Wednesday, April 16, 2014

FUN-MAZA-MASTI मालती एक कुतिया --1

FUN-MAZA-MASTI

 मालती एक कुतिया --1
 बिचवंती... मेरे आशिक मुझे इसी नाम से जानते हैं!

उम्म.... कहा से शुरू करूँ, समझ नहीं आ रहा. चलिए पहले अपने बारे में बता देती हूँ!
मैं मानसी! उम्र 23 साल.... गोरी हू... 5'6 हाईट, शरारती मुस्कान, और फिगर 34b 26 36.इन शोर्ट बोलू तो लड़के मुझे प्रॉपर पटोला बोलते हैं!
अब आप सोच रहे होंगे कि 23 साल की उम्र में 34b बूब्स और 36 गांड...... उम्म्ह..... मेरी आपसे रिक्वेस्ट है जादा दिमाग मत लगाइए... कहानी में
आपको पता चल जाएगा मेरे इस फिगर का राज!
ये कहानी मेरे और मेरी माँ के बारे में है! ओह... मम्मी के बारे में तो बताना ही भूल गई मैं. मेरी मा का नाम मालती है! माँ की ऐज तो मुझे भी नहीं
पता, पर वो 40-42 की होंगी! पर आज भी किसी भी मर्द को अपनी एक अदा से अपना दीवाना बना लेंती है! माँ मेरी माँ होने के साथ साथ किसी की रांड भी हैं.. और किसी की रखैल भी!
माँ के कई किस्से हैं! आपको धीरे धीरे स्टोरी पढने पर पता चलेंगे!
घर में मैं, मेरी माँ के अलावा एक छोटा भाई भी है! वरून! वरून २ साल छोटा है मुझसे! शरारती होने के साथ साथ सीधा भी है! वो अभी एक प्राइवेट कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा है!
जब मैं ** साल की थी... पापा हमें एक रोड एक्सीडेंट के बाद छोड़ के चले गए! पापा के जाने के बाद हमारी सारी जिम्मेदारी माँ ने ही उठाई! 


“पापा की डेथ के बाद सब कुछ बिखर सा गया था! पापा शेयर ब्रोकर थे, शेयर ब्रोकिंग के साथ साथ उनका रियल स्टेट का भी बिजनेस था! हम लोग हंसी खुशी आराम की जिन्दगी जी रहे थे! मैं पापा की दुलारी, उनसे जो मांगती, जब मांगती मुझे ला कर देते थे! पर अब वो हमारे साथ नहीं थे! हमारे साथ कुछ था तो उनकी यादें! उन पलों की यादें जो हमने साथ बिताए थे! मैं उस समय ** साल की थी और मेरा भाई... वो ** साल का! पापा के जाने का जितना दुःख मुझे और मेरे भाई को था... उतना शायद मेरी माँ को नहीं था!”
उम्म्म्ह..... माँ को होगा भी कैसे! आखिर जैसा मालती ने अपने आशिक के साथ मिलकर प्लान किया था, सब कुछ बिलकुल वैसा ही हुआ था! मालती कॉलेज टाइम से ही इस तरह की खुराफात में सबसे आगे रही है! कॉलेज के समय अपने काम के लिए लड़कों को चूतिया बनाने में सबसे आगे थी! डीयू की बेशरम-बेहया- सुंदरियों में से एक! कॉलेज का इलेक्शन हो या फिर किसी इवेंट के लिए फण्ड रेजिंग, मालती सब जानती थी, कौन सा काम किससे और कैसे करवाना है! इस सबके साथ पढ़ाई में भी सबसे अव्वल रहती थी! कॉलेज में अपनी जवानी के खूब जलवे बिखेरने के बावजूद उसे अरेंज मर्रिज ही करनी पड़ी! मालती ने इस शादी के लिए हाँ बोली थी तो सिर्फ दौलत के लिए, वो भी अपनी माँ के हज़ार बार समझाने के बाद! मर्दों की पहचान थी मालती को! मर्द की नज़र से उसे पता चल जाता था की ये बिस्तर पे कितनी देर साथ देगा! पति से पहली मुलाकात में ही उसे पता चल गया की उसे शादी के बाद वो मजा नहीं मिल पायेगा जो मजा उसने शादी के पहले लिया है! खैर उसे और चाहिए भी क्या था... शादी तो एक लाइसेंस है , चुदवाने का! शादी के एक साल बाद ही मालती ने एक्स्ट्रा मैरिटल अफैर्स बनाने शुरू कर दिए,और अपने पति को इसकी भनक तक न लगने दी! पति की गैर मौजूदगी में दिल खोल के मजे लेती और जब मन भर जाता तो दूसरा अफेयर! शादी के 3 साल में ही उसे दो बच्चे हुए, मानसी और वरून!
चुदाई और बेवफाई का सिलसिला यूं ही चलता रहा....या यूँ कहें कि बच्चों के बाद थोडा कम हो गया! इस सबके साथ ही पति का बिजनेस भी काफी तरक्की कर गया था! बिजनेस के मामले में रंजन का दिमाग उसके लंड से काफी तेज़ चलता था!इस तरक्की के बीच उसने काफी दोस्त और दुश्मन बनाए! ऐसे ही दुश्मनों में एक था रमीज़! रमीज़, शराब के कारोबारी के रूप में जाना जाता था, शराब के साथ साथ कुछ और इल्लीगल धंधे भी करता था, जिसकी भनक सिर्फ उन्हें होती थी, जो उन काले धंधों से जुदा होता था! रियल स्टेट का बिजनेस रमीज की हेल्प के बिना नामुमकिन ही था! और यही कारण बना रमीज और रंजन की मुलाकात का! रंजन ने अनजाने में एक दो सौदे ऐसे किये थे जिससे रमीज़ के मामलो में दखल हुआ था! पर रमीज़ हर काम टेढ़ी ऊँगली से ही करता था! इसलिए उसने रंजन से दुश्मनी कभी जाहिर नहीं की! रमीज, पूरा नाम मो. रमीज़ खान,उम्र 35साल, 6 फुट का गठीला बदन! भूरी आँखे, जो किसी को घूर दें तो उसकी पैंट गीली हो जाए! 24 में से 2 घंटे जिम में बीतते थे उसके! सिटी के क्लब्स और पब्स में दारु की सप्लाई का ठेका उसी के पास था! ये सब उसने अपनी दबंगई से हासिल किया था! रियल स्टेट में किसी को कब्ज़ा लेना हो, या जमीन खाली करानी हो, सबको रमीज़ ही याद आता था! रमीज को पोलिटिकल सपोर्ट भी मिला हुआ था! इन सबके अलावा उसे एक और नशा था... चूत का नशा! हो भी क्यों न.... kudarat ने उसे इतना तगड़ा हथियार जो दिया था! 


 ये मौका था न्यू इयर का.... और न्यू इयर पार्टी कही और नहीं, रमीज के गुड़गाओं वाले फार्महाउस पे थी! रमीज ने अपने सभी दोस्तों और दुश्मनों(रंजन टाइप्स) को इनवाईट किया था! रंजन किसी भी पार्टी में अपनी वाइफ के बिना नहीं जाता था! उसे अपनी बीवी के साथ पार्टी करने में मजा आता था! और मालती भी एन्जॉय करती थी पार्टीज! आज मालती ने मैरून साड़ी पहनी हुई थी, हमेशा की तरह, साड़ी बेल्ली बटन से 2 इंच नीचे ही बंधी थी! ऊपर स्लीवलेस, डीपनेक और बेकलेस ब्लाउज! उफ्फ....मानो ऊपर वाले ने मालती को पार्टी में मर्दों का सामान खड़ा करने के लिए ही पैदा किया हो! गजब की माल लग रही थी आज वो! एक बार नज़रें लग जाएँ तो हटाने का दिल न करे! रंजन अपनी ब्लैक मर्सिडीज पार्क कर रहा था... और मालती अपने आप को अभी भी सजाने सवारने में लगी थी, कार के रियर व्यू मिरर में बार बार खुद को देख रही थी... जुल्फों को संवार रही थी.... रंजन बोला: ओह मालती, अब बस भी करो.... तुम अच्छी लग रही हो! मालती ने मुस्कुराते हुए कार का दरवाजा खोला, और रंजन की बाह में अपनी बांह डाल कर पार्टी की ओर चल दी! चूंकि पार्टी रमीज़ ने दी थी, इसलिए शहर के बड़े-बड़े लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था, पार्टी फार्महाउस के लॉन में थी! लॉन के एक ओर जहाँ गजलों से माहौल बन रहा था वही दूसरी ओर फ़िल्मी गानों की बहार आई हुई थी! पर अब ये सब जैसे रमीज को सुनाई नहीं दे रहा था, वो तो अब देख रहा था.... आँखे फाड़ के पार्टी में अभी अभी आई रंजन की बीवी को ताड़ रहा था वो! रंजन ने जैसे ही रमीज को देखा वो अपनी बीवी के साथ उससे मिलने पंहुचा! रमीज का तो बस ईमान डोल गया मालती के ऊपर! रंजन ने रमीज से आकर हाथ मिलाया, पर रमीज ने उसे गले लगा लिया! गले लगाने की पुरानी आदत थी रमीज की! रंजन को अच्छा लगा जब रमीज ने उसे गले लगाया! “दिल मिलें न मिलें पर गले मिलते रहना चाहिए” रमीज का कुछ यही उसूल था!
रंजन: रमीज, ये मेरी वाइफ, मेरी साउल मेट “मालती”, मालती ये हैं रमीज, जिनके बारे में मैंने बताया था तुम्हे!
मालती: ओह हाई रमीज, नाईस टू मीट यू. एंड हैप्पी न्यू इयर इन एडवांस(अभी 12 नहीं बजे थे)
रमीज: हेल्लो मालती जी... पार्टी में शिरकत करने के लिए आपका शुक्रिया, आपने तो पार्टी की रौनक बढ़ा दी! (मालती से हाथ मिलाते हुए बोला)
मालती ब्लश करती हुई बोली: अरे आपने पार्टी दी थी तो आना तो था ही! (और स्माइल करने लगी)
रंजन: हाहा... रमीज मालती को पार्टी का बोहोत शौक है, और मुझे भी अच्छा लगता है पार्टी करना!
रमीज मुस्कुराया और “एक्सक्यूज मी” बोल के अपने कुछ ख़ास दोस्तों से मिलने चला गया! पर रमीज की नजरों में अभी भी मालती ही थी, नो मैटर वो किससे मिल रहा था और किससे बात कर रहा था! अब तक रमीज ने इतना तो डिसाइड कर ही लिया था की कुछ भी हो जाये एक बार तो मालती के मजे लेगा ही!
पार्टी का माहौल काफी अच्छा चल रहा था, सब मस्त थे, रंजन ने आदत से मजबूर होकर एक पेग आज फिर से जादा पी लिया, आँखे चढ़ी हुई थीं और मालती का टेम्पर भी थोडा हाई हो रहा था! किसी तरह रंजन बैठा हुआ था, और पार्टी में इधर उधर देख रहा था! मालती बोर हो रही थी और रंजन को वो सब सुना रही थी जो एक बीवी पति के शराब पीने पे सुनाती है! ऐसा नहीं था की मालती शराब नहीं पीती या अपने पति को शराब पीने से मन करती थी! दो टकीला अभी भी डाउन थी वो! पर अपनी लिमिट जानती थी! जाने भी कैसे न, इसी का फायदा तो कई बार कॉलेज में लड़कों ने उठाया था!
रमीज अभी भी मालती को ही देख रहा था! जब उसे एहसास हुआ की ये सही मौका है और उसे अब चौका मार देना चाहिए, वो मुस्कुराता हुआ मालती के पास पंहुचा!
रमीज़: एन्जोयिंग पार्टी?
मालती: हम्म..... या.... एन्जोयिंग! (फीकी सी स्माइल दी)
रमीज: आप दोनों यही बैठे बैठे एन्जॉय करेंगे या फिर आगे आके एन्जॉय भी करेंगे!
मालती: (रंजन की तरफ देखती हुई बोली) नहीं इनका मूड नहीं है, मैं यही ठीक हूँ!
पर रमीज ये मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहता था!
वो मुस्कुराते हुए बोला, “अरे इनके मूड के चक्कर में अपना न्यू इयर क्यों बर्बाद कर रही हैं आप, आइये 12बजने वाले हैं, और मैंने आपको चूज किया है न्यू इयर केक काटने के लिए!”
मालती के लिए ये किसी सरप्राइज़ से कम नहीं था.... वो रमीज को केक काटने से मन नहीं कर पाई! रमीज ने बिना देर किये अपना दायाँ हाथ आगे बढाया! जिसे मालती ने बिना देर लगाए थाम लिया! और उठ खड़ी हुई! मालती के चेहरे पे स्माइल थी! वो अपने ड्रंक हस्बैंड को वहीँ उसी टेबल पर छोड़ कर रमीज के साथ केक की ओर चली गई....
रमीज ने मालती के लिए अनाउंसमेंट किया, मालती के हाथ में वेट्रेस से लेकर नाइफ थमाई! पूरी पार्टी की नजरें मालती पर थीं! और मालती खुद को सेलेब्रिटी फील कर रही थी!
12 बज चुके थे, फार्महाउस के पीछे आतिशबाजी शुरू हो गई थी! और मालती ने भी केक काट दिया! केक का एक पीस काट कर उसने रमीज को खिलाने की फॉर्मेलिटी की.... पर रमीज मियां तो रमीज मियां थे, उन्हें तो कोई और केक ही दिख रहा था अपने सामने! रमीज ने अपना केक के साथ साथ मालती की उँगलियों को भी चांट लिया! जिसे मालती ने भी फील किया , और रमीज की नजरों से झलक रही हवस को डिटेक्ट करने में उसे पल भर का समय भी नहीं लगा! मर्दों की फीलिंग्स से खेलना मालती की पुरानी आदत थी! केक खिलने के बाद उसने रमीज को तिरछी नजरों से देखा और स्माइल दी! केक खिलाने की बारी अब रमीज की थी! रमीज ने एक बड़ा सा स्लाइस लिया और मालती के मुह की ओर अपना हाथ बढ़ाया मालती ने जैसे ही मुह खोला, रमीज ने सारा केक उसके मुह में भर दिया, जिससे केक मालती के गुलाबी होंटो पर भी लग गया! मालती ने रमीज की ओर देखते हुए अपने होंटो को अपनी जीभ से साफ़ किया! सभी लोग ताली बजा रहे थे, केक काटने की ख़ुशी मना रहे थे, पर मालती और रमीज तो जैसे किसी दूसरी दुनिया में खोये हुए थे! फिर मालती होश में आई और खुद को संभाला! पर उसके दिल में रमीज के लिए नॉटी कार्नर बन चुका था! रमीज ने भी अपनी नई रांड की पहचान कर ली थी, बस अब उसे कुछ संभले हुए क़दमों से आगे बढ़ना था, और अपना केक काटना था!


 12 बजे के बाद मस्ती का शबाब जोरो पर था! मालती अब रमीज के साथ ही थी, वो पार्टी की अब चीफ गेस्ट जो बन गई थी! मालती की मुस्कान रमीज के लंड को बार बार खड़ा कर दे रही थी, जिसे रमीज किसी तरह से संभाले हुए था! रमीज भी अब बस मालती के साथ ही था! उसने मालती से कहा “डिअर हैप्पी न्यू इयर”.... हाँ दोनों एक दूसरे में इतना खो गए थे की एक दुसरे को न्यू इयर भी विश नहीं किया था! मालती ने मुस्कुराते हुए रमीज की ओर देखा और बोली “सेम टू यू रमीज जी, एंड थैंक यू सो मच फॉर गिविंग मी सच अ सरप्राइज़, आई वाज नोट एक्सपेक्टिंग दिस”
रमीज ने चालाकी से जवाब दिया “वैसे जिंदगी में कुछ चीजें अनएक्सपेक्टेड ही हों तो अच्छा रहता है... अब अगर आप ये सब पहले से एक्स्पेक्ट कर रही होतीं तो उसमे इतना मजा थोड़े आता, बस रंजन नहीं था साथ में, वरना और अच्छा होता”
“ओह... रंजन... उन्हें तो मैं भूल ही गई थी, कितनी बार बोला है मैंने इनसे, इतना न पिया करें, पर मानते ही नहीं, आई थिंक अब हमें चलना चाहिए.... रंजन को आराम की जरूरत होगी.. पार्टी का सारा मजा खराब कर दिया” मालती थोड़ी परेशान होती हुई बोली!
“ओह मालती जी.. अभी तो पार्टी शुरू हुई है और आप हैं की जाने की बात कर रही हैं, आप परेशान मत होइए, रंजन को अन्दर रूम में छोड़ दीजिये, और आप पार्टी के मजे लीजिये, वैसे भी आप ही तो आज की पार्टी की रौनक हैं” ये कहते हुए रंजन ने अपने एक नौकर को बुलाया और उसे रंजन को अन्दर ले जाने के इंस्ट्रक्शन दिए! और वो नौकर रंजन को अन्दर लेके चला गया!
मालती को इस खेल में मजा रा रही थी, वो नहीं जानती थी की वो आज किसी आशिक से नहीं, भेड़िये से खेल रही थी! रमीज उन लोगों में से है जिनका लंड उनके दिल से जादा तेज धड़कता है!
रंजन के अन्दर जाने के बाद मालती के अन्दर की मादकता बहार आने लगी, अब वो रमीज से खुल के बाते कर रही थी, और रमीज भी दिल खोल के मालती के हुस्न की तारीफों के पुल बाँध रहा था!
दोनों अब उसी कार्नर टेबल पर थे जिसमे पहले मालती रंजन को ताने मार रही थी, पर अब माहौल वो नहीं था! एक तरफ थी पार्टी की रौनक, रमीज के दोस्त कम दुश्मन की बीवी मालती, तो दूसरी तरफ था शहर का सबसे ताकतवर गुंडा, हवसी दरिंदा, चूत का पुजारी रमीज! जिस पर न जाने कितने बलात्कार के केस दर्ज होने से पहले ही दफन हो गए थे!
पर मालती को ये सब रंजन ने बताया कहाँ था, उसके सामने तो एक 6 फीट का हैण्डसैम-जवान मर्द था जो पिछले एक घंटे से उससे लगातार फ़्लर्ट किये जा रहा था! मालती भी खेल रही थी उससे!
रंजन की भारी कड़क आवाज का रुतबा उसे भा रहा था, उसे पता भी नहीं चला की कब उसके कोमल मखमली हाथों को रमीज ने अपने हाथों में थाम लिया और उसकी कोमलता को महसूस कर रहा था!
मालती एक टकीला और मार चुकी थी! रमीज ने मालती को डांस के लिए पूछा, मालती ने मुस्कुराते हुए रमीज के हाथों में अपना हाथ दे दिया.... अब दोनों डांस फ्लोर पर थे, म्यूजिक भी बदल गया था... कोई स्लो इंग्लिश जैज़ गाना माहौल को गरम कर रहा था! रमीज़ के दोनों हाथ मालती की नंगी कमर पर थे.... और मालती का एक हाथ रमीज के कंधे पर और एक उसकी चौड़ी छाती पर! मालती रमीज की गरम सांसों को अपने माथे पर महसूस कर रही थी! रमीज के हाथ मालती की मखमली कमर पे मालती को एक अलग एहसास दे रहे थे, मालती म्यूजिक के साथ अपनी कमर और पैरों को मूव करती, और रमीज अपने शरारती हाथों को! मालती को रमीज की शरारत में मजा आ रहा था, और आये भी क्यों न... इस तरह की शरारत उसके साथ एक लम्बे अरसे के बाद हो रही थी! म्यूजिक बदलते ही रमीज ने मालती को और करीब खींच लिया! अब रमीज का एक हाथ मालती के बैकलेस ब्लाउज की सिलाई पे था और एक हाथ से अब भी वो उसकी कमर को रगड़ रहा था! डिस्को लाईट में ये सब काफी रोमांटिक लग रहा था! पिछले 20 मिनट में रमीज ने मालती के जिस्म का काफी निरिक्षण कर लिया था! उसकी कोमलता, उसकी मादकता को भांप लिया था! मालती भी रमीज के कड़क मर्दानगी भरे अंदाज की कायल हो गई थी! रमीज ने उसे डांस में ही गरम कर दिया था! पर उसे अभी भी ऐसा लग रहा था की वो रमीज के साथ खेल रही है, वो कमर मटका मटका कर.... अपने कातिल डांस मूव्स से रमीज को टीज़ भी कर रही थी! रमीज के अन्दर का जानवर जग चुका था, अब उससे और सब्र नहीं हो रहा था.... उसने अपने दोनों हाथ मलती के चुत्तड़ो पर रखे और अपनी ओर खींच कर अपने लंड से चिपका लिया! मालती के लिए ये अन एक्सपेक्टेड था! उसे समझ नहीं आ रहा था की क्या करे! रमीज के दोनों हाथ उसके चुत्तड़ो को भींच रहे थे.... मसल रहे थे वो भी भरी पार्टी में! उसने अलग होने की कोशिश की पर रमीज की पकड़ से निकलना किसी तितली के बस की बात नहीं थी! रमीज के हाथ मानो जैसे भैंस के थान से दूध निकाल रहे हों! रमीज धीरे से मालती के कान में फुसफुसाया “मालती जी... अन्दर चलें?”
एनकाउंटर तो बहुत बार हुआ था मालती का, पर इस तरह, इतनी बेशर्मी से, इतना डायरेक्ट आज तक किसी ने नहीं बोला था! पर वो भी बेचारी क्या करती रमीज मियां थे ही ऐसे! रमीज ने मालती के जवाब का इंतज़ार किये बिना, अपने बायें हाथ से मालती की कमर को थामा और उसे अपने साथ अपने मास्टरबेडरूम में ले गया! अन्दर पहुचते ही उसने मालती को पीछे से अपनी बाहों में ले लिया और अपने होंटो को उसके गले से लगा दिया! ऊपर रमीज के होंठ और जीभ मालती के गले और गालों को चूम और चाट रहे थे, तो नीचे रमीज का लंड मालती की गांड के साथ शरारत में बिजी था! मालती की साँसे उखड़ रही थी. अजब सी एक्सईटमेंट थी उसके अन्दर! वो बस रमीज के मजे ले रही थी! और रमीज उसके जिस्म का! रमीज ने उसके पल्लू को गिरा दिया और दुसरे ही पल ब्लाउज की डोरी भी खींच दी..... मालती का ब्लाउज अब नीचे पड़ा था! रमीज के एक हाथ में मालती की साड़ी का पल्लू था और दुसरे हाथ में मालती के बूब्स! बेकलेस और डीप नैक ब्लाउज की वजह से आज ब्रा नहीं पहनी थी उसने!
एक हाथ अब कमर से नीचे साड़ी के अन्दर पहुच चुका था! मालती की बेचैनी बढ़ रही थी... सांसे तेज़ हो चुकी थीं! उससे अब रहा नहीं जा रहा था... वो मुड़ी और रमीज के होंठो को चूम लिया.... उफ्फ्फ..... रमीज उसकी इस हरकत से पागल हो गया.....दोनों एक दुसरे को चूम रहे थे! मालती रमीज की शर्ट के बटन खोल रही थी, और अब उसके हाथ रमीज की पैंट पर थे! रमीज ने जल्दी से अपना पैंट खोला.... और मालती को नीचे घुटनों पे बैठा दिया....
मालती के सामने अब रमीज का तगड़ा लंड था.... (हम्म.... उसके लंड के लिए तगड़ा शब्द ही सही है....)
“आह.... मालती.... सिर्फ देखोगी या चूसोगी भी.....” और रमीज ने उसके मुह में अपना लंड ठांस दिया.... “औउ.... स्ल्र्रर्र्र...... स्रर्र्प... उम्म्म्ह... औऊऊऊऊऊउ..... गल्प....” मालती रमीज के लंड को पूरी सिद्धत के साथ चूस रही थी! लगभग 5 मिनट तक मालती का मुह छोड़ने के बाद रमीज ने अपने लंड से मालती को अलग किया और उसे उठने को बोला.... मालती के उठते ही.... उसकी झटके में साड़ी खींच दी.... मालती घूमती हुई बिस्तर तक पहुच गई... पेटीकोट का नारा रमीज ने पहले ही खीच दिया था.... तो साड़ी उतारते ही पेटीकोट भी नीचे सरक गया! मालती के जिस्म पे अब कुछ बचा था तो वो थी उसकी पैंटी! रेड कलर की पैंटी... मानो सांड को इनवाईट कर रही हो! रमीज को अपनी ओर आता देख मालती बिस्तर पे आ गई.....रमीज ने कूद के मालती को अपने नीचे दबा लिया..... रमीज का लंड मालती की जांघो के बीच था और दोनों हाथ मलती के दोनों हाथो को पकडे हुए थे! अपनी जीभ से मालती के जिस्म को चांट रहा था वो! कमरे में मालती की पायल और चूड़ियों की आवाज थी! मालती तड़प रही थी चुदवाने को.... रमीज तडपा रहा था... “उफ्फ..... कहा थी आज तक.... पहले क्यों नहीं मिली.....आह...... चूस रहा था.... चाट रहा था..... रमीज!”
“उफ्फ्फ.... आह.... और कितना तडपाओगे.... उम्म्ह.... अब कर भी दो न..... आह....” मालती रमीज से रिक्वेस्ट कर रही थी..... पर रमीज तो बस जिस्म के एक एक अंग का मजा लेना चाहता था... 1 घंटे तक चले इस फोरप्ले के बाद रमीज ने मालती की चड्ढी खींच कर उतार फेंकी.... और अपना लंड मालती की चूत में सेट किया..... “आआआअह.......मालती जोर से चिल्लाई...... और अपने हिप्स ऊपर उठा लिए.....” एक ही बार में पूरा का पूरा लंड रमीज ने ठांस दिया था.... .इतना तगड़ा लंड पहली बार गया था मालती की चूत में... धक्के धीरे धीरे तेज हो गए..... बेड हिल रहा था..... रमीज के धक्कों की गहराई इतनी थी कि मालती सातवें आसमान में थी! रमीज ने मालती को आधे घंटे तक चोदा.... इन आधे घंटों में मालती 3 बार झड़ी थी! रमीज ने अपना पूरा माल अपनी नै रांड की चूत में ही डाल दिया! और फिर मालती के ऊपर ही गहरी साँसे लेता हुआ गिर गया!

मालती को आज जितना मजा आया था, उतना पहले कभी नहीं आया था! चुदी तो वो बहुतों से थी, पर चुदाई क्या होती है आज पता चला था उसे! हा कॉलेज में उसका एक ऐसा कमीना बॉयफ्रेंड हुआ करता था, पर जादा दिन तक मालती को उसका सुख नहीं मिल पाया था! शादी के बाद पहली सुहागरात मानो आज ही मनी थी मालती की! उस न्यू इयर की रात ही रमीज ने मालती को चार बार चोदा, और अपने लंड का दीवाना बना लिया! केक तो कट चुका था, पर बटना अभी बांकी था! रमीज के लिए मालती , रंजन मिश्रा की बीवी से जादा और कुछ नहीं थी! अब हर दूसरे-चौथे दिन मालती रमीज का बिस्तर गरम करती और रमीज उसे जैम के चोदता था! रंजन का ध्यान बस बिजनेस और पैसे पे था, दिन- रात मेहनत से धंधा काफी तरक्की कर रहा था! काफी प्रॉपर्टी बना ली थी रंजन ने अपनी मेहनत से! मालती के सर पर अब बस रमीज मियां का जादू था.... रमीज उसे रांड की तरह ट्रीट करता था... जिसमे मालती को बहुत मजा आती थी! प्यार में पागल थी..... उसके लंड के प्यार में....इस सबके चलते रंजन और मालती के रिश्तों में भी अब दरार आ गई थी, मालती रंजन से सीधे मुह बात नहीं करती थी, और रंजन के लिए अपनी बीवी के लिए टाइम नहीं होता था! रंजन की एक दो और डील से रमीज के काले धंधो को नुक्सान हुआ था इस बीच! अब केवल उसकी बीवी को चोदने से काम नहीं चलने वाला था! रमीज के शातिर दिमाग में कुछ और ही चल रहा था... जिसका बीज उसने मालती के दिमाग में भी डाल दिया! पहले मालती मर्दों को नचाती थी... ये पहला मर्द था जो उसे नचा रहा था... उसकी जिन्दगी को नचा रहा था! मालती अब अपने पति से छुटकारा पाना चाहती थी... दोनों बच्चे तो पहले से ही हॉस्टल में भेज रखे थे, मालती और रमीज के खुराफाती दिमाग ने रंजन को ख़तम करने का प्लान बनाया.... और प्लान के मुताबित रंजन की एक सड़क हादसे में मौत हो गई!
आह..... रमीज आज बहुत खुश था.... पर मालती? क्या वो खुश थी? नहीं... वो अभी अभी अपने पति के दाह संस्कार से लौटी थी! अपने कमरे में सुबक रही थी... रो रही थी... सोच रही थी कि ये क्या किया उसने! दोनों बच्चे भी रो रहे थे.... खैर ये सब जादा दिन तक नहीं चला! बच्चे वापस हॉस्टल लौट चुके थे! और मालती ने खुद को संभाल लिया था! उसे ये खुशी थी की ये हादसा हादसा ही रहा वरना अगर किसी को साजिश की भनक भी लग जाती तो वो कहीं की नहीं बचती!
नॉक-नॉक! दरवाजे पर किसी ने खटखटाया!
ये और कोई नहीं.... रमीज था.... रमीज आज पूरे 15 दिन बाद मिला था अपनी मालती से! वैसे तो मालती जाया करती थी रमीज के घर उसका बिस्तर गरम करने.... पर आज रमीज आया था उसके घर पे.... पहली बार.... सफ़ेद कुरते पैजामे में, आज शुक्रवार का दिन था, नमाज के बाद मस्जिद से सीधा मालती के घर आया!
रमीज को देख कर मालती ने तुरंत गले से लगा लिया! और 5 मिनट तक वो दरवाजे पर ही उसके गले लगी रही.... रमीज ने उसे अलग किया और दरवाजा अन्दर से बंद किया! उसके चेहरे पर एक मुस्कान थी, उसकी ख़ुशी उसके चेहरे से साफ़ झलक रही थी... और आज वो उसी ख़ुशी को मनाने आया था!
उम्म्ह..... अगले ही पल उसने मालती का ब्लाउज खीच के फाड़ दिया और अपना कुरता भी उतार फेंका! “आह मेरी रानी.... अब बस तू मेरी है, सिर्फ मेरी” साड़ी उतारते भी रमीज को देर नहीं लगी.... आज रमीज उसे रंडी की तरह ट्रीट कर रहा था.... पैंटी भी इतनी तेजी से उतारी की वो भी फट गई..... वहीँ उसी जगह.... ड्राइंग रूम में..... खड़े खड़े..... अपना लंड मालती की चूत में डाल दिया और.... जानवरों की तरह चोदने लगा.....मालती ने न नुकुर करने की लाख कोशिश की पर वो नहीं माना.... मालती के चुत्तड रमीज के चांटो से लाल पड़ गए थे! ऐसे... इतनी बुरी तरह रमीज ने मालती को कभी नहीं चोदा था... मालती ड्राइंग रूम की फर्श पर पड़ी थी... और रमीज उसे वही छोड़ रहा था... रमीज का ये रूप आज तक नहीं देखा था मालती ने! “आह.... रमीज..... क्या कर रहे हो... आह.... छोड़ो न... आह......”
“चुप कर हरामजादी.... रंडी... रखैल है टू मेरी आज से.... जैसे दिल करेगा वैसे चोदुंगा तुझे, जब मन होगा तब चोदुंगा... समझी.....” रमीज का लंड मालती की बच्चेदानी तक जा रहा था!अआह्ह... उफ्फ्फ्फ़..... ऊओह्ह्ह.... आईई हयी माँ... मर गई..... मालती चुद रही थी!
रमीज ने अपना लंड निकाला..... और मालती को एक झटके में पलट दिया..... बारी अब गांड की थी! रमीज को अब इसकी चूत में मजा आना बंद हो गया था.... आज पहली बार उसने मालती की गांड पे लंड रखा था अपना.... जैसे जैसे लंड अन्दर जा रहा था.. मालती की आँखों से आंसू बहार आ रहे थे! आँखे और मुह खुला हुआ था...... वो रो रही थी... तड़प रही थी...... 20 मिनट तक रमीज ने उसकी गांड मारी..... और झड गया..... गांड से लंड निकाला और बोला... “आह मेरी रांड.... मजा आ गया तेरी गांड मरने में...... चल अब साफ़ कर मेरे लंड को....” मालती ने कोई रेस्पोंस नहीं दिया वैसे ही पड़ी रही जमीन पर.... रमीज उठा और उसे उसके बालों से पकड़ कर उठाया और अपने लंड तक उसका मुह ले गया “सुना नहीं... क्या बोला मैंने ... साफ़ कर इसे....” और मालती ने न चाहते हुए भी उसका लंड साफ़ किया अपनी जीभ से....


रमीज ने अपना ये रूप आज तक मालती से छुपा कर रखा था..... मालती के पास अब रमीज की बात मानने और उसका बिस्तर गरम करने के अलावा और कोई रास्ता था भी नहीं!


मालती ने रमीज से शादी करने की इक्षा भी जाहिर की.... जिसे रमीज ने ये कहते हुए इनकार कर दिया की “तू मेरी रखैल ही सही है...”! मालती को अपनी रंडी बनाने में उसे अलग ही मजा आ रहा था!
रमीज ने धोके से सारी प्रॉपर्टी भी अपने नाम करा ली...मालती के पास अब केवल बैंक में लगभग 10करोड़ रुपये बचे थे... जिसका जिक्र उसने रमीज से कभी नहीं किया था.... वरना वो भी वो किसी तरह निकलवा ही लेता!
रमीज मालती को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करने लगा था...उनका लेग्पीस अब मालती हुआ करती थी.... रात में रमीज अपने दोस्तों के साथ मस्ती करने मालती के घर आता... मालती सबको दारु परोसती... वो सब ताश-जुआ खेलते और..... बारी बारी मालती को चोदते! मालती चुदवाने के अलावा और कर भी क्या सकती थी! धीरे धीरे उसे भी इसमें मजा आने लगी और वो उन्हें हसी ख़ुशी मजे देती.... उनके लिए मुजरा करती, स्ट्रिप डांस करती और फिर रंडी की तरह चुद्वाती!

रमीज का मन अब मालती से पूरी तरह भर चुका था... उसने अपने लिए दूसरा माल तलाश लिया था! मालती भी अब अपनी इस जिन्दगी से छुटकारा पाना चाहती थी! 











हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator