FUN-MAZA-MASTI
धीरे चूसो खा जाओगे क्या
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अमर है मैं डेल्ही का रहने रहने वाला हूँ
आशा करता हूँ की ये मर्दों को मुठ मारने और औरतों को चूत में ऊगली करने पर मजबूर कर देगी।
ये कहानी मेरे दोस्त सुमित की है जो उसकी गर्लफ्रेंड रेखा के साथ है
तो आईये सुमित के शब्दों में ही कहानी आगे बढ़ाता हूँ
रेखा सुमित की गर्लफ्रेंड है पर उन्हें कभी चुदाई का मौका नहीं मिला
एक दिन दोनों ने फ़िल्म देखने का प्लान बनाया
सुमित-रेखा तुम लेट हो देखो सब लोग अंदर जा चुके है और फ़िल्म भी दस मिनट निकल चुकी है।
रेखा-(अपने कान पकड़ते हुए) सॉरी बाबा देर हो गयी अब चलें।
सुमित ने बालकनी में सबसे ऊपर किनारे की दो सीट बुक की थी।
फ़िल्म चल रही थी की थोड़ी देर में बेड सीन चलने लगा हीरो हीरोइन के होंठो को बुरी तरह चूस रहा था तभी सुमित ने अपना हाथ रेखा की जांघो पर रख दिया और मसलने लगा।
रेखा-ये क्या कर रहे हो।
सुमित-जो मुझे अपनी हीरोइन के साथ करना चाहिए।
रेखा-(नखरे दिखाते हुए ) सुमित हटाओ ना सुमित मुझे अजीब सा लग रहा है।
रेखा ने जीन्स और टॉप पहना था... टॉप में से उसकी चूचियां झाक रही थी और सुमित को ललचा रही थी।
सुमित ने अपना हाथ धीरे धीरे जांघो से खिसकाकर रेखा की चूचियों पर ला दिया और उन्हें मसलने लगा
अब रेखा को भी मस्ती छा रही थी और वो आँख बंद कर के धीरे धीरे आहे भर रही थी
सुमित उसकी चूचियां बारी बारी से मसल रहा था।
सुमित का लण्ड भी अब फूल गया था और पैंट में तम्बू बन गया था।
फ़िल्म कहा चल रही थी ये दोनों में से किसी को नहीं पता था ये लोग तो बस अपनी ही फ़िल्म में लगे थे ।
और उस दिन किस्मत भी उनके साथ थी क्यों की उनकी रो में उनके सिवा और कोई नहीं था...
सुमित ने अपना हाथ रेखा के टॉप के अंदर डाल दिया
ओह दोस्तों कहानी लिखने में इतना खो गया था की मैंने आपको रेखा के जिस्म के बारे में बताना भूल गया ।
रेखा एक खूबसूरत जिस्म की मल्लिका थी उसकी चुचियो का साइज़ 38 उसकी कमर 28 और उसकी चूतड़ 36 के थे और उसके पतले होठ तो कमाल थे ये समझ लीजिये की उसकी ख़ूबसूरती किसी कभी लण्ड खड़ा कर सकती थी।
अब मैं कहानी पे आता हूँ
तो सुमित अपना हाथ रेखा के टॉप के अंदर डाल कर बुरी तरह मसल रहा था
रेखा भी अह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह् किये जा रही थी
इतने में इंटरवल हो गया और हाल की सारी लाइट्स जल गयी।
सुमित-थियेटर वालो ने तो सारा मजा ख़राब कर दिया।
रेखा-अब फ़िल्म देखने का मन नहीं कर रहा।
सुमित-फिर क्या मन कर रहा है?
रेखा-वही जो अंदर कर रहे थे।
सुमित- अच्छा चलो किसी होटल में चलते हैं।
रेखा-लेकिन मैं दो घण्टे से ज्यादा नहीं रुक पाऊँगी।
सुमित -ओके डार्लिंग।
सुमित और रेखा दोनों होटल की तरफ चल दिए
सुमित ने एक होटल जो की चुदाई के लिए फेमस था उसमे दो घण्टे के लिए एक कमरा बुक किया।
सुमित कमरे में पहुचते ही रेखा को बेतहासा चूमने लगा और उसकी दोनों चूचियां जोर जोर से दबाने लगा।
रेखा भी चुसाई में उसका साथ देने लगी....
सुमित ने रेखा की टॉप और ब्रा को उतार कर रेखा की चूचियां मुह में लेकर चूसने लगा ।
रेखा-धीरे चूसो खा जाओगे क्या।
पर सुमित को कहा सुनाई दे रहा था वो तो बस चूसे जा रहा था।
रेखा अपने हाथो से सुमित का लण्ड दबाने लगी
सुमित-रुको मेरी जान मैं अपना पैंट निकाल देता हु फिर तुम अच्छी तरह से मेरा लण्ड सहलाओ
और सुमित ने अपना पैंट और अंडरवेअर उतार दी और अपना लण्ड रेखा के हाथों में दे दिया।
रेखा-तुम्हरा लण्ड तो बहुत बड़ा और मोटा है |
सुमित-प्लीज इसे अपने मुह में लेकर अपने कोमल होठों से प्यार करो ना।
रेखा-छी मैं इसे अपने मुह में नहीं लुंगी ये तो गन्दी जगह है।
सुमित-अरे मेरी भोली रेखा एक बार लो तो फिर तुम्हे पता चलेगा की ये अच्छी जगह है या बुरी।
रेखा-ठीक है पर बुरा लगेगा तो निकाल दूँगी।
रेखा ने सुमित का लण्ड मुह में लिया और चूसने लगी।
थोड़ी ही देर में वो पक्की चुदक्कड़ो की तरह लण्ड चूसने लगी और सुमित के लण्ड के सुपाड़े को बुरी तरह दबा दबा के के चूस रही थी
चुसाई के कारण सुमित का लण्ड पुरे सबाब पे आ गया था
सुमित से भी अब रहा नहीं जा रहा था और वो जोर जोर से अपना लण्ड रेखा के मुह में पेलने लगा
सुमित अपना लण्ड रेखा के गले में उतार दे रहा था जिससे रेखा की आँखों में आंसू आ गए थे
लेकिन वासना की आग में ये कहा पता रहता है
आखिर थोड़ी देर में सुमित का लण्ड जवाब दे गया और उसने अपना फव्वारा रेखा के मुह में छोड़ दिया
सुमित का लण्ड मुह के इतने अंदर था की सारा वीर्य सीधा रेखा के गले के अंदर चला गया
रेखा भी क्या करती बेचारी वो भी सुमित का सारा नमकीन माल पी गयी
रेखा-अब तो तुम्हारा लण्ड झड़ गया अब मेरी चूत की आग कैसे बुझेगी
सुमित-मेरी रेखा रानी तुम परेसान क्यों हो ये मेरा लण्ड थोड़ी देर में फिर खड़ा हो जायेगा तब तक मैं तुम्हारी चूत का लसलसा मॉल तो चख लू ।
इतना कहकर सुमित निचे बैठ गया और रेखा की चूत में जीभ लगाकर चाटने लगा
रेखा की चूत तो पहले से ही पनियाई हुई थी सुमित का मुह लगने से वो और तेज से पानी छोड़ने लगी
रेखा-अह्ह्ह...... उह्ह्ह्ह.....और जोर से चाट ....पी जा मेरी चूत का पानी बहुत मजा आ रहा है मेरे अह्ह्ह्ह्ह राजाआआ
इधर सुमित का लण्ड फिर से खड़ा हो गया और रेखा के पैरो से टकराने लगा
रेखा-अह्ह्ह मर गयी ...अब रहा नहीं जा रहा चोदो मुझे मेरी चूत में आग लगा दी तुमने।
सुमित-अहह मेरी रानी तेरी चूत तो बड़ी रसीली है....चल अब तेरी चूत में लण्ड पेलता हू।
इतना कहकर सुमित ने रेखा को गोद में उठाया और बिस्तर पे लाकर लिटा दिया
सुमित ने ने अपने लण्ड का सुपाड़ा रेखा की चूत पे रखकर जैसे ही धक्का मार रेखा चीख उठी और उसने सुमित को धक्का दे दिया
रेखा-बहुत दर्द हो रहा है मुझे नहीं चुदना
और उठने लगी ...
तभी सुमित ने उसकी बाह पकडी और से बेड पे पटक दिया और रेखा के ऊपर चढ़ गया और बुरी तरह जकड कर अपना लण्ड उसकी चूत पे लगा कर एक जोरदार धक्का दिया
सुमित ने इस धक्के में अपनी पूरी ताकत झोक दी थी जिसके कारण सुमित का लण्ड रेखा की चूत की झिल्ली फाड़ते हुए उसकी बच्चेदानी में जा टकराया
रेखा इस धक्के को नहीं सह पायी और बेहोश हो गयी
रेखा की चूत से खून बाह रहा था ...पर वाह से वासना की आग ....सुमित को एक बेहोश लड़की को चुदवा रही थी
सुमित बुरी तरह रेखा की चूत में धक्के मार रहा था
इस पेलाई से पूरा कमर फच्च फच्च कर रहा था
थोड़ी देर में सुमित अपने चरम पे पहुच गया और अपना लण्ड रेखा की चूत से निकाल कर सारी पिचकारी रेखा के मुह पे छोड़ दिया
लड़ की जोरदार धार पड़ने से रेखा होश में आ गयी और सुमित से पूछने लगी की उसके साथ क्या हुआ
तब सुमित ने उसे पूरी बात बताई
रेखा ने घडी देखी तो दो घंटे से ज्यादा हो गए थे
तो दोनों ने अपने कपडे पहने और घर चल दिए
तो दोस्तों कैसी लगी आपको ये कहानी अपने कमेंट से हमें जरूर बताये...
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धीरे चूसो खा जाओगे क्या
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अमर है मैं डेल्ही का रहने रहने वाला हूँ
आशा करता हूँ की ये मर्दों को मुठ मारने और औरतों को चूत में ऊगली करने पर मजबूर कर देगी।
ये कहानी मेरे दोस्त सुमित की है जो उसकी गर्लफ्रेंड रेखा के साथ है
तो आईये सुमित के शब्दों में ही कहानी आगे बढ़ाता हूँ
रेखा सुमित की गर्लफ्रेंड है पर उन्हें कभी चुदाई का मौका नहीं मिला
एक दिन दोनों ने फ़िल्म देखने का प्लान बनाया
सुमित-रेखा तुम लेट हो देखो सब लोग अंदर जा चुके है और फ़िल्म भी दस मिनट निकल चुकी है।
रेखा-(अपने कान पकड़ते हुए) सॉरी बाबा देर हो गयी अब चलें।
सुमित ने बालकनी में सबसे ऊपर किनारे की दो सीट बुक की थी।
फ़िल्म चल रही थी की थोड़ी देर में बेड सीन चलने लगा हीरो हीरोइन के होंठो को बुरी तरह चूस रहा था तभी सुमित ने अपना हाथ रेखा की जांघो पर रख दिया और मसलने लगा।
रेखा-ये क्या कर रहे हो।
सुमित-जो मुझे अपनी हीरोइन के साथ करना चाहिए।
रेखा-(नखरे दिखाते हुए ) सुमित हटाओ ना सुमित मुझे अजीब सा लग रहा है।
रेखा ने जीन्स और टॉप पहना था... टॉप में से उसकी चूचियां झाक रही थी और सुमित को ललचा रही थी।
सुमित ने अपना हाथ धीरे धीरे जांघो से खिसकाकर रेखा की चूचियों पर ला दिया और उन्हें मसलने लगा
अब रेखा को भी मस्ती छा रही थी और वो आँख बंद कर के धीरे धीरे आहे भर रही थी
सुमित उसकी चूचियां बारी बारी से मसल रहा था।
सुमित का लण्ड भी अब फूल गया था और पैंट में तम्बू बन गया था।
फ़िल्म कहा चल रही थी ये दोनों में से किसी को नहीं पता था ये लोग तो बस अपनी ही फ़िल्म में लगे थे ।
और उस दिन किस्मत भी उनके साथ थी क्यों की उनकी रो में उनके सिवा और कोई नहीं था...
सुमित ने अपना हाथ रेखा के टॉप के अंदर डाल दिया
ओह दोस्तों कहानी लिखने में इतना खो गया था की मैंने आपको रेखा के जिस्म के बारे में बताना भूल गया ।
रेखा एक खूबसूरत जिस्म की मल्लिका थी उसकी चुचियो का साइज़ 38 उसकी कमर 28 और उसकी चूतड़ 36 के थे और उसके पतले होठ तो कमाल थे ये समझ लीजिये की उसकी ख़ूबसूरती किसी कभी लण्ड खड़ा कर सकती थी।
अब मैं कहानी पे आता हूँ
तो सुमित अपना हाथ रेखा के टॉप के अंदर डाल कर बुरी तरह मसल रहा था
रेखा भी अह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह् किये जा रही थी
इतने में इंटरवल हो गया और हाल की सारी लाइट्स जल गयी।
सुमित-थियेटर वालो ने तो सारा मजा ख़राब कर दिया।
रेखा-अब फ़िल्म देखने का मन नहीं कर रहा।
सुमित-फिर क्या मन कर रहा है?
रेखा-वही जो अंदर कर रहे थे।
सुमित- अच्छा चलो किसी होटल में चलते हैं।
रेखा-लेकिन मैं दो घण्टे से ज्यादा नहीं रुक पाऊँगी।
सुमित -ओके डार्लिंग।
सुमित और रेखा दोनों होटल की तरफ चल दिए
सुमित ने एक होटल जो की चुदाई के लिए फेमस था उसमे दो घण्टे के लिए एक कमरा बुक किया।
सुमित कमरे में पहुचते ही रेखा को बेतहासा चूमने लगा और उसकी दोनों चूचियां जोर जोर से दबाने लगा।
रेखा भी चुसाई में उसका साथ देने लगी....
सुमित ने रेखा की टॉप और ब्रा को उतार कर रेखा की चूचियां मुह में लेकर चूसने लगा ।
रेखा-धीरे चूसो खा जाओगे क्या।
पर सुमित को कहा सुनाई दे रहा था वो तो बस चूसे जा रहा था।
रेखा अपने हाथो से सुमित का लण्ड दबाने लगी
सुमित-रुको मेरी जान मैं अपना पैंट निकाल देता हु फिर तुम अच्छी तरह से मेरा लण्ड सहलाओ
और सुमित ने अपना पैंट और अंडरवेअर उतार दी और अपना लण्ड रेखा के हाथों में दे दिया।
रेखा-तुम्हरा लण्ड तो बहुत बड़ा और मोटा है |
सुमित-प्लीज इसे अपने मुह में लेकर अपने कोमल होठों से प्यार करो ना।
रेखा-छी मैं इसे अपने मुह में नहीं लुंगी ये तो गन्दी जगह है।
सुमित-अरे मेरी भोली रेखा एक बार लो तो फिर तुम्हे पता चलेगा की ये अच्छी जगह है या बुरी।
रेखा-ठीक है पर बुरा लगेगा तो निकाल दूँगी।
रेखा ने सुमित का लण्ड मुह में लिया और चूसने लगी।
थोड़ी ही देर में वो पक्की चुदक्कड़ो की तरह लण्ड चूसने लगी और सुमित के लण्ड के सुपाड़े को बुरी तरह दबा दबा के के चूस रही थी
चुसाई के कारण सुमित का लण्ड पुरे सबाब पे आ गया था
सुमित से भी अब रहा नहीं जा रहा था और वो जोर जोर से अपना लण्ड रेखा के मुह में पेलने लगा
सुमित अपना लण्ड रेखा के गले में उतार दे रहा था जिससे रेखा की आँखों में आंसू आ गए थे
लेकिन वासना की आग में ये कहा पता रहता है
आखिर थोड़ी देर में सुमित का लण्ड जवाब दे गया और उसने अपना फव्वारा रेखा के मुह में छोड़ दिया
सुमित का लण्ड मुह के इतने अंदर था की सारा वीर्य सीधा रेखा के गले के अंदर चला गया
रेखा भी क्या करती बेचारी वो भी सुमित का सारा नमकीन माल पी गयी
रेखा-अब तो तुम्हारा लण्ड झड़ गया अब मेरी चूत की आग कैसे बुझेगी
सुमित-मेरी रेखा रानी तुम परेसान क्यों हो ये मेरा लण्ड थोड़ी देर में फिर खड़ा हो जायेगा तब तक मैं तुम्हारी चूत का लसलसा मॉल तो चख लू ।
इतना कहकर सुमित निचे बैठ गया और रेखा की चूत में जीभ लगाकर चाटने लगा
रेखा की चूत तो पहले से ही पनियाई हुई थी सुमित का मुह लगने से वो और तेज से पानी छोड़ने लगी
रेखा-अह्ह्ह...... उह्ह्ह्ह.....और जोर से चाट ....पी जा मेरी चूत का पानी बहुत मजा आ रहा है मेरे अह्ह्ह्ह्ह राजाआआ
इधर सुमित का लण्ड फिर से खड़ा हो गया और रेखा के पैरो से टकराने लगा
रेखा-अह्ह्ह मर गयी ...अब रहा नहीं जा रहा चोदो मुझे मेरी चूत में आग लगा दी तुमने।
सुमित-अहह मेरी रानी तेरी चूत तो बड़ी रसीली है....चल अब तेरी चूत में लण्ड पेलता हू।
इतना कहकर सुमित ने रेखा को गोद में उठाया और बिस्तर पे लाकर लिटा दिया
सुमित ने ने अपने लण्ड का सुपाड़ा रेखा की चूत पे रखकर जैसे ही धक्का मार रेखा चीख उठी और उसने सुमित को धक्का दे दिया
रेखा-बहुत दर्द हो रहा है मुझे नहीं चुदना
और उठने लगी ...
तभी सुमित ने उसकी बाह पकडी और से बेड पे पटक दिया और रेखा के ऊपर चढ़ गया और बुरी तरह जकड कर अपना लण्ड उसकी चूत पे लगा कर एक जोरदार धक्का दिया
सुमित ने इस धक्के में अपनी पूरी ताकत झोक दी थी जिसके कारण सुमित का लण्ड रेखा की चूत की झिल्ली फाड़ते हुए उसकी बच्चेदानी में जा टकराया
रेखा इस धक्के को नहीं सह पायी और बेहोश हो गयी
रेखा की चूत से खून बाह रहा था ...पर वाह से वासना की आग ....सुमित को एक बेहोश लड़की को चुदवा रही थी
सुमित बुरी तरह रेखा की चूत में धक्के मार रहा था
इस पेलाई से पूरा कमर फच्च फच्च कर रहा था
थोड़ी देर में सुमित अपने चरम पे पहुच गया और अपना लण्ड रेखा की चूत से निकाल कर सारी पिचकारी रेखा के मुह पे छोड़ दिया
लड़ की जोरदार धार पड़ने से रेखा होश में आ गयी और सुमित से पूछने लगी की उसके साथ क्या हुआ
तब सुमित ने उसे पूरी बात बताई
रेखा ने घडी देखी तो दो घंटे से ज्यादा हो गए थे
तो दोनों ने अपने कपडे पहने और घर चल दिए
तो दोस्तों कैसी लगी आपको ये कहानी अपने कमेंट से हमें जरूर बताये...
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