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जवानी की रंगीनिया
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
जवानी की रंगीनिया
हलो दोस्तों मेरा नाम अजय है मै फन मज़ा मस्ती में आपका हार्दिक स्वागत करता हूँ... आज के समय में लोगो का संभोग
का नजरिया बहुत तेजी से बदला है. लेकिन पहले ऐसा नहीं था. लोग संभोग के बारे में
बातें करना गन्दा मानते थे और अगर किसी की संभोग के बारे में जानकारी होती थी, तो उसे भी अच्छा नहीं माना जाता
था.
दोस्तों मेरी उम्र अब ४७ साल है. आज मैं जो आपको घटना सुना रहा हु, वो तब की है जब मैं जवान था. अब
मैं अकेला हु. वाइफ की डेथ हो चुकी है और २ बेटिया थी.. दोनों की शादी हो चुकी है.
मैं अभी काम करता हु, तो एक्टिव भी
हु. उस समय मैं कॉलेज में था और मेरा एक दोस्त था मोहन. हम दोनों अच्छे दोस्त थे
और घर भी पास – पास थे. उस समय कॉल गर्ल नहीं होती
थी. हर शहर में एक वेश्या का एरिया होता था. वहां देखा जाने का मतलब था माँ – बाप ने घर से निकाल देना.
हम दोनों को वहां जाने में मन तो बहुत था. लेकिन कभी हिम्मत नहीं
होती थी. एक दिन, मोहन दौड़ता हुआ
आया और बोला – यार, आज तो मैं वो एरिया में हो आया.
मैं समझ गया और बोला – कैसे? और वो भी अकेले – अकेले? उसने कहा – नहीं यार. किसी को मत बताना. मेरा चाचा तो छुपा रुस्तम है. पटा रखी
थी वहां पर. जब भी आता है घर पर, उसके यहाँ हो कर जाता है. आज मुझे भी ले गया था. बोला – तू जवान हो गया है. तुझे जवानी की रंगीनिया दिखा कर लाता हु. मैंने
उतेजित होते हुए कहा – कुछ किया क्या? वो बोला – कहाँ यार, खड़ा ही नहीं
हुआ.. वो रंडी मुस्कुरा रही थी और बोल रही थी, बाबु किस बच्चे को ले आये.. इसका तो खड़ा भी नहीं होता. फिर चाचा और
वो रंडी साली… जोर – जोर से हंस रहे थे.
मैंने कहा – चल कोई नहीं. लेकिन, वो गुस्से में था और बोला – नहीं यार. बड़ी इन्सल्ट हुई है यार. जाना है. फिर हमने उसी शाम का
प्रोग्राम बनाया और वैध जी से जोश की दवा ले ली. फिर हम गए कोठे पर. वो उसको पहचान
गयी थी और बोली – क्या हुआ, अब खड़ा हो गया क्या और बहुत जोर
से हसने लगी, फिर उसने कहा – कौन चलेगा अन्दर. वो एक को लेकर और मैं दूसरी को लेकर अन्दर चले
गया. वो रंडी का नाम सीमा था और वो मुझे अन्दर ले गयी और फिर बोली – पहले कुछ किया है? मैंने गर्दन को ना में हिला दिया. फिर वो मेरे एकदम पास आई और मेरी
तो जान ही निकल गयी. मैं पीछे सरकने लगा. वो ये देख कर मुस्कुराने लगी थी. अब तक
वैध जी की दवा ने असर करना शुरू कर दिया था और मेरा लंड खड़ा होने लगा था.
उसने एकदम से मेरे खड़े लंड पर हाथ रख दिया और बोली – हाई दईया, लगता तो बड़ा है
और फिर मेरे पयजामे में अन्दर हाथ डालने लगी. मैंने उसका हाथ पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वो मेरा नाडा खीच
चुकी थी और मैं अब कुरते और कच्छे में आ चूका था. मेरा लंड फुन्कारे मारने लगा था
और फिर उसने अपनी चमकती हुई आँखों को मटका कर बोला – आज इसकी सील
तोड़ने में मज़ा आएगा. फिर उसने अपनी जीभ निकाली और मेरे लंड को चाटना शुरू कर दिया.
उसकी जीभ लगते ही, मैं तो एकदम
पागल हो गया… ओह…. ऐसा लगा रहा था, कि किसी ने गरम पानी से भिगो कर
कपड़ा मेरे लंड पर रख दिया हो. फिर उसने मेरे अन्डो को पकड़ा और उनको तेजी से दबा
दिया. मेरे मुह से बहुत तेजी से चीख निकल गयी आआआआआआआआआआआआअ मर गया… क्या कर रही है हरामजादी…. वो मेरे मुह से
गाली सुनकर एकदम से खुश हो गयी और बोली – अब बना ना मर्द…
फिर उसने गप्प से एकदम मेरा लंड अपने मुह में भर लिया और जोर – जोर से उसको चूसने लगी. मेरे लंड में बहुत तेज दर्द हो रहा था. ऐसा
लग रहा था, कि मेरी जान
निकल जायेगी और फिर मैंने बिस्तर के हत्थे को जोर से पकड़ लिया और वो मेरे लंड को
पकड़ कर जोर से चूस रही थी और मेरे अन्डो को जोर – जोर से दबा रही
थी. अब मेरे मेरे से चीखो के साथ – साथ सिस्कारिया
भी निकलने लगी थी… मर गया… ऊऊ.. ऊऊऊऊईईईईइमा.. क्या कर रही है रंडी साली… और फिर मुझे लगा, कि कुछ लावा एकदम गरम लावा मेरे जिस्म में से बाहर निकलने को बेताब
है और फिर मेरी गांड तेजी से ऊपर चलने लगी, तो उसने मेरे लंड को अपने मुह से बाहर निकाल दिया और तेजी से अपने
हाथ से मेरा मुठ मारने लगी और एक धार के साथ मेरा माल उसके मुह पर, सिर पर गिर गया.
मेरे से उह्ह्हह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ करके सिस्कारिया निकल रही थी और
मेरे लंड के सुपाडे पर बहुत जलन हो रही थी. फिर वो मुझे बाथरूम ले गयी. मेरे सारे
कपड़े उतारे और मेरे लंड को पूरा साफ़ किया और फिर से अपने हाथ से उसको मलना शुरू
किया और अपनी जीभ से चाटना भी. ५ मिनट के अन्दर – अन्दर मेरे लंड
में फिर से तनाव आ गया और मेरा लंड फिर से हवा में लहरा रहा था. फिर वो मुझे बेड
पर लेकर आई और मुझे धक्का दे दिया. फिर उसने अपने कपड़े खोले और पूरी की पूरी नंगी
हो गयी. मेरा लंड तो अब बावला हो गया था. मैं पहली बार किसी औरत को पूरा नंगा देख
रहा था. फिर वो मेरे ऊपर आ गयी और मेरे ऊपर आकर बैठ गयी. उसने मेरे चेहरे को पकड़ा
और मेरे होठो को चूस रही थी और पूरा का पूरा खा गयी. फिर उसने अपना हाथ डाल कर
मेरे लंड को सीधा किया और उसपर पानी चूत को रख कर बैठ गयी,
उसकी चूत कुछ खास टाइट तो नहीं थी, लेकिन मुझे मज़ा आ रहा था. जब वो
मेरे लंड पर कूद रही थी. तो मुझे ऐसा लग रहा था, कि मैं किसी जन्नत में हु. कुछ
देर की उछला कूदी के बाद, मैंने भी झटके
मारने शुरू कर दिए और कुछ ही देर में मेरा लावा एक बार फिर से उसकी चूत में निकल
गया. वो कुछ देर मेरे लंड पर ऐसे ही बैठ कर कूदती रही और मेरा सारा माल एकदम से
बाहर निकल गया. उस रंडी ने मुझे और कुछ देर चोदा और मुझे बहुत मज़ा दिया. जब मैं
बाहर आया, तो मैं बड़ा खुश
था और मेरा दोस्त बाहर ही था और बोला – यार बड़ा टाइम
लगता है तुझे. फिर हमने पैसे दिए और घर आ गये. हम कुछ दिन और वहां गये और मैंने
उसी रंडी के अलावा किसी और को नहीं चोदा.
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