FUN-MAZA-MASTI
ठरकी की लाइफ में ..25
***********
अब आगे
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और ये तभी भरेंगी जब इनके उपर मेहनत की जाएगी...ये सोचते हुए पूजा का सिर उसकी छातियों पर झुकता चला गया..और अपने होंठ,दाँत और जीभ रूपी ओजरों से उसने रिया के बूब्स पर मेहनत करनी शुरू कर दी..
सबसे पहले अपनी गर्म जीभ से उसने रिया के निप्पल्स को छुआ....जो रिया के शरीर पर पहला स्पर्श था किसी का...ज़्यादातर लड़कियों के शरीर पर पहला स्पर्श किसी लड़के का होता है..पर लड़की के स्पर्श में भी कोई बुराई नही थी इस वक़्त...रिया ने एक तड़प भारी किलकारी मारते हुए अपनी दीदी के सिर को पकड़कर ज़ोर से दबा लिया अपनी छातियो पर...और चीख पड़ी वो..
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स.......आआआआआअहह दीदी............. ...उफफफफफफफफफफफफ फफफ्फ़.........क्या फीलिंग है ......माय गॉड ..... आआआआआआआअहह........ज़ोर से सक्क करो ना....दीदी............प्लीईईईईस......काट लो इन्हे......जोरों से...............दांतो से..................आआआआआआहह उूुुुउउफ़फ्फ़ एसस्स ऐसे ही................. उम्म्म्ममममममममममममममममममममम आआआआआआआहह दीदी..........यार .....कहाँ थी आप ......पहले क्यों नही किया ये सब..................उम्म्म्मममममममममममममम.......''
रिया तो भाव विभोर सी हुई जा रही थी अपने शरीर को मिल रहे इतने उत्तेजक मज़े को महसूस करते हुए...उसे पता तो था की ऐसा ही कुछ होता होगा..पर अभी जो कुछ भी हो रहा था उसके साथ वो उसे शब्दों मे व्यक्त कर ही नही सकती थी...ऐसा मज़ा ...इतना आनद....उत्तेजना का इतना संचार...ऐसी तड़प...उसने आज तक सोचा भी नही था की सेक्स के खेल में इतना मज़ा आता है...
पूजा के सिर को कभी एक पर तो कभी दूसरी ब्रेस्ट पर वो लट्टू की तरह घुमा रही थी...उसकी लार से उसने अपनी छातियों की पुताई करवा ली...उसके लंबे और नुकीले निप्पल अपने पुर शबाब पर आ चुके थे...
वो बेड पर पड़ी हुई किसी मछली की तरह तड़प रही थी.
उसने अपनी नशीली आँखो से पूजा की तरफ देखा..और फिर अपने हाथ उपर करते हुए उसने पूजा की ब्रैस्ट को पकड़ लिया...
पूजा को तो ऐसा लगा जैसे उसके दिल की धड़कन रुक जाएगी..जब रिया ने उन्हे टी शर्ट के उपर से ही मसलना शुरू किया..
''उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उऊहह ...............आआआआआआअहह रिया..................उम्म्म्ममममममममम...... .एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स......''
और फिर धीरे-2 रिया ने उसकी टी शर्ट को उपर खिसकाना शुरू कर दिया...और अंत में आते-2 उसे उतार कर अपनी ही टी शर्ट के उपर फेंक दिया..पूजा ने तो ब्रा पहनी हुई थी...जिसे उसने खुद ही अपने हाथ पीछे करते हुए खोल दिया..
और जैसे ही उसके बूब्स रिया की नज़रों के सामने आए, अपने आप ही उसका मुँह उनकी तरफ खींचता चला गया..और उसने एक जोरदार झटके के साथ उसकी बड़ी सी ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया..
किसी बच्चे की तरह वो उसके लम्बे निप्पल का दूध पीने लगी..
और अपनी नन्ही बहन को अपनी छाती से चिपका कर पूजा ने एक रस भरी सिसकारी मारकर उसे और अंदर घुसा लिया..
''आआआआआआआआआअहह ओह्ह्ह्ह माय बैबी .................. सकक्क मी......सक्क.....इट ......बैबी.....''
बैबी तो पहले से ही उत्तेजना के शिखर पर थी...अपनी बहन की दर्द भारी पुकार सुनकर वो और ज़ोर से उसके दानों को अपने पैने दांतो से कुतरने लगी...किसी चुहिया की तरह...और हर बार काटने पर पूजा के शरीर से एक अजीब सी तरंग उठ जाती..जिसे रिया सॉफ महसूस कर पा रही थी..
ये खेल दोनों के लिए नया था...आज से पहले उन्होने किसी लड़के या लड़की के साथ ऐसा कुछ भी नही किया था...पर सेक्स भी अजीब तरह का खेल है..इसे सीखना नही पड़ता, ये अपने आप आता चला जाता है..
और यही हो रहा था दोनो के साथ...रिया के साथ तो कुछ ज़्यादा ही...वो छुटकी कुछ ज़्यादा ही उछल रही थी इस खेल में ...
इसलिए जब अच्छी तरह से उसने पूजा की ब्रेस्ट का जूस पी लिया तो वो तुरंत खड़ी हुई और उसने अपनी केप्री भी उतार कर फेंक दी...और अब वो पूजा के सामने बेशर्मों की तरह पूरी तरह से नंगी होकर बैठी थी..
रिया की देखा देखी पूजा ने भी अपना पायज़ामा उतार दिया...और अब वो दोनो नंगी बैठी थी एक दूसरे के सामने..पर आगे क्या करना है ये किसी को नही मालूमा था..
पूजा की नंगी ब्रैस्ट देखने में काफी यम्मी लग रही थी , वो रिया के मुकाबले काफी बड़ी भी थी,इसलिए पूजा उनको हाथों में लेकर खुद ही दबाने लगी, और अपनी मोटी छातियों में और उभार ले आई
अपने अंतर्मन की आवाज़ सुनकर दोनो ने एक दूसरे की ब्रेस्ट को अच्छी तरह से चूस डाला था..पर अब क्या करे ,शायद यही सोचे जा रही थी वो दोनो...
रिया को याद आया की उसने एक मोबाइल क्लिप में देखा था, की लड़का अपनी जी एफ की चूत को भी चूसता है..उस वक़्त तो रिया ने यही सोचा था की कैसे कोई ऐसा कर पाता होगा..क्योंकि वो तो गंदी जगह होती है...मूत निकालने के लिए ... पीरियड्स में तो कितना गंद फेला होता है वहां पर...फिर भला कोई कैसे चूस सकता है उस जगह को..
पर अब उत्तेजना के नशे में उसे सिर्फ़ वही याद आ रहा था की कैसे वो लड़की,जिसकी चूत चूसी जा रही थी, ज़ोर-2 से चीखकर मज़े ले रही थी..
बस,रिया ने भी वही ठान लिया..
उसने धीरे से धक्का देकर पूजा को बेड पर लिटा दिया..
पहले तो अपनी उँगलियों को पूजा की चूत में डालकर रिया ने अंदर के टेंप्रेचर और चिकनाई का अंदाजा लिया
और फिर धीरे -२ नीचे झुककर वो अपना चेहरा चूत के करीब ले गयी
पूजा का शरीर भी काँप उठा,ये सोचकर की उसके साथ क्या होने वाला है अब...उसके होंठ थरथरा कर रह गये, पर उनमे से ना नही निकल पाया...और उसने अपने आप को अपनी छोटी बहन के सुपुर्द करते हुए अपनी आँखे बंद कर ली.
और फिर रिया नीचे झुकी और उसने अपने होंठों से उसकी गुलाब जैसी चूत की फेली हुई पंखुड़ियों को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया..
पहला नीवाला मुँह में लेते ही उसका स्वाद पता चल गया रिया को...जो उसे काफ़ी मजेदार लगा..
और पूजा तो बिफर गयी अपनी चूत की चुसाई से...
''ऊऊऊऊऊऊऊहह रिया.............मेरी ज़ाआाआन्न................सस्स्स्स्स्स्सस्स..... ये क्या कर दिया............आआआआहह .....बहुत मज़ा आ रहा है ............उम्म्म्ममममममममम..... एसस्स्स्स्सस्स...... अहह.....''
और फिर तो वो बावली कुतिया की तरह उसकी चूत के उपर लगे अखरोट के दाने पर और संतरे की फाँक जैसी चूत को खाने में लग गयी...
अपनी लंबी और गर्म जीभ को उसने अंदर भी धकेला..उसकी मलाई को चाटा ...चूसा...और अंत में पी गयी.
ऐसा स्वाद लगा उसे उसकी चूत का की वो उसे तब तक चूसती रही जब तक पूजा झड़ने के करीब नही पहुँच गयी..
और पूजा को तो अपनी चूत चुस्वाते हुए अपने जीजू ही याद आ र्हे थे..और याद आ रहा था उस रात पार्क का द्रिश्य...
और उसी सीन को याद करते हुए पूजा को ऐसा फील हुआ की इस वक़्त रिया नही बल्कि उसके जीजू उसकी चूत को चूस रहे हैं..
और झड़ने के करीब तो वो वैसे ही थी...इसलिए जैसे ही उसकी चूत से ताज़ा नारियल पानी निकल कर रिया के मुँह में गया...उसने उसके बालों को पकड़ कर अपनी कुँवारी चूत पर घिस डाला और ज़ोर से चिल्लाई....
''आआआआआआअहह.................ओह..... जीजू.................... सकककककक मिईीईईईई.......''
भावनाओ में बहकर उसके मुँह से जीजू निकल तो गया...पर अगले ही पल वो यथार्थ के धरातल पर आ गयी...और उसने डरते-2 रिया की तरफ देखा..
पर शायद उसने सुना नही था....क्योंकि वो बड़े ही प्यार से उसकी चूत में से बूँद-2 करके निकल रहा रस अपनी जीभ में समेट कर अंदर लेने में लगी हुई थी..
और जब पूरी तरह से उसकी चूत के रस को उसने पी लिया तो अपना मुँह सॉफ करते हुए वो मुस्कुराती हुई उपर आई...
और अपनी बहन के गले से लगकर ज़ोर से उसे हॅग किया.
और धीरे से उसके कान में बोली
''अक्चा....तो जीजू के उपर नज़र है आपकी....आप तो बड़े चालू निकले दीदी....''
उसकी ये बात सुनकर पूजा का शरीर सुन्न होता चला गया..
पर रिया के होंठों पर अलग ही तरह की मुस्कान आ चुकी थी अब.
जिसे देखकर पूजा समझ नही पा रही थी की उसके दिमाग़ में आख़िर चल क्या रहा है..
पर उसके बाद जो हुआ, उसे देखकर तो पूजा के भी होश उड़ गये..उसने तो सोचा भी नही था की इस चुहिया के दिमाग़ में इतना गंद भरा पड़ा है.
ठरकी की लाइफ में ..25
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और ये तभी भरेंगी जब इनके उपर मेहनत की जाएगी...ये सोचते हुए पूजा का सिर उसकी छातियों पर झुकता चला गया..और अपने होंठ,दाँत और जीभ रूपी ओजरों से उसने रिया के बूब्स पर मेहनत करनी शुरू कर दी..
सबसे पहले अपनी गर्म जीभ से उसने रिया के निप्पल्स को छुआ....जो रिया के शरीर पर पहला स्पर्श था किसी का...ज़्यादातर लड़कियों के शरीर पर पहला स्पर्श किसी लड़के का होता है..पर लड़की के स्पर्श में भी कोई बुराई नही थी इस वक़्त...रिया ने एक तड़प भारी किलकारी मारते हुए अपनी दीदी के सिर को पकड़कर ज़ोर से दबा लिया अपनी छातियो पर...और चीख पड़ी वो..
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स.......आआआआआअहह दीदी............. ...उफफफफफफफफफफफफ फफफ्फ़.........क्या फीलिंग है ......माय गॉड ..... आआआआआआआअहह........ज़ोर से सक्क करो ना....दीदी............प्लीईईईईस......काट लो इन्हे......जोरों से...............दांतो से..................आआआआआआहह उूुुुउउफ़फ्फ़ एसस्स ऐसे ही................. उम्म्म्ममममममममममममममममममममम आआआआआआआहह दीदी..........यार .....कहाँ थी आप ......पहले क्यों नही किया ये सब..................उम्म्म्मममममममममममममम.......''
रिया तो भाव विभोर सी हुई जा रही थी अपने शरीर को मिल रहे इतने उत्तेजक मज़े को महसूस करते हुए...उसे पता तो था की ऐसा ही कुछ होता होगा..पर अभी जो कुछ भी हो रहा था उसके साथ वो उसे शब्दों मे व्यक्त कर ही नही सकती थी...ऐसा मज़ा ...इतना आनद....उत्तेजना का इतना संचार...ऐसी तड़प...उसने आज तक सोचा भी नही था की सेक्स के खेल में इतना मज़ा आता है...
पूजा के सिर को कभी एक पर तो कभी दूसरी ब्रेस्ट पर वो लट्टू की तरह घुमा रही थी...उसकी लार से उसने अपनी छातियों की पुताई करवा ली...उसके लंबे और नुकीले निप्पल अपने पुर शबाब पर आ चुके थे...
वो बेड पर पड़ी हुई किसी मछली की तरह तड़प रही थी.
उसने अपनी नशीली आँखो से पूजा की तरफ देखा..और फिर अपने हाथ उपर करते हुए उसने पूजा की ब्रैस्ट को पकड़ लिया...
पूजा को तो ऐसा लगा जैसे उसके दिल की धड़कन रुक जाएगी..जब रिया ने उन्हे टी शर्ट के उपर से ही मसलना शुरू किया..
''उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उऊहह ...............आआआआआआअहह रिया..................उम्म्म्ममममममममम...... .एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स......''
और फिर धीरे-2 रिया ने उसकी टी शर्ट को उपर खिसकाना शुरू कर दिया...और अंत में आते-2 उसे उतार कर अपनी ही टी शर्ट के उपर फेंक दिया..पूजा ने तो ब्रा पहनी हुई थी...जिसे उसने खुद ही अपने हाथ पीछे करते हुए खोल दिया..
और जैसे ही उसके बूब्स रिया की नज़रों के सामने आए, अपने आप ही उसका मुँह उनकी तरफ खींचता चला गया..और उसने एक जोरदार झटके के साथ उसकी बड़ी सी ब्रेस्ट को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया..
किसी बच्चे की तरह वो उसके लम्बे निप्पल का दूध पीने लगी..
और अपनी नन्ही बहन को अपनी छाती से चिपका कर पूजा ने एक रस भरी सिसकारी मारकर उसे और अंदर घुसा लिया..
''आआआआआआआआआअहह ओह्ह्ह्ह माय बैबी .................. सकक्क मी......सक्क.....इट ......बैबी.....''
बैबी तो पहले से ही उत्तेजना के शिखर पर थी...अपनी बहन की दर्द भारी पुकार सुनकर वो और ज़ोर से उसके दानों को अपने पैने दांतो से कुतरने लगी...किसी चुहिया की तरह...और हर बार काटने पर पूजा के शरीर से एक अजीब सी तरंग उठ जाती..जिसे रिया सॉफ महसूस कर पा रही थी..
ये खेल दोनों के लिए नया था...आज से पहले उन्होने किसी लड़के या लड़की के साथ ऐसा कुछ भी नही किया था...पर सेक्स भी अजीब तरह का खेल है..इसे सीखना नही पड़ता, ये अपने आप आता चला जाता है..
और यही हो रहा था दोनो के साथ...रिया के साथ तो कुछ ज़्यादा ही...वो छुटकी कुछ ज़्यादा ही उछल रही थी इस खेल में ...
इसलिए जब अच्छी तरह से उसने पूजा की ब्रेस्ट का जूस पी लिया तो वो तुरंत खड़ी हुई और उसने अपनी केप्री भी उतार कर फेंक दी...और अब वो पूजा के सामने बेशर्मों की तरह पूरी तरह से नंगी होकर बैठी थी..
रिया की देखा देखी पूजा ने भी अपना पायज़ामा उतार दिया...और अब वो दोनो नंगी बैठी थी एक दूसरे के सामने..पर आगे क्या करना है ये किसी को नही मालूमा था..
पूजा की नंगी ब्रैस्ट देखने में काफी यम्मी लग रही थी , वो रिया के मुकाबले काफी बड़ी भी थी,इसलिए पूजा उनको हाथों में लेकर खुद ही दबाने लगी, और अपनी मोटी छातियों में और उभार ले आई
अपने अंतर्मन की आवाज़ सुनकर दोनो ने एक दूसरे की ब्रेस्ट को अच्छी तरह से चूस डाला था..पर अब क्या करे ,शायद यही सोचे जा रही थी वो दोनो...
रिया को याद आया की उसने एक मोबाइल क्लिप में देखा था, की लड़का अपनी जी एफ की चूत को भी चूसता है..उस वक़्त तो रिया ने यही सोचा था की कैसे कोई ऐसा कर पाता होगा..क्योंकि वो तो गंदी जगह होती है...मूत निकालने के लिए ... पीरियड्स में तो कितना गंद फेला होता है वहां पर...फिर भला कोई कैसे चूस सकता है उस जगह को..
पर अब उत्तेजना के नशे में उसे सिर्फ़ वही याद आ रहा था की कैसे वो लड़की,जिसकी चूत चूसी जा रही थी, ज़ोर-2 से चीखकर मज़े ले रही थी..
बस,रिया ने भी वही ठान लिया..
उसने धीरे से धक्का देकर पूजा को बेड पर लिटा दिया..
पहले तो अपनी उँगलियों को पूजा की चूत में डालकर रिया ने अंदर के टेंप्रेचर और चिकनाई का अंदाजा लिया
और फिर धीरे -२ नीचे झुककर वो अपना चेहरा चूत के करीब ले गयी
पूजा का शरीर भी काँप उठा,ये सोचकर की उसके साथ क्या होने वाला है अब...उसके होंठ थरथरा कर रह गये, पर उनमे से ना नही निकल पाया...और उसने अपने आप को अपनी छोटी बहन के सुपुर्द करते हुए अपनी आँखे बंद कर ली.
और फिर रिया नीचे झुकी और उसने अपने होंठों से उसकी गुलाब जैसी चूत की फेली हुई पंखुड़ियों को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया..
पहला नीवाला मुँह में लेते ही उसका स्वाद पता चल गया रिया को...जो उसे काफ़ी मजेदार लगा..
और पूजा तो बिफर गयी अपनी चूत की चुसाई से...
''ऊऊऊऊऊऊऊहह रिया.............मेरी ज़ाआाआन्न................सस्स्स्स्स्स्सस्स..... ये क्या कर दिया............आआआआहह .....बहुत मज़ा आ रहा है ............उम्म्म्ममममममममम..... एसस्स्स्स्सस्स...... अहह.....''
और फिर तो वो बावली कुतिया की तरह उसकी चूत के उपर लगे अखरोट के दाने पर और संतरे की फाँक जैसी चूत को खाने में लग गयी...
अपनी लंबी और गर्म जीभ को उसने अंदर भी धकेला..उसकी मलाई को चाटा ...चूसा...और अंत में पी गयी.
ऐसा स्वाद लगा उसे उसकी चूत का की वो उसे तब तक चूसती रही जब तक पूजा झड़ने के करीब नही पहुँच गयी..
और पूजा को तो अपनी चूत चुस्वाते हुए अपने जीजू ही याद आ र्हे थे..और याद आ रहा था उस रात पार्क का द्रिश्य...
और उसी सीन को याद करते हुए पूजा को ऐसा फील हुआ की इस वक़्त रिया नही बल्कि उसके जीजू उसकी चूत को चूस रहे हैं..
और झड़ने के करीब तो वो वैसे ही थी...इसलिए जैसे ही उसकी चूत से ताज़ा नारियल पानी निकल कर रिया के मुँह में गया...उसने उसके बालों को पकड़ कर अपनी कुँवारी चूत पर घिस डाला और ज़ोर से चिल्लाई....
''आआआआआआअहह.................ओह..... जीजू.................... सकककककक मिईीईईईई.......''
भावनाओ में बहकर उसके मुँह से जीजू निकल तो गया...पर अगले ही पल वो यथार्थ के धरातल पर आ गयी...और उसने डरते-2 रिया की तरफ देखा..
पर शायद उसने सुना नही था....क्योंकि वो बड़े ही प्यार से उसकी चूत में से बूँद-2 करके निकल रहा रस अपनी जीभ में समेट कर अंदर लेने में लगी हुई थी..
और जब पूरी तरह से उसकी चूत के रस को उसने पी लिया तो अपना मुँह सॉफ करते हुए वो मुस्कुराती हुई उपर आई...
और अपनी बहन के गले से लगकर ज़ोर से उसे हॅग किया.
और धीरे से उसके कान में बोली
''अक्चा....तो जीजू के उपर नज़र है आपकी....आप तो बड़े चालू निकले दीदी....''
उसकी ये बात सुनकर पूजा का शरीर सुन्न होता चला गया..
पर रिया के होंठों पर अलग ही तरह की मुस्कान आ चुकी थी अब.
जिसे देखकर पूजा समझ नही पा रही थी की उसके दिमाग़ में आख़िर चल क्या रहा है..
पर उसके बाद जो हुआ, उसे देखकर तो पूजा के भी होश उड़ गये..उसने तो सोचा भी नही था की इस चुहिया के दिमाग़ में इतना गंद भरा पड़ा है.
1 comment:
Mast Story h
Aage ke part post karo jaldi se jaldi ; jaldi ; fast
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