FUN-MAZA-MASTI
राज शर्मा स्टॉरीज पर पढ़ें हजारों नई कहानियाँ
चाची को मालिश करके चोदा
हैल्लो दोस्तों, में एक बार फिर से आप सभी को अपनी
एक और सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ,
दोस्तों मुझे भी आपकी तरह फन मज़ा मस्ती पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ना
बहुत अच्छा लगता है और में इसके
साथ बहुत लंबे समय से जुड़ा हुआ हूँ और अब में सीधा अपनी आज की
कहानी पर आता हूँ।
तो मेरा एड्मिशन एक अच्छे कॉलेज में हो गया था और में अपने चाचा के साथ
रहकर M.A. कर
रहा था और घर पर चाचा, चाची
ही रहते थे, क्योंकि
उनकी एक बेटी
थी, लेकिन
वो बाहर रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी। दोस्तों मेरी चाची की उम्र करीब 45 साल थी,
लेकिन वो एकदम टिप टॉप रहती थी,
वो एकदम पतली दुबली
थी और उन्हे देखकर पता नहीं चलता था कि वो इतनी उम्र की होगी।
वो दिखने में बहुत
ही सुंदर थी, लेकिन
चाचा एकदम काले और मोटे थे और चाचा सरकारी नौकरी में एक बहुत अच्छी पोज़िशन पर थे और
अक्सर ट्यूर पर बाहर जाया करते थे।
दोस्तों चाची से मेरी बहुत अच्छी बनती थी और में
उनसे बहुत बातें शेयर करता था और
वो तो एक बार मेरी कॉलेज की गर्लफ्रेंड से भी मिल चुकी थी, इसका मतलब यह था कि चाची मेरे साथ बहुत खुली हुई थी और
मुझे यह भी पता था कि चाचा, चाची
को सेक्स
में पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाते और यह सब मैंने एक रात चाची को
चाचा से कहते हुए सुना था। वो उनसे कह रही थी कि तुम्हारा सारा ध्यान केवल
पैसे कमाने में है और क्या तुम्हे याद है कि आखरी बार हमने कब प्यार किया
था? तो
कुछ समय बाद मैंने वहाँ पर एक जिम में जाना शुरू कर दिया था और दो
ही महीनो में मेरी बॉडी अच्छी ख़ासी बनने लगी थी और उन दिनों मैंने चाची
के व्यहवार में मेरे प्रति बहुत बदलाव देखा,
वो अक्सर मेरे बहुत करीब आकर बात किया करती थी और वो मुझे छूने
की भी अक्सर कोशिश किया करती थी, लेकिन
में उन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया करता था और उस वक़्त तक मैंने
चाची के बारे में कुछ भी ग़लत नहीं सोचा था,
लेकिन फिर एक दिन सब
ग़लत हो गया जो मैंने कभी सोचा भी नहीं था।
दोस्तों उस समय चाचा को 15 दिन के लिए टयूर पर जाना पड़ा, घर पर चाची और में ही अकेले थे हम इससे पहले
भी कई बार अकेले रह चुके थे, लेकिन
इस बार सब कुछ अलग था और मुझे अपनी
चाची का प्लान नहीं पता था। तो चाचा सुबह की फ्लाइट से दिल्ली
चले गये थे और
में भी अपने जिम चला गया था और करीब 10
बजे में अपने जिम से वापस आया और में अपनी शर्ट उतारकर थोड़ा आराम करने
लगा। तो कुछ देर के बाद चाची मेरे
लिए पानी लेकर आई और वो मेरे बिल्कुल करीब आकर बैठ गयी। फिर वो
मेरी बॉडी को
देखकर बोली कि वाह यश तूने तो बड़ी मस्त बॉडी बना ली है और तेरी गर्लफ्रेंड
तो तुझसे एकदम खुश रहती होगी? और
वो बहुत उदास होकर बोली, एक तेरे
चाचा है जो कभी भी मुझे खुश ही नहीं कर पाते है। तो मुझे उनकी बातें बहुत
अजीब सी लगी और में उठकर वहां से जाने लगा। तो उन्होंने मुझे रोका और कहा
कि नाश्ते में क्या खाओगे? मैंने
कहा कि जो आप बनाओगे में खा लूँगा और
फिर उन्होंने कहा कि जल्दी से नाश्ता कर लो, फिर मुझे तुमसे एक ज़रूरी काम है।
तो मैंने पूछा कि क्या काम है चाची बताओ पहले में उस काम को कर देता हूँ? तो उन्होंने कहा कि नहीं पहले नाश्ता कर
ले फिर काम करना। तो मैंने
फिर से पूछा कि क्या काम है?
तो वो बोली कि तू मेरे शरीर पर थोड़ी मसाज कर दे, मेरे पूरे शरीर में बहुत दर्द हो रहा
है। तो दोस्तों मुझे उनकी यह बात
सुनकर थोड़ा अजीब लगा,
लेकिन फिर भी मैंने पूछा कि क्या हुआ क्या ज्यादा दर्द
है तो डॉक्टर के चलते है? तो
उन्होंने कहा कि डॉक्टर के पास जाने की
कोई ज़रूरत नहीं है। तू बस मालिश कर देगा तो मेरा सारा दर्द
ठीक हो जाएगा। तो
मैंने कहा कि ठीक है और कुछ देर के बाद हमने नाश्ता कर लिया, फिर चाची ने कहा कि मालिश करने के लिए बेडरूम में
आ जा और फिर में उनके साथ बेडरूम
में चला गया, उन्होंने
साड़ी पहन रखी थी। तो मैंने उनसे कहा कि चाची तेल लगाने से आपकी यह साड़ी पूरी तरह से खराब
हो जाएगी, आप
कोई दूसरी साड़ी या गाउन
पहन लो और इतना सुनने पर उन्होंने कहा कि ठीक है तो में फिर साड़ी उतार देती
हूँ और उन्होंने अपनी साड़ी उतार दी। अब वो केवल ब्लाउज और पेटीकोट में
ही थी। मुझे यह सब देखकर एकदम अजीब सा लग रहा था और में मन ही मन सोच रहा
था कि चाची ऐसा क्यों कर रही है? वैसे
चाची उस समय आधी नंगी बहुत
सेक्सी रही थी। फिर मैंने उनसे पूछा कि मालिश कहाँ पर करनी है? तो उन्होंने कहा कि जहाँ में कहूँ वहाँ, लेकिन अब मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि
में इस
काम को कैसे करूँ और मैंने सोचा कि अब जो हो रहा है वो होने दूँ।
फिर चाची ने तेल की शीशी निकालकर मुझे दी और
वो बेड पर लेट गयी, उन्होंने मुझसे
कहा कि अब मालिश करो, तो
मैंने तेल निकाल कर पहले उनके बालों में
लगाया तो वो मुझे देखकर ज़ोर से हंसने लगी। तो मैंने पूछा कि
क्या हुआ? तो वो
बोली कि बहुत भोला है तू, मैंने
उनके सर की मालिश की और फिर मैंने उनके
पैरों पर तेल लगाया और फिर चाची ने कहा कि थोड़ा और ऊपर मसाज
करो। फिर उन्होंने
अपना पेटीकोट कुछ ऊपर किया और उन्होंने जैसे ही पेटीकोट ऊपर किया तो
मेरी सांसे तो जैसे एकदम रुक ही गयी,
क्योंकि चाची ने नीचे कुछ भी नहीं पहना हुआ था और उनकी चूत को एकदम साफ
देख सकता था। तो मेरा शक़ अब यकीन में
बदल गया और में समझ चुका था कि चाची आखिर मुझसे चाहती क्या है? वो आख़िर आज अपनी प्यास बुझाना चाहती है। तो
मैंने चाची से पूछा कि आप क्या चाहती
हो? तो
वो मुस्कुराते हुए बोली कि इतना सब कुछ देखकर भी नहीं समझा कि में आख़िर
चाहती क्या हूँ? मैंने
कहा तो फिर यह सब ड्रामा करने की क्या ज़रूरत थी?
अब में भी आपकी तरह फ्री हो गया हूँ और आज में आपके सारे
अरमानो को पूरा
कर दूँगा।
फिर मैंने चाची को अपनी गोद में उठाया
और बाहर डाइनिंग
टेबल पर ले गया, डाइनिंग
टेबल बहुत बड़ी, मजबूत
और उँची थी और चाची टेबल
पर लेटी हुई थी और उसने पेटीकोट को एकदम उँचा कर रखा था, मतलब कि वो नीचे से पूरी नंगी थी और मैंने पेटीकोट
का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और
बोला कि क्यों अब ठीक है,
लेकिन वो थोड़ा सा शरमा गयी। मैंने फिर से तेल लेकर
उनकी जांघो पर लगाया और धीरे धीरे उनकी चूत तक हाथ ले गया और जैसे ही मैंने
उनकी चूत को छुआ वो एकदम काँप सी गयी और शायद उनको बहुत मज़ा आ रहा था।
फिर मैंने अपनी दो उंगलियों से उनकी चूत को थोड़ा चौड़ा किया और चौड़ा करके
उसमे तेल डाला तो चाची की तो सिसकियाँ ही निकलने लगी। फिर मैंने पहले एक
उंगली अंदर बाहर की और फिर बढ़ाते बढ़ाते तीन उंगलियाँ कर दी और फिर जैसे ही
में चौथी उंगली डालने लगा तो चाची की एक जोरदार चीख निकल गयी और वो गुस्से
से बोली कि क्या आज ही इसे पूरी तरह से फाड़ देगा?
तो में मुस्कुरा
रहा था और में कुछ देर तक तीनो उंगलियाँ अंदर बाहर करता रहा और
चाची सिसकियाँ
लेती रही।
फिर में कुछ देर बाद खड़ा हुआ और चाची
के ब्लाउज के
हुक खोलने लगा और जब पूरा ब्लाउज खुला तो मैंने देखा कि चाची ने नीचे ब्रा
नहीं पहनी हुई थी। तो मैंने मुस्कुराते हुए बोला कि आज तो आपका मुझे फंसाने
का पूरा प्लान था। फिर मैंने और तेल लिया और उनके दोनों बूब्स को मलने
लगा वैसे उनके बूब्स बहुत बड़े थे,
लेकिन ज्यादा उम्र की वजह से शायद उतने टाईट नहीं थे और अब चाची पूरी तरह
से नंगी थी। तो मैंने तेल उनके
दोनों बूब्स पर लगाया और उनके निप्पल को दबाने लगा, वो बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ
लेने लगी और पूरे घर में उनकी सिसकियाँ ही गूँज रही थी। में बहुत ज़ोर
ज़ोर से उनके निप्पल को मसल रहा था और अब वो एकदम टाईट हो चुके थे और चाची
एकदम से गरम हो चुकी थी और फिर उन्होंने खड़ी होकर मुझे ज़ोर से अपनी बाहों
में जकड़ लिया। तो मैंने कहा कि चाची मेरी टी-शर्ट खराब हो जाएगी, रुकिये में इन्हे उतार देता हूँ वरना यह
आपको ही धोने पड़ेंगे। तो उन्होंने
मुझे धीरे से एक थप्पड़ मारा और बोली कि कितना ख्याल रखता है तू
अपनी चाची का
और उन्होंने कहा कि चल अब में तेरी मालिश करती हूँ। तो में एकदम तैयार हो
गया, उन्होंने
मेरी टी-शर्ट और जींस को उतार दिया और वो बोली कि में तेरी मालिश तो करूँगी, लेकिन तेल से नहीं। तो मैंने कहा कि क्या
मतलब? वो बोली
कि थोड़ा रुक में तुझे अभी समझाती हूँ और उन्होंने मुझे एक ज़ोर का किस किया
और वो मुझे थोड़ी देर तक होंठो और चेहरे पर किस करती रही और फिर बोली कि
अब तू तैयार हो जा। फिर में बहुत ध्यान से देख रहा था कि वो आख़िर करने क्या
वाली है?
फिर वो मेरी छाती के ऊपर आई और चूमना
करना शुरू कर दिया, मैंने कहा कि यह क्या कर रही हो? तो वो बोली कि जो कर रही हूँ मुझे करने
दो। बस चुपचाप बैठो और मज़ा लो और अब तक वो मेरी पूरी छाती पर चुम्मा चाटी
कर चुकी थी और मुझे मुस्कुराकर देख रही थी,
लेकिन मुझे बिल्कुल भी
अच्छा नहीं लग रहा था। अब वो मेरे करीब आई और बोली कि तुझे अब
मज़ा आएगा और इतना
कहकर मेरे निप्पल को जीभ से चाटने लगी और उन्होंने जैसे ही जीभ से मुझे
छुआ तो मानो मुझे 1000 वाल्ट
का करंट लगा हो। वो बहुत देर तक मुझे
चाटती रही और फिर बहुत सारा थूक मेरे निप्पल पर लगा दिया और
फिर से चाटने लगी।
तो मेरे निप्पल पर उनकी जीभ का एहसास मानो एक परमानंद था, जिसकी वजह से मेरा लंड भी एकदम तन चुका था और
अंडरवियर फाड़कर बाहर आने को बेताब था
और अब चाची को भी एहसास हो गया था कि मेरा लंड अब तन चुका है।
वो अब मेरे पैरों
के करीब गयी और मेरे अंडरवियर को एक ही बार में उतार दिया और मेरे लंड
को हाथ में लेकर बोली कि वाह! तुम्हारा कितना बड़ा है और एक तुम्हारे चाचा
है, उनका
तो इससे आधा भी नहीं है। दोस्तों ये कहानी आप फन मज़ा मस्ती पर पड़ रहे है।
फिर लंड को हाथ में लेकर वो उसकी खाल को
ऊपर नीचे करने
लगी तो में बोला कि चाची क्या मुठ मरोगी?
और ऐसे ही करोगी तो में तो झड़ जाऊँगा और अगर ज्यादा मज़े लेना है
तो इसे टेस्ट करो, वो
बोली कि क्या मतलब? तो में एकदम उठकर खड़ा हो गया और चाची
नीचे बैठी हुई थी और मेरा लंड
उनके मुहं की बिल्कुल सीध में था। तो मैंने पहले उन्हे ज़ोर का
किस किया और फिर
अपना लंड उनके मुहं में डाल दिया और लंड को मुहं में डालकर धीरे धीरे अंदर
बाहर करने लगा, मानो
में उन्हे जैसे चोद रहा हूँ। तो थोड़ी ही देर में चाची को भी मज़ा आना लगा और वो ज़ोर
ज़ोर से लंड को चूसने लगी, कुछ
देर लंड
चूसने के बाद मैंने उनके मुहं में ही वीर्य छोड़ दिया और अब चाची की बारी
थी। तो मैंने कहा कि आपके पूरे शरीर पर बहुत तेल लगा हुआ है हम पहले इसे
धोते है और फिर में आपको वो मज़ा देता हूँ जो चाचा ने भी आपको कभी नहीं दिया।
मैंने उन्हे फिर से गोद में उठा लिया और बाथरूम में ले गया, चाची वजन में बहुत हल्की थी तो उन्हे उठाने
में कोई समस्या नहीं होती थी। फिर
में उन्हे बाथरूम में ले गया और शावर में नहलाने लगा और कुछ
देर तक हम एक दूसरे
को नहलाते रहे। मैंने उनके बूब्स और चूत को ढंग से साफ कर दिया और मैंने
फिर उन्हे टॉयलेट के कमोड पर बैठा दिया और अपने हाथों से उनके पैरों को
चौड़ा करके उनकी चूत चाटने लगा। तो मेरी जीभ को वो अपनी चूत में महसूस करके
एकदम बेकाबू सी हो गयी और ऐसे तड़पने लगी जैसे जल बिन मछली और थोड़ी ही
देर में चाची ने पानी छोड़ दिया। तो मैंने कहा क्या चाची इतनी जल्दी झड़ गयी? तो वो बोली कि बेटा तेरे चाचा यह सब
कहाँ करते है। मेरे साथ पहली बार
ऐसा हुआ है ना और मेरी चूत को इसकी आदत भी नहीं है और अब तू आ
गया है तो इसकी
आदत पड़ जाएगी। तो अब बारी थी चाची को चोदने की,
चाची मेरे लंड को
सहलाने लगी और कुछ देर चूसा तो वो फिर से तन गया। तो चाची ने
कहा कि बस अब और
मत तड़पा और मेरे बदन की आग बुझा दे। तो मैंने पूछा कि क्यों कहाँ चुदना चाहती
हो? तो
वो बोली कि तू जहाँ भी चोदे, लेकिन
अब थोड़ा जल्दी चोद अब में
और बर्दाश्त नहीं कर पा रही हूँ। तो में उन्हे बेडरूम में ले
गया और उन्हे नीचे
लेटा दिया।
तो उन्होंने तुरंत ही अपने दोनों पैर
खोल दिए कि मानो
कह रही हो कि जल्दी लंड चूत में डाल दो,
में उनकी चूत को मसलने लगा और कुछ देर मसलने के बाद मुझे लग रहा था कि
चाची तो एकदम आउट ऑफ कंट्रोल हो
गयी है, मैंने
अब लंड उनकी चूत में डाला तो वो एकदम कराह उठी हालाँकि उनकी चूत बहुत पुरानी थी, लेकिन अभी भी बहुत टाइट थी और मैंने
धीरे धीरे धक्के मारने
शुरू किए और में उनकी गीली चूत में अपने लंड को अंदर बाहर महसूस कर सकता
था। मैंने फिर एक बहुत ही ज़ोर का धक्का मारा और चाची की चीख निकल गयी और
बोली कि और ज़ोर से मज़ा आ रहा है और मैंने पूरा का पूरा लंड अंदर डाला और
फिर चाची के दोनों पैरों को साथ में मिलाकर दबाने लगा। अब तो चाची की चूत
एकदम टाईट हो गयी और अब मुझे धक्के मारने में भी मज़ा आने लगा और में ज़ोर
ज़ोर से धक्के मारने लगा। तो चाची के चेहरे की बनावट को देखकर लग रहा था
कि उनको जैसे जन्नत ही मिल गयी और अब करीब 5
मिनट तक धक्के मारने के बाद में झड़ने वाला था। तो मैंने चाची से
पूछा कि कहाँ निकालूं? तो
वो बोली अंदर
ही कर दे, लेकिन
बस रुक मत, बहुत
मज़ा आ रहा है।
अब में झड़ चुका था,
लेकिन मैंने धक्के मारना नहीं छोड़ा और धक्के मारते मारते लंड
फिर से
टाईट हो गया था और में चाची पर चड़ा हुआ था और थोड़ा थक भी चुका था। तो मैंने
चाची से कहा कि अब तुम मुझे चोदो और वो तुरंत मेरे ऊपर आ गयी, उन्होंने मेरे लंड को हाथ में लेकर अपनी
चूत में डाल लिया और मेरे लंड पर
कूदने लगी। वो तो ऐसे लग रही थी कि जैसे पागल सी हो गयी है और
दूसरी बार मैंने
उन्हे करीब 15 मिनट
तक चोदा और हम दोनों ही बिल्कुल बुरी तरह से थक चुके थे और दोनों बेड पर लेटे हुए थे।
दोस्तों चाची को चोदते चोदते समय कब
बीत गया पता ही नहीं चला। अब 2
बज चुके थे और मुझे बहुत ज़ोरो की भूख लग गयी थी। तो मैंने चाची से कहा कि मैंने
आपकी प्यास तो बुझा दी और अब मुझे
बहुत ज़ोरो की भूख लगी है अब खाना बनाओ और इतना कहकर में उठा
और कपड़े पहने लगा।
तो चाची बोली कि आज दोनों में से कोई भी कपड़े नहीं पहनेगा और हम दोनों
पूरे दिन नंगे ही रहेंगे और वो नंगी ही किचन की तरफर चली गयी। वो एकदम
मस्त लग रही थी। फिर में टॉयलेट में गया और फ्रेश होकर आ गया और जब मैंने
जैसे ही दरवाजा खोला तो सामने चाची खड़ी हुई थी और वो बोली कि अब जो भी
होगा बिल्कुल खुल्लम खुल्ला होगा। फिर में अपना लॅपटॉप खोलकर चेट करने लगा
और कुछ देर बाद चाची ने कहा कि खाना तैयार है और आकर खा लो और में जैसे ही
बाहर गया तो फिर से चोंक गया। चाची बाहर अपनी दोनों टांगे फेलाकर बैठी हुई
थी और वो मुझसे बोली कि आजा और डाल दे,
तो मैंने हंसते हुए कहा कि कौन सी दाल बनाई है? वो हँसी और बोली कि जैसे तुझे पता नहीं? उन्होंने मेरा सर पकड़ा और अपनी चूत पर ले गयी और बोली कि
चाटो इसे और मैंने उनकी चूत चाटनी
शुरू कर दी, मेरा
लंड भी अब तक खड़ा हो चुका था और मुझे बहुत भूख भी लगी थी। तो मैंने चाची से कहा कि में तुम्हे
इस बार डॉगी स्टाइल में चोदूंगा और
मैंने पीछे से अपना लंड चूत में डाला और धक्के मारने शुरू किये
और करीब 5 मिनट
की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य चाची की चूत में डाल दिया और फिर हमने
खाना खाया, लेकिन
उस पूरे दिन और रात हम ऐसे ही बिल्कुल नंगे रहे और सेक्स करते रहे और चाचा के आने के बाद
भी मैंने अपनी चाची को बहुत बार चोदा
।।
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