झांटो को दूर करके उसकी प्यारी सी चूत को चाटना शुरू किया वो और मोन करने लगी और में चाटे जा रहा था। तो उसने कहा कि प्लीज रवि बाहर निकालो में मर जाउंगी उउफफफफ्फ़ अह्ह्ह हे राम में मर गयी.. नहीं रवि प्लीज़ अभी नहीं ऊई माँ में मर गई उउफफफ्फ़ नहीं मेरे राजा प्लीज़। फिर मैंने सोचा कि रात को तो इसको अच्छे तरीके से उसको चोदना ही है.. इसलिए मैंने लंड को वहाँ से निकाल लिया। फिर चाची के खाना बनाने के बाद हम तीनो ने एक साथ बैठकर खाना खाया और फिर चाची ने सोने के लिए बिस्तर लगा दिया। आज दादी की खटिया को थोड़ा सा दूर रख दिया और उसने मेरी खटिया के पास अपनी खटिया लगा दी। एक घंटे के बाद ही हमारी मस्ती शुरू हो गयी.. फिर मैंने चाची से कहा कि क्यों दादी जाग तो नहीं जाएगी? तो उसने कहा कि तुम चिंत मत करो मेरे राजा.. मैंने दादी को दवाई के साथ साथ नींद की गोली दे दी है में फिर चिंता मुक्त होकर चाची के बिस्तर पर चला गया।
में : मेरी जान कितने दिन से प्यासा हूँ प्लीज आज मेरी प्यास मिटा दो।
चाची : हाँ मेरे राजा.. में भी तो कई सालों से प्यासी हूँ तेरे चाचा ने दूसरी शादी की तब से कुछ नहीं गया मेरी इस चूत में।
में : मुझे तुम्हारी चूत की प्यास है.. तुम्हारे बूब्स छोटे छोटे है.. लेकिन इन्हें चूसने में आज बहुत मज़ा आया।
चाची : मेरे राजा देर ना करो.. डालो अपनी रानी की चूत में अपना लंड और बना दो अपनी चाची की चूत का भोसड़ा.. कर लो आज मज़ा अपनी चाची की चूत के साथ.. ज़ोर जोर से चोदो मुझे आज से यह चूत तुम्हारे लंड की गुलाम है और तुम्हारा लंड बस मेरे ही चूत में जाना चाहिए।
में : हाँ चाची मेरा लंड तुम्हारा है.. चूसो इसे।
चाची : हाँ मेरे राजा इसका मज़ा मुझे भी लेने दो।
तभी चाची की यह बात सुनकर मेरा लंड और खड़ा हो गया.. तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उनके हाथ में दे दिया। तो वो कहने लगी कि आह मेरे राजा का लंड बहुत मस्त है मुझे चूसने दो इसे.. तेरे चाचा से भी बहुत बड़ा है और आज तो यह मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा। फिर मैंने चाची का ब्लाउज उतार दिया और साड़ी भी.. पेंटी और ब्रा में वो एकदम मस्त माल लग रही थी और में तब तक पूरा नंगा हो गया और वो मेरे लंड को घूर रही थी। फिर उसने कहा कि राजा और ना तड़पा.. दे दो मुझे मेरा लोलीपोप। फिर मैंने भी ज्यादा इंतज़ार नहीं करवाया और उसके मुहं में अपना लंड दे दिया और वो उसे चूसने लगी.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
में : हाँ चाची और चूसो मेरे लंड को.. यह अब तुम्हारा है.. चूसो मेरी रानी प्लीज और ज़ोर से चूसो।
चाची : मेरे राजा अब और ना तड़पाओ.. डाल दो इसे मेरी चूत में।
फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसकी दो जांघो के बीच अपनी जीभ घुमाने लगा और वो मदमस्त हो गई.. मैंने उसकी चूत की गुलाबी पंखुड़िया खोली और जीभ अंदर डालकर अंदर बाहर करने लगा और वो सातवें आसमान पर पहुंच गयी और में उसकी चूत को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और वो मोन कर रही थी.. उउफफफ्फ़ मर गयी डालो ना प्लीज़ मेरे राजा में मर जाउंगी.. ऊह्ह माँ डालो ना अपना लंड मेरी चूत में उफफफ्फ़ आआअहह प्लीज़ डाल दो चूत में अहहाअ। तो मैंने उसे और ना तड़पाते हुए अपना लंड उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से धक्का दिया.. उसकी एक बहुत ज़ोर से चीख निकल पड़ी उईईई हे राम मर गयी में बाहर निकालो इसे.. लेकिन में नहीं माना और ज़ोर ज़ोर से धक्के देता रहा और थोड़ी देर बाद सब ठीक हो गया और मेरा लंड उसकी चूत में आसानी से अंदर बाहर हो रहा था। वो भी अपनी गांड उछाल उछालकर साथ दे रही थी और फिर मैंने उसे डॉगी स्टाईल में चोदना शुरू किया और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उससे कहा कि कहा गिराऊँ? तो उसने कहा कि मेरे राजा अपना वीर्य मेरी चूत में डालकर इस चूत की प्यास बुझा दो.. कितने दिन से प्यासी है यह और तेरे चाचा ने मुझे पिछले एक साल से छुआ तक नहीं है ऊओह माँ मर गयी और ज़ोर से चोद मुझे हाँ और ज़ोर से और चोदो मुझे आहहाा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में डाल दिया और हम थोड़ी देर के लिए आराम करने लगे। फिर 30 मिनट के बाद मेरा लंड फिर से उठकर खड़ा हो गया.. तो उसने कहा कि बहुत शैतान है फिर से उठकर खड़ा हो गया है और अब मेरी भी चूत में खुजली हो रही है। मैंने फिर उस रात उसे 3 बार चोदा और जितने भी दिन वहाँ पर रहा.. में उसे चोदता रहा। अब मेरी चाची मेरी गर्लफ्रेंड है और हम बहुत मज़े करते है। वो जब भी में वहाँ पर जाता हूँ तो मुझसे बहुत चुदाई करवाती है और सबसे पहले मौका देखते ही मेरे लंड को चूसती है और फिर अपनी गांड दिखाकर लंड वहाँ पर सटा देती है। इस तरह हमारे मज़े अभी तक चल रहे है ।।
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