FUN-MAZA-MASTI
अफसाना आंटी की बेबसी
हाई दोस्तों,
आज मैं आपको सलीम आपको अपनी अम्मा की सबसे करीबी सहेली की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ | वो अबला नारी अपनी शादी से बहुत नाखुश थी जिसका कारण मैं तो नहीं जनता पर मैंने उसे स्त्री – सुख की कमी ही मान लिया था और उसी के हिसाब से अपने पैरों को भी पसारा | दोस्तों मैं अच्छा – ख़ासा जवान हूँ और मेरा लंड किसी उम्र की औरत को खुश करने के लिए काफी है चाहे वो अफसाना नाम की वो औरत ही क्यूँ ना हो | दोस्तों मैंने देखा की वो आंटी जब भी मेरे घर आया करती थी तो मुझसे बेटा वाला प्यार जताने के बहाने मुझे अपने गले से लगा लिया करती और कुछ देर तो उसी तरह अपने चुचों से मेरे मुंह को लगाए रखती | मैं भी धीर – चीरे अब आंटी के बदन को अपने अंदर बस्ते हुए महसूस करने लगा था और अब अच्छे मौके की तलाश में था |
मेरी अम्मा कुछ दिनों को लिए गॉंव गयी हुई थी और अब मेरी देखभाल उसकी अफसाना आंटी के भरोसे ही छोड़ गयी थी | मैं तो वैसे ही पागल थे उन्हें अपने करीब पाने के लिए और अब तो मुझे खुल्ला मौका भी मिल गया था | अब तो यूँ समझ लो आंटी मेरे घर पर पूरा दिन ही बैठा करती थी और बता पर मुझसे छू जाया करती थी | मुझे भी अब मज़ा आने लगा तो मैं भी हमेशा उनके करीब ही रहता था | अगली सुबह मैं बाथरूम में अकेला हस्तमैथुन कर रहा तो और मैंने देख की कोई मुझे देख रहा और अचानक मेरी नज़ अफसाना आंटी पर अप्दी और मैं देखता ही रह गया | नहाहने के बाद मुझे बहुत शर्मिंदी महसूस हो रही थी तभी आंटी ने कहा, बेटा सब चलता है . . यह तो जवानी की मांग होती है . .! ! आंटी की ऐसी बातों ने मुझे उकसा दिया था |
अफसाना आंटी भी अब मोटे – मोटे चुचों को मोटे – मोटे चुचों को दबाने लगी और कहने लगी काश मेरी भी सेवा करने वाला कोई होता . . जिसपर मिएँ आगे बढ़कर आंटी के चुचों को थाम उनसे लिपट गया | अफसाना आंटी ने भी मेरे लंड को पकड़ लिया और मैं उप्पर से अफसाना आंटी के चुचों को दबा रहा था | मैंने कुछ देर में उनके नीचे के कपडे को भी उतार उनकी खुल्ली चुत में ऊँगली अंदर – बाहर करना चालू कर दिया | उनकी चुत चुत को गीली को गीले होने में समय नहीं लगा और हम एक दूसरे के होठो को चूसने लगे | कुछ देर बाद अफसाना आंटी ने मेरे लंड मुंह में लेटे हुए अंदर – बहार करना शुर कर दिया जिससे मुझे बड़ा ही काम्देयी सुख मिल रहा था | मैंने अब सख्ती से उनके चुचों को दबा रहा था और साथ ही अपनी उंगलिओं की रफ़्तार अफसाना आंटी की चुत में दिखा रहा था |
जब सारा मौहोल एक दम कामुक हो चला तो मैंने अपने लंड को अफसाना आंटी की चुत पर टिकाया और मजेदार धक्का मारने शुरू कर दिया | आंटी जोर – जोर से अब अब्ब्बा . .अहहहहा उयीई .. अम्म्म्मा . . . करती हो सिसकियाँ भर रही थी जिससे मेरे उन्हें कसकर चोदने का मन और ही ज्यादा करने लग और मैंने उनकी चुत को कहीं का भी नहीं छोड़ा | अफसाना आंटी की कासी हुई चुत को फाड़ते हुए मुझसे अफसाना आंटी की स्त्री - सुख को लेकर बेबसी का पता चला जिसे मैंने अपने अम्मा के आने तक हर दिन और रात खुलकर अपने ही घर में मिटाया और अब अपनी अम्मा से छुप – छुप कर मिटाता आ रहा हूँ |
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
अफसाना आंटी की बेबसी
हाई दोस्तों,
आज मैं आपको सलीम आपको अपनी अम्मा की सबसे करीबी सहेली की चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ | वो अबला नारी अपनी शादी से बहुत नाखुश थी जिसका कारण मैं तो नहीं जनता पर मैंने उसे स्त्री – सुख की कमी ही मान लिया था और उसी के हिसाब से अपने पैरों को भी पसारा | दोस्तों मैं अच्छा – ख़ासा जवान हूँ और मेरा लंड किसी उम्र की औरत को खुश करने के लिए काफी है चाहे वो अफसाना नाम की वो औरत ही क्यूँ ना हो | दोस्तों मैंने देखा की वो आंटी जब भी मेरे घर आया करती थी तो मुझसे बेटा वाला प्यार जताने के बहाने मुझे अपने गले से लगा लिया करती और कुछ देर तो उसी तरह अपने चुचों से मेरे मुंह को लगाए रखती | मैं भी धीर – चीरे अब आंटी के बदन को अपने अंदर बस्ते हुए महसूस करने लगा था और अब अच्छे मौके की तलाश में था |
मेरी अम्मा कुछ दिनों को लिए गॉंव गयी हुई थी और अब मेरी देखभाल उसकी अफसाना आंटी के भरोसे ही छोड़ गयी थी | मैं तो वैसे ही पागल थे उन्हें अपने करीब पाने के लिए और अब तो मुझे खुल्ला मौका भी मिल गया था | अब तो यूँ समझ लो आंटी मेरे घर पर पूरा दिन ही बैठा करती थी और बता पर मुझसे छू जाया करती थी | मुझे भी अब मज़ा आने लगा तो मैं भी हमेशा उनके करीब ही रहता था | अगली सुबह मैं बाथरूम में अकेला हस्तमैथुन कर रहा तो और मैंने देख की कोई मुझे देख रहा और अचानक मेरी नज़ अफसाना आंटी पर अप्दी और मैं देखता ही रह गया | नहाहने के बाद मुझे बहुत शर्मिंदी महसूस हो रही थी तभी आंटी ने कहा, बेटा सब चलता है . . यह तो जवानी की मांग होती है . .! ! आंटी की ऐसी बातों ने मुझे उकसा दिया था |
अफसाना आंटी भी अब मोटे – मोटे चुचों को मोटे – मोटे चुचों को दबाने लगी और कहने लगी काश मेरी भी सेवा करने वाला कोई होता . . जिसपर मिएँ आगे बढ़कर आंटी के चुचों को थाम उनसे लिपट गया | अफसाना आंटी ने भी मेरे लंड को पकड़ लिया और मैं उप्पर से अफसाना आंटी के चुचों को दबा रहा था | मैंने कुछ देर में उनके नीचे के कपडे को भी उतार उनकी खुल्ली चुत में ऊँगली अंदर – बाहर करना चालू कर दिया | उनकी चुत चुत को गीली को गीले होने में समय नहीं लगा और हम एक दूसरे के होठो को चूसने लगे | कुछ देर बाद अफसाना आंटी ने मेरे लंड मुंह में लेटे हुए अंदर – बहार करना शुर कर दिया जिससे मुझे बड़ा ही काम्देयी सुख मिल रहा था | मैंने अब सख्ती से उनके चुचों को दबा रहा था और साथ ही अपनी उंगलिओं की रफ़्तार अफसाना आंटी की चुत में दिखा रहा था |
जब सारा मौहोल एक दम कामुक हो चला तो मैंने अपने लंड को अफसाना आंटी की चुत पर टिकाया और मजेदार धक्का मारने शुरू कर दिया | आंटी जोर – जोर से अब अब्ब्बा . .अहहहहा उयीई .. अम्म्म्मा . . . करती हो सिसकियाँ भर रही थी जिससे मेरे उन्हें कसकर चोदने का मन और ही ज्यादा करने लग और मैंने उनकी चुत को कहीं का भी नहीं छोड़ा | अफसाना आंटी की कासी हुई चुत को फाड़ते हुए मुझसे अफसाना आंटी की स्त्री - सुख को लेकर बेबसी का पता चला जिसे मैंने अपने अम्मा के आने तक हर दिन और रात खुलकर अपने ही घर में मिटाया और अब अपनी अम्मा से छुप – छुप कर मिटाता आ रहा हूँ |
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment