FUN-MAZA-MASTI
कामवासना का नशा
ये ३ साल पहले की बात है, जब मैं कॉलेज में था और एक फॅमिली के साथ पेइंग गेस्ट रहता था |
घर में चार लोग थे अंकल ,आंटी और उनका बेटा और एक बेटी |
आंटी एक मिडिल ऐज हाउसवाइफ थी उनका नाम नयना था |उनकी उम्र कोई 30 के आस पास की होगी और उनकी चूचियां और गाड़ बहुत ही मस्त हैं|
अंकल दुबई में रहते थे और आंटी ,उनकी बेटीऔर उनका बेटा इंडिया में रहते थे |
आंटी की लड़की की उम्र 16 और लड़के की 10 साल थी ......
आंटी ने अपने लड़के और लड़की का दाखिला होस्टल में करा दिया जिसके कारण वो घर में अक्सर अकेली रहती थी|
मैं अभी नया नया घर में आया था इसलिए आंटी और अंकल के बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं था पर आस पास के लोगो के हिसाब से अंकल और आंटी की उम्र में बहुत ज्यादा फर्क था |
धीरे धीरे आंटी और मुझसे अच्छी दोस्ती हो गयी |हम अक्सर बैठ कर घंटों बाते किया करते थे|
कुछ दिन बाद हम साथ में बैठ कर दारू भी पीने लगे|
एक दिन आंटी ने ज्यादा दारू पीली जिससे उनको बहुत नशा हो गया और वो सोफे से उठने में असमर्थ महसूस कर रही थी |
वो बार बार उठने की कोशिस कर रही थी पर वो बार बार गिर पड़ती तब मैंने उनको सहारा दिया और उनका एक हाथ अपने कंधे पर और अपना हाथ उनकी चुचियों के निचे करके उनकी कमर को पकड़ लिया और बेडरूम की तरफ जाने लगा |
आंटी के नशे का फायदा उठाते हुए अपना हाथ उनकी कमर से खिसककर उनकी चूचियां पकड़ ली|
कसम के दोस्तों क्या मक्खन चूचियां थी उनकी|
एक तो दारू का नशा ऊपर से कामवासना का नशा... मैं उनकी चूचियां जोर जोर से दबाने लगा |
तभी उनका बेडरूम आगया और मैंने उनको बेड पर लिटा दिया और वापस जाने लगा |
मैं वापस जाने के लिए मुड़ा ही था की तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर अपने ऊपर खीच लिया |
मैं भी दारू के नशे में था और इसलिए अपना बैलेंस सम्हाल नहीं पाया और उनके ऊपर जा कर गिर पड़ा |
मैं ऐसा गिरा की मेरे होठ सीधा उनके होठ पर जाकर चिपक गए|
मैं जोर जोर से उनके होठ चूस रहा था और उनकी जीभ भी चूस रहा था |
वो भी मेरा खूब साथ दे रही थी और मेरी कमर को अपने अपने पैरों से जकडे हुए थी|
अब मैंने अपना हाथ उनकी चुचियों पे रक्खा और जोर जोर से दबाने लगा |
उनकी मक्खन जैसी मुलायम चूचियां दबाने में मुझे बहुत मजा अया रहा था |
मैंने अब उनकी मैक्सी के ऊपर के बटन खोल दिए...उन्होंने ने सफ़ेद कलर की ब्रा पहन रक्खी थी |
सफ़ेद ब्रा के अन्दर उनकी सफ़ेद सफ़ेद दो गोले बहुत ही सेक्सी लग रहे थे |
उनकी ब्रा के ऊपर से ही उनकी चुचियों की घुन्डियाँ पता चल रही थी जिन्हें मैं ब्रा के ऊपर से ही दबा दबा कर चूसने लगा |
वो आहें भरने लगीं और अपनी चूचियां पर मेरा सर दबाने लगी ...
मैंने भी देर न करते हुए उनकी मैक्सी उतार दी ....
अब वो केवल ब्रा और पैंटी में थी ....उनका फ़िगर गजब का था ...उनकी मोटी मोटी चूचियां, उनकी पतली कमर और उनकी चिकनी जांघे क्या कमाल लग रही थी ऐसा भी फ़िगर देख कर किसी का भी लंड खड़ा कर दे |
मैंने उनकी ब्रा की स्ट्रिप को उनके कंधे से खिसकाकर उनकी रसीली चूचियां को बहार निकाल दिया....
उनकी चुचियों में जैसे हवा भरी हो जो दबाने पर पिचक जाती थी और छोड़ने पर फिर से गोल गोल लड्डू बन जाती थी |
वो अब जोर जोर से अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह करने लगी.और अपने होंठो को अपने दांतों से काटने लगी|
उनकी आहें मुझेमें और जोश पैदा कर रही थी जिससे मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी में डाल दिया....उन्होंने लगता है बहुत दिनों से अपनी झाटें नहीं बनायीं थी क्योकि जैसे ही मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी में डाला मेरी उगलियाँ उनकी झांटो में फस गयी |
मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी से बहार निकल कर उनकी पैंटी निकाल दी ....
मैंने देखा की उनकी चूत का पानी उनकी झाटों पर रुका था जैसे की पत्तों पर ओस की बुँदे रहती है ..
मैंने अपने हाथों से उनकी चूत को फैलाया और उनकी गुलाबी चूत को निहारने लगा ....
क्या मस्त चूत के दर्शन हुए.....उनकी चूत के दो फाकों के छोटे से गुलाबी दाने को मैं कुरेदने लगा...
वो मस्त होकर बडबडाने लगी और कहने लगी “निखिल प्लीज मुझे आज चोद दो मैं बहुत दिनों से प्यासी हूँ अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह सीईई प्लीज जल्दी चोदो.....
उनकी चूत का पानी उनकी झाटों से रिसता हुआ बेडसीट को भिगो रहा था ....
मेरा लंड भी मेरे लोअर में एकदम फूल गया था और दर्द करने लगा था इसलिए मैंने अपना लोअर और अंडरवीयर निकाल कर अपने 7 इंच के लंड को आजाद कर दिया.....
मैंने गले के पास आकर अपना लंड उनके मुह में पेल दिया ....
वो नशे में थी इसलिए वो कुछ खास विरोध नहीं कर पाई और मेरे लंड को चूसने लगी |
मैंने अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा...उनके मुह में थूक भर गया था जिससे मेरा लंड एकदम भीग गया था ...और फच फच की आवाज अया रही थी |
लगभग 5 मिनट के मुख मैथुन के बाद मुझे लगा मी मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने अपना लंड उनके मुह से बहार निकाल दिया.....और उनकी चूत को फैला कर चाटने लगा ....
मैंने उनके दाने को खीच खीच कर चूसने लगा ....
उनकी बहुत दिनों से चुदाई नहीं हुई थी इसलिए वो बहुत कामुक आवाजें निकाल रही थी और अपना चूतड उछाल उछाल कर चूत चटवा रही थी .....
अब उनसे रहा नहीं जा रहा था और मुझसे कहने लगी की मुझे चोदो नहीं तो मैं ऐसे हो झड जाउंगी ...
मैंने भी देर नहीं की और अपना लंड औंकी चूत के दरवाजे पर रक्खा और जोर से झटका दिया ....
पर चूत से पानी निकलने से उनकी चूत चिकनी हो गयी थी जिससे मेरा लंड फिसलकर उनके चूतडो में चला गया ......
मैंने अपना लंड निकलकर एक बार फिर उनकी चूत पर सेट किया और एक जोर का झटका दिया ...
वो चिल्ला पड़ी क्योंकि उनकी चूत का होल बहित बड़ा नहीं था और मेरे लंड का सुपाडा भी थोडा फूला हुआ था |
मैं उसी पे रुक गया और उनकी चूचियां चूसने लगा .....
जब उनका दर्द थोडा कम हुआ और वो फिर से सिसकारी लेने लगी तो मैंने अपना लंड धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा |
पर उनकी चूत इतनी सकरी थी की मेरी लंड दोनों तरफ से बुरी तरह से रगड रहा था ...
आप लोगों ने अगर चुदाई की होगी तो जानते ही होंगे की कसी चूत को पेलने में कितना मज़ा आता है..
आंटी की झांटे मेरी लंड के ऊपर तक फैली हुई थी जिससे अन्दर बहार करने पर ऐसा लग रहा था की कैने कोई मेरा लंड सहला रहा हो ....
आंटी ने कहा “निखिल मेरे पति का लंड तो तुमसे बहुत पतला है अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह और्रर्रर तुम्हारा तो बहुत मोटा है और दमदार है चोदो मेरे राजा अह्ह्ह्हह चोदो....” और आंटी ने मुझे कस कर पकड़ लिया ...
मैं भी उनके ऊपर लेट गया और उन्हें किस करने लगा ....
आंटी की चूचियां मेरे सिने से रगड़ खा रही थी जिससे उहने और मुझे भी बहुत आनंद अया रहा था ...
तभी आंटी ने मुझे अपनी टांगों से जकड लिया और अपना चुतड उछालने लगीं और कहने लगी “अह्ह्ह्ह मैं तो गयीईई उह्ह्ह उम्म्मम्म “ और ऐसा कहते हुए वो झड गयी .....
अब मैं भी थोडा रुक गया और उनकी चूचियां चूसने लगा क्योकि झड़ने के बाद तोडा रुकना अच्छा रहता है ...
मैं आंटी को फिर से गर्म करने लगा .....थोड़ो देर में आंटी फिर से चुदने के लिए तय्यार हो गयी और मेरा साथ देने लगी ....
मैं भी अब धक्के लगाने लगा......
उनके चिपचिपे कामरस से मेरा लंड आसानी से अन्दर बाहर कर रहा था .....और मैं सटा सट धक्के लगा रहा था
आंटी अहह.....उह्ह्ह्ह ...... मुह्ह्ह्ह..... उह्ह्ह्ह कर रही थी और बार बार अपने होंटो को काट रही थी...
करीब 10 मिनट तक लगातार धक्के लगाने के बाद वो एक बार फिर झड़ने लगी और मेरे लंड ने भी अपना धर्य खो दिया...
मैंने अपना लंड उनकी चूत से निकल कर जोर जोर से मुठ मारने लगा और अपने सारे माल को उनकी झाटों पे फैला दिया ....
और उनके बगल में लेट गया ......
उसके बाद मैं आंटी को रात में अक्सर चोदा करता था और सन्डे को तो दिन में भी चोद दिया करता था..
और सन्डे को तो दिन में भी चोद दिया करता था....
कुछ दिन बाद मुझे एक कंपनी में ट्रेनिंग के लिए पैसों की जरुरत पड़ी.....
मैं घर से पैसे नहीं लेना चाह रहा था इसलिए मैं पैसे का जुगाड़ सोचने लगा और परेसान रहने लगा ....
अब मेरा मन आंटी की चुदाई में भी नहीं लगता था ......
लगता है आणि मेरी ये सब चीज़े नोटिस कर रही थी तभी उन्होंने मुझसे एक दिन पूछा “की निखिल क्या परेशानी है “
मैंने उन्हें सब कुछ सही सही बता दिया......
आंटी ने कहा “देखो निखिल मेरे पास भी ज्यादा पैसे नहीं रहते इसलिए मैं तुम्हे पैसे तो नहीं दे पाऊँगी ..“
मैंने कहा “आंटी मुझे आपसे पैसे भी नहीं चाहिए वो तो आपने पूछा इसलिए मैंने आपको बता दिया.. “
आंटी ने मुझे कुछ सोच कार बताने के लिए कहा.....
ऐसे हो कुछ दिन बीत गए ....और एक दिन आंटी किसी शादी से लौटी थी और उन्होंने मुझे बुलाया और कहा “मेरे पास तुम्हारी समस्या का एक हल है ...“
मैंने कहा “बताईये...”
उन्होंने कहा “देख तेरे लंड साइज बहुत बड़ा है और तू काफी देर तक चोद भी लेता है.मेरी कुछ अमीर सहेलियां हैं और वो सेक्स की भूखी है....तू अगर उनको संतुस्ट कर दे तो पैसे कम सकता है अगर तू राजी है तो मैं उनमे से किसी से बात करूँ”
मुझे भी पैसो की जरुरत थी तो मैंने भी हाँ कर दी ...
दुसरे दिन करीब 9 बजे आंटी मेरे कमरे में आई और मुझसे बोली “मेरी फ्रेंड निचे तुम्हारा इंतजार कर रही है उसका घर खाली नहीं था इसलिए मैंने उसे अपने घर बुला लिया....रम जल्दी से फ्रेश होकर निचे आ जाओ ...”
मैं जब फ्रेश होकर निचे गया तो देखा की सफ़ेद रंग के पंजाबी सूट में एक खूबसूरत औरत आंटी के साथ काफी पी रही थी.....
उसने मुझे तिरछी नजरों से अपनी ओर आते हुए देखा और काफी पिने लगी ....
आंटी ने अपनी सहेली के साथ मेरा परिचय करवाया और उनका नाम टीना बताया ...
टीना की उम्र लगभग 34 की और फ़िगर 34 -30-36 का होगा ....
बातो बातों में पता चला की वो पंजाबी है तो मैं उससे पंजाबी में बाते करने लगा .....
टीना ने आंटी से कहा “देखने में ये तो बहुत सीधा साधा और भोला लग रहा है...”
तब आंटी ने कहा “एक बार तू इससे चुद तो तुझे पता चलेगा की कितना सीधा साधा है ....”
आंटी ने हम लोगों को अपने बेडरूम में जाने को कहा ...
टीना उठकर बेडरूम की तरफ जाने लगी और मैं भी उसके पीछे पीछे चल दिया ....
मेरे बेडरूम में पहुचते ही टीना ने दरवाजा अन्दर ए बंद कर लिया ....
उसने अपनी पर्स और दुप्पटा बेड पर एक तरफ रख दिया और बेड पर लेट गयी
मैं भी बेड पे एक किनारे बैठ गया और टीना को देखने लगा ....
टीना ने कहा “देखते रहोगे या कुछ करोगे भी.... ”
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कामवासना का नशा
ये ३ साल पहले की बात है, जब मैं कॉलेज में था और एक फॅमिली के साथ पेइंग गेस्ट रहता था |
घर में चार लोग थे अंकल ,आंटी और उनका बेटा और एक बेटी |
आंटी एक मिडिल ऐज हाउसवाइफ थी उनका नाम नयना था |उनकी उम्र कोई 30 के आस पास की होगी और उनकी चूचियां और गाड़ बहुत ही मस्त हैं|
अंकल दुबई में रहते थे और आंटी ,उनकी बेटीऔर उनका बेटा इंडिया में रहते थे |
आंटी की लड़की की उम्र 16 और लड़के की 10 साल थी ......
आंटी ने अपने लड़के और लड़की का दाखिला होस्टल में करा दिया जिसके कारण वो घर में अक्सर अकेली रहती थी|
मैं अभी नया नया घर में आया था इसलिए आंटी और अंकल के बारे में मुझे ज्यादा पता नहीं था पर आस पास के लोगो के हिसाब से अंकल और आंटी की उम्र में बहुत ज्यादा फर्क था |
धीरे धीरे आंटी और मुझसे अच्छी दोस्ती हो गयी |हम अक्सर बैठ कर घंटों बाते किया करते थे|
कुछ दिन बाद हम साथ में बैठ कर दारू भी पीने लगे|
एक दिन आंटी ने ज्यादा दारू पीली जिससे उनको बहुत नशा हो गया और वो सोफे से उठने में असमर्थ महसूस कर रही थी |
वो बार बार उठने की कोशिस कर रही थी पर वो बार बार गिर पड़ती तब मैंने उनको सहारा दिया और उनका एक हाथ अपने कंधे पर और अपना हाथ उनकी चुचियों के निचे करके उनकी कमर को पकड़ लिया और बेडरूम की तरफ जाने लगा |
आंटी के नशे का फायदा उठाते हुए अपना हाथ उनकी कमर से खिसककर उनकी चूचियां पकड़ ली|
कसम के दोस्तों क्या मक्खन चूचियां थी उनकी|
एक तो दारू का नशा ऊपर से कामवासना का नशा... मैं उनकी चूचियां जोर जोर से दबाने लगा |
तभी उनका बेडरूम आगया और मैंने उनको बेड पर लिटा दिया और वापस जाने लगा |
मैं वापस जाने के लिए मुड़ा ही था की तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर अपने ऊपर खीच लिया |
मैं भी दारू के नशे में था और इसलिए अपना बैलेंस सम्हाल नहीं पाया और उनके ऊपर जा कर गिर पड़ा |
मैं ऐसा गिरा की मेरे होठ सीधा उनके होठ पर जाकर चिपक गए|
मैं जोर जोर से उनके होठ चूस रहा था और उनकी जीभ भी चूस रहा था |
वो भी मेरा खूब साथ दे रही थी और मेरी कमर को अपने अपने पैरों से जकडे हुए थी|
अब मैंने अपना हाथ उनकी चुचियों पे रक्खा और जोर जोर से दबाने लगा |
उनकी मक्खन जैसी मुलायम चूचियां दबाने में मुझे बहुत मजा अया रहा था |
मैंने अब उनकी मैक्सी के ऊपर के बटन खोल दिए...उन्होंने ने सफ़ेद कलर की ब्रा पहन रक्खी थी |
सफ़ेद ब्रा के अन्दर उनकी सफ़ेद सफ़ेद दो गोले बहुत ही सेक्सी लग रहे थे |
उनकी ब्रा के ऊपर से ही उनकी चुचियों की घुन्डियाँ पता चल रही थी जिन्हें मैं ब्रा के ऊपर से ही दबा दबा कर चूसने लगा |
वो आहें भरने लगीं और अपनी चूचियां पर मेरा सर दबाने लगी ...
मैंने भी देर न करते हुए उनकी मैक्सी उतार दी ....
अब वो केवल ब्रा और पैंटी में थी ....उनका फ़िगर गजब का था ...उनकी मोटी मोटी चूचियां, उनकी पतली कमर और उनकी चिकनी जांघे क्या कमाल लग रही थी ऐसा भी फ़िगर देख कर किसी का भी लंड खड़ा कर दे |
मैंने उनकी ब्रा की स्ट्रिप को उनके कंधे से खिसकाकर उनकी रसीली चूचियां को बहार निकाल दिया....
उनकी चुचियों में जैसे हवा भरी हो जो दबाने पर पिचक जाती थी और छोड़ने पर फिर से गोल गोल लड्डू बन जाती थी |
वो अब जोर जोर से अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह करने लगी.और अपने होंठो को अपने दांतों से काटने लगी|
उनकी आहें मुझेमें और जोश पैदा कर रही थी जिससे मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी में डाल दिया....उन्होंने लगता है बहुत दिनों से अपनी झाटें नहीं बनायीं थी क्योकि जैसे ही मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी में डाला मेरी उगलियाँ उनकी झांटो में फस गयी |
मैंने अपना हाथ उनकी पैंटी से बहार निकल कर उनकी पैंटी निकाल दी ....
मैंने देखा की उनकी चूत का पानी उनकी झाटों पर रुका था जैसे की पत्तों पर ओस की बुँदे रहती है ..
मैंने अपने हाथों से उनकी चूत को फैलाया और उनकी गुलाबी चूत को निहारने लगा ....
क्या मस्त चूत के दर्शन हुए.....उनकी चूत के दो फाकों के छोटे से गुलाबी दाने को मैं कुरेदने लगा...
वो मस्त होकर बडबडाने लगी और कहने लगी “निखिल प्लीज मुझे आज चोद दो मैं बहुत दिनों से प्यासी हूँ अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह सीईई प्लीज जल्दी चोदो.....
उनकी चूत का पानी उनकी झाटों से रिसता हुआ बेडसीट को भिगो रहा था ....
मेरा लंड भी मेरे लोअर में एकदम फूल गया था और दर्द करने लगा था इसलिए मैंने अपना लोअर और अंडरवीयर निकाल कर अपने 7 इंच के लंड को आजाद कर दिया.....
मैंने गले के पास आकर अपना लंड उनके मुह में पेल दिया ....
वो नशे में थी इसलिए वो कुछ खास विरोध नहीं कर पाई और मेरे लंड को चूसने लगी |
मैंने अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा...उनके मुह में थूक भर गया था जिससे मेरा लंड एकदम भीग गया था ...और फच फच की आवाज अया रही थी |
लगभग 5 मिनट के मुख मैथुन के बाद मुझे लगा मी मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने अपना लंड उनके मुह से बहार निकाल दिया.....और उनकी चूत को फैला कर चाटने लगा ....
मैंने उनके दाने को खीच खीच कर चूसने लगा ....
उनकी बहुत दिनों से चुदाई नहीं हुई थी इसलिए वो बहुत कामुक आवाजें निकाल रही थी और अपना चूतड उछाल उछाल कर चूत चटवा रही थी .....
अब उनसे रहा नहीं जा रहा था और मुझसे कहने लगी की मुझे चोदो नहीं तो मैं ऐसे हो झड जाउंगी ...
मैंने भी देर नहीं की और अपना लंड औंकी चूत के दरवाजे पर रक्खा और जोर से झटका दिया ....
पर चूत से पानी निकलने से उनकी चूत चिकनी हो गयी थी जिससे मेरा लंड फिसलकर उनके चूतडो में चला गया ......
मैंने अपना लंड निकलकर एक बार फिर उनकी चूत पर सेट किया और एक जोर का झटका दिया ...
वो चिल्ला पड़ी क्योंकि उनकी चूत का होल बहित बड़ा नहीं था और मेरे लंड का सुपाडा भी थोडा फूला हुआ था |
मैं उसी पे रुक गया और उनकी चूचियां चूसने लगा .....
जब उनका दर्द थोडा कम हुआ और वो फिर से सिसकारी लेने लगी तो मैंने अपना लंड धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा |
पर उनकी चूत इतनी सकरी थी की मेरी लंड दोनों तरफ से बुरी तरह से रगड रहा था ...
आप लोगों ने अगर चुदाई की होगी तो जानते ही होंगे की कसी चूत को पेलने में कितना मज़ा आता है..
आंटी की झांटे मेरी लंड के ऊपर तक फैली हुई थी जिससे अन्दर बहार करने पर ऐसा लग रहा था की कैने कोई मेरा लंड सहला रहा हो ....
आंटी ने कहा “निखिल मेरे पति का लंड तो तुमसे बहुत पतला है अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह और्रर्रर तुम्हारा तो बहुत मोटा है और दमदार है चोदो मेरे राजा अह्ह्ह्हह चोदो....” और आंटी ने मुझे कस कर पकड़ लिया ...
मैं भी उनके ऊपर लेट गया और उन्हें किस करने लगा ....
आंटी की चूचियां मेरे सिने से रगड़ खा रही थी जिससे उहने और मुझे भी बहुत आनंद अया रहा था ...
तभी आंटी ने मुझे अपनी टांगों से जकड लिया और अपना चुतड उछालने लगीं और कहने लगी “अह्ह्ह्ह मैं तो गयीईई उह्ह्ह उम्म्मम्म “ और ऐसा कहते हुए वो झड गयी .....
अब मैं भी थोडा रुक गया और उनकी चूचियां चूसने लगा क्योकि झड़ने के बाद तोडा रुकना अच्छा रहता है ...
मैं आंटी को फिर से गर्म करने लगा .....थोड़ो देर में आंटी फिर से चुदने के लिए तय्यार हो गयी और मेरा साथ देने लगी ....
मैं भी अब धक्के लगाने लगा......
उनके चिपचिपे कामरस से मेरा लंड आसानी से अन्दर बाहर कर रहा था .....और मैं सटा सट धक्के लगा रहा था
आंटी अहह.....उह्ह्ह्ह ...... मुह्ह्ह्ह..... उह्ह्ह्ह कर रही थी और बार बार अपने होंटो को काट रही थी...
करीब 10 मिनट तक लगातार धक्के लगाने के बाद वो एक बार फिर झड़ने लगी और मेरे लंड ने भी अपना धर्य खो दिया...
मैंने अपना लंड उनकी चूत से निकल कर जोर जोर से मुठ मारने लगा और अपने सारे माल को उनकी झाटों पे फैला दिया ....
और उनके बगल में लेट गया ......
उसके बाद मैं आंटी को रात में अक्सर चोदा करता था और सन्डे को तो दिन में भी चोद दिया करता था..
और सन्डे को तो दिन में भी चोद दिया करता था....
कुछ दिन बाद मुझे एक कंपनी में ट्रेनिंग के लिए पैसों की जरुरत पड़ी.....
मैं घर से पैसे नहीं लेना चाह रहा था इसलिए मैं पैसे का जुगाड़ सोचने लगा और परेसान रहने लगा ....
अब मेरा मन आंटी की चुदाई में भी नहीं लगता था ......
लगता है आणि मेरी ये सब चीज़े नोटिस कर रही थी तभी उन्होंने मुझसे एक दिन पूछा “की निखिल क्या परेशानी है “
मैंने उन्हें सब कुछ सही सही बता दिया......
आंटी ने कहा “देखो निखिल मेरे पास भी ज्यादा पैसे नहीं रहते इसलिए मैं तुम्हे पैसे तो नहीं दे पाऊँगी ..“
मैंने कहा “आंटी मुझे आपसे पैसे भी नहीं चाहिए वो तो आपने पूछा इसलिए मैंने आपको बता दिया.. “
आंटी ने मुझे कुछ सोच कार बताने के लिए कहा.....
ऐसे हो कुछ दिन बीत गए ....और एक दिन आंटी किसी शादी से लौटी थी और उन्होंने मुझे बुलाया और कहा “मेरे पास तुम्हारी समस्या का एक हल है ...“
मैंने कहा “बताईये...”
उन्होंने कहा “देख तेरे लंड साइज बहुत बड़ा है और तू काफी देर तक चोद भी लेता है.मेरी कुछ अमीर सहेलियां हैं और वो सेक्स की भूखी है....तू अगर उनको संतुस्ट कर दे तो पैसे कम सकता है अगर तू राजी है तो मैं उनमे से किसी से बात करूँ”
मुझे भी पैसो की जरुरत थी तो मैंने भी हाँ कर दी ...
दुसरे दिन करीब 9 बजे आंटी मेरे कमरे में आई और मुझसे बोली “मेरी फ्रेंड निचे तुम्हारा इंतजार कर रही है उसका घर खाली नहीं था इसलिए मैंने उसे अपने घर बुला लिया....रम जल्दी से फ्रेश होकर निचे आ जाओ ...”
मैं जब फ्रेश होकर निचे गया तो देखा की सफ़ेद रंग के पंजाबी सूट में एक खूबसूरत औरत आंटी के साथ काफी पी रही थी.....
उसने मुझे तिरछी नजरों से अपनी ओर आते हुए देखा और काफी पिने लगी ....
आंटी ने अपनी सहेली के साथ मेरा परिचय करवाया और उनका नाम टीना बताया ...
टीना की उम्र लगभग 34 की और फ़िगर 34 -30-36 का होगा ....
बातो बातों में पता चला की वो पंजाबी है तो मैं उससे पंजाबी में बाते करने लगा .....
टीना ने आंटी से कहा “देखने में ये तो बहुत सीधा साधा और भोला लग रहा है...”
तब आंटी ने कहा “एक बार तू इससे चुद तो तुझे पता चलेगा की कितना सीधा साधा है ....”
आंटी ने हम लोगों को अपने बेडरूम में जाने को कहा ...
टीना उठकर बेडरूम की तरफ जाने लगी और मैं भी उसके पीछे पीछे चल दिया ....
मेरे बेडरूम में पहुचते ही टीना ने दरवाजा अन्दर ए बंद कर लिया ....
उसने अपनी पर्स और दुप्पटा बेड पर एक तरफ रख दिया और बेड पर लेट गयी
मैं भी बेड पे एक किनारे बैठ गया और टीना को देखने लगा ....
टीना ने कहा “देखते रहोगे या कुछ करोगे भी.... ”
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