FUN-MAZA-MASTI
फिर करीना की बात मुझसे होने लगी तो करीना ने बहुत बार हमारी बातें कोंफ्रेंस कॉल पे लोरिया को सुनाई, तो लोरिया को लगा कि मैं वैसी चुदाई कर सकता हूँ जैसी वो चाहती थी, इसलिए उन्होंने मुझे मिलने का प्लान बनाया था।करीना की कम्पनी की मीटिंग ने उनको मुझसे ज़ल्दी मिलवा दिया था।
उसके बाद कपड़े उतारने की रस्म मैंने अदा की, मैंने इन दोनों के बहुत प्यार से कपड़े उतारे और और ब्रा और पैंटी को मैंने नहीं उतारा। उसके बाद शुरू हुई हमारी आज की चुदाई !
मैंने लोरिया की पैंटी में हाथ डाला और दो उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दीं, लोरिया को होंठों को मैंने अपने होंठों में लिया और नीचे से तेज तेज उँगलियाँ करने लगा, इससे लोरिया की चूत पानी-पानी हो गई थी, मैं लोरिया की जीभ को चूस रहा था, और लोरिया की चूत में उँगलियाँ कर रहा था, तभी करीना अपने हाथों से लोरिया के मम्मों को दबाने लगी, अब लोरिया को सभी तरफ से मज़ा मिल रहा था।
उसके बाद मैंने लोरिया को अपने लंड के ऊपर बिठाया और फट से अपना लौड़ा उसकी चूत में उतार दिया। मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था, और लोरिया मेरे सामने मेरे ऊपर बैठ कर चुद रही थी। करीना को मैंने अपने मुँह के ऊपर बिठाया और उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी। मैंने अपने दोनों हाथों से करीना के मम्मों को पकड़ लिया, करीना का मुंह लोरिया के मुंह की तरफ था और करीना की पीठ मेरी तरफ, लोरिया का मुंह मेरी तरफ था।
करीना और लोरिया दोनों आपस में चूमाचाटी करने लगीं, मेरा लंड लोरिया की चूत चोद रहा था और करीना की चूत मेरी जीभ से चुद रही थी, करीना अपने हाथों से लोरिया के मम्मों को मसल रही थी, मैं करीना के मम्मों को मसल रहा था।
दोनों लड़कियों की चुदाई जोरों पर थी, मेरे धक्के तेज हो गए थे और लोरिया के मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थीं- ...उन्न्न्न..न्ह्ह्ह आ.आ ..ह्ह्ह्हह... स्स्स्स... सीसीस. सिसिसि.सी.. ऊ.ई.. उ..ई ..उ.ई.ईइ.. आह्ह्ह... चोदो.. जोर.से. औ..र. जो.र .से.. उई..जी.जू.. आह्ह्ह.. आ..ह... साली..क.री.ना.. औई.. आ .मैं चुद.. रही... हूँ... आः.. आ.हा. हा.. हा.. .हा ..हां !
तभी लोरिया की चूत में से पानी की धारें बहने लगी और लोरिया के पानी ने मेरी जांघें तक भिगो दी, लोरिया की चूत से निकल रहे गर्म रस से मुझे मज़ा भी आ रहा था।
करीना लगातार लोरिया की जीभ को चूस रही थी और उसके मम्मों को दबा रही थी। मैं भी दोनों राण्डों को गालियाँ देता हुआ चोद रहा था- चु..दो.. सा..ल... इ. कु..तिया... माद... र.चो..द .ब.ह..न .की.. लौ.ड़ी.. सा.ली... अ.प.नी.. ब.ह.न.. चु.द.वा... र..ही. है.. तू .क..री.ना.. कु.ति.या..तु.म.. तो.. मेरी..कु... ति.या.. हो .सा.ली.. मा.द.र.चो.द.. चु.दो.. बह.न.. की.. लौ..डि.यो. चू. दो... चु... द..क..ड़... रं.डि.यो..ऊ.न्न्ह्ह... ह्ह... आ.अह्ह्ह्ह.. स्सी.ई.. स.सि.स.. सी... .सी. स.. इ.. आः.. आहा.. .हा.. हा.. हा.. हा.. हा. ऊ.ह्ह्ह.ह्ह्ह्ह .अ.ह.. आह..’ लोरिया की चूत से बहुत पानी बह चुका था, अब मैंने लोरिया को इशारा किया तो लोरिया ने मेरा लंड अपनी चूत से निकाला और करीना और लोरिया ने अपनी जगह बदल ली थी, अब करीना ने मेरा लंड अपनी चूत में ले लिया था और लोरिया पीछे हट कर बैठ गई।
मैंने करीना को उल्टा कर लिया और ऊपर से उसकी चूत को चोदने लगा।
अब करीना चुद रही थी और करीना के सामने लोरिया बैठ गई, करीना का मुंह लोरिया की चूत के पास था, करीना ने लोरिया की चूत को एक किस की और मैंने करीना की चूत में अपने लंड का एक जोर सा झटका मर दिया, ऐसा करने से करीना और ज्यादा उत्तेजित हो गई, और उसने लपक कर लोरिया की चूत में जीभ डाल दी और उसके ऊपर लगा हुआ काफी सारा रस जो उसकी चूत से निकला था चूस लिया। लोरिया ने भी करीना के मम्मों को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगी और बीच-बीच में लोरिया करीना के मम्मों को चूस भी रही थी।
इधर मैं जोर-जोर से करीना को चोद रहा था और करीना की गांड हाथ से सहला रहा था, करीना को मैंने अब खड़ी कर लिया था, उसकी एक टांग को उपर उठा कर उसकी चूत अपने लंड से जोर जोर से चोद रहा था, और करीना की निप्पल को लोरिया चूस रही थी, मैं लोरिया के मम्मों को भी दबा रहा था और कभी कभी उसके एक निप्पल पर किस कर देता था, लोरिया भी बहुत मस्ती से करीना की चुदाई देख रही थी और मेरा साथ दे रही थी।
करीना अपनी गांड को जोर जोर से हिला कर चुद रही थी, उसकी चूत का पानी निकलने वाला था, तभी लोरिया ने मुझे इशारा किया और कहा- जीजू, इस साली कुतिया को अपने लंड पर बिठा लो, साली पानी पानी हो रही है।
मैंने लोरिया की बात सुनते ही करीना की चूत से लंड निकाला और कुछ देर के लिए लोरिया ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
इतने में मैंने करीना को अपने ऊपर कर लिया और लोरिया के मुंह से अपना लंड निकाला और फिर से करीना की चूत में डाल दिया। अब करीना की जवानी का रस टपकने लगा था, करीना की चूत पूरी तरह से गीली थी और मेरा लंड जोर जोर से उसे चोद रहा था। लोरिया हमारी चुदाई देख कर मस्त हो रही थी।
करीना सिसकारने लगी- आ..आ.. ह्ह्ह... ह्ह्ह्ह... .ह्ह्ह... चो.दो .मु..झे, .तेज़... औ.र.. ते..ज़.. आ.ह.. आ.हा... अ.ह .ई... उ.ई.. आ.ह्ह. मे.री.. ब...ह.न .चो.द .डा.लो.. साली.. इ.स. चू.त.. की..आ.ह .आ.हा.. हा .हा... हा .हा .हां. आ.ह्ह्ह्ह.ह्ह... उ.ई... इ.उ... उ... ई.. उई.. अह... आ.हा.. मैं...आ... र.ही.. हूँ... मे.रा... पा...नी .ट...प...क... र..हा... है, .आ.ह.. अ..ह.. लो.रि.या.. .सा..ली ..अ... ह.. स.म्भा.लो.... मु.झे.. .आ.ह.. अ.ह.... अ..ह.. उई.. चो...दो.... चो..दो... चो... दो ..जो... र... जो.र .से... अ.ह.. .अ.ह... अ.ह.. आह... मैं ग.ई... आ... ह .आ.हा.. .हा.. हा. हा.. हा.आ.अ. .आ.आ ..हा.. आ ..अ..ह...
करीना की चूत की गर्मी पानी बन कर बह गई थी, करीना ने मुझे लंड बाहर निकालने का इशारा किया।
मैंने जैसे ही लंड बाहर निकाला तो करीना और लोरिया दोनों ने मेरा लंड फिर पकड़ लिया और चूसने लगीं, एक बार करीना अपने मुंह में लंड लेती और दूसरी बार लोरिया, इस तरह वो दोनों राण्डों मेरे लंड से खेल रही थीं।
मेरे लंड का रस भी अब निकलने वाला था, मुझे मालूम था कि मैंने अपना रस कहाँ निकालना है, लोरिया ने मेरे लंड की टोपी को इस कदर चूसा कि उसमें से धार फूट पड़ी और सीधे लोरिया के मुंह में जाने लगा रस !
यह देख कर करीना ने मेरा लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया, जैसे ही करीना ने मेरा लंड लोरिया के मुंह से निकाल कर अपने मुंह में लिया तो लंड से टपक रहा कुछ रस लोरिया के मुंह के ऊपर गिर गया और कुछ रस से करीना का चेहरा नहा गया, इस तरह ये दोनों बहुत मस्त तरीके से मेरा रस निकाल रही थीं।
मेरे लंड से गिर रहा रस भी इन दोनों राण्डों ने अपने अपने चेहरे पर गिरवाया और दोनों का चेहरा पूरी तरह से मेरे लंड रस से नहा गया था। मेरा लंड अभी भी रस की पिचकारियाँ छोड़ रहा था, मेरे लंड के बहते हुए रस को जब दोनों लड़कियाँ पी रहीं थीं तो मुझे इनको देखकर भी बहुत मज़ा आ रहा था।आखिर मेरे लंड का रस निकल चुका था, करीना और लोरिया साली चुद चुकीं थी।
जब मैंने टाइम देखा तो रात के दो बज रहे थे। हम थक कर सो गए, सोने से पहले मैंने दोनों को दो बार किस की और दोनों की चूतों पर भी एक-एक किस की।
सुबह जब मैं उठा तो करीब 8 बज रहे थे, करीना और लोरिया दोनों सो रहीं थीं, मैंने उनको डिस्टर्ब करना ठीक न समझा और नहा कर उनके उठने से पहले ही फ्रेश हो गया।
उसके बाद मैं टहलने के लिए नीचे चला गया, होटल के आंगन में मैं टहल रहा था, तो मेरा दोस्त खुशविंदर जो इसी होटल का मैनेज़र था, मेरे पास आया और बोला- रात कैसी रही फिर...?
मैंने कहा- अच्छी रही, और भी अच्छी हो जाती अगर तुम भी होते !
मैं और खुशविंदर हम बहुत पुराने दोस्त हैं और हम एक दूसरे से खुली बातें कर लेते हैं, इसीलिए मैंने इनके होटल में रूम लिया था, ताकि कोई परेशानी न हो।
वो बोला- हाँ भई, चोदने के बाद ही सभी कहते हैं, आप भी होते, अगर तुम सच में मुझे शेयर करना चाहते तो कल जब तुम्हारा फ़ोन आया था तभी बोलते !
मैं समझ गया कि उसे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने उसके साथ कोई मज़ाक किया हो, तो मैंने उसे कहा- यार सच में मज़ा आएगा, आज भी वो दोनों यहीं हैं, आज तुम मेरे साथ आ जाओ, हम मिल कर उन दोनों को चोदेंगे।
एक बार उसे लगा जैसे में मज़ाक कर रहा हूँ, उसने मेरी तरफ देखकर कहा- ‘चल कोई नी, कर ले मज़ाक, जब मेरी बारी आयेगी तो देखना !
मैंने खुशविंदर का शक दूर करते हुए कहा- दोस्त, कल मैं उन्हें पहली बार मिल रहा था, इस लिए मैंने तुझे नहीं कहा, अब मैं तेरे साथ बात करने के लिए ही नीचे आया हूँ यार, नहीं तो मुझे क्या जरूरत थी रूम से नीचे आने की? इसलिए ज़ल्दी से तीन कप चाय रूम में भिजवा और उसके बाद करीब आधे घंटे तक तू मेरे रूम मेरे रूम में आ जा, बाकी मैं सम्भाल लूँगा, तू निश्चिन्त रह यार।
मैं अपने रूम में पहुँचा तो करीना और लोरिया अभी तक सो रही थीं, मैंने पहले लोरिया को उठाया। उसने उठते ही मुझे एक किस की और गुड मोर्निंग कहा, तो मैंने भी उसके जवाब में गुड मोर्निंग बोला और उसे तीन किस कर दी और उसकी चूत में थोड़ी सी उंगली कर दी।
वो हंसने लगी और मज़े से सिसकारी लेने लगी, हमारी आवाजें सुन कर करीना भी जाग पड़ी, तो मैंने और लोरिया ने उसे गुड मोर्निंग बोला और करीना हमें इस हालत में देख कर बोली- ‘चुद लो - चोद लो ! सुबह-सुबह मेरे सोने का फयदा उठा रहे हो, कोई बात नहीं अब तो मैं भी साथ ही चुदूँगी सालो !
तभी हमारे रूम की घंटी बजी, हम सब ठीकठाक से हो गए, मैंने दरवाजा खोला तो वेटर चाय लेकर आया था। मैंने दरवाजे से ही चाय ली।
करीना और लोरिया भी फ्रेश हो गई, हम साधारण बातें कर रहे थे और चाये पी रहे थे। तभी फिर से रूम की घंटी बजी तो मैंने दरवाजा खोला, मेरा दोस्त सामने खड़ा था, मैंने उसे अंदर आने को कहा और लोरिया और करीना से उसका परिचय करवाया।
वो सोफे पर बैठ गया, मैंने लोरिया और करीना के बारे में उसे बताया- ये मेरी दोस्त हैं, इनको चुदाई बहुत पसंद है, इन्हें अपनी चूत और गांड में एक साथ दो लौड़े लेने बहुत पसंद हैं।
तभी खुशविंदर बोला- तो देर किस बात की है, करीना को तो मेरी गोद में दे दे और तू इस लोरिया को सम्भाल !
खुशविंदर बहुत खुला हुआ था क्योंकि एक तो वो मेरा पुराना दोस्त है और हम सभी बातें कर लेते हैं, यहाँ तक कि अपनी अपनी बीवियों को कैसे चोदते हैं, वो भी बातें कर लेते हैं हम, दूसरा वो होटल लाइन में होने के कारण उसके पास बहुत से जोड़े आते रहते हैं और औरतों के साथ वो बहुत ज़ल्दी खुल जाता है। उसे भी मेरी तरह पता है कि औरत को किस चीज़ से ज्यादा मज़ा आता है।
चाय हम ख़त्म कर चुके थे, मैंने फिर एक बार लोरिया की चूत में उंगली कर दी और लोरिया उछलने लगी, मुझे देखकर खुशविंदर से भी रहा न गया उसने भी करीना की चूत नंगी कर दी और उसके अंदर अपनी उंगली डाल दी।
अब दोनों लड़कियाँ फिर कामुकता के माहौल में आ चुकी थी और दोनों की पैंटी और ब्रा उतर चुकी थीं, इससे पहले कि मैं कुछ करता, खुशविंदर ने करीना को उल्टा किया और फट से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, करीना सिसकारने लगी। खुशविंदर का लौड़ा करीना की चूत में पूरी तरह घुस चुका था, करीना खुशविंदर के ऊपर लेटी हुई थी, खुशविंदर ने करीना को ऊपर से पकड़ रखा था, करीना के निप्पल खुशविंदर की छातियों में घुस रहे थे, वो करीना के निप्पल को कभी कभी चूसने भी लग जाता।
तभी लोरिया ने मेरे कान में एक बात कही, तो मैंने फट से लोरिया को छोड़ा और करीना के पास जाकर खड़ा हो गया, उन दोनों की चुदाई को हम दोनों देख रहे थे। जैसे ही करीना की चूत में खुशविंदर ने झटका लगाया और करीना ऊपर को हुई तो मैंने बिना देर किये अपना लौड़ा करीना की गांड में फंसा दिया, इस बात का अंदाज़ा मेरे और लोरिया के अलावा किसी को भी नहीं था, असल में मेरे कान में लोरिया ने यही कहा था कि ‘तुम अब इसकी गांड की ड्राइविंग सम्भाल लो !’
मेरा लंड करीना की गांड के अंदर धंस रहा था और वो चिल्लाने लगी थी परन्तु उसे मज़ा आ रहा था। उधर खुशविंदर ने भी अपने धक्के तेज़ कर दिए थे, जब खुशविंदर का लंड करीना की चूत से बाहर निकलता तो मेरा लंड उसकी गांड में जाता और जब मेरा लंड करीना की गांड से बाहर निकलता तो खुशविंदर का लंड उसकी चूत में घुस जाता। ऐसे करीना की घमसान चुदाई चल रही थी।
लोरिया करीना के मम्मों को मसल रही थी। करीना सिसकार रही थी, उसकी चूत से लगातार रस टपक रहा था, वो कह रही थी ‘उ..ई... आ..ह... उ.ह.. उ...ह .उ..ह.. सी.. सी.सी.. सी. सा..लों.. छो...ड़ो... मु..झे.. फा..ड़.. डा.लो...मे...री... गांड... मे...रे.. क...मीने.. या.रो... आः... आह.. आह... अह... अह... अ...ह... अ.ह... सी.. सी... सी.. सी... सी.. सी.. सी... उ...ई... उ...ई... आ.ह... उ..ई... उ...ई... उ... ई... अ..ह... चो..द... डा...लो... मु...झे ... औ...र... मे..री... गां...ड... को... चो...द... डा..लो... मे...री.. चू.त... को... अह
करीना की चूत और गांड चुद चुकीं थीं। अब बारी लोरिया की थी, लोरिया करीना के मम्मों को मसल रही थी, तभी मैंने खुशविंदर को इशारा किया और उसने लोरिया को पीछे से पकड़ लिया और उसके नंगे चूतड़ों पर हाथ फेरकर अपना लंड उसकी गांड में धकेलना शुरू कर दिया।
लोरिया तो जैसे यही चाहती थी, उसने खुशविंदर का कोई विरोध नहीं किया, उसने खुशविंदर का साथ देना शुरू कर दिया और मैंने आगे होकर लोरिया की चूत में अपना लंड डाल दिया, अब लोरिया का भी करीना की तरह ही गैंग-बैंग हो रहा था, हम दोनों दोस्त मिल कर लोरिया को चोद रहे थे, करीना अपने हाथों से लोरिया के निप्पलों को मसल रही थी।
करीना लोरिया को किस भी कर रही थी और और उसका हौंसला भी बड़ा रही थी। खुशविंदर अब अपने पूरे जोश में था, लोरिया तो पहले से ही काफी उत्तेजित थी, इसीलिए वो ज़ल्दी ही झड़ने की कगार पर पहुँच गई वो मजेदार सिसकारियाँ लेने लगी ‘उ... ई... चो... दो... मु... झे... मे.रे.. कु..त्तों... आः... आ..ह... उ..ई... सा... ली... क.री..ना... तू..ने... चु..द.वा... दी. आ.ज.. मे.री.. .गां... ड... कु..ति..या.. ब.ह..न.. की.. लौड़ी.. सा..ली.. ते.री. माँ... की ..चू...त... म...ज़ा... .दि.ल...वा... दे... औ..र... अ..प.ने... यारों... से... आ... ह... आ... ह... आ..ह.. उ..ई... सी..सी... सी... सी... .स... .सी... आ...ह... आह... आ... ह उ...ई. उ...ई.. उई... आ.ह... .जी...जू.. जी..जू.. में... ग.ई.. आ.ह... ब...चा.. लो.. जी.जू... आ... ह... आ.ह... आ... ह... उ..ई... ई... ई...ई... इ
लोरिया भी अब चुद चुकी थी। खुशविंदर अपने लंड का रस निकालने की कगार पे था और वो भी सिसकारने लगा था, परन्तु करीना ने पहले ही बोल दिया- अरे मेरे मुंह में निकालना अपनी जवानी का रस !
इतना सुनते ही खुशविंदर ने फट से अपना लंड लोरिया की गांड से निकाल कर करीना के मुंह के ऊपर कर दिया, उसके लंड की धार सीधे करीना के मुंह पर पड़ी और बाकी का सारा रस करीना ने पी लिया। तभी मैंने भी अपना लंड लोरिया की चूत से निकाला और लोरिया के मुंह में दे दिया, मेरे लंड-रस को लोरिया ने बहुत प्यार से चाट चाट कर पीया। बाद में दोनों ने एक दूसरी कोई किस की और उसके बाद हमें भी बारी बारी किस की। इसके बाद दोनों राण्डों ने सुबह-सुबह ही अपनी चुदाई का रंग हम दोनों दोस्तों पर बिखेर दिया था। उसके बाद हम चारों एक साथ नहाये और नहाते समय भी हमने उन्हें एक बार चोद, इस बार मैंने करीना की चूत में लंड डाला और खुशविंदर ने लोरिया की चूत में लंड डाल कर एक साथ काफी देर तक शावर छोड़ दिया, करीब एक घंटा हमारी बाथरूम में चुदाई चलती रही।
जब बाहर निकल कर टाइम देखा तो करीब साढ़े बारह बज रहे थे। फिर हम नाश्ते के लिए नीचे रेस्टोरेंट में चले गए और खुशविंदर हमें रात को मिलने का वादा करके अपने काम पर लग गया।
इस तरह रात को भी मैंने और खुशविंदर ने करीना और लोरिया को खूब चोदा। हमने बहुत मज़े लिए, और अगले फ़िर उन्होंने वापस जाना था।
मैंने उन्हें अपनी तरफ से खरीदे हुए गिफ्ट दिए और लोरिया को भी कुछ गिफ्ट लेकर दिए। मैं और खुशविंदर दोनों उन्हें रेलवे स्टेशन पर छोड़ने गए, जाते वक्त हम सभी की आँखों में आँसू थे।
करीना बहुत रो रही थी, मैंने उसे गले लगा कर चुप कराया, तो उसने कहा कि वो शायद इसके बाद हमें मिल नहीं पाएगी क्योंकि उनके घर वालों ने उसकी शादी पक्की कर दी है, पर लड़का करीना को पसंद नहीं है, और वो पढ़ा भी इतना नहीं हुआ, बस घरवालों ने लड़के के पिता की ज्यादा देखकर उसकी शादी तय कर दी है, जबकि करीना खुद जिस कम्पनी में काम करती है वहाँ से वो पचास हज़ार रुपए महीने की तनख्वाह लेती है।
उसे हमारे साथ बताये पल बहुत याद आ रहे थे और बोली- मैं आपको लाइफ में कभी भी भूल नहीं पाऊँगी।
लोरिया इस लिए रो रही थी क्योंकि वो भी करीना की शादी के बाद फिर से अमेरिका जा रही है, वहाँ उसे चुदाई वाले तो बहुत मिले और मिलेंगे परन्तु ऐसे फीलिंग समझ कर चुदाई वाला अभी तक कोई नहीं मिला।
वो बार बार कह रही थी कि आपके साथ बिठाये पल हम कभी भी भूल नहीं पाएँगी।
इन बातों से हमारी आँखों में भी आँसू थे, परन्तु उनकी ट्रेन चलने को तैयार थी, हमने ज़ल्दी से उनका सामान ट्रेन के डिब्बे में रखवाया और आखरी बार गले मिल कर बाय कहा। उनकी ट्रेन हमारी आँखों से दूर कहीं जा चुकी थी, परन्तु हम खड़े देख रहे थे। उनके साथ बिताये दो दिन दो सालों जैसे लग रहे थे, ऐसी चुदाई और दोस्ती लाइफ में पहला एहसास था।
आखिर हम वापिस आ गए, उसके बाद दो दिन तक मैंने ऑफिस से और छुट्टी ले ली क्योंकि उनके जाने से मूड खराब हो गया था, दिल नहीं लग रहा था, मेरी बीवी भी उन दिनों में लन्दन थी और मैं अकेला पड़ गया था।
मैंने अपनी बीवी को फ़ोन पर सब कुछ बता दिया था, उसे तो पहले भी बता दिया था जब मैंने मिलने जाना था। दूसरे दिन मैंने लोरिया और करीना से फ़ोन पर बात की और पता चला कि करीना की शादी 23 फरवरी की तय हो गई है, करीना फ़ोन पर भी बहुत रो रही थी। उसके बाद वो दोनों मेरे और खुशविंदर से रोजाना बात करती रही।
आखिरी बार करीना का फ़ोन मुझे 26 फरवरी को आया और बोली- अलविदा दोस्त, शायद हमारी किस्मत ने भगवान् ने इतनी ही दोस्ती लिखी थी।
उसके बाद लोरिया का फ़ोन भी आया, वो उसकी शादी के बाद तुरंत अमेरिका जा रही थी। दो मार्च की लोरिया की फ्लाईट थी। लोरिया ने मुझे बताया कि करीना बहुत याद करती है। लोरिया भी अमेरिका चली गई। उसके बाद अब कभी कभी लोरिया का फ़ोन आता है। बस वो यादें जब भी हम ताज़ा करते हैं तो बस दिल में वही नजारा आ जाता है।
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सपना और उसकी एक सहेली-2
फिर करीना की बात मुझसे होने लगी तो करीना ने बहुत बार हमारी बातें कोंफ्रेंस कॉल पे लोरिया को सुनाई, तो लोरिया को लगा कि मैं वैसी चुदाई कर सकता हूँ जैसी वो चाहती थी, इसलिए उन्होंने मुझे मिलने का प्लान बनाया था।करीना की कम्पनी की मीटिंग ने उनको मुझसे ज़ल्दी मिलवा दिया था।
उसके बाद कपड़े उतारने की रस्म मैंने अदा की, मैंने इन दोनों के बहुत प्यार से कपड़े उतारे और और ब्रा और पैंटी को मैंने नहीं उतारा। उसके बाद शुरू हुई हमारी आज की चुदाई !
मैंने लोरिया की पैंटी में हाथ डाला और दो उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दीं, लोरिया को होंठों को मैंने अपने होंठों में लिया और नीचे से तेज तेज उँगलियाँ करने लगा, इससे लोरिया की चूत पानी-पानी हो गई थी, मैं लोरिया की जीभ को चूस रहा था, और लोरिया की चूत में उँगलियाँ कर रहा था, तभी करीना अपने हाथों से लोरिया के मम्मों को दबाने लगी, अब लोरिया को सभी तरफ से मज़ा मिल रहा था।
उसके बाद मैंने लोरिया को अपने लंड के ऊपर बिठाया और फट से अपना लौड़ा उसकी चूत में उतार दिया। मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था, और लोरिया मेरे सामने मेरे ऊपर बैठ कर चुद रही थी। करीना को मैंने अपने मुँह के ऊपर बिठाया और उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी। मैंने अपने दोनों हाथों से करीना के मम्मों को पकड़ लिया, करीना का मुंह लोरिया के मुंह की तरफ था और करीना की पीठ मेरी तरफ, लोरिया का मुंह मेरी तरफ था।
करीना और लोरिया दोनों आपस में चूमाचाटी करने लगीं, मेरा लंड लोरिया की चूत चोद रहा था और करीना की चूत मेरी जीभ से चुद रही थी, करीना अपने हाथों से लोरिया के मम्मों को मसल रही थी, मैं करीना के मम्मों को मसल रहा था।
दोनों लड़कियों की चुदाई जोरों पर थी, मेरे धक्के तेज हो गए थे और लोरिया के मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थीं- ...उन्न्न्न..न्ह्ह्ह आ.आ ..ह्ह्ह्हह... स्स्स्स... सीसीस. सिसिसि.सी.. ऊ.ई.. उ..ई ..उ.ई.ईइ.. आह्ह्ह... चोदो.. जोर.से. औ..र. जो.र .से.. उई..जी.जू.. आह्ह्ह.. आ..ह... साली..क.री.ना.. औई.. आ .मैं चुद.. रही... हूँ... आः.. आ.हा. हा.. हा.. .हा ..हां !
तभी लोरिया की चूत में से पानी की धारें बहने लगी और लोरिया के पानी ने मेरी जांघें तक भिगो दी, लोरिया की चूत से निकल रहे गर्म रस से मुझे मज़ा भी आ रहा था।
करीना लगातार लोरिया की जीभ को चूस रही थी और उसके मम्मों को दबा रही थी। मैं भी दोनों राण्डों को गालियाँ देता हुआ चोद रहा था- चु..दो.. सा..ल... इ. कु..तिया... माद... र.चो..द .ब.ह..न .की.. लौ.ड़ी.. सा.ली... अ.प.नी.. ब.ह.न.. चु.द.वा... र..ही. है.. तू .क..री.ना.. कु.ति.या..तु.म.. तो.. मेरी..कु... ति.या.. हो .सा.ली.. मा.द.र.चो.द.. चु.दो.. बह.न.. की.. लौ..डि.यो. चू. दो... चु... द..क..ड़... रं.डि.यो..ऊ.न्न्ह्ह... ह्ह... आ.अह्ह्ह्ह.. स्सी.ई.. स.सि.स.. सी... .सी. स.. इ.. आः.. आहा.. .हा.. हा.. हा.. हा.. हा. ऊ.ह्ह्ह.ह्ह्ह्ह .अ.ह.. आह..’ लोरिया की चूत से बहुत पानी बह चुका था, अब मैंने लोरिया को इशारा किया तो लोरिया ने मेरा लंड अपनी चूत से निकाला और करीना और लोरिया ने अपनी जगह बदल ली थी, अब करीना ने मेरा लंड अपनी चूत में ले लिया था और लोरिया पीछे हट कर बैठ गई।
मैंने करीना को उल्टा कर लिया और ऊपर से उसकी चूत को चोदने लगा।
अब करीना चुद रही थी और करीना के सामने लोरिया बैठ गई, करीना का मुंह लोरिया की चूत के पास था, करीना ने लोरिया की चूत को एक किस की और मैंने करीना की चूत में अपने लंड का एक जोर सा झटका मर दिया, ऐसा करने से करीना और ज्यादा उत्तेजित हो गई, और उसने लपक कर लोरिया की चूत में जीभ डाल दी और उसके ऊपर लगा हुआ काफी सारा रस जो उसकी चूत से निकला था चूस लिया। लोरिया ने भी करीना के मम्मों को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगी और बीच-बीच में लोरिया करीना के मम्मों को चूस भी रही थी।
इधर मैं जोर-जोर से करीना को चोद रहा था और करीना की गांड हाथ से सहला रहा था, करीना को मैंने अब खड़ी कर लिया था, उसकी एक टांग को उपर उठा कर उसकी चूत अपने लंड से जोर जोर से चोद रहा था, और करीना की निप्पल को लोरिया चूस रही थी, मैं लोरिया के मम्मों को भी दबा रहा था और कभी कभी उसके एक निप्पल पर किस कर देता था, लोरिया भी बहुत मस्ती से करीना की चुदाई देख रही थी और मेरा साथ दे रही थी।
करीना अपनी गांड को जोर जोर से हिला कर चुद रही थी, उसकी चूत का पानी निकलने वाला था, तभी लोरिया ने मुझे इशारा किया और कहा- जीजू, इस साली कुतिया को अपने लंड पर बिठा लो, साली पानी पानी हो रही है।
मैंने लोरिया की बात सुनते ही करीना की चूत से लंड निकाला और कुछ देर के लिए लोरिया ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
इतने में मैंने करीना को अपने ऊपर कर लिया और लोरिया के मुंह से अपना लंड निकाला और फिर से करीना की चूत में डाल दिया। अब करीना की जवानी का रस टपकने लगा था, करीना की चूत पूरी तरह से गीली थी और मेरा लंड जोर जोर से उसे चोद रहा था। लोरिया हमारी चुदाई देख कर मस्त हो रही थी।
करीना सिसकारने लगी- आ..आ.. ह्ह्ह... ह्ह्ह्ह... .ह्ह्ह... चो.दो .मु..झे, .तेज़... औ.र.. ते..ज़.. आ.ह.. आ.हा... अ.ह .ई... उ.ई.. आ.ह्ह. मे.री.. ब...ह.न .चो.द .डा.लो.. साली.. इ.स. चू.त.. की..आ.ह .आ.हा.. हा .हा... हा .हा .हां. आ.ह्ह्ह्ह.ह्ह... उ.ई... इ.उ... उ... ई.. उई.. अह... आ.हा.. मैं...आ... र.ही.. हूँ... मे.रा... पा...नी .ट...प...क... र..हा... है, .आ.ह.. अ..ह.. लो.रि.या.. .सा..ली ..अ... ह.. स.म्भा.लो.... मु.झे.. .आ.ह.. अ.ह.... अ..ह.. उई.. चो...दो.... चो..दो... चो... दो ..जो... र... जो.र .से... अ.ह.. .अ.ह... अ.ह.. आह... मैं ग.ई... आ... ह .आ.हा.. .हा.. हा. हा.. हा.आ.अ. .आ.आ ..हा.. आ ..अ..ह...
करीना की चूत की गर्मी पानी बन कर बह गई थी, करीना ने मुझे लंड बाहर निकालने का इशारा किया।
मैंने जैसे ही लंड बाहर निकाला तो करीना और लोरिया दोनों ने मेरा लंड फिर पकड़ लिया और चूसने लगीं, एक बार करीना अपने मुंह में लंड लेती और दूसरी बार लोरिया, इस तरह वो दोनों राण्डों मेरे लंड से खेल रही थीं।
मेरे लंड का रस भी अब निकलने वाला था, मुझे मालूम था कि मैंने अपना रस कहाँ निकालना है, लोरिया ने मेरे लंड की टोपी को इस कदर चूसा कि उसमें से धार फूट पड़ी और सीधे लोरिया के मुंह में जाने लगा रस !
यह देख कर करीना ने मेरा लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया, जैसे ही करीना ने मेरा लंड लोरिया के मुंह से निकाल कर अपने मुंह में लिया तो लंड से टपक रहा कुछ रस लोरिया के मुंह के ऊपर गिर गया और कुछ रस से करीना का चेहरा नहा गया, इस तरह ये दोनों बहुत मस्त तरीके से मेरा रस निकाल रही थीं।
मेरे लंड से गिर रहा रस भी इन दोनों राण्डों ने अपने अपने चेहरे पर गिरवाया और दोनों का चेहरा पूरी तरह से मेरे लंड रस से नहा गया था। मेरा लंड अभी भी रस की पिचकारियाँ छोड़ रहा था, मेरे लंड के बहते हुए रस को जब दोनों लड़कियाँ पी रहीं थीं तो मुझे इनको देखकर भी बहुत मज़ा आ रहा था।आखिर मेरे लंड का रस निकल चुका था, करीना और लोरिया साली चुद चुकीं थी।
जब मैंने टाइम देखा तो रात के दो बज रहे थे। हम थक कर सो गए, सोने से पहले मैंने दोनों को दो बार किस की और दोनों की चूतों पर भी एक-एक किस की।
सुबह जब मैं उठा तो करीब 8 बज रहे थे, करीना और लोरिया दोनों सो रहीं थीं, मैंने उनको डिस्टर्ब करना ठीक न समझा और नहा कर उनके उठने से पहले ही फ्रेश हो गया।
उसके बाद मैं टहलने के लिए नीचे चला गया, होटल के आंगन में मैं टहल रहा था, तो मेरा दोस्त खुशविंदर जो इसी होटल का मैनेज़र था, मेरे पास आया और बोला- रात कैसी रही फिर...?
मैंने कहा- अच्छी रही, और भी अच्छी हो जाती अगर तुम भी होते !
मैं और खुशविंदर हम बहुत पुराने दोस्त हैं और हम एक दूसरे से खुली बातें कर लेते हैं, इसीलिए मैंने इनके होटल में रूम लिया था, ताकि कोई परेशानी न हो।
वो बोला- हाँ भई, चोदने के बाद ही सभी कहते हैं, आप भी होते, अगर तुम सच में मुझे शेयर करना चाहते तो कल जब तुम्हारा फ़ोन आया था तभी बोलते !
मैं समझ गया कि उसे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने उसके साथ कोई मज़ाक किया हो, तो मैंने उसे कहा- यार सच में मज़ा आएगा, आज भी वो दोनों यहीं हैं, आज तुम मेरे साथ आ जाओ, हम मिल कर उन दोनों को चोदेंगे।
एक बार उसे लगा जैसे में मज़ाक कर रहा हूँ, उसने मेरी तरफ देखकर कहा- ‘चल कोई नी, कर ले मज़ाक, जब मेरी बारी आयेगी तो देखना !
मैंने खुशविंदर का शक दूर करते हुए कहा- दोस्त, कल मैं उन्हें पहली बार मिल रहा था, इस लिए मैंने तुझे नहीं कहा, अब मैं तेरे साथ बात करने के लिए ही नीचे आया हूँ यार, नहीं तो मुझे क्या जरूरत थी रूम से नीचे आने की? इसलिए ज़ल्दी से तीन कप चाय रूम में भिजवा और उसके बाद करीब आधे घंटे तक तू मेरे रूम मेरे रूम में आ जा, बाकी मैं सम्भाल लूँगा, तू निश्चिन्त रह यार।
मैं अपने रूम में पहुँचा तो करीना और लोरिया अभी तक सो रही थीं, मैंने पहले लोरिया को उठाया। उसने उठते ही मुझे एक किस की और गुड मोर्निंग कहा, तो मैंने भी उसके जवाब में गुड मोर्निंग बोला और उसे तीन किस कर दी और उसकी चूत में थोड़ी सी उंगली कर दी।
वो हंसने लगी और मज़े से सिसकारी लेने लगी, हमारी आवाजें सुन कर करीना भी जाग पड़ी, तो मैंने और लोरिया ने उसे गुड मोर्निंग बोला और करीना हमें इस हालत में देख कर बोली- ‘चुद लो - चोद लो ! सुबह-सुबह मेरे सोने का फयदा उठा रहे हो, कोई बात नहीं अब तो मैं भी साथ ही चुदूँगी सालो !
तभी हमारे रूम की घंटी बजी, हम सब ठीकठाक से हो गए, मैंने दरवाजा खोला तो वेटर चाय लेकर आया था। मैंने दरवाजे से ही चाय ली।
करीना और लोरिया भी फ्रेश हो गई, हम साधारण बातें कर रहे थे और चाये पी रहे थे। तभी फिर से रूम की घंटी बजी तो मैंने दरवाजा खोला, मेरा दोस्त सामने खड़ा था, मैंने उसे अंदर आने को कहा और लोरिया और करीना से उसका परिचय करवाया।
वो सोफे पर बैठ गया, मैंने लोरिया और करीना के बारे में उसे बताया- ये मेरी दोस्त हैं, इनको चुदाई बहुत पसंद है, इन्हें अपनी चूत और गांड में एक साथ दो लौड़े लेने बहुत पसंद हैं।
तभी खुशविंदर बोला- तो देर किस बात की है, करीना को तो मेरी गोद में दे दे और तू इस लोरिया को सम्भाल !
खुशविंदर बहुत खुला हुआ था क्योंकि एक तो वो मेरा पुराना दोस्त है और हम सभी बातें कर लेते हैं, यहाँ तक कि अपनी अपनी बीवियों को कैसे चोदते हैं, वो भी बातें कर लेते हैं हम, दूसरा वो होटल लाइन में होने के कारण उसके पास बहुत से जोड़े आते रहते हैं और औरतों के साथ वो बहुत ज़ल्दी खुल जाता है। उसे भी मेरी तरह पता है कि औरत को किस चीज़ से ज्यादा मज़ा आता है।
चाय हम ख़त्म कर चुके थे, मैंने फिर एक बार लोरिया की चूत में उंगली कर दी और लोरिया उछलने लगी, मुझे देखकर खुशविंदर से भी रहा न गया उसने भी करीना की चूत नंगी कर दी और उसके अंदर अपनी उंगली डाल दी।
अब दोनों लड़कियाँ फिर कामुकता के माहौल में आ चुकी थी और दोनों की पैंटी और ब्रा उतर चुकी थीं, इससे पहले कि मैं कुछ करता, खुशविंदर ने करीना को उल्टा किया और फट से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, करीना सिसकारने लगी। खुशविंदर का लौड़ा करीना की चूत में पूरी तरह घुस चुका था, करीना खुशविंदर के ऊपर लेटी हुई थी, खुशविंदर ने करीना को ऊपर से पकड़ रखा था, करीना के निप्पल खुशविंदर की छातियों में घुस रहे थे, वो करीना के निप्पल को कभी कभी चूसने भी लग जाता।
तभी लोरिया ने मेरे कान में एक बात कही, तो मैंने फट से लोरिया को छोड़ा और करीना के पास जाकर खड़ा हो गया, उन दोनों की चुदाई को हम दोनों देख रहे थे। जैसे ही करीना की चूत में खुशविंदर ने झटका लगाया और करीना ऊपर को हुई तो मैंने बिना देर किये अपना लौड़ा करीना की गांड में फंसा दिया, इस बात का अंदाज़ा मेरे और लोरिया के अलावा किसी को भी नहीं था, असल में मेरे कान में लोरिया ने यही कहा था कि ‘तुम अब इसकी गांड की ड्राइविंग सम्भाल लो !’
मेरा लंड करीना की गांड के अंदर धंस रहा था और वो चिल्लाने लगी थी परन्तु उसे मज़ा आ रहा था। उधर खुशविंदर ने भी अपने धक्के तेज़ कर दिए थे, जब खुशविंदर का लंड करीना की चूत से बाहर निकलता तो मेरा लंड उसकी गांड में जाता और जब मेरा लंड करीना की गांड से बाहर निकलता तो खुशविंदर का लंड उसकी चूत में घुस जाता। ऐसे करीना की घमसान चुदाई चल रही थी।
लोरिया करीना के मम्मों को मसल रही थी। करीना सिसकार रही थी, उसकी चूत से लगातार रस टपक रहा था, वो कह रही थी ‘उ..ई... आ..ह... उ.ह.. उ...ह .उ..ह.. सी.. सी.सी.. सी. सा..लों.. छो...ड़ो... मु..झे.. फा..ड़.. डा.लो...मे...री... गांड... मे...रे.. क...मीने.. या.रो... आः... आह.. आह... अह... अह... अ...ह... अ.ह... सी.. सी... सी.. सी... सी.. सी.. सी... उ...ई... उ...ई... आ.ह... उ..ई... उ...ई... उ... ई... अ..ह... चो..द... डा...लो... मु...झे ... औ...र... मे..री... गां...ड... को... चो...द... डा..लो... मे...री.. चू.त... को... अह
करीना की चूत और गांड चुद चुकीं थीं। अब बारी लोरिया की थी, लोरिया करीना के मम्मों को मसल रही थी, तभी मैंने खुशविंदर को इशारा किया और उसने लोरिया को पीछे से पकड़ लिया और उसके नंगे चूतड़ों पर हाथ फेरकर अपना लंड उसकी गांड में धकेलना शुरू कर दिया।
लोरिया तो जैसे यही चाहती थी, उसने खुशविंदर का कोई विरोध नहीं किया, उसने खुशविंदर का साथ देना शुरू कर दिया और मैंने आगे होकर लोरिया की चूत में अपना लंड डाल दिया, अब लोरिया का भी करीना की तरह ही गैंग-बैंग हो रहा था, हम दोनों दोस्त मिल कर लोरिया को चोद रहे थे, करीना अपने हाथों से लोरिया के निप्पलों को मसल रही थी।
करीना लोरिया को किस भी कर रही थी और और उसका हौंसला भी बड़ा रही थी। खुशविंदर अब अपने पूरे जोश में था, लोरिया तो पहले से ही काफी उत्तेजित थी, इसीलिए वो ज़ल्दी ही झड़ने की कगार पर पहुँच गई वो मजेदार सिसकारियाँ लेने लगी ‘उ... ई... चो... दो... मु... झे... मे.रे.. कु..त्तों... आः... आ..ह... उ..ई... सा... ली... क.री..ना... तू..ने... चु..द.वा... दी. आ.ज.. मे.री.. .गां... ड... कु..ति..या.. ब.ह..न.. की.. लौड़ी.. सा..ली.. ते.री. माँ... की ..चू...त... म...ज़ा... .दि.ल...वा... दे... औ..र... अ..प.ने... यारों... से... आ... ह... आ... ह... आ..ह.. उ..ई... सी..सी... सी... सी... .स... .सी... आ...ह... आह... आ... ह उ...ई. उ...ई.. उई... आ.ह... .जी...जू.. जी..जू.. में... ग.ई.. आ.ह... ब...चा.. लो.. जी.जू... आ... ह... आ.ह... आ... ह... उ..ई... ई... ई...ई... इ
लोरिया भी अब चुद चुकी थी। खुशविंदर अपने लंड का रस निकालने की कगार पे था और वो भी सिसकारने लगा था, परन्तु करीना ने पहले ही बोल दिया- अरे मेरे मुंह में निकालना अपनी जवानी का रस !
इतना सुनते ही खुशविंदर ने फट से अपना लंड लोरिया की गांड से निकाल कर करीना के मुंह के ऊपर कर दिया, उसके लंड की धार सीधे करीना के मुंह पर पड़ी और बाकी का सारा रस करीना ने पी लिया। तभी मैंने भी अपना लंड लोरिया की चूत से निकाला और लोरिया के मुंह में दे दिया, मेरे लंड-रस को लोरिया ने बहुत प्यार से चाट चाट कर पीया। बाद में दोनों ने एक दूसरी कोई किस की और उसके बाद हमें भी बारी बारी किस की। इसके बाद दोनों राण्डों ने सुबह-सुबह ही अपनी चुदाई का रंग हम दोनों दोस्तों पर बिखेर दिया था। उसके बाद हम चारों एक साथ नहाये और नहाते समय भी हमने उन्हें एक बार चोद, इस बार मैंने करीना की चूत में लंड डाला और खुशविंदर ने लोरिया की चूत में लंड डाल कर एक साथ काफी देर तक शावर छोड़ दिया, करीब एक घंटा हमारी बाथरूम में चुदाई चलती रही।
जब बाहर निकल कर टाइम देखा तो करीब साढ़े बारह बज रहे थे। फिर हम नाश्ते के लिए नीचे रेस्टोरेंट में चले गए और खुशविंदर हमें रात को मिलने का वादा करके अपने काम पर लग गया।
इस तरह रात को भी मैंने और खुशविंदर ने करीना और लोरिया को खूब चोदा। हमने बहुत मज़े लिए, और अगले फ़िर उन्होंने वापस जाना था।
मैंने उन्हें अपनी तरफ से खरीदे हुए गिफ्ट दिए और लोरिया को भी कुछ गिफ्ट लेकर दिए। मैं और खुशविंदर दोनों उन्हें रेलवे स्टेशन पर छोड़ने गए, जाते वक्त हम सभी की आँखों में आँसू थे।
करीना बहुत रो रही थी, मैंने उसे गले लगा कर चुप कराया, तो उसने कहा कि वो शायद इसके बाद हमें मिल नहीं पाएगी क्योंकि उनके घर वालों ने उसकी शादी पक्की कर दी है, पर लड़का करीना को पसंद नहीं है, और वो पढ़ा भी इतना नहीं हुआ, बस घरवालों ने लड़के के पिता की ज्यादा देखकर उसकी शादी तय कर दी है, जबकि करीना खुद जिस कम्पनी में काम करती है वहाँ से वो पचास हज़ार रुपए महीने की तनख्वाह लेती है।
उसे हमारे साथ बताये पल बहुत याद आ रहे थे और बोली- मैं आपको लाइफ में कभी भी भूल नहीं पाऊँगी।
लोरिया इस लिए रो रही थी क्योंकि वो भी करीना की शादी के बाद फिर से अमेरिका जा रही है, वहाँ उसे चुदाई वाले तो बहुत मिले और मिलेंगे परन्तु ऐसे फीलिंग समझ कर चुदाई वाला अभी तक कोई नहीं मिला।
वो बार बार कह रही थी कि आपके साथ बिठाये पल हम कभी भी भूल नहीं पाएँगी।
इन बातों से हमारी आँखों में भी आँसू थे, परन्तु उनकी ट्रेन चलने को तैयार थी, हमने ज़ल्दी से उनका सामान ट्रेन के डिब्बे में रखवाया और आखरी बार गले मिल कर बाय कहा। उनकी ट्रेन हमारी आँखों से दूर कहीं जा चुकी थी, परन्तु हम खड़े देख रहे थे। उनके साथ बिताये दो दिन दो सालों जैसे लग रहे थे, ऐसी चुदाई और दोस्ती लाइफ में पहला एहसास था।
आखिर हम वापिस आ गए, उसके बाद दो दिन तक मैंने ऑफिस से और छुट्टी ले ली क्योंकि उनके जाने से मूड खराब हो गया था, दिल नहीं लग रहा था, मेरी बीवी भी उन दिनों में लन्दन थी और मैं अकेला पड़ गया था।
मैंने अपनी बीवी को फ़ोन पर सब कुछ बता दिया था, उसे तो पहले भी बता दिया था जब मैंने मिलने जाना था। दूसरे दिन मैंने लोरिया और करीना से फ़ोन पर बात की और पता चला कि करीना की शादी 23 फरवरी की तय हो गई है, करीना फ़ोन पर भी बहुत रो रही थी। उसके बाद वो दोनों मेरे और खुशविंदर से रोजाना बात करती रही।
आखिरी बार करीना का फ़ोन मुझे 26 फरवरी को आया और बोली- अलविदा दोस्त, शायद हमारी किस्मत ने भगवान् ने इतनी ही दोस्ती लिखी थी।
उसके बाद लोरिया का फ़ोन भी आया, वो उसकी शादी के बाद तुरंत अमेरिका जा रही थी। दो मार्च की लोरिया की फ्लाईट थी। लोरिया ने मुझे बताया कि करीना बहुत याद करती है। लोरिया भी अमेरिका चली गई। उसके बाद अब कभी कभी लोरिया का फ़ोन आता है। बस वो यादें जब भी हम ताज़ा करते हैं तो बस दिल में वही नजारा आ जाता है।
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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