FUN-MAZA-MASTI
हाय फ्रेंड्स मे आपका आशु एक बार फिर हाज़िर हूँ एक घटना जो मेरे दोस्त की ज़िंदगी मे घटी और उसकी पूरी ज़िंदगी बदल के रख दी। ये जो घटना मे आप लोगों को बताने जा रहा हूँ ये मेरी नहीं है मगर मेरे दोस्त के बाद सिर्फ़ मुझे ही इस घटना के बारे मे पता है ये एक बहुत ही लंबी कहानी है और आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ की इसमे मेरा भी एक छोटा सा रोल है जिसने कुछ हद तक मेरे भी सपनो को पूरा कर दिया।
ये एक ऐसी बात है जो कि अगर हमारे जान पहचान वालों मे से अगर किसी को पता चल गया तो मेरे दोस्त की बहुत बदनामी होगी इसीलिए मे आप लोगों को किसी का असली नाम या जगह का नाम नहीं बताऊंगा बस अब ज़्यादा बोर ना करते हुए में अपनी कहानी पर आता हूँ
ये उस वक़्त की बात है जब मे शहर मे नया नया आया था और अपने एक दोस्त के यहाँ रहता था जिस कॉलेज मे पढ़ता था वहा मेरा जो सबसे पहले दोस्त बना वो रवि था धीरे धीरे हम दोनो की दोस्ती गहरी हो गयी और हम दोनो बहुत अच्छे दोस्त बन गये मेरा उसके घर आना जाना था.
रवि के घर मे सिर्फ़ 3 लोग थे रवि उसका बाप और उसकी माँ रवि का बाप बहुत ही अमीर आदमी था इसीलिए वो बहुत शराब पीते थे और रोज़ रवि की माँ को मारते थे रवि का बाप रोज़ शाम को एक औरत के पास जाता था और वहाँ शराब के साथ साथ वो उस औरत को चोदता था। उस औरत का नाम सुधा था वो शादीशुदा थी मगर रवि के पापा की वजह से उसने अपने पति को छोड़ दिया था। सुधा की दो बेटियाँ थी सोनू और मोना दोनो बहने जुड़वा थी। उनकी उम्र 18 साल थी सुधा की एक छोटी बहन भी थी रोमा जो हमारी उम्र की थी.
रवि के बाप ने सुधा को एक फ्लेट दिया था जिसमे ये सब रहती थी रवि के बाप का सुधा के साथ उसकी शादी के पहले से ही चक्कर था। शादी के बाद भी सुधा ज़्यादातर टाइम अपने मायके मे ही बिताती थी। रोज़ रवि का बाप उसे अपने फार्म हाउस मे बुला के चोदता था सुधा अपने पति से ज़्यादा नहीं चुदवाती थी। सुधा की दोनो बेटियाँ रवि के बाप की चुदाई से ही हुई थी सुधा ने दोनो लड़कियों को जन्म देने के बाद अपने ससुराल मे सिर्फ़ 1 साल बिताया था। जब सुधा की माँ की मौत हुई उसने अपने पति को छोड़ दिया फिर रवि के बाप ने उसे एक फ्लेट खरीद के दिया जहाँ वो अपनी दोनो बेटीयों और बहन के साथ रहने लगी रवि अपने बाप की चोथी पत्नी का बेटा था उसके बाप की पहली पत्नी किसी के साथ भाग गयी और बाकी दोनो ने उसे छोड़ दिया.
फिर रवि के बाप ने कहीं से रवि की माँ को पटा के उससे शादी कर ली पहली 3 पत्नियों से कोई बच्चा नहीं था। रवि का बाप उसकी माँ को रोज़ रात को मारता था इसीलिए बिना कुछ कहे एक दिन रवि की माँ घर छोड़ कर चली गयी उसके जाने के बाद रवि थोड़ा चुप रहने लगा एक दिन हम दोनो उसके कमरे मे बैठे थे तो बाहर से कुछ आवाज़े आई। हम लोगो ने बाहर आ कर देखा तो उसका बाप सुधा, उसकी 2 बेटियाँ और बहन को अपने साथ ले कर घर आया फिर रवि के बाप ने रवि को पास बुलाया और कहा की ये आज से तेरी नयी माँ है ये दोनो लड़कियाँ तेरी छोटी बहन और ये (रोमा को दिखाते हुए) तेरी मोसी है ये लोग आज से हमारे साथ ही रहेंगी ये सुन के रवि गुस्से से लाल हो गया और अपने कमरे मे चला गया तो उसके बाप ने मुझसे कहा की तुम जा कर अपने दोस्त को समझाओ.
फिर मे रवि के कमरे मे आया तो देखा की रवि रो रहा था मेने उसे समझाया लेकिन वो समझने को तैयार ही नहीं हुआ कुछ देर बाद मे वहां से चला गया दूसरे दिन जब मे रवि के घर गया तो रवि कुछ बदला बदला सा लग रहा था। मेरे पूछने से उसने मुझसे कहा की वो अपने बाप और सोतेली माँ से बदला लेगा, मगर सही समय पर। ऐसे ही 3 महीने बीत गये एक दिन रवि के बाप को हॉस्पिटल मे भर्ती करना पड़ा वहां पता चला की उनका खून बिल्कुल खराब हो गया है वो बस कुछ ही दिनो के ही मेंहमान है फिर 4 दिन बाद उनकी मौत हो गयी। रवि उनसे इतनी नफ़रत करता था कि उसने उन्हे आग देने को भी मना कर दिया और बाद मे मेरे समझाने से वो मान गया। उसने अपने बाप का सारा क्रियाकर्म किया उसके बाप की गंदी आदतों की वजह से सारे रिश्तेदारों ने उनसे नाता तोड़ दिया था।
फिर एक दिन रवि ने मुझसे कहा की आज मे उस साली सुधा को नहीं छोड़ूँगा उस दिन रात को जब रवि घर गया तो सब लोग सो चुके थे उसने सुधा के कमरे का दरवाज़ा खोल के अंदर गया तो देखा की वो सो रही है रवि उसके उपर चढ़ने लगा तो वो जाग गयी सुधा ने कहा की ये क्या कर रहे हो तो रवि ने कहा की साली तुझे चुदवाने मे बड़ा मज़ा आता है ना चल आज तुझे मे दिखाता हूँ की चोदना किसे कहते है.
सुधा :- बेटा मे तेरी माँ जेसी हूँ तू मेरे साथ ये सब नहीं कर सकता।
रवि :- साली रंडी मेरे बाप से चुदवाने मे तो तुझे शर्म नहीं आई फिर मुझसे कैसी शर्म.
फिर सुधा रवि के पेर पकड़ के कहने लगी “मुझे जाने दो” रवि ने उसके गाल पर एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा और बोला “साली कुत्तिया तेरी वजह से मेरी माँ मुझे छोड़ कर चली गयी और तू कहती है की मे तुझे छोड़ दूँ अगर ऐसी बात है तो अभी के अभी मेरा घर छोड़ के चली जा मगर सुधा मजबूर थी क्योकी अब उसकी दोनो बेटियाँ बड़ी हो गई है तो वो जाए तो कहाँ जाए इसके बाद रवि ने सुधा की नाइटी को फाड़ के फेंक दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे खड़ी थी सुधा रवि के सामने गिडगिडा रही थी की उसे छोड़ दे। मगर रवि उसकी बातों को इग्नोर कर के उसे कस के एक और थप्पड़ मारा तो वो रोने लगी फिर रवि ने उसकी ब्रा-पेंटी को भी फाड़ के फेंक दिया अब सुधा बिल्कुल नंगी रवि के सामने खड़ी थी। रवि ने उसे अपने कपड़े उतारने को कहा सुधा ने रोते रोते रवि के सारे कपड़े उतार दिए।
अब दोनो ही नंगे हो गये रवि का लंड बहुत ही बड़ा था इतना बड़ा की मेने आज तक किसी ब्लू फिल्म मे भी इतना बड़ा और मोटा लंड नहीं देखा उसका लंड 9 इंच से भी बड़ा और 3 इंच से मोटा था। रवि ने सुधा के बालों को पकड़ा और कहा की बेठ नीचे और चूस मेरे लंड को वो मना करने लगी तो उसने उसके गालो पर फिर से एक थप्पड़ मारा और मुँह मे ज़बरदस्ती लंड डाल दिया लेकिन सुधा अब भी रो रही थी। इसके बावजूद रवि ने उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया रवि का लंड इतना बड़ा था कि सुधा के गले तक घुस जाता था फिर मजबूरी मे सुधा ने उसके लंड को चूसना शुरू कर दिया। करीब 15 मिनिट के बाद जब रवि झड़ने वाला था तो सुधा ने उसके लंड को मुँह से निकालने की कोशिश की मगर रवि ने उसके मुँह को ही पकड़ लिया और ढेर सारा वीर्य उसके मुँह मे छोड़ दिया.
रवि का वीर्य इतना निकला की सुधा को उल्टी आने लगी तो रवि ने उसके मुँह और नाक को अपने दोनो हाथो से बंद कर दिया जेसे तेसे सुधा ने सारा माल पी लिया मगर उसे अब भी उल्टी आ रही थी रवि ने फिर उसे उठा के बेड पर गिरा दिया अब वो उसकी दोनो चूचीयों को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा तो सुधा को दर्द होने लगा उसने उसकी दोनो निप्पल को इतना ज़ोर से दो उंगलियों से दबाया की वो चीखने लगी इसी तरह रवि ने उसकी दोनो चूचीयों और निप्पल को रग़ड रगड़ के लाल कर दिया सुधा दर्द के मारे तड़प रही थी। अब रवि ने उसकी दोनो टाँगे फैला के चूत के दाने को रग़डने लगा उसने देखा की सुधा को थोड़ी मस्ती चढ़ने लगी तो उसने चूत के दोनो होंठो को खोल के एक साथ अपनी 4 उंगलियों को ज़ोर से अंदर घुसेड दिया तो सुधा ऐसी चीखी की मानो उसकी चूत मे किसी ने गर्म गर्म एसिड डाल दिया हो।
रवि उसकी चूत मे जितना हो सके अपना हाथ घुसाते गया वो चीखती रही ऊऊहह माँ आआ मे तो मर गई निकाल आआहह लेकिन रवि उसकी चीख को इग्नोर करते हुए अपने हाथ को ज़ोर जोर से अंदर बाहर करने लगा दूसरे हाथ की उंगली को वो सुधा की गांड के छेद मे डालने लगा तो थोड़ा टाइट छेद था। मगर बिना कुछ सोचे उसने ज़बरदस्ती एक उंगली घुसा दी थोड़ा उसे अंदर बाहर करने के बाद उसने अपनी बाकी 3 उंगलियों को भी घुसा दिया इधर सुधा चिल्लाती रही ओह्ह्ह्ह गॉड मे मर गई। कुछ 15 मिनिट के बाद रवि उठा और किचन मे गया लेकिन सुधा को दर्द इतना था की वो उठ नहीं पा रही थी इसीलिए वो कही भाग नहीं सकती थी और ऐसे ही बेड पर बेसहारा की तरह पड़ी रही किचन से रवि दो बहुत ही बड़े बड़े बेंगन लेकर आया ये देख कर सुधा और भी डर गयी मगर वो कुछ नहीं कर सकती थी फिर रवि ने एक बेंगन को सुधा की चूत मे डाल दिया.
फिर उसने अपना लंड निकाल के एक ही झटके मे सुधा की गांड मे घुसेड दिया और ज़ोर जोर से दोनो तरफ से चोदने लगा सुधा चिल्लाती रही कुछ देर बाद उसने दूसरी बेंगन को भी सुधा की चूत मे घुसाने लगा तो नहीं घुसा फिर उसने अपने लंड को बाहर निकाला और सुधा की चूत को पेलते हुए ज़बरदस्ती दोनो बेंगन घुसेड दिया बेंगन बहुत ही मोटा था और एक साथ साथ मोटे बेंगन चूत मे घुसने के कारण से उसकी चूत फट गई और खून निकलने लगा सुधा चिल्लाती रही मगर उसकी बात को अनसुनी करते हुए रवि ने फिर से अपना लंड उसकी गांड मे घुसा दिया और चोदने लगा अब सुधा की हालत बहुत ही खराब हो गयी थी उसकी चूत से लगातार खून बहने लगा।
फिर रवि हर बार अपना लंड बाहर निकाल के एक ज़ोर का झटका देते हुए उसकी गांड मे घुसा देता ऐसे ही करीब 20 मिनिट चलने के बाद रवि झड़ गया और सारा वीर्य उसकी गांड मे डाल दिया झड़ते ही वो 3-4 मिनिट तक उसके उपर ही लेटे रहा फिर वो उठा उसने दोनो बेंगन सुधा की चूत से बाहर निकाले और खड़ा हो गया इतनी तेज़ चुदाई से सुधा बेहोश हो गयी थी। रवि ने उसके मुँह पर पानी मारा तो उसे थोड़ा होश आया मगर वो हिल नहीं पा रही थी। रवि ने उसे बोला की “साली रॅंडी इसे कहते है चुदाई, केसी लगी आज से तू मेरी रखेल है और मे तुझे हर रात को इसी तरह चोदूंगा अब तुझे भगवान भी नहीं बचा सकता। मुझसे इतना कह के वो वहां से चला गया सुधा ऐसे ही पूरी रात दर्द से तड़पती रही।
जब सुबह हुई तो उसकी बहन रोमा कमरे मे आई तो वो सुधा को इस हालत मे देख कर डर गयी रोमा ने सुधा से पूछा की ये सब केसे हुआ तो सुधा ने उसे रात की सारी बात बताई जिसे सुन के रोमा के पेरो तले ज़मीन सरक गयी। रोमा ने उसे कहा की “हम लोग यहाँ से आज ही कहीं चले जायेगे” मगर सुधा को ये मंजूर नहीं था क्योंकी उसके सामने रवि की जायदाद का भूत जो सवार था। उसने रोमा को जाने से मना कर दिया फिर रोमा किचन मे गयी और गर्म पानी कर के लेकर आई रोमा ने उसकी चूत, गांड, दोनो चूचीयों और लगभग शरीर के सारे हिस्से को गर्म पानी से सेकने लगी उसने सुधा को एक दर्द की गोली दे कर सुला दिया।
रोमा वहां से सीधी रवि के कमरे में गयी जहाँ रवि नंगा ही सो गया था उसने रवि को उठाया और बोला की तुमने ये ठीक नहीं किया। रवि तो पहले से ही गुस्से मे था उसने रोमा के गाल पर एक ज़ोर का थप्पड़ मारा और बोला “चिंता क्यों करती है साली बहुत ही जल्द तेरी भी बारी आयेगी उस वक़्त मे तुझे बताऊंगा की मे क्या क्या कर सकता हूँ और कितना बड़ा कमीना हूँ में” ये सुन कर रोमा के पेर काँपने लगे। वो वहां से चली गयी 10 बजे मेने रवि के घर जा कर डोर बेल बजाया तो रोमा ने दरवाजा खोला वो बहुत घबराई हुई सी थी। उसने मुझे अपने साथ सुधा के कमरे मे बुलाया मुझे तो पहले थोड़ा अजीब लगा तो मेने मना कर दिया लेकिन वो मेरे पेरो पर गिर गयी तो मे बिना कुछ कहे उसके पीछे चला गया रवि अभी तक सो रहा था और सुधा की दोनो बेटियाँ स्कूल जा चुकी थी मे जैसे ही कमरे मे घुसा तो रोमा ने दरवाजा बंद कर दिया तो मैंने रोमा को कहा की “ये क्या कर रही हो” क्योंकि आज तक रोमा, सुधा या उसकी दोनो बेटियों मे से किसी ने भी मुझसे बात नहीं की थी.
रोमा ने फिर से मेरे पेर पकड़ लिए और बोली “बचा लीजिए हम सबको” मेने उसे ऊपर उठाया और पूछा की किससे बचाऊँ तो उसने कहा की आपके दोस्त रवि से। ये सुनते ही मेने पूछा क्या किया रवि ने। उस वक़्त सुधा सो रही थी और रोमा ने उसके उपर एक रज़ाई डाल दी थी लेकिन वो अभी भी अंदर बिना कपड़ो के ही रज़ाई मे सो रही थी। रोमा ने सुधा के शरीर से रज़ाई हटा दी तो मे उसके बदन को देख कर चीख पड़ा और अपनी आँखे बंद कर ली रोमा ने कहा की देखिये आपके दोस्त की करतूत। क्योंकि सुधा बहुत गोरी थी तो इसीलिए रवि ने जो उसके पूरे बदन का भर्ता बना दिया था वो बिल्कुल साफ साफ दिखाई दे रहा था। उसका पूरा बदन लाल हो गया था। फिर रोमा ने मुझे उसके शरीर की सारी जगह दिखाई (चूत, गांड, बूब्स, और भी..) सुधा के दोनो बूब्स फुल के वॉटरमेलन जितने बड़े हो गये थे उसकी दोनो निप्पल सूज के नींबू जितनी हो गई थी।
फिर मेने उसकी चूत देखी तो अभी भी उसका मुँह खुला था जिसमे से कम से कम दो लंड घुस सकते थे और सूज गया था चूत खुली होने के कारण अंदर तक दिखाई दे रहा था अभी भी थोड़ा थोड़ा खून निकल रहा था। ठीक ऐसी हालत गांड की भी थी उसका भी छेद सूज गया था। फिर मेने रोमा से पूछा की ये सब केसे हुआ तो उसने मुझे रात की सारी बात बताई जिसे सुन कर मेरे भी होश उड़ गये क्योंकि रवि बहुत ही शांत किस्म का लड़का था। कॉलेज मे अगर उसे कोई छेड़ दे तो वो तब भी उसे कुछ नहीं कहता था बल्कि कभी कभी में गुस्सा होता था तो वो मुझे समझाता था लेकिन आज उसका ये रूप देख कर मुझे भी हैरानी हुई।
में समझ गया की अब तक उसकी ज़िंदगी में जो कुछ भी हुआ है उससे वो बहुत ज़्यादा डिस्टर्ब हो गया था। नहीं तो जिस लड़के को अगर कोई एक चाटा भी मार दे वो तब भी कुछ नहीं कहेगा और आज वो इतने गुस्से मे है कि वो ऐसा भी कर सकता है, में तो ये सब देख के और सुन के दंग रह गया था। फिर मेने रोमा और सुधा से रवि के शांत नेचर के बारे मे बताया तो वो लोग यकीन नहीं कर रहे थे। जब मैंने उन दोनो को सारी बात बताई तो सुधा समझ गयी की उससे कितनी बड़ी भूल हुई है फिर वो मेरे सामने रोने लगी और कहा की वो इस भूल का ज़रूर सुधार करेगी उसने कहा कि आगे से उस घर मे रवि जो कहेगा वही होगा और घर के सभी लोगों को रवि की बात माननी पड़ेगी।
मैंने उनसे कहा कि मे रवि को समझाने की कोशिश ज़रूर करूँगा। ये सब सुन के उन दोनो ने कहा कि हम सब आपको बहुत ही ग़लत समझते थे लेकिन आज आपकी बातें सुनकर हमारी नज़रों मे आपकी इज़्ज़त बढ़ गयी है। अब आप जो कहेंगे हम वही करेंगे फिर मे वहा से रवि के कमरे मे गया और उसको उठाया मेने रवि से कहा कि “यार तुमने कल रात केसे इतना बड़ा काम कर लिया मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि तू वही रवि है जिससे मेने दोस्ती की थी” उसने मुझसे कहा की वो जानता है की उसने ग़लती की है लेकिन अब वो पीछे नहीं हटेगा और मेरे समझाने से वो कुछ तो समझ गया लेकिन बोला की आज के बाद वो उनमे से किसी को नहीं मारेगा नहीं कोई तकलीफ पहुंचायेगा मगर वो अपना बदला ले कर ही रहेगा।
उसके बाद मे रवि को सुधा के कमरे मे ले कर गया और उसे सुधा की हालत दिखाई तो उसे भी बुरा लगा फिर उसने डॉक्टर को फोन करके बुलाया सुधा के इलाज़ के लिए उसके बाद डॉक्टर रोज़ आ कर सुधा के सारे ज़ख़्मो को ड्रेसिगं करने लगे सुधा को ठीक होने के लिए 10 से 15 दिन लगे।
दोस्तों ये बहुत ही बड़ी स्टोरी है तो एक भाग मे नहीं ख़त्म होगी में इसका अगला भाग बहुत जल्दी लेकर आऊंगा मुझे आशा है कि आपको मेरी यह स्टोरी जरुर पसंद आयेगी ।।
सौतेली माँ से लिया बदला 1
हाय फ्रेंड्स मे आपका आशु एक बार फिर हाज़िर हूँ एक घटना जो मेरे दोस्त की ज़िंदगी मे घटी और उसकी पूरी ज़िंदगी बदल के रख दी। ये जो घटना मे आप लोगों को बताने जा रहा हूँ ये मेरी नहीं है मगर मेरे दोस्त के बाद सिर्फ़ मुझे ही इस घटना के बारे मे पता है ये एक बहुत ही लंबी कहानी है और आप लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ की इसमे मेरा भी एक छोटा सा रोल है जिसने कुछ हद तक मेरे भी सपनो को पूरा कर दिया।
ये एक ऐसी बात है जो कि अगर हमारे जान पहचान वालों मे से अगर किसी को पता चल गया तो मेरे दोस्त की बहुत बदनामी होगी इसीलिए मे आप लोगों को किसी का असली नाम या जगह का नाम नहीं बताऊंगा बस अब ज़्यादा बोर ना करते हुए में अपनी कहानी पर आता हूँ
ये उस वक़्त की बात है जब मे शहर मे नया नया आया था और अपने एक दोस्त के यहाँ रहता था जिस कॉलेज मे पढ़ता था वहा मेरा जो सबसे पहले दोस्त बना वो रवि था धीरे धीरे हम दोनो की दोस्ती गहरी हो गयी और हम दोनो बहुत अच्छे दोस्त बन गये मेरा उसके घर आना जाना था.
रवि के घर मे सिर्फ़ 3 लोग थे रवि उसका बाप और उसकी माँ रवि का बाप बहुत ही अमीर आदमी था इसीलिए वो बहुत शराब पीते थे और रोज़ रवि की माँ को मारते थे रवि का बाप रोज़ शाम को एक औरत के पास जाता था और वहाँ शराब के साथ साथ वो उस औरत को चोदता था। उस औरत का नाम सुधा था वो शादीशुदा थी मगर रवि के पापा की वजह से उसने अपने पति को छोड़ दिया था। सुधा की दो बेटियाँ थी सोनू और मोना दोनो बहने जुड़वा थी। उनकी उम्र 18 साल थी सुधा की एक छोटी बहन भी थी रोमा जो हमारी उम्र की थी.
रवि के बाप ने सुधा को एक फ्लेट दिया था जिसमे ये सब रहती थी रवि के बाप का सुधा के साथ उसकी शादी के पहले से ही चक्कर था। शादी के बाद भी सुधा ज़्यादातर टाइम अपने मायके मे ही बिताती थी। रोज़ रवि का बाप उसे अपने फार्म हाउस मे बुला के चोदता था सुधा अपने पति से ज़्यादा नहीं चुदवाती थी। सुधा की दोनो बेटियाँ रवि के बाप की चुदाई से ही हुई थी सुधा ने दोनो लड़कियों को जन्म देने के बाद अपने ससुराल मे सिर्फ़ 1 साल बिताया था। जब सुधा की माँ की मौत हुई उसने अपने पति को छोड़ दिया फिर रवि के बाप ने उसे एक फ्लेट खरीद के दिया जहाँ वो अपनी दोनो बेटीयों और बहन के साथ रहने लगी रवि अपने बाप की चोथी पत्नी का बेटा था उसके बाप की पहली पत्नी किसी के साथ भाग गयी और बाकी दोनो ने उसे छोड़ दिया.
फिर रवि के बाप ने कहीं से रवि की माँ को पटा के उससे शादी कर ली पहली 3 पत्नियों से कोई बच्चा नहीं था। रवि का बाप उसकी माँ को रोज़ रात को मारता था इसीलिए बिना कुछ कहे एक दिन रवि की माँ घर छोड़ कर चली गयी उसके जाने के बाद रवि थोड़ा चुप रहने लगा एक दिन हम दोनो उसके कमरे मे बैठे थे तो बाहर से कुछ आवाज़े आई। हम लोगो ने बाहर आ कर देखा तो उसका बाप सुधा, उसकी 2 बेटियाँ और बहन को अपने साथ ले कर घर आया फिर रवि के बाप ने रवि को पास बुलाया और कहा की ये आज से तेरी नयी माँ है ये दोनो लड़कियाँ तेरी छोटी बहन और ये (रोमा को दिखाते हुए) तेरी मोसी है ये लोग आज से हमारे साथ ही रहेंगी ये सुन के रवि गुस्से से लाल हो गया और अपने कमरे मे चला गया तो उसके बाप ने मुझसे कहा की तुम जा कर अपने दोस्त को समझाओ.
फिर मे रवि के कमरे मे आया तो देखा की रवि रो रहा था मेने उसे समझाया लेकिन वो समझने को तैयार ही नहीं हुआ कुछ देर बाद मे वहां से चला गया दूसरे दिन जब मे रवि के घर गया तो रवि कुछ बदला बदला सा लग रहा था। मेरे पूछने से उसने मुझसे कहा की वो अपने बाप और सोतेली माँ से बदला लेगा, मगर सही समय पर। ऐसे ही 3 महीने बीत गये एक दिन रवि के बाप को हॉस्पिटल मे भर्ती करना पड़ा वहां पता चला की उनका खून बिल्कुल खराब हो गया है वो बस कुछ ही दिनो के ही मेंहमान है फिर 4 दिन बाद उनकी मौत हो गयी। रवि उनसे इतनी नफ़रत करता था कि उसने उन्हे आग देने को भी मना कर दिया और बाद मे मेरे समझाने से वो मान गया। उसने अपने बाप का सारा क्रियाकर्म किया उसके बाप की गंदी आदतों की वजह से सारे रिश्तेदारों ने उनसे नाता तोड़ दिया था।
फिर एक दिन रवि ने मुझसे कहा की आज मे उस साली सुधा को नहीं छोड़ूँगा उस दिन रात को जब रवि घर गया तो सब लोग सो चुके थे उसने सुधा के कमरे का दरवाज़ा खोल के अंदर गया तो देखा की वो सो रही है रवि उसके उपर चढ़ने लगा तो वो जाग गयी सुधा ने कहा की ये क्या कर रहे हो तो रवि ने कहा की साली तुझे चुदवाने मे बड़ा मज़ा आता है ना चल आज तुझे मे दिखाता हूँ की चोदना किसे कहते है.
सुधा :- बेटा मे तेरी माँ जेसी हूँ तू मेरे साथ ये सब नहीं कर सकता।
रवि :- साली रंडी मेरे बाप से चुदवाने मे तो तुझे शर्म नहीं आई फिर मुझसे कैसी शर्म.
फिर सुधा रवि के पेर पकड़ के कहने लगी “मुझे जाने दो” रवि ने उसके गाल पर एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा और बोला “साली कुत्तिया तेरी वजह से मेरी माँ मुझे छोड़ कर चली गयी और तू कहती है की मे तुझे छोड़ दूँ अगर ऐसी बात है तो अभी के अभी मेरा घर छोड़ के चली जा मगर सुधा मजबूर थी क्योकी अब उसकी दोनो बेटियाँ बड़ी हो गई है तो वो जाए तो कहाँ जाए इसके बाद रवि ने सुधा की नाइटी को फाड़ के फेंक दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे खड़ी थी सुधा रवि के सामने गिडगिडा रही थी की उसे छोड़ दे। मगर रवि उसकी बातों को इग्नोर कर के उसे कस के एक और थप्पड़ मारा तो वो रोने लगी फिर रवि ने उसकी ब्रा-पेंटी को भी फाड़ के फेंक दिया अब सुधा बिल्कुल नंगी रवि के सामने खड़ी थी। रवि ने उसे अपने कपड़े उतारने को कहा सुधा ने रोते रोते रवि के सारे कपड़े उतार दिए।
अब दोनो ही नंगे हो गये रवि का लंड बहुत ही बड़ा था इतना बड़ा की मेने आज तक किसी ब्लू फिल्म मे भी इतना बड़ा और मोटा लंड नहीं देखा उसका लंड 9 इंच से भी बड़ा और 3 इंच से मोटा था। रवि ने सुधा के बालों को पकड़ा और कहा की बेठ नीचे और चूस मेरे लंड को वो मना करने लगी तो उसने उसके गालो पर फिर से एक थप्पड़ मारा और मुँह मे ज़बरदस्ती लंड डाल दिया लेकिन सुधा अब भी रो रही थी। इसके बावजूद रवि ने उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया रवि का लंड इतना बड़ा था कि सुधा के गले तक घुस जाता था फिर मजबूरी मे सुधा ने उसके लंड को चूसना शुरू कर दिया। करीब 15 मिनिट के बाद जब रवि झड़ने वाला था तो सुधा ने उसके लंड को मुँह से निकालने की कोशिश की मगर रवि ने उसके मुँह को ही पकड़ लिया और ढेर सारा वीर्य उसके मुँह मे छोड़ दिया.
रवि का वीर्य इतना निकला की सुधा को उल्टी आने लगी तो रवि ने उसके मुँह और नाक को अपने दोनो हाथो से बंद कर दिया जेसे तेसे सुधा ने सारा माल पी लिया मगर उसे अब भी उल्टी आ रही थी रवि ने फिर उसे उठा के बेड पर गिरा दिया अब वो उसकी दोनो चूचीयों को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा तो सुधा को दर्द होने लगा उसने उसकी दोनो निप्पल को इतना ज़ोर से दो उंगलियों से दबाया की वो चीखने लगी इसी तरह रवि ने उसकी दोनो चूचीयों और निप्पल को रग़ड रगड़ के लाल कर दिया सुधा दर्द के मारे तड़प रही थी। अब रवि ने उसकी दोनो टाँगे फैला के चूत के दाने को रग़डने लगा उसने देखा की सुधा को थोड़ी मस्ती चढ़ने लगी तो उसने चूत के दोनो होंठो को खोल के एक साथ अपनी 4 उंगलियों को ज़ोर से अंदर घुसेड दिया तो सुधा ऐसी चीखी की मानो उसकी चूत मे किसी ने गर्म गर्म एसिड डाल दिया हो।
रवि उसकी चूत मे जितना हो सके अपना हाथ घुसाते गया वो चीखती रही ऊऊहह माँ आआ मे तो मर गई निकाल आआहह लेकिन रवि उसकी चीख को इग्नोर करते हुए अपने हाथ को ज़ोर जोर से अंदर बाहर करने लगा दूसरे हाथ की उंगली को वो सुधा की गांड के छेद मे डालने लगा तो थोड़ा टाइट छेद था। मगर बिना कुछ सोचे उसने ज़बरदस्ती एक उंगली घुसा दी थोड़ा उसे अंदर बाहर करने के बाद उसने अपनी बाकी 3 उंगलियों को भी घुसा दिया इधर सुधा चिल्लाती रही ओह्ह्ह्ह गॉड मे मर गई। कुछ 15 मिनिट के बाद रवि उठा और किचन मे गया लेकिन सुधा को दर्द इतना था की वो उठ नहीं पा रही थी इसीलिए वो कही भाग नहीं सकती थी और ऐसे ही बेड पर बेसहारा की तरह पड़ी रही किचन से रवि दो बहुत ही बड़े बड़े बेंगन लेकर आया ये देख कर सुधा और भी डर गयी मगर वो कुछ नहीं कर सकती थी फिर रवि ने एक बेंगन को सुधा की चूत मे डाल दिया.
फिर उसने अपना लंड निकाल के एक ही झटके मे सुधा की गांड मे घुसेड दिया और ज़ोर जोर से दोनो तरफ से चोदने लगा सुधा चिल्लाती रही कुछ देर बाद उसने दूसरी बेंगन को भी सुधा की चूत मे घुसाने लगा तो नहीं घुसा फिर उसने अपने लंड को बाहर निकाला और सुधा की चूत को पेलते हुए ज़बरदस्ती दोनो बेंगन घुसेड दिया बेंगन बहुत ही मोटा था और एक साथ साथ मोटे बेंगन चूत मे घुसने के कारण से उसकी चूत फट गई और खून निकलने लगा सुधा चिल्लाती रही मगर उसकी बात को अनसुनी करते हुए रवि ने फिर से अपना लंड उसकी गांड मे घुसा दिया और चोदने लगा अब सुधा की हालत बहुत ही खराब हो गयी थी उसकी चूत से लगातार खून बहने लगा।
फिर रवि हर बार अपना लंड बाहर निकाल के एक ज़ोर का झटका देते हुए उसकी गांड मे घुसा देता ऐसे ही करीब 20 मिनिट चलने के बाद रवि झड़ गया और सारा वीर्य उसकी गांड मे डाल दिया झड़ते ही वो 3-4 मिनिट तक उसके उपर ही लेटे रहा फिर वो उठा उसने दोनो बेंगन सुधा की चूत से बाहर निकाले और खड़ा हो गया इतनी तेज़ चुदाई से सुधा बेहोश हो गयी थी। रवि ने उसके मुँह पर पानी मारा तो उसे थोड़ा होश आया मगर वो हिल नहीं पा रही थी। रवि ने उसे बोला की “साली रॅंडी इसे कहते है चुदाई, केसी लगी आज से तू मेरी रखेल है और मे तुझे हर रात को इसी तरह चोदूंगा अब तुझे भगवान भी नहीं बचा सकता। मुझसे इतना कह के वो वहां से चला गया सुधा ऐसे ही पूरी रात दर्द से तड़पती रही।
जब सुबह हुई तो उसकी बहन रोमा कमरे मे आई तो वो सुधा को इस हालत मे देख कर डर गयी रोमा ने सुधा से पूछा की ये सब केसे हुआ तो सुधा ने उसे रात की सारी बात बताई जिसे सुन के रोमा के पेरो तले ज़मीन सरक गयी। रोमा ने उसे कहा की “हम लोग यहाँ से आज ही कहीं चले जायेगे” मगर सुधा को ये मंजूर नहीं था क्योंकी उसके सामने रवि की जायदाद का भूत जो सवार था। उसने रोमा को जाने से मना कर दिया फिर रोमा किचन मे गयी और गर्म पानी कर के लेकर आई रोमा ने उसकी चूत, गांड, दोनो चूचीयों और लगभग शरीर के सारे हिस्से को गर्म पानी से सेकने लगी उसने सुधा को एक दर्द की गोली दे कर सुला दिया।
रोमा वहां से सीधी रवि के कमरे में गयी जहाँ रवि नंगा ही सो गया था उसने रवि को उठाया और बोला की तुमने ये ठीक नहीं किया। रवि तो पहले से ही गुस्से मे था उसने रोमा के गाल पर एक ज़ोर का थप्पड़ मारा और बोला “चिंता क्यों करती है साली बहुत ही जल्द तेरी भी बारी आयेगी उस वक़्त मे तुझे बताऊंगा की मे क्या क्या कर सकता हूँ और कितना बड़ा कमीना हूँ में” ये सुन कर रोमा के पेर काँपने लगे। वो वहां से चली गयी 10 बजे मेने रवि के घर जा कर डोर बेल बजाया तो रोमा ने दरवाजा खोला वो बहुत घबराई हुई सी थी। उसने मुझे अपने साथ सुधा के कमरे मे बुलाया मुझे तो पहले थोड़ा अजीब लगा तो मेने मना कर दिया लेकिन वो मेरे पेरो पर गिर गयी तो मे बिना कुछ कहे उसके पीछे चला गया रवि अभी तक सो रहा था और सुधा की दोनो बेटियाँ स्कूल जा चुकी थी मे जैसे ही कमरे मे घुसा तो रोमा ने दरवाजा बंद कर दिया तो मैंने रोमा को कहा की “ये क्या कर रही हो” क्योंकि आज तक रोमा, सुधा या उसकी दोनो बेटियों मे से किसी ने भी मुझसे बात नहीं की थी.
रोमा ने फिर से मेरे पेर पकड़ लिए और बोली “बचा लीजिए हम सबको” मेने उसे ऊपर उठाया और पूछा की किससे बचाऊँ तो उसने कहा की आपके दोस्त रवि से। ये सुनते ही मेने पूछा क्या किया रवि ने। उस वक़्त सुधा सो रही थी और रोमा ने उसके उपर एक रज़ाई डाल दी थी लेकिन वो अभी भी अंदर बिना कपड़ो के ही रज़ाई मे सो रही थी। रोमा ने सुधा के शरीर से रज़ाई हटा दी तो मे उसके बदन को देख कर चीख पड़ा और अपनी आँखे बंद कर ली रोमा ने कहा की देखिये आपके दोस्त की करतूत। क्योंकि सुधा बहुत गोरी थी तो इसीलिए रवि ने जो उसके पूरे बदन का भर्ता बना दिया था वो बिल्कुल साफ साफ दिखाई दे रहा था। उसका पूरा बदन लाल हो गया था। फिर रोमा ने मुझे उसके शरीर की सारी जगह दिखाई (चूत, गांड, बूब्स, और भी..) सुधा के दोनो बूब्स फुल के वॉटरमेलन जितने बड़े हो गये थे उसकी दोनो निप्पल सूज के नींबू जितनी हो गई थी।
फिर मेने उसकी चूत देखी तो अभी भी उसका मुँह खुला था जिसमे से कम से कम दो लंड घुस सकते थे और सूज गया था चूत खुली होने के कारण अंदर तक दिखाई दे रहा था अभी भी थोड़ा थोड़ा खून निकल रहा था। ठीक ऐसी हालत गांड की भी थी उसका भी छेद सूज गया था। फिर मेने रोमा से पूछा की ये सब केसे हुआ तो उसने मुझे रात की सारी बात बताई जिसे सुन कर मेरे भी होश उड़ गये क्योंकि रवि बहुत ही शांत किस्म का लड़का था। कॉलेज मे अगर उसे कोई छेड़ दे तो वो तब भी उसे कुछ नहीं कहता था बल्कि कभी कभी में गुस्सा होता था तो वो मुझे समझाता था लेकिन आज उसका ये रूप देख कर मुझे भी हैरानी हुई।
में समझ गया की अब तक उसकी ज़िंदगी में जो कुछ भी हुआ है उससे वो बहुत ज़्यादा डिस्टर्ब हो गया था। नहीं तो जिस लड़के को अगर कोई एक चाटा भी मार दे वो तब भी कुछ नहीं कहेगा और आज वो इतने गुस्से मे है कि वो ऐसा भी कर सकता है, में तो ये सब देख के और सुन के दंग रह गया था। फिर मेने रोमा और सुधा से रवि के शांत नेचर के बारे मे बताया तो वो लोग यकीन नहीं कर रहे थे। जब मैंने उन दोनो को सारी बात बताई तो सुधा समझ गयी की उससे कितनी बड़ी भूल हुई है फिर वो मेरे सामने रोने लगी और कहा की वो इस भूल का ज़रूर सुधार करेगी उसने कहा कि आगे से उस घर मे रवि जो कहेगा वही होगा और घर के सभी लोगों को रवि की बात माननी पड़ेगी।
मैंने उनसे कहा कि मे रवि को समझाने की कोशिश ज़रूर करूँगा। ये सब सुन के उन दोनो ने कहा कि हम सब आपको बहुत ही ग़लत समझते थे लेकिन आज आपकी बातें सुनकर हमारी नज़रों मे आपकी इज़्ज़त बढ़ गयी है। अब आप जो कहेंगे हम वही करेंगे फिर मे वहा से रवि के कमरे मे गया और उसको उठाया मेने रवि से कहा कि “यार तुमने कल रात केसे इतना बड़ा काम कर लिया मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि तू वही रवि है जिससे मेने दोस्ती की थी” उसने मुझसे कहा की वो जानता है की उसने ग़लती की है लेकिन अब वो पीछे नहीं हटेगा और मेरे समझाने से वो कुछ तो समझ गया लेकिन बोला की आज के बाद वो उनमे से किसी को नहीं मारेगा नहीं कोई तकलीफ पहुंचायेगा मगर वो अपना बदला ले कर ही रहेगा।
उसके बाद मे रवि को सुधा के कमरे मे ले कर गया और उसे सुधा की हालत दिखाई तो उसे भी बुरा लगा फिर उसने डॉक्टर को फोन करके बुलाया सुधा के इलाज़ के लिए उसके बाद डॉक्टर रोज़ आ कर सुधा के सारे ज़ख़्मो को ड्रेसिगं करने लगे सुधा को ठीक होने के लिए 10 से 15 दिन लगे।
दोस्तों ये बहुत ही बड़ी स्टोरी है तो एक भाग मे नहीं ख़त्म होगी में इसका अगला भाग बहुत जल्दी लेकर आऊंगा मुझे आशा है कि आपको मेरी यह स्टोरी जरुर पसंद आयेगी ।।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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