FUN-MAZA-MASTI
बहनो की बदलकर चुदायी की -2
अब आगे....
महेश उसके पीछे से हाथ डाल कर उसके बूब्स और निप्पल को दबाने लगा और पूछने लगा.
महेश :- पूनम तुम्हारे बूब्स इतने बडे कैसे हो गये है?
पूनम :- क्या तुम्हें पसन्द नहीं मेरे बडे बूब्स?
महेश :- मुझे तो बहुत पसन्द है मेरी जान, मैं तो ऐसे हि पूछ रहा था.
पूनम :- तुमने दबा-दबा कर बडे कर दिये है हाँ ह ह ह ह............ और हस्ने लगी.
महेश :- मैं तो बस 1 महिने से हि दबा रहा हूँ पहले कोन दबाता था इसको?
पूनम :- गुस्से से मैं कोइ ऐसी-वैसी लडकी नहीं हूँ, तुम क्या समझते हो मुझको एक रन्डी. कह कर उठने लगी.
महेश :- उसे वापिस खिन्चते हुए अरे मेरी पूनम रानी तू तो बुरा मान गइ, मैं तो ऐसे हि पूछ रहा था.
पूनम फ़िर उसकी गोदी में बैठ गई और कुच्छ नहीं बोली, तो महेश ने उसे फ़िर से किस्सिन्ग करने लगा और गरम करने लगा थोडी देर में हि पूनम फ़िर से नोर्मल हो गई. और महेश के लण्ड को सहलाने लगी तो महेश ने उसे बोला "लण्ड फ़िर से खडा हो गया है मेरी जान अब कि बार क्या इरादा है" पूनम बोली "इरादा तेरा क्या मेरे राजा" महेश बोला पूनम कि गाण्ड पर हाथ फ़ेर कर इसको अबकी बार चोदता हूँ क्यों क्या कहती हो?". पूनम भी अब गरम हो गई थी, और बोल पडी "ये चूत भी तुम्हारी है और ये गाण्ड भी तुम्हारी है मेरे यार जहाँ चाहो डालो पर मुझे ये लण्ड दे दो"
महेश ने अब पूनम को पूल कि दिवार सि उलटा खडा कर दिया और खुद पीछे चल गया और एक तेल कि बोतत्ल ले कर उसने तेल अपने लण्ड पर लगाया और थोडा पूनम कि गाण्ड पर लगाया. और एक झटके में लण्ड का टोपा पूनम कि गाण्ड में चला गया तो पूनम कि थोडी सि चीख निकल गई और वो बोल पडी "आराम से महेश आराम से मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ मेरे राजा" महेश थोडा रुका और फिर एक झटका मारा और फिर तीसरा झटका मारा और पूरा का पूरा लण्ड पूनम कि गाण्ड में डाल दिया. थोडी दे में वो उसकी गाण्ड को आराम से चोद रहा था और दोनो बडे मज़े से झूल रहे थे, पूनम बोल रही थी.. महेश डार्लिन्ग चोदो मुझे.. आआआआआअ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह्ह्. चोदो न.. अपना लौडा मेरे गाण्ड में डाले रहो. फ़ाड दो मेरी गाण्ड को साले इतना तडपाता था, इतना मोटा लण्ड है तेरा म्म्म्म्म्म्म्म्म्म् म्माआआआआआ आआआआआआ.
पूनम को महेश का चोदना इतना अच्छा लग रहा था कि जब महेश उसके अन्दर धक्के मारता था, तो वो अपनी गाण्ड उठा उठा कर उसके धक्के का जवाब देने लग गई. महेश ने उसे कस कर अपनी बाहों में भर कर किस्स करने लगा, और साथ हि साथ उसकी चूत में उन्गली डाले जा रहा था. धक्के मारते मारते उसने एक जोर का धक्का मारा और पूनम जमिन से उपर हो गई. बहुत सेक्सी सीन था वो. ठप् थप् .थप्. थप् थप्.. थप्
माहौल पूरा चुदाइ से भरा था. महेश भी बोलने लगा, आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ह् कितना मजा आ रहा है गाण्ड चोदने में..
आआआआआअह्मस्त चुचि है तेरी और मस्त चूत भी. पूनम मज़े से चुदवा रही थी.
आआआआआअह्. आआआआआअम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्.. पूनम अकड गई.. उसका पानी निकलने
वाला था. पूनम ने महेश को जोर से पकड लिया और पानी छोड दिया. पूनम चिल्ला
पडी, महेश मैं गई.. और उसकी चूत से फ़ुव्हारा निकल गया. सारा का सारा पानी
चूत से निकल पडा कुच्छ महेश के लण्ड पर था, और महेश तो उसकी गाण्ड में और
तेजी से झटके मार रहा था. और उसके धक्के और जोर और तेज होते जा रहे थे. पर
कुच्छ टाइम में हि उसका बदन भी अकडने लगा. और इस बार उसने लण्ड पूनम कि
गाण्ड से निकाल लिया और उसको नीचे जमिन पर बैठा दिया और खुद लण्ड हिलाने लग
गया और बोल रहा था "मेरी पूनम रानी कहाँ लेगी मेरे विर्य को बोलो जल्दी
मेरी चुदकड रन्डी बोलो" पूनम भी नीचे अपने बूब्स दबा कर बोल पडी " जहाँ
देना हो दे दो कहीं भी ले लुन्गी इस विर्य को तो मैं" और महेश ने अपना सारा
पानी पूनम के बूब्स और पेट पर छोड दिया.
पूनम बहुत खुश थी अपनी चूत और गाण्ड को चुदवा कर. बाद में उन दोने ने नहा कर अपने अपने कपडे बदल लिये और कुच्छ स्नैक्स और ड्रिन्कस लेने लगे और बाद में चलने कि तैयारी करने लगे तो मैं भी होले से बाहर चल गया और अपनी बाइक से चला गया. मैं घर चला गया और अपने रूम में क्मपियूटर चालू कर कर फ़िल्म देखने लगा. थोडी देर बाद पूनम घर पर आ गई तो मैं अपने कमरे से निकलते हि उसे मिला और उसे पूछा.
अमित :- पूनम कहाँ गई थी, आज देर क्यों हो गई.
पूनम :- भैया आज एक्स्ट्रा क्लास थी, तो देर लग गई.
अमित :- (मैं मन में बोल पडा तेरी एक्स्ट्रा क्लास तो मैंने देख लि है) आज क्या कोलेज में पार्टी थी, क्या जो तु इतनी सज-सवर कर गई थी.
पूनम :- हाँ भैया वो मेरी एक फ़्रैन्ड का बर्थ-डे था तो....
अमित :- वैसे तु लग बहुत खुब्सुरत रही है.....
पूनम :- थोडा शरमा कर थैन्कस भैया. मैं अपने रूम में जाती हूँ मैं बहुत थक गई हूँ न तो ओके.....
अमित :- मैं मन में ( हाँ थक तो जाएगी हि इतनी चुदाइ जो कि है उछल-उछल कर) हाँ कोइ बात नहीं तु रूम में आराम कर, मैं भी बाहर जा रहा हूँ महेश से मिलने. और फ़िर मैं बाहर चल गया और महेश को फ़ोन किया तो उसने कहा रात को मिलते हे मैं अभि सोने जा रहा हूँ. तो मैंने बाद मैं शालू को फ़ोन किया और पूछा क्या वो फ़्री है तो उसने कहा हाँ तो मैंने उसे एक आइस-क्रीम पार्लर में बुला लिया. थोडी देर में मैं और शालू दोनो आइस-क्रीम पार्लर पहुच गये.
शालू :- हाय अमित हाओ आर यू ?
मैं: हाय आइ एम फ़ाइन.
शालू :- क्यों आज क्या बात हे इतनी जल्दी मुझे क्यों मिलने बुलाया है?
मैं :- बताता हूँ मेरी जान थोडा बैठो तो सहि. और हमने कुच्छ आइस-क्रीम मगंवाइ और बाद में मैंने शालू को आज जो भी हुआ फ़ार्म हाउस पर वो बताया.
शालू :- सच में महेश भैया और तुम्हारी बहन ने चुदायी कि?
मैं :- हाँ यार सच में और मेरा दिमाग आज खराब हो गया है और महेश पर गुस्सा भी आया है.
शालू :- क्यों तुम मुझे चोद सकते हो और मेरा भाई तुम्हारी बहन को चोदे तो उसमें तुम्हें गुस्सा आ गया क्यों?
मैं :- थोडा सोचा और बाद में य़ार ये अचानक हो गया न इस लिये. मैं थोडा नर्वस हो गया हूँ.
शालू :- ओके छोडो वो दोनो भी खुश है न?
मैं :- हाँ वो तो है पूनम महेश के साथ है और किसि कर साथ होति तो थोडा टेन्शन होता लेकिन यह तो ठीक है. और हाँ शालू अब हम को फ़ार्म-हाउस पर जाने में थोडी सावधानी रखनी पडेगी कहीं वहाँ हम चारो मिल न जाए.
शालू :- हाँ यार वैसे भी हमे कहीं जना मिलता है वहाँ हमे बस वहीं पार्लर के केबिन में करना पडता है.
मैं :- शालू तुम चाहो तो हम रोज फ़ार्म-हाउस पर जा कर मजे कर सकतें है.
शालू :- वो कैसे.
मैं :- मैं महेश से बात करता हूँ के मैंने उसे और पूनम को वहाँ देख लिया है और बाद में अपनी भी बात कर लून्गा कि मैं भी शालू को प्यार करता हूँ.
शालू :- कहीं भैया बुरा न मान जाए और घर पर न बता दे.
मैं :- बुरा क्यों मानेगा अभी तो तुम बोल रही थी न कि तुम उसकी बहन को चोदो और वो तुम्हारी बहन को चोदे तो हिसाब बराबर न.
शालू :- हाँ वो तो है पर जो तुम्हें ठील लगे, तुम करना ठीक है अमित.
और हम वहाँ से चले गये और रात को 8 बजे मैंने महेश को फ़ोन करके उसे बुलाया, जहाँ पर हमे कोइ डिस्टर्ब करने वाला न हो. ठीक 8 बजे मैं वहाँ पहुंच गया थोडी देर में महेश भी आ गया. पहले तो हमने इधर-उधर कि बाते कि बाद में सिगरेट पि और बाद में मैंने उसे बात करना शुरु कि..
अमित (मैं) :- आज सुबह कोलेज क्यों नहीं आया था.
महेश :- बाहर गया था एक दोस्त के साथ.
अमित ( मैं ) :- तो मुझे भी ले गया होता तो मैं भी चलता तेरे साथ.
महेश :- तुझे मैं हर जगह नहीं ले जा सकता.
अमित ( मैं ) :- क्यों कोई गर्ल फ़्रैन्ड को ले कर गया था क्या?
महेश :- मैं बात टालता हुआ वो छोड न यार कुच्छ नइ बात कर.
अमित ( मैं ) :- अच्छा तो एक नयि बात, मेरी बहन पूनम किसि कर साथ चालू हो ऐसा मुझे शक है महेश.
महेश :- क्या बात कर रहा है ऐस नहीं हो सकता वो तो बहुत अच्छी लडकी दिखती है.
अमित ( मैं ) :- क्यों अच्छी लडकियां चालू नहीं होति?
महेश :- थोडा सोचने लगा और घबरा गया....
अमित ( मैं ) :- मैं जानता हूँ वो किस के साथ जाती है.
महेश :- कुच्छ बोला नहीं पा रहा था और बोला कि यार अमित मुझे तुझे बता देना चाहिए था कि मैं और पूनम एक-दूसरे से प्यार करते है.
अमित ( मैं ) :- महेश मुझे भी तुझे कुच्छ बताना है कि मैं और शालू भी............
महेश :- गुस्से में आ गया और बोला क्या क्या तु और शालू क्या????
अमित (मैं):- मैं और शालू भी एक दूसरे से प्यार करते है....
महेश गुस्से में आ गया और मुझसे झगडा करने लगा और गालियां देने लगा. मैंने उसे कहा कि देख महेश मुझे भी पता है ये सब, तु थोडा समझ कर काम ले तो दोनो का काम आसान हो जाएगा. वो थोडी देर सोचने लगा और बाद में मेरे पास आकर खडा हो गया.
महेश ने अब पूनम को पूल कि दिवार सि उलटा खडा कर दिया और खुद पीछे चल गया और एक तेल कि बोतत्ल ले कर उसने तेल अपने लण्ड पर लगाया और थोडा पूनम कि गाण्ड पर लगाया. और एक झटके में लण्ड का टोपा पूनम कि गाण्ड में चला गया तो पूनम कि थोडी सि चीख निकल गई और वो बोल पडी "आराम से महेश आराम से मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ मेरे राजा" महेश थोडा रुका और फिर एक झटका मारा और फिर तीसरा झटका मारा और पूरा का पूरा लण्ड पूनम कि गाण्ड में डाल दिया. थोडी दे में वो उसकी गाण्ड को आराम से चोद रहा था और दोनो बडे मज़े से झूल रहे थे, पूनम बोल रही थी.. महेश डार्लिन्ग चोदो मुझे.. आआआआआअ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह्ह्. चोदो न.. अपना लौडा मेरे गाण्ड में डाले रहो. फ़ाड दो मेरी गाण्ड को साले इतना तडपाता था, इतना मोटा लण्ड है तेरा म्म्म्म्म्म्म्म्म्म् म्माआआआआआ आआआआआआ.
पूनम को महेश का चोदना इतना अच्छा लग रहा था कि जब महेश उसके अन्दर धक्के मारता था, तो वो अपनी गाण्ड उठा उठा कर उसके धक्के का जवाब देने लग गई. महेश ने उसे कस कर अपनी बाहों में भर कर किस्स करने लगा, और साथ हि साथ उसकी चूत में उन्गली डाले जा रहा था. धक्के मारते मारते उसने एक जोर का धक्का मारा और पूनम जमिन से उपर हो गई. बहुत सेक्सी सीन था वो. ठप् थप् .थप्. थप् थप्.. थप्
माहौल पूरा चुदाइ से भरा था. महेश भी बोलने लगा, आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ह् कितना मजा आ रहा है गाण्ड चोदने में..
आआआआआअह्मस्त चुचि है तेरी और मस्त चूत भी. पूनम मज़े से चुदवा रही थी.
आआआआआअह्. आआआआआअम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्.. पूनम अकड गई.. उसका पानी निकलने
वाला था. पूनम ने महेश को जोर से पकड लिया और पानी छोड दिया. पूनम चिल्ला
पडी, महेश मैं गई.. और उसकी चूत से फ़ुव्हारा निकल गया. सारा का सारा पानी
चूत से निकल पडा कुच्छ महेश के लण्ड पर था, और महेश तो उसकी गाण्ड में और
तेजी से झटके मार रहा था. और उसके धक्के और जोर और तेज होते जा रहे थे. पर
कुच्छ टाइम में हि उसका बदन भी अकडने लगा. और इस बार उसने लण्ड पूनम कि
गाण्ड से निकाल लिया और उसको नीचे जमिन पर बैठा दिया और खुद लण्ड हिलाने लग
गया और बोल रहा था "मेरी पूनम रानी कहाँ लेगी मेरे विर्य को बोलो जल्दी
मेरी चुदकड रन्डी बोलो" पूनम भी नीचे अपने बूब्स दबा कर बोल पडी " जहाँ
देना हो दे दो कहीं भी ले लुन्गी इस विर्य को तो मैं" और महेश ने अपना सारा
पानी पूनम के बूब्स और पेट पर छोड दिया.
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
बहनो की बदलकर चुदायी की -2
अब आगे....
महेश उसके पीछे से हाथ डाल कर उसके बूब्स और निप्पल को दबाने लगा और पूछने लगा.
महेश :- पूनम तुम्हारे बूब्स इतने बडे कैसे हो गये है?
पूनम :- क्या तुम्हें पसन्द नहीं मेरे बडे बूब्स?
महेश :- मुझे तो बहुत पसन्द है मेरी जान, मैं तो ऐसे हि पूछ रहा था.
पूनम :- तुमने दबा-दबा कर बडे कर दिये है हाँ ह ह ह ह............ और हस्ने लगी.
महेश :- मैं तो बस 1 महिने से हि दबा रहा हूँ पहले कोन दबाता था इसको?
पूनम :- गुस्से से मैं कोइ ऐसी-वैसी लडकी नहीं हूँ, तुम क्या समझते हो मुझको एक रन्डी. कह कर उठने लगी.
महेश :- उसे वापिस खिन्चते हुए अरे मेरी पूनम रानी तू तो बुरा मान गइ, मैं तो ऐसे हि पूछ रहा था.
पूनम फ़िर उसकी गोदी में बैठ गई और कुच्छ नहीं बोली, तो महेश ने उसे फ़िर से किस्सिन्ग करने लगा और गरम करने लगा थोडी देर में हि पूनम फ़िर से नोर्मल हो गई. और महेश के लण्ड को सहलाने लगी तो महेश ने उसे बोला "लण्ड फ़िर से खडा हो गया है मेरी जान अब कि बार क्या इरादा है" पूनम बोली "इरादा तेरा क्या मेरे राजा" महेश बोला पूनम कि गाण्ड पर हाथ फ़ेर कर इसको अबकी बार चोदता हूँ क्यों क्या कहती हो?". पूनम भी अब गरम हो गई थी, और बोल पडी "ये चूत भी तुम्हारी है और ये गाण्ड भी तुम्हारी है मेरे यार जहाँ चाहो डालो पर मुझे ये लण्ड दे दो"
महेश ने अब पूनम को पूल कि दिवार सि उलटा खडा कर दिया और खुद पीछे चल गया और एक तेल कि बोतत्ल ले कर उसने तेल अपने लण्ड पर लगाया और थोडा पूनम कि गाण्ड पर लगाया. और एक झटके में लण्ड का टोपा पूनम कि गाण्ड में चला गया तो पूनम कि थोडी सि चीख निकल गई और वो बोल पडी "आराम से महेश आराम से मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ मेरे राजा" महेश थोडा रुका और फिर एक झटका मारा और फिर तीसरा झटका मारा और पूरा का पूरा लण्ड पूनम कि गाण्ड में डाल दिया. थोडी दे में वो उसकी गाण्ड को आराम से चोद रहा था और दोनो बडे मज़े से झूल रहे थे, पूनम बोल रही थी.. महेश डार्लिन्ग चोदो मुझे.. आआआआआअ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह्ह्. चोदो न.. अपना लौडा मेरे गाण्ड में डाले रहो. फ़ाड दो मेरी गाण्ड को साले इतना तडपाता था, इतना मोटा लण्ड है तेरा म्म्म्म्म्म्म्म्म्म् म्माआआआआआ आआआआआआ.
पूनम को महेश का चोदना इतना अच्छा लग रहा था कि जब महेश उसके अन्दर धक्के मारता था, तो वो अपनी गाण्ड उठा उठा कर उसके धक्के का जवाब देने लग गई. महेश ने उसे कस कर अपनी बाहों में भर कर किस्स करने लगा, और साथ हि साथ उसकी चूत में उन्गली डाले जा रहा था. धक्के मारते मारते उसने एक जोर का धक्का मारा और पूनम जमिन से उपर हो गई. बहुत सेक्सी सीन था वो. ठप् थप् .थप्. थप् थप्.. थप्
माहौल पूरा चुदाइ से भरा था. महेश भी बोलने लगा, आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्
पूनम बहुत खुश थी अपनी चूत और गाण्ड को चुदवा कर. बाद में उन दोने ने नहा कर अपने अपने कपडे बदल लिये और कुच्छ स्नैक्स और ड्रिन्कस लेने लगे और बाद में चलने कि तैयारी करने लगे तो मैं भी होले से बाहर चल गया और अपनी बाइक से चला गया. मैं घर चला गया और अपने रूम में क्मपियूटर चालू कर कर फ़िल्म देखने लगा. थोडी देर बाद पूनम घर पर आ गई तो मैं अपने कमरे से निकलते हि उसे मिला और उसे पूछा.
अमित :- पूनम कहाँ गई थी, आज देर क्यों हो गई.
पूनम :- भैया आज एक्स्ट्रा क्लास थी, तो देर लग गई.
अमित :- (मैं मन में बोल पडा तेरी एक्स्ट्रा क्लास तो मैंने देख लि है) आज क्या कोलेज में पार्टी थी, क्या जो तु इतनी सज-सवर कर गई थी.
पूनम :- हाँ भैया वो मेरी एक फ़्रैन्ड का बर्थ-डे था तो....
अमित :- वैसे तु लग बहुत खुब्सुरत रही है.....
पूनम :- थोडा शरमा कर थैन्कस भैया. मैं अपने रूम में जाती हूँ मैं बहुत थक गई हूँ न तो ओके.....
अमित :- मैं मन में ( हाँ थक तो जाएगी हि इतनी चुदाइ जो कि है उछल-उछल कर) हाँ कोइ बात नहीं तु रूम में आराम कर, मैं भी बाहर जा रहा हूँ महेश से मिलने. और फ़िर मैं बाहर चल गया और महेश को फ़ोन किया तो उसने कहा रात को मिलते हे मैं अभि सोने जा रहा हूँ. तो मैंने बाद मैं शालू को फ़ोन किया और पूछा क्या वो फ़्री है तो उसने कहा हाँ तो मैंने उसे एक आइस-क्रीम पार्लर में बुला लिया. थोडी देर में मैं और शालू दोनो आइस-क्रीम पार्लर पहुच गये.
शालू :- हाय अमित हाओ आर यू ?
मैं: हाय आइ एम फ़ाइन.
शालू :- क्यों आज क्या बात हे इतनी जल्दी मुझे क्यों मिलने बुलाया है?
मैं :- बताता हूँ मेरी जान थोडा बैठो तो सहि. और हमने कुच्छ आइस-क्रीम मगंवाइ और बाद में मैंने शालू को आज जो भी हुआ फ़ार्म हाउस पर वो बताया.
शालू :- सच में महेश भैया और तुम्हारी बहन ने चुदायी कि?
मैं :- हाँ यार सच में और मेरा दिमाग आज खराब हो गया है और महेश पर गुस्सा भी आया है.
शालू :- क्यों तुम मुझे चोद सकते हो और मेरा भाई तुम्हारी बहन को चोदे तो उसमें तुम्हें गुस्सा आ गया क्यों?
मैं :- थोडा सोचा और बाद में य़ार ये अचानक हो गया न इस लिये. मैं थोडा नर्वस हो गया हूँ.
शालू :- ओके छोडो वो दोनो भी खुश है न?
मैं :- हाँ वो तो है पूनम महेश के साथ है और किसि कर साथ होति तो थोडा टेन्शन होता लेकिन यह तो ठीक है. और हाँ शालू अब हम को फ़ार्म-हाउस पर जाने में थोडी सावधानी रखनी पडेगी कहीं वहाँ हम चारो मिल न जाए.
शालू :- हाँ यार वैसे भी हमे कहीं जना मिलता है वहाँ हमे बस वहीं पार्लर के केबिन में करना पडता है.
मैं :- शालू तुम चाहो तो हम रोज फ़ार्म-हाउस पर जा कर मजे कर सकतें है.
शालू :- वो कैसे.
मैं :- मैं महेश से बात करता हूँ के मैंने उसे और पूनम को वहाँ देख लिया है और बाद में अपनी भी बात कर लून्गा कि मैं भी शालू को प्यार करता हूँ.
शालू :- कहीं भैया बुरा न मान जाए और घर पर न बता दे.
मैं :- बुरा क्यों मानेगा अभी तो तुम बोल रही थी न कि तुम उसकी बहन को चोदो और वो तुम्हारी बहन को चोदे तो हिसाब बराबर न.
शालू :- हाँ वो तो है पर जो तुम्हें ठील लगे, तुम करना ठीक है अमित.
और हम वहाँ से चले गये और रात को 8 बजे मैंने महेश को फ़ोन करके उसे बुलाया, जहाँ पर हमे कोइ डिस्टर्ब करने वाला न हो. ठीक 8 बजे मैं वहाँ पहुंच गया थोडी देर में महेश भी आ गया. पहले तो हमने इधर-उधर कि बाते कि बाद में सिगरेट पि और बाद में मैंने उसे बात करना शुरु कि..
अमित (मैं) :- आज सुबह कोलेज क्यों नहीं आया था.
महेश :- बाहर गया था एक दोस्त के साथ.
अमित ( मैं ) :- तो मुझे भी ले गया होता तो मैं भी चलता तेरे साथ.
महेश :- तुझे मैं हर जगह नहीं ले जा सकता.
अमित ( मैं ) :- क्यों कोई गर्ल फ़्रैन्ड को ले कर गया था क्या?
महेश :- मैं बात टालता हुआ वो छोड न यार कुच्छ नइ बात कर.
अमित ( मैं ) :- अच्छा तो एक नयि बात, मेरी बहन पूनम किसि कर साथ चालू हो ऐसा मुझे शक है महेश.
महेश :- क्या बात कर रहा है ऐस नहीं हो सकता वो तो बहुत अच्छी लडकी दिखती है.
अमित ( मैं ) :- क्यों अच्छी लडकियां चालू नहीं होति?
महेश :- थोडा सोचने लगा और घबरा गया....
अमित ( मैं ) :- मैं जानता हूँ वो किस के साथ जाती है.
महेश :- कुच्छ बोला नहीं पा रहा था और बोला कि यार अमित मुझे तुझे बता देना चाहिए था कि मैं और पूनम एक-दूसरे से प्यार करते है.
अमित ( मैं ) :- महेश मुझे भी तुझे कुच्छ बताना है कि मैं और शालू भी............
महेश :- गुस्से में आ गया और बोला क्या क्या तु और शालू क्या????
अमित (मैं):- मैं और शालू भी एक दूसरे से प्यार करते है....
महेश गुस्से में आ गया और मुझसे झगडा करने लगा और गालियां देने लगा. मैंने उसे कहा कि देख महेश मुझे भी पता है ये सब, तु थोडा समझ कर काम ले तो दोनो का काम आसान हो जाएगा. वो थोडी देर सोचने लगा और बाद में मेरे पास आकर खडा हो गया.
महेश ने अब पूनम को पूल कि दिवार सि उलटा खडा कर दिया और खुद पीछे चल गया और एक तेल कि बोतत्ल ले कर उसने तेल अपने लण्ड पर लगाया और थोडा पूनम कि गाण्ड पर लगाया. और एक झटके में लण्ड का टोपा पूनम कि गाण्ड में चला गया तो पूनम कि थोडी सि चीख निकल गई और वो बोल पडी "आराम से महेश आराम से मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ मेरे राजा" महेश थोडा रुका और फिर एक झटका मारा और फिर तीसरा झटका मारा और पूरा का पूरा लण्ड पूनम कि गाण्ड में डाल दिया. थोडी दे में वो उसकी गाण्ड को आराम से चोद रहा था और दोनो बडे मज़े से झूल रहे थे, पूनम बोल रही थी.. महेश डार्लिन्ग चोदो मुझे.. आआआआआअ ह्ह्ह्ह्ह् ह्ह्ह्ह्ह्. चोदो न.. अपना लौडा मेरे गाण्ड में डाले रहो. फ़ाड दो मेरी गाण्ड को साले इतना तडपाता था, इतना मोटा लण्ड है तेरा म्म्म्म्म्म्म्म्म्म् म्माआआआआआ आआआआआआ.
पूनम को महेश का चोदना इतना अच्छा लग रहा था कि जब महेश उसके अन्दर धक्के मारता था, तो वो अपनी गाण्ड उठा उठा कर उसके धक्के का जवाब देने लग गई. महेश ने उसे कस कर अपनी बाहों में भर कर किस्स करने लगा, और साथ हि साथ उसकी चूत में उन्गली डाले जा रहा था. धक्के मारते मारते उसने एक जोर का धक्का मारा और पूनम जमिन से उपर हो गई. बहुत सेक्सी सीन था वो. ठप् थप् .थप्. थप् थप्.. थप्
माहौल पूरा चुदाइ से भरा था. महेश भी बोलने लगा, आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment