FUN-MAZA-MASTI
सौतेला बाप--17
दोनो भाई बहन अकेले रह गये
श्वेता : "थॅंक्स भाई....हम दोनो को प्राइवेसी देने के लिए...''
वो बस मुस्कुरा दिया, कुछ बोला नही..
श्वेता : "कल तुम्हे अच्छी तरह से नहलाऊंगी मैं...ये है तुम्हारा बोनस...''
उसकी बात सुनकर नितिन का चेहरा एक दम से खिल उठा...पर सिर्फ़ श्वेता ही जानती थी की उसके दिमाग़ मे क्या चल रहा है..
*******
अब आगे
*******
अगले दिन नितिन बड़ी बेसब्री से अपनी बहन का वेट कर रहा था, पर वो थी की अपने कमरे मे बंद होकर अपनी अभी तक की कहानी काव्या को सुनाने मे लगी थी..
काव्या को जैसे ही पता चला की वो चुद चुकी है तो उसकी हैरानी की सीमा ही नही रही..और ना चाहते हुए भी वो अपनी सहेली के बाय्फ्रेंड नितिन के लंबे लॅंड के बारे मे सोचने लगी, की कैसे उसने श्वेता की चूत मे अपना लॅंड पेला होगा, कैसे झटके दिए होंगे, और कैसे अपना रस उसके चेहरे और मुँह के अंदर निकाला होगा...
और साथ ही साथ वो श्वेता को गालियाँ भी देती जा रही थी की कैसे वो चूत मरवाने मे उससे आगे निकल गयी..
काव्या : "साली, तू तो एक नंबर की कुतिया निकली, इतने सालो तक अपना कुँवारापन बचा कर रखा और एक झटके मे लूटा बैठी ....यू बिच...''
श्वेता (हंसते हुए) : "यार, तुझे क्या बताऊ ...पिछले दो दिनों से मेरे साथ क्या-2 हो रहा है...उन सबकी वजह से ही मुझसे रहा नही गया और मैने केतन को रोका नही वो सब करने से...''
काव्या : "ऐसा क्या हो गया जो तेरे अंदर ऐसी आग लग गयी....चल जल्दी से बता मुझे ...''
श्वेता : "नही यार....वो ..वो ...बताने वाली बात नही है ...''
पर काव्या भी कहा मानने वाली थी, उसने अपनी कसम देकर उसे बोलने पर मजबूर कर ही दिया और जब श्वेता ने अपने और नितिन के बारे मे वो सब उसे बताया तो काव्या के हाथ अपने आप अपनी चूत के उपर चले गये ...और जब तक उसकी बात ख़त्म हुई, वो उसकी पेंटी के अंदर तक घुसकर अपनी नर्म चूत को सहला रहे थे...
काव्या : "ओह यू बिच .....तेरे तो घर मे इतना बढिया जुगाड़ है, और तू है की बाहर अपना हलवा बाँटती फिर रही है...मुझे तो बेचारे नितिन पर तरस आ रहा है, एक तो उसके हाथ टूटे पड़े हैं और बेचारा अपनी सेक्सी बहन को अपने बाय्फ्रेंड के साथ देखकर कुछ कर भी नही पाता होगा हा हा ...बेचारा ..मैं होती ना ...''
उसने अपनी बात बीच मे ही छोड़ दी ...
श्वेता समझ गयी की वो क्या कहना चाहती है ...आख़िर उसके भाई के बारे मे पहले भी एक-दो बार काव्या बोल चुकी थी की वो कितना हॉट लगता है ...
काव्या : "चल जो हुआ, उसको भूल जा, और आगे क्या करना है वो देख ले तू ...मेरे साथ भी आजकल कुछ अजीब सा हो रहा है यहाँ, कल मेरे घर आ जा, सब डीटेल मे बताउंगी ...चल बाय , अभी मम्मी बुला रही है मुझे ..''
इतना कहकर उसने फोन रख दिया.
श्वेता खोई-2 सी नीचे पहुँची, जहाँ नितिन टेबल पर उसका वेट कर रहा था..
दोनो ने बिना कुछ बोले नाश्ता खाया, इस बीच श्वेता ना जाने क्या-2 सोचती रही और अचानक वो नितिन से बोली : "तुम्हे नहाना नही है क्या...''
नितिन : "हाँ ...हाँ हन ...मैं तो कब से तुम्हारा वेट कर रहा था, पर तुम ही ...''
श्वेता : "ओके ...चलो जल्दी, अंदर, मैं करती हू तुम्हारा ...''
उसने ''करती हू तुम्हारा'' तो ऐसे बोला था जिसका कुछ और ही मतलब निकाल कर उसके लॅंड महाराज ने वहीं के वहीं नाचना शुरू कर दिया..
वो अपने कपड़े बदलने के लिए अपने कमरे मे चली गयी और नितिन भागकर बाथरूम मे.
श्वेता अपने आप को टवल से ढक कर बाथरूम मे पहुँची तो उसने देखा की नितिन सिर्फ़ अपने अंडरवीयर मे खड़ा हुआ उसका वेट कर रहा है, और उसके लॅंड ने अपना विकराल रूप लेकर वहाँ तंबू बना दिया है ..
और उसके खड़े हुए डंडे को देखकर उसकी हँसी निकल गयी और बोली : "ये कभी बैठता भी है या नही ...''
श्वेता ने पहली बार उसके लॅंड के बारे मे बात की थी आज ..
नितिन : "दरअसल ...जो आटेंशन इसको मिलनी चाहिए, पिछले कुछ दीनो से मिल नही रही, इसलिए ये अपनी नाराज़गी दिखा रहा है ऐसे ....''
दोनो हंस दिए ...
श्वेता ने अपना बँधा हुआ टावल निकाल दिया ..और नीचे उसके हुस्न को देखकर नितिन के लॅंड ने एक-दो झटके और मारे और पहले से ज़्यादा गुस्से मे आकर श्वेता को देखने लगा..
उसने आज हॉल्टर ब्रा पहनी थी ..और सामने की तरफ तिकोना सा कपड़ा था जो उसके मोटे मुम्मों को आधे से ज़्यादा दिखा रहा था और सिर्फ़ कुछ हिस्सा ही छुपा पा रहा था ..
और नीचे की तरफ उतनी ही सेक्सी वी शेप की पेंटी ...
दोनो अंदर शावर मे चले गये.
आज श्वेता कुछ ज़्यादा ही रगड़ रही थी नितिन की बॉडी को ...अपने हाथ मे झाग बनाकर वो हर हिस्सा साफ़ कर रही थी ..उसके सामने खड़ी हुई जब वो उसकी चेस्ट को मल रही थी तो नितिन की नज़रें उसकी भारी भरकम ब्रेस्ट पर ही थी...उसका मन तो कर रहा था की एक झटके मे फाड़ डाले उसकी ब्रा को और देख ले की अंदर क्या छुपा कर रखा है उसने, गौर से देखने पर उसे श्वेता के खड़े हुए निप्पल भी सॉफ-2 नज़र आने लगे ..और निप्पल के चारों और उगे हुए छोटे-2 दाने भी ...पानी ने उसकी ब्रा को पूरा ट्रांसपरेंट कर दिया था .
अचानक श्वेता बोली : "उम्म ...नितिन ...क्या ..क्या ..तुम चाहते हो ...की ...उफ़फ्फ़ ...कैसे बोलू ... ..की मैं ...कोई मदद करू तुम्हारे कम को निकालने में ... .. आई मीन मास्टरबेट करने मे ....''
नितिन को तो विश्वास ही नही हुआ ...वो हैरानी से बोला : " रियली .?? क्या तुम ..... सच मे ..... ऐसा कर सकती हो ....मतलब ..करना चाहती हो ...''
श्वेता उससे नज़रें नही मिला रही थी .. वो बोली : "हाँ ...मीन्स ...तुमने भी तो मेरी हेल्प की थी कल .... वो मुझे और नितिन को स्पेस देकर ...''
वो आगे बोली : "और तुम्हारी हालत मुझसे देखी नही जा रही ....तुमने ही कहा था ना की ...इसको जो अटेंशन मिलनी चाहिए वो मिल नही रही ..तो मैं, वो अटेंशन इसको दे सकती हू ...तुम थोड़ा रिलीव महसूस करोगे ...हैं ना ..''
नितिन स्पीचलेस हो गया ....उसने सिर्फ़ अपना सिर हिला दिया और अपनी स्वीकृति दे डाली
श्वेता ने धड़कते दिल से उसके अंडरवीयर को नीचे किया और एक ही झटके मे उसका लॅंड लहराकर उसकी आँखो के सामने आ गया...
ओह्ह्ह माय गॉड , इतना लंबा .....उम्म्म्ममममम, श्वेता ने ढेर सारा साबुन लिया और उसके लंबे लॅंड के उपर लगाकर उसे हिलाने लगी...पहले धीरे-2 फिर थोड़ी तेज़ी से ...
''अहह....एस श्वेता .... अssssss .....उम्म्म्ममममम''
नितिन ने अपनी आँखे बंद कर ली ....पर जब उसकी सपनो की रानी उसके सामने बैठकर उसके लॅंड का मर्दन कर रही है तो वो आँखे क्यो बंद करे...उसने झट से अपनी आँखे खोल दी और प्यासी नज़रों से अपनी बहन को देखने लगा, उसके हिलते हुए मुम्मों को अपनी नज़रों से चोदने लगा, उसके लरजते हुए होंठों का रस अपने प्यासी आँखों से पीने लगा ...
श्वेता अपने दोनो हाथों का प्रयोग कर रही थी ...एक हाथ से वो उसके लॅंड को उपर नीचे कर रही थी और दूसरे से उसकी गोटियों को सहला रही थी ...
इतना प्यार भरा ट्रीटमेंट जब मिले तो रुकना मुश्किल हो जाता है, नितिन ने भी सिसकना शुरू कर दिया....श्वेता उसकी तेज चल रही सांसो को देखकर समझ गयी की वो झड़ने वाला है, पर उसकी समझ मे नही आ रहा था की वो उसके रस को कहाँ गिराए, जैसे ही नितिन ने एक-दो जोरदार झटके दिए अपनी कमर को तो वो समझ गयी की अब किसी भी वक़्त उसका रस निकल सकता है, वो उठ खड़ी हुई और अपने पेट का निशाना बना कर उसकी पिचकारी से निकले पानी को वहाँ गिरा लिया ...
नितिन अपने पंजों पर खड़ा होकर गोलियां चलाने लगा
नितिन : "अहह उम्म्म्मममममममम ...अहह''
उसकी हर पिचकारी एक गर्म एहसास छोड़ रही थी श्वेता पर, इतना माल इकट्ठा कर रखा था नितिन ने की श्वेता के पेट पर सफेद रंग की परत सी बिछ गयी...पूरा कवर कर लिया उसके कम ने उसकी नाभि को...वो दिखाई भी नही दे रही थी ...
उपर से चल रहे शावर ने धीरे-2 उसके गाड़े रस को पानी मे मिला कर वहाँ से गायब कर दिया ....
श्वेता : "वाव .....इतना स्टॉक इकट्ठा कर रखा था तुमने तो ...मैने आज से पहले ऐसा कुछ देखा ही नही था ...''
नितिन : "मैने बोला था ना, अपने हाथों की वजा से इसको सही से ट्रीट नही कर पा रहा था...थैंक्स ....तुम्हारी वजह से ही मैं आज रिलिव हो पाया हू ....''
वो मुस्कुरा दी..
श्वेता : "अछा मुझे एक बात बताओ ....तुम कितने दीनो के बाद मास्टरबेट करते हो ...''
नितिन : "रोजाना ...मीन्स, एक्सीडेंट से पहले तो अब तक रोज ही करता था ...''
श्वेता : "तब तो वो रुटीन बनाकर रखना पड़ेगा ...मैं अब तुम्हे रोज ही ऐसे हेल्प किया करूँगी ..ओके ..''
नितिन की खुशी का ठिकाना ही नही रहा ..
श्वेता उसके बदन को टावल से पोंछने लगी ..नितिन अब पूरा नंगा खड़ा था उसके सामने, वो बदन सॉफ करती हुई अपने घुटनों पर बैठकर उसकी टांगे सॉफ कर रही थी, और फिर उसने उसके लॅंड को आराम-2 से सॉफ करना शुरू किया, उसने देखा की वो फिर से अकड़ रहा है ..और कुछ ही सेकेंड मे वो फिर से खड़ा होकर उसके सामने हुंकार रहा था ...पहले से ज़्यादा ..पहले से लंबा होकर.
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
सौतेला बाप--17
दोनो भाई बहन अकेले रह गये
श्वेता : "थॅंक्स भाई....हम दोनो को प्राइवेसी देने के लिए...''
वो बस मुस्कुरा दिया, कुछ बोला नही..
श्वेता : "कल तुम्हे अच्छी तरह से नहलाऊंगी मैं...ये है तुम्हारा बोनस...''
उसकी बात सुनकर नितिन का चेहरा एक दम से खिल उठा...पर सिर्फ़ श्वेता ही जानती थी की उसके दिमाग़ मे क्या चल रहा है..
*******
अब आगे
*******
अगले दिन नितिन बड़ी बेसब्री से अपनी बहन का वेट कर रहा था, पर वो थी की अपने कमरे मे बंद होकर अपनी अभी तक की कहानी काव्या को सुनाने मे लगी थी..
काव्या को जैसे ही पता चला की वो चुद चुकी है तो उसकी हैरानी की सीमा ही नही रही..और ना चाहते हुए भी वो अपनी सहेली के बाय्फ्रेंड नितिन के लंबे लॅंड के बारे मे सोचने लगी, की कैसे उसने श्वेता की चूत मे अपना लॅंड पेला होगा, कैसे झटके दिए होंगे, और कैसे अपना रस उसके चेहरे और मुँह के अंदर निकाला होगा...
और साथ ही साथ वो श्वेता को गालियाँ भी देती जा रही थी की कैसे वो चूत मरवाने मे उससे आगे निकल गयी..
काव्या : "साली, तू तो एक नंबर की कुतिया निकली, इतने सालो तक अपना कुँवारापन बचा कर रखा और एक झटके मे लूटा बैठी ....यू बिच...''
श्वेता (हंसते हुए) : "यार, तुझे क्या बताऊ ...पिछले दो दिनों से मेरे साथ क्या-2 हो रहा है...उन सबकी वजह से ही मुझसे रहा नही गया और मैने केतन को रोका नही वो सब करने से...''
काव्या : "ऐसा क्या हो गया जो तेरे अंदर ऐसी आग लग गयी....चल जल्दी से बता मुझे ...''
श्वेता : "नही यार....वो ..वो ...बताने वाली बात नही है ...''
पर काव्या भी कहा मानने वाली थी, उसने अपनी कसम देकर उसे बोलने पर मजबूर कर ही दिया और जब श्वेता ने अपने और नितिन के बारे मे वो सब उसे बताया तो काव्या के हाथ अपने आप अपनी चूत के उपर चले गये ...और जब तक उसकी बात ख़त्म हुई, वो उसकी पेंटी के अंदर तक घुसकर अपनी नर्म चूत को सहला रहे थे...
काव्या : "ओह यू बिच .....तेरे तो घर मे इतना बढिया जुगाड़ है, और तू है की बाहर अपना हलवा बाँटती फिर रही है...मुझे तो बेचारे नितिन पर तरस आ रहा है, एक तो उसके हाथ टूटे पड़े हैं और बेचारा अपनी सेक्सी बहन को अपने बाय्फ्रेंड के साथ देखकर कुछ कर भी नही पाता होगा हा हा ...बेचारा ..मैं होती ना ...''
उसने अपनी बात बीच मे ही छोड़ दी ...
श्वेता समझ गयी की वो क्या कहना चाहती है ...आख़िर उसके भाई के बारे मे पहले भी एक-दो बार काव्या बोल चुकी थी की वो कितना हॉट लगता है ...
काव्या : "चल जो हुआ, उसको भूल जा, और आगे क्या करना है वो देख ले तू ...मेरे साथ भी आजकल कुछ अजीब सा हो रहा है यहाँ, कल मेरे घर आ जा, सब डीटेल मे बताउंगी ...चल बाय , अभी मम्मी बुला रही है मुझे ..''
इतना कहकर उसने फोन रख दिया.
श्वेता खोई-2 सी नीचे पहुँची, जहाँ नितिन टेबल पर उसका वेट कर रहा था..
दोनो ने बिना कुछ बोले नाश्ता खाया, इस बीच श्वेता ना जाने क्या-2 सोचती रही और अचानक वो नितिन से बोली : "तुम्हे नहाना नही है क्या...''
नितिन : "हाँ ...हाँ हन ...मैं तो कब से तुम्हारा वेट कर रहा था, पर तुम ही ...''
श्वेता : "ओके ...चलो जल्दी, अंदर, मैं करती हू तुम्हारा ...''
उसने ''करती हू तुम्हारा'' तो ऐसे बोला था जिसका कुछ और ही मतलब निकाल कर उसके लॅंड महाराज ने वहीं के वहीं नाचना शुरू कर दिया..
वो अपने कपड़े बदलने के लिए अपने कमरे मे चली गयी और नितिन भागकर बाथरूम मे.
श्वेता अपने आप को टवल से ढक कर बाथरूम मे पहुँची तो उसने देखा की नितिन सिर्फ़ अपने अंडरवीयर मे खड़ा हुआ उसका वेट कर रहा है, और उसके लॅंड ने अपना विकराल रूप लेकर वहाँ तंबू बना दिया है ..
और उसके खड़े हुए डंडे को देखकर उसकी हँसी निकल गयी और बोली : "ये कभी बैठता भी है या नही ...''
श्वेता ने पहली बार उसके लॅंड के बारे मे बात की थी आज ..
नितिन : "दरअसल ...जो आटेंशन इसको मिलनी चाहिए, पिछले कुछ दीनो से मिल नही रही, इसलिए ये अपनी नाराज़गी दिखा रहा है ऐसे ....''
दोनो हंस दिए ...
श्वेता ने अपना बँधा हुआ टावल निकाल दिया ..और नीचे उसके हुस्न को देखकर नितिन के लॅंड ने एक-दो झटके और मारे और पहले से ज़्यादा गुस्से मे आकर श्वेता को देखने लगा..
उसने आज हॉल्टर ब्रा पहनी थी ..और सामने की तरफ तिकोना सा कपड़ा था जो उसके मोटे मुम्मों को आधे से ज़्यादा दिखा रहा था और सिर्फ़ कुछ हिस्सा ही छुपा पा रहा था ..
और नीचे की तरफ उतनी ही सेक्सी वी शेप की पेंटी ...
दोनो अंदर शावर मे चले गये.
आज श्वेता कुछ ज़्यादा ही रगड़ रही थी नितिन की बॉडी को ...अपने हाथ मे झाग बनाकर वो हर हिस्सा साफ़ कर रही थी ..उसके सामने खड़ी हुई जब वो उसकी चेस्ट को मल रही थी तो नितिन की नज़रें उसकी भारी भरकम ब्रेस्ट पर ही थी...उसका मन तो कर रहा था की एक झटके मे फाड़ डाले उसकी ब्रा को और देख ले की अंदर क्या छुपा कर रखा है उसने, गौर से देखने पर उसे श्वेता के खड़े हुए निप्पल भी सॉफ-2 नज़र आने लगे ..और निप्पल के चारों और उगे हुए छोटे-2 दाने भी ...पानी ने उसकी ब्रा को पूरा ट्रांसपरेंट कर दिया था .
अचानक श्वेता बोली : "उम्म ...नितिन ...क्या ..क्या ..तुम चाहते हो ...की ...उफ़फ्फ़ ...कैसे बोलू ... ..की मैं ...कोई मदद करू तुम्हारे कम को निकालने में ... .. आई मीन मास्टरबेट करने मे ....''
नितिन को तो विश्वास ही नही हुआ ...वो हैरानी से बोला : " रियली .?? क्या तुम ..... सच मे ..... ऐसा कर सकती हो ....मतलब ..करना चाहती हो ...''
श्वेता उससे नज़रें नही मिला रही थी .. वो बोली : "हाँ ...मीन्स ...तुमने भी तो मेरी हेल्प की थी कल .... वो मुझे और नितिन को स्पेस देकर ...''
वो आगे बोली : "और तुम्हारी हालत मुझसे देखी नही जा रही ....तुमने ही कहा था ना की ...इसको जो अटेंशन मिलनी चाहिए वो मिल नही रही ..तो मैं, वो अटेंशन इसको दे सकती हू ...तुम थोड़ा रिलीव महसूस करोगे ...हैं ना ..''
नितिन स्पीचलेस हो गया ....उसने सिर्फ़ अपना सिर हिला दिया और अपनी स्वीकृति दे डाली
श्वेता ने धड़कते दिल से उसके अंडरवीयर को नीचे किया और एक ही झटके मे उसका लॅंड लहराकर उसकी आँखो के सामने आ गया...
ओह्ह्ह माय गॉड , इतना लंबा .....उम्म्म्ममममम, श्वेता ने ढेर सारा साबुन लिया और उसके लंबे लॅंड के उपर लगाकर उसे हिलाने लगी...पहले धीरे-2 फिर थोड़ी तेज़ी से ...
''अहह....एस श्वेता .... अssssss .....उम्म्म्ममममम''
नितिन ने अपनी आँखे बंद कर ली ....पर जब उसकी सपनो की रानी उसके सामने बैठकर उसके लॅंड का मर्दन कर रही है तो वो आँखे क्यो बंद करे...उसने झट से अपनी आँखे खोल दी और प्यासी नज़रों से अपनी बहन को देखने लगा, उसके हिलते हुए मुम्मों को अपनी नज़रों से चोदने लगा, उसके लरजते हुए होंठों का रस अपने प्यासी आँखों से पीने लगा ...
श्वेता अपने दोनो हाथों का प्रयोग कर रही थी ...एक हाथ से वो उसके लॅंड को उपर नीचे कर रही थी और दूसरे से उसकी गोटियों को सहला रही थी ...
इतना प्यार भरा ट्रीटमेंट जब मिले तो रुकना मुश्किल हो जाता है, नितिन ने भी सिसकना शुरू कर दिया....श्वेता उसकी तेज चल रही सांसो को देखकर समझ गयी की वो झड़ने वाला है, पर उसकी समझ मे नही आ रहा था की वो उसके रस को कहाँ गिराए, जैसे ही नितिन ने एक-दो जोरदार झटके दिए अपनी कमर को तो वो समझ गयी की अब किसी भी वक़्त उसका रस निकल सकता है, वो उठ खड़ी हुई और अपने पेट का निशाना बना कर उसकी पिचकारी से निकले पानी को वहाँ गिरा लिया ...
नितिन अपने पंजों पर खड़ा होकर गोलियां चलाने लगा
नितिन : "अहह उम्म्म्मममममममम ...अहह''
उसकी हर पिचकारी एक गर्म एहसास छोड़ रही थी श्वेता पर, इतना माल इकट्ठा कर रखा था नितिन ने की श्वेता के पेट पर सफेद रंग की परत सी बिछ गयी...पूरा कवर कर लिया उसके कम ने उसकी नाभि को...वो दिखाई भी नही दे रही थी ...
उपर से चल रहे शावर ने धीरे-2 उसके गाड़े रस को पानी मे मिला कर वहाँ से गायब कर दिया ....
श्वेता : "वाव .....इतना स्टॉक इकट्ठा कर रखा था तुमने तो ...मैने आज से पहले ऐसा कुछ देखा ही नही था ...''
नितिन : "मैने बोला था ना, अपने हाथों की वजा से इसको सही से ट्रीट नही कर पा रहा था...थैंक्स ....तुम्हारी वजह से ही मैं आज रिलिव हो पाया हू ....''
वो मुस्कुरा दी..
श्वेता : "अछा मुझे एक बात बताओ ....तुम कितने दीनो के बाद मास्टरबेट करते हो ...''
नितिन : "रोजाना ...मीन्स, एक्सीडेंट से पहले तो अब तक रोज ही करता था ...''
श्वेता : "तब तो वो रुटीन बनाकर रखना पड़ेगा ...मैं अब तुम्हे रोज ही ऐसे हेल्प किया करूँगी ..ओके ..''
नितिन की खुशी का ठिकाना ही नही रहा ..
श्वेता उसके बदन को टावल से पोंछने लगी ..नितिन अब पूरा नंगा खड़ा था उसके सामने, वो बदन सॉफ करती हुई अपने घुटनों पर बैठकर उसकी टांगे सॉफ कर रही थी, और फिर उसने उसके लॅंड को आराम-2 से सॉफ करना शुरू किया, उसने देखा की वो फिर से अकड़ रहा है ..और कुछ ही सेकेंड मे वो फिर से खड़ा होकर उसके सामने हुंकार रहा था ...पहले से ज़्यादा ..पहले से लंबा होकर.
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment