FUN-MAZA-MASTI
बात मेरी सुहागरात की
मेरा नाम अनीता है
मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ|मेरे पति एक फाइनान्स कंपनी मे कार्यरत है|
मेरा फिगर ३६ ३० ३४ का है|बहुत से मर्द मेरी चुचियों की बीच की दरार देखकर अपना लॅंड सहलाने लगते है|
अब मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ...
बात मेरी सुहागरात की है|
गर्मी का दिन था,मेरे ससुराल मे बहुत चहल-पहल थी|बहुत सारे लोग मुझको देखने आ रहे थे और मुझे तरह तरह के गिफ्ट दे रहे थे|
धीरे-धीरे साम हो गयी और लोगो का आना-जाना कम हो गया अब सिर्फ़ परिवार के ही लोग बचे थे|
उनकी भाभी मेरे पास आकर बैठ गयी और मुझसे बाते करने लगी|
भाभी-अनीता तुम बहुत थक गयी होगी चलो आराम कर लो क्योकि तुम्हे अभी तो पूरी रात जागना है|
मैं-नही भाभी ठीक है और मुझे पूरी रात क्यूँ जागना है? मैने उनकी ओर देखते हुए कहा......
भाभी ने आँख मारते हुए कहा....
मेरी भोली देवरानी आज तो तुम्हारी जिंदगी की सबसे हसीन रात है| आज के ही दिन तो तुम लड़की से औरत बनोगी|
मैं-भाभी, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है आप क्या कह रही है....
भाभी-ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नही है अभी रात मे सब समझ आ जाएगा...पहले चलो और आराम कर लो...
भाभी मुझे अपने कमरे मे ले गयी और एसी ओंन करके मुझे सोने का बोल के बाहर चली गयी..... मैं इतना थक गयी थी की कब नीद आ गयी मुझे पता ही नही चला|
रात मे करीब नौ बजे भाभी मेरे पास आई और और मुझे खाने के लिए जगाया| खाना खाने के बाद भाभी मुझे मेरे कमरे मे ले गयी|
मेरा कमरा बहुत खूबसूरत सजाया गया था चारो तरफ से गुलाबों खुशबू आ रही थी| भाभी मुझे मेरे कमरे मे छोड़ कर चली गयी|
मुझे बहुत डर लग रहा था की आज क्या होगा|
तभी दरवाजा खुला और मेरे सपनो के राजकुमार मेरे पातिदेव कमरे मे आए| और मेरे पास बेड पर बैठ गये|
हमने कुछ देर बाते की उसके बाद मेरे पति ने मेरी बाहे पकड़ के मुझे बेड पर लिटा दिया और एक एक करके मेरे गहने उतारने लगे उनके हाथो की छुवन से मुझे अजीब सी गुदगुदी हो रही थी.
कुछ ही देर मे मैं बिना गहनो के हो गयी और उन्होने अपने होठ मेरे पतले होठों पर रख दिया|
वो मेरे होठों की इतनी गजब तरीके से चूस रहे थे की मेरे सरीर मे आग लग गयी थी...उन्होने अपनी जीभ मेरे मुह मे डाल दी और मेरी जीभ टटोलने लगे मैने भी अपनी जीभ तोड़ा बाहर निकल दी और उनका साथ देने लगी...
वो काम क्रीड़ा मे बहुत माहिर लगते थे...... कभी वो मेरी गर्दन कभी गालों और कभी माथे को चूम और चाट रहे थे|
इतनी अच्छी चूसाई से मेरी चूत भी खुस होकर अपना काम रस छोड़ने लगी |
जैसा की शादी से पहले लड़किया अपने सभी जगह के बालों को सॉफ करती है तो मैने भी किए थे और एकदम चिकनी बनकर ससुराल आई थी|
अब उन्होने मेरी साड़ी उतार दी और अपना भी सूट उतार कर बनियान और अंडरवीअर मे हो गये.इस समय मैं केवल ब्लाउस और पेटिकोट मे थी.
मेरी चुचियाँ इतनी उठी थी की वो पागलों की तरह उन्हे मसलने लगें| उनकी इस मसलाई से मेरी भी आह निकलने लगी|
उन्होनें मेरी चुचियों को ऐसे मसला की मेरी ब्लाउस के सारे बटन टूट गये|और ब्लाउस एक तरफ हो गयी|ब्लाउस के एक तरफ़ होने से मेरी नुकीली कप वाली ब्रा साफ दिखने लगी|
वो लगातार मेरे होठों को चूसे जा रहे थे|मैं अब उनकी जीभ को चूस रही थी|
कसम से ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी मे पहली बार आ रहा था|
अब उन्होने मेरा पेटिकोट भी निकल दिया| अब मेरे उपर केवल ब्रा और पैंटी ही बची थी जो की जल्दी ही निकलने वाली थी|
मैने लाल कलर की ब्रा और पैंटी पहनी थी जो की सुहागरात के दिन शुभ मानी जाती है|
मेरी लाल कलर की ब्रा और पैंटी मेरे गोरे बदन पे चार चाँद लगा रही थी
अब वो नीचे आकर मेरी जाँघो को चूमने लगे....... मेरे बंदन मे आग लगी थी मेरी चूत सहन नही कर पा रही थी और कामरस से मेरी पैंटी को भिगोएे जा रही थी.... मेरा बुरा हाल हो रहा था..उनका हर एक चुंबन मेरी सिसकारियों का कारण बन रहा था|
उन्होने मेरी ब्रा और पैंटी भी निकाल दी और मेरे कबूतरो को आज़ाद कर दिया और मेरी चूत के दाने को रगड़ने लगे|
मैं अह्ह्ह्ह.......उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह....... ओह्ह्ह्ह्ह....कर रही थी|
मेरी चुचियाँ इतनी बड़ी थी की उनके हाथो मे नही आ रही थी फिर भी वो उन्हे बुरी तरह मसल रहे थे|
अब उन्होने अपनी बनियान और अंडरवियर उतार दी और उनका फनफनता हुआ का नाग मेरे सामने आ गया|
उनका लॅंड लगभग ७ इंच लंबा और २ इंच मोटा था| मैने ऐसा लॅंड कभी नही देखा था|
वो मेरे उपर लेट गये और मेरे होटो को चूसने लगे उनका लॅंड मेरी जाँघो के बीच रगड़ रहा था और उनका प्री कम मेरी जाँघो मे लग रहा था....
मुझे असीम सुख प्राप्त हो रहा था.....ऐसा सुख जिसे मैं शब्दो मे पीरोने मे असफल महसूस कर रही हूँ|
अब उन्होने मेरे पैरों को फैलाया और मेरी चूत के दानेपे अपना लॅंड रगड़ने लगे .....मुझे लग रहा था जैसे मैं सातवे आसमान पे पहुच गयी....
पर जैसे ही उन्होने अपना लॅंड मेरी छूट मे घुसेड़ा मेरी तो जान ही निकल गयी....... मैं दर्द से छटपटाने लगी मैं उनके आगे हाथ जोड़ने लगी की प्लीज़ मुझे छोड़ दीजिए .....
उस समय केवल उनके लॅंड का टोपा ही मेरी चूत मे गया था और मेरा ये हाल था......
तब उन्होने मेरे माथे पर चुंबन लिया और कहा की मेरी जान ये पहली चुदाई का दर्द है और कुछ ही देर मे सांत हो गाएगा.....
और धीरे-धीरे अपना लॅंड हिलाने लगे...मुझे दर्द हो रहा पर मैं कर भी क्या सकती थी...अचानक उन्होने अपना लॅंड छूट से बाहर निकल लिया..मुझे बहुत आराम मिला पर मुझे क्या पता था की ये आराम कुछ ही देर का है....और इतने मे उन्होने एक जोरदार धक्का मारा और मेरी चूत को चीरते हुआ उनका लॅंड जड़ तक पहुच गया|
दर्द के मारे मेरी आँखो से आसू निकालने लगे.....और वो रुककर मेरी आखों को चूमने लगे....
थोड़ी देर बाद जब मेरा दर्द कम हुआ तो वो हल्के हल्के धक्के लगाने लगे पर दर्द के मारे मेरी चूत सूख गयी थी तो उन्होने अपना लॅंड बाहर निकाला......मैने देखा की उनका लॅंड खून से सना हुआ था..
उन्होने अपने लॅंड पे थूक लगाया और कुछ थूक मेरी चूत पर भी लगाया उनके गर्म थूक से मुझे बहुत अच्छा लग रहा था|
अब एक बार फिर उन्होने अपना लॅंड मेरी चूत के मूह पे रक्खा और धीरे से पेल दिया ....इस बार मुझे ज़्यादा दर्द नही हुआ और वो मुझे हल्के हल्के पेलने लगे|
मुझे अब अच्छा लगने लगा और मैं भी अपना चूतड़ हिलने लगी .....अब वो समझ गये की मुझे मज़ा आने लगा इसलिए उन्होने अपने धक्को की स्पीडतेज कर दी|
मेरी जोरदार चुदाई हो रही थी उनका लॅंड अब अच्छी तरह मेरी चूत मे आ जा रहा था और सटासॅट चुदाई हो रही थी
मेरी आहो से पूरा कमरा आह्ह्ह्ह्ह......उहह.....कर रहा था|इस पेलम पेलाई मे मेरी चूत जवाब दे गयी....
मैने ज़ोर से उनको अपनी बाहों मे भर लिया और चूतड़ उठा-उठा के झड़ने लगी| थोड़ी देर तक वो मुझे धीरे धीरे चोदते रहे...
फिर उन्होने चुदाई और तेज कर दी और मेरे झड़ने की वजह से मेरी चूत फ़च-फ़च की आवाज़ करने लगी |
तोड़ी देर बाद मुझे फिर से मज़ा आने लगा....उन्होने मेरा पैर अपने कंधो पर रख लिया और ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगे....उनकी चुदाई से पूरा बेड हिल रहा था...
मैं आ..... उहह...... अहह करती जा रही थी ......लगभग २०मिनिट की जबरजस्त चुदाई के बाद उनका फ्व्वारा मेरी चूत मे छूट गया और मैं एक बार फिर से झड़ गयी.....
उस दिन मेरे पति ने मुझे पूरी रात चोदा और जब हा चुदाई से उठे तो मैने देखा की खून से पूरी चादर लाल हो गयी थी ....
तो मैने चादर बदली और नंगी ही उनके बाहों मे सो गयी.....
सुबह ५ बजे मेरे पति मे मुझे फिर चोदा और मुझे चुदाई वाली गुड मॉर्निंग बोला|
तो दोस्तो कैसी लगी मेरी सुहाग रात की कहानी कृपया हमे कॉमेंट करके ज़रूर बताए|
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
बात मेरी सुहागरात की
मेरा नाम अनीता है
मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ|मेरे पति एक फाइनान्स कंपनी मे कार्यरत है|
मेरा फिगर ३६ ३० ३४ का है|बहुत से मर्द मेरी चुचियों की बीच की दरार देखकर अपना लॅंड सहलाने लगते है|
अब मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ...
बात मेरी सुहागरात की है|
गर्मी का दिन था,मेरे ससुराल मे बहुत चहल-पहल थी|बहुत सारे लोग मुझको देखने आ रहे थे और मुझे तरह तरह के गिफ्ट दे रहे थे|
धीरे-धीरे साम हो गयी और लोगो का आना-जाना कम हो गया अब सिर्फ़ परिवार के ही लोग बचे थे|
उनकी भाभी मेरे पास आकर बैठ गयी और मुझसे बाते करने लगी|
भाभी-अनीता तुम बहुत थक गयी होगी चलो आराम कर लो क्योकि तुम्हे अभी तो पूरी रात जागना है|
मैं-नही भाभी ठीक है और मुझे पूरी रात क्यूँ जागना है? मैने उनकी ओर देखते हुए कहा......
भाभी ने आँख मारते हुए कहा....
मेरी भोली देवरानी आज तो तुम्हारी जिंदगी की सबसे हसीन रात है| आज के ही दिन तो तुम लड़की से औरत बनोगी|
मैं-भाभी, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है आप क्या कह रही है....
भाभी-ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नही है अभी रात मे सब समझ आ जाएगा...पहले चलो और आराम कर लो...
भाभी मुझे अपने कमरे मे ले गयी और एसी ओंन करके मुझे सोने का बोल के बाहर चली गयी..... मैं इतना थक गयी थी की कब नीद आ गयी मुझे पता ही नही चला|
रात मे करीब नौ बजे भाभी मेरे पास आई और और मुझे खाने के लिए जगाया| खाना खाने के बाद भाभी मुझे मेरे कमरे मे ले गयी|
मेरा कमरा बहुत खूबसूरत सजाया गया था चारो तरफ से गुलाबों खुशबू आ रही थी| भाभी मुझे मेरे कमरे मे छोड़ कर चली गयी|
मुझे बहुत डर लग रहा था की आज क्या होगा|
तभी दरवाजा खुला और मेरे सपनो के राजकुमार मेरे पातिदेव कमरे मे आए| और मेरे पास बेड पर बैठ गये|
हमने कुछ देर बाते की उसके बाद मेरे पति ने मेरी बाहे पकड़ के मुझे बेड पर लिटा दिया और एक एक करके मेरे गहने उतारने लगे उनके हाथो की छुवन से मुझे अजीब सी गुदगुदी हो रही थी.
कुछ ही देर मे मैं बिना गहनो के हो गयी और उन्होने अपने होठ मेरे पतले होठों पर रख दिया|
वो मेरे होठों की इतनी गजब तरीके से चूस रहे थे की मेरे सरीर मे आग लग गयी थी...उन्होने अपनी जीभ मेरे मुह मे डाल दी और मेरी जीभ टटोलने लगे मैने भी अपनी जीभ तोड़ा बाहर निकल दी और उनका साथ देने लगी...
वो काम क्रीड़ा मे बहुत माहिर लगते थे...... कभी वो मेरी गर्दन कभी गालों और कभी माथे को चूम और चाट रहे थे|
इतनी अच्छी चूसाई से मेरी चूत भी खुस होकर अपना काम रस छोड़ने लगी |
जैसा की शादी से पहले लड़किया अपने सभी जगह के बालों को सॉफ करती है तो मैने भी किए थे और एकदम चिकनी बनकर ससुराल आई थी|
अब उन्होने मेरी साड़ी उतार दी और अपना भी सूट उतार कर बनियान और अंडरवीअर मे हो गये.इस समय मैं केवल ब्लाउस और पेटिकोट मे थी.
मेरी चुचियाँ इतनी उठी थी की वो पागलों की तरह उन्हे मसलने लगें| उनकी इस मसलाई से मेरी भी आह निकलने लगी|
उन्होनें मेरी चुचियों को ऐसे मसला की मेरी ब्लाउस के सारे बटन टूट गये|और ब्लाउस एक तरफ हो गयी|ब्लाउस के एक तरफ़ होने से मेरी नुकीली कप वाली ब्रा साफ दिखने लगी|
वो लगातार मेरे होठों को चूसे जा रहे थे|मैं अब उनकी जीभ को चूस रही थी|
कसम से ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी मे पहली बार आ रहा था|
अब उन्होने मेरा पेटिकोट भी निकल दिया| अब मेरे उपर केवल ब्रा और पैंटी ही बची थी जो की जल्दी ही निकलने वाली थी|
मैने लाल कलर की ब्रा और पैंटी पहनी थी जो की सुहागरात के दिन शुभ मानी जाती है|
मेरी लाल कलर की ब्रा और पैंटी मेरे गोरे बदन पे चार चाँद लगा रही थी
अब वो नीचे आकर मेरी जाँघो को चूमने लगे....... मेरे बंदन मे आग लगी थी मेरी चूत सहन नही कर पा रही थी और कामरस से मेरी पैंटी को भिगोएे जा रही थी.... मेरा बुरा हाल हो रहा था..उनका हर एक चुंबन मेरी सिसकारियों का कारण बन रहा था|
उन्होने मेरी ब्रा और पैंटी भी निकाल दी और मेरे कबूतरो को आज़ाद कर दिया और मेरी चूत के दाने को रगड़ने लगे|
मैं अह्ह्ह्ह.......उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह....... ओह्ह्ह्ह्ह....कर रही थी|
मेरी चुचियाँ इतनी बड़ी थी की उनके हाथो मे नही आ रही थी फिर भी वो उन्हे बुरी तरह मसल रहे थे|
अब उन्होने अपनी बनियान और अंडरवियर उतार दी और उनका फनफनता हुआ का नाग मेरे सामने आ गया|
उनका लॅंड लगभग ७ इंच लंबा और २ इंच मोटा था| मैने ऐसा लॅंड कभी नही देखा था|
वो मेरे उपर लेट गये और मेरे होटो को चूसने लगे उनका लॅंड मेरी जाँघो के बीच रगड़ रहा था और उनका प्री कम मेरी जाँघो मे लग रहा था....
मुझे असीम सुख प्राप्त हो रहा था.....ऐसा सुख जिसे मैं शब्दो मे पीरोने मे असफल महसूस कर रही हूँ|
अब उन्होने मेरे पैरों को फैलाया और मेरी चूत के दानेपे अपना लॅंड रगड़ने लगे .....मुझे लग रहा था जैसे मैं सातवे आसमान पे पहुच गयी....
पर जैसे ही उन्होने अपना लॅंड मेरी छूट मे घुसेड़ा मेरी तो जान ही निकल गयी....... मैं दर्द से छटपटाने लगी मैं उनके आगे हाथ जोड़ने लगी की प्लीज़ मुझे छोड़ दीजिए .....
उस समय केवल उनके लॅंड का टोपा ही मेरी चूत मे गया था और मेरा ये हाल था......
तब उन्होने मेरे माथे पर चुंबन लिया और कहा की मेरी जान ये पहली चुदाई का दर्द है और कुछ ही देर मे सांत हो गाएगा.....
और धीरे-धीरे अपना लॅंड हिलाने लगे...मुझे दर्द हो रहा पर मैं कर भी क्या सकती थी...अचानक उन्होने अपना लॅंड छूट से बाहर निकल लिया..मुझे बहुत आराम मिला पर मुझे क्या पता था की ये आराम कुछ ही देर का है....और इतने मे उन्होने एक जोरदार धक्का मारा और मेरी चूत को चीरते हुआ उनका लॅंड जड़ तक पहुच गया|
दर्द के मारे मेरी आँखो से आसू निकालने लगे.....और वो रुककर मेरी आखों को चूमने लगे....
थोड़ी देर बाद जब मेरा दर्द कम हुआ तो वो हल्के हल्के धक्के लगाने लगे पर दर्द के मारे मेरी चूत सूख गयी थी तो उन्होने अपना लॅंड बाहर निकाला......मैने देखा की उनका लॅंड खून से सना हुआ था..
उन्होने अपने लॅंड पे थूक लगाया और कुछ थूक मेरी चूत पर भी लगाया उनके गर्म थूक से मुझे बहुत अच्छा लग रहा था|
अब एक बार फिर उन्होने अपना लॅंड मेरी चूत के मूह पे रक्खा और धीरे से पेल दिया ....इस बार मुझे ज़्यादा दर्द नही हुआ और वो मुझे हल्के हल्के पेलने लगे|
मुझे अब अच्छा लगने लगा और मैं भी अपना चूतड़ हिलने लगी .....अब वो समझ गये की मुझे मज़ा आने लगा इसलिए उन्होने अपने धक्को की स्पीडतेज कर दी|
मेरी जोरदार चुदाई हो रही थी उनका लॅंड अब अच्छी तरह मेरी चूत मे आ जा रहा था और सटासॅट चुदाई हो रही थी
मेरी आहो से पूरा कमरा आह्ह्ह्ह्ह......उहह.....कर रहा था|इस पेलम पेलाई मे मेरी चूत जवाब दे गयी....
मैने ज़ोर से उनको अपनी बाहों मे भर लिया और चूतड़ उठा-उठा के झड़ने लगी| थोड़ी देर तक वो मुझे धीरे धीरे चोदते रहे...
फिर उन्होने चुदाई और तेज कर दी और मेरे झड़ने की वजह से मेरी चूत फ़च-फ़च की आवाज़ करने लगी |
तोड़ी देर बाद मुझे फिर से मज़ा आने लगा....उन्होने मेरा पैर अपने कंधो पर रख लिया और ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगे....उनकी चुदाई से पूरा बेड हिल रहा था...
मैं आ..... उहह...... अहह करती जा रही थी ......लगभग २०मिनिट की जबरजस्त चुदाई के बाद उनका फ्व्वारा मेरी चूत मे छूट गया और मैं एक बार फिर से झड़ गयी.....
उस दिन मेरे पति ने मुझे पूरी रात चोदा और जब हा चुदाई से उठे तो मैने देखा की खून से पूरी चादर लाल हो गयी थी ....
तो मैने चादर बदली और नंगी ही उनके बाहों मे सो गयी.....
सुबह ५ बजे मेरे पति मे मुझे फिर चोदा और मुझे चुदाई वाली गुड मॉर्निंग बोला|
तो दोस्तो कैसी लगी मेरी सुहाग रात की कहानी कृपया हमे कॉमेंट करके ज़रूर बताए|
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