Sunday, November 1, 2015

FUN-MAZA-MASTI टीचर और उसकी कज़िन

FUN-MAZA-MASTI

टीचर और उसकी कज़िन
 प्रेषक-राज शर्मा 
हेलो फ्रेंड्स. ऑल रीडर्स आइ आम राज . मैं एक बिज़्नेसमॅन हू. मेरी शादी हो चुकी है मेरी उम्र  26 साल है, बॉडी अथलित 5' 6', लंड की लंबाई 6.5' जड़ाई 2' स्मार्ट लुकिंग. वित ब्राउन हेर, ब्लॅक एएस, ब्लॅक हेर, गुड लुकिंग. ये कहानी तब सुरू होती है जब मैं मेरे विलेज मे रहता था. {आइ आम लिविंग इन जॉइंट फॅमिली} मैं 8त क्लास मे पढ़ता था. तब मेरी उमर 13साल थी. मेरी हाइ स्कूल मे पढ़ाई अभी सुरू ही हुई थी. मेरे घर से हाइ स्कूल 1 किमी दूर थी तो मैं घर से पैदल ही स्कूल जाता था ओर तब मुझे सेक्स के बारे मे ज़्यादा जानकारी नही थी. हाइ स्कूल मे लड़के लड़कियो को साथ पढ़ाते थे तो मैं खुश था. दो महीने के बाद एक नयी टीचर आई. उसका नाम हेटल था वो पास के एक विलेज मे रहती थी ओर वाहा से अप-डाउन करती थी. उसने हमारे प्रिन्सिपल से कहा कि अगर उसे गाँव मे कोई मकान मिल जाए तो उसे आसानी रहेंगी. तब प्रिन्सिपल ने मुझे बुलाया क्योकि मैं जॉइंट फॅमिली मे रहता था ओर हमारा मकान बहुत बड़ा था. तो पहेले भी केयी टीचर हमारे यहा रह चुके थे. प्रिन्सिपल ने मुझे कहा आप के दादाजी को पूछ लो कि क्या आप नयी टीचर को रहने दोगे? 

दूसरे दिन मैं घर से सीधा हेटल टीचर के पास गया ओर कहा कि आप कल अपना समान ले आना तो वो खुश हो गयी. दूसरे दिन वो समान लेके मेरे घर आ गयी मैने उसे उसका कमरा दिखाया जो स्टडी-रूम के साइड मे ही था. मैने उसके समान रखने मे हेल्प की. शाम को उसने हमारे साथ ही खाना खाया ओर मुझे होमे-वर्क के लिए अपने कमरे मे आने को कहा. मैं थोड़ी देर बाद अपनी बुक्स लेकर उसके कमरे मे गया तो देखता ही रह गया वो साडी निकाल के नाइटी पहन रही थी. मुझे देख के वो मुस्कुराइ. उसकी नंगी टाँगे देख कर मुझे अपनी चड्डी मे कुछ महसूस होने लगा. उसने अपने बेड पे मुझे बैठने को कहा. ओर बुक साइड मे रखने को कहा.हेटल: क्या तुम किसी से प्यार करते हो 

मे: नही: 
हेटल- तुम चोदना जानते हो? मैं सर्मा गया मैने कोई ज़वब नही दया. आइ वाज़ ओन्ली 15 उसने दरवाज़ा बंद किया ओर मेरे पास आ गयी ओर मुझे किस किया अब मुझे थोड़ा अच्छा लगाने लगा था. 

उसने मेरे कपड़े उतारना शुरू किया मैने कहा ये आप क्या कर रही है. तो उसने कहा मैं तुम्हे चोदना सिखाउन्गि.उसने भी सारे कपड़े उतार दिए. क्या बदन था उसका 36-26-36 मैने पहली बार किसी जवान लड़की को नंगा देखा था. उसने मुझे अपने बूब्स चूसने को कहा. 

मैने धीरे धीरे उसके बूब चूसना सुरू किया वो आहे भरने लगी पर मुझे अज़ीब लग रहा था. वो पूरी तरह से गुलाबी हो गयी थी मुझे भी अपनी 4 इंच के छोटे लंड मे कुछ हो रहा था. वो मेरे लंड को अपने हाथ मे पकड़ के सहलाने लगी. मैं ज़ोर से उसके बूब को चूसने लगा ओर एक हाथ से दूसरे बूब को मसलने लगा. फिर उसने मुझे अपनी चूत चाटने को कहा. मुझे थोड़ा अज़ीब लगा पर मैं उसके उपेर जाके उसकी चूत चाटने लगा. वो काफ़ी गरम हो गयी. उसने दोनो हाथो से मेरा सिर पकड़ लिया ओर अपनी चूत पे दबाने लगी, मैं भी अपनी जीभ निकाल के उसकी चूत मे डालने लगा ओर दोनो हाथो से उसके बूब्स दबाने लगा क्या टाइट बूब्स थे उससे मेरा पूरा मूह गीला हो गया था. बाद मे उसने मुझे उपेर उठाया ओर मुझे अपने उपर लेटा दिया ओर अपनी दोनो टाँगे फेला दी पर मुझे तो चुदाई के बारे मे कुछ पता ही नही था. तो हेटल मेरा लंड हाथ मे पकड़ के अपनी चूत मे डालने की ट्राइ करने लगी पर उसकी चूत मे मेरा लंड जा नही पाया. वो समझ गयी कि मुझे सिखाने की ज़रूरत है. उसने मुझे लेटा दिया ओर मेरे छोटे लंड को चूसने लगी मुझे लगा कि मेरा लंड फट जाएँगा. मैं उपेर नीचे होने लगा तो वो ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. थोड़ी देर बाद मुझे लगा कि मेरे लंड से कुछ निकालने वाला है मैं ज़ोर से अपनी गंद उपेर नीचे करने लगा मेरे लंड से कुछ चिपचिपा निकलने लगा ओर वो चूसने लगी. मैं बहुत खुश हुवा. अब उसने मुझे उसकी चूत चाटने को कहा मेरा मूड नही था पर मैं चाटने लगा 5 मिनिट के बाद उसकी चूत से पानी निकलने लगा उसके कहने पर मैं सारा पानी पीने लगा. फिर मैने ओर उसने कपड़े पहने ओर मैं अपनी रूम मे चला गया.पर रात भर सो नही पाया रात मुझे उसकी चूत दिखाई दे रही थी.दूसरे दिन जब मैं उठा तो वो स्कूल जा चुकी थी.. 

मैं जल्दी तैयार होके स्कूल गया आज मेरी ख़ुसी का ठिकाना नही था. 8 थ क्लास की हेटल टीचर थी. वो क्लास मैं आई ओर मुझे देख कर मुस्कुरई मैने होमे-वर्क नही किया था. वो मुस्कुरई ओर कहा आज अच्छी तरह से होमे-वर्क करना. मैं उसका इशारा समझ गया. शाम को मैने घर जा के सारा काम ख़तम किया ओर खेलने चला गया. शाम को जब मैं घर आया तो वो खाना खा रही थी. मुझे देख उसने मेरी मा को कहा आप राज को मेरे पास रोज़ पढ़ाने भेज देना उसकी इंग्लीश ठीक नही है. मेरी माने कहा ठीक है आप सभी लड़को लड़कियो को रोज़ पढ़ाए. जैसा मैने आप को बताया कि मैं जॉइंट फॅमिली मे रहता था तो 22 बच्चे थे हम. टीचर का दाव उलटा पड़ था. माने कहा हम आपका किराया नही लेंगे. पर टीचर खुश नही थी मैं जानता था कि उसने अपने ही पेर पे कुलड़ी मार दी है. 

रात को हम सब पढ़ाई ख़तम कर के सोने चले गये. पर मुझे नींद कहा मुझे तो किताब मे भी हेटल टीचर की चूत दिखती थी. अगले दिन सनडे था मैं हेटल को अपना खेत{फार्म} दिखाने ले गया रास्ते मे उसने कहा कि जब सब सो जाए तो आप चुपचाप मेरे कमरे मे चले आना . मैने कहा ठीक है. जब हम खेत पे पहुँचे तो उसने कहा कि वो क्या है मैने कहा वो नदी का नाला है. तो हम नाले की ओर चल दिए. नाले पे जाके उसने पानी पिया ओर आस पास देखा वाहा कोई नही था. उसने अपना पेटिकोट थोडा उठाया ओर एक पेड़ के पास रेत के टीले पेर बैठ गयी. मैं समझ गया ओर उसकी चूत चाटने लगा 10 मिनिट के बाद वो झाड़ गयी. फिर उसने मेरे पेंट की ज़िप खोली ओर मेरे लंड को चूसने लगी थोड़ी देर मे मेरा पानी भी निकल गया. फिर उसने मुझे सेक्स के बारे मे काफ़ी सारी बाते बताई ओर हम घर को लौट पड़े.रात को खाना खा के हम ट्यूशन के लिए गये. ट्यूशन ख़तम होते ही हम सब सोने चले गये. जब मुझे लगा कि सब सो गये है तो मैं उसके कमरे मे चला गया वाहा अंधेरा था. जब मैने स्विच ऑन किया तो देखते ही रह गया वो एक दम नंगी सो रही थी. उसने लेटे हुए क्या की कपड़े उतार दो. 

मैने कपड़े उतारे और उसके बिना कहे उसके बूब्स चूसने लगा थोड़ी देर बाद उसने मुझे कहा अब तुम लेट जाओ आज मैं तुम्हे चोदना सिखाउन्गि. मैं लेट गया उसने मेरे लंड को सहलाया अब मेरा लंड 5" का लग रहा था. वो मेरे उपेर आ गयी ओर अपनी चूत को मेरे लंड पे रख के धीरे से धक्का मारा मेरा आधा लंड उसकी चूत मे चला गया. फिर उसने एक ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे चला गया वो अज़ीब आवाज़े निकालने लगी आआहूओ आइ डॉन'ट अंडरस्टॅंड दट टाइम. वो उपर नीचे होने लगी मुझे तो जन्नत मिल गयी थी मेरे लंड मे जैसे ज्वालामुखी था. फिर वो लेट गयी ओर मुझे अपने लंड को चूत मे डालने को कहा मैं उसके उपेर आ गया ओर लंड को उसकी चूत की छेद पे रख के ज़ोर से धक्का मारा मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे चला गया मैं पागलो की तरह उसे चोदने लगा ओर अपने लंड को उसकी चूत मे अंदर बाहर कर ने लगा. वो ज़्यादा ज़ोर से आवाज़ निकालने लगी. मैने अपनी स्पीड ओर बढ़ाई थोड़ी देर बाद उसने कहा अब ज़ोर से करना मैं पानी छोड़ने वाली हू तो मैं ओर ज़ोर से उसे चोदने लगा. थोड़ी देर मे वो ज़द गयी. उसने मुझे मेरे गाल पे काट लिया.थोड़ी देर बाद मैं भी ज़द गया पर टीचर को चोद्के मेरी ख़ुसी का ठिकाना ना रहा. मैं उसकी बाज़ू मे सो गया. मैने कहा आप की एज क्या है ? 

उसने कहा 21 साल. तो मैने कहा आप को चोदना किसने सिखाया ? उसने कहा मेरी टीचर ने अपने पति से चुड़वाया था. ओर उसने अपने बारे मे सारी बाते बताई कि वो अभी तक बहुत सारे लड़को को चोदना सीखा चुकी है. 

फिर उसने मुझे बाथरूम मे बुलाया ओर हम नहाए थोड़ी देर बाद हम बाहर आ गये वो दोनो टाँगे खोल के खड़ी हो गयी ओर मुझ से अपनी भीगी चूत चटवाई. फिर मैने उसकी चुदाई की ओर दोनो ज़द गये फिर मैं अपने रूम मे जाके सो गया. हम लोगो ने रेग्युलर 6 मंत तक चुदाई की ओर उसने मुझे चुदाई के सारे गुण सिखाए. हम ने मेरे घर मे किसी को सक़ भी नही होने दिया. जब मैं 9 स्ट्ड मई आया तो मेरे लंड की लंबाई पूरे 5 " हो चुकी थी. 

मैं अच्छे मार्क से पास हुवा ओर वॅकशन हो गया वो अपने विलेज चली गयी ओर मैं प्यासा रह के वाकेशन ख़तम होने का इंतज़ार करने लगा....वाकेशन ख़तम होते ही वो वापस आ गयी अब मेरी आगे 18 साल हो गयी थी. अभी हाइ-स्कूल ओपन होने मे 3 दिन की देर थी. उसने आते ही मुझे बताया मेरे अंकल की लड़की यहा हमारे स्कूल मे पढ़ाई के लिए आने वाली है. ये सुन के मैं थोड़ा टेनसन मे आ गया. मैने कहा अब हम क्या करेंगे? 

तो वो मुस्कुरई ओर बोली कुछ नही जब भी वो सो जाएँगी तब हम अपना काम करेंगे. स्कूल चालू होने से पहेले एक दिन उसकी अंकल की लड़की जिसका नाम मनीषा थी वो आ गयी. वो काफ़ी खूबसूरत थी. छोटे छोटे बूब. पतली सी कमर. लंबे बॉल. गाल मे खंजन. उसके दाँत जैसे अनार की कालिया. क्या बताउ यारो आज भी उस के बारे मे सोचता हू तो नज़र के सामने दिखाई देती है वो. मनीषा ने अपना समान अपनी दीदी के कमरे मे रख दिया. मम्मी ने हेटल टीचर से कहा कि अब उसे अलग से रसोई बना ने की ज़रूरत नही वो हमारी फॅमिली मेंबर है ओर हमारे साथ ही खा सकती है. वो काफ़ी खुश हो गयी.अब स्कूल सुरू हो गया. 

पर मुझे और हेटल टीचर को चुदाई का चान्स नही मिल पा रहा था. क्यो की मनीषा के कारण हम दोनो परेशान थे. पर हम ने एक तरकीब निकाल ली. मैने हेटल को रात को मेरे रूम मे आने को कहा. जब वो एक रात मेरे कमरे मे आई तब काफ़ी बारिश हो रही थी ओर ठंड भी काफ़ी थी आते ही वो मेरी रज़ाई मे घुश गयी. मेरा लंड अब 6 ' का हो गया था. आते ही उसने मुझे बुरी तरह चूमना सुरू किया. वो पागलो की तरह मुझे किस कर रही थी. उसने मेरे सारे कपड़े उतारे ओर मुझे उपेर से नीचे तक चूमा. सयद मेरी बॉडी का एक भी पार्ट बाकी नही था. फिर उसने मेरा लंड चूसना सुरू किया मुझे लगा आज मेरा लंड वो काट खाएँगी. फिर उसने अपने सारे कपड़े उतारे ओर वो अपनी चूत को मेरे मूह पे रख कर 69 पॉज़ मे हो गयी. मैं उसकी चूत चाटने लगा काफ़ी गुलाबी हो चुकी थी वो लगता था उसे अपने गाव मे छुड़वाने का मोका ही नही मिला. मैं अपनी पूरी ज़ुबान उसके निपल मे घुसाने की ट्राइ करने लगा मेरा पूरा मूह उसकी चूत के पानी से भीग गया था. वो बेतहाशा मेरे लंड को चाटने लगी. फिर उसने मेरा पूरा लंड अपने मूह मे लिया ओर अंडर बाहर कर ने लगी. थोड़ी देर बाद वो मेरे उपेर से हट गयी ओर नीचे आके लेट गयी. मैने अपना लंड उसकी चूत मे डालने की कोशिश करने लगा ओर उसने मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत के छेद पे लगाया. ओर एक ज़ोरदार धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी गीली चूत मे घुस गया. उसके मूह से चीख निकल गयी. मैने उसके मूह पे हाथ रख दिया. 

ओर उसे आनी पूरी ताक़त लगा कर चोदने लगा वो भी अपनी गंद उठा उठा कर चुदवाने लगी. उसकी चूत काफ़ी टाइट लग रही थी ओर मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर बाद वो बोली राज मैं खल्लास होने वाली हू ओर वो खल्लास हो गयी. पर मैं उसे चोदता रहा. उसकी चूत से काफ़ी पानी निकला था तो छाप-छाप-छाप की आवाज़े आ रही थी. थोड़ी देर बाद वो फिर जोश मे आ गयी. अब उसने मुझे कहा मुझे डॉगी स्टाइल मे चोदो. वो डॉगी बन गयी ओर मेरा लंड पकड़ के अपनी चूत मे डाल दिया मैं उसके दोनो कूल्हे पकड़ के उसे ज़ोर से चोदने लगा. उसे काफ़ी मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर बाद हम दोनो ने अपना पानी निकाल दिया. मैं 2 महीने बाद चुदाई कर के काफ़ी खुश था. फिर हम दोनो बाथ-रूम गये कपड़े पहने ओर वो अपने कमरे मे सोने चली गयी.दूसरे दिन उसकी अंकल की लड़की मनीषा, हेटल टीचर ओर मैं स्कूल के लिए निकल पड़े........ 

हाइ-स्कूल काफ़ी दूर था मे, मनीषा ओर हेटल टीचर चले जा रहे थे. उतने मे बारिश आने लगी हम सब भीग गये. मनीषा का शर्ट भीग गया था मे उसके बड़े नींबू मैं देखते ही रह गया उसने शर्ट के अंडर कुछ नही पहन रखा था. मुझे मालूम नही था कि मूज़े हेटल टीचर देख रही थी. हम लोग स्कूल ख़तम होते ही घर की ओर लौट गये. पर अब मेरी नज़र तो मनीषा के नींबू पर से हटने का नाम ही नही ले रही थी.रात को जब हेटल टीचर मेरे कमरे मे चुदवाने आई तब उसने मुझे मेरी सुबह वाली सरारत के बारे मे पूछा. मैने कहा मैं मनीषा को चोदना चाहता हू. तो उसने कहा कि वो काफ़ी छोटी है. तब मैने कहा मैं भी तो छोटा था. ओर वो हसने लगी. 

हम ने काफ़ी अच्छी तरह चुदाई की. फिर वो चली गयी…नेक्स्ट डे सॅटर्डे था मुझे पक्का याद है. सॅटर्डे को मॉर्निंग स्कूल थी. दोपहर को हम तीनो हमारे फार्म को गये रास्ते मे हेटल टीचर ने मुझे इशारा किया मैं समझ गया मैं मनीषा के पीछे चलने लगा. ओर उसका दुपट्टा पकड़ के उसे छेड़ने लगा वो मुस्कुरई तो मैं समझ गया कि हेटल टीचर ने मेरा रास्ता साफ कर दिया है. फार्म जाके हम ने काफ़ी मज़ाक मस्ती की ओर साम होते ही घर की ओर लॉट पड़े. रात को जब ट्यूशन ख़तम हुवा तो हम सब अपने अपने कमरे मे चले गये. रात को हेटल टीचर मुझे रात के 12.30 बज़े उठाने आई. उसने कहा चलो मेरे कमरे मे. मैं फॉरन चला गया आज मेरा लंड किसी कुँवारी चूत के लिए उतसुक था. वाहा जा के देखा तो मनीषा सो रही थी. उसने नाइट-ड्रेस पहेन रखा था. मैने उसके पास जाके उसको गाल पे किस किया तो वो नींद मे मुस्कुरा दी. मुझे समझते देर नही लगी कि वो सोने का नाटक कर रही थी. हेटल ने मेरा हाथ पकड़ा ओर मुझे बेड पे लिटा दिया और वो मेरे कपड़े उतारने लगी. 

मनीषा अपनी आखे थोड़ी सी खोल के ये सब खेल देख रही थी. मैं सब कुछ समझ चुका था कि हेटल मुझे मनीषा से चुदवाने से पहेले उसे सब एक मूवी की तरह दिखाना चाहती थी.मुझे नंगा करने के बाद वो भी नंगी हो गयी हम दोनो एक दूसरे को चूमने - चाटने लगे. मैं उसके दोनो बूब बारी बारी चूस रहा था. वो मेरे चूसने पर मूह से ज़ोर-ज़ोर से की आवाज़े निकाल रही थी वो मेरे उपेर थी उसने अपनी चूत को मेरे लंड से रगड़ना सुरू किया जो 6' लंबाई का था. मनीषा ये सब देख कर लाल-गुलाबी हो रही थी मैं भी तिरछी नज़र से उसे देख रहा था.फिर उसने मेरा लंड अपने हाथ मे पकड़के अपनी चूत के छेद पे रख दिया. ओर एक ही झटके मे पूरा का पूरा निगल लिया. हम काफ़ी ज़ोश मे आके चोदने लगे. वो ज़ोर से अपनी गंद उपेर करती ओर मेरा पूरा लंड बाहर निकाल लेती फिर ज़ोर से पूरा लंड अपनी चूत मे निगल लेती. वो अपनी मस्ती मे चुदाई कर रही थी.मैने चोदते हुए मनीषा का हाथ पकड़ लिया. उसने कोई रेस्पॉन्स नही दिया मैं धीरे धीरे अपना हाथ उसके बूब के पास ले गया ओर उसे मसल्ने लगा . 

अब हेटल एक बार अपना पानी निकाल चुकी थी. वो मेरे उपेर से हट गयी ओर मुझे उपेर आने को कहा मैं उसके उपेर आ गया. मैने उसकी चूत पर थोड़ी देर अपना लंड रगड़ा ओर फिर उसके उपेर लेट के उसकी चुदाई करने लगा मेरा मूह मनीषा की ओर था मैने फिर उसके शर्ट मे मेरा हाथ डाला वो काफ़ी गरम हो चुकी थी मे उसके दोनो नींबू मसलने लगा. अब उसने अपनी आँखे खोल दी ओर हम दोनो को चुदाई करते देखने लगी. हम 30 मिनिट से चोद रहे थे जब मुझे लगा कि वो ज़डने वाली है तो मैने उसके पाव मेरे कंधो पर उठा लिए ओर काफ़ी तेज़ी से अपना लॅंड उसकी चूत मे अंदर बाहर करने लगा. वो चिल्ला रही थी. उसे काफ़ी आनंद आ रहा था. 2 मिनिट मे हम दोनो बारी बारी से खल्लास हो गये. हमारे साँसे इतनी तेज़ हो गयी थी कि पूरा रूम गूंजने लगा. मनीषा ने फिर अपनी आखे बंद कर ली. हम दोनो उठ के बाथरूम गये फिर फ्रेश हो के उसके कमरे मे सोने लगे मैं बीच मे ही सोया था.हेटल टीचर हमारी ओर नही देख रही थी. 1 अवर मैं ऐसे ही पड़ा रहा. फिर मैने मनीषा का हाथ पकड़ के दबाया तो वो थोड़ा मेरी नज़दीक आ गयी. 

मैं अभी बिल्कुल नंगा था. मैने उसके नाइट-ड्रेस की शर्ट मे अपना हाथ डाला ओर उसके नींबू से थोड़े बड़े बूब मसलने लगा. उसने मेरे ओर नज़दीक आके मुझ से नाइट-लॅंप बंद करने को कहा. मैने लाइट ऑफ कर दी. अब मैने उसे खड़ा किया ओर उसका नाइट-ड्रेस उतारने लगा उसने ब्रा ओर पेंटी कुछ भी नही पहना था. फिर मैने उसे बेड पर उलटा लेटा कर उसकी पीठ चूमने लगा उसके शरीश की खुसबु से मेरा लंड तन के अपने पूरे साइज़ मे आ गया था. मे अपने लंड को उसकी गंद पे रगड़ने लगा. वो अब जोश मे आने लगी थी. मैने उसे बेड पे सीधा लिटाया ओर उसके एक बूब{नींबू} को चूसने लगा ओर दूसरे को हाथ से मसलने लगा. अचानक उसने मुझे अपने उपेर से दूर कर दिया ओर खुद मेरे उपर आ गयी. 

शायद उसनेउसकी बड़ी दीदी की चुदाई देखीथी उसका असर था. वो मुझे फ्रेंच-किस करने लगी ओर अपनी बिना बालो वाली चूत मेरे लंड पे रगड़ ने लगी.मैं उसके लटकते नींबू मसल रहा था. वो मुझसे एक साल छोटी थी तो मैं बड़ा ही अच्छा फील कर रहा था. आज तक उसकी बड़ी दीदी{हेटल टीचर} मुझे सब सिखाती ओर करने को कहती पर आज पहली बार मैं किसी कुब्वारी लड़की को सीखा रहा था.अब मैने उसकी चूत पे हाथ फेरना सुरू किया तो वो मुझ से चिपक गयी. उसकी थोड़ी गीली चूत देख कर मैने अब उसको चोदने का मन कर लिया. मैने उसके दोनो पैर फैला दिए ओर अपने लंड के सूपदे को बाहर निकाल कर उसकी चूत पे रगड़ ने लगा. वो अपने होठ दांतो तले दबा रही थी. मैने एक दम हल्के से थोड़ा सा धक्का दिया. तो मेरा लंड खाली थोड़ा सा उसकी चूत को टच हुआ ओर उसने गहरी सांस ली ओर मुझे थोड़ा रुक ने को कहा मुझे लगा की इतना आसान नही होगा उनकी सील तोड़ना. 

मैने उसे कमर से बराबर पकड़ के उसे पूरी ताक़त से एक ज़ोरदार धक्का मारा ऊऊऊययययीीई मा वो चिल्ला उठी. वो मेरे लंड को बाहर निकाल ने की कोशिश कर ने लगी पर मैने उसे ज़ोर से पकड़ लिया. पर उसकी आवाज़ सुन के उसकी दीदी{हेटल टीचर} जाग गयी उसने नाइट लॅंप जलाया ओर मनीषा के बूब सहलाने लगी. ओर मुझे चोदने को कहा उसने मनीषा के मूह पे अपना हाथ रखा ओर एक हाथ से उसे पकड़ लिया. मैने उसकी कमर ज़ोर से पकड़ के एक ओर ज़ोरदार धक्का मारा वो छटपटाने लगी ओर रोने लगी टीचर ने मुझे रुकने ने से मना किया ओर मैं ज़ोर से धक्के लगाने लगा पर मेरा आधा ही लंड उसकी चूत मे जा रहा था. वो मेरे लंड को बाहर निकाल ना चाहती थी ओर रो रही थी पर कुछ बोल नही पा रही थी टीचर ने उसके मूह को दबा रखा था . अब मैने अपना पूरा लंड उसकी चूत मे डालने का फेसला किया. मैने अपने दोनो हाथो से उसकी कमर को पकड़ा ओर पूरा लंड बाहर निकाल कर ज़ितनी ताक़त मेरी अंदर थी उतनी ताक़त से एक ज़ोर दार धक्का मारा ओर मेरा पूरा लंड उसकी सील तोड़ते हुए उसकी चूत मे घुस गया वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगी. मैने टीचर से कहा क्या मैं अपना लंड निकाल लू उसने कहा नही तुम चोदना चालू रखो ओर जब तक मैं ना कहु रुकना मत. मैं मनीषा की दोनो टाँगो को पकड़ के उसे चोदने लगा. 

वो छटपटा रही थी. उसकी टाइट चूत को चोदने का आनंद कुछ ओर ही था. टीचर उसके दोनो नींबू बारी बारी से चूस ने लगी. 10 मिनिट के बाद मनीषा मेरा साथ देने लगी उसकी दीदी उसके पूरे बदन को सहला रही थी. अब वो ज़ोर से अपनी गंद उपेर नीचे करने लगी मैं समझ गया कि वो अपना पानी निकाल ने वाली है-मैने अपनी स्पीड ओर बढ़ा दी वो ओह ज़ोर से राआआअज ओर ज़ोर से चिल्लाने लगी. मैं भी बहुत ज़ोश मे आ गया हम दोनो साथ झाड़ गये. मैं थोड़ी देर उसके उपेर पड़ा रहा. टीचर मेरी पीठ थपाने लगी. फिर उसने उठ के लाइट की ओर मेरा लंड बाहर निकाल ने को कहा मेरा पूरा लंड खून से सना हुवा था. मनीषा की चूत फूल के पकोड़ी हो गयी थी. 

मैने बाथ रूम मे जाके मेरा लंड सॉफ किया. बाहर आया तो टीचर मनीषा की चूत कपड़े से साफ कर रही थी फिर उसने मनीषा को उठने को कहा पर वो उठ नही पाई तो हम उसे उठा के बाथरूम ले गये वाहा जाके टीचर ने गरम वॉटर से उसकी चूत की सिकाई की.हम सब ने कपड़े पहने ओर बैठ के थोड़ी देर बात की उतने मे मनीषा सो गयी मैं अपने कमरे मे चला गया सुबह के 3.00 बज चुके थे. दूसरे दीन सनडे था मनीषा को फीवर था तो हम ने अकेले ही फुल-लाइट मे मनीषा के सामने चुदाई की तो दोस्तो कैसी लगी ये मस्त कहानी आपको बताना ज़रूर आपका दोस्त राज शर्मा 













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