Monday, April 28, 2014

बदनाम रिश्ते--राजन के कारनामे--20

FUN-MAZA-MASTI

  बदनाम रिश्ते--राजन के कारनामे--20

 मम्मी अपने पल्लू ढीला करके खिंच रही थी ……उन्हें लग रहा था की शायद किसी कील में फंस गया है …..


जीजाजी शातिर थे ………मम्मी जितना पल्लू ढीला करती उतना ही वह अन्दर खीच जाता ……


मम्मी ने आधी साडी खोल ली और फिर ढीला करके पूरा झटका देकर देखा ….इतने में तो साडी फटकर बाहर आ जाती , अगर कील में फंसी होती …..लेकिन उसे न बाहर आनी थी न आयी …..


मम्मी परेशान ……


अंत में उन्होंने अपनी पूरी साडी खोली और धीरे से खिड़की के अन्दर फेंक दिया ……अब वह पेटीकोट और ब्लोउज में दीवाल से सटकर गहरी साँसे लेने लगी ……..


तभी मुझे जीजाजी के कमरे के खुलने की आवाज सुनाई दी ……मै झट टॉयलेट में घुस गया ……



जीजाजी आये और उन्होंने आँगन के दरवाजे की कुण्डी लगा दी और लौट गए ……


थोड़ी देर बाद मै चुपचाप टॉयलेट से निकला और अपने कमरे में दौड़ गया …….डर इतना था की ख्याल ही नहीं रहा कि आँगन का दरवाजा खोलता आऊं…..



मै फिर टॉम की आँखों से देखने लगा ………


दीदी सो चुकी थी ……….जीजाजी पैग पी रहे थे और लैपटॉप पर पोर्न देख रहे थे ……..मच्योर औरत और जवान लडको की क्लिप्स ……..


मै समझ गया की जीजाजी के मन में क्या है …..लेकिन मैंने मम्मी को बचाने का फैसला कर लिया ….


जैसे ही मै अपने कमरे से बाहर निकलकर आगे बढ़ा …..दीदी का दरवाजा खुला ……



मै हडबडाकर सामने माँ के कमरे में घुस गया …….



जीजाजी मेरे कमरे तक आये और आहिस्ते से मेरे दरवाजे की सिटकिनी बाहर से लगा दी ……..फिर सिगरेट सुलगाते हुए आँगन का दरवाजा खोला और वहीँ दरवाजे पर खड़े खड़े पीने लगे ..…


फिर उन्होंने आँगन की लाइट जला दी ……अब मम्मी कहाँ छुपती ?........


कौन है वहां ? ……बाहर से एक डंडा उठाकर उनकी तरफ बढ़ते हुए जीजाजी बोले


मम्मी क्या बोलती ?.............


सासुमा आप यहाँ ?...........और इस हालत में ??


मै अबतक वॉशबेसिन के पास आकर खिड़की से देखने लगा ……


गर्मी लग रही थी , इसलिए बाहर टहलने चली आयी …..अब मुझे अन्दर जाने दीजिये दामादजी …..धीरे से कहते हुए मम्मी अन्दर आना चाही ….


हूँ ………..जीजाजी ने रास्ता रोकते हुए कहा …….लगता है गर्मी कुछ ज्यादा ही लग रही थी …..तभी आपने साडी खोलकर इस हालत में आँगन में घुमने आ गयी …….


प्लीज , मुझे जाने दीजिये दामादजी ……..ऐसी बातें मत कीजिए ......मम्मी गिडगिड़ाई


बाई-द- वे , आपने साडी खोलकर फेंकी कहाँ ?


दामादजी ,आपको शर्म आनी चाहिए ऐसी वाहियात बाते अपने माँ जैसी सास से करते हुए …..मम्मी धीमे से तुनककर बोली


अपनी बेटी - दामाद की चुदाई देखते हुए आपको शर्म नहीं आयी ,….तो मुझे बोलते हुए क्यों ?........जीजाजी ने खुल्लमखुल्ला बोला …….. मै अभी अनु को जगाता हूँ और बताता हूँ कि आपने साडी खोलकर कहाँ फेंकी ………..


मम्मी शर्म से पानी पानी हो गयी ….. फिर हौले से बोली …..दामादजी ,…..प्लीज जाने दीजिये , बात क्यों बढ़ा रहे हैं …गलती हो गयी


गलती हो गयी तो सजा भी भुगतिए …..जीजाजी कुटिलता से डंडा लहराते बोले ……डंडे खाने पड़ेंगे ………आगे झुक जाइये ….


मम्मी विवशतावश आँगन में पड़े टूटी कुर्सी का हत्था पकड़कर आगे को झुक गयी …..जीजाजी आगे बढे और झटके से उनके पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया ………


मेरा दिल धक् से रह गया ……


मम्मी का पेटीकोट खुलकर जमीन पर गिड पडा ……….मम्मी तुरंत झुककर पेटीकोट उठाने की कोशिश की , लेकिन जीजाजी ने पेटीकोट पर पैर रख दिया था ….


अपनी नाकाम कोशिश के बाद मम्मी तुरंत दरवाजे की तरफ भागी पर जीजाजी लपककर दरवाजे पर खड़े हो गए ……..


मम्मी नीचे से नंगी जीजाजी के सामने खड़ी नहीं रह सकती थी ......मम्मी तुरंत घूमकर कमरे की दीवाल से चिपक गयी .....


जीजाजी ने एक जोरदार डंडा खींचकर मम्मी के गांड पर मारा .....मम्मी अपनी चींख दबाती हुई चीखी ......


जीजाजी ने डंडा मम्मी की गांड के नीचे घुसा दिया और उनकी बुर की दरार में फिराने लगे ...मम्मी कांप रही थी ....


फिर जीजाजी ने डंडा फेंककर उनके भरे नितम्बों पर हाथ फेरते हुए पूछा....बहुत जोर से लगी क्या ?......और अपना हाथ बढ़ाकर मम्मी की बुर को भींच लिया .............


फिर मम्मी को अपनी तरफ घुमाते हुए उनकी चुचियों को ब्लोउज के ऊपर से मसला ..........मम्मी ब्लोउज में दीवाल से सटकर अपना बदन छुपाते उकरून बैठकर सुबकने लगी ……



जीजाजी उनके तरफ बढ़ते हुए बोले ….ये तो गलत बात है सासू माँ , ……आप मुझे नंगा देख सकती है तो मै आपको क्यों नहीं ?………..अगर देखना ही था तो मुझसे कहती …..बहुत अच्छे से आपको दिखाता ….


फिर लुंगी खोलकर अपना घोड़े जैसा लंड मम्मी की आँखों के आगे लहराने लगे ……


मम्मी नजर उठाकर भी नहीं देख रही थी …….


जीजाजी अपना मुसल उनके चेहरे पर रगड़ने लगे , फिर कमर को आगे पीछे करते हुए मम्मी के चेहरे पर ठोकर मारने लगे ……….कुछ देर ऐसा ही चलता रहा ……फिर मेरी नजर नीचे गया ....मैंने देखा जीजाजी अपना चप्पल खोलकर अपना अंगूठा मम्मी की बुर में पेलकर हिला रहे हैं


......अचानक मम्मी ने मुंह खोलकर जीजाजी का हथौड़ा अपने होटों से दबा लिया और जंगली बिल्ली की तरह चूसने लगी …….


आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ………….सासू माँ आप तो अनु से भी अच्छा चूसती हो ………और मम्मी का सर पकड़कर उनका मुंह चोदने लगे ……


फिर उन्होंने मम्मी को खडा किया ……दोनों हाथो से उनके ब्लोउज को बिपरीत दिशा में खींचकर फाड़ दिया और उनके बड़े बड़े पपीते को चूसने लगे ………


फिर उनकी जांघे फैलाई और थोड़ा झुककर उनकी बुर पर मुंह लगा दिया और अपनी जीभ को कडा करके उनकी मक्खन जैसी बुर में पेल दिया .......


मम्मी सातवें आसमान पर थी .....


वो जीजाजी का सर पकड़कर अपनी बुर पर रगड़ रही थी ........दस मिनट बाद जीजाजी उनकी बुर से अपना मुंह हटाया और उनकी टांगो को फैलाते हुए खड़े खड़े अपना दनदनाता मूसल मम्मी की बुर में पेल दिया ……..


उसी समय मै अपने पैंट में ही झड गया …….


उस रात जीजाजी ने मम्मी की गांड भी बुरी तरह मारी ……


मै सोंच रहा था जीजाजी ने मेरे घर की सभी औरतों को चोद लिया …..अनैतिक संबंधो की श्रृंखला …….जिसे मै रात की संज्ञा दे रहा हूँ ....ऐसा अन्धेरा है ...ऐसा दलदल है जिसमे आदमी खुद तो धंसता ही है ...अपने सगे सम्बन्धियों को भी नहीं छोड़ता……कम से कम इस जनम में इसकी सुबह नहीं है ……………








हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator