Sunday, November 8, 2015

FUN-MAZA-MASTI भाभी की जमकर चुदाई

FUN-MAZA-MASTI





भाभी की जमकर चुदाई


हैल्लो दोस्तों.. में राहुल और एक बार फिर से आप सभी के सामने फन मज़ा मस्ती पर अपनी एक और सच्ची कहानी लेकर आया हूँ.. दोस्तों में राहुल और में दिल्ली का रहने वाला हूँ और मेरी हाईट 5.8 इंच है और मेरे लंड का साईज़ 7 इंच है और अब आप सभी लोगों का ज्यादा समय खराब ना करते हुए सीधा अपनी आज की कहानी पर आता हूँ। सभी भाभीयों से अनुरोध है कि अगर वो चाहे तो अपनी कामुक चूत में उंगली डाल सकती है।
दोस्तों यह बात आज से एक महीने पहले की है.. में वेस्ट दिल्ली में अकेला रहता हूँ और जैसा कि मैंने आप सभी को पहले बताया था कि में एक फार्मसिस्ट हूँ.. लेकिन सितम्बर की शुरुआत में दिल्ली में डेंगू के केस कुछ ज्यादा आने लगे थे.. तो हमारे सामने एक भाभी जो अपने पति के साथ रहती है और भाभी थोड़ी मोटी है.. लेकिन मुझे मोटी औरते बहुत पसंद है। उनके फिगर का साईज़ 36-30-36 है। दोस्तों मेरी भाभी से कभी ज्यादा बात नहीं हुई.. लेकिन हाँ जब में जिम से आकर शर्ट उतारकर अपनी बालकनी में बैठकर थोड़ा आराम करता हूँ.. तो भाभी मुझे अक्सर स्माईल देती और कई बार ऐसे भी बात हो जाती है कि काम कैसा चल रहा है। उनके पति मार्केटिंग में है और उन लोगों की शादी को शायद 4 साल हो गये थे.. लेकिन उनकी कोई औलाद नहीं है। फिर एक दिन रात के कुछ 11 बजे थे.. में एक इंग्लीश फिल्म लगाकर देख रहा था और तभी मेरे घर की बेल बजी। अरे दोस्तों में आप सभी को अपनी मस्त सेक्सी भाभी का नाम तो बताना ही भूल गया.. उनका नाम स्वाती है।
भाभी : हैल्लो राहुल.. क्या मैंने तुम्हे परेशान तो नहीं किया?
में : भाभी नहीं.. ऐसा कुछ नहीं है.. लेकिन आप इतनी रात को कैसे? क्यों सब ठीक तो है ना?
भाभी : नहीं राहुल तुम्हारे भैया को बहुत तेज़ बुखार है और अब मुझे समझ नहीं आ रहा है कि में क्या करूं.. प्लीज तुम आकर देखो ना।
में : ठीक है भाभी.. में अभी आता हूँ।
फिर मैंने जल्दी से शर्ट पहनी और भाभी के साथ चल दिया.. सीड़ी से उतरते हुए भाभी की गांड क्या मस्त लग रही थी.. मेरा तो मन कर रहा था कि अभी इसे अपने कमरे पर ले जाकर चोद दूँ। यह बात सोचकर मेरा लंड पजामे में ही एकदम तनकर खड़ा हो गया और में अपनी शर्ट के बटन बंद करते हुए जा रहा था। फिर भाभी अंधेरे की वजह से एकदम थोड़ा रुकी। मैंने ध्यान नहीं दिया और मेरा लंड एकदम सीधा उनकी गांड के ऊपर जाकर लगा और मैंने डर के मारे भाभी को सॉरी बोला। फिर उन्होंने मेरी तरफ देखकर बोला कि कोई बात नहीं.. वैसे गलती तो मेरी है.. क्योंकि में खुद ही एकदम से रुक गई थी और इतने में उनका घर आ गया। फिर मैंने भैया को देखा.. तो उन्हे बहुत तेज बुखार था और मेरी हॉस्पिटल में बहुत अच्छी जान पहचान थी.. इसलिए मैंने उनको एक बेड दिलवा दिया.. हॉस्पिटल में हमे एक बजे गए और उन्होंने हॉस्पिटल में अपने भाई को बुला लिया। उनके भाई ने बोला कि आप सुबह आ जाना और फिर में चला जाऊंगा.. उसके बाद में और स्वाती भाभी घर के लिए निकल लिए।
भाभी : धन्यवाद राहुल।
में : अरे भाभी इसमें धन्यवाद की क्या ज़रूरत है.. एक अच्छा पड़ोसी ही दूसरे पड़ोसी के काम आता है।
भाभी : ठीक है।
में : शायद भैया को डेंगू हो सकता है।
भाभी : हाँ.. मुझे भी ऐसा ही लग रहा है।
में : भैया का ब्लड ग्रूप क्या है?
भाभी : बी+
में : चलो मेरा भी यही है.. अगर ब्लड चाहिए होगा.. तो में दे दूँगा और इतने में हमारा घर आ गया।
भाभी : यार राहुल क्या तुम मेरा एक काम करोगे?
में : जी हाँ भाभी बोलिए।
भाभी : यार मुझे अकेले में बहुत डर लगेगा.. क्या आप आज की रात मेरे यहाँ पर सो सकते हो?
में : (मेरा लंड तो यह बात सुनकर ही खड़ा हो गया) मैंने बोला कि लेकिन भाभी कोई हमे देख लेगा तो?
भाभी : यार आज हमारी मंजिल पर कोई भी नहीं है।
में : ठीक है भाभी अगर आप कहती है.. तो में एक रात सो जाता हूँ।
भाभी : धन्यवाद राहुल बस आज रात की बात है.. कल से में अपनी छोटी बहन को बुला लूँगी।
में : हाँ ठीक है.. भाभी।
फिर हमने गाड़ी को एक साईड लगाई और हम उनके घर में गये.. भाभी ने अपने घर को बहुत अच्छा सजाया हुआ था। भाभी अपने बेडरूम में जाकर कपड़े चेंज करने लगी और में टी.वी. चालू करके देखने लगा और जब भाभी अपनी एक मस्त मेक्सी पहनकर बाहर आई.. तो वो क्या मस्त माल लग रही थी? उनकी जांघो तक काले कलर की मेक्सी में उनके 36 इंच के बूब्स बहुत हॉट, सेक्सी लग रहे थे और मेरा तो मन कर रहा था कि इन्हे आज चूसकर सारा रस पी जाऊँ। फिर शायद भाभी ने मुझे उनके बूब्स को देखते हुए देख लिया और वो थोड़ा अजीब सा महसूस करने लगी।
भाभी : तुमने अपनी गर्लफ्रेंड को तो नहीं बताया कि आज तुम्हे यहाँ पर सोना है?
में : नहीं भाभी उसे पता चलेगा.. तो वो पता नहीं क्या सोचेगी?
भाभी : वो क्या सोचेगी?
में : यही कि में एक किसी खूबसूरत लड़की के साथ आज पूरी रात रहूँगा।
भाभी : ( हंसने लगी ) क्या में सुंदर.. लेकिन में तुम्हे कहाँ से सुंदर लगती हूँ.. चलो यार अब मज़ाक मत करो?
में : अरे भाभी जो अभी आप पहनकर हो.. इन कपड़ो को पहनकर आप कभी भैया को दिखना। फिर वो आपको बताएँगे कि आप कितनी सुंदर हो?
भाभी : हाँ हाँ ठीक है.. चलो अब तुम ही बता दो कि में कितनी सुंदर लग रही हूँ।
में : एकदम मस्त माल.. मेरा तो मन कर रहा है कि..
भाभी : शैतान तुम बहुत बड़े हो गये हो.. मुझे अब लगता है कि आंटी से बात करके बोलना पड़ेगा कि इस लड़के की शादी करवा दो।
में : हाँ बोल दो और अपना हुलिया भी बता देना और उन्हे कह देना कि उसे ऐसी लड़की पसंद है।
दोस्तों ये कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पड़ रहे है।
भाभी : अच्छा.. तो तुम्हे मुझमे क्या अच्छा लगता है?
में : नहीं आप बुरा मान जाओगे।
भाभी : अरे नहीं.. बताओ ना।
में : नहीं आप बुरा मान जाओगे।
भाभी : अरे नहीं तुम्हारी कसम.. बताओ ना।
में : जब आप मेरी सीड़ियों से उतर रही थी और मेरा लंड आपसे जा लगा था.. मुझे आपकी वो बहुत मस्त लगती है। भाभी थोड़ा शरमाते हुए अच्छा जी.. अब तो सच में बहुत बड़ा हो गया है और मज़ाक मज़ाक में उन्होंने मेरी जांघ पर हाथ मारा। मेरा लंड तो उन्हे देखकर पहले से ही खड़ा था और फिर ग़लती से उन्होंने मेरे लंड को पकड़ लिया। फिर उनके हाथ का स्पर्श पाकर तो मेरा लंड और भी ज्यादा तनकर खड़ा हो गया और मैंने उनकी आखों में देखा.. उन्हे भी मेरा लंड पकड़कर बहुत अच्छा लग रहा था और उनकी आखों से साफ साफ दिख रहा था कि उन्हे अब मुझसे क्या चाहिए?
भाभी : शरमाते हुए.. चलो में अब सोने जा रही हूँ।
में : ठीक है भाभी.. शुभ रात्रि।
दोस्तों मेरा तो बहुत बुरा हाल हो रहा था और में सोच रहा था कि में अब शुरू कहाँ से करूं और इतने में स्वाती भाभी की आवाज़ आई कि राहुल मुझे डर लग रहा है.. तुम भी मेरे ही रूम में सो जाओ। फिर मैंने कहा कि ठीक है और में अंदर बेडरूम में गया.. तो मैंने देखा कि भाभी कंबल ओढ़कर बेड पर लेटी हुई थी। फिर मैंने बोला कि भाभी आप ऊपर लेट जाओ.. में सोफे पर सो जाऊंगा।
भाभी : ठीक है।
फिर मुझे उनके इतने पास होने पर भी नींद नहीं आ रही थी और करीब एक घंटे के बाद भाभी उठकर वॉशरूम चली गयी और अब मुझे नींद आने ही वाली थी कि इतने में एक बहुत ज़ोर की आवाज़ आई और मेरी नींद खुली। फिर मैंने ध्यान से सुना.. वो स्वाती भाभी की आवाज़ थी.. राहुल। में झट से उठा और जैसे ही वॉशरूम में गया.. तो भाभी वहां पर नीचे गिरी हुई थी। फिर मैंने उन्हे सहारा देकर उठाया और उन्हे अपनी गोद में उठा लिया। दोस्तों वैसे तो वो मोटी है.. लेकिन में हर रोज जिम जाता हूँ.. तो मैंने उन्हे बहुत आसानी से उठा लिया। मैंने उन्हे गांड पर हाथ लगाकर उठाया.. तो मुझे उनकी पेंटी का एहसास मेरे हाथों पर हुआ और मेरा शैतान लंड फिर खड़ा हो गया और इनके पेट पर छूने लगा। फिर मैंने उन्हे बेड पर लाकर लेटाया और उनसे पूछा कि क्या आपको कहीं चोट तो नहीं लगी? उन्होंने कहा कि जो चीज़ तुम्हे सबसे ज्यादा पसंद है। फिर में समझ गया कि इनकी गांड पर चोट लगी है और फिर मैंने भाभी से बोला कि लाओ में तेल से मालिश कर दूँ.. तो उन्होंने इशारा किया कि तेल वहाँ पर रखा हुआ है। फिर मैंने उन्हे मुहं के बल सर नीचे रखकर लेटने को कहा। उन्हे इतना दर्द हो रहा था कि उन्हे होश ही नहीं था कि जब वो मुहं के बल लेटी.. तो उनकी मेक्सी ऊपर हो गई और मुझे उनकी गांड के दर्शन हो गये.. उन्होंने लाल कलर की पेंटी पहनी हुई थी।
फिर मेरा लंड अब अपने पूरे आकार में आ गया था। फिर में उनकी गांड की मालिश करने लगा और में अपने होश खोने लगा और मैंने उनकी गांड पर एक किस कर दिया और शायद उन्हे पता चल गया था कि में क्या कर रहा हूँ और अब उनका दर्द भी ख़त्म होने लगा था। फिर मैंने उनसे बोला कि स्वाती भाभी आपकी पेंटी थोड़ा बीच में आ रही है.. तो आप इसे उतार दो। फिर उन्होंने कहा कि तुम ही उतार दो और फिर मैंने उनकी पेंटी उतारी। वाहह क्या मस्त गांड थी यार उनकी.. मेरा तो मन कर रहा था कि इसे अभी कुतिया बनाऊँ और इसकी चूत में अपना लंड घुसा दूँ। फिर मैंने अपने कपड़े फटाफट उतारे और अपने लंड को उनकी गांड पर फेरने लगा.. उन्हे भी बहुत मज़ा आ रहा था और वो पलट गयी.. लेकिन अभी भी उनकी आँखे बंद ही थी। फिर उन्होंने अपनी चूत पर अपना एक हाथ रखा और बोला कि इसमे भी दर्द है.. थोड़ा इस पर भी लगाओ ना। दोस्तों क्या चूत थी उनकी? एकदम 18 साल की लड़की तरह एकदम गुलाबी गुलाबी और छोटे छोटे बाल जैसे कि तीन दिन पहले ही शेव की हो। फिर मैंने उनकी चूत के ऊपर हाथ फेरा और स्वाती भाभी मोन करने लगी.. आआह्ह्ह्ह उह्ह्ह माँ। फिर में अब उन्हे उंगली से चोदने लगा और भाभी अपने हाथ से चादर को कसकर पकड़कर लेटी हुई थी और उनकी आवाज पूरे कमरे में गूँज रही थी.. आईईईईईईईईईइ ओउुुह्ह्ह्हहुउउ और अब में और भाभी 69 पोज़िशन में आ गए और में उनकी चूत चाटने लगा। फिर वो एकदम चकित हो गयी और उछल पड़ी.. शायद भैया ने कभी उनकी चूत नहीं चाटी थी और भाभी के मुहं से एकदम से चीख निकल पड़ी.. राहूल यह क्या कर रहे हो? अह्ह्ह्ह तुम बहुत अच्छे हो.. अह्ह्ह राहुल और ज़ोर से चाटो मेरी चूत को खा जाओ इसे आआह्ह्ह्हह और इतना बोलकर उन्होंने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया और वो बोली कि..
भाभी : कितना बड़ा है तुम्हारा.. राहुल प्लीज इसे मेरी चूत में डाल दो.. अह्ह्ह्ह उह्ह्ह।
में : मेरी जान अभी चूत तो चाटने दो.. मुझे चूत चाटना बहुत पसंद है।
फिर मैंने अपनी जीभ स्वाती की चूत में डाली और उनके चेहरे से ऐसा लग रहा था कि मानो वो जन्नत में है और फिर मैंने भाभी से पूछा कि भाभी कंडोम है क्या? तो उन्होंने बोला कि अलमारी में से ज़ाकर ले आओ। फिर में उठा और कंडोम ले लाया और मैंने भाभी से कहा कि आप मुझे पहना दो। फिर उन्होंने बहुत प्यार से मेरा लंड चूसा और उस पर कंडोम चड़ाया। उस रात मैंने भाभी की दो बार जमकर चुदाई की और उनके कहने पर एक बार गांड भी मारी ।।















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