Tuesday, August 26, 2014

FUN-MAZA-MASTI कावेरी की भाभी माला--3

FUN-MAZA-MASTI
 
कावेरी की भाभी माला--3
 उधर, कुछ रास्ता पार करने के बाद डेनियल ने कावेरी की कमर पर अपना हाथ रख कर उसे अपनी और खींचा। कावेरी थोड़ा सा असहजता दिखती हुयी उसकी तरफ हुयी। और दोनों ने एक दूसरे की कमर में हाथ डाल लिए। थोड़ा और चलने के बाद डेनियल ने उसके हिप्स को अपने हाथो से छूआ तो कावेरी ने कहा "क्या बात है? रेस नहीं जीतनी है क्या?"
"मैं आपको जीतने की कोशिश कर रहा हूँ और आप रेस की बात कर रही हो।", डेनियल बोला
"और मुझे कैसे जीतने वाले हो?", कावेरी ने कहा
"अच्छे काम करके ", डेनियल ने कहा
"और वो अच्छे काम क्या हैं, जरा मैं भी तो जानू?", कावेरी बोली।
"उनमे से एक तो आपको आरामदायक अनुभव कराना", डेनियल ने कहा
"और वो कैसे... ?", कावेरी ने डेनियल से पूछा।
"वैसे ही, जैसे की कल किया था।",डेनियल ने जवाब उसकी टॉप में हाथ डालते हुये दिया।
"पर आज तो मैं थका महसूस नहीं कर रही हूँ", कावेरी ने भी पासा फेंका।
"हाँ पता है, आज आप ज्यादा ऊर्जावान लग रही हो", डेनियल ने कहा
"अगर ऐसा है तो फिर उस सब की कोई जरूरत नहीं है आज", कावेरी ने कहा
"पर आज थोड़ा अलग तरीके से करूँगा न।" डेनियल ने कहा।
"कैसे? क्या यह वही हाथ नहीं हैं , जिन्होने कल मुझे छुआ था?", कावेरी ने पूछा
"हाँ... वही हैं! पर आज थोड़ा मुक्त महसूस कर रहे हैं।" डेनियल ने जवाब दिया
"वो कैसे?", कावेरी ने फिर पूछा
"क्योंकि आज मेरे हाथों के पास करने के लिए बहुत कुछ है।", डेनियल ने कहा
"जी नहीं... वो इसलिए की आज मेरे पति इस समय मेरे साथ नहीं हैं", कावेरी ने डेनियल के हाथो को अपनी छाती की तरफ बढ़ता महसूस करते हुये कहा
"हाँ.... यही समझ लीजिए", डेनियल उसके स्तनो के ठीक नीचे पहुँच कर बोला।
"मुझे लगता है की मेरे पति को इस सब के बारे में सब पता है", कावेरी ने कहा
"हाँ, शायद सही कह रही हो, और अब वो भी आजाद पंछी है", डेनियल ने मुस्कुराते हुये कहा
"मतलब?", कावेरी ने अंजानों की तरह पूछा।
"मतलब यह की वो भी माला जी के साथ मजे कर रहे होंगे जैसे की मैं आपके साथ...", डेनियल ने उसके एक स्तन को अपनी हथेली में भरते हुये कहा।
"तुम्हारा मतलब वो माला दीदी के स्तनो को इस तरह छू रहे होंगे, जैसे की तुम छू रहे हो?", कावेरी ने पूछा
"हाँ, बिल्कुल....बल्कि इससे भी कहीं ज्यादा।" डेनियल ने कहा
"इससे ज्यादा क्या ...?" कावेरी ने प्रश्न किया
"हो सकता है उन्होने माला जी को पूरा नंगा कर दिया हो...!" डेनियल ने दाबी आवाज में कहा
"और ..." कावेरी ने आगे जानना चाहा
"और हो सकता है माला जी को नग्न देखने में उन्हे मजा आया होगा।", डेनियल ने कहा
"तुम्हें लगता है की वो अपनी भाभी के साथ ऐसा कर सकते हैं?", कावेरी ने कहा
"हाँ...बिल्कुल...बल्कि अपनी भाभी के साथ उन्हे ज्यादा अच्छा लगा होगा।", डेनियल ने कहा
"ऐसा क्यों?", कावेरी ने पूछा
"ऐसा इसलिए कि आदमी हमेश उस चीज की तरफ जरूर देखता है जो कि उसकी नहीं होती।" डेनियल ने समझाते हुये कहा।
"और तुम भी वही सब करने वाले हो?", कावेरी ने कहा
"मेरे केस में थोड़ा सा अन्तर है, मैं शादीशुदा नहीं हूँ," डेनियल ने कहा
"तो क्या तुम उन सभी महिलाओं के साथ ऐसा ही करते हो जिन्हे भी तुम उस पवित्र गुफा तक लेके जाते हो?", कावेरी ने पूछा
"हाँ...अधिकतर ऐसा हो जाता है पर मैं क्या करूँ? अधिकतर महिलाएँ मेरे हुस्ट-पुष्ट शरीर को देखकर बहक जाती हैं।", डेनियल ने कहा
"हाँ...वो तो है, तुम बहुत मजबूत कद काठी वाले हो, लाओ जरा मैं भी तो देखूँ..." कहते हुये कावेरी ने डेनियल के कमीज के बटन खोलने शुरू कर दिये।
यह सुनते ही डेनियल का लिंग हरकत में आ गया। उसने कावेरी को अपनी बाहों में भरा और उसका टॉप उतार फेंका।
"डेनियल... तुम्हें जरा सब्र नहीं है क्या...?"  कावेरी ने कहा।
"नहीं, मैं ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता, मुझे आपके बूब्स देखने हैं", कहते हुये वो कावेरी के होंठों को चूसने लगा।
कावेरी उसके इस तरह से किए गए चुंबन को झेल नहीं पायी और उत्तेजना से भर गई। उसने भी डेनियल को चूम लिया और पूछने लगी, "अच्छा ... तो बोलो डेनियल, क्या देखना चाहते हो?"
उसने कावेरी को थोड़ा सा अलग किया और उसकी ब्रा को खोलते हुये उसके स्तनो को उसमे से निकाल कर बोला, "मैं इन्हे देखना चाहता हूँ"।
"तुम्हें यह अच्छे लगे?" कावेरी ने अपना सीना डेनियल की तरफ बढ़ाते हुये पूछा
"हाँ, यह गोल और सुंदर है, जैसे की एक नयी लड़की के होते हैं", डेनियल ने जवाब दिया और अपने मुह में उसका पूरा एक स्तन भर लिया।
कावेरी को अपने पैरों में कमजोरी सी लगने लगी जब डेनियल ने उसके स्तन को इस तरह से मुह में भर लिया। डेनियल लगातार उसके स्तन को चूसता रहा और दूसरे हाथ को कावेरी के हिप्स पर ले जाकर उसे अपनी तरफ धकेलने लगा। वो उसके हिप्स को भी मसल रहा था। कावेरी उत्तेजना से पागल हो रही थी, उसने अपने दोनों हाथ उन दोनों के बीच में लेते हुये डेनियल के शॉर्ट्स की तरफ बढ़ाए और उसके कड़े हो चुके लिंग को महसूस करती हुयी बोली, "डेनियल, मुझे यह देखने दो....कैसा लगता है?"
"तुम इसे देखना चाहती हो? डर तो नहीं जाओगी न?", डेनियल ने पूछा
"हाँ, मुझे तुम्हारा देखना है...", कावेरी ने उसके लिंग को शॉर्ट्स के ऊपर से ही अपनी मुट्ठी में भरते हुये कहा।
"क्या तुमने काला लिंग देखा है पहले?" डेनियल ने पूछा
"नहीं। मैंने अपने पति के अलावा किसी और का लिंग नहीं देखा, उनका लिंग काला नहीं है...", कावेरी ने बताया
"क्या तुम्हारे पति का लिंग मेरे लिंग से बड़ा है?", डेनियल ने कावेरी के हिप्स की दरार में अपने हाथ डालते हुये पूछा।
"मैं अभी कैसे कह दूँ, जबकि मैंने तुम्हारा लिंग तो देखा ही नहीं अभी तक", डेनियल के लिंग को शॉर्ट्स के ऊपर से ही अपने हाथों में पकड़ कर हिलती हुई बोली।
"तो क्या तुम इसे महसूस करके ही अंदाजा नहीं लगा सकती कि यह तुमहरे पति के लिंग से बड़ा है या छोटा?", डेनियल ने कहा
"लगता तो बड़ा ही है...और अब मैं इसे देखने जा रही हूँ", कहते हुए कावेरी ने उसके शॉर्ट्स की ज़िप खोली और उसके लिंग को बाहर निकाल लिया।
उधर जैसे ही कावेरी के हाथों ने डेनियल के लिंग को पकड़ा, डेनियल के हाथों ने कावेरी के योनि प्रदेश (पूसी) को अपनी हथेली में भरकर पूछा,"क्या इसे मेरा लिंग पसंद आया?"
"हाँ, इसे काला और लंबा अच्छा लगेगा।" कावेरी उसके लिंग को हिलाते हुये बोली
"क्या तुम अपने पति के लिंग से संतुष्ट हो जाती हो?", डेनियल ने कावेरी की स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी योनि को महसूस करते हुये पूछा
"हां... पर आज मुझे ऐसा लिंग चाहिए... तुम्हारे लिंग जैसा। ", कावेरी ने उसके लिंग को भींचते हुये कहा।
"तो ठीक है फिर, इसे भी उतार लो अब..." डेनियल ने कावेरी की स्कर्ट को उतारते हुये कहा।
अब कावेरी डेनियल के सामने पहली बार पूरी तरह नंगी हो चुकी थी। उसने अपनी जांघे अपने योनि प्रदेश को छिपाने के खातिर भींची हुयी थीं। डेनियल अपने घुटनो पर बैठ गया और उसकी जांघों को पकड़ कर थोड़ा फैलाया और उसकी भग को देखकर बोला, "ओह कावेरी जी, मैंने कभी भी इतनी छोटी सी और प्यारी गुलाबी चूत नहीं देखी।"
"तुम्हें छोटी पूसी अच्छी लगती है ?", कावेरी ने पूछा
"हाँ... मेरे लिंग को यह बहुत पसंद आएगी", डेनियल ने उसके पूसी हेयर्स को एक साइड में करते हुये उसके पूसी लिप्स को खोलते हुये कहा।
"तुम्हें यह लगता है की ऐसा हो सकता है? मेरी पूसी छोटी है ... इसमे तुम्हारा इतना बड़ा लिंग...आ जाएगा क्या?" कावेरी ने थोड़ा सा डर दिखाते हुये कहा।
"हाँ... तुम चिंता मत करो, एक बार मेरा लंड जब अंदर जाएगा, तुम उसे और अंदर लेना चाहोगी....देखना। " कहते हुये डेनियल ने कावेरी को घास में लिटा दिया, "मैं तो आपको देख कर पहले दिन ही यह करना चाह रहा था"
"तो तुम्हें कब लगा की मैं तुम्हें यह सब करने का मौका दे दूँगी?" कावेरी ने उसके लिंग को सहलाते हुये पूछा
"उस समय जब तालाब में हम दोनों साथ साथ थे।", डेनियल ने जवाब दिया
"तो तुमने उस समय कोशिश क्यूँ नहीं की.... इसलिए कि मेरे पति और माला दीदी वही थीं?" कावेरी ने पूछा
'हाँ, उस समय मुझे माला जी और दीपक जी के बारे में ज्यादा अनुमान नहीं था।" डेनियल ने अपने लिंग को कावेरी की योनि की सीध में लाते हुये कहा।
"और अब तुम्हें पूरा विश्वास है कि माला दीदी और इन्हे हमारा यह काम बुरा नहीं लगेगा?", कावेरी ने अपनी जांघे और फैलाते हुये कहा।
"हाँ... अब मुझे पूरा विश्वास है कि वो दोनों भी यही चाहते थे कि मैं तुम्हारे साथ अकेला जाऊँ और फिर यह काम करूँ।" डेनियल ने जवाब दिया और अपने तेज कानो से यह भी महसूस किया कि दीपक और माला उन्ही कि तरफ बढ़ रहे हैं।
डेनियल के मुह से इस तरह की बात सुनकर मानो कावेरी के मन से एक बोझ सा उतर गया और वो डेनियल को अपने ऊपर खींचती हुयी बोली, "ओह डेनियल, फक मी.... अब घुसा भी दो ..."
यह सुनकर डेनियल दुगुना उत्तेजना में आ गया, उसने कावेरी के पैरों को ऊपर करते हुये अपने लिंग को उसकी योनि में घुसेडना शुरू कर दिया। अब क्यूंकी डेनियल के मोटे और लंबे लिंग ने कावेरी की छोटी चूत में घुसना शुरू किया तो कावेरी को पूसी लिप्स पर जलन सी महसूस होने लगी। लिंग के पहली बार अंदर जाने में उसे दर्द भी महसूस हुआ, पर जब डेनियल ने दो तीन बार में अंदर बाहर करते हुये उसकी योनि में अपना पूरा लिंग डाल दिया तो कावेरी को एक संतुष्टि का सा अनुभव हुआ की आज उसकी योनि में अंदर तक एक लिंग डला हुआ है।
जब डेनियल ने पाया की अब उसका लिंग पूरी तरह से अंदर जा चुका है तो उसने अपने लिंग को फिर से पूरा बाहर निकाला और फिर से अंदर डाल दिया। जैसे ही उसका लिंग फिर से अंदर घुसा.... कावेरी उत्तेजना से चिहुक उठी। और जहाँ डेनियल ने जल्दी जल्दी अपने लिंग को अंदर बाहर करना शुरू किया.... कावेरी को ओरगास्म होने लगा। उसकी चूत में से पानी किसी झरने की तरह बहने लगा। यह कावेरी के लिए बिल्कुल नया एहसास था।
कावेरी उस मादकता का पूरा एहसास ले रही थी और वो डेनियल के हर स्ट्रोक के जवाब में अपने हिप्स ऊपर की तरफ उठाकर उसके लिंग को और अंदर तक जाने में मदद कर रही थी। एक लय में दोनों लोग काम क्रीडा में लिप्त हो गए थे। और फिर डेनियल से भी नहीं रहा गया। कावेरी की कसी हुयी चूत की वजह से उसे अपने लंड पर बहुत घर्षण महसूस हो रहा था और उसने अपने दोनों हाथ कावेरी के दोनों तरफ जमीन पर टिकाए और अपने स्पीड बढ़ा दी और जब तक अपने लिंग को अंदर बाहर करता रहा जब तक कि उसके लिंग ने उसके वीर्य की ताकतवर धारें उसकी योनि की गहराइयों में छोडनी शुरू न कर दी। जब कावेरी ने अपनी योनि में उसके वीर्य की फुहारे महसूस करीं तो उसके मुह से आनंद भरी चीख निकल गई। उसके मन में इतना आनंद भरा था कि महसूस कर पा रही थी कि उसकी योनि में से पानी बाहर जा रहा था और वो एक बार फिर से ओरगास्म की तरफ बढ़ रही थी और उसने अपनी टाँगे एक बार फिर से हवा में उठा दी और उसे फिर ओरगास्म हो गया  और इस बार बहुत बुरी तरह से ओरगास्म हुआ था सो वो बोल पड़ी, " ओह डेनियल, मेरा हो गया... ऊंह .... आह... "
कावेरी की आनंद भरी सिस्कारियां दीपक और माला के कानो में भी पड़ी। दोनों एक साथ सोचने लगे की शायद डेनियल कावेरी को क्लाइमेक्स तक पहुंचा चुका है।
दीपक बोला, "चलो ... हम भी वहाँ पहुँच कर देखते हैं "।
"नही...", माला ने कहा।
"क्यों ?" दीपक ने पूछा
"इसे राज ही रहने दो।" माला ने कहा।
"वो क्यों?", दीपक ने पूछा
"पहले हमे यह रेस जीत लेनी चाहिए और फिर जब इनाम लेने का मौका आएगा, तब हम सोचेंगे!" माला ने अपना प्लान बताया,।
दीपक इसे सुनकर उत्साहित हो गया।
वो लोग डेनियल और कावेरी की तरफ न जाकर उनके बगल की झाड़ियों में से होते हुये गुफा के रास्ते की तरफ चल दिये।
दीपक गुफा पहुँचने के लिए बड़ा उत्सुक हो रहा था। गुफा के रास्ते जाते हुये सारे समय दीपक के मन में डेनियल और कावेरी के सम्भोग का दृश्य चल रहा था। हालांकि उसने उन दोनों को थोड़ी दूर से झाड़ियों की आड़ से देखा था पर वो उन लोगों को और नजदीक से देखना चाहता था। और गुफा पहुँचने तक वो इस बारे में सोच सोचकर उत्तेजित हो चुका था। गुफा के अंदर घुसकर माला उस गुफा की विशालता और बनावट देखकर खुश हो गई। गुफा के अंदर उसके पैरों के नीचे रेत थी जो चाँदनी रात में ठंडक का एहसास दे रही थी। उन्हे डेनियल और कावेरी का भी ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। कुछ ही देर में दोनों जाने एक दूसरे के हाथों में हाथ डाले गुफा में घुसे। दीपक और माला जोकि गुफा के अंदर बैठे आराम कर रहे थे उन दोनों को देख कर मुस्कुरा गए। उन दोनों की आँखों में अजीब सी चमक थी और उन्हे देख के दीपक और माला के मन में भी हलचल हो उठी थी।
"तुम लोगों को इतनी देर कैसे लग गई?" माला ने कावेरी से पूछा जिसके गालों पर लालिमा छायी हुयी थी और वो पहले से भी ज्यादा आकर्षक लग रही थी।
"मेरे थोड़ा दर्द हो रहा था सो हमे थोड़ा रुकना पड़ा।" कावेरी ने दीपक की तरफ देखते हुये कहा जो कि उसे देख कर मुस्कुरा रहा था।
"तो अब कैसा फील कर रही हो?", दीपक और माला ने एक ही सुर में एक साथ ही पूछा।
"मैं अब अच्छी हूँ, क्योंकि डेनियल ने भी मेरी हेल्प की।", कावेरी ने जवाब दिया।
"अच्छा... पर पता है तुम लोगो को कि तुम रेस हार चुके हो।", दीपक ने कहा
"हाँ....वो तो है। कावेरी जी के दर्द होने की वजह से यह सब हुआ।" डेनियल ने कहा
"हाँ। और यह तय हुआ था की जीतने वाला कुछ भी माँग सकता है", माला ने अपनी आँखें डेनियल की आँखों में डालते हुये कहा। उसकी आँखों में वासना उमड़ रही थी।
"तो भाभी, हमें इन्हे क्या सजा देनी चाहिए?", दीपक ने माला से पूछा
"मैं चाहती हूँ, कि कावेरी डेनियल को किस करे।" माला ने दीपक की कमर में अपने हाथ डालते हुये दीपक को किस करते हुये कहा।
जब कावेरी ने देखा कि माला उसके पति के शरीर से चिपक रही है और उसे किस भी कर रही है और डेनियल को किस करने के लिए भी कह रही है तो उसके मन में फिर से उत्तेजना आने लगी।

कावेरी ने डेनियल को आगे आने को कहा और उसके चेहरे को अपने हाथों में भरते हुये उसे एक जोरदार किस किया। दीपक अपनी पत्नी के इस किस को देखते ही उत्तेजित हो गया और चिल्लाया, "डेनियल, उसे नंगी कर दो।" यह कहते हुये उसने माला की शॉर्ट्स खोल के उसकी योनि पर हाथ लगा दिया।
और डेनियल इसी का इंतजार कर रहा था। उसने तुरंत ही कावेरी की शर्ट को एक झटके में उतार दिया और उसके दोनों स्तन सभी की नज़रों के सामने थे। माला भी उत्तेजना में गीली हुये जा रही थी क्योंकि एक तरफ वो कावेरी को नंगी होते  देख रही थी और दूसरी तरफ दीपक उसकी योनि में उंगली डाल रहा था। और जैसे ही दीपक के हाथों ने माला के स्तनो का मर्दन शुरू किया वो बोली, "डेनियल, अब कावेरी के ऊपर आ जाओ।"
माला के इन शब्दों ने डेनियल पर जैसे जादू कर दिया। उसने तुरंत कावेरी को जमीन पर धक्का दिया और एक बार में ही अपना शॉर्ट्स उतार दिया जिसके उतरते ही उसका काला, लंबा, मोटा लिंग माला की निगाह के सामने था।
माला उसके इतने बड़े और सख्त लिंग को देखकर मन ही मन उसे चाहने लगी थी और दीपक भी उसके रंग और रूप को देखकर आश्चर्य कर रहा था। दोनों साथ साथ अपनी जगह से उठे और डेनियल को कावेरी की स्कर्ट को हटाकर उसकी चूत को सबके सामने लाते देखा। दीपक और माला दोनों ही थोड़ा और नजदीक पहुँच गए जहाँ  डेनियल कावेरी की भग में अपना लिंग घुसेड़ ही रहा था। और माला जैसे ही उसके लिंग को कावेरी की योनि में घुसते हुये देखने के लिए थोड़ा नजदीक गई, डेनियल ने एक झटके से कावेरी की योनि में अपना काला और सख्त लिंग धकेल दिया। जैसे ही डेनियल ने कावेरी के साथ मैथुन करना शुरू किया, दीपक ने भी माला को नंगी कर के अपने नीचे ले लिया और अपने लिंग को माला की गरम हो चुकी योनि में घुसा लिया. यह सब करते हुये कावेरी भी उसे देख रही थी  जो की अब डेनियल के साथ एक लय से अपनी कमर हिला रही थी और मैथुन का आनंद ले रही थी। दोनों जोड़े एक साथ भरपूर ताकत से चुदाई करने में जुटे हुये थे।
जब दीपक ने चरम पर पहुंच कर अपना वीर्य माला की योनि में उड़ेला तो कावेरी भी ज़ोर से सिसकने लगी. उसे ओरगास्म हो रहा था और डेनियल अपनी पूरी ताक़त से धक्के मार रहा था जिसे वो सहन नहीं कर पा रही थी। और तभी डेनियल का चेहरा तमतमा गया और उसने दो तीन ज़ोरदार झटकों के साथ अपना वीर्य तीव्र वेग से कावेरी की योनि में दे मारा।
पाँच मिनट के तूफान के बाद गुफा में शांति थी। दीपक माला के ऊपर लेटा हुआ था और डेनियल कावेरी के साथ लेटा हुआ था। चारो बिल्कुल नंगे थे। और गुफा में वीर्य और योनि रस की गंध फैली हुयी थी।
सुबह जब कावेरी की आँखें खुली तो उसने पाया की उसके एक तरफ माला लेटी हुई है. डेनीयल और दीपक दोनो ही गुफा मैं नही हैं. वो समझ गयी की शायद दोनो आस पास पानी की तलाश में गये होंगे. उसने माला को जगाया. माला ने एक अंगड़ाई ली और आँखें खोली, उसने अपने सामने कावेरी को पूरी तरह से नग्न अवस्था में बैठे देखा. वो  उठ कर बैठ गयी.
"कावेरी, वो... कल रात जो हुआ... वो तुम्हे बुरा तो नही लगा... की मेने और दीपक ने आपस में...??" माला ने पूछा

"नही दीदी, ऐसी कोई बात नही है. बल्कि मैं तो इस पर ध्यान भी नही दे पाई." कावेरी ने अपने कपड़े पहनते हुए कहा.

"सही है, ध्यान देती भी कैसे? तुम्हारा ध्यान तो उस मजबूत लिंग पर था. वैसे कावेरी, ... एक बात पूछूँ? डेनीयल के साथ बहुत मज़ा आया होगा ना तुम्हे? और वो भी तब जब दीपक ने खुद तुम दोनो को उकसाया और हम दोनो ने तुम लोगो को मैथुन करते हुए देखा?" माला ने पूछा

"हां दीदी, मैं आपको बता नही सकती की जब उसका मोटा लिंग मेरी योनि के अंदर बाहर हो रहा था तो मेरा क्या हाल था? बस यही लग रहा था की यह ऐसे ही चलता रहे और कभी ना रुके ..... दीदी, मैं अपनी लाइफ मैं कभी एक बार के मैथुन के दौरान इतनी बार ऑर्गॅज़म पर नही पहुँची ... पर कल रात .... उफ ... सच में ...!!" कावेरी ने अपनी हालत बयान करते हुए कहा.
"तुम बहुत लकी हो कावेरी की तुम्हे दीपक जैसा पति मिला जिसने तुम्हे डेनीयल के साथ सम्भोग करने की इजाज़त दे दी". माला ने गुफा से बाहर आकर कहा.
कावेरी और माला दोनो ने अपने अपने कपड़े पहन लिए थे और गुफा के बाहर ठंडे वातावरण में बैठकर दोनो बातें करने लगी.
कावेरी बोली, "वैसे दीदी, मैं भी आपके लिए बहुत खुश हूं कि आप जिस सुख से अभी तक वंचित थी वो आपको मिल गया, भले ही वो मेरे पति से मिला हो."
"हां, वो तो तुमने ठीक कहा .... कावेरी, तुम नही जानती की में इतने महीनो से कितनी परेशान थी इस सुख को पाने के लिए." माला ने कहा.
इधर डेनियल और दीपक दोनो गुफा से थोड़ी ही दूरी पर थे और पानी के झरने में नहा रहे थे. दोनो ही आज नंगे थे. डेनियल ने दीपक की तरफ देखते हुए कहा, "आपकी पत्नी वास्तव में बहुत काम की मूर्ति हैं, मुझसे अगर कुछ ग़लत हुआ हो तो मुझे माफ़ कर दीजिएगा, असल में मैं अपनी भावनाओ पर काबू नही कर पाया, आपकी पत्नी हैं ही ऐसी ..."
"अरे ... कोई बात नही, डेनियल ...ठीक है ... मेने भी तो माला के साथ चुदाई की. अगर तुम कावेरी के साथ अलग ना जाते तो मुझे भी मौका नही मिलता ... वैसे भी मुझे बहुत दिनों से माला भाभी को चोदने का इंतज़ार था ...." दीपक ने अपने शरीर को पानी की बौच्हर में बीघोते हुए कहा.

"तो आप और माला जी आपस में प्यार करते हैं?" डेनियल ने पूछा
"अरे नही ... प्यार व्यार कुछ नही. वो तो सिर्फ़ शारीरिक ज़रूरत थी ... हम दोनो की ही...जो हमने पूरी कर ली. ऐसा नही है की मैं कावेरी को छोड़ कर माला के साथ शादी के लिए सोचूँ" दीपक ने सफाई देते हुए कहा.
"तो माला जी ने अभी तक दुबारा शादी क्यूँ नही की?" डेनियल ने पूछा
"शायद उन्हे उनकी पसंद का आदमी दुबारा नही मिला ...!" दीपक ने कहा
"अच्छा.....चलिए, अब गुफा की तरफ चलते हैं, उन लोगो को भी नहा धोकर तय्यार होने के लिए बोल देते हैं. क्योंकि अब पवित्र गुफा पास में है ... और हमे जल्दी ही वहाँ पहुँच कर वापस इसी गुफा में रात बिताने के लिए लौटकर भी आना है." डेनियल ने बताया.
दोनो जाने वापस गुफा की तरफ लौट चले. उधर माला और कावेरी उन दोनो का इंतजार कर रहे थे. डेनियल ने उन दोनो को नहाने जाने के लिए बोला और कहा की जल्दी तय्यार होकर आ जायें क्योंकि पवित्र गुफा भी जाना है. उसके बाद दीपक और डिनाइयल ने खाने का इंतज़ाम किया और लगभग आधे घंटे में ही कावेरी और माला नहा कर वापस आ गयी थी. खाना खाकर चारो लोग पवित्र गुफा की तरफ चल पड़े. कावेरी और माला दोनो पीछे चल रही थी और डेनियल और दीपक आगे चल रहे थे. माला और कावेरी अभी भी कल रात के बारे में चर्चा करते हुए चल रही थी. माला शायद डेनियल की तरफ आकर्षित हो चुकी थी और वो भी उस सुख को भोगने की इच्छुक थी जो की कावेरी ने डेनियल के साथ भोगा था. उसके मान में अब बस यही चल रहा था की बस कैसे भी एक बार मौका मिल जाए. दूसरी तरफ कावेरी भी डेनियल के चोदने की स्टाइल और ताक़त से बहुत इंप्रेस हो चुकी थी और वो भी बार बार यह मौका चाहती थी. कावेरी के दिमाग़ में भी ऐसे ही कुछ प्लान चल रहे थे .... और तभी उसके दिमाग़ में एक जबरदस्त आइडिया आ गया.
उसने माला से कहा, "दीदी, वैसे आपको एक बात कहूँ. आप अब दुबारा शादी कर लीजिए. अभी आपकी उम्र ही क्या हुई है. 26 साल की ही तो है."
"माला, ...लगता है तुम सही कह रही हो..! पर शादी किस से करूँ?" माला ने कहा
"दीदी, .... आप डेनियल से शादी कर लो ना." कावेरी ने एक साँस में बात कह डाली. माला उसके मूह से ऐसा सुन कर सन्न रह गयी और सोच में पढ़ गयी..
तभी डेनियल ने सभी को रोकते हुए कहा, "रुकिये, सभी लोग. दीपक जी ... वो देखिए सामने वो पवित्र गुफा है ... कावेरी जी, आप अपने बैग में से पूजा का सामान निकाल लीजिए. जैसे में बताऊ वैसे ही पूजा कीजिएगा और उसके बाद .... दीपक जी, आपको ... कावेरी जी के साथ गुफा के अंदर मैथुन करना है ... यह माना जाता है कि स्त्री भली भाँति पूजा करने के बाद गुफा के अंदर मैथुन करवा ले तो उसका गर्भधारण आसानी से हो जाता है.....सो कावेरी जी आप और दीपक जी, पूजा की विधि सुन लीजिए ...."
"अरे ... सुनना क्या है .... तुम बताते जाना ... हम कर लेंगे ..." दीपक ने कहा
"जी नही, दीपक जी.... मैं गुफा में नही जा सकता ... वहाँ सिर्फ़ शादीशुदा पति-पत्नी ही जा सकते हैं. इसलिए यह सब आपको अपने आप ही करना पड़ेगा."  डेनियल ने जवाब दिया.
"तो इसका मतलब वहाँ मैं भी नही जा सकती?" माला ने पूछा.
"जी हां, ...आप भी नही जा सकती. हम दोनो को दीपक जी और कावेरी जी का यही पर इंतजार करना होगा जब तक कि की यह दोनो लौट कर नही आ जाते" डेनियल ने माला के सपनो पर सच होने की मानो मुहर लगते हुए कहा.
कावेरी ने मुस्कुराते हुए माला की तरफ देखा और बोली, "ठीक है डेनियल, अब तुम बताओ की पूजा कैसे करनी है."
और डेनियल ने दीपक और कावेरी को पूजा के बारे में बताना शुरू कर दिया. उधर माला अपने मन में सोच रही थी की कैसे वो इस मौके का फायदा उठाए.
पूजा की सारी विधि समझ कर दीपक और कावेरी ने डेनीयल और माला से विदा ली और पवित्र गुफा की तरफ चल दिए. गुफा वहाँ से 50-60 कदम ही थी. वो दोनो बीच बीच में पीछे मुड़कर डेनियल और माला की तरफ भी देख लेते थे जो उन्हे जाते हुए देख रहे थे. दीपक सोच रहा था की शायद डेनियल इस मौके का फायदा उठाएगा और माला को पटा लेगा और ठीक यही बात कावेरी के मन में भी चल रही थी.












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