Monday, November 23, 2015

FUN-MAZA-MASTI गरम बुर का मिलन

FUN-MAZA-MASTI

गरम बुर का मिलन



नमस्कार  दोस्तों मेरा नाम अखिल है और मेरी उम्र 22 साल है.. में गुजरात का रहने वाला हूँ. वैसे मुझे बचपन से ही सेक्स बहुत अच्छा लगता था और में इसकी तरफ बहुत आकर्षित था और आज में कामुकता डॉट कॉम पर अपने पहली सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ..

दोस्तों मुझसे इसमें कोई गलती हो तो प्लीज मुझे माफ़ करे. दोस्तों यह उन दिनों की बात है जब में 18 साल का था.. तब मुझे लड़की बहुत पसंद आती थी और लडकियों के अलावा में टीचर में भी बहुत रूचि रखता था और यह आज की मेरी स्टोरी नंगी बातों से लंड उठाने वालोँ की नहीं.. लेकिन हुस्न के दीवानो के लिए है. तो में अब आपको अपना परिचय दे देता हूँ.. दोस्तों मैंने अपना लंड कभी नापा नहीं इसलिए आपको उसका साईज़ नहीं बता सकता.. क्योंकि लंड साईज़ से नहीं.. ताकत से नापा जाता है.

में जब स्कूल में पढ़ता था तब मेरी एक ट्यूशन टीचर थी पिंकी.. वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी और उन दिनों उसके ब्लाउज में जब साईड में बैठकर देखता था तो उसके चूचियां  की झलक उस ब्लाउज में से एकदम साफ और चूचियां  के आकार और ब्रा की झलक को देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मुझे लगता था कि यह मुझे कोई बीमारी है.. जो मेरे साथ ऐसा होता है.

पिंकी एक गदराए शरीर वाली औरत थी जो उस टाईम 22 साल की थी.. उसने लव मेरिज की थी और उन दिनों तक उसकी कोई औलाद नहीं हुई थी. वो छोटे छोटे बाल रखती थी और उसकी आखें एकदम गहरी काली थी.. उसका रंग बहुत ही गोरा था.. चूचियां  बहुत बड़े थे गोल मटोल नहीं थे.. लेकिन एकदम आम जैसे थे. उसकी कमर बहुत ही पतली थी और खूबसूरत और भी वो हमेशा हरी नेल पोलिश और हरी लिपस्टिक लगाती थी वो बॉडी स्प्रे और पर्फ्यूम की शौक़ीन थी. तो उसके शरीर से खुश्बू हमेशा आती रहती थी. वो जब भी नींद में से उठती थी तो वो एकदम हॉट ही लगती थी और वो ट्यूशन क्लास के अलावा अपने घर में ही ब्यूटी पार्लर भी चलाती थी. वो जब भी बोलती थी तो उसकी आवाज़ एकदम सेक्सी लगती थी और वो बहुत धीरे धीरे बोलती थी एकदम हल्के से. वो कानो में बड़ी बड़ी रिंग पहनती थी और नाक में कुछ नहीं पहनती थी और वो हर रोज मेकअप करती थी.

वो कभी कभी पंजाबी ड्रेस और कभी कभी वो काली साड़ी के साथ एकदम छोटा ब्लाउज पहनती थी. वो म्यूज़िक की बहुत शौक़ीन थी और हर रोज रेडियो सुनती थी. उसके घर की स्थिति एकदम कमजोर थी.. क्योंकि उसका पति कुछ काम नहीं करता था.. मतलब पूरे घर की जिम्मेदारी उस अकेली टीचर पर थी. उसकी लाईफ कुछ ऐसी थी.. लेकिन वो एकदम अच्छी फेमिली से बिलॉंग करती थी. उसका एक बॉयफ्रेंड था और उसके बॉयफ्रेंड ने उसके साथ धोखा किया था तो उसने गुस्से से इस आदमी के साथ शादी कर ली.

तो दोस्तों अब स्टोरी शुरू करते है.. उन दिनों में बहुत छोटा था.. लेकिन जब 18 साल का हुआ तो मुझे पता चलने लगा कि सेक्स ऐसे होता है और में रोज उसके बारे में ही सोचता रहता था.. स्कूल बस में, क्लास में, घर में और में पढ़ाई में बिल्कुल भी ध्यान नहीं रख पा रहा था और बस हर टाईम में ट्यूशन जाने के लिए बैचेन सा रहता था. उसी टाइम वो प्रेग्नेंट थी इसलिए उसने मुझे बताया कि यह आखरी साल है और में इसके बाद में ट्यूशन पढ़ाना बंद कर रही हूँ तो उस टाईम में बहुत उदास रहने लगा. रात भर में जागता रहता और रोता रहता कि अब क्या होगा? फिर एक दिन मेरी ट्यूशन छूट गई. में बहुत दु:खी रहने लगा और मेरे मन में बैचैनी हो गई.
फिर उसके बाद एक दिन वो मेरे घर आई और बोली कि उसकी हालत बहुत खराब है और उसका पति कुछ काम नहीं कर रहा तो में फिर से ट्यूशन चालू कर रही हूँ. में उसकी यह बात सुनकर बहुत खुश हो गया.. ना जाने मुझे सब कुछ मिल गया और मेरी ट्यूशन चालू हो गई और मेरी सेक्स नालेज भी मन से हाथ तक आ गयी थी. में हमेशा उससे चिपककर बैठता था और हम दोनों अकले ही होते थे और में उसको पटाने के लिए बहुत ही कोशिश करता था.. लेकिन उसमे हमारी उम्र का फर्क सबसे बड़ा कारण था. मेरी हालत एकदम भूखे शेर की तरह थी. मेरे सामने खाना था.. लेकिन में खा नहीं पा रहा था और हर रोज उसके नाम की मुठ मारता था और मुठ मारते समय.. पिंकी में तुमसे प्यार करता हूँ बोलता था.

इतने टाइम में भी उसका शरीर एकदम पहले जैसा ही था.. वही स्टाईल और वही फिगर.. एकदम ठीक ठाक था.. फिर एक साल बाद उसका पति पैसा कमाने के लिए दुबई चला गया. तो में जब भी ट्यूशन जाता था.. तो उसके घर पर में एक उसकी छोटी बेबी और वो ही होते थे और वो मुझे 2.5 घंटे तक पढ़ाती थी और में उसके चूचियां  देखकर मन ही मन में उत्तेजित होता था और अगर मेरा मेरा लंड उठ जाए तो उसके ऊपर हाथ रख लेता था और उसके ऊपर किताब रख देता और फिर ऐसे ही दिन गुज़रते गये और वो सब चलता रहा.. अब मेरा मूड था उसके साथ शारिरिक संबंध बनाने का.. लेकिन में बहुत ही डरता था. फिर उसका पति दुबई में ही सेट हो गया और उसके पास वहाँ से पैसे आने लगे और उसकी स्टाईल और भी ज़्यादा सॉलिड हो गई.. ब्रा की जगह कप वाली ब्रा पहनने लगी अंडरवियर की जगह पेंटी ने ले ली.. नेल पॉलिश और लिपस्टिक ब्रांडेड हो गयी.. बालों में हाइलाइट्स और सेंडल की जगह में हाई हील्स आ गयी और अब वो लग रही थी एकदम सेक्सी टीचर.
फिर मेरी क्लास में एक पाठ आया कृत्रिम वीर्य दान का.. साईन्स की क्लास में मैंने उससे पूछा कि यह क्या होता है? तो उसने मुझे बताया कि तुम अभी इसके लिए छोटे हो. फिर मैंने बहुत ही ज़िद की.. लेकिन वो नहीं मानी तो में बोला कि ठीक है. फिर एक बार उसको किसी काम से बाहर जाना था और उसके पास स्कूटर नहीं था.. उसने मुझसे बोला कि क्या तुम मुझे छोड़ दोगे? तो मैंने बोला कि तुम मुझे वो लेसन सिख़ाओगी तो ही. फिर वो बोली कि ठीक है बाबा में तुम्हे सिख़ाऊँगी पहले तुम मुझे छोड़ तो दो.. तो मैंने बोला कि वादा करो.. तो उसने मुझसे वादा कर दिया और फिर में पहली बार किसी लेडीस को मेरे पीछे बाईक पर बैठाकर ले जा रहा था.. वो भी मेरी सेक्सी पिंकी को.

मैंने अपनी बाईक को साफ किया और सीट को भी साफ किया ताकि उसकी साड़ी मैली ना हो जाए.. रास्ते में हमारी बातचीत चल रही थी और मैंने बोला कि क्यों टीचर लेसन एकदम साफ समझाओगी ना? तो वो बोली कि तू अभी बहुत नादान है.. मैंने बोला कि अब तो में बड़ा हूँ. तो वो बोली कि हाँ बाबा हाँ हम तुम्हे सीखा देंगे और वो यह बात बोलकर एकदम चिपककर बैठ गई. फिर दूसरे दिन जब में उसके घर गया तो मैंने बोला कि टीचर किताब निकालूँ? तो उसने बोला कि उसमे किताब की क्या ज़रूरत है? में तुम्हे ऐसे ही बता देती हूँ. फिर मैंने बोला कि ठीक है.

पिंकी : तुम्हे पता है बच्चे कैसे होते है?

में : हाँ थोड़ा थोड़ा पता है.

पिंकी : मुझे बताओ?

में : शादी में सात फेरे लेने के बाद होते है.

पिंकी : मुझे उल्लू मत समझो.. में सब जानती हूँ.

में : मुझे शरम आती है.

पिंकी : तो फिर पूछा क्यों? और क्या मुझे ऐसी बातें बताने में शरम नहीं आएगी? हंसकर बोली.

में : एकदम चुपचाप रहा.

पिंकी : चलो भोले मत बनो जितना पता है उतना बताओ और अब मुझसे क्या शरमाना?

में : लड़का अपने बाथरूम करनी की जगह लड़की के टॉयलेट करने की जगह में डालेगा.. तब बच्चा पैदा होगा.

पिंकी : ज़ोर ज़ोर से हंसकर बोली अरे पागल तुम्हे तो आधी बात ही पता है. देख तेरे पास जो चीज़ है उसे लंड बोलते है और लड़की के पास जो चीज़ होती है उसे बुर बोलते है जहाँ से दोनों बाथरूम करते है वो चीज़ जब एक दूसरे के अंदर जाती है और लंड में से जब वीर्य निकलकर बुर के अंदर जाता है तो लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है.

में : तो यह बुर कैसी होती है?

पिंकी : वो तो में नहीं बताउंगी.

में : लेकिन आपने मुझसे वादा किया था.

पिंकी : मैंने लेसन समझाने के लिए वादा किया था बुर दिखाने का नहीं.

में : तो ठीक है लेसन तो समझाओ.

पिंकी : जब यह वीर्य निकलता है तो वो डॉक्टर उसे एकत्र करके बुर में डालकर फीमेल को प्रेग्नेंट कर देते है यही होता है कृत्रिम वीर्य दान.

फिर वो दिन ख़त्म हो गया और मैंने उस दिन बहुत ज़ोर ज़ोर से मुठ मारी और उस दिन उसके मुहं से बुर और लंड सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और में दूसरे दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा था और फिर दूसरे दिन मेरा इंतजार खत्म हो गया.

पिंकी : चलो आज में तुम्हे गणित पढ़ती हूँ.

में : लेकिन मेरी तो साईन्स में बहुत रूचि है. यह रही साइन्स की बुक.

पिंकी : तू क्यों मुझे परेशान करता है? एक तो मेरे पति है नहीं और तू भी.

में : उसमे परेशानी वाली कौन सी बात है?

पिंकी : कल मुझे उनकी बहुत ही याद आ रही थी.

में : क्यों?

पिंकी : चलो छोड़ो में नहाकर आती हूँ ठीक है.. तुम बैठकर साईन्स का लेसन पढ़ो.. कुछ ना समझ आए तो मुझे बताना और हंसकर इशारा किया.

फिर वो जब नहाने गई तो उसने अपनी ब्रा और पेंटी बेड के ऊपर रखे और मैंने उनको हाथ लगाया उसको सूँघा उसमे से अजीब स्मेल आ रही थी और में तो एकदम से लोटपोट हो गया और मेरे पसीने छूटने लगे और मेरा वीर्य मुठ मारे बिना ही धीरे धीरे बाहर आने लगा और पेंट में एक दाग हो गया.. इतना वीर्य पहले कभी नहीं निकला था. मैंने वॉश रूम में जाकर उसको साफ किया.. लेकिन पानी का दाग रह गया.

पिंकी : बाथरूम से बाहर निकलकर बोली साइन्स आ गया.

में : हाँ थोड़ा थोड़ा.. वो अभी मुझे दिख नहीं रही थी और वो बाथरूम के पास ही थी. वो जब आई तो उसने एकदम पारदर्शी गाऊन पहना था और उसके अंदर एक छोटी पेंटी और ब्रा लाल कलर की साफ दिख रही थी और उसके बाल गीले थे कान और नाक में रिंग पहन रखी थी नैल पोलिश का पीला कलर और लिपस्टिक लाल कलर की थी और उसके चूचियां  के बीच की दरार एकदम साफ दिखाई दे रही थी और उसके कूल्हे लचक रहे थे. उसके पेर में भी पीले कलर की नैल पॉलिश लगी हुई थी और में बस इतना ही देख पाया और मेरे लंड ने मुझे धोखा दे दिया और में एक बार और झड़ गया.. लेकिन इस बार बहुत जोर की छूट हो गई थी. में उठा और पेंट को साफ किया और सीधे बेग को छोड़कर वीडियो गेम खेलने लगा.

15:20 मिनट के बाद वो वहाँ पर आई और मुझे अपने रूम में ले गयी.. मुझसे बोली कि क्या तू यह बात किसी को बताएगा तो नहीं? तो में बोला कि नहीं.. आज से हम स्टूडेंट नहीं फ्रेंड्स. तो वो बोली कि अरे पगले हम तो उस दिन से फ्रेंड्स थे जब तुमने मुझे बाईक से छोड़ा था और उसने मुझे यह बात किसी को ना बताने का वादा लिया. फिर दूसरे दिन जब में उसके घर गया तो मैंने बोला कि आज साईन्स और गणित नहीं.. बहुत हो गयी पढ़ाई.. आप नाहकर आओ. तो वो बोली कि पेंट में छूट तो नहीं हो जाएगी ना? में बोला कि आज में मुठ मारकर आया हूँ. वो बोली कि वाह बहुत अच्छा.

फिर वो नहाने चली गयी और मैंने फिर से उसकी पेंटी और ब्रा को सूंघा और मज़े लिए और कुछ देर बाद वो बाहर आई.. उसने मस्त सेक्सी कपड़े पहने थे. उसने थ्री पीस पहना था.. छोटी डोरी वाली ब्रा और छोटी पेंटी और ऊपर गाउन स्कर्ट टाईप का कुछ था. वो एकदम सेक्सी लग रही थी. फिर मैंने बोला कि मेरे पास आओ. तो उसने मुझे बोला कि मेरा पर्स खोलो उसके अंदर लंड जैसा कुछ था.. मैंने बोला कि यह क्या है? तो उसने बोला कि यह बुर के अंदर और गांड के अंदर घुसाने की चीज़ है.

उसने बोला कि इसे नकली लंड बोलते है और उसने बोला कि पर्स में दवाई भी होगी.. तो मैंने बोला कि यह किसकी दवाई है? उसने बोला कि इससे मज़ा कर सकते है और बच्चा भी नहीं होता और उसने पर्स में से एक नंगी तस्वीर वाला एक पेकेट निकाला और वो बोली कि यह कंडोम है और इसे लंड पर पहनकर चोदते है.. इससे भी बच्चा नहीं होता और बोली कि क्या अभी कोई और चीज़ सीखनी है तुझे? तो में बोला कि हाँ.. मुझे बुर देखनी है.

फिर वो बोली कि क्या तू देख पाएगा? तो में बोला कि हाँ और उसने धीरे धीरे स्कर्ट उतारी और बोली कि मेरे शरीर को छुओ.. तो धीरे धीरे मैंने उसके शरीर को छुआ.. बड़ा मज़ा आ रहा था और मैंने बोला आज का दिन मुझे दे दो पिंकी.. मेरी डार्लिंग में तेरे लिए पूरी ज़िंदगी से भूखा हूँ. तो वो बोली कि में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और फिर मैंने अपनी जीभ से उसको चाटना शुरू कर दिया. पहले उसके कान चाटे उसकी आखें चूमी बाद में उसकी गर्दन धीरे धीरे उसके चूचियां  दबाते हुए उसकी नाभि को चाटा और कमर को ज़ोर से पकड़कर उसकी पेंटी के ऊपर से ही बुर को चूमा.. उसकी जांघो में तो जादू था. वो बहुत ही मुलायम थी.. में उनको चाटता गया और दबाता गया. उसके घुटने भी एकदम सफेद थे और बाद में उसके पैरों को चाटा.. फिर मैंने उसकी ब्रा उतारी और मेरे सामने दो आम लटक रहे थे उसके चूचियां  एकदम बड़े थे. थोड़े लचीले और एकदम छोटी छोटी गुलाबी निप्पल और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

तो मैंने उसके निप्पल को मुहं में लिया तो मुझे लग रहा था जैसे में स्वर्ग में कोई परी के चूचियां  चूस रहा हूँ और थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी पेंटी उतारी.. उसकी बुर एकदम साफ थी और उसके कूल्हे एकदम टाईट थे और अब मेरी पिंकी मेरे सामने नंगी खड़ी थी. उसके शरीर पर एक भी दाग नहीं था और एक तिल भी नहीं था और उसके शरीर की खुश्बू ने तो जैसे मेरे होश उड़ा रखे थे. फिर मैंने भी अपने कपड़े उतारे और उसने मेरे लंड से खेलना चालू कर दिया और वो बोली कि तेरा लंड तो मुझे मजा दे सकता है और उसने लंड को अपनी जीभ से हिलाना शुरू कर दिया और मैंने उसके मुहं में ही छूट कर दी. फिर भी वो चूसती ही जा रही थी. ऐसे दो बार छूट हो जाने पर भी वो ना रुकी चूसती ही गयी और अब वीर्य खाली हो चुका था और उसे पता चल गया की टंकी अब खाली हो गयी है.

फिर उसने मेरे लंड को गीला कर दिया और अब बोली कि तेरी बारी और फिर उसने मुझसे अपनी बुर चटवाई और बोली कि चूस जितनी ताक़त है उतनी चूस.. उसकी बुर में से गम जैसा कुछ निकल रहा था. वो बोली कि उसे पी जा और बाद में उसने अपने दोनों पैर ऊँचे कर लिए और बोली कि अब गांड भी चाट और भोसड़ा भी चूस. तो मैंने चूसना चालू रखा और थोड़ी देर के बाद वो बोली कि अब तेरा लंड मेरी बुर के अंदर जाएगा.. तो मैंने बोला कि क्या में कंडोम पहन लूँ? वो बोली कि नहीं तेरे और मेरे बीच कोई नहीं आना चाहिए और मैंने उसकी बुर के अंदर जब लंड डाला तो उसकी बुर एकदम गरम गरम थी और वो मेरा मुहं चाट रही थी.. मैंने उसके बाल ज़ोर से पकड़ रखे थे उसने आवाजें निकालना शुरू किया.

आहह आह्ह्ह और ज़ोर से डाल मेरे अंदर और ज़ोर से. फिर उसने मेरी कमर पर नाख़ून चुभाने शुरू कर दिए. में कभी उसके बाल पकड़ता, तो कभी उसके चूचियां  फिर उसने अपने पैर मेरे पैरों के साथ लपेट लिए थे और में जैसे ही धक्का मारता तो वो अपने पैरों से मुझे अंदर की और खींचती ऐसा बहुत देर चला और मेरी छूट ही नहीं हो रही थी और वो भी थकने का नाम नहीं ले रही थी और में भी थकने का नाम नहीं ले रहा था और अब मेरे और उसका बदन एकदम पसीने से लथपथ हो गया था. तभी थोड़ी देर बाद मैंने उसको लिप किस किया तो वो अब भूखी शैरनी हो गयी थी और उसने मुझे काटना शुरू कर दिया.

फिर भी मुझे मजा आ रहा था और अब मेरा गरम लंड और उसकी गरम बुर का मिलन चल रहा था. फिर मैंने बाद में अपनी नज़र उसके सेक्सी निप्पल की तरफ जमाई और में देखता रहा और धक्के मारता गया और अब वो बोली कि अब मेरी गांड मार और वो कुतिया बन गयी और मैंने उसकी गांड को गीला करके अंदर मेरा लंड घुसा दिया और अब मेरा लंड मेरा साथ छोड़ रहा था.. मुझे बहुत ही दर्द होने लगा था.. फिर आख़िर में उसकी कमर को पकड़कर उसकी गांड मारी तो छूट हो ही गयी और में उससे लिपट कर शाम तक सोता रहा. फिर में अपने घर आ गया और अब तो वो मेरे लंड पर बैठकर ही मुझे पढाती है अब हम पढाई के साथ साथ चुदाई के भी बहुत मजे लेते है











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