Sunday, August 23, 2015

FUN-MAZA-MASTI सज़ा मजे में बदली

FUN-MAZA-MASTI



सज़ा मजे में बदली




हैल्लो दोस्तों मेरा नाम धीरज है और में आज आप सभी को अपनी लाईफ का पहला सच्चा सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ और में आशा करता हूँ कि यह आप सभी को पसंद भी आएगा.. लेकिन कहानी शुरू करने से पहले में आपको अपना परिचय करा देता हूँ। मेरा नाम तो आपको पता है मेरी उम्र 20 साल है और में भोपाल का रहने वाला हूँ और B.A. के दूसरे साल का छात्र हूँ और मेरा शरीर पतला है और मेरा लंड 7 इंच का है। अब में आपका ज्यादा समय ना लेते हुए आपको अपनी कहानी सुनाता हूँ.. यह ठंड के मौसम की बात है मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी वैसे तो उसकी चार बहने और एक छोटा भाई भी है और उस लड़की का नाम हीना है। उसकी उम्र 21 साल है और वो बिल्कुल परी की तरह दिखती है। उसके फिगर का साईज करीब 34-30-38 होगा और उसकी मोटी गांड और बड़े बड़े बूब्स को देखकर मोह्हले के सभी लड़को का लंड सलामी देने लगता है और वो जब अपनी पतली कमर को मटकाती हुई चलती है तो हर किसी को अपना दीवाना बना देती और सबको मुठ मारने पर मजबूर कर देती।
दोस्तों मेरे घर और उसके घर के बीच में सिर्फ एक दीवार है और उसकी छत पर कपड़े सुखाने के लिए एक डोरी लगी है जो आधी मेरी छत पर भी आती है वो उस पर रोज अपने कपड़े सुखाने के लिए डालती है उन कपड़ो में उसकी ब्रा भी रहती है। दोस्तों मेरी छत पर दो रूम है जिसमे से एक मेरा है और एक स्टोर है। तो में हर रोज उंसकी ब्रा बाथरूम में ले जाकर उस पर मुठ मार देता हूँ और में 4-5 दिन तक हर रोज मुठ मारता रहा.. लेकिन शायद एक दिन उसको शक हो गया कि कोई उसकी ब्रा के साथ छेड़ छाड करता है और फिर वो अपनी ब्रा और पेंटी पर नजर रखने लगी और एक दिन जब रात को में उसकी ब्रा लेने की कोशिश कर रहा था तो मुझे नहीं पता था कि वो मुझे छुपकर देख रही है और जैसे ही मैंने उसकी ब्रा उठाई उसने एकदम से मेरे पीछे से आकर मेरा हाथ पकड़ लिया और उस समय में बहुत डर गया और वो मुझे बहुत गुस्से से देख रही थी और वो मुझसे कहने लगी कि में अभी तेरी मम्मी से जाकर बोलती हूँ और उन्हे तेरी यह सब हरकत बताती हूँ।
तो में उसकी यह सभी बातें सुनकर बहुत डर गया और मैंने उससे कहा कि प्लीज आप मेरी मम्मी से यह सब मत कहना और फिर मैंने उसके पैर पकड़े और कहा कि तुम्हे जो चाहिए वो ले लो। तो उसने पहले तो मुझे बहुत डराया.. लेकिन फिर कुछ देर के बाद बोली कि जो में कहूंगी क्या वो करेगा? तो मैंने कहा कि हाँ जो बोलोगी में वो करूंगा। तो उसने कहा कि चल ठीक है तो फिर कल दिन में ठीक एक बजे तू चुपचाप मेरे घर आ जाना वरना में तेरी सभी बातें सभी को बता दूंगी। फिर में डरा हुआ सहमा हुआ सा अपने कमरे में जाकर लेट गया और सोचने लगा कि अब कल क्या होगा? और में गहरी नींद में सो गया मुझे पता भी नहीं चला। फिर जब में अगले दिन ठीक एक बजे उसके घर गया और मैंने उसके घर का दरवाजा बजाया और उसने अंदर से आवाज देकर कहा कि दरवाजा खुला है अंदर आ जाओ.. तो में अंदर आ गया और उसे देखकर एकदम चकित रह गया। फिर वो बोली कि में घर पर अकेली हूँ और उसने बताया कि उसके भाई, बहन स्कूल गये है और पापा काम पर और उसकी मम्मी किसी रिश्तेदार के घर पर। दोस्तों उसने काली कलर की मेक्सी पहनी हुई थी और उसमे उसके बड़े बड़े बूब्स क्या लग रहे थे? और उसकी गांड और भी सेक्सी दिख रही थी.. मुझे ऐसा लग रहा था कि अभी उसके पास उसे जाकर उसके बूब्स पकड़ लूँ और उसे देखकर मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। तो वो बोली मेरे पास आ और में उसके पास गया तो उसने मुझसे कहा कि पहले कुत्ता बन नहीं तो कल रात की बात तेरी मम्मी को बता दूँगी। तो में उससे बहुत डर गया और उसके सामने कुत्ता बन गया और फिर उसने मेरे सामने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और कहा कि अब तू मेरी चूत को चाट। तो में उसकी हरकते देखकर और बातें सुनकर बहुत चकित हुआ.. लेकिन डर की वजह से वो जो भी कहती करता गया और मुझे भी उसके नंगे जिस्म को देखने में बहुत मज़ा आने लगा और में उसकी उभरी हुई गोरी कामुक चूत को चाटने लगा। तो उसने कहा कि अब मेरी गांड चाट और उसमे उंगली डाल और मैंने वैस ही किया जैसे उसने मुझसे कहा।
फिर उसने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए और बोली कि तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है.. तभी तुम मेरी ब्रा को पूरी तरह से खराब कर देते हो और मेरे लंड पर भूखे शेर की तरह टूट पड़ी और मेरे लंड को पूरा अपने मुहं में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी। दोस्तों यह मेरा पहला टाईम सेक्स था इसलिए मुझे अपने लंड पर हल्का हल्का दर्द हो रहा था और में जल्दी ही झड़ गया.. लेकिन वो फिर भी नहीं रुकी और वो मेरा पूरा माल निकाल कर पी गयी। फिर उसने मुझसे कहा कि मेरे बूब्स को ज़ोर से दबाओ और उसे पियो.. तो में वैसा ही करने लगा एक बूब्स को मुहं लगाकर चूसता और दूसरे को अपने दोनों हाथों से दबा देता.. तो उसके मुहं से सिसकियां निकल रही थी और थोड़ी देर बाद फिर से मेरा लंड खड़ा हो गया। फिर उसने कहा कि अब मुझसे रहा नहीं जाता.. फाड़ दो मेरी चूत को अपने तलवार जैसे लंड से और मुझे उसकी बातें सुनकर जोश आ गया.. मैंने उसकी चूत के होंठ पर अपना लंड टिकाया और थोड़ा सा धक्का दिया तो मेरा 3 इंच लंड अंदर गया और उसके मुहं से आवाज़ निकलने लगी आआहं उह्ह्ह माँ मर गई अह्ह्ह तुम्हारा लंड बहुत मोटा है इसने तो मेरी चूत को फाड़ दिया और वो बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है।


फिर मैंने एक और जोर का झटका लगाया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत की गहराइयों में समा गया और उसके मुहं से बहुत ज़ोर ज़ोर से चीखने की आवाजें आ रही और पूरा रूम उसकी आवाज़ से गूँज रहा था.. इसलिए में उसके होंठ पर फ्रेंच किस कर रहा था और नीचे उसकी चूत पर अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था। में उसे तब तक किस करता रहा जब तक में झड़ नहीं गया और उसकी चूत में पूरे जोश से धक्के दे रहा था और वो भी अपनी चूतड़ को नीचे से उठाकर मेरे हर धक्के का साथ दे रही थी। करीब 15 मिनट के बाद में झड़ गया और मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में गिरा दिया और हम दोनों किस करने लगे। दस मिनट के बाद फिर से मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने उससे कहा कि अब की बार में तुम्हारी गांड मारूंगा.. पहले तो उसने कहा कि नहीं मुझे बहुत दर्द होगा और इस लंड ने मेरी चूत की हालत इतनी खराब कर दी तो यह मेरी गांड का क्या करेगा.. लेकिन थोड़ी देर मेरे बहुत समझाने के बाद वो मान गयी। तो मैंने उससे कहा कि जाकर कोल्ड क्रीम ले आओ और वो तुरंत जाकर अलमारी में से कोल्ड क्रीम ले आई और मैंने थोड़ी सी कोल्ड क्रीम निकालकर उसकी गांड के छेद पर लगा दी और उसके बाद मैंने अपने लंड पर भी कोल्ड क्रीम लगा दी जिससे लंड गांड में आसानी से चला जाए। फिर मैंने उससे कहा कि तुम कुतिया पोज़िशन में आ जाओ.. तो वो जल्दी से मेरे सामने कुतिया बन गई और मुझे अपनी गांड दिखाकर चिड़ाने लगी और में उसकी गांड को देखकर जोश में आ गया और फिर में अपना लंड उसकी गांड के छेद पर रख अंदर धक्का लगाने की कोशिश करने लगा.. लेकिन उसकी मोटी गांड बहुत टाईट थी जिसमे मेरा लंड आसानी से नहीं घुस रहा था तो मैंने अपने लंड को एक हाथ से पकड़कर उसकी गांड के छेद पर रखा और उसकी कमर को पकड़ कर एक और ज़ोर का झटका लगाया.. लेकिन इस बार मेरा आधा लंड उसकी गांड में चला गया और वो दर्द से चिल्ला उठी और मुझसे बोलने लगी कि प्लीज इसे बाहर निकाल दो और उसकी आखों से आंसू आने लगे थे.. लेकिन में कहाँ रुकने वाला था में उसके बूब्स को अपने हाथों से सहलाने लगा एक हाथ से उसकी चूत में उगंली करने लगा और जब वो थोड़ी शांत हुई तब मैंने मौका देखकर एक और जोरदार धक्का दिया और अपना पूरा लंड उसकी गांड में उतार दिया और में उसकी कमर को पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा और मैंने अपनी चोदने की स्पीड को तेज कर दिया।
फिर थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हो गयी और मेरे साथ मजे करने लगी और ठीक 20 मिनट के बाद हम दोनों एक एक करके झड़ गये और मैंने अपना सारा माल उसकी गांड में ही गिरा दिया। तो वो मुझसे बोली कि तुम बहुत अच्छे हो और हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे और कुछ देर के बाद हमने कपड़े पहन लिए क्योंकि अब उसकी बहन के आने का समय हो गया था और फिर में उठकर अपने घर पर चला आया.. लेकिन अब जब भी हम दोनों अकेले होते है तो एक दूसरे को अपने घर पर बुलाते है और सेक्स का मज़ा लेते है ।।

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