FUN-MAZA-MASTI
टीचर के साथ सुनहरे पल
मेरा नाम राजशर्मा है, मेरी उम्र 38 साल है, आज में आप सबको अपनी एक टीचर के साथ किए गये सेक्स के अनुभव को पेश करूँगा, बात उस वक़्त की है जब में 12थ में था मेरी उम्र 18 साल थी, और अच्छे नंबर आए इसलिए घरवालों ने मुझे हमारे ही स्कूल की एक टीचर के पास ट्यूशन लगवा दी, उनका नाम नीलम था.
और उनकी एज करीबन 38 होगी, पर दिखने में वो 30-32 के आस पास ही लगती थी, उनके बाल काफ़ी लंबे थे और वो ज़्यादातर सारी पहन ती थी और वो भी स्लीवेलेस्स ब्लाउस के साथ, और वो बोहत सुंदर भी थी, उनके हज़्बेंड एक गवर्नमेंट ऑफीस में थे और उनके 2 बच्चे थे जो कि बोरडिंग स्कूल में पढ़ते थे, वैसे उनकी आम दानी काफ़ी अच्छी थी पर वो यह ट्यूशन वगेरा टाइम पास के लिए करती थी और उन्हे अकॅडेमिक्स में इंटेरेस्ट भी बोहत था.
अब स्टोरी पे वापस आते हैं, हम ट्यूशन 4 बजे जाते थे, और मेरे इलावा वहाँ और भी कई स्टूडेंट्स थे हमारे बॅच के, अगर हमे कोई डाउट्स होता था तो वो हम टीचर से स्कूल में ही पूछ लेते थे, वो बोहत ही को-ऑपरेटिव थी और हमारा अपने बच्चो की तरह ध्यान रखती थी, धीरे धीरे में उनकी तरफ अट्रॅक्ट होने लगा था, जिस तरीके से वो अपने आप को कॅरी करती थी मुझे बड़ा पसंद आता था, उनका बोलना, चलना, कपड़े हर किसी में एक यूनीकनेस थी.
जो मुझे उनकी ओर खिचती थी, ऐसे ही वक़्त बीत ता गया और में उनकी तरफ खीचने से अपने आप को रोक नही पा रहा था, ट्यूशन में हमे ज़मीन पे बिठाया जाता था और वो कुर्सी लेकर बैठा करती थी, में हमेशा फर्स्ट लाइन में बैठा करता था, क्यूँ कि मुझे जब वो किसी काम से झुकती तो उनके बूब्स देखने में बड़ा मज़ा आता था, और जब वो पाँव पे पाँव चढ़ा कर बैठ ती तो उनकी गोरी वॅक्स्ड टांगे देख के मुझे बोहत अच्छा लगता था, में उनका फेव स्टूडेंट था.
हमारे स्कूल प्रॉजेक्ट में मेरे कुछ डाउट थे, तो मेने सोचा स्कूल में ही नीलम मिस से पूछ लूँगा, और जैसे ही रिसेस हुई में उन्हे ढूँडने लगा पर वो कहीं दिखी नही, फिर उन्हे ढूनडते ढूनडते में स्कूल लाइब्ररी तक पहुच गया, वहाँ जो मेने देखा तो देखता ही रह गया, नीलम मिस ने अपनी सारी उतार रखी थी और वो सिर्फ़ स्लीवेलेस्स ब्लाउस और मॅचिंग पेटिकोट में खड़ी थी, वैसे आपको बता दूं मेने खिड़की के बीच की दरार से देखा वैसे लाइब्ररी का दरवाजा बंद था.
उन्होने उस दिन स्काइ ब्लू कलर की सारी पहनी थी, में सोच रहा था के वो ऐसा क्यूँ कर रही है, तब गौर से देखने में पता चला कि उनकी सारी शायद कुछ गिरने से खराब हो गयी थी और उन्होने उस दाग को धोया और सारी सूखा रही थी, क्या बताऊ यारों क्या कमाल लग रही थी, जब उन्होने अपना हाथ उठाया तो मेने उनके आर्म्पाइट्स देखे वो एक दम सॉफ और गोरे थे, जी कर रहा था अभी चाट लूँ उन्हे, और उनके लो कट ब्लाउस से उनका क्लीवेज सॉफ दिख रहा था, उनके बूब्स काफ़ी बड़े थे और उनकी बेल्ली पे हल्का सा बेबी फॅट था.
और जब वो घूमी तब उनकी बॅक पे ध्यान गया क्या कहने उनकी बॅक के, ना ज़्यादा बड़ी ना छोटी इट वाज़ जस्ट पर्फेक्ट, में उन्हे देखने में इतना खो गया था कि मुझे पता ही नही चला कि कब वो वहाँ से निकल गयी और बाहर आ गई, में उन्हे अचानक देख के बड़ा डर गया, और वहाँ से सर झुकाते हुए चला गया, मिस जान चुकी थी कि में क्या देख रहा था, अब ट्यूशन पे में उनसे आँख नही मिला पा रहा था, और वो भी मुझसे बात नही कर रही थी.
एक दिन जब में ट्यूशन के लिए पहुचा तो टीचर ने सभी स्टूडेंट को छुट्टी लेने को कहा, जब पूछा तो उन्होने बताया कि उनकी तबीयत कुछ ठीक नही है, सब बच्चे वहाँ से चले गये और में खड़ा रहा, उन्होने मुझसे पूछा तुम्हे नही जाना, मेने उनसे कहा कि मुझे आप से माफी माँगनी है उस दिन के लिए और मेने उनसे कहा आइन्दा से ऐसा नही होगा, उन्हे कुछ ज़्यादा नही बोला इट्स ओके, मेने उनसे पूछा कि क्या हुआ आपकी तबीयत को तो उन्होने कहा कुछ नही बस ऐसे ही बड़ी
थकान हो रही है और शरीर टूट रहा है, तो मेने कहा चलो डॉक्टर को दिखा लाते है तो उन्होने कहा आराम करने से ठीक हो जाएगा, मेने कहा क्या में कुछ मदद कर सकता हूँ, उन्होने मेरे क्न्सर्न देख के एक बड़ी सी स्माइल दी और कहा तुम बैठो में चाइ बना के आती हूँ, वो चाइ ले आई और हम बैठ के बात करने लगे, मेने कहा आप बाहर क्यूँ नही निकलती आपको अछा लगेगा.
वो कहने लगी अकेले जाने को मंन नही करता, यह काम में बिज़ी रहते हैं और बच्चे यहाँ है नही तो किस के साथ जाउ, मेने कहा में आपके साथ चलूँगा, फिर उन्होने कहा तुम मेरा बोहत ख़याल रखते हो, फिर मेने कहा आपके पास तो कार है आप कहीं भी आ जा सकती है तो कहने लगी मुझे चलानी नही आती, तो मेने कहा में सिखा देता हूँ, वो बोहत खुश हुई यह जान के में उन्हे कार चलाना सीखा सकता हूँ, उन्होने कहा कार तो सीख लूँगी पर अगर कोई काम हुआ तो तुम्हे ले जाउन्गि मेने हां भर दी.
एक शनिवार को हम ट्यूशन पोहचे तो ट्यूशन के बाद उन्होने कहा के कल तुम आना और मुझे ज़रा मार्केट ले चलना कुछ समान लाना है, मेने दूसरे दिन सुबेह करीब 10 बजे उनके घर पोहच् गया वो तैयार थी, मेने गाड़ी निकाली और मार्केट की ओर चल दिए, फिर मार्केट में से उन्होने काफ़ी घर की चीज़ें ली और फिर एक कपड़े की दुकान में चली गयी, वहाँ वो सूट खरीदने के बाद ब्रा पॅंटी देख रही थी, में बाहर जाने लगा तो उन्होने कहा क्या हुआ तो मेने कहा कुछ
नही.
तो उन्होने कहा खड़े रहो यहीं, और ब्रा पॅंटी देखने लगी, जब भी वो कोई सेट उठाती तो मेरी तरफ देखती ऐसा लगा के वो मुझसे पूछना चाहती थी के कैसा है, में भी जो सेट मुझे अछा लगता उसपे सर हिला के अपनी हां भर देता, फिर उन्होने एक बोहत ही सेक्सी पैयर उठाई, वो पैयर ट्रॅन्स्परेंट फॅब्रिक में था और बोहत छोटा भी था, उन्होने मेरी तरफ देखा तो मेने सर हिला के हां भर दी, उन्होने मुझे एक नॉटी स्माइल दी और आँख भी मारी, जब हम घर के लिए चलें तो उन्होने कहा के तुम्हारी चाय्स तो बोहत बढ़िया है.
में कुछ नही बोला और शर्मा के हंस दिया, उन्होने मेरी थाइस पे मारा और हाथ वहाँ से हटाया नही, धीरे धीरे वो अपना हाथ मेरी थाइस पे हल्के हल्के घुमाने लगी और बातें भी करने लगी, अब वो मुझसे डबल मीनिंग बातें करने लगी और में उनके ऐसे व्यवहार को समझ नही पा रहा था, उन्होने कहा के तुम तो कमाल की गाड़ी चलाते हो, और क्या क्या कमाल का करते हो, मेने भी उनसे कहा.
में सब कुछ कमाल का ही करता हूँ, वो बोली मुझे भी देखना है तुम क्या क्या कमाल का करते हो, मेने कहा मौका मिलेगा तो सब बताउन्गा, फिर हम घर आगाये, जब में अंदर गया तो देखा नया कंप्यूटर पड़ा हुआ था, में देख के खुश हुआ तो वो कहने लगी के इन्होने अपने ऑफीस के काम के लिए लिया है, मेने कहा आप का भी अछा टाइम पास हो जाएगा, उन्होने कहा मुझे चलाना नही आता मेने कहा में सीखा देता हूँ.
वो खुश हो गयी और सीखने के लिए कहा, फिर मेने उन्हे बताया के कैसे ऑन करना होता है, डिफ पार्ट्स ऑफ इट लाइक की बोर्ड, माउस क्पू आंड मेनी मोर थिंग्स, अब तक वो मेरे साथ वाली कुर्सी पे बैठी हुई थी, और देख रही थी, अब मेने कहा आप मेरी सीट पे आके बैठो और खुद से ऑपरेट करके देखो, जब वो कोंप्यूटर के सामने बैठी तो उन्होने काफ़ी चीज़ें बोहत जल्दी समझ ली थी, पर वो माउस पे कंट्रोल नही कर पा रही थी, फिर में उनके पीछे खड़ा हुआ और अपना हाथ उनके हाथ पे रखा
और माउस ऑपरेट करना सीखाने लगा, कितने मुलायम हाथ थे उनके, एक दम माखन जैसे, और एक दम स्पंजी थे.
मेरा गाल उनके राइट गाल के करीब था, उनके शरीर से एक गजब की महेक आराही थी, में कुछ ना कुछ करने के बहाने अपने गाल उनके गाल से टच करता, उनके गाल बोहत ही कोमल थे, वो कुछ नही बोली और कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा, मेने उससे आगे कोई हरकत नही की, फिर उन्होने कहा के शाम में तुम फिर से आना पहले कंप्यूटर और फिर थोड़ी देर गाड़ी चलाना सीखना, और मंदिर भी जाना है शाम में, में ओके बोलके निकल गया, घर आते ही मेने उनके बारे में सोच सोच के 2 बार मास्टरबेट किया और शाम होने का इंतज़ार करने लगा, शाम में जब में उनके घर पहुचा तो वो कंप्यूटर ऑन करके बैठी हुई थी, उन्होने उसमे से कोई गेम निकाल ली होगी पर उससे ऑपरेट नही कर पा रही थी, इट वाज़ आ कॉंबॅट गेम, जिसमे कीबोर्ड आंड माउस बोथ हॅव टू बी यूज़्ड.
मेरे जाते ही वो कहने लगी के मुझे यह खेलनी है और जीतना है, फिर मेने कहा आप माउस संभाल ले और में कीबोर्ड से मूव करता हूँ, अब में उनके लेफ्ट में खड़ा हुआ था और कीबोर्ड की एरो को ऑपरेट कर रहा था और वो माउस से फाइयर और बाकी आक्षन कर रही थी, मेरा हाथ लेफ्ट तो राइट जाने के चक्कर में काफ़ी बार उनके बूब्स से टच हो रहा था, और मेरी कोनी उसका आनंद ले रही थी,
वो भी समझ गयी थी पर कुछ नही बोली, जब हम सेकेंड स्टेज पे आए तो गेम टफ होगयि थी, और मेरे लिए वो गेम क्रॉस करना ईज़ी था पर उनके इन्वॉल्व्मेंट के चलते में नही कर पर रहा था, और वैसे भी खड़े खड़े मुझे बिल्कुल मंन नही होरहा था, जब हम सेकेंड लेवेल हार गये तो वो निराश हुई, मेने उनसे कहा मिस यह गेम मेरे बाए हाथ का खेल है, आप नयी हो इसीलिए हम हार गये.
उन्होने मुझसे कहा कर के दिखाओ, जब में उनके चेर पे बैठा और गेम रिसटार्ट की तो में झट से सेकेंड स्टेज पार कर दिया, शी सेड यू आर रियली गुड, मुझे भी तुम्हारे जैसे गेम खेलना सीखना है, मेने कहा यह तभी होगा जब माउस और कीबोर्ड आप खुद कंट्रोल करो, वो कहने लगी उसमे तो बोहत टाइम है, मेने कहा के आप कर सकते हो, वो बोली कैसे.
मेने कहा के आप मेरी गोद में आके बैठ जाओ और माउस और के बोर्ड खुद ऑपरेट करो और में आपको मॉनिटर भी कर लूँगा और सपोर्ट भी करूँगा, वो बोली ऐसा ही करते हैं और वो मेरी गोद में आके बैठ गयी, वो मेरे लंड से थोड़ा ही नीचे ही बैठी थी, और हमने गेम शुरू की, मिस की गांद मेरी जाँघो पे जादू कर रही थी, और मेरा लंड जीन्स के अंदर तना जा रहा था, पर मिस फिर हार गयी वो बोली देखो नही हो पा रहा है ना, मेने कहा मुझे दिख ही
नही रहा है में आपकी हेल्प कैसे करू, तो वो बोली अब क्या करना है, मेने कहा के आप थोड़ा पीछे आके बैठो और फिर आगे की ओर झुक जाओ ताकि मुझे कुछ दिख सके और में आपको गेम जीतने में सपोर्ट कर सकूँ, वो बोली यह भी ट्राइ करते हैं, अब पोज़ ऐसा बना जैसे वो मेरी गोद में मेरे लंड पे बैठी है और आगे की ओर झुक के मेरा पूरा लंड अंदर लिया हुआ है, उनकी गांद मेरे लंड पे बड़े सितम ढा रही थी.
मेरा लंड पॅंट में तबाही मचा रहा था, उन्हे भी इसमे बड़ा मज़ा आरहा था, वो आगे की ओर झुक के खेलने लगी और में उन्हे गाइड करने लगा, और कभी कभी ज़रूरत पड़ने पे उनके हाथ पे हाथ रख के उन्हे हेल्प करता, अब वो ठीक से खेल पा रही थी, अब मेने हाथ उनकी कमर पे रखा, उनकी कमर बोहत चींकनी थी, अब वो राइट लेफ्ट जाने के चक्कर में खुद भी हिल रही थी, देखने वाले को लगे कि वो मेरे लंड पे बैठ के झूम रही है.
वो अपनी गांद इस तरीके के से हिला रही थी के मेरा लंड उनकी गांद की दरार में फँसा जा रहा था, में तो सोच रहा था के कहीं यह सपना तो नही, वो भी उसका मज़ा ले रही थी, और कहने लगी तुम तो बड़ा कमाल का कंप्यूटर सिखाते हो देखो में दूसरा स्टेज भी पार कर गयी, वो बोलते बोलते अपनी गांद मेरे लंड पे घिस रही थी, मेने कहा मेने तो आपसे कहा था में सब कुछ कमाल का करता हूँ, और यह कहते हुए मेरा हाथ उनकी कमर को कस के पकड़े हुए था, वो बोली और क्या क्या कर सकते हो.
अब उनकी आवाज़ में थोड़ी सिसकिया भी आने लगी थी शायद वो गरम हो रही थी, मेने कहा देखो आगे आगे होता है क्या, और फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही खेलते रहे, बातों बातों मेने उनसे पूछा के कौन से मंदिर जाना है, तो वो बोली शिवजी के, उस वक़्त शाम 5.30 बजे थे मेने कहा चलो चलते हैं, वो मंदिर करीबन 1-1.30 घंटे की दूरी पे था, हम उनकी कार से चल पड़े, उन्होने ने ब्राउनिश टोन वित गोलडेन बॉर्डर की सारी पहनी थी.
उनका ब्लाउस काफ़ी डीप था आगे से भी और पीछे से भी और सारी भी कुछ हद तक ट्रॅन्स्परेंट थी, और उन्होने सारी आज कुछ ज़्यादा ही नीचे पहनी हुई थी, में टी शर्ट और जीन्स में था, वो मुझसे काफ़ी फ्री होने लगी थी, और बातों बातों में मौका मिलने पे मेरी थाइस पे हाथ मार दे ती और जल्दी हटा ती भी नही थी, खैर हम मंदिर पहुच गये वहाँ समय से पहुचने पे हमे आरती भी मिल गयी, हम ने अच्छे से दर्शन किए और लौटने की तैयारी करने लगे, जब हम वापस चले तो करीबन 8 बज चुके थे.
रास्ता सुनसान था तो में जितनी जल्दी हो सके घर पहुचना चाहता था, हम शहेर के बाहर निकले तो मिस कहने लगी के उन्हे गाड़ी सीखनी है, मेने कहा दिस ईज़ नोट दा रूट वेर यू कॅन लर्न आंड यू शुड लर्न इन डे टाइम, मेरे लाख मनाने पे वो नही मानी…फिर मेने उन्हे बताया बेसिक्स के बारे में जैसे क्लच ब्रेक लीवर और स्टियरिंग आंड गियर, वो समझ गयी फिर वो कहने लगी के उन्हे खुद चलानी है.
मेरे लाख मना करने पे वो नही मानी और ड्राइविंग सीट पे आके बैठ गयी और कोशिश करने लगी, होना क्या था या तो गाड़ी बंद हो रही थी या तेज़ी से चल रही थी और वो कंट्रोल नही कर पा रही थी, फिर मेने उन्हे समझाया के आप दिन में किसी मैदान पे सीख लेना पर वो मान ने को तैयार ही नही थी, फिर मेने उन्हे कहा के में भी ड्राइविंग सीट पे बैठ ता हूँ और आप मेरी गोद में आके बैठ जाओ, थोड़ा सोचने के बाद वो मान गयी.
फिर वो मेरे बैठने के बाद मेरी गोद में आके बैठ गयी, वो सीधा मेरे लंड पे आके बैठ गयी, ऐसे में मेरा लंड जो है वो सीधा उनकी गांद में टच हो रहा था, मुझे बड़ा मज़ा आरहा था इस सब में, और शायद वो भी एंजाय कर रही थी, मेने एक हाथ उनके हाथ पे रखा जो कि स्टियरिंग पे था और दूसरा हाथ उनके हाथ के उपर रखा जो मेने उन्हे गियर पे रखने को कहा था, मेने उनसे कहा, क्यूँ कि यह आपका पहला अनुभव है आप क्लच ब्रेक और लीवर मेरे पे छोड़ दे.
वो मान गयी, अब धीरे धीरे कुछ दूर चलने के बाद वो स्टियरिंग ठीक से ऑपरेट कर रही थी, और हाइवे पर कम ट्रॅफिक होने की वजह से गियर कम चेंज हो रहे थे, अब मेने उनसे कहा के आप स्टियरिंग संभाल लो और मेने अपना हाथ हटा लिया, वो मान गयी अब मेने दोनो हाथ उनकी कमर पे लाके रख दिए वो कुछ नही बोली और चुप चाप स्टियरिंग कंट्रोल कर रही थी, सब कुछ इतना सही जा रहा था के मेरा मंन कर रहा था के यह सफ़र कभी ख़तम ना हो, अब मेरा लंड भी बड़ा होके उनकी गांद में घुस रहा था और वो भी उसके मज़े ले रही थी,
और जब भी मौका लगता वो अपनी गांद मेरे लंड पे ज़ोर से घिसती, फिर धीरे धीरे में उनकी कमर पे हाथ घुमाने लग गया वो कुछ नही बोली बस हल्की हल्की सिसकिया ले रही थी, मुझे लगा वो मुझे रोक लेंगी पर ऐसा कुछ नही हुआ, मुझे उनके कुछ ना बोलने से हौसला मिल रहा था, फिर धीरे धीरे में अपना हाथ उनके पेट की तरफ ले गया, वो कुछ ना बोली पर शायद उन्हे गुदगुदी हो रही थी इसलिए वो काफ़ी इधेर उधेर हो रही थी, में जान चुका था के मिस गरम हो चुकी हैं और इस मौके को गवाना नही चाहता था.
फिर जब मेरा पूरा हाथ उनके पेट पेट पे था, मेने हिम्मत कर के पूछ लिया, कि मिस आपको कैसा लग रहा है, वो बोली बोहत आनंद आरहा है, मेने कहा किस मे वो कुछ नही बोली और मेरे पाँव पे मारते हुए बोली बदमाश, अचानक एक कुत्ता आगेया बीच में, मेने कंट्रोल करने के लिए ब्रेक ज़ोर से दबा दी और इस चक्कर में उनका सर सीधा स्टियरिंग से जाके लग गया और हमारा सुंदर अनुभव ख़तम हो गया, उनके सर पे चोट लगी थी और शायद अचानक ब्रेक लगने से उनके सर पे थोड़ी चोट आ गयी. और हम घर वापस आ गये.
में उन्हे अकेला नही छोड़ सकता था क्यूँ कि उनके हज़्बेंड भी नही थे, मेने घर फोन किया और सब बात बताई ऑर रुकने की पर्मिशन ले ली, फिर मेने उन्हे कॉफी बना के दी और उनसे बातें करने लगा वो थोडा अच्छा फील कर रही थी, जब मेने सोने की तैयारी बाहर हॉल में की तो उन्होने कहा रूम में ही सो जाओ, फिर उन्होने कहा के मुझे सारी में नींद नही आएगी और उन्हे चेंज करना है,
अब मेरे पास कोई और रास्ता नही था और मेने कहा अगर आपको ऐतराज़ ना हो तो क्या में चेंज कर दूं आपके कपड़े, उन्होने पहले तो ना करदी पर बाद में सोच के हां भर दी, पर उन्होने कहा के तुम अपनी आँखें बंद कर के यह सब करोगे, पहले मेने उनके कंधे से पल्लू हटाने की कोशिश की तो वो नही निकला वो बोली पिन लगा है, फिर मेने कंधे के यहाँ से ब्लाउस के अंदर हाथ डालकर पिन खोला तो पल्लू हल्का सा नीचे आगेया, में सोच रहा था बिन पल्ल्लू के उनके बूब्स कैसे दिखते होंगे फिर मेने अपनी आँखें हल्की सी खोली और उनके बूब्स देखने लगा,
उन्होने मुझे आँख खोलते हुए देख लिया, वो कहने लगी तुम चीटिंग कर रहे हो, मेने कहा मिस आप इतनी खूबसूरत हैं के में अपने आप को रोक नही पाया, मेरा लंड जीन्स में खड़ा हो रहा था, फिर में पल्लू हटा के सारी निकालने लगा, यारों उनकी कमर की स्किन इतनी कोमल थी के पूछो मत, फिर मेने सारी शरीर से अलग कर दी, अब वो सिर्फ़ ब्लाउस पेटिकोट में थी, फिर मेने उनके ब्लाउस पे अपने काँपते हाथ रखे और हुक ढूँडने के प्रिटेक्स्ट में क्लीवेज के उपर हाथ लगा दिया, फिर में एक एक कर के ब्लाउस के हुक खोलने लगा,
मेने उनसे कहा मिस आपकी स्किन तो बोहत सॉफ्ट है, और स्मूद भी, वो कहने लगी के में अपना ध्यान अच्छे से रखती हूँ, मेने कहा वो तो दिखता है, वो बोली क्या मेने हड़बड़ते हुए कहा फील हो रहा है, वो बोली तो ठीक है, अपनी आँख बंद किए ही सब काम करो, ओह्ह मेरा बड़ा बुरा हाल था, और मेरा लंड जीन्स के अंदर तबाही मचा रहा था, मेने उससे अड्जस्ट किया तो मुझे उनके हल्के से मुस्कुराने की आवाज़ आई,
मेने आँख खोल के देखा तो मिस मेरे बढ़ते हुए लंड को देख कर घूर रही थी और शायद उसे मूह में लेने के लिए तड़प रही होगी, में जान चुका था के उनके इरादे क्या है, खैर मेने जब आखरी हुक खोला तो उनके बूब्स का सारा वजन मेरे हाथों पे महसूस हुआ, उनकी ब्रा का फॅब्रिक नेटवाला था, जब हल्की आँख खोल के देखा तो यह वोही ब्रा थी जो हम ने आज सुबेह खरीदी थी, मेने मेडम से कहा के मेरे हाथों पे वजन किस का है, तो वो कहने लगी पता चल जाएगा, मेने बोला बताओ ना,
वो बोली यह मेरे ब्रेस्ट्स हैं समझे अब जल्दी करो, फिर मेने पेटिकोट का नाडा ढूँडने के चक्कर में उनकी कमर पे हाथ घुमाया और उसको अच्छे से फील किया, बड़ा सही लगा ऐसा करना, फिर मेने उनका नाडा खोल दिया और पेटिकोट ढीला किया तो वो नीचे आगया, अब वो सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी में थी, उनकी पॅंटी भी उसी सेट का हिस्सा थी जैसी उनकी ब्रा, मेने नाडा ढीला करते वक़्त मेने उनकी पॅंटी के फॅब्रिक अच्छे से फील किया,
अब मैने डरते हुए उनसे पूछा के बचे हुए कपड़े भी निकालने हैं या रहने दूं, वो मुस्कुराते हुए बोली रहने दे, और कहा कि मुझे नाइटी पहना दे, फिर मेने उनकी नाइटी उन्होने कपबोर्ड से निकाल के दी वो पहन ने लगी, वो सॅटिन के मेटीरियल की थी, पर वो फुल नही थी सिर्फ़ घुटनो तक थी, और आगे उसमे उपर से नीचे तक बटन थे, जब मेने नाइटी पहना दी तो उन्होने कहा के अब आँखें खोल दो.
जैसे ही मेने आँखें खोली, मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी, वो एक ब्लॅक कलर की सॅटिन नाइटी थी, उनकी गोरी टांगे और कुछ हिस्सा जाँघो का दिख रहा था, वो बड़ी ही सेक्सी लग रही थी, मेने उनसे कहा के मिस आप तो इस नाइटी में, वो बोली नाइटी में क्या, मेने कहा रहने दीजिए आप बुरा मान जाएगी, वो कहने लगी नही मानूँगी बताओ तो सही, मेने कहा आप इस नाइटी में बोहत ही सेक्सी लग रही हैं, वो खुश हो गयी और चेहरा लाल हो गया, पर नाटक करने लगी के में कहाँ सेक्सी हूँ.
मेने कहा सच मिस आप बोहत खूबसूरत और सेक्सी हो, वो बोली के तुझे मुझमे क्या अच्छा लगता है, मेने कहा आपका नेचर, वो बोली वैसे नही तो मेने कहा फिर कैसे, तो वो बोली मेरी बॉडी में, मेने कहा आपका फेस, वो बोली और, अब हमारी बातें हॉट हो चली थी, मेने कहा आपके प्यारे से फेस पे स्माइल, वो खुश हुई और पूछने लगी और, मेने कहा आपके यह …… में चुप हो गया.
वो पूछने लगी मेने कहा मुझे शरम आती है वो बोलने लगी अब तक जो किया उसमे शरम नही आई, में थोड़ा चौक गया, और बातो बातो में कहा वो तो क्या ना कहा थोड़ी, वो हँसने लगी, और फिर बोली चल छु के बता दे तुझे मुझे में क्या क्या पसंद है, मेने अपने काँपते हुए हाथ पहले तो उनके लिप्स पे रखे, वो कुछ नही बोली और आँखें बंद किए ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगी, जैसे ही मेने उनके होंठ से हाथ हटाया तो उन्होने आँखें खोली और पूछने लगी और, तो में उनकी सुराई दार गर्देन पे हाथ फेर ने लगा,
वो मदमस्त हो चुकी थी, और आँखें बंद करते हुए ही आहें भरते हुए पूछने लगी ओउउउर्र्रर, फिर मेने उनसे कहा के कह दूं तो वो बोली सोचो मत बता दो कि मुझ मे अओर क्या अच्छा लगता है, वो भी गरम हो चुकी थी, फिर मेने डरते हुए अपने काँपते हाथ उनके ब्रेस्ट पे रखे और उनपे हाथ फेरने लगा, क्या बताऊ यारों क्या चुचियाँ थी उनकी, एक दम गोल भारी भारी, मुझे लगा में तो कोई सपना देख रहा हूँ, उनके मूह से आआहह निकल गयी,
वो बोली आआओउउर्र्रर क्य्ाआ अच्छा लग्गगताा हाइईइ मुझहह मेंन्न्न्, फिर मेने उनकी बेल्ली पे हाथ रखा और उसपे हाथ घुमाने लगा, वो और उत्तेजित होगआई, उूुउऊहह आआहह और्र्र्र्ररर क्य्ाआ, फिर मेने अपनी उंगली कपड़े के उपर से उनकी नेवेल में घुमाने लगा, वो हॉट होती जा रही थी, वो बोली आआआअहह म्म्म्ममम और्र्र्ररर क्याअ अचाा लगता हाईईईई, फिर मेने हाथ उनकी जाँघो पे रखा.
उफ़फ्फ़ क्या बताऊ ऐसा लग रहा था जैसे मखमल पे हाथ घुमा रहा हूँ, उनकी चिकनी जाँघो पे हाथ घुमाने में बड़ा मज़ा आरहा था, वो भी बोहत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी, और कहने लगी आअहह और्र्र्ररर बतऊऊ ना क्य्ाआआ अच्छा हाईईईईईईई मुझहह मेंन्न्न् उहह आआहह, फिर मेने हाथ उनकी गांद पे रख दिया, है मेरा लंड अंदर पागल हो गया था, और उससे अब जीन्स में रखना बोहत पेनफुल था, वो अपने होंठ अपने दातों तले दबाने लगी और कहने लगी.
हाइईईईई माआ और्र्र्र्र्ररर क्य्ाआआआ पसन्न्न्ँद्द्द्द्ड हाईईईईईईई तुम्हे, अब मुझे में भी कॉन्फिडेन्स आगेया और में उनकी गांद को दबा रहा था, उनके मूह से हल्की से चीख निकल गयी, वो बोहत उतेज़ित होगयि थी और कहने लगी आआआअहह तुम्हाराआा हाथ मेइन्न्न्न्न दमम्म्म हाईईइ, और्र्र्ररर क्य्ाआआआ पसन्द्द्द्द है मुझीई में तुम्हीईई, वो कहने लगी, मुझीईई लगाआआअ अब्ब मेइन्न बुद्द्डिईइ हूओ चुकीईईई हुन्न्ं और आब्ब्ब्ब कीसीई मर्द को मुझ मेंन्न्न् इणटट्टटेरेस्ट नहियीई होगाआआ,
मेने भी कॉन्फिडेन्स से कहा पागल होगा वो आदमी जो आपको ना देखे, आप तो बोहत सही….. वो बोली बोलो ना में क्याआअ, मेने कहा आप तो पटका हो, वो बोली, हेययययययी राम्म्म्म में तुम्हीईए पॅटकयाया लगतीिईईई हूँ, अया मुझे अछा लगा तुम्हारा मुझे इस तरह बुलानाआअ, मुझे ऐसी लॅंग्वेज बोहतत्तत्त पसंद्द्द्द्ड है, मेने कहा तो यूज़ करो ना, किस ने रोका है, अब तक मेरा हाथ उनकी गांद पे ही था, वो सिसकते हुए बोली, और्र्र्ररर क्य्ाआआ अचााआ लगता हाईईईईईईईईईईई तुम्हीईई, फिर मेने बिना डरे बिना सोचे, कपड़ो के उपर से उनकी चूत पे हाथ रख दिया, वो तो जैसे अपने आपे में ही नही थी.
वो ज़ोर से आवाज़ें करने लगिइिईई, उूुुउउइईईईईईईईई माआअ तुमनीईई मुझ पीईए जाद्द्डूऊ कार्रररर दियाआआ है, तुम्हरीईए हाथ्ह्ह्ह काअ स्पर्ष्ह किठनाआआ अछा है, और अब में उनकी चूत को अपने हाथ से दबाने लगा, वो बोलने लगी आअहह उउउहह, फिर जब मेने हाथ हटाया तो उसने मुझे देखा और कहा, सिर्फ़ पसंद है या कुछ और भी इरादा है, मेने कहा अगर मौका मिले तो क्यूँ नही, फिर वो कहने लगी, मुझे बाथरूम जाना है प्लीज़ ले चलो मुझसे चला नही जा रहा है शायद कमर में भी मोच आगाई है.
में उन्हे बाथरूम ले गया, वहाँ वो मुझसे कहने लगी के मेरी पॅंटी निकाल दो प्लीज़ मेरे दोनो हाथों में दर्द है कमर भी दर्द कर रही है, उनके चेहरे पे एक नॉटी सी स्माइल थी, खैर में उनके सामने खड़े हो के नाइटी के अंदर हाथ डाल कर पॅंटी का एलास्टिक पकड़ के नीचे करने लगा, अब वो मेरे से सॅट के खड़ी हुई थी, मेने जान बुझ कर अपना लंड उनकी चूत से घिसा पॅंटी निकालने से पहले...
वो बोली तुम्हे मेरी वजह से बोहत तकलीफ़ हो रही है ना, मेने कहा इसमे तकलीफ़ कहाँ है, मुझे अपनी फेव टीचर की सेवा करने का ऐसा मौका कब मिलेगा, फिर मेने उनकी पॅंटी निकाल दी, मेने अब तक उनकी चूत देखी नही थी, और मेने उनकी पॅंटी रखी नही और अपने हाथ में ही रहने दी, और उसको फील कर रहा था वो यह सब करते मुझे देख रही थी, वो कहने लगी अच्छा है ना मेने कहा क्या, वो बोली मेरी पॅंटी का फॅब्रिक,
मेने कहा अच्छा तो है पर अच्छे से देखा नही अब तक, वो कहने लगी तो देखो ना मेरे रजाआाअ, में एक दम दंग रह गया उनके मूह से ऐसे शब्द सुन के, में फिर उनकी पॅंटी को नज़दीक से देखने लगा, फिर मेने देखा के चूत का जो हिस्सा है वो ज़्यादा ही गीला और चिकना था, में समझ गया कि मिस भी गरम हो के झाड़ चुकी थी, और वो मुझसे चुदवाना चाहती है, पहले तो मेने उस चिकने एरिया को देखा वो बोली क्या देख रहे हो.
मेने कहा देख रहा हूँ के कितनी चिकनी होगयि है, ऐसा कह के मेने उनकी पॅंटी में चूत वाले हिस्से को सूँघा, वो यह देख के कहने लगी, ओह रजाआा कैइसस्स्स्सिईईईई है इसकी सुगंधह, मेने कहा ओह मिस्सस्स इसस्सीईई अचीईई खुश्बू कहीं नही मिलीइीईईईईईईई, फिर मेने उससे गीले हिस्से को किस किया, मिस यह देख के पागल सी होगयि, और कहने लगी के कैसा है टेस्ट, मजाआ आरहा है कीए नहियिइ, मेने कहा टेस्ट तो मजेदार है, और फिर में उस गीले हिस को चाटने लगा, वो भी अपनी चूत पे उंगली घुमा रही थी.
और आहें भर रही थी, आआआः और्र्ररर चतो बोहात बाड़ियाअ तस्तीई आआईईगाआा, जब उन्होने यूरिन पास किया तो एक अजीब कीसम की महक पूरे बाथरूम में भर गयी और उसके साउंड से मेरा लंड एक दम खड़ा हो गया और जीन्स में अब और उससे रख पाना मुश्किल था, उन्होने मेरी तरफ देखा और कहा के मेरा हाथ नही पोहच् पा रहा है क्या तुम वहाँ सॉफ कर दोगे, मेने कहा कहाँ,
वो कहने लगी कि मुझे शरम आती है, में चाहता था कि वो मूह से चूत कहे और गंदी लॅंग्वेज यूज़ करे, मेने कहा बताओ क्या सॉफ करना है, वो शरमाते हुए बोली के मेरी ……. चूत, अयाया मेने कहा ऐसा कहो ना, उन्होने सिर्फ़ यूरिन पास किया था, मेने पानी चालू कर के अपना हाथ उनकी चूत के यहाँ रखा, मेरे और उनके शरीर में जैसे बिजली दौड़ गयी, और में उनकी चूत की तरफ देखते हुए पानी से उससे धोने लगा,
उनकी चूत एक दम सॉफ थी और मुलायम थी, जी कर रहा था खेलता रहूं, फिर मेने धोने के बहाने उनकी चूत पे उंगली फिरा दी वो हल्का सा मोन कर गयी, ओह यहह कैसीईई धूऊ रहीईई हूऊओ, मेने जानता था वो भी तैयार है, फिर मेने उनकी चूत में एक उंगली डाल दी, वो ज़ोर से साँसे लेके कहने लगी, आअहह आईससीईई साफफफफ्फ़ करटीईई हैंन्णणन् क्य्ाआआअ, ऊऊऊहह माआआआ, यहह सफफफ्फ़ नहियीईई बल्कीीईईईईई और्र्र्ररर गिलिइीईईई हूऊ रहियीईईई हाईईईईईईईईई,
फिर मेने उनकी चूत में से उंगली निकाली, और धोने के बाद मेने उन्हे खड़ा किया और रूम में ले आया, मेने जान बूझकर उन्हे पॅंटी नही पहनाई, नही उन्होने पहना के लिए कहा, अब में उनको चोदना चाहता था, फिर मेने उन्हे बिस्तर पर लिटा दिया, फिर वो बोली देखो तुमने धोया ठीक से नही और अब फिर गीला पन महसूस हो रहा है, और मुझे ऐसे नींद नही आती, मेने कहा इसे ड्राइ करने का दूसरा तरीका भी है मेरे पास, वो बोली क्या मेने कहा इसका सारा पानी निकाल के, वो बोली कैसे,
अब में अपनी नाक उनकी चूत के पास ले गया और एक स्ट्रॉंग सी स्मेल आरहि थी, मेरा जोश और बढ़ गया, और फिर मेने उनकी चूत पर अपनी जीभ घुमाई, मेरी जीभ पे उनके जूस का स्वाद महसूस हुआ, मुझे वो बड़ा टेस्टी लगा, अब में उनकी पूरी चूत पे अपनी जीभ घुमाने लगा, वो पागल हो गई, और कहने लगी आअहह क्य्ाआआ साआफफफफफफफ्फ़ करतीईए हूऊऊओ मजाआाअ आरहााआ हाईईइ, पहलीईए पताआ होतााआ तो तुमसीईए ही अप्नीईइ चुतत्त्तत्त साआफ करती, आआहह मेरे राआआजजजज्ज्जाआा,
अब मेने उनकी चूत को हाथों से फैलाया और उनकी चूत के दाने से अपनी जीभ से खेलने लगा, वो तिलमिला उठी, और अपना हाथ मेरे सर पे घुमा रही थी, ऊओह माआज़्जजज्ज्ज्ज्जाआा आहारहााआ हाईईईईई और खेलूऊऊओ उस्स्सीईए, अपने होंठों क्ीईए बीकककचह दबाााू उस्स्सीईईई आआआअहह उईईईईईई माआआआआ मररर्र्ररर गाइिईईई तुमनीई मुझीईई पगाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल कार्रररर दियाआआ हाईईईईई,
दोस्तों सेक्स के टाइम आदमी का सारा दर्द गायब हो जाता है, ना तो मिस को हाथ में प्लास्टर की पड़ी थी ना ही कमर और दूसरे हाथ की, अब मेने उनकी चूत को अच्छे से फैलाया और अपनी जीभ अंदर तक घुसेड दी, और जितना जूस मेरी जीभ में आया में सारा पी गया, और फिर में अपनी जीभ से उनकी चूत चोद रहा था, वो मेरे सर को अपनी चूत में अंदर घुसाते हुए कहने लगी, और्र्र्र्र्र्ररर अंडर टककककक डाअलल्ल्ल्लूऊऊऊ अपणीईीईईईई जीएभ, चााआत सालल्ल्ल्ल्लीीई मेरिइईईई चुतत्त्टटतत्त कााअ साराआआआ रस्सस्स पीए लीईई, ऊऊऊहह म्म्म्ममममम,
आआआहह, तेरी जीभ में जादूऊऊऊ हाईईईईईईई, मेरिइईईईईईईई चुतत्त्टटतत्त में से पनीईईई रुकने कााअ नाममम्ममम हीईीईईईई नहियीईईईई लीईई रहााआ हाईईईईई, में अपनी जीभ अंदर बाहर तेज़ी से करने लगा, उन्होने मुझे टाइट पकड़ लिया और छटपटाने लगी और कहने लगी रुकना मत मेरे राजा आआहह मेने झड़ने वाली हूँ, अया उउउइ म्माआआआअ आआहह मेरी चूत को आज तक किसी ने नही चॅटा अया और तेज और तेज, ओह्ह्ह्ह मा तुम्हारी जीभ कितना अच्छा फील दे रही है, और वो मेरे मूह में ही झाड़ गयी, में उनका सारा पानी पी लिया, और फिर मेने उनके बूब्स पे हाथ रखा और वो कुछ नही बोली और में उन्हे नाइटी के उपर से दबाने लगा,
वो मेरे हाथ अपने बूब्स पे और दबा रही थी, ओह्ह राज प्यार करो मुझे, मेरा शरीर तुम्हारा है, मेरी प्यास बुझा दो, वो ऐसे ही ओह्ह्ह अया कर रही थी, फिर में उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से नाइटी के उपर से दबाने लगा, वो पूरे जोश में आगाई थी और कहने लगी हां दबाओ इन्हे मसल के रख दो, दूध पी लो इनका, फिर मेने अपनी जीन्स पूरी निकाल दी और टी शर्ट और अंडरवेर भी उतार दिया,
अब में नंगा था, मेने उनकी नाइटी भी उतार दी, वो अब सिर्फ़ ब्रा में थी, मेने उनकी ब्रा भी खोल दी और उनके बूब्स को दबाने लगा, वो पागल सी होगयि और कहने लगी हां आईसीई ही करूऊऊ, मेरे निपल कूऊव दबऊूओ और्र्र्र्र्र्ररर चुउउउउउस्स्स्स्सो इन बूब्स को और फिर मेने अपना मूह उनके बूब्स पे लगा दिया, और दूसरे हाथ में उनके दूसरे बूब को लेकर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा, वो छटपटाने लगी, वो बोहत ही रफ लॅंग्वेज पे आगाई थी, उनके मूह से ऐसी बात सुन के मेरा जोश और भी बढ़ गया,
कहने लगी ऊओह और चूसो, एयेए माजा आगेया चुस्स्स्ससो मीईरए बूऊऊऊबस को और ज़ोर से चुउउउउउस्स्स्सुसो अया साराआा दूध पी लो इसका, और मेरा सर अपने बूब्स पे दबाए जा रही थी, फिर मेने उनके दूसरे बूब को अपने मूह में लिया और उससे पागलों की तरह चूसने लगा, और अब एक हाथ में नीचे ले गया और उनकी चूत से खेलने लगा, मेरे अंदर का शैतान जैसे जाग उठा था, मेने उनकी चूत के दाने को अपनी उंगलियों के बीच दबा लिया और उससे खेलने लगा और मसल्ने लगा, वो पागल हुई जा रही थी,
मेरे सर को अपने बूब्स पे दबाए कहने लगी, कहने लगी हाआआं आईसीईए ही खेलूऊऊ मेरी चूत के दाआअने सीए, बड़ा अछा लग रहा है, परेशााआअन्न्ननणणन् होगआइिईईईई हुन्न्ञन् चुतत्त्टतत्ट की गर्मीईीईईईईईई सीईए शन्न्न्न्त्त्त्त्त्त्त्त करूऊऊ इसस्सीईई, ऑश तुम मुझे पहले क्यूँ नही मिले, में तो पूरा दिन तुमसे ही चुदवाती, आअहह में काफ़ी समय से लंड की भूकि हूँ, आअहह उूुउउफफफफफफफ्फ़ आअज मेरिइईईई चूत की प्यास बुझा दे, मेने कहा इसलिए तो आया हूँ मेरी रानी, वो बोली आज से में तुम्हारी हूँ चाहे रानी कहो यह अपनी रंडी,
अया बस ऐसे ही मज़े देते रहो, मेने कहा अब से तुम्हारी चूत की भूख मैं ही शांत करूँगा, फिर में उनकी चूत में 2 उंगलियाँ डाल के अंडर बाहर करने लगा वो तड़प उठी और कहने लगी हां ऐसे ही अपणीईीईईईई उन्न्ञननणनगलियान घुसेदो मेरी चूत में, मेने भी अपनी 3 उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दी, वो दर्द से कराह रही थी, और बोले जा रही थी हाआआं पूरा हाआआथ डाआाअल दूऊऊ मेरी चूत में,
भोसड़ा बना दो उसका, फिर में उठा और उसके मूह के पास जाके अपना लंड उसके मूह के आगे रख दिया वो समझ गयी और मेरा लंड देख के कहने लगी के हॅयियी कितना बड़ा लंड है तेरा, अब तो में इससे ही चुदवाउंगी, फिर उसने अपना मूह खोला और मेरे लंड के सूपदे को अपने मूह में लिया और चूसने लगी, मेरे मूह से आवाज़ें निकल रही थी, आआहह ओह्ह्ह मेरी रानी माअजा आअगेया, ले मेरा लंड पूरा का पूरा अपने मूह में ले ले,
फिर धीरे धीरे उसने मेरा पूरा लंड अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी, फिर मेने उनका सर पकड़ा और उनके मूह में अपना लंड अंदर बाहर करके उनके मूह को चोद ने लगा, वो ग्रोन कर रही थी, हं ऊऊऊहह आआअहह, मुझे भी बड़ा मज़ा आरहा था, और में उसके बाल पकड़ के लंड अंदर तक घुसा रहा था, उसने मुझे मेरी जिंदेगी का पहला ब्लो जॉब दिया, फिर मेने उससे घोड़ी बन ने को कहा, वो घोड़ी बन गयी फिर में लंड पीछे से उसकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा, फिर धीरे धीरे में अपना लंड उनकी चूत में डालने लगा,
वो बिस्तर पे अपना सर इधेर उधेर मार रही थी, फिर आधा लंड अंडर डालके मेने उसे पूरा बाहर निकाला और एक साथ पूरा का पूरा लंड अंदर घुसेड दिया, उसके मूह से चीख निकल गयी, उूुुुउउइईईईईय्ाआआआ क्या लुन्न्ञन्द है त्त्त्त्त्त्तेर, मेरी चूत के अंदर खलबली मचा दी है, मेने कहा हां मेरिइईईईई रन्न्न्नि आब्ब्ब सीए लंड तेरी चूत में इसी तरह खलबली मचाएगा, और में ज़ोर ज़ोर से लंड उसकी चूत में डाल रहा था, पूरे रूम में ठप ठप की आवाज़ें आराही थी, वो भी मेरा साथ अपनी गांद पीछे की तरफ करके दे रही थी, मेने उनके बूब्स हाथ में लिए और दबाने लगा, वो और छटपटाने लगी और कहने लगी हां इसी तरह मेरी चूत का मुर्रब्बा बनाओ और मेरे चुचियों को मस्लो, आअहह उहह और ज़ोर से और ज़ोर से, फिर मेने अपने झटके और तेज कर दिए, और में बोहत एग्ज़ाइट हो गया था, मेने कहा, लीई मेरिइईईईईई राणिीईईईई मेरिइईईईईई रांद्द्द्द्ददडिईईईईई मेरााा लुंद्द्द्द्द्दद्ड खााआआ, काईईईईईई
दिनूऊओ से टेरिइईईई चुतत्त्टतत्त माअरर्र्र्रररंनन्नीईई क्ीईईई चक्करररर में त्ााअ, आअज्जजज्ज्ज्ज्ज ज़क्ीईई मौकााआ मिलाआअ हाईईईई, वो भी क़हनीईई लगिइिईईईई और्र्र्र्र्र्र्र्ररर जोर्र्र्र्र्ररर सीईईई छोद्द्द्द्द्दद्ड सलल्ल्ल्ल्लीीईई, आआआअजजजज्ज्ज्ज्ज्ज खुशह कार्रर्र्रर्डीईईई यह कककककचहुतत्त्तत्त टर्र्र्र्र्र्रृिईई हाईईइ, और में झटके मार ता जाअ रहा था, मेने उस्कीी गाअंद्द्द्दद्ड पीईईई भीईीईई हााआअतह माआरन्न्नणणनीईईई लाआआअगाआआअ वोह एक दूमम्म्म लालल्ल्ल्ल्ल हो चुकीईईई त्ीईीईईईई, फिर मेने उन्हे कहा
में झड़ने वलाआअ हुन्न्ञणणन्, वो बोली मेरे अंदर ही अपना रस्स्स्स्सस्स निकाल दो, और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांद मेरे लंड पे देने लगी, और कहने लगी और तेज और तेज मेरा भी छूटने वलाआ हाीइ, आअहह और तेज अओर तेज, फिर में लंबे लंबे झटके देने लगा और वो भी झड़ने वाली थी, और मेने कहा ऊऊओ मेरिइईईईई राणिीईईईई मेने आआआआ रहााआ हूँ, वो बोली हां में भी आरहियीईईई हुन्न्न्न्न, और फिर मेने अपना पूरा रस उनकी चूत में डाल दिया,
और वो भी मेरे साथ झाड़ गयी, में उसके उपर ही लेट गया, मेरा लंड अभी भी उसकी चूत के अंदर था, वो भी बेसूध पड़ी थी और ज़ोर ज़ोर से साँसे ले रही थी, फिर कुछ देर बाद में उठा और उसके बगल में सो गया, हमारी साँस में साँस आई तो वो मेरी छाती पे सर रख के मेरे लंड से खेलने लगी, मेने कहा अभी भी मन भरा नही क्या, वो कहने लगी इतने प्यारे लंड से कैसे मन भर सकता है, फिर हम सो गये, सुबेह जब आँख खुली तो भरोसा ही नही आया के में रात में उसे चोद चुका हूँ, वो भी नंगी बिस्तर पे सो रही थी. तो दोस्तो कैसी लगी ये कहानी फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ तब तक के लिए विदा आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त...!!!
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टीचर के साथ सुनहरे पल
मेरा नाम राजशर्मा है, मेरी उम्र 38 साल है, आज में आप सबको अपनी एक टीचर के साथ किए गये सेक्स के अनुभव को पेश करूँगा, बात उस वक़्त की है जब में 12थ में था मेरी उम्र 18 साल थी, और अच्छे नंबर आए इसलिए घरवालों ने मुझे हमारे ही स्कूल की एक टीचर के पास ट्यूशन लगवा दी, उनका नाम नीलम था.
और उनकी एज करीबन 38 होगी, पर दिखने में वो 30-32 के आस पास ही लगती थी, उनके बाल काफ़ी लंबे थे और वो ज़्यादातर सारी पहन ती थी और वो भी स्लीवेलेस्स ब्लाउस के साथ, और वो बोहत सुंदर भी थी, उनके हज़्बेंड एक गवर्नमेंट ऑफीस में थे और उनके 2 बच्चे थे जो कि बोरडिंग स्कूल में पढ़ते थे, वैसे उनकी आम दानी काफ़ी अच्छी थी पर वो यह ट्यूशन वगेरा टाइम पास के लिए करती थी और उन्हे अकॅडेमिक्स में इंटेरेस्ट भी बोहत था.
अब स्टोरी पे वापस आते हैं, हम ट्यूशन 4 बजे जाते थे, और मेरे इलावा वहाँ और भी कई स्टूडेंट्स थे हमारे बॅच के, अगर हमे कोई डाउट्स होता था तो वो हम टीचर से स्कूल में ही पूछ लेते थे, वो बोहत ही को-ऑपरेटिव थी और हमारा अपने बच्चो की तरह ध्यान रखती थी, धीरे धीरे में उनकी तरफ अट्रॅक्ट होने लगा था, जिस तरीके से वो अपने आप को कॅरी करती थी मुझे बड़ा पसंद आता था, उनका बोलना, चलना, कपड़े हर किसी में एक यूनीकनेस थी.
जो मुझे उनकी ओर खिचती थी, ऐसे ही वक़्त बीत ता गया और में उनकी तरफ खीचने से अपने आप को रोक नही पा रहा था, ट्यूशन में हमे ज़मीन पे बिठाया जाता था और वो कुर्सी लेकर बैठा करती थी, में हमेशा फर्स्ट लाइन में बैठा करता था, क्यूँ कि मुझे जब वो किसी काम से झुकती तो उनके बूब्स देखने में बड़ा मज़ा आता था, और जब वो पाँव पे पाँव चढ़ा कर बैठ ती तो उनकी गोरी वॅक्स्ड टांगे देख के मुझे बोहत अच्छा लगता था, में उनका फेव स्टूडेंट था.
हमारे स्कूल प्रॉजेक्ट में मेरे कुछ डाउट थे, तो मेने सोचा स्कूल में ही नीलम मिस से पूछ लूँगा, और जैसे ही रिसेस हुई में उन्हे ढूँडने लगा पर वो कहीं दिखी नही, फिर उन्हे ढूनडते ढूनडते में स्कूल लाइब्ररी तक पहुच गया, वहाँ जो मेने देखा तो देखता ही रह गया, नीलम मिस ने अपनी सारी उतार रखी थी और वो सिर्फ़ स्लीवेलेस्स ब्लाउस और मॅचिंग पेटिकोट में खड़ी थी, वैसे आपको बता दूं मेने खिड़की के बीच की दरार से देखा वैसे लाइब्ररी का दरवाजा बंद था.
उन्होने उस दिन स्काइ ब्लू कलर की सारी पहनी थी, में सोच रहा था के वो ऐसा क्यूँ कर रही है, तब गौर से देखने में पता चला कि उनकी सारी शायद कुछ गिरने से खराब हो गयी थी और उन्होने उस दाग को धोया और सारी सूखा रही थी, क्या बताऊ यारों क्या कमाल लग रही थी, जब उन्होने अपना हाथ उठाया तो मेने उनके आर्म्पाइट्स देखे वो एक दम सॉफ और गोरे थे, जी कर रहा था अभी चाट लूँ उन्हे, और उनके लो कट ब्लाउस से उनका क्लीवेज सॉफ दिख रहा था, उनके बूब्स काफ़ी बड़े थे और उनकी बेल्ली पे हल्का सा बेबी फॅट था.
और जब वो घूमी तब उनकी बॅक पे ध्यान गया क्या कहने उनकी बॅक के, ना ज़्यादा बड़ी ना छोटी इट वाज़ जस्ट पर्फेक्ट, में उन्हे देखने में इतना खो गया था कि मुझे पता ही नही चला कि कब वो वहाँ से निकल गयी और बाहर आ गई, में उन्हे अचानक देख के बड़ा डर गया, और वहाँ से सर झुकाते हुए चला गया, मिस जान चुकी थी कि में क्या देख रहा था, अब ट्यूशन पे में उनसे आँख नही मिला पा रहा था, और वो भी मुझसे बात नही कर रही थी.
एक दिन जब में ट्यूशन के लिए पहुचा तो टीचर ने सभी स्टूडेंट को छुट्टी लेने को कहा, जब पूछा तो उन्होने बताया कि उनकी तबीयत कुछ ठीक नही है, सब बच्चे वहाँ से चले गये और में खड़ा रहा, उन्होने मुझसे पूछा तुम्हे नही जाना, मेने उनसे कहा कि मुझे आप से माफी माँगनी है उस दिन के लिए और मेने उनसे कहा आइन्दा से ऐसा नही होगा, उन्हे कुछ ज़्यादा नही बोला इट्स ओके, मेने उनसे पूछा कि क्या हुआ आपकी तबीयत को तो उन्होने कहा कुछ नही बस ऐसे ही बड़ी
थकान हो रही है और शरीर टूट रहा है, तो मेने कहा चलो डॉक्टर को दिखा लाते है तो उन्होने कहा आराम करने से ठीक हो जाएगा, मेने कहा क्या में कुछ मदद कर सकता हूँ, उन्होने मेरे क्न्सर्न देख के एक बड़ी सी स्माइल दी और कहा तुम बैठो में चाइ बना के आती हूँ, वो चाइ ले आई और हम बैठ के बात करने लगे, मेने कहा आप बाहर क्यूँ नही निकलती आपको अछा लगेगा.
वो कहने लगी अकेले जाने को मंन नही करता, यह काम में बिज़ी रहते हैं और बच्चे यहाँ है नही तो किस के साथ जाउ, मेने कहा में आपके साथ चलूँगा, फिर उन्होने कहा तुम मेरा बोहत ख़याल रखते हो, फिर मेने कहा आपके पास तो कार है आप कहीं भी आ जा सकती है तो कहने लगी मुझे चलानी नही आती, तो मेने कहा में सिखा देता हूँ, वो बोहत खुश हुई यह जान के में उन्हे कार चलाना सीखा सकता हूँ, उन्होने कहा कार तो सीख लूँगी पर अगर कोई काम हुआ तो तुम्हे ले जाउन्गि मेने हां भर दी.
एक शनिवार को हम ट्यूशन पोहचे तो ट्यूशन के बाद उन्होने कहा के कल तुम आना और मुझे ज़रा मार्केट ले चलना कुछ समान लाना है, मेने दूसरे दिन सुबेह करीब 10 बजे उनके घर पोहच् गया वो तैयार थी, मेने गाड़ी निकाली और मार्केट की ओर चल दिए, फिर मार्केट में से उन्होने काफ़ी घर की चीज़ें ली और फिर एक कपड़े की दुकान में चली गयी, वहाँ वो सूट खरीदने के बाद ब्रा पॅंटी देख रही थी, में बाहर जाने लगा तो उन्होने कहा क्या हुआ तो मेने कहा कुछ
नही.
तो उन्होने कहा खड़े रहो यहीं, और ब्रा पॅंटी देखने लगी, जब भी वो कोई सेट उठाती तो मेरी तरफ देखती ऐसा लगा के वो मुझसे पूछना चाहती थी के कैसा है, में भी जो सेट मुझे अछा लगता उसपे सर हिला के अपनी हां भर देता, फिर उन्होने एक बोहत ही सेक्सी पैयर उठाई, वो पैयर ट्रॅन्स्परेंट फॅब्रिक में था और बोहत छोटा भी था, उन्होने मेरी तरफ देखा तो मेने सर हिला के हां भर दी, उन्होने मुझे एक नॉटी स्माइल दी और आँख भी मारी, जब हम घर के लिए चलें तो उन्होने कहा के तुम्हारी चाय्स तो बोहत बढ़िया है.
में कुछ नही बोला और शर्मा के हंस दिया, उन्होने मेरी थाइस पे मारा और हाथ वहाँ से हटाया नही, धीरे धीरे वो अपना हाथ मेरी थाइस पे हल्के हल्के घुमाने लगी और बातें भी करने लगी, अब वो मुझसे डबल मीनिंग बातें करने लगी और में उनके ऐसे व्यवहार को समझ नही पा रहा था, उन्होने कहा के तुम तो कमाल की गाड़ी चलाते हो, और क्या क्या कमाल का करते हो, मेने भी उनसे कहा.
में सब कुछ कमाल का ही करता हूँ, वो बोली मुझे भी देखना है तुम क्या क्या कमाल का करते हो, मेने कहा मौका मिलेगा तो सब बताउन्गा, फिर हम घर आगाये, जब में अंदर गया तो देखा नया कंप्यूटर पड़ा हुआ था, में देख के खुश हुआ तो वो कहने लगी के इन्होने अपने ऑफीस के काम के लिए लिया है, मेने कहा आप का भी अछा टाइम पास हो जाएगा, उन्होने कहा मुझे चलाना नही आता मेने कहा में सीखा देता हूँ.
वो खुश हो गयी और सीखने के लिए कहा, फिर मेने उन्हे बताया के कैसे ऑन करना होता है, डिफ पार्ट्स ऑफ इट लाइक की बोर्ड, माउस क्पू आंड मेनी मोर थिंग्स, अब तक वो मेरे साथ वाली कुर्सी पे बैठी हुई थी, और देख रही थी, अब मेने कहा आप मेरी सीट पे आके बैठो और खुद से ऑपरेट करके देखो, जब वो कोंप्यूटर के सामने बैठी तो उन्होने काफ़ी चीज़ें बोहत जल्दी समझ ली थी, पर वो माउस पे कंट्रोल नही कर पा रही थी, फिर में उनके पीछे खड़ा हुआ और अपना हाथ उनके हाथ पे रखा
और माउस ऑपरेट करना सीखाने लगा, कितने मुलायम हाथ थे उनके, एक दम माखन जैसे, और एक दम स्पंजी थे.
मेरा गाल उनके राइट गाल के करीब था, उनके शरीर से एक गजब की महेक आराही थी, में कुछ ना कुछ करने के बहाने अपने गाल उनके गाल से टच करता, उनके गाल बोहत ही कोमल थे, वो कुछ नही बोली और कुछ देर तक ऐसे ही चलता रहा, मेने उससे आगे कोई हरकत नही की, फिर उन्होने कहा के शाम में तुम फिर से आना पहले कंप्यूटर और फिर थोड़ी देर गाड़ी चलाना सीखना, और मंदिर भी जाना है शाम में, में ओके बोलके निकल गया, घर आते ही मेने उनके बारे में सोच सोच के 2 बार मास्टरबेट किया और शाम होने का इंतज़ार करने लगा, शाम में जब में उनके घर पहुचा तो वो कंप्यूटर ऑन करके बैठी हुई थी, उन्होने उसमे से कोई गेम निकाल ली होगी पर उससे ऑपरेट नही कर पा रही थी, इट वाज़ आ कॉंबॅट गेम, जिसमे कीबोर्ड आंड माउस बोथ हॅव टू बी यूज़्ड.
मेरे जाते ही वो कहने लगी के मुझे यह खेलनी है और जीतना है, फिर मेने कहा आप माउस संभाल ले और में कीबोर्ड से मूव करता हूँ, अब में उनके लेफ्ट में खड़ा हुआ था और कीबोर्ड की एरो को ऑपरेट कर रहा था और वो माउस से फाइयर और बाकी आक्षन कर रही थी, मेरा हाथ लेफ्ट तो राइट जाने के चक्कर में काफ़ी बार उनके बूब्स से टच हो रहा था, और मेरी कोनी उसका आनंद ले रही थी,
वो भी समझ गयी थी पर कुछ नही बोली, जब हम सेकेंड स्टेज पे आए तो गेम टफ होगयि थी, और मेरे लिए वो गेम क्रॉस करना ईज़ी था पर उनके इन्वॉल्व्मेंट के चलते में नही कर पर रहा था, और वैसे भी खड़े खड़े मुझे बिल्कुल मंन नही होरहा था, जब हम सेकेंड लेवेल हार गये तो वो निराश हुई, मेने उनसे कहा मिस यह गेम मेरे बाए हाथ का खेल है, आप नयी हो इसीलिए हम हार गये.
उन्होने मुझसे कहा कर के दिखाओ, जब में उनके चेर पे बैठा और गेम रिसटार्ट की तो में झट से सेकेंड स्टेज पार कर दिया, शी सेड यू आर रियली गुड, मुझे भी तुम्हारे जैसे गेम खेलना सीखना है, मेने कहा यह तभी होगा जब माउस और कीबोर्ड आप खुद कंट्रोल करो, वो कहने लगी उसमे तो बोहत टाइम है, मेने कहा के आप कर सकते हो, वो बोली कैसे.
मेने कहा के आप मेरी गोद में आके बैठ जाओ और माउस और के बोर्ड खुद ऑपरेट करो और में आपको मॉनिटर भी कर लूँगा और सपोर्ट भी करूँगा, वो बोली ऐसा ही करते हैं और वो मेरी गोद में आके बैठ गयी, वो मेरे लंड से थोड़ा ही नीचे ही बैठी थी, और हमने गेम शुरू की, मिस की गांद मेरी जाँघो पे जादू कर रही थी, और मेरा लंड जीन्स के अंदर तना जा रहा था, पर मिस फिर हार गयी वो बोली देखो नही हो पा रहा है ना, मेने कहा मुझे दिख ही
नही रहा है में आपकी हेल्प कैसे करू, तो वो बोली अब क्या करना है, मेने कहा के आप थोड़ा पीछे आके बैठो और फिर आगे की ओर झुक जाओ ताकि मुझे कुछ दिख सके और में आपको गेम जीतने में सपोर्ट कर सकूँ, वो बोली यह भी ट्राइ करते हैं, अब पोज़ ऐसा बना जैसे वो मेरी गोद में मेरे लंड पे बैठी है और आगे की ओर झुक के मेरा पूरा लंड अंदर लिया हुआ है, उनकी गांद मेरे लंड पे बड़े सितम ढा रही थी.
मेरा लंड पॅंट में तबाही मचा रहा था, उन्हे भी इसमे बड़ा मज़ा आरहा था, वो आगे की ओर झुक के खेलने लगी और में उन्हे गाइड करने लगा, और कभी कभी ज़रूरत पड़ने पे उनके हाथ पे हाथ रख के उन्हे हेल्प करता, अब वो ठीक से खेल पा रही थी, अब मेने हाथ उनकी कमर पे रखा, उनकी कमर बोहत चींकनी थी, अब वो राइट लेफ्ट जाने के चक्कर में खुद भी हिल रही थी, देखने वाले को लगे कि वो मेरे लंड पे बैठ के झूम रही है.
वो अपनी गांद इस तरीके के से हिला रही थी के मेरा लंड उनकी गांद की दरार में फँसा जा रहा था, में तो सोच रहा था के कहीं यह सपना तो नही, वो भी उसका मज़ा ले रही थी, और कहने लगी तुम तो बड़ा कमाल का कंप्यूटर सिखाते हो देखो में दूसरा स्टेज भी पार कर गयी, वो बोलते बोलते अपनी गांद मेरे लंड पे घिस रही थी, मेने कहा मेने तो आपसे कहा था में सब कुछ कमाल का करता हूँ, और यह कहते हुए मेरा हाथ उनकी कमर को कस के पकड़े हुए था, वो बोली और क्या क्या कर सकते हो.
अब उनकी आवाज़ में थोड़ी सिसकिया भी आने लगी थी शायद वो गरम हो रही थी, मेने कहा देखो आगे आगे होता है क्या, और फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही खेलते रहे, बातों बातों मेने उनसे पूछा के कौन से मंदिर जाना है, तो वो बोली शिवजी के, उस वक़्त शाम 5.30 बजे थे मेने कहा चलो चलते हैं, वो मंदिर करीबन 1-1.30 घंटे की दूरी पे था, हम उनकी कार से चल पड़े, उन्होने ने ब्राउनिश टोन वित गोलडेन बॉर्डर की सारी पहनी थी.
उनका ब्लाउस काफ़ी डीप था आगे से भी और पीछे से भी और सारी भी कुछ हद तक ट्रॅन्स्परेंट थी, और उन्होने सारी आज कुछ ज़्यादा ही नीचे पहनी हुई थी, में टी शर्ट और जीन्स में था, वो मुझसे काफ़ी फ्री होने लगी थी, और बातों बातों में मौका मिलने पे मेरी थाइस पे हाथ मार दे ती और जल्दी हटा ती भी नही थी, खैर हम मंदिर पहुच गये वहाँ समय से पहुचने पे हमे आरती भी मिल गयी, हम ने अच्छे से दर्शन किए और लौटने की तैयारी करने लगे, जब हम वापस चले तो करीबन 8 बज चुके थे.
रास्ता सुनसान था तो में जितनी जल्दी हो सके घर पहुचना चाहता था, हम शहेर के बाहर निकले तो मिस कहने लगी के उन्हे गाड़ी सीखनी है, मेने कहा दिस ईज़ नोट दा रूट वेर यू कॅन लर्न आंड यू शुड लर्न इन डे टाइम, मेरे लाख मनाने पे वो नही मानी…फिर मेने उन्हे बताया बेसिक्स के बारे में जैसे क्लच ब्रेक लीवर और स्टियरिंग आंड गियर, वो समझ गयी फिर वो कहने लगी के उन्हे खुद चलानी है.
मेरे लाख मना करने पे वो नही मानी और ड्राइविंग सीट पे आके बैठ गयी और कोशिश करने लगी, होना क्या था या तो गाड़ी बंद हो रही थी या तेज़ी से चल रही थी और वो कंट्रोल नही कर पा रही थी, फिर मेने उन्हे समझाया के आप दिन में किसी मैदान पे सीख लेना पर वो मान ने को तैयार ही नही थी, फिर मेने उन्हे कहा के में भी ड्राइविंग सीट पे बैठ ता हूँ और आप मेरी गोद में आके बैठ जाओ, थोड़ा सोचने के बाद वो मान गयी.
फिर वो मेरे बैठने के बाद मेरी गोद में आके बैठ गयी, वो सीधा मेरे लंड पे आके बैठ गयी, ऐसे में मेरा लंड जो है वो सीधा उनकी गांद में टच हो रहा था, मुझे बड़ा मज़ा आरहा था इस सब में, और शायद वो भी एंजाय कर रही थी, मेने एक हाथ उनके हाथ पे रखा जो कि स्टियरिंग पे था और दूसरा हाथ उनके हाथ के उपर रखा जो मेने उन्हे गियर पे रखने को कहा था, मेने उनसे कहा, क्यूँ कि यह आपका पहला अनुभव है आप क्लच ब्रेक और लीवर मेरे पे छोड़ दे.
वो मान गयी, अब धीरे धीरे कुछ दूर चलने के बाद वो स्टियरिंग ठीक से ऑपरेट कर रही थी, और हाइवे पर कम ट्रॅफिक होने की वजह से गियर कम चेंज हो रहे थे, अब मेने उनसे कहा के आप स्टियरिंग संभाल लो और मेने अपना हाथ हटा लिया, वो मान गयी अब मेने दोनो हाथ उनकी कमर पे लाके रख दिए वो कुछ नही बोली और चुप चाप स्टियरिंग कंट्रोल कर रही थी, सब कुछ इतना सही जा रहा था के मेरा मंन कर रहा था के यह सफ़र कभी ख़तम ना हो, अब मेरा लंड भी बड़ा होके उनकी गांद में घुस रहा था और वो भी उसके मज़े ले रही थी,
और जब भी मौका लगता वो अपनी गांद मेरे लंड पे ज़ोर से घिसती, फिर धीरे धीरे में उनकी कमर पे हाथ घुमाने लग गया वो कुछ नही बोली बस हल्की हल्की सिसकिया ले रही थी, मुझे लगा वो मुझे रोक लेंगी पर ऐसा कुछ नही हुआ, मुझे उनके कुछ ना बोलने से हौसला मिल रहा था, फिर धीरे धीरे में अपना हाथ उनके पेट की तरफ ले गया, वो कुछ ना बोली पर शायद उन्हे गुदगुदी हो रही थी इसलिए वो काफ़ी इधेर उधेर हो रही थी, में जान चुका था के मिस गरम हो चुकी हैं और इस मौके को गवाना नही चाहता था.
फिर जब मेरा पूरा हाथ उनके पेट पेट पे था, मेने हिम्मत कर के पूछ लिया, कि मिस आपको कैसा लग रहा है, वो बोली बोहत आनंद आरहा है, मेने कहा किस मे वो कुछ नही बोली और मेरे पाँव पे मारते हुए बोली बदमाश, अचानक एक कुत्ता आगेया बीच में, मेने कंट्रोल करने के लिए ब्रेक ज़ोर से दबा दी और इस चक्कर में उनका सर सीधा स्टियरिंग से जाके लग गया और हमारा सुंदर अनुभव ख़तम हो गया, उनके सर पे चोट लगी थी और शायद अचानक ब्रेक लगने से उनके सर पे थोड़ी चोट आ गयी. और हम घर वापस आ गये.
में उन्हे अकेला नही छोड़ सकता था क्यूँ कि उनके हज़्बेंड भी नही थे, मेने घर फोन किया और सब बात बताई ऑर रुकने की पर्मिशन ले ली, फिर मेने उन्हे कॉफी बना के दी और उनसे बातें करने लगा वो थोडा अच्छा फील कर रही थी, जब मेने सोने की तैयारी बाहर हॉल में की तो उन्होने कहा रूम में ही सो जाओ, फिर उन्होने कहा के मुझे सारी में नींद नही आएगी और उन्हे चेंज करना है,
अब मेरे पास कोई और रास्ता नही था और मेने कहा अगर आपको ऐतराज़ ना हो तो क्या में चेंज कर दूं आपके कपड़े, उन्होने पहले तो ना करदी पर बाद में सोच के हां भर दी, पर उन्होने कहा के तुम अपनी आँखें बंद कर के यह सब करोगे, पहले मेने उनके कंधे से पल्लू हटाने की कोशिश की तो वो नही निकला वो बोली पिन लगा है, फिर मेने कंधे के यहाँ से ब्लाउस के अंदर हाथ डालकर पिन खोला तो पल्लू हल्का सा नीचे आगेया, में सोच रहा था बिन पल्ल्लू के उनके बूब्स कैसे दिखते होंगे फिर मेने अपनी आँखें हल्की सी खोली और उनके बूब्स देखने लगा,
उन्होने मुझे आँख खोलते हुए देख लिया, वो कहने लगी तुम चीटिंग कर रहे हो, मेने कहा मिस आप इतनी खूबसूरत हैं के में अपने आप को रोक नही पाया, मेरा लंड जीन्स में खड़ा हो रहा था, फिर में पल्लू हटा के सारी निकालने लगा, यारों उनकी कमर की स्किन इतनी कोमल थी के पूछो मत, फिर मेने सारी शरीर से अलग कर दी, अब वो सिर्फ़ ब्लाउस पेटिकोट में थी, फिर मेने उनके ब्लाउस पे अपने काँपते हाथ रखे और हुक ढूँडने के प्रिटेक्स्ट में क्लीवेज के उपर हाथ लगा दिया, फिर में एक एक कर के ब्लाउस के हुक खोलने लगा,
मेने उनसे कहा मिस आपकी स्किन तो बोहत सॉफ्ट है, और स्मूद भी, वो कहने लगी के में अपना ध्यान अच्छे से रखती हूँ, मेने कहा वो तो दिखता है, वो बोली क्या मेने हड़बड़ते हुए कहा फील हो रहा है, वो बोली तो ठीक है, अपनी आँख बंद किए ही सब काम करो, ओह्ह मेरा बड़ा बुरा हाल था, और मेरा लंड जीन्स के अंदर तबाही मचा रहा था, मेने उससे अड्जस्ट किया तो मुझे उनके हल्के से मुस्कुराने की आवाज़ आई,
मेने आँख खोल के देखा तो मिस मेरे बढ़ते हुए लंड को देख कर घूर रही थी और शायद उसे मूह में लेने के लिए तड़प रही होगी, में जान चुका था के उनके इरादे क्या है, खैर मेने जब आखरी हुक खोला तो उनके बूब्स का सारा वजन मेरे हाथों पे महसूस हुआ, उनकी ब्रा का फॅब्रिक नेटवाला था, जब हल्की आँख खोल के देखा तो यह वोही ब्रा थी जो हम ने आज सुबेह खरीदी थी, मेने मेडम से कहा के मेरे हाथों पे वजन किस का है, तो वो कहने लगी पता चल जाएगा, मेने बोला बताओ ना,
वो बोली यह मेरे ब्रेस्ट्स हैं समझे अब जल्दी करो, फिर मेने पेटिकोट का नाडा ढूँडने के चक्कर में उनकी कमर पे हाथ घुमाया और उसको अच्छे से फील किया, बड़ा सही लगा ऐसा करना, फिर मेने उनका नाडा खोल दिया और पेटिकोट ढीला किया तो वो नीचे आगया, अब वो सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी में थी, उनकी पॅंटी भी उसी सेट का हिस्सा थी जैसी उनकी ब्रा, मेने नाडा ढीला करते वक़्त मेने उनकी पॅंटी के फॅब्रिक अच्छे से फील किया,
अब मैने डरते हुए उनसे पूछा के बचे हुए कपड़े भी निकालने हैं या रहने दूं, वो मुस्कुराते हुए बोली रहने दे, और कहा कि मुझे नाइटी पहना दे, फिर मेने उनकी नाइटी उन्होने कपबोर्ड से निकाल के दी वो पहन ने लगी, वो सॅटिन के मेटीरियल की थी, पर वो फुल नही थी सिर्फ़ घुटनो तक थी, और आगे उसमे उपर से नीचे तक बटन थे, जब मेने नाइटी पहना दी तो उन्होने कहा के अब आँखें खोल दो.
जैसे ही मेने आँखें खोली, मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी, वो एक ब्लॅक कलर की सॅटिन नाइटी थी, उनकी गोरी टांगे और कुछ हिस्सा जाँघो का दिख रहा था, वो बड़ी ही सेक्सी लग रही थी, मेने उनसे कहा के मिस आप तो इस नाइटी में, वो बोली नाइटी में क्या, मेने कहा रहने दीजिए आप बुरा मान जाएगी, वो कहने लगी नही मानूँगी बताओ तो सही, मेने कहा आप इस नाइटी में बोहत ही सेक्सी लग रही हैं, वो खुश हो गयी और चेहरा लाल हो गया, पर नाटक करने लगी के में कहाँ सेक्सी हूँ.
मेने कहा सच मिस आप बोहत खूबसूरत और सेक्सी हो, वो बोली के तुझे मुझमे क्या अच्छा लगता है, मेने कहा आपका नेचर, वो बोली वैसे नही तो मेने कहा फिर कैसे, तो वो बोली मेरी बॉडी में, मेने कहा आपका फेस, वो बोली और, अब हमारी बातें हॉट हो चली थी, मेने कहा आपके प्यारे से फेस पे स्माइल, वो खुश हुई और पूछने लगी और, मेने कहा आपके यह …… में चुप हो गया.
वो पूछने लगी मेने कहा मुझे शरम आती है वो बोलने लगी अब तक जो किया उसमे शरम नही आई, में थोड़ा चौक गया, और बातो बातो में कहा वो तो क्या ना कहा थोड़ी, वो हँसने लगी, और फिर बोली चल छु के बता दे तुझे मुझे में क्या क्या पसंद है, मेने अपने काँपते हुए हाथ पहले तो उनके लिप्स पे रखे, वो कुछ नही बोली और आँखें बंद किए ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगी, जैसे ही मेने उनके होंठ से हाथ हटाया तो उन्होने आँखें खोली और पूछने लगी और, तो में उनकी सुराई दार गर्देन पे हाथ फेर ने लगा,
वो मदमस्त हो चुकी थी, और आँखें बंद करते हुए ही आहें भरते हुए पूछने लगी ओउउउर्र्रर, फिर मेने उनसे कहा के कह दूं तो वो बोली सोचो मत बता दो कि मुझ मे अओर क्या अच्छा लगता है, वो भी गरम हो चुकी थी, फिर मेने डरते हुए अपने काँपते हाथ उनके ब्रेस्ट पे रखे और उनपे हाथ फेरने लगा, क्या बताऊ यारों क्या चुचियाँ थी उनकी, एक दम गोल भारी भारी, मुझे लगा में तो कोई सपना देख रहा हूँ, उनके मूह से आआहह निकल गयी,
वो बोली आआओउउर्र्रर क्य्ाआ अच्छा लग्गगताा हाइईइ मुझहह मेंन्न्न्, फिर मेने उनकी बेल्ली पे हाथ रखा और उसपे हाथ घुमाने लगा, वो और उत्तेजित होगआई, उूुउऊहह आआहह और्र्र्र्ररर क्य्ाआ, फिर मेने अपनी उंगली कपड़े के उपर से उनकी नेवेल में घुमाने लगा, वो हॉट होती जा रही थी, वो बोली आआआअहह म्म्म्ममम और्र्र्ररर क्याअ अचाा लगता हाईईईई, फिर मेने हाथ उनकी जाँघो पे रखा.
उफ़फ्फ़ क्या बताऊ ऐसा लग रहा था जैसे मखमल पे हाथ घुमा रहा हूँ, उनकी चिकनी जाँघो पे हाथ घुमाने में बड़ा मज़ा आरहा था, वो भी बोहत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो चुकी थी, और कहने लगी आअहह और्र्र्ररर बतऊऊ ना क्य्ाआआ अच्छा हाईईईईईईई मुझहह मेंन्न्न् उहह आआहह, फिर मेने हाथ उनकी गांद पे रख दिया, है मेरा लंड अंदर पागल हो गया था, और उससे अब जीन्स में रखना बोहत पेनफुल था, वो अपने होंठ अपने दातों तले दबाने लगी और कहने लगी.
हाइईईईई माआ और्र्र्र्र्ररर क्य्ाआआआ पसन्न्न्ँद्द्द्द्ड हाईईईईईईई तुम्हे, अब मुझे में भी कॉन्फिडेन्स आगेया और में उनकी गांद को दबा रहा था, उनके मूह से हल्की से चीख निकल गयी, वो बोहत उतेज़ित होगयि थी और कहने लगी आआआअहह तुम्हाराआा हाथ मेइन्न्न्न्न दमम्म्म हाईईइ, और्र्र्ररर क्य्ाआआआ पसन्द्द्द्द है मुझीई में तुम्हीईई, वो कहने लगी, मुझीईई लगाआआअ अब्ब मेइन्न बुद्द्डिईइ हूओ चुकीईईई हुन्न्ं और आब्ब्ब्ब कीसीई मर्द को मुझ मेंन्न्न् इणटट्टटेरेस्ट नहियीई होगाआआ,
मेने भी कॉन्फिडेन्स से कहा पागल होगा वो आदमी जो आपको ना देखे, आप तो बोहत सही….. वो बोली बोलो ना में क्याआअ, मेने कहा आप तो पटका हो, वो बोली, हेययययययी राम्म्म्म में तुम्हीईए पॅटकयाया लगतीिईईई हूँ, अया मुझे अछा लगा तुम्हारा मुझे इस तरह बुलानाआअ, मुझे ऐसी लॅंग्वेज बोहतत्तत्त पसंद्द्द्द्ड है, मेने कहा तो यूज़ करो ना, किस ने रोका है, अब तक मेरा हाथ उनकी गांद पे ही था, वो सिसकते हुए बोली, और्र्र्ररर क्य्ाआआ अचााआ लगता हाईईईईईईईईईईई तुम्हीईई, फिर मेने बिना डरे बिना सोचे, कपड़ो के उपर से उनकी चूत पे हाथ रख दिया, वो तो जैसे अपने आपे में ही नही थी.
वो ज़ोर से आवाज़ें करने लगिइिईई, उूुुउउइईईईईईईईई माआअ तुमनीईई मुझ पीईए जाद्द्डूऊ कार्रररर दियाआआ है, तुम्हरीईए हाथ्ह्ह्ह काअ स्पर्ष्ह किठनाआआ अछा है, और अब में उनकी चूत को अपने हाथ से दबाने लगा, वो बोलने लगी आअहह उउउहह, फिर जब मेने हाथ हटाया तो उसने मुझे देखा और कहा, सिर्फ़ पसंद है या कुछ और भी इरादा है, मेने कहा अगर मौका मिले तो क्यूँ नही, फिर वो कहने लगी, मुझे बाथरूम जाना है प्लीज़ ले चलो मुझसे चला नही जा रहा है शायद कमर में भी मोच आगाई है.
में उन्हे बाथरूम ले गया, वहाँ वो मुझसे कहने लगी के मेरी पॅंटी निकाल दो प्लीज़ मेरे दोनो हाथों में दर्द है कमर भी दर्द कर रही है, उनके चेहरे पे एक नॉटी सी स्माइल थी, खैर में उनके सामने खड़े हो के नाइटी के अंदर हाथ डाल कर पॅंटी का एलास्टिक पकड़ के नीचे करने लगा, अब वो मेरे से सॅट के खड़ी हुई थी, मेने जान बुझ कर अपना लंड उनकी चूत से घिसा पॅंटी निकालने से पहले...
वो बोली तुम्हे मेरी वजह से बोहत तकलीफ़ हो रही है ना, मेने कहा इसमे तकलीफ़ कहाँ है, मुझे अपनी फेव टीचर की सेवा करने का ऐसा मौका कब मिलेगा, फिर मेने उनकी पॅंटी निकाल दी, मेने अब तक उनकी चूत देखी नही थी, और मेने उनकी पॅंटी रखी नही और अपने हाथ में ही रहने दी, और उसको फील कर रहा था वो यह सब करते मुझे देख रही थी, वो कहने लगी अच्छा है ना मेने कहा क्या, वो बोली मेरी पॅंटी का फॅब्रिक,
मेने कहा अच्छा तो है पर अच्छे से देखा नही अब तक, वो कहने लगी तो देखो ना मेरे रजाआाअ, में एक दम दंग रह गया उनके मूह से ऐसे शब्द सुन के, में फिर उनकी पॅंटी को नज़दीक से देखने लगा, फिर मेने देखा के चूत का जो हिस्सा है वो ज़्यादा ही गीला और चिकना था, में समझ गया कि मिस भी गरम हो के झाड़ चुकी थी, और वो मुझसे चुदवाना चाहती है, पहले तो मेने उस चिकने एरिया को देखा वो बोली क्या देख रहे हो.
मेने कहा देख रहा हूँ के कितनी चिकनी होगयि है, ऐसा कह के मेने उनकी पॅंटी में चूत वाले हिस्से को सूँघा, वो यह देख के कहने लगी, ओह रजाआा कैइसस्स्स्सिईईईई है इसकी सुगंधह, मेने कहा ओह मिस्सस्स इसस्सीईई अचीईई खुश्बू कहीं नही मिलीइीईईईईईईई, फिर मेने उससे गीले हिस्से को किस किया, मिस यह देख के पागल सी होगयि, और कहने लगी के कैसा है टेस्ट, मजाआ आरहा है कीए नहियिइ, मेने कहा टेस्ट तो मजेदार है, और फिर में उस गीले हिस को चाटने लगा, वो भी अपनी चूत पे उंगली घुमा रही थी.
और आहें भर रही थी, आआआः और्र्ररर चतो बोहात बाड़ियाअ तस्तीई आआईईगाआा, जब उन्होने यूरिन पास किया तो एक अजीब कीसम की महक पूरे बाथरूम में भर गयी और उसके साउंड से मेरा लंड एक दम खड़ा हो गया और जीन्स में अब और उससे रख पाना मुश्किल था, उन्होने मेरी तरफ देखा और कहा के मेरा हाथ नही पोहच् पा रहा है क्या तुम वहाँ सॉफ कर दोगे, मेने कहा कहाँ,
वो कहने लगी कि मुझे शरम आती है, में चाहता था कि वो मूह से चूत कहे और गंदी लॅंग्वेज यूज़ करे, मेने कहा बताओ क्या सॉफ करना है, वो शरमाते हुए बोली के मेरी ……. चूत, अयाया मेने कहा ऐसा कहो ना, उन्होने सिर्फ़ यूरिन पास किया था, मेने पानी चालू कर के अपना हाथ उनकी चूत के यहाँ रखा, मेरे और उनके शरीर में जैसे बिजली दौड़ गयी, और में उनकी चूत की तरफ देखते हुए पानी से उससे धोने लगा,
उनकी चूत एक दम सॉफ थी और मुलायम थी, जी कर रहा था खेलता रहूं, फिर मेने धोने के बहाने उनकी चूत पे उंगली फिरा दी वो हल्का सा मोन कर गयी, ओह यहह कैसीईई धूऊ रहीईई हूऊओ, मेने जानता था वो भी तैयार है, फिर मेने उनकी चूत में एक उंगली डाल दी, वो ज़ोर से साँसे लेके कहने लगी, आअहह आईससीईई साफफफफ्फ़ करटीईई हैंन्णणन् क्य्ाआआअ, ऊऊऊहह माआआआ, यहह सफफफ्फ़ नहियीईई बल्कीीईईईईई और्र्र्ररर गिलिइीईईई हूऊ रहियीईईई हाईईईईईईईईई,
फिर मेने उनकी चूत में से उंगली निकाली, और धोने के बाद मेने उन्हे खड़ा किया और रूम में ले आया, मेने जान बूझकर उन्हे पॅंटी नही पहनाई, नही उन्होने पहना के लिए कहा, अब में उनको चोदना चाहता था, फिर मेने उन्हे बिस्तर पर लिटा दिया, फिर वो बोली देखो तुमने धोया ठीक से नही और अब फिर गीला पन महसूस हो रहा है, और मुझे ऐसे नींद नही आती, मेने कहा इसे ड्राइ करने का दूसरा तरीका भी है मेरे पास, वो बोली क्या मेने कहा इसका सारा पानी निकाल के, वो बोली कैसे,
अब में अपनी नाक उनकी चूत के पास ले गया और एक स्ट्रॉंग सी स्मेल आरहि थी, मेरा जोश और बढ़ गया, और फिर मेने उनकी चूत पर अपनी जीभ घुमाई, मेरी जीभ पे उनके जूस का स्वाद महसूस हुआ, मुझे वो बड़ा टेस्टी लगा, अब में उनकी पूरी चूत पे अपनी जीभ घुमाने लगा, वो पागल हो गई, और कहने लगी आअहह क्य्ाआआ साआफफफफफफफ्फ़ करतीईए हूऊऊओ मजाआाअ आरहााआ हाईईइ, पहलीईए पताआ होतााआ तो तुमसीईए ही अप्नीईइ चुतत्त्तत्त साआफ करती, आआहह मेरे राआआजजजज्ज्जाआा,
अब मेने उनकी चूत को हाथों से फैलाया और उनकी चूत के दाने से अपनी जीभ से खेलने लगा, वो तिलमिला उठी, और अपना हाथ मेरे सर पे घुमा रही थी, ऊओह माआज़्जजज्ज्ज्ज्जाआा आहारहााआ हाईईईईई और खेलूऊऊओ उस्स्सीईए, अपने होंठों क्ीईए बीकककचह दबाााू उस्स्सीईईई आआआअहह उईईईईईई माआआआआ मररर्र्ररर गाइिईईई तुमनीई मुझीईई पगाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल कार्रररर दियाआआ हाईईईईई,
दोस्तों सेक्स के टाइम आदमी का सारा दर्द गायब हो जाता है, ना तो मिस को हाथ में प्लास्टर की पड़ी थी ना ही कमर और दूसरे हाथ की, अब मेने उनकी चूत को अच्छे से फैलाया और अपनी जीभ अंदर तक घुसेड दी, और जितना जूस मेरी जीभ में आया में सारा पी गया, और फिर में अपनी जीभ से उनकी चूत चोद रहा था, वो मेरे सर को अपनी चूत में अंदर घुसाते हुए कहने लगी, और्र्र्र्र्र्ररर अंडर टककककक डाअलल्ल्ल्लूऊऊऊ अपणीईीईईईई जीएभ, चााआत सालल्ल्ल्ल्लीीई मेरिइईईई चुतत्त्टटतत्त कााअ साराआआआ रस्सस्स पीए लीईई, ऊऊऊहह म्म्म्ममममम,
आआआहह, तेरी जीभ में जादूऊऊऊ हाईईईईईईई, मेरिइईईईईईईई चुतत्त्टटतत्त में से पनीईईई रुकने कााअ नाममम्ममम हीईीईईईई नहियीईईईई लीईई रहााआ हाईईईईई, में अपनी जीभ अंदर बाहर तेज़ी से करने लगा, उन्होने मुझे टाइट पकड़ लिया और छटपटाने लगी और कहने लगी रुकना मत मेरे राजा आआहह मेने झड़ने वाली हूँ, अया उउउइ म्माआआआअ आआहह मेरी चूत को आज तक किसी ने नही चॅटा अया और तेज और तेज, ओह्ह्ह्ह मा तुम्हारी जीभ कितना अच्छा फील दे रही है, और वो मेरे मूह में ही झाड़ गयी, में उनका सारा पानी पी लिया, और फिर मेने उनके बूब्स पे हाथ रखा और वो कुछ नही बोली और में उन्हे नाइटी के उपर से दबाने लगा,
वो मेरे हाथ अपने बूब्स पे और दबा रही थी, ओह्ह राज प्यार करो मुझे, मेरा शरीर तुम्हारा है, मेरी प्यास बुझा दो, वो ऐसे ही ओह्ह्ह अया कर रही थी, फिर में उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से नाइटी के उपर से दबाने लगा, वो पूरे जोश में आगाई थी और कहने लगी हां दबाओ इन्हे मसल के रख दो, दूध पी लो इनका, फिर मेने अपनी जीन्स पूरी निकाल दी और टी शर्ट और अंडरवेर भी उतार दिया,
अब में नंगा था, मेने उनकी नाइटी भी उतार दी, वो अब सिर्फ़ ब्रा में थी, मेने उनकी ब्रा भी खोल दी और उनके बूब्स को दबाने लगा, वो पागल सी होगयि और कहने लगी हां आईसीई ही करूऊऊ, मेरे निपल कूऊव दबऊूओ और्र्र्र्र्र्ररर चुउउउउउस्स्स्स्सो इन बूब्स को और फिर मेने अपना मूह उनके बूब्स पे लगा दिया, और दूसरे हाथ में उनके दूसरे बूब को लेकर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा, वो छटपटाने लगी, वो बोहत ही रफ लॅंग्वेज पे आगाई थी, उनके मूह से ऐसी बात सुन के मेरा जोश और भी बढ़ गया,
कहने लगी ऊओह और चूसो, एयेए माजा आगेया चुस्स्स्ससो मीईरए बूऊऊऊबस को और ज़ोर से चुउउउउउस्स्स्सुसो अया साराआा दूध पी लो इसका, और मेरा सर अपने बूब्स पे दबाए जा रही थी, फिर मेने उनके दूसरे बूब को अपने मूह में लिया और उससे पागलों की तरह चूसने लगा, और अब एक हाथ में नीचे ले गया और उनकी चूत से खेलने लगा, मेरे अंदर का शैतान जैसे जाग उठा था, मेने उनकी चूत के दाने को अपनी उंगलियों के बीच दबा लिया और उससे खेलने लगा और मसल्ने लगा, वो पागल हुई जा रही थी,
मेरे सर को अपने बूब्स पे दबाए कहने लगी, कहने लगी हाआआं आईसीईए ही खेलूऊऊ मेरी चूत के दाआअने सीए, बड़ा अछा लग रहा है, परेशााआअन्न्ननणणन् होगआइिईईईई हुन्न्ञन् चुतत्त्टतत्ट की गर्मीईीईईईईईई सीईए शन्न्न्न्त्त्त्त्त्त्त्त करूऊऊ इसस्सीईई, ऑश तुम मुझे पहले क्यूँ नही मिले, में तो पूरा दिन तुमसे ही चुदवाती, आअहह में काफ़ी समय से लंड की भूकि हूँ, आअहह उूुउउफफफफफफफ्फ़ आअज मेरिइईईई चूत की प्यास बुझा दे, मेने कहा इसलिए तो आया हूँ मेरी रानी, वो बोली आज से में तुम्हारी हूँ चाहे रानी कहो यह अपनी रंडी,
अया बस ऐसे ही मज़े देते रहो, मेने कहा अब से तुम्हारी चूत की भूख मैं ही शांत करूँगा, फिर में उनकी चूत में 2 उंगलियाँ डाल के अंडर बाहर करने लगा वो तड़प उठी और कहने लगी हां ऐसे ही अपणीईीईईईई उन्न्ञननणनगलियान घुसेदो मेरी चूत में, मेने भी अपनी 3 उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दी, वो दर्द से कराह रही थी, और बोले जा रही थी हाआआं पूरा हाआआथ डाआाअल दूऊऊ मेरी चूत में,
भोसड़ा बना दो उसका, फिर में उठा और उसके मूह के पास जाके अपना लंड उसके मूह के आगे रख दिया वो समझ गयी और मेरा लंड देख के कहने लगी के हॅयियी कितना बड़ा लंड है तेरा, अब तो में इससे ही चुदवाउंगी, फिर उसने अपना मूह खोला और मेरे लंड के सूपदे को अपने मूह में लिया और चूसने लगी, मेरे मूह से आवाज़ें निकल रही थी, आआहह ओह्ह्ह मेरी रानी माअजा आअगेया, ले मेरा लंड पूरा का पूरा अपने मूह में ले ले,
फिर धीरे धीरे उसने मेरा पूरा लंड अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी, फिर मेने उनका सर पकड़ा और उनके मूह में अपना लंड अंदर बाहर करके उनके मूह को चोद ने लगा, वो ग्रोन कर रही थी, हं ऊऊऊहह आआअहह, मुझे भी बड़ा मज़ा आरहा था, और में उसके बाल पकड़ के लंड अंदर तक घुसा रहा था, उसने मुझे मेरी जिंदेगी का पहला ब्लो जॉब दिया, फिर मेने उससे घोड़ी बन ने को कहा, वो घोड़ी बन गयी फिर में लंड पीछे से उसकी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगा, फिर धीरे धीरे में अपना लंड उनकी चूत में डालने लगा,
वो बिस्तर पे अपना सर इधेर उधेर मार रही थी, फिर आधा लंड अंडर डालके मेने उसे पूरा बाहर निकाला और एक साथ पूरा का पूरा लंड अंदर घुसेड दिया, उसके मूह से चीख निकल गयी, उूुुुउउइईईईईय्ाआआआ क्या लुन्न्ञन्द है त्त्त्त्त्त्तेर, मेरी चूत के अंदर खलबली मचा दी है, मेने कहा हां मेरिइईईईई रन्न्न्नि आब्ब्ब सीए लंड तेरी चूत में इसी तरह खलबली मचाएगा, और में ज़ोर ज़ोर से लंड उसकी चूत में डाल रहा था, पूरे रूम में ठप ठप की आवाज़ें आराही थी, वो भी मेरा साथ अपनी गांद पीछे की तरफ करके दे रही थी, मेने उनके बूब्स हाथ में लिए और दबाने लगा, वो और छटपटाने लगी और कहने लगी हां इसी तरह मेरी चूत का मुर्रब्बा बनाओ और मेरे चुचियों को मस्लो, आअहह उहह और ज़ोर से और ज़ोर से, फिर मेने अपने झटके और तेज कर दिए, और में बोहत एग्ज़ाइट हो गया था, मेने कहा, लीई मेरिइईईईईई राणिीईईईई मेरिइईईईईई रांद्द्द्द्ददडिईईईईई मेरााा लुंद्द्द्द्द्दद्ड खााआआ, काईईईईईई
दिनूऊओ से टेरिइईईई चुतत्त्टतत्त माअरर्र्र्रररंनन्नीईई क्ीईईई चक्करररर में त्ााअ, आअज्जजज्ज्ज्ज्ज ज़क्ीईई मौकााआ मिलाआअ हाईईईई, वो भी क़हनीईई लगिइिईईईई और्र्र्र्र्र्र्र्ररर जोर्र्र्र्र्ररर सीईईई छोद्द्द्द्द्दद्ड सलल्ल्ल्ल्लीीईई, आआआअजजजज्ज्ज्ज्ज्ज खुशह कार्रर्र्रर्डीईईई यह कककककचहुतत्त्तत्त टर्र्र्र्र्र्रृिईई हाईईइ, और में झटके मार ता जाअ रहा था, मेने उस्कीी गाअंद्द्द्दद्ड पीईईई भीईीईई हााआअतह माआरन्न्नणणनीईईई लाआआअगाआआअ वोह एक दूमम्म्म लालल्ल्ल्ल्ल हो चुकीईईई त्ीईीईईईई, फिर मेने उन्हे कहा
में झड़ने वलाआअ हुन्न्ञणणन्, वो बोली मेरे अंदर ही अपना रस्स्स्स्सस्स निकाल दो, और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांद मेरे लंड पे देने लगी, और कहने लगी और तेज और तेज मेरा भी छूटने वलाआ हाीइ, आअहह और तेज अओर तेज, फिर में लंबे लंबे झटके देने लगा और वो भी झड़ने वाली थी, और मेने कहा ऊऊओ मेरिइईईईई राणिीईईईई मेने आआआआ रहााआ हूँ, वो बोली हां में भी आरहियीईईई हुन्न्न्न्न, और फिर मेने अपना पूरा रस उनकी चूत में डाल दिया,
और वो भी मेरे साथ झाड़ गयी, में उसके उपर ही लेट गया, मेरा लंड अभी भी उसकी चूत के अंदर था, वो भी बेसूध पड़ी थी और ज़ोर ज़ोर से साँसे ले रही थी, फिर कुछ देर बाद में उठा और उसके बगल में सो गया, हमारी साँस में साँस आई तो वो मेरी छाती पे सर रख के मेरे लंड से खेलने लगी, मेने कहा अभी भी मन भरा नही क्या, वो कहने लगी इतने प्यारे लंड से कैसे मन भर सकता है, फिर हम सो गये, सुबेह जब आँख खुली तो भरोसा ही नही आया के में रात में उसे चोद चुका हूँ, वो भी नंगी बिस्तर पे सो रही थी. तो दोस्तो कैसी लगी ये कहानी फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ तब तक के लिए विदा आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त...!!!
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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