Wednesday, August 5, 2015

FUN-MAZA-MASTI तीन नंगे मर्दो के बीच फँस गई--2

FUN-MAZA-MASTI

 तीन नंगे मर्दो के बीच फँस गई--2



मेरी आँखो में वासना का ज्वर आ गया था और विक्की की उंगलियाँ मेरी चूत में, आग भड़का रही थीं।
अचानक, मेरी चूत से धार बह निकली और विक्की की उंगलिया भीग गईं..
विक्की ने अपनी उंगलिया चाटते हूँ, कहा – वाह, नमकीन है…
उसके बाद, उन्होंने मुझे टेबल पर लिटा दिया और मुझे उल्टा करके ढेर सारा तेल मेरे चुत्तडों पर डाल दिया और मेरी चुत्तडों को मसलने लगे।
फिर, कभी मेरी गाण्ड सहलाते और कभी मेरी चूत…
मैं फिर से, मस्त होने लगी..
तभी एकदम से, विशाल ने अपना लण्ड मेरे मुंह मे डाल दिया और चूसने को कहा।
मैं विशाल का विशाल लण्ड, चूसने लगी और विक्की मेरी चूत चाटने लगा..
राज ने मेरे बूब्स को मसलाना शुरू किया।
मैं पागल हो चुकी थी..
चूत को तो बस, चुदने की धुन लग गई थी…
उस वक़्त, मैं लण्ड को अपनी चूत में घुसाने के लिए, कुछ भी करने को तैयार थी।
मेरी चूत, लण्ड के लिए तड़प रही थी… !!
अब मुझसे, ना रहा गया और मैंने कहा – मां के लौड़ो… क्यों अपनी, मां चुदा रहे हो.. चोदोगे कब… अब मत सताओ और बर्दाश्त नहीं होता… तुम्हारी बहन का भोसड़ा, चोदो मुझे, रंडी के पिल्लो…
इधर, मेरे चूसने से विशाल का लण्ड बहुत टाइट हो चुका था।
उसके लण्ड की नसे, फडक रही थीं..
अब मेरे मुंह से लण्ड निकालकर, वो मेरे पैरों के बीच आ गया और मेरी चूत पर लण्ड रगड़ने लगा..
राज, मुझे होंठों पर किस करने लगा।
इधर विशाल ने, मेरी चूत पर धक्का लगाया..
और… …
मैं सिसक उठी..
भले ही मैं छीनाल थी, पर उसका लण्ड बहुत मोटा था.. जिसके कारण, वो मेरी चूत मे नहीं गया..
विशाल ने कहा – यार, हमने इसे ग़लत समझा… इसकी चूत तो बहुत टाइट है… अंदर ही नहीं जा रहा…
गांडू, चूत कसी होने का मतलब ये नहीं है की साली छीनाल नहीं है… बस, रंडी को, बहुत दिनों से कोई तगड़ा लण्ड नहीं मिला… बिचारी का पति, लुल्ला है… ये कहते हुए विक्की ने मेरी चूत पर तेल डाल कर, मेरी चूत को पकड़ कर फैला दिया और सभी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगे…
अब विक्की ने, विशाल को इशारा किया और विशाल ने एक जोरदार धक्का लगाया…
“फुक्कककक” की आवाज़ के साथ, उसके लण्ड का सुपाड़ा मेरी चूत मे समा गया..
मेरी चूत में दर्द का भूचाल आ गया और मैं तड़प उठी…
विक्की, सही कह रहा था।
बहुत दिनों से मुझे कोई तगड़ा लण्ड नहीं मिला था और आप तो जानते ही हैं, मेरे पति का लण्ड सही में, लुल्ला ही है..
दर्द से मचलते हुए, मेरी सिसकारियाँ निकाल गई – अयीईयी या हह मां… तेरी मां की चूत, बहन के लौड़े… निकाल, अपना लण्ड… तेरी अम्मा का भोसड़ा, मादरचोद… आहआआआआहहहहह्म्म… दर्द हो रहा है साले, गाण्ड के छेद… रंडी के पिल्ले, मेरी चूत फाड़ दी, तूने… अहमाम्म्माआआह… इतना दर्द तो तब भी नहीं हुआ था, जब मेरी सील टूटी थी, भोसड़ी वाले… तेरी मां रंडी, बहन छिनाल… बहन की चूत, तेरी मादरचोद… निकाल… आहहहहहहहहहहहहहहह…
अब मैं छूटने की कोशिश करने लगी, पर मैं तीन तीन बलिष्ठ मर्दो की बाहों में थी और बस कसमसा कर रह गई..
मैंने दोनों हाथों से विक्की को पकड़ लिया और अपने नाख़ून उसके बदन में गहराई तक उतार दिए।
वो बुरी तरह, चीख उठा..
मुझे दर्द तो हो रहा था पर मैं बहुत, उत्तेजित थी।
तभी विशाल ने, एक और झटका लगाया और मेरी चूत ने विशाल के लण्ड पर पानी छोड़ दिया…
अब मेरी चूत ने, विशाल के लण्ड को जगह दे दी..
विशाल धीरे धीरे अंदर बाहर करते हुए, मुझे चोदने लगा… !!
इससे कुछ ही देर में, मैं भी मस्ती में आ गई..

अब मैं बोल रही थी – म्म्मह… चोद, विशाल चोद… उन्हम्म्म… अहः अहह आ या उंह… ऐसे ही, ऐसे ही, ऐसे ही… मादर चो द द द द द दद… आ आ आ आ आ आ आह मां… ज़ोर से, और ज़ोर से… हाँ हाँ हाँ… मां की चू त त त त त… बना दे, मेरी चूत का भोसड़ा… तेरी, बहन की चूत… चोद मुझे, अपनी बहन और मां समझ कर… मां के लौड़े, तेरी रंडी बहन भी ऐसे ही कूद कूद कर चुदवाती होगी… आह… मज़ा आ गया, यार… मार ना, और ज़ोर से मार… बहन चोद, तेरी मां पर तेरे बाप ने रहम करी होती, तो आज तू यहाँ नहीं होता… लगा दम… लगा… हाँ… शबाश… चोद चोद चोद चोद चोद… आ आआ आआ आ आआ आआ… आआआआ आआ हहहहह म्म मम्म हह ह ह ह ह ह ह ह… आज से मैं, तुम तीनों की रंडी बन के रहूंगी… जब जी चाहे, मुझे चोदना… जैसे जी चाहे, मुझे चोदना…
ये सब सुनते ही विशाल जोश मे आ गया और उसने एक जोरदार धक्के के साथ अपना पूरा लण्ड मेरी चूत में अंदर तक उतार दिया और बोला – ले साली, रंडी… तू तो बहुत बड़ी छीनाल है… ले और ले…
अब मेरी चीख निकल गई – आह ह ह हह हहह… मर गई… तेरी मां की चू त त त तत…
अब तक, मेरी चूत पूरी तरह खुल चुकी थी…
मेरी चूत के दोनों किनारे, अपनी पूरी लिमिट तक खुल चुके थे..
मेरी क्लोरिटस तक, उसके लण्ड से रगड़ खा रहा था..
अब विशाल ने, अपनी स्पीड बहुत बड़ा दी।
मैं मदहोश होने लगी..
मैं लगातार झड़ रही थी और उसे गालियाँ बक रही थी…
मेरा योनि रस, नीचे बह रहा था.. ..
विशाल के अंडकोष और मेरी जागें, मेरे रस से भीग चुके थे… …
आज बड़े दिनों बाद, मोटे लण्ड से चुदवाने का मौका मिला था।
कितना मज़ा आ रहा था, मैं बयान नहीं कर सकती..
मेरे बहुत से आशिक रहे थे…
कज़िन भाई, देवर, यहाँ तक की एक दो बार तो दूसरे शहर में मैंने “अजनबी मर्दों” से भी चुदवा लिया था.. पर, आज लग रहा था की पहली बार किसी “असली मर्द” से चुदवा रही हूँ.. ..
अब राज बोला – सच में यार, विक्की… आज मुझे समझ आया, असली मज़ा तो साली रंडी और छीनाल लड़कियों को ही चोदने में आता है… ये सीधी साधी, शरीफ लड़कियाँ जो बस टाँगें खोल कर लेट जाती हैं, घर संभालने के लिए ठीक हैं… पर, अगर जिंदगी और चुदाई के मज़े लेने हैं तो इसके जैसी एक रंडी लड़की होनी चाहिए, यार…
विक्की बोला – चिंता क्यूँ करता है… इस साली छीनाल को ही हम, अपनी रखैल बना के रखेंगें…
फिर विक्की मुझसे बोला – शेरोन डार्लिंग… अभी तो बस, ये शुरूवात है… आज हम, तुम्हें और तुम्हारी चुड़दकड़ चूत को पूरी तरह से मज़ा देंगे… तुम आज का दिन, जिंदगी भर नहीं भूल पाओगी… तुम्हारी, बहन की लौड़ी इस चूत को हम पूरी तरह से फाड़ कर, उसका भोसड़ा बना देंगे… आज से तुम, हम तीनों की रखैल बन कर रहोगी…
उसकी यह बाते सुनकर, मैं फिर से झड़ गई और बोली – तेरी मां की चूत, बहन के लण्ड… बोल मत, करके बता… दिखा, तेरे लण्ड में कितना दम है… मुझे रखैल बनाएगा, हरामी… पहले अपने बाप का लण्ड निकाल कर ये तो देख ले की लौड़ा है या लुल्ला… कहीं, तेरी मां तो किसी और मर्द की रखैल नहीं है… भोसड़ी वाले, बातें मत कर… चूत मार, चूत… ज़बान नहीं लण्ड चला, अपना…
मेरी बातें सुनकर, विशाल का भी बदन अकड़ने लगा था..
वो मेरी चूत, 10-15 मिनट से चोद रहा था।
उसके झटके तेज़ होने लगे थे..
उसका एक एक धक्का, मेरे गर्भाशय तक महसूस हो रहा था।
अचानक से, मेरी चूत में ज्वालामुखी सा फुट पड़ा…
उसका वीर्य, मेरे गर्भाशय को भरने लगा।
मेरी भी चूत फट पड़ी और मैं भी उसके साथ एक बार फिर झड़ गई।
इस बार, मैं इतनी ज़ोर से झड़ी की रस के साथ साथ, मेरी मूत भी निकल पड़ी..
विशाल, मेरी मूत की धार अपने बदन पर लेने लगा और बोलने लगा – उन्ह: कितनी गरम है… और ज़ोर से मूत, छीनाल… आह हह…
अब मैं आँखें मूंद कर आनंद सागर में गोते लगा रही थी..
मेरी पूरी चूत फट चुकी थी और अंदर तक साफ दिखाई दे रहा था।
कहानी जारी रहेगी… …

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator