FUN-MAZA-MASTI
चाची का चस्का
दोस्तों मेरा नाम मुकुल है और मैं आज आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। में तब 7 साल का था मेरे अंकल की शादी हुई थी। अंकल हमेशा ही जॉब के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। इसलिए चाची मुझे अपने साथ सोने के लिए बुलाती थी। में उनके साथ सोने के लिए हमेशा तैयार रहता था। चाची मुझे बच्चा समझ कर सुलाती लेकिन में हमेशा ही चाची को चोदने के बारे मे सोचता था। चाची सो जाती और में रात भर अपने नन्हे से लंड को खड़ा कर उनकी जाँघो, पेंटी के ऊपर फेरता और जब वो पीछे घूमकर सोती तो गांड को सटाता रहता लेकिन उन्हे कुछ पता नहीं चलता था। फिर कभी कभी में उनके बूब्स भी दबा देता। एक दिन तो मैने उनके बूब्स को मुहं मे लेकर बहुत देर तक चूसा लेकिन वो तो बस सोती रही। फिर दिन बीतते गये अब में 20 साल का हो गया था लेकिन अभी भी चाची मुझे बच्चा समझती थी। लेकिन अक्सर में उन्हें मस्ती भारी नज़रो से देख लेता था।
गर्मी के दिन मे चाची हमेशा गेट खोलकर सोती थी। वो जब सोती थी तो उन्हे कोई होश नहीं रहता था। सोते टाईम उनकी साड़ी अक्सर घुटनो से ऊपर हो जाती। इसलिए वो चादर ओढ़ कर सोती थी चाहे कोई भी मौसम हो लेकिन सोने के बाद चादर कहाँ फेंकती था किसे मालूम। तभी में एक दिन पानी पीने चाची के कमरे मे गया तो देखा कि चाची की साड़ी बहुत ऊपर आ चुकी है। तभी मेरा तो लंड खड़ा हो गया। फिर मैने सोचा कि आज चाची की चूत देख ही लेता हूँ तभी मै सोने के बहाने से उनके पास चला गया और गेट लगा दिया ताकि कोई देख ना ले।
फिर मैने सेंटर मे आकर देखा तो अंधेरे मे लाल रंग की पेंटी देखाई दी, में चूत के बिलकुल सीध मे लेट गया और सोने का नाटक करने लगा और हाथ यहाँ वहाँ डालना शुरू किया। पहले हल्का सा साड़ी को खिसकाया तो चाची सोई रही कोई रिएक्श्न नहीं फिर मैने साड़ी को पैर के ऊपर कर दिया, मेरा लंड पूरा टाईट हो गया था। फिर मैने अपने लंड को पेंट से बाहर कर लिया। तभी चाची ने करवट बदल ली। मेरी तो जान ही निकल गई थी। फिर मैने देखा कि वो चुपचाप करवट बदल कर सो गई है।
अब मेरे सामने चाची की गांड है मैने फिर लंड को निकाला और पेंटी के ऊपर से रगड़ना शुरू किया। फिर मैने साईड से पेंटी हटाकर गांड मे लंड डालना चाहा लेकिन तभी कोई आ गया और मेरा लंड प्यासा रह गया और में बाहर आ गया लेकिन उस रात फिर मौका मिल ही गया चाची बोली चलो छत पर हवा खाते है। में चाची के साथ चला गया चाची ने कहा कि तेरा वजन कितना है? तभी मैने कहा 51 किलो फिर मैने उनसे उनका वजन पूछा तो वो बोली पता नहीं फिर मैने कहा देखे आपका कितना वजन है वो बोली क्या तुम मुझे उठा पाओगे? तभी मैने झट से उन्हें उठा लिया।
अब उनकी गांड मेरे हाथो मे थी मैने इस तरह से उठाया था की उनकी साड़ी घुटनो तक आ गई थी लेकिन उन्होंने परवाह नहीं की क्योंकि उनको पता था कि मैने उन्हे कितने बार देखा है और शायद ये भी समझती थी कि ये अभी बच्चा ही है। फिर रात हो गई घर पर कोई नहीं था, वो बोली कि तुम मेरे साथ सो जाओ। मैने हाँ कर दी और सोच लिया जो भी हो जाए आज तो चोदकर ही रहूँगा। तभी हमने खाना खाया और खाना खाने के बाद हम सोने चले गये, तभी में चाची के नींद मे आने का इंतजार करने लगा।
फिर कुछ देर बाद वो गहरी नींद मे सो गई। अब मैंने साड़ी को ऊपर करना शुरू किया साड़ी पेंटी के ऊपर आ गई, फिर चाची ने करवट ली लेकिन में इस बार घबराया नहीं में जानता था कि वो नींद मे है। फिर उनकी गांड मेरे लंड के सामने थी मैने अपना लंड पेंट से बाहर किया और उनकी पेंटी को धीरे धीरे नीचे करने लगा। चाची तोड़ा सा भी हिलती तो में नींद का बहाना करके आँख बंद करके लेट जाता आख़िर में उनकी पेंटी गांड के होल के नीचे ले आया। अब में लंड को होल के पास ले जाकर घुसाने की कोशिश करने लगा।
लेकिन सही पोज़िशन ना होने के कारण वो जा नहीं पा रहा था और में पहली बार गांड मारने की कोशिश कर रहा था इसलिए भी पता नहीं चल पा रहा था कि कैसे अपना लंड घुसाऊं। फिर मैने थोड़ा सा ज़ोर लगाया, तभी चाची थोड़ी बड़बड़ाई मैने सोचा कि आज तो में काम से गया। फिर वो शांत हो गई शायद उनको कोई मच्छर ने काट लिया था। फिर मैने हिम्मत करके चाची के हाथों को पकड़ा और ज़ोर से धक्का दिया। लंड का कुछ पार्ट होल के अंदर चला गया साली बहुत टाईट गांड थी।
फिर मैने एक और जोर का धक्का दिया तो लंड और अंदर चला गया, तभी चाची की आँख खुली वो हैरान रह गई तभी वो बोली तुम ये क्या कर करे हो? उन्हे विश्वास ही नहीं हो रहा था। फिर वो उसी अवस्था मे उठी और खड़ी हो गई मेरा लंड खड़ा था वो मेरे लंड को देखी वो मुझे आधे घंटे तक डाटने के बाद फिर से लेट गयी। मेरा लंड फिर खड़ा हो गया लेकिन मैने कुछ किया नहीं लेकिन खड़े लंड को चाची अपनी गांड मे महसूस कर रही थी। तभी वो उठी और बोली तू ये क्या कर रहा है? मैं चुप रहा फिर चाची ने मेरे लंड को देखा और हाथ मे लिया और बोली देखूं तो कितना जवान हुआ है। फिर जैसे ही मेरा लंड निकला तो चाची की आँखे खुली की खुली रह गई, मेरा 8 इंच का लंड उनके सामने था। तभी वो बोली बाप रे इतना बड़ा तो तेरे चाचा का भी नहीं है, वो बोली तू कब से मेरी गांड मारना चाहता है मैं अब भी चुप रहा फिर वो बोली बोल नहीं तो तेरे पापा को बता दूँगी।
तभी मैने कहा कि जब से आपको देखा है, फिर वो हँसी वो बोली मुझे चोदने का बहुत शौक है? फिर मैने हाँ बोला वो हंस पड़ी और मुझे उन्होंने पूरा नंगा कर दिया और खुद मेरे सामने लेट गयी और बोली आज जी भरकर चोद अपनी चाची को। तभी मैने तुरंत नीचे होकर चूत मे लंड डालकर उनको चोदना शुरू किया वो बहुत जोर से चिल्लाई लेकिन मैने पूरा का पूरा लंड एक जोर के धक्के मे ही घुसा दिया। अब वो मुझे लंड को निकालने के लिये कह रही थी लेकिन मै नहीं माना और उन्होंने मुझे धक्के से हटाना चाहा लेकिन मैने उसे बहुत कसकर पकड़ लिया था।
फिर अपने मोटे लंड को आगे पीछे करना शुरू किया वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी। मैने चुदाई पूरे जोर से और फुल स्पीड मे करना शुरू किया जैसे एक कुत्ता कुतिया को चोदता है। वो अब ऊओहह प्लीज़ धीरे करो आई माँ मरी में कितना बड़ा लंड है कोई बचाओ मुझे आज ये मेरी चूत फाड़ कर ही मुझे छोड़ेगा। तभी मैने टीवी का वॉल्यूम बढ़ा दिया ताकि आवाज़ बाहर ना जा सके और फुल स्पीड मे धक्को पे धक्के देता रहा, फिर 15 मिनट बाद वो चिल्ला तो रही थी लेकिन चुदाई का मज़ा भी ले रही थी और वो मुझे चोदने से मना नहीं कर रही थी।
फिर मै चुदाई का मजा ले रहा था और चाची मेरा पूरा पूरा साथ भी देने लगी लेकिन करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मै चाची की चूत मे झड़ गया और वो पूरी अकड़ गई शायद हम दोनों एक के बाद एक झड़ गये और वो बिलकुल शांत हो गई तभी कुछ देर बाद वो भी झड़ चुकी थी।
फिर वो उठी और अपनी चूत को हाथ लगाकर देखने लगी और फिर मेरे लंड पर लगा हुआ वीर्य और लंड को साफ करने के साथ साथ अब लंड को सहलाने भी लगी थी। दोस्तों चाची बड़ी और मोटी गांड देखकर अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और तभी चाची ने लंड को सहलाना शुरू किया और लंड को मुहं मे लेकर जोर जोर से चूसने लगी उसके दस मिनट लंड को चूसने के बाद मैने फिर से चाची पकड़ कर उनकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया लेकिन अब मेरी हालत बहुत खराब थी अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि ये चुदाई मेरी पहली चुदाई थी।
फिर मैने अपने लंड को चाची को उल्टा करके चाची की गांड पर टिका दिया था और एक जोरदार धक्का दिया तो मेरे लंड का मुहं ही चाची की गांड में घुस सका और बाकी बाहर था। लेकिन थोड़ा ही लंड के अंदर जाने से ही उसके आँखों मे आंसू ला दिए थे। फिर मैने उससे पूछा चाची क्या आपको दर्द हो रहा है, तभी वो बड़े प्यार से मेरी तरफ देखकर बोली कि आज से में तुम्हारी हूँ मै तो तुम्हे अभी तक बच्चा समझ रही थी, तुम तो बस चोदो।
अब मैने फिर से लंड का मुहं चाची की गांड पर लगाया और धीरे से एक धक्का मारा, मेरे लंड का मुहं चाची की गांड में चला गया और फिर वो दर्द से बहुत जोर से चीख पड़ी, उनके दर्द के साथ साथ मेरे लंड को भी बहुत दर्द था। लेकिन अब मुझे पुरा एहसास हो रहा था कि उसे फिर से बहुत दर्द हो रहा है। तभी मैने अपने लंड को और ज़ोर लगाकर दबाया और कम से कम आधा लंड अंदर चला गया और फिर से उसके मुहं से चीख निकल गई थी। तभी में उसे किस करने लगा और उसके बूब्स को मसलने लगा था और वो चुपचाप पड़ी रही और में उसके बूब्स को मसलता रहा और थोड़ी देर बाद वो मुझे थोड़ी नॉर्मल सी हो गई। फिर मै धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करने लगा और उसे अभी भी थोड़ा सा दर्द हो रहा था।
फिर थोड़ी देर बाद मैने एक ज़ोर का धक्का लगाकर अपने पूरे लंड को चाची की गांड के अंदर डाल दिया था और चाची की आँखो से आंसू निकलने लगे थे और फिर उसने दर्द से अपनी आँखे बंद कर ली और आंसू बाहर आने लगे। अब में उसे किस करता रहा और फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि आज तुमने मुझे चोद कर पूरी चुदाई का सुख दिया है, में तुम्हे अब जिंदगी भर कभी भी चुदाई के लिये मना नहीं करूंगी। तभी मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे ज़ोर से अपनी बाहों मे पकड़ कर किस करने लगा था और मै अब उसे पूरे जोश से चोद रहा था और वो भी मुझे किस कर रही थी।
अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था, तभी वो मज़े मे बोल रही थी। ओह चोदो मुझे चोदो आज फाड़ दो मेरी गांड मै तुम्हारी हूँ और फिर वो मुझे जोर से पकड़ कर मुझसे चिपक लई और तभी मैने भी अपनी स्पीड बड़ा दी और मै उसे तेज तेज धक्को से चोदने लगा था और अब वो उसी समय झड़ गई और तभी थोड़ी देर के बाद में भी झड़ गया था और मैने अपनी स्पीड बड़ा दी और उसको बोला चाची मेरा वीर्य निकलने वाला है कहाँ पर डालूं, तभी वो बोली कि डाल दो कहीं भी। तभी मैने भी अपना वीर्य तेज और गहरे धक्को के साथ चाची गांड में ही डाल दिया और में उसे किस करने लगा और वो भी मुझे किस कर रही थी। फिर कुछ देर बाद उसने उठकर लंड को मुहं मे लिया और चूसने लगी। अब उसके लंड को चूसने से मुझे बहुत आराम मिल रहा था और वो जोर जोर से चूसे जा रही थी। फिर लंड को चूस चूसकर दोबारा चोदने को तैयार कर दिया, लेकिन फिर चाची ने कहा अब तुम मुझ पर छोड़ दो मै अब मुहं मे लेकर इसको शांत करूंगी। तभी उसने लंड हाथ से पकड़ कर अपने मुहं मे लिया और मै उसके मुहं मे ही धीरे से धक्के दिये और वो मजे ले रही थी। मैने लंड को उसके मुहं में पूरा डाल दिया था और में चोदे जा रहा था, करीब दस मिनट बाद मैने स्पीड बड़ा दी थी क्योंकि में अब झड़ने वाला था और कुछ दो चार धक्को के बाद में चाची के मुहं में ही झड़ गया और वो लंड से निकले हुए वीर्य को पूरा चाट गई। फिर चाची ने लंड को चाटकर पूरा साफ कर दिया। अब थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे और कपड़े पहनने लगे, तभी चाची कहने लगी वाह आज तूने मेरी पूरी भूख शांत करके मुझे पूरा सुख दिया वरना तेरे चाचा के पास तो मेरे लिये वक्त ही नहीं।
उस दिन के बाद मैने अपनी चाची को हर रोज कई बार चोदा और वो हर बार चुदाई का मजा लेती रही। आज मैं 22 साल का हो गया हूँ और चाची 34 साल की हो चुकि है। बस अब हम दोनों मौके की ही तलाश में रहते है कि कब हमे मौका मिले और हम चुदाई करें ।।
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चाची का चस्का
दोस्तों मेरा नाम मुकुल है और मैं आज आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। में तब 7 साल का था मेरे अंकल की शादी हुई थी। अंकल हमेशा ही जॉब के सिलसिले में बाहर ही रहते थे। इसलिए चाची मुझे अपने साथ सोने के लिए बुलाती थी। में उनके साथ सोने के लिए हमेशा तैयार रहता था। चाची मुझे बच्चा समझ कर सुलाती लेकिन में हमेशा ही चाची को चोदने के बारे मे सोचता था। चाची सो जाती और में रात भर अपने नन्हे से लंड को खड़ा कर उनकी जाँघो, पेंटी के ऊपर फेरता और जब वो पीछे घूमकर सोती तो गांड को सटाता रहता लेकिन उन्हे कुछ पता नहीं चलता था। फिर कभी कभी में उनके बूब्स भी दबा देता। एक दिन तो मैने उनके बूब्स को मुहं मे लेकर बहुत देर तक चूसा लेकिन वो तो बस सोती रही। फिर दिन बीतते गये अब में 20 साल का हो गया था लेकिन अभी भी चाची मुझे बच्चा समझती थी। लेकिन अक्सर में उन्हें मस्ती भारी नज़रो से देख लेता था।
गर्मी के दिन मे चाची हमेशा गेट खोलकर सोती थी। वो जब सोती थी तो उन्हे कोई होश नहीं रहता था। सोते टाईम उनकी साड़ी अक्सर घुटनो से ऊपर हो जाती। इसलिए वो चादर ओढ़ कर सोती थी चाहे कोई भी मौसम हो लेकिन सोने के बाद चादर कहाँ फेंकती था किसे मालूम। तभी में एक दिन पानी पीने चाची के कमरे मे गया तो देखा कि चाची की साड़ी बहुत ऊपर आ चुकी है। तभी मेरा तो लंड खड़ा हो गया। फिर मैने सोचा कि आज चाची की चूत देख ही लेता हूँ तभी मै सोने के बहाने से उनके पास चला गया और गेट लगा दिया ताकि कोई देख ना ले।
फिर मैने सेंटर मे आकर देखा तो अंधेरे मे लाल रंग की पेंटी देखाई दी, में चूत के बिलकुल सीध मे लेट गया और सोने का नाटक करने लगा और हाथ यहाँ वहाँ डालना शुरू किया। पहले हल्का सा साड़ी को खिसकाया तो चाची सोई रही कोई रिएक्श्न नहीं फिर मैने साड़ी को पैर के ऊपर कर दिया, मेरा लंड पूरा टाईट हो गया था। फिर मैने अपने लंड को पेंट से बाहर कर लिया। तभी चाची ने करवट बदल ली। मेरी तो जान ही निकल गई थी। फिर मैने देखा कि वो चुपचाप करवट बदल कर सो गई है।
अब मेरे सामने चाची की गांड है मैने फिर लंड को निकाला और पेंटी के ऊपर से रगड़ना शुरू किया। फिर मैने साईड से पेंटी हटाकर गांड मे लंड डालना चाहा लेकिन तभी कोई आ गया और मेरा लंड प्यासा रह गया और में बाहर आ गया लेकिन उस रात फिर मौका मिल ही गया चाची बोली चलो छत पर हवा खाते है। में चाची के साथ चला गया चाची ने कहा कि तेरा वजन कितना है? तभी मैने कहा 51 किलो फिर मैने उनसे उनका वजन पूछा तो वो बोली पता नहीं फिर मैने कहा देखे आपका कितना वजन है वो बोली क्या तुम मुझे उठा पाओगे? तभी मैने झट से उन्हें उठा लिया।
अब उनकी गांड मेरे हाथो मे थी मैने इस तरह से उठाया था की उनकी साड़ी घुटनो तक आ गई थी लेकिन उन्होंने परवाह नहीं की क्योंकि उनको पता था कि मैने उन्हे कितने बार देखा है और शायद ये भी समझती थी कि ये अभी बच्चा ही है। फिर रात हो गई घर पर कोई नहीं था, वो बोली कि तुम मेरे साथ सो जाओ। मैने हाँ कर दी और सोच लिया जो भी हो जाए आज तो चोदकर ही रहूँगा। तभी हमने खाना खाया और खाना खाने के बाद हम सोने चले गये, तभी में चाची के नींद मे आने का इंतजार करने लगा।
फिर कुछ देर बाद वो गहरी नींद मे सो गई। अब मैंने साड़ी को ऊपर करना शुरू किया साड़ी पेंटी के ऊपर आ गई, फिर चाची ने करवट ली लेकिन में इस बार घबराया नहीं में जानता था कि वो नींद मे है। फिर उनकी गांड मेरे लंड के सामने थी मैने अपना लंड पेंट से बाहर किया और उनकी पेंटी को धीरे धीरे नीचे करने लगा। चाची तोड़ा सा भी हिलती तो में नींद का बहाना करके आँख बंद करके लेट जाता आख़िर में उनकी पेंटी गांड के होल के नीचे ले आया। अब में लंड को होल के पास ले जाकर घुसाने की कोशिश करने लगा।
लेकिन सही पोज़िशन ना होने के कारण वो जा नहीं पा रहा था और में पहली बार गांड मारने की कोशिश कर रहा था इसलिए भी पता नहीं चल पा रहा था कि कैसे अपना लंड घुसाऊं। फिर मैने थोड़ा सा ज़ोर लगाया, तभी चाची थोड़ी बड़बड़ाई मैने सोचा कि आज तो में काम से गया। फिर वो शांत हो गई शायद उनको कोई मच्छर ने काट लिया था। फिर मैने हिम्मत करके चाची के हाथों को पकड़ा और ज़ोर से धक्का दिया। लंड का कुछ पार्ट होल के अंदर चला गया साली बहुत टाईट गांड थी।
फिर मैने एक और जोर का धक्का दिया तो लंड और अंदर चला गया, तभी चाची की आँख खुली वो हैरान रह गई तभी वो बोली तुम ये क्या कर करे हो? उन्हे विश्वास ही नहीं हो रहा था। फिर वो उसी अवस्था मे उठी और खड़ी हो गई मेरा लंड खड़ा था वो मेरे लंड को देखी वो मुझे आधे घंटे तक डाटने के बाद फिर से लेट गयी। मेरा लंड फिर खड़ा हो गया लेकिन मैने कुछ किया नहीं लेकिन खड़े लंड को चाची अपनी गांड मे महसूस कर रही थी। तभी वो उठी और बोली तू ये क्या कर रहा है? मैं चुप रहा फिर चाची ने मेरे लंड को देखा और हाथ मे लिया और बोली देखूं तो कितना जवान हुआ है। फिर जैसे ही मेरा लंड निकला तो चाची की आँखे खुली की खुली रह गई, मेरा 8 इंच का लंड उनके सामने था। तभी वो बोली बाप रे इतना बड़ा तो तेरे चाचा का भी नहीं है, वो बोली तू कब से मेरी गांड मारना चाहता है मैं अब भी चुप रहा फिर वो बोली बोल नहीं तो तेरे पापा को बता दूँगी।
तभी मैने कहा कि जब से आपको देखा है, फिर वो हँसी वो बोली मुझे चोदने का बहुत शौक है? फिर मैने हाँ बोला वो हंस पड़ी और मुझे उन्होंने पूरा नंगा कर दिया और खुद मेरे सामने लेट गयी और बोली आज जी भरकर चोद अपनी चाची को। तभी मैने तुरंत नीचे होकर चूत मे लंड डालकर उनको चोदना शुरू किया वो बहुत जोर से चिल्लाई लेकिन मैने पूरा का पूरा लंड एक जोर के धक्के मे ही घुसा दिया। अब वो मुझे लंड को निकालने के लिये कह रही थी लेकिन मै नहीं माना और उन्होंने मुझे धक्के से हटाना चाहा लेकिन मैने उसे बहुत कसकर पकड़ लिया था।
फिर अपने मोटे लंड को आगे पीछे करना शुरू किया वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी। मैने चुदाई पूरे जोर से और फुल स्पीड मे करना शुरू किया जैसे एक कुत्ता कुतिया को चोदता है। वो अब ऊओहह प्लीज़ धीरे करो आई माँ मरी में कितना बड़ा लंड है कोई बचाओ मुझे आज ये मेरी चूत फाड़ कर ही मुझे छोड़ेगा। तभी मैने टीवी का वॉल्यूम बढ़ा दिया ताकि आवाज़ बाहर ना जा सके और फुल स्पीड मे धक्को पे धक्के देता रहा, फिर 15 मिनट बाद वो चिल्ला तो रही थी लेकिन चुदाई का मज़ा भी ले रही थी और वो मुझे चोदने से मना नहीं कर रही थी।
फिर मै चुदाई का मजा ले रहा था और चाची मेरा पूरा पूरा साथ भी देने लगी लेकिन करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मै चाची की चूत मे झड़ गया और वो पूरी अकड़ गई शायद हम दोनों एक के बाद एक झड़ गये और वो बिलकुल शांत हो गई तभी कुछ देर बाद वो भी झड़ चुकी थी।
फिर वो उठी और अपनी चूत को हाथ लगाकर देखने लगी और फिर मेरे लंड पर लगा हुआ वीर्य और लंड को साफ करने के साथ साथ अब लंड को सहलाने भी लगी थी। दोस्तों चाची बड़ी और मोटी गांड देखकर अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और तभी चाची ने लंड को सहलाना शुरू किया और लंड को मुहं मे लेकर जोर जोर से चूसने लगी उसके दस मिनट लंड को चूसने के बाद मैने फिर से चाची पकड़ कर उनकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया लेकिन अब मेरी हालत बहुत खराब थी अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि ये चुदाई मेरी पहली चुदाई थी।
फिर मैने अपने लंड को चाची को उल्टा करके चाची की गांड पर टिका दिया था और एक जोरदार धक्का दिया तो मेरे लंड का मुहं ही चाची की गांड में घुस सका और बाकी बाहर था। लेकिन थोड़ा ही लंड के अंदर जाने से ही उसके आँखों मे आंसू ला दिए थे। फिर मैने उससे पूछा चाची क्या आपको दर्द हो रहा है, तभी वो बड़े प्यार से मेरी तरफ देखकर बोली कि आज से में तुम्हारी हूँ मै तो तुम्हे अभी तक बच्चा समझ रही थी, तुम तो बस चोदो।
अब मैने फिर से लंड का मुहं चाची की गांड पर लगाया और धीरे से एक धक्का मारा, मेरे लंड का मुहं चाची की गांड में चला गया और फिर वो दर्द से बहुत जोर से चीख पड़ी, उनके दर्द के साथ साथ मेरे लंड को भी बहुत दर्द था। लेकिन अब मुझे पुरा एहसास हो रहा था कि उसे फिर से बहुत दर्द हो रहा है। तभी मैने अपने लंड को और ज़ोर लगाकर दबाया और कम से कम आधा लंड अंदर चला गया और फिर से उसके मुहं से चीख निकल गई थी। तभी में उसे किस करने लगा और उसके बूब्स को मसलने लगा था और वो चुपचाप पड़ी रही और में उसके बूब्स को मसलता रहा और थोड़ी देर बाद वो मुझे थोड़ी नॉर्मल सी हो गई। फिर मै धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करने लगा और उसे अभी भी थोड़ा सा दर्द हो रहा था।
फिर थोड़ी देर बाद मैने एक ज़ोर का धक्का लगाकर अपने पूरे लंड को चाची की गांड के अंदर डाल दिया था और चाची की आँखो से आंसू निकलने लगे थे और फिर उसने दर्द से अपनी आँखे बंद कर ली और आंसू बाहर आने लगे। अब में उसे किस करता रहा और फिर थोड़ी देर के बाद वो बोली कि आज तुमने मुझे चोद कर पूरी चुदाई का सुख दिया है, में तुम्हे अब जिंदगी भर कभी भी चुदाई के लिये मना नहीं करूंगी। तभी मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे ज़ोर से अपनी बाहों मे पकड़ कर किस करने लगा था और मै अब उसे पूरे जोश से चोद रहा था और वो भी मुझे किस कर रही थी।
अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था, तभी वो मज़े मे बोल रही थी। ओह चोदो मुझे चोदो आज फाड़ दो मेरी गांड मै तुम्हारी हूँ और फिर वो मुझे जोर से पकड़ कर मुझसे चिपक लई और तभी मैने भी अपनी स्पीड बड़ा दी और मै उसे तेज तेज धक्को से चोदने लगा था और अब वो उसी समय झड़ गई और तभी थोड़ी देर के बाद में भी झड़ गया था और मैने अपनी स्पीड बड़ा दी और उसको बोला चाची मेरा वीर्य निकलने वाला है कहाँ पर डालूं, तभी वो बोली कि डाल दो कहीं भी। तभी मैने भी अपना वीर्य तेज और गहरे धक्को के साथ चाची गांड में ही डाल दिया और में उसे किस करने लगा और वो भी मुझे किस कर रही थी। फिर कुछ देर बाद उसने उठकर लंड को मुहं मे लिया और चूसने लगी। अब उसके लंड को चूसने से मुझे बहुत आराम मिल रहा था और वो जोर जोर से चूसे जा रही थी। फिर लंड को चूस चूसकर दोबारा चोदने को तैयार कर दिया, लेकिन फिर चाची ने कहा अब तुम मुझ पर छोड़ दो मै अब मुहं मे लेकर इसको शांत करूंगी। तभी उसने लंड हाथ से पकड़ कर अपने मुहं मे लिया और मै उसके मुहं मे ही धीरे से धक्के दिये और वो मजे ले रही थी। मैने लंड को उसके मुहं में पूरा डाल दिया था और में चोदे जा रहा था, करीब दस मिनट बाद मैने स्पीड बड़ा दी थी क्योंकि में अब झड़ने वाला था और कुछ दो चार धक्को के बाद में चाची के मुहं में ही झड़ गया और वो लंड से निकले हुए वीर्य को पूरा चाट गई। फिर चाची ने लंड को चाटकर पूरा साफ कर दिया। अब थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे और कपड़े पहनने लगे, तभी चाची कहने लगी वाह आज तूने मेरी पूरी भूख शांत करके मुझे पूरा सुख दिया वरना तेरे चाचा के पास तो मेरे लिये वक्त ही नहीं।
उस दिन के बाद मैने अपनी चाची को हर रोज कई बार चोदा और वो हर बार चुदाई का मजा लेती रही। आज मैं 22 साल का हो गया हूँ और चाची 34 साल की हो चुकि है। बस अब हम दोनों मौके की ही तलाश में रहते है कि कब हमे मौका मिले और हम चुदाई करें ।।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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