Sunday, November 8, 2015

FUN-MAZA-MASTI देवर के दोस्तों के साथ मस्ती

FUN-MAZA-MASTI





देवर के दोस्तों के साथ मस्ती


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मधु है और में शादीशुदा हूँ और मेरी शादी तीन साल पहले राजीव के साथ हुई थी, हमारी शादीशुदा लाईफ ठीक ठाक चल रही थी। दोस्तों आज में आप सभी को फन मज़ा मस्ती पर अपने साथ हुई सच्ची घटना सुनाने जा रही हूँ और मैंने बहुत हिम्मत करके इस कहानी को आप सभी के लिए लिखा है। दोस्तों वैसे यह आज से दो साल पहले की बात है। मेरे पति कुछ ज्यादा गुस्से वाले है और वो सेक्स के दौरान कभी कुछ नहीं बोलते और ना ही प्यार जताते है, लेकिन फिर भी हमारी सेक्स लाईफ बहुत अच्छी है। परिवार में हम दोनों के अलावा मेरी सास और देवर रहते है और हमारी एक मध्यमवर्गीय फेमिली है, लेकिन जो भी दो साल पहले हुआ वो आम बात होगी, यह मुझे बिल्कुल भी नहीं लगता। दोस्तों यह बात मेरे देवर से जुड़ी हुई है। उसका नाम अनुज है और वो किसी अच्छे से कॉलेज में इंजिनियरिंग की पढ़ाई करता है, तो दोस्तों दो साल पहले मेरे कुछ कॉलेज फ्रेंड्स मुझसे मिलने को घर पर आए, मेरे पति को इस बात से कोई आपत्ति नहीं थी और सच बात बताऊँ तो मेरा कॉलेज में एक बॉयफ्रेंड तो था, लेकिन मेरी कभी भी उनके साथ सेक्स करने की हिम्मत नहीं हुई और उस दिन दोपहर में मेरी कॉलेज की दोस्त रेणु आई हुई थी।
फिर उसने कुछ पुराने कॉलेज के टाईम के फोटो भी मुझे दिए, जो उसके पास थे। मेरे पति उस दिन घर पर नहीं थे और मेरी दोस्त ने मेरी कुछ किताबें और वो फोटो मुझे दिए। फिर मैंने उसे टेबल पर रख दिया और हम दोनों हमारी ही बातों में लगे रहे, शाम को मैंने देखा कि अनुज वो किताब और फोटो देख रहा था और मुझे उसमे ऐसी कोई भी गम्भीर बात नहीं लगी, लेकिन उसने मुझे बुलाया और पूछा कि भाभी यह कौन है? तो मैंने फोटो देखा तो मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी, क्योंकि वो मेरा बॉयफ्रेंड था और भले ही मैंने कभी उसके साथ सेक्स नहीं किया हो, लेकिन छेड़छाड़ तो हर रोज होनी ही थी और वो फोटो भी कैसा जिसमे वो मेरे गालों को चूमता है और में उस फोटो को देखकर मन ही मन सोचने लगी कि हे भगवान मैंने इस बात पर ध्यान क्यों नहीं दिया, तो अनुज ने फिर से पूछा कि हैल्लो भाभी कहाँ खो गयी? तो मैंने कहा कि यह तो मेरे कॉलेज का एक फ्रेंड है, लेकिन वो मेरी ख़ामोशी से मेरा डर जान गया था और वो अब तक समझ चुका था कि मेरे मन में क्या चल रहा है, मेरे चेहरे का रंग क्यों उड़ा हुआ है और मुझे इतना पसीना क्यों आ रहा है?
फिर अनुज ने पूछा कि भाभी क्या यह आपका बॉयफ्रेंड था? तो मैंने भी थोड़ी हिम्मत करते हुए एकदम गुस्से से कहा कि तुम कितने बेशर्म हो, एसी बातें मुझसे करते हो? तो अनुज ने और भी बेफिक्र होकर कहा कि इसमे क्या है? क्या आप यह मानती है कि में यह बात मान लूँ कि शादी से पहले आपका कोई बॉयफ्रेंड नहीं होगा? क्या भाभी आप भी अच्छा मज़ाक करती हो और आजकल तो 16 साल की लड़की भी वर्जिन मिलना बहुत मुश्किल है। फिर मैंने उसे गुस्से से ज़ोर से एक थप्पड़ मार दिया और मैंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, यह सिर्फ़ मेरा दोस्त था और यह एक दोस्त की जन्मदिन की पार्टी के फोटो है तो वो भी बहुत गुस्से में था, लेकिन उसने कहा कि ठीक है अगर यह नॉर्मल पार्टी फोटो है तो में इसे भाई (यानी मेरे पति राजीव) को ही दे देता हूँ। फिर मैंने कहा कि मुझे दे दो, यह मेरी फ्रेंड्स ने मुझे दिए है, लेकिन अनुज ने उस फोटो को अपने पीछे करके बोला कि अगर कुछ नहीं है तो यह गुस्सा और नाटक कैसा? और तुम चाहो तो मुझे अब भी सच सच बता सकती हो। दोस्तों में अब बहुत बड़ी मुसीबत में थी, क्योंकि में अब उसे कुछ भी बताती हूँ तो भी में नहीं बच सकती और बताती हूँ तो भी में फंस जाऊँगी और वैसे अगर आम जन्मदिन फोटो होते तो मेरे पति यह कॉलेज टाईम के जन्मदिन पार्टी वाले फोटो देख भी लेते तो कोई बात नहीं थी, लेकिन फोटो में जो मेरा बॉयफ्रेंड संदीप था, उसको मेरे पति बहुत अच्छी तरह से जानते है और हम कुछ महीने पहले मेरे पति के एक दोस्त की पार्टी में मिले थे और संदीप अब मेरे पति के ऑफिस के एक साथ में काम करने वाले दोस्त का दोस्त था और मैंने अपनी शान दिखाने के लिए मेरे पति से कहा था कि यह संदीप एक छटा हुआ बदमाश लड़का था और कोई भी लड़की उससे बात करने से डरती थी तो मेरे पति ने भी बताया था कि इन्ही बातो से परेशान होकर उनकी पत्नी (संदीप की वाईफ) भी तलाक का केस कर चुकी थी, तो अब इन सबके बाद अगर मेरे पति मेरा और संदीप का साथ यह फोटो देखते तो में उन्हे क्या जवाब देती और यह भी सही है कि अनुज को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है, लेकिन मेरे पति को तो पता है और मैंने ही संदीप को एक बदमाश बताया था, में अब बहुत बुरी फंस चुकी थी।
फिर मैंने अनुज से पूछा कि तुम चाहते क्या हो? तो अनुज ने हंसते हुए कहा कि मुझे तुम्हारे साथ मज़े करने है। फिर मैंने उसको फिर से एक और थप्पड़ मार दिया और कहा कि तुम बहुत बेशर्म हो और क्या तुम जानते हो कि में तुम्हारी भाभी हूँ, क्या तुम्हे इतनी तमीज़ भी नहीं है? तो अनुज अब बहुत गुस्से में था, उसका पूरा चेहरा गुस्से से एकदम लाल हो चुका था और फिर उसने कहा कि देखो तुम मेरी भाभी हो, इसलिए मैंने यह थप्पड़ खा लिए और अब में इसे भाई को दे देता हूँ, अगर यह नॉर्मल फोटो है तो में भूल जाऊंगा कि मैंने तुमसे क्या माँगा और माफ़ कर दो और अब तो भाई को जो करना हो वो जाने, तो में अब लगभग रोने की हालत में थी। फिर मैंने कहा कि प्लीज ऐसा मत करो तुम बहुत अच्छे हो प्लीज कुछ तो समझो, अब अनुज भी शांत हुआ, लेकिन उसने अपनी बात नहीं छोड़ी, उसने कहा कि में कहाँ आपसे जबरदस्ती कर रहा हूँ? और मैंने तो सिर्फ़ मज़े मस्ती करने की बात कही है और में कोई आपकी शादी नहीं तोड़ना चाहता और आखिर में हूँ तो तुम्हारा देवर ही ना? तो मेरे पास अब कोई रास्ता नहीं था और मैंने कहा कि ठीक है, लेकिन यह बात उसने मुझसे बीच में रोककर बोला कि किसी को कुछ भी पता नहीं चलेगा और सब कुछ अभी नहीं हम दो दिन बाद करेंगे।
मेरे पति दूसरे दिन अपने ऑफिस के ट्रिप पर 15-20 दिनों के लिए बाहर जाने वाले थे और उस दिन मेरी सास भी घर पर नहीं थी और दो दिन बाद में बहुत अजीब सा महसूस कर रही थी, क्योंकि में जो काम करने की हिम्मत कॉलेज में नहीं कर पाई, आज उसी कॉलेज की एक फोटो ने मुझसे यह सब काम करने पर बहुत मजबूर किया था तो दो दिन बाद अनुज ने कहा कि भाभी तुम तैयार हो जाओ। फिर मैंने पूछा कि कहाँ जाने के लिए? उसने कहा कि तो क्या आपको यह लगता है कि यहाँ घर पर यह सब करेंगे? आप भी चलो मेरे साथ और यह घर बार छोड़ो, अब हम बहुत मज़े मस्ती करेंगे और हम उसकी कार में उसके एक दोस्त के फार्म हाउस पर गये, मुझे लगा कि वहां पर सिर्फ हम दोनों ही थे, लेकिन जैसे ही दरवाजा खुला तो मैंने देखा कि वहां पर उसके दो दोस्त नमित और आशीष भी थे और में उन्हे देखकर एकदम चकित रह गयी। फिर मैंने अनुज को तुरंत साईड में बुलाकर पूछा कि क्या तुम पागल हो गये हो? तुमने सिर्फ हमारी बात की थी, क्यों अपने ही घर की इज़्ज़त बाहर उछालने पर तुले हुए हो? दोस्तों में सच में यह सब देखकर बहुत परेशान थी। फिर उसने कहा कि चिल्ला चिल्ला और ज़ोर से चिल्ला यह मेरे दोस्त है, भाई से कोई लेना देना नहीं और कोई कुछ नहीं कहेगा, क्योंकि उसकी खुद की बीवी, बहन और गर्लफ्रेंड को कई बार चोद चुका हूँ, तुम्हे इन सब बातों पर विश्वास करना होगा और अब यह झूठा प्यार व्यार का ड्रामा खत्म करो। फिर नमित आया और बोला कि अब इन बातों पर ज्यादा ध्यान मत दो और बस मज़े मस्ती करो, मुझे पता है कि तुम्हे कुछ देर बाद मज़ा आने लगेगा। फिर वहीं पर उन सभी के सामने अनुज ने मुझे पीछे से एकदम से कसकर पकड़ लिया और वो मुझे स्मूच करने लगा, में कुछ बोलूं कुछ सोचूं उसके पहले ही यह सब होने लगा और उसने इतना कसकर पकड़ा था कि में उसका हाथ नहीं छुड़ा सकती थी, क्योंकि वो पूरे जोश में था। दोस्तों में अनुज के बारे में बताऊँ तो वो एक हेंडसम है और कई लड़कियों से उसके रिश्ते है (अब यह कोई बताने वाली बात तो रही नहीं थी) और डेली जिम में की वजह से वो बहुत फिट था और नमित भी हेंडसम लड़का है और आशीष भी।
फिर स्मूच के दौरान ही मैंने आने वाले वक्त को समझ लिया और उसका कोई भी विरोध नहीं किया और अब नमित मेरे पीछे से मेरे टॉप के ऊपर से ही मेरी छाती को दबाने लगा और आशीष ने अपनी शर्ट को निकाल दिया और अनुज के हाथों में से मुझे लेकर उसने स्मूच करना शुरू कर दिया। तो नमित और अनुज भी अपने अपने कपड़े उतारने लगे, अनुज ने मेरा टॉप थोड़ा ऊपर किया। दोस्तों मेरे बूब्स दिखने में और आकार में बहुत अच्छे गोल और बड़े बड़े है और में भी मन ही मन में जोश में थी। फिर अनुज ने कहा कि ब्रा के ऊपर से ही यह एकदम मस्त सेक्सी दिख रहे है और फिर अंदर से कैसे होंगे। तो नमित भी बोला कि यह भाभी नहीं हॉट, सेक्सी बम है और अनुज ने कहा कि देख सेक्सी के निप्पल एकदम टाईट है। यह तो एकदम पूरी जोश से भरी हुई है। तो आशीष ने कहा कि देखो यह रसीले गुलाबी होंठ तो अंदर छुपी हुई चूत कितनी सेक्सी होगी? हम एक दूसरे के किस करने लगे, अनुज ने ही मेरी जीन्स को उतारा और पेंटी के ऊपर से चूत को हाथ लगाकर महसूस करने लगा, सूंघने लगा और एक ही झटके में उसने ही मेरी पेंटी भी उतार फेंकी और अब में बिल्कुल नंगी थी और मेरी एकदम चिकनी रसीली चूत उन सबके सामने लंड लेने को मचल रही थी और वो मेरी चूत को देखते ही रह गए। दोस्तों ये कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पड़ रहे है
बाकी ने भी मुझे नंगा देखकर अपने कपड़े उतार दिए, लेकिन में सच में एकदम डर गयी, जब उन सबके लंड मेरे सामने एकदम तनकर खड़े हो गए और मेरे मुहं से निकल गया ओह नहीं यह तो कितने बड़े है? में यह सब कैसे कर सकती हूँ? दोस्तों आशीष का लंड लगभग 7 इंच का, नमित का भी उतना ही था और अनुज का 8 इंच लंबा था। दोस्तों अनुज का भाई और मेरा पति भी बहुत सेक्सी है, लेकिन यहाँ तो यह एक साथ तीन तीन। तो अनुज ने मेरा सर पकड़ा और उसने मेरे मुहं में उसका लंड एक धक्का दिया और घुसा दिया और वो बोला कि अब आज से तू मेरी भाभी नहीं रंडी मंधु है तुझे अब रंडियों की तरह चुदवाना है। फिर नमित ने कहा कि आज से हम बहनचोद की जगह भाभीचोद बनेंगे। तो आशीष बोला कि साले में तो पहेल से ही मादरचोद हूँ और वो सभी ज़ोर ज़ोर से हंसने लगे। दोस्तों मैंने अपने पति के आलावा अब तक किसी और के साथ कुछ नहीं किया था, लेकिन आज पहली बार में ऐसा कर रही थी और मुझे नहीं पता था कि सेक्स में यह लोग इतनी गंदी गंदी और ऐसी ऐसी बातें भी करते है और में अनुज की इन सभी बातों से बहुत चकित थी, क्योंकि वो इतना कुछ बोल रहा था और जबकि उसका भाई तो एक शब्द भी नहीं बोलता।
में अब अनुज और उसके दोस्तों के लंड को बारी बारी से चूस रही थी और उन सबके लंड एकदम तन गये थे और लगभग 20 मिनट तक चूसने करने के बाद अनुज ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बेड पर लेटा दिया। तो आशीष एकदम से मेरे बूब्स पर ही टूट पड़ा और अनुज ने मेरी चूत में धीरे धीरे उंगली डाली। उसने सबसे पहले एक और कुछ देर बाद में दो और सच में मेरी चूत भी बहुत भीग चुकी थी और फिर अनुज बोला कि क्यों मज़ा आ रहा है ना? नमित ने उसका लंड मेरे मुहं में डाल दिया और अब अनुज ने अपना तना हुआ लंड सीधा मेरी चूत में डाल दिया मुझे बहुत ज़ोर से धक्का लगा, जैसे किसी ने मेरी चूत में एक मोटा, गरम सरिया डाल दिया हो। में लंड के अंदर जाते ही एकदम दर्द से छटपटा उठी, मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी जांघो को पकड़ लिया। तभी नमित ने मेरे मुहं पर और ज़ोर से लंड को धक्का दिया ताकि उसका लंड उसका लंड अंदर रहे और मेरी चीख बाहर ना निकले। फिर अनुज तो और ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा रहा था और में सिसकियाँ ले रही थी उहहह्ह्ह अह्ह्ह सीईईईईइ दोस्तों सच में काश उसके भाई का लंड भी ऐसा ही होता, क्योंकि उसके लंड से मेरी चूत में दर्द, जलन होने के साथ साथ मेरी चूत में एक अजीब सा संतुष्टि का अहसास भी हो रहा था। उसके हर एक धक्के से मेरी चूत को जोश आ रहा था और मैंने भी नीचे से धक्के लगाए और अब बहुत देर तक चुदाई के बाद अनुज ने लंड को चूत से बाहर निकाल लिया और आशीष ने मेरी चूत में उसका लंड घुसा दिया और अब अनुज मेरे पूरे शरीर को चाट रहा था और नमित और अनुज दोनों बारी बारी से ज़ोर से अपना लंड मेरे मुहं में दिए जा रहे थे।
अब आशीष भी ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था और कुछ देर बाद में नमित ने अपना लंड मेरी चूत में डाला उहह अह्ह्ह्ह आईईईईईईईइ दोस्तों में सच में पिछले कई मिनट से लगातार चुद रही थी, जिसकी वजह से मेरी चूत की खुजली अब एकदम खत्म हो चुकी थी और मेरी चूत में जलन सी होने लगी थी। उनके ताबड़तोड़ धक्के मुझे पूरा हिला रहे थे और जबकि में घर पर ज्यादा से ज्यादा 5-6 मिनट तक चुदी हूँ और यहाँ तो ऑश अह्ह्ह्ह मेरे उह्ह्ह चुदने के सभी रिकोर्ड टूट गए, उनके लंड बहुत जोश से भरे हुए थे, लेकिन अब में सच में इस चुदाई से बहुत थकने लगी थी। तो अनुज अब बेड पर लेट गया और उसने मुझे उसके लंड पर बैठा दिया तो में एकदम से उठ गयी, लेकिन आशीष ने मेरी कमर को ज़ोर से पकड़कर फिर से बैठा दिया। तो मैंने कहा कि नहीं प्लीज अब नहीं, छोड़ दो मुझे। नमित ने कहा कि क्या भाभी रंडी अब ज्यादा नखरे मत दिखाओ? हम आज तुम्हे असली जन्नत की सर करवाते है और अपने लंड पर बैठने के बाद ज़ोर से नीचे से धक्का दिया आहह्ह्ह्ह नहीं आईईइईई और नमित ने अनुज पर मुझे लेटाकर मेरी गांड में उसका लंड घुसा दिया ओहह्ह्ह अह्ह्ह नहीं बस करो छोड़ दो प्लीज अब छोड़ दो और फिर आशीष ने मेरा मुहं अपने लंड से बंद कर दिया। दोस्तों में तो जैसे हर एक जगह से चुद रही थी और अब कुछ कहने, करने की भी नहीं थी।
तभी अनुज ने कहा कि हाँ ये ले मेरी रंडी ले और ले, नमित ने कहा कि ओह ऐसी रंडी मुझे पहले मिली होती तो में अब तक इसे चोदकर इसकी चूत का भोसड़ा बना चुका होता। दोस्तों उनकी एसी लगातार चुदाई से मेरी तो आखों से पानी निकल गया और अब में झड़ चुकी थी ओहहह प्लीज़ अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह अब तो बस करो। फिर कुछ देर बाद ही आशीष ने झड़ने की शुरुआत की और उसने अपना सारा वीर्य मेरे मुहं में डाल दिया और मेरा मुहं पकड़कर रखा ताकि उसका सारा माल मुहं के अंदर ही रहे और फिर अनुज ने भी ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर मेरी चूत में सब कुछ जाने दिया और नमित ने मेरी गांड में डाल दिया। दोस्तों ऐसी चुदाई मैंने कभी सपने में भी नहीं सोची थी और कुछ देर बाद में चुदाई की और हम सभी बहुत थक गए, लेकिन लगातार पूरे दिन मुझे चोदते रहे और इस साल मुझे बेटा हुआ है, लेकिन यह इनमे से किसी का नहीं था। वो मेरे पति का ही है क्योंकि में उनसे सेक्स करने के बाद गर्भनिरोधक गोलियां लेना कभी नहीं भूलती, जिसकी वजह से मेरा बेटा मेरे पति के चुदाई करने से हुआ, लेकिन पिछले एक साल से अनुज हमारे साथ नहीं रहता और मैंने उसके भाई, मतलब कि मेरे पति के आलावा किसी और से कभी भी सेक्स नहीं किया, लेकिन आज भी में उस सेक्स को कभी नहीं भूल सकती ।।















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