FUN-MAZA-MASTI
मैं उन्हें कब से चोदने का चाह रहा था लेकिन किसी मौके का इंतज़ार कर रहा था। वो काफ़ी हॉट थीं.. उनका रंग एकदम गोरा था.. और शक्ल से भी वे बहुत अच्छी लगती हैं। उनके मम्मे बहुत बड़े हैं और उनकी गाण्ड भी एकदम मस्त.. बाहर की ओर उठी हुई है.. जो भी उनकी गाण्ड को मटकाते हुए देख ले.. उसी वक्त उसका लंड खड़ा हो जाए।
मैं उनको चोदने का ख्बाव बहुत पहले से देख रहा था। मुझे तो बस किसी मौके के मिलने का इंतज़ार था।
मेरा यह सपना पूरा हुआ.. जब मेरी मम्मी मेरे पापा के पास गईं क्योंकि मेरे पापा बाहर नौकरी करते हैं।
मम्मी के जाने के बाद मैं कुछ दिनों के लिए घर में अकेला था.. मम्मी ने आंटी से मेरे खाने-पीने का कह दिया था।
दूसरे दिन चूंकि मैं घर में अकेला था तो मैं रात भर अपने गर्ल-फ्रेण्ड से सेक्सी चैट करता रहा और ब्लू-फिल्म देखते-देखते नंगा ही सो गया।
घर की एक चाभी आंटी के पास भी थी.. तो वो सुबह मेरे घर आ गईं। वे मुझे ब्रेकफास्ट देने आई थीं और मैं नंगा ही अपने कमरे में सो रहा था।
आंटी ब्रेकफास्ट लेकर मेरे कमरे में आ गईं और उस वक्त मेरा लंड खड़ा था वैसे मैं लड़कियों ने ऊपर मेरे लंड का साइज़ तो पढ़ ही लिया होगा.. फिर भी बता दूँ कि मेरे लंड की साइज़ 6.5 इंच है और ये 3 इंच मोटा है। चूत में जाते ही उसे फाड़ देने लायक है।
मैंने रात को जबसे ब्लू-फिल्म देखी थी तब से ही आंटी को चोदने का प्लान बना रखा था।
आहट पाकर मैं उठा तो देखा कि आंटी मुझे अजीब तरह से देख रही हैं और उनके होंठों पर एक कटीली मुस्कराहट दिख रही थी।
वो तो मेरा लंड देख कर हैरान हो गई थीं। उन्होंने मुझे नंगा देख कर हँस दिया और वे मेरे पास आ गईं, वे मुझसे कहने लगीं- तुम तो अब जवान हो गए हो.. कितनी गर्लफ्रेंड हैं तुम्हारी?
मैंने भी उनकी कमर में हाथ डाल कर कहा- एक..
तो वो बोलीं- कभी कुछ सेक्स वगैरह किया है?
तो मैंने कहा- हाँ कई बार..
मैंने उनकी चुदास को भांपते हुए उनके मम्मों पर हाथ रख दिया।
तो फिर उन्होंने कहा- तुम्हारा इरादा क्या है?
मैं बोला- आंटी आपको क्या लगता है?
वो हँस पड़ीं..
तो मैंने कहा- मेरा तो सेक्स करने का मूड है.. आई लव यू मेरी जान..
यह सुनते ही वो मेरी तरफ आईं और बोलीं- इतना सा कहने में इतने दिन लगा दिए?
फिर मैंने उनको अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर गिरा लिया और फिर मैंने उनको नंगा कर दिया.. जब मैंने उनके नंगे दूध देखे तो भेजा फिर गया.. क्या साली के एकदम पिंक चूचे थे और एकदम रसीले थे।
मैंने जल्दी से उनके एक दूध को अपने मुँह में ले लिया और दबा कर चूसने लगा। मेरी चुदास का आलम ये था कि मैं उनके दूसरे दूध को अपने हाथ से मसलने लगा।
वो ‘आआअहह.. उुउऊहह..’ कर रही थीं मैंने 10 मिनट तक उसके दोनों मम्मों को चूस कर और मसल कर लाल कर दिया।
तभी मुझे अपने लौड़े पर कुछ गीला लगा मैंने देखा तो उनकी चूत से पानी निकल रहा था। उनकी चूत पर झाँटों का हल्का जंगल बहुत अच्छा लग रहा था।
अब मैंने उनकी चूत पर मुँह लगा दिया और अपनी जीभ से चूत को चाटने लगा।
वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगीं और तड़पने लगीं।
मैंने अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी। उनकी चूत एकदम टाइट थी.. बाद में पता चला था कि काफ़ी समय से वो चुदी नहीं थी.. अंकल उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाते हैं।
फिर मैंने जैसे ही अपनी उंगली अन्दर-बाहर करना चालू की कि तभी उनका पानी निकल गया।
मैंने सारा पानी चूस लिया और फिर उठ गया। उनकी गाण्ड के नीचे मैंने दो तकिये लगा दिए.. जिससे उनकी भोसड़ी ऊपर को उठ गई।
अब मैंने उनको अपना लौड़ा हिला कर कहा- देखो मेरी जान.. आज इससे तुम्हारी चूत को फाड़ने वाला हूँ।
उन्होंने मेरे लौड़े को बड़े ललचाई नजरों से देखा.. तभी मैंने पूछा- आज से पहले कब चुदाई की थी?
उन्होंने कहा- काफ़ी टाइम हो गया है।
तो मैंने कहा- तुम्हें हल्का दर्द होगा.. सहन कर लेना.. फिर बहुत मज़ा आएगा।
यह कह कर मैं अपने लंड का टोपा उनकी चूत में डालने लगा.. वो बहुत ही टाइट थी।
जैसे ही मैंने एक धक्का लगाया.. तो वो ज़ोर से रोने लगीं.. उनकी आँखों से आँसू आने लगे।
उनकी चूत वास्तव में काफ़ी टाइट थी। जैसे ही मैंने एक और धक्का लगाया तो वो चिल्लाने लगीं और कहने लगीं- छोड़ दो मुझे.. मुझे नहीं चुदवाना..
मैंने उनकी बात को अनसुना करके एक और धक्का लगा दिया अबकी बार तो मैंने दोनों हाथों से उनके कन्धों को पकड़ लिया था और इस बार का धक्का बहुत जोरदार लगाया था।
मेरा लंड उनकी चूत की फाड़ते हुए करीब 4 इंच अन्दर चला गया.. उनकी चूत से लाल पानी निकल आया।
तभी मैंने अपने लंड को उनकी चूत से निकाला और उनसे उठने को कहा.. वो उठ ही नहीं पा रही थीं।
मैंने उनको अपनी गोद में लिया और दीवार के सहारे खड़ा कर दिया। उनकी चूत से पानी बह रहा था।
मैंने उनको खड़ा किया और अपने लंड का टोपा उनकी चूत पर रख कर उनके एक पैर को अपने हाथ में ले लिया।
अभी वो एक तरह से हवा में थीं।
उन्हें दीवार से चिपका कर मैंने झट से एक ही धक्के में पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।
अब उन्हें भी बहुत मज़ा आ रहा था। दस मिनट में ही उनका पानी निकल गया। उनके वजन से मेरा हाथ थक रहा था.. तो मैंने उनको बिस्तर पर लिटा कर आँधी की तरह चोदने लगा।
मैंने उनको 20 मिनट तक इसी मुद्रा में ही चोदा। अब तक वो कम से कम 3 बार अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी थीं।
तभी मुझे लगा कि मेरा पानी निकलने वाला है.. मैंने अपने लौड़े को निकाल कर उनके मुँह में डाल दिया।
वो उसे एकदम लॉलीपॉप की तरह चूसने लगीं। तभी मेरा माल उनके मुँह में निकल गया और उन्होंने उल्टी कर दी।
मैं उनको गोद में उठा कर बाथरूम में ले गया और उनके साथ नहाने लगा।
मेरा लंड फिर से टाइट हो गया.. उसके बाद मैंने उनको बाथरूम में भी चोदा।
अब तो मेरी आंटी मेरे लौड़े की भी फ्रेण्ड बन गई थीं.. शाम को मैंने उनकी गाण्ड भी मारी।
दोस्तों यह मेरी बिल्कुल सच्ची घटना है और मैंने आंटी को बता कर ही इस घटना को आप सभी से साझा की है।
पड़ोसन चाची
हमारे घर के पास में एक पड़ोसी रहते हैं वहाँ एक आंटी हैं..
उनका नाम रानी है। उनकी उम्र भी लगभग 38 साल की होगी। उनके कोई बच्चे नहीं थे.. पर वो अभी भी 27 साल
की लगती थी और इतनी फिट थीं कि क्या बताऊँ। बस यूं समझ लीजिये कि वे अंकल की वाइफ नहीं बेटी लगती थीं। मैं उन्हें कब से चोदने का चाह रहा था लेकिन किसी मौके का इंतज़ार कर रहा था। वो काफ़ी हॉट थीं.. उनका रंग एकदम गोरा था.. और शक्ल से भी वे बहुत अच्छी लगती हैं। उनके मम्मे बहुत बड़े हैं और उनकी गाण्ड भी एकदम मस्त.. बाहर की ओर उठी हुई है.. जो भी उनकी गाण्ड को मटकाते हुए देख ले.. उसी वक्त उसका लंड खड़ा हो जाए।
मैं उनको चोदने का ख्बाव बहुत पहले से देख रहा था। मुझे तो बस किसी मौके के मिलने का इंतज़ार था।
मेरा यह सपना पूरा हुआ.. जब मेरी मम्मी मेरे पापा के पास गईं क्योंकि मेरे पापा बाहर नौकरी करते हैं।
मम्मी के जाने के बाद मैं कुछ दिनों के लिए घर में अकेला था.. मम्मी ने आंटी से मेरे खाने-पीने का कह दिया था।
दूसरे दिन चूंकि मैं घर में अकेला था तो मैं रात भर अपने गर्ल-फ्रेण्ड से सेक्सी चैट करता रहा और ब्लू-फिल्म देखते-देखते नंगा ही सो गया।
घर की एक चाभी आंटी के पास भी थी.. तो वो सुबह मेरे घर आ गईं। वे मुझे ब्रेकफास्ट देने आई थीं और मैं नंगा ही अपने कमरे में सो रहा था।
आंटी ब्रेकफास्ट लेकर मेरे कमरे में आ गईं और उस वक्त मेरा लंड खड़ा था वैसे मैं लड़कियों ने ऊपर मेरे लंड का साइज़ तो पढ़ ही लिया होगा.. फिर भी बता दूँ कि मेरे लंड की साइज़ 6.5 इंच है और ये 3 इंच मोटा है। चूत में जाते ही उसे फाड़ देने लायक है।
मैंने रात को जबसे ब्लू-फिल्म देखी थी तब से ही आंटी को चोदने का प्लान बना रखा था।
आहट पाकर मैं उठा तो देखा कि आंटी मुझे अजीब तरह से देख रही हैं और उनके होंठों पर एक कटीली मुस्कराहट दिख रही थी।
वो तो मेरा लंड देख कर हैरान हो गई थीं। उन्होंने मुझे नंगा देख कर हँस दिया और वे मेरे पास आ गईं, वे मुझसे कहने लगीं- तुम तो अब जवान हो गए हो.. कितनी गर्लफ्रेंड हैं तुम्हारी?
मैंने भी उनकी कमर में हाथ डाल कर कहा- एक..
तो वो बोलीं- कभी कुछ सेक्स वगैरह किया है?
तो मैंने कहा- हाँ कई बार..
मैंने उनकी चुदास को भांपते हुए उनके मम्मों पर हाथ रख दिया।
तो फिर उन्होंने कहा- तुम्हारा इरादा क्या है?
मैं बोला- आंटी आपको क्या लगता है?
वो हँस पड़ीं..
तो मैंने कहा- मेरा तो सेक्स करने का मूड है.. आई लव यू मेरी जान..
यह सुनते ही वो मेरी तरफ आईं और बोलीं- इतना सा कहने में इतने दिन लगा दिए?
फिर मैंने उनको अपनी गोद में उठा कर बिस्तर पर गिरा लिया और फिर मैंने उनको नंगा कर दिया.. जब मैंने उनके नंगे दूध देखे तो भेजा फिर गया.. क्या साली के एकदम पिंक चूचे थे और एकदम रसीले थे।
मैंने जल्दी से उनके एक दूध को अपने मुँह में ले लिया और दबा कर चूसने लगा। मेरी चुदास का आलम ये था कि मैं उनके दूसरे दूध को अपने हाथ से मसलने लगा।
वो ‘आआअहह.. उुउऊहह..’ कर रही थीं मैंने 10 मिनट तक उसके दोनों मम्मों को चूस कर और मसल कर लाल कर दिया।
तभी मुझे अपने लौड़े पर कुछ गीला लगा मैंने देखा तो उनकी चूत से पानी निकल रहा था। उनकी चूत पर झाँटों का हल्का जंगल बहुत अच्छा लग रहा था।
अब मैंने उनकी चूत पर मुँह लगा दिया और अपनी जीभ से चूत को चाटने लगा।
वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगीं और तड़पने लगीं।
मैंने अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी। उनकी चूत एकदम टाइट थी.. बाद में पता चला था कि काफ़ी समय से वो चुदी नहीं थी.. अंकल उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाते हैं।
फिर मैंने जैसे ही अपनी उंगली अन्दर-बाहर करना चालू की कि तभी उनका पानी निकल गया।
मैंने सारा पानी चूस लिया और फिर उठ गया। उनकी गाण्ड के नीचे मैंने दो तकिये लगा दिए.. जिससे उनकी भोसड़ी ऊपर को उठ गई।
अब मैंने उनको अपना लौड़ा हिला कर कहा- देखो मेरी जान.. आज इससे तुम्हारी चूत को फाड़ने वाला हूँ।
उन्होंने मेरे लौड़े को बड़े ललचाई नजरों से देखा.. तभी मैंने पूछा- आज से पहले कब चुदाई की थी?
उन्होंने कहा- काफ़ी टाइम हो गया है।
तो मैंने कहा- तुम्हें हल्का दर्द होगा.. सहन कर लेना.. फिर बहुत मज़ा आएगा।
यह कह कर मैं अपने लंड का टोपा उनकी चूत में डालने लगा.. वो बहुत ही टाइट थी।
जैसे ही मैंने एक धक्का लगाया.. तो वो ज़ोर से रोने लगीं.. उनकी आँखों से आँसू आने लगे।
उनकी चूत वास्तव में काफ़ी टाइट थी। जैसे ही मैंने एक और धक्का लगाया तो वो चिल्लाने लगीं और कहने लगीं- छोड़ दो मुझे.. मुझे नहीं चुदवाना..
मैंने उनकी बात को अनसुना करके एक और धक्का लगा दिया अबकी बार तो मैंने दोनों हाथों से उनके कन्धों को पकड़ लिया था और इस बार का धक्का बहुत जोरदार लगाया था।
मेरा लंड उनकी चूत की फाड़ते हुए करीब 4 इंच अन्दर चला गया.. उनकी चूत से लाल पानी निकल आया।
तभी मैंने अपने लंड को उनकी चूत से निकाला और उनसे उठने को कहा.. वो उठ ही नहीं पा रही थीं।
मैंने उनको अपनी गोद में लिया और दीवार के सहारे खड़ा कर दिया। उनकी चूत से पानी बह रहा था।
मैंने उनको खड़ा किया और अपने लंड का टोपा उनकी चूत पर रख कर उनके एक पैर को अपने हाथ में ले लिया।
अभी वो एक तरह से हवा में थीं।
उन्हें दीवार से चिपका कर मैंने झट से एक ही धक्के में पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।
अब उन्हें भी बहुत मज़ा आ रहा था। दस मिनट में ही उनका पानी निकल गया। उनके वजन से मेरा हाथ थक रहा था.. तो मैंने उनको बिस्तर पर लिटा कर आँधी की तरह चोदने लगा।
मैंने उनको 20 मिनट तक इसी मुद्रा में ही चोदा। अब तक वो कम से कम 3 बार अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी थीं।
तभी मुझे लगा कि मेरा पानी निकलने वाला है.. मैंने अपने लौड़े को निकाल कर उनके मुँह में डाल दिया।
वो उसे एकदम लॉलीपॉप की तरह चूसने लगीं। तभी मेरा माल उनके मुँह में निकल गया और उन्होंने उल्टी कर दी।
मैं उनको गोद में उठा कर बाथरूम में ले गया और उनके साथ नहाने लगा।
मेरा लंड फिर से टाइट हो गया.. उसके बाद मैंने उनको बाथरूम में भी चोदा।
अब तो मेरी आंटी मेरे लौड़े की भी फ्रेण्ड बन गई थीं.. शाम को मैंने उनकी गाण्ड भी मारी।
दोस्तों यह मेरी बिल्कुल सच्ची घटना है और मैंने आंटी को बता कर ही इस घटना को आप सभी से साझा की है।
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