FUN-MAZA-MASTI
मैं मुम्बई में रहता हूँ और मेरी उम्र 22 साल है। मैं दिखने में हटाकटा हूँ, क्यूंकी मैं जिम जाता हूँ और लोग कहते हैं कि मैं बहुत सुंदर हूँ!!!…
यह मेरी पहली कहानी है, तो आप लोगों से गुज़ारिश है कि जो भी ग़लती हो उसे नादान समझ कर माफ़ कर दिजियेगा।
दोस्तो, मेरा लण्ड 8 इंच का है, जिससे मैंने बहुत सारी लड़कियों को चोदा है। आपको बता दूँ, लड़कियों को एक बार चोदने के बाद वो मेरी दिवानी ही जाती हैं…
तो अब मैं आप लोगों को अपने जिंदगी की पहली चु्दाई के बारे में बताने जा रहा हूँ।
उस वक़्त, मेरी उम्र 18 साल थी। उन्हीं दिनों मेरे पडोस में एक लड़की गाँव से रहने आई, उसका नाम पूजा था!!
वो मेरे दोस्त की बडी बहन थी और मुझसे भी 1 साल बडी थी। उसे आकर 4-5 दिन हो गये थे, पर मुझे पता नहीं था।
एक दिन जब मैं अपने दोस्त को बुलाने उसके घर पर गया तब पूजा मुझे मिली। मैंने उसे तब पहली बार देखा था, तो मैंने ज़्यादा कुछ नहीं बोला और अपने दोस्त को लेकर बाहर आ गया।
मेरे दोस्त विजय ने बताया कि वो उसकी बहन है। मुझे उसकी बहन बहुत पसंद आई और मैं रोज विजय के घर पर जाने लगा, कभी कभी पूजा से भी बात कर लेता था…
मेरे दोस्त को भी मालुम था कि मैं कितना बडा कमीना हूँ!! !!!
उसने मुझे बोला कि मेरी बहन के पीछे अपना समय मत बरबाद कर, वो बहुत सीधी लड़की है।
मैंने उससे मजाक में बोला कि समय की बर्बादी नहीं है, एक दिन तुझे अपना साला जरुर बनाऊंगा!!!…
मेरे दोस्त ने मुझे बोला कि साले, सपना मत देख और बातों ही बातों में शर्त लग गई कि अगर मैंने उसे पटा लिया तो वो मेरी और अगर नहीं तो मुझे अगली रक्षाबंधन पर उससे राखी बँधवाना पडेगा।
मैंने उसकी चुनौती को कबूल किया और मैंने भी बोला कि पर तु उसको कुछ उल्टा-सीधा नहीं बोलेगा मेरे बारे में, वो भी मान गया।
फ़िर उसी दिन से मैं अपने काम पर लग गया और मैं उसे इस तरह देखने लगा कि उसे लगे कि मैं उसे ताड रहा हूँ। ऐसा करते हुए मुझे 5 दिन हो गए और अब मुझे ऐसा लगने लगा कि वो भी मुझे देख रही है, छुप-छुप कर!! !!!
मुझे थोडा हौसला मिला और मैं उससे मजाक करने लगा और वो भी मुझसे खुल कर मजाक करने लगी। थोडे दिन ऐसे ही मजाक मस्ती चलती रही और मैं उसे मज़ाक में कभी कभी गाल, हाथ या कमर पर अपना हाथ लगा कर मस्ती करता।
वो भी कभी मेरा हाथ लगाने का विरोध नहीं करती, मुझे भी ऐसा लगने लगा कि वो भी चाहती है कि मैं उसे हाथ लगाया करूँ…
मेरा दोस्त विजय सब जानता था, वो मुझे अपने बहन से दूर रखने की हर कोशिश करता था।
एक दिन मैं पूजा के साथ बाज़ार चला गया था और वापस आते समय विजय ने हमें देख लिया। वो गुस्से से मुझे देख रहा था!!
फिर वो अपनी बहन को अन्दर ले गया और शायद पूजा को सब बता दिया, हमारी शर्त के बारे में। पर दोस्तो, उसकी ये हरकत मेरे लिये और अच्छी साबित हुई!!!
पूजा भी अब मुझे कातील नज़रों से देखने लगी। अब मुझे रास्ता साफ़ दिख रहा था, मुझे इंतेज़ार था तो बस एक अच्छे से मौके का कि मैं उसके सामने अपने प्यार का प्रस्ताव रख सकूँ… …
आख़िरकार, फ़िर एक दिन वो मौका मिल ही गया!!
पूजा की माँ और पिताजी अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ गये पर मेरा दोस्त विजय घर पर ही था, तो मैंने अपने एक दोस्त पवन को बोल कर उसे कुछ देर घर से दूर रखने को कहा!!
उसके जाते ही मैं उसके घर में घुस गया और पूजा मुझे देख कर पास आई और बोली – विजय, तो अभी बाहर गया है।
मैं बोला – जनता हूँ, मैंने ही भेजा है।
फ़िर वो बोली – तो, किससे मिलना है??
मैं बोला – तुमसे!!
वो सब जानते हुए भी नाटक करने लगी और बोली – क्यूँ, लेकिन??
मैंने अब देर ना करते हुए उसे आइ लव यू बोल दिया!!!… उसने कुछ नहीं बोला और चुपचाप खडी रही।
मैंने उसे बोला – अच्छे से सोच कर बताना, कोइ जल्दी नहीं है… और मैंने उसे अपना मोबाइल नम्बर दिया और उसका भी लिया और बाहर आ गया।
पाँच मिनट ही हुए होंगे कि उसका फोन आया, मैं देख कर खुश हो गया और कॉल उठाया!! वो ही थी…
मैंने उसे तुरन्त ही पूछ लिया कि सोच लिया, क्या?
तो वो भी बोली – हाँ!!
मैंने बोला – क्या सोचा??
वो बोली – मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ!! !!!
मेरे तो मन में लड्डू फूटने लगे और मैं बात करते करते उसके घर में चला गया।
जाते ही मैंने उसे पकड लिया और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और किस करने लगा!!!…
वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी… हम दोनों एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे, जैसे की दोनों सदियों के प्यासे हों!! !!!
कभी मैं उसका होंठ चूसता तो कभी वो मेरा होंठ चूसती!!!… मैं अपना हाथ उसके पूरे बदन पर फ़ेर रहा था।
माफ़ कीजिएगा दोस्तो, मैंने आप लोगों को पूजा के बारे में तो बताया ही नहीं। वो एकदम गोरी है, उसका कद 5 फीट 4 इंच है और उसका फ़िगर है 34-28-36!!! एकदम स्वर्ग की अप्सरा लगती है!! !!!
तो अब मैं वापस कहानी पर आता हूँ, किस करते करते मैं उसकी चूची और गाण्ड दोनों मसल रहा था, वो एक दम गरम हो रही थी… अब मैं उसे और गरम करने के लिये उसके गले को चाटने और काटने लगा और वो एकदम पागल हो गई!!!
फ़िर मैंने उसका टॉप निकाल दिया… उसने सफ़ेद रंग का ब्रा पहना था!! उसे भी मैंने निकाल कर फेंक दिया और उसकी नरम नरम, दूध सी सफेद गोरी चुचियों को मसलने और बेतहाशा चूसने लगा!!!…
उफ़!! क्या मस्त चूची थी, उसकी एकदम गोल और सुडौल, मखन सी मुलायम और ऊपर से हल्का भूरा, छोटा सा निप्पल!! !!!
मैंने उसे बहुत देर तक चूसा और फ़िर मैं उसकी स्कर्ट निकालने लग गया… पर अब उसने मुझे रोक दिया और बोलने लगी कि उसका पीरीयड चल रह है।
दुआ करता हूँ, ऐसी किस्मत दुश्मन की भी न हो…
ना जाने क्या क्या पापड़ बेल कर ऐसा मौका मिला था, पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था!!!
तो मैं तुरंत ही रुक गया और उससे बोला – प्लीज़ जान!! मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूस लो…
पहले तो वो मना करने लगी पर जब मैंने अपना लण्ड बाहर निकाल कर उसके हाथ में थमाया तो उसने पहले मेरे लण्ड को पकडकर हिलाया और फ़िर मुँह में लेकर गपा गप चूसने लगी।
दोस्तो, पहली बार किसी लडकी ने मेरे लण्ड को अपने मुँह में लिया था।
कुछ देर बाद पूजा मेरे लण्ड के सुपाड़े को अपने जीभ से चाटने लगी और मैं जन्नत में खोने लगा… ऐसा मजा मुझे पहले कभी नहीं आया था!!!…
मैं अपनी आँखों को बन्द करके मजा लेने में मगन था और पूजा को भी मेरा लण्ड चूसते हुए 20 मिनट हो गये थे…
अब मेरा पूरा बदन अकडने लगा और मेरा मूठ पूजा के मुँह में लबा लब भर गया और वो बेधड़क उसे पी गई!! दोस्तो, उसने एक बूँद भी जमीन पर नहीं गिरने दी और सारा का सारा पी गई!!
पर पूरी पक्की रंडी पूजा फिर भी मेरा लण्ड चूसती रही…
मेरा लण्ड कुछ ही देर में फिर से खडा था कि तभी मुझे मेरे दोस्त पवन का फोन आया कि विजय घर के लिये निकलने वाला है।
क्या करता दोस्तो, मजबूरी थी… मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहने और वो भी अपने कपडे ठीक करने लगी और मैं तुरंत दरवाजे के पास चला गया।
उसे एक छोटा सा किस किया और घर पर आ गया…
घर पहुँच कर मेरे दिल और दिमाग़ में बस पूजा का ही खयाल था कि कब उसकी चूत मारूँगा, कैसे मारूँगा??
अब तक हम दोनों की बेकरारी बढ़ गई थी और हम दोनों फोन या मेसज में भी सेक्स की ही बातें करते थे।
आख़िरकार फ़िर कुछ दिनों बाद वो दिन आ ही गया, जब उसके घर वाले किसी रिश्तेदार की शादी में गये और वो बिमारी का बहाना बना कर, घर पर ही रुक गई।
मैं तो यही चाहता था। उसके घर वालो के जाते ही, तुरंत ही मैं उसके घर में गया तो देखा की वो बेड पर सोयी थी!!
मुझे देखते ही वो हँसी और उठ कर दरवाजा बन्द कर दिया…
मैं उसे देखा और मुस्कुराया और बोला – अरे!! मैंने तो सुना था कि आप बीमार हैं।
वो बोली – हाँ थी तो, पर मेरी दवा मेरे पास खुद आई है तो बीमारी कैसे पास रह पाएगी।
उसके बोलते ही बोलते मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और किस करने लगा…
आज मैं सोच कर आया था कि आज पूरे जोश में उसे चोदूंगा, बिल्कुल भूखे शेर की तरह!!
दोस्तो, मैं उसे इतने जोश से किस कर रहा था कि वो एकदम पागल सी हो गई और खुद ही फ़टाफ़ट मेरे कपडे निकालने लगी, कुछ ही पलो में उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया।
अब मैंने भी उसे बिल्कुल नंगा कर दिया, वो किसी परी से कम नहीं लग रही थी!! !!!
हम दोनों नंगे एक दूसरे के बदन को बेतहाशा चूस और चाट रहे थे।
फिर हम दोनों 69 की अवस्था में आ गये और करीब 15 मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को चूसते रहे और फ़िर उसका निकल गया और थोडी देर बाद मेरा भी निकल गया।
फ़िर मैं उसके ऊपर आ गया और करीब 10 मिनट तक मैं उसके ऊपर लेट कर उसकी चूची को चूसता रहा!! अब तक मेरा लण्ड वापस खडा हो गया और मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया और वो पागलों की तरह मेरे लण्ड को चूसने लगी और बोलने लगी – अब और मत तडपाओ, जानेमन… डाल भी दो अन्दर मेरी चूत में!!
मैं भी उस पर तरस खा गया और नीचे उसकी टांग के पास आ कर बैठ गया। फिर मैंने उसकी टांग को ऊपर कर दिया और चूत पर अपना लण्ड रगडने लगा…
वो तो एकदम मस्त हो गई और मेरे लण्ड को अपने हाथ से चूत में डालने लगी!! !!!
पर लण्ड चूत में गया नहीं, तो मैं अपने लण्ड पर थूक लगा कर उसकी चूत में डालने लगा… अभी बस सुपाड़ा ही गया था की वो चिल्लाने लगी, पर मैं रुका नहीं और एक और धक्का लगा दिया और लण्ड आधा अंदर घुस गया और उसकी चूत से खून निकलने लगा!!!…
अब मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके मुँह पर मुँह रख दिया और उसकी अवाज बंद कर दी और थोड़े समय तक वैसे ही लेटा रहा।
फिर जब वो शांत हुई तब मैं धीरे धीरे लण्ड अन्दर बाहर करने लगा। जब देखा की उसको थोडा आराम हो गया, तब मैंने एक और जोर का झटका मारा और पूरा लण्ड अन्दर घुस गया।
फ़िर मैं उसे 20 मिनट तक चोदता रहा और मेरा निकल गया, इस बीच उसका 2 बार निकल चुका था।
कुछ देर बाद मैं उसे लेकर बाथरुम में गया और वहाँ मैंने उसे एक बार फ़िर चोदा और शोवर के नीचे उसकी गाण्ड भी मारी!!!
शाम होने तक एक बार फिर मैंने उसकी गाण्ड और चूत मारी और अपने घर पर आ गया।
फिर मुझे मस्त नींद आ गई…
सुबह जब उठा और वो मुझे दिखी तो वो भी बहुत खुश थी।
दोस्तो, इसके बाद उसके गाँव जाने से पहले, मैंने उसको करीब 20 बार चोदा होगा। पर हमने इस बात का पता किसी को चलने नहीं दिया, विजय को भी नहीं।
मैंने विजय से बोला – यार!! तेरी बहन मुझसे नहीं पटेगी, सच में वो बहुत सीधी है!! !!!
इसके बाद तो मैंने बहुत सारी लड़कियाँ चोदी, कभी कॉलेज की तो कभी अडोस पडोस की… किसी की चुदाई कॉलेज की सीढ़ियों पर की, तो कभी रोड पर बस के पीछे और कई बार तो रात को अपने कॉलेज की लड़की के घर में घुस कर उसे चोदा!! !!!
मक्खन सी मुलायम चूची
मैं मुम्बई में रहता हूँ और मेरी उम्र 22 साल है। मैं दिखने में हटाकटा हूँ, क्यूंकी मैं जिम जाता हूँ और लोग कहते हैं कि मैं बहुत सुंदर हूँ!!!…
यह मेरी पहली कहानी है, तो आप लोगों से गुज़ारिश है कि जो भी ग़लती हो उसे नादान समझ कर माफ़ कर दिजियेगा।
दोस्तो, मेरा लण्ड 8 इंच का है, जिससे मैंने बहुत सारी लड़कियों को चोदा है। आपको बता दूँ, लड़कियों को एक बार चोदने के बाद वो मेरी दिवानी ही जाती हैं…
तो अब मैं आप लोगों को अपने जिंदगी की पहली चु्दाई के बारे में बताने जा रहा हूँ।
उस वक़्त, मेरी उम्र 18 साल थी। उन्हीं दिनों मेरे पडोस में एक लड़की गाँव से रहने आई, उसका नाम पूजा था!!
वो मेरे दोस्त की बडी बहन थी और मुझसे भी 1 साल बडी थी। उसे आकर 4-5 दिन हो गये थे, पर मुझे पता नहीं था।
एक दिन जब मैं अपने दोस्त को बुलाने उसके घर पर गया तब पूजा मुझे मिली। मैंने उसे तब पहली बार देखा था, तो मैंने ज़्यादा कुछ नहीं बोला और अपने दोस्त को लेकर बाहर आ गया।
मेरे दोस्त विजय ने बताया कि वो उसकी बहन है। मुझे उसकी बहन बहुत पसंद आई और मैं रोज विजय के घर पर जाने लगा, कभी कभी पूजा से भी बात कर लेता था…
मेरे दोस्त को भी मालुम था कि मैं कितना बडा कमीना हूँ!! !!!
उसने मुझे बोला कि मेरी बहन के पीछे अपना समय मत बरबाद कर, वो बहुत सीधी लड़की है।
मैंने उससे मजाक में बोला कि समय की बर्बादी नहीं है, एक दिन तुझे अपना साला जरुर बनाऊंगा!!!…
मेरे दोस्त ने मुझे बोला कि साले, सपना मत देख और बातों ही बातों में शर्त लग गई कि अगर मैंने उसे पटा लिया तो वो मेरी और अगर नहीं तो मुझे अगली रक्षाबंधन पर उससे राखी बँधवाना पडेगा।
मैंने उसकी चुनौती को कबूल किया और मैंने भी बोला कि पर तु उसको कुछ उल्टा-सीधा नहीं बोलेगा मेरे बारे में, वो भी मान गया।
फ़िर उसी दिन से मैं अपने काम पर लग गया और मैं उसे इस तरह देखने लगा कि उसे लगे कि मैं उसे ताड रहा हूँ। ऐसा करते हुए मुझे 5 दिन हो गए और अब मुझे ऐसा लगने लगा कि वो भी मुझे देख रही है, छुप-छुप कर!! !!!
मुझे थोडा हौसला मिला और मैं उससे मजाक करने लगा और वो भी मुझसे खुल कर मजाक करने लगी। थोडे दिन ऐसे ही मजाक मस्ती चलती रही और मैं उसे मज़ाक में कभी कभी गाल, हाथ या कमर पर अपना हाथ लगा कर मस्ती करता।
वो भी कभी मेरा हाथ लगाने का विरोध नहीं करती, मुझे भी ऐसा लगने लगा कि वो भी चाहती है कि मैं उसे हाथ लगाया करूँ…
मेरा दोस्त विजय सब जानता था, वो मुझे अपने बहन से दूर रखने की हर कोशिश करता था।
एक दिन मैं पूजा के साथ बाज़ार चला गया था और वापस आते समय विजय ने हमें देख लिया। वो गुस्से से मुझे देख रहा था!!
फिर वो अपनी बहन को अन्दर ले गया और शायद पूजा को सब बता दिया, हमारी शर्त के बारे में। पर दोस्तो, उसकी ये हरकत मेरे लिये और अच्छी साबित हुई!!!
पूजा भी अब मुझे कातील नज़रों से देखने लगी। अब मुझे रास्ता साफ़ दिख रहा था, मुझे इंतेज़ार था तो बस एक अच्छे से मौके का कि मैं उसके सामने अपने प्यार का प्रस्ताव रख सकूँ… …
आख़िरकार, फ़िर एक दिन वो मौका मिल ही गया!!
पूजा की माँ और पिताजी अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ गये पर मेरा दोस्त विजय घर पर ही था, तो मैंने अपने एक दोस्त पवन को बोल कर उसे कुछ देर घर से दूर रखने को कहा!!
उसके जाते ही मैं उसके घर में घुस गया और पूजा मुझे देख कर पास आई और बोली – विजय, तो अभी बाहर गया है।
मैं बोला – जनता हूँ, मैंने ही भेजा है।
फ़िर वो बोली – तो, किससे मिलना है??
मैं बोला – तुमसे!!
वो सब जानते हुए भी नाटक करने लगी और बोली – क्यूँ, लेकिन??
मैंने अब देर ना करते हुए उसे आइ लव यू बोल दिया!!!… उसने कुछ नहीं बोला और चुपचाप खडी रही।
मैंने उसे बोला – अच्छे से सोच कर बताना, कोइ जल्दी नहीं है… और मैंने उसे अपना मोबाइल नम्बर दिया और उसका भी लिया और बाहर आ गया।
पाँच मिनट ही हुए होंगे कि उसका फोन आया, मैं देख कर खुश हो गया और कॉल उठाया!! वो ही थी…
मैंने उसे तुरन्त ही पूछ लिया कि सोच लिया, क्या?
तो वो भी बोली – हाँ!!
मैंने बोला – क्या सोचा??
वो बोली – मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ!! !!!
मेरे तो मन में लड्डू फूटने लगे और मैं बात करते करते उसके घर में चला गया।
जाते ही मैंने उसे पकड लिया और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और किस करने लगा!!!…
वो भी मेरा पूरा साथ देने लगी… हम दोनों एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे, जैसे की दोनों सदियों के प्यासे हों!! !!!
कभी मैं उसका होंठ चूसता तो कभी वो मेरा होंठ चूसती!!!… मैं अपना हाथ उसके पूरे बदन पर फ़ेर रहा था।
माफ़ कीजिएगा दोस्तो, मैंने आप लोगों को पूजा के बारे में तो बताया ही नहीं। वो एकदम गोरी है, उसका कद 5 फीट 4 इंच है और उसका फ़िगर है 34-28-36!!! एकदम स्वर्ग की अप्सरा लगती है!! !!!
तो अब मैं वापस कहानी पर आता हूँ, किस करते करते मैं उसकी चूची और गाण्ड दोनों मसल रहा था, वो एक दम गरम हो रही थी… अब मैं उसे और गरम करने के लिये उसके गले को चाटने और काटने लगा और वो एकदम पागल हो गई!!!
फ़िर मैंने उसका टॉप निकाल दिया… उसने सफ़ेद रंग का ब्रा पहना था!! उसे भी मैंने निकाल कर फेंक दिया और उसकी नरम नरम, दूध सी सफेद गोरी चुचियों को मसलने और बेतहाशा चूसने लगा!!!…
उफ़!! क्या मस्त चूची थी, उसकी एकदम गोल और सुडौल, मखन सी मुलायम और ऊपर से हल्का भूरा, छोटा सा निप्पल!! !!!
मैंने उसे बहुत देर तक चूसा और फ़िर मैं उसकी स्कर्ट निकालने लग गया… पर अब उसने मुझे रोक दिया और बोलने लगी कि उसका पीरीयड चल रह है।
दुआ करता हूँ, ऐसी किस्मत दुश्मन की भी न हो…
ना जाने क्या क्या पापड़ बेल कर ऐसा मौका मिला था, पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था!!!
तो मैं तुरंत ही रुक गया और उससे बोला – प्लीज़ जान!! मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूस लो…
पहले तो वो मना करने लगी पर जब मैंने अपना लण्ड बाहर निकाल कर उसके हाथ में थमाया तो उसने पहले मेरे लण्ड को पकडकर हिलाया और फ़िर मुँह में लेकर गपा गप चूसने लगी।
दोस्तो, पहली बार किसी लडकी ने मेरे लण्ड को अपने मुँह में लिया था।
कुछ देर बाद पूजा मेरे लण्ड के सुपाड़े को अपने जीभ से चाटने लगी और मैं जन्नत में खोने लगा… ऐसा मजा मुझे पहले कभी नहीं आया था!!!…
मैं अपनी आँखों को बन्द करके मजा लेने में मगन था और पूजा को भी मेरा लण्ड चूसते हुए 20 मिनट हो गये थे…
अब मेरा पूरा बदन अकडने लगा और मेरा मूठ पूजा के मुँह में लबा लब भर गया और वो बेधड़क उसे पी गई!! दोस्तो, उसने एक बूँद भी जमीन पर नहीं गिरने दी और सारा का सारा पी गई!!
पर पूरी पक्की रंडी पूजा फिर भी मेरा लण्ड चूसती रही…
मेरा लण्ड कुछ ही देर में फिर से खडा था कि तभी मुझे मेरे दोस्त पवन का फोन आया कि विजय घर के लिये निकलने वाला है।
क्या करता दोस्तो, मजबूरी थी… मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहने और वो भी अपने कपडे ठीक करने लगी और मैं तुरंत दरवाजे के पास चला गया।
उसे एक छोटा सा किस किया और घर पर आ गया…
घर पहुँच कर मेरे दिल और दिमाग़ में बस पूजा का ही खयाल था कि कब उसकी चूत मारूँगा, कैसे मारूँगा??
अब तक हम दोनों की बेकरारी बढ़ गई थी और हम दोनों फोन या मेसज में भी सेक्स की ही बातें करते थे।
आख़िरकार फ़िर कुछ दिनों बाद वो दिन आ ही गया, जब उसके घर वाले किसी रिश्तेदार की शादी में गये और वो बिमारी का बहाना बना कर, घर पर ही रुक गई।
मैं तो यही चाहता था। उसके घर वालो के जाते ही, तुरंत ही मैं उसके घर में गया तो देखा की वो बेड पर सोयी थी!!
मुझे देखते ही वो हँसी और उठ कर दरवाजा बन्द कर दिया…
मैं उसे देखा और मुस्कुराया और बोला – अरे!! मैंने तो सुना था कि आप बीमार हैं।
वो बोली – हाँ थी तो, पर मेरी दवा मेरे पास खुद आई है तो बीमारी कैसे पास रह पाएगी।
उसके बोलते ही बोलते मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और किस करने लगा…
आज मैं सोच कर आया था कि आज पूरे जोश में उसे चोदूंगा, बिल्कुल भूखे शेर की तरह!!
दोस्तो, मैं उसे इतने जोश से किस कर रहा था कि वो एकदम पागल सी हो गई और खुद ही फ़टाफ़ट मेरे कपडे निकालने लगी, कुछ ही पलो में उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया।
अब मैंने भी उसे बिल्कुल नंगा कर दिया, वो किसी परी से कम नहीं लग रही थी!! !!!
हम दोनों नंगे एक दूसरे के बदन को बेतहाशा चूस और चाट रहे थे।
फिर हम दोनों 69 की अवस्था में आ गये और करीब 15 मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को चूसते रहे और फ़िर उसका निकल गया और थोडी देर बाद मेरा भी निकल गया।
फ़िर मैं उसके ऊपर आ गया और करीब 10 मिनट तक मैं उसके ऊपर लेट कर उसकी चूची को चूसता रहा!! अब तक मेरा लण्ड वापस खडा हो गया और मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया और वो पागलों की तरह मेरे लण्ड को चूसने लगी और बोलने लगी – अब और मत तडपाओ, जानेमन… डाल भी दो अन्दर मेरी चूत में!!
मैं भी उस पर तरस खा गया और नीचे उसकी टांग के पास आ कर बैठ गया। फिर मैंने उसकी टांग को ऊपर कर दिया और चूत पर अपना लण्ड रगडने लगा…
वो तो एकदम मस्त हो गई और मेरे लण्ड को अपने हाथ से चूत में डालने लगी!! !!!
पर लण्ड चूत में गया नहीं, तो मैं अपने लण्ड पर थूक लगा कर उसकी चूत में डालने लगा… अभी बस सुपाड़ा ही गया था की वो चिल्लाने लगी, पर मैं रुका नहीं और एक और धक्का लगा दिया और लण्ड आधा अंदर घुस गया और उसकी चूत से खून निकलने लगा!!!…
अब मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके मुँह पर मुँह रख दिया और उसकी अवाज बंद कर दी और थोड़े समय तक वैसे ही लेटा रहा।
फिर जब वो शांत हुई तब मैं धीरे धीरे लण्ड अन्दर बाहर करने लगा। जब देखा की उसको थोडा आराम हो गया, तब मैंने एक और जोर का झटका मारा और पूरा लण्ड अन्दर घुस गया।
फ़िर मैं उसे 20 मिनट तक चोदता रहा और मेरा निकल गया, इस बीच उसका 2 बार निकल चुका था।
कुछ देर बाद मैं उसे लेकर बाथरुम में गया और वहाँ मैंने उसे एक बार फ़िर चोदा और शोवर के नीचे उसकी गाण्ड भी मारी!!!
शाम होने तक एक बार फिर मैंने उसकी गाण्ड और चूत मारी और अपने घर पर आ गया।
फिर मुझे मस्त नींद आ गई…
सुबह जब उठा और वो मुझे दिखी तो वो भी बहुत खुश थी।
दोस्तो, इसके बाद उसके गाँव जाने से पहले, मैंने उसको करीब 20 बार चोदा होगा। पर हमने इस बात का पता किसी को चलने नहीं दिया, विजय को भी नहीं।
मैंने विजय से बोला – यार!! तेरी बहन मुझसे नहीं पटेगी, सच में वो बहुत सीधी है!! !!!
इसके बाद तो मैंने बहुत सारी लड़कियाँ चोदी, कभी कॉलेज की तो कभी अडोस पडोस की… किसी की चुदाई कॉलेज की सीढ़ियों पर की, तो कभी रोड पर बस के पीछे और कई बार तो रात को अपने कॉलेज की लड़की के घर में घुस कर उसे चोदा!! !!!
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