हिंदी सेक्सी कहानियाँ
महक का जादू--22
निशा के लिए भी सहन करना बड़ा मुश्किल दिख रहा था …. उसके मुह से सिर्फ गग…गगगू...म…गूग.गअँ ऐसी आवज आ रही थी ……..
सोनू चिल्लाया …. “ले बेटी … ले पीले मेरा पानी ……. मै आ…..या …… और उसने निशा को कस के पकड रखा था ……
और वो निशा के मुह में पिचकारिया छोड़ने लगा …… निशा के गले से निचे उतरता हुआ सोनू का रस हमें महसूस हो रहा था …….
फिर उसने अपना लंड निशा के मुह से बहार निकला .. तो निशा के मुहसे उसका रस बहने लगा ……
सोनू ने निशा को उठाया और सोफे पर बिठाया …..
उसने निशा को …… एक किस किया …..
सोनू : बेटी ….. बहोत तकलीफ हुई क्या ?
निशा: नहीं पापा…. बस आखिर में थोडा दम घुट रहा … था ,,,
सोनू: तो कैसा लगा …. ये नया खिलौना …….
निशा शर्मा के बोली ….. अच्छा लगा पापा …
सोनू: और मेरे पानी का टेस्ट कैसा लगा …
निशा ने अपनी जीभ बहार निकाली …… और चीन पे लगा सोंनु का वीर्य छत लिया …. बोली ….” एकदम मस्त टेस्ट है पापा …. इसकी … यम्मी ….
सोनू निचे बेठता हुआ बोला “ मेरी प्यारी बिटिया रानी ने इतना मजा दिया है तो …. इस बाप का भी फर्ज बनता है …. के वे अपनी बेटी को पूरा मजा दे
और उसने निशा की पॅन्टी निकाल दी ….. और उसे सूंघने लगा ….
“अह्ह्ह क्या खुशबू है …….. बेटी तेरी …… चलो ये खुशबू जहा से आई है उस खजाने को तो देखू जरा …
उसने पॅन्टी को निचे फेंका ….. और निशा की टाँगे चौड़ी करके उसकी चूत को देखने लगा
निशा: पापा ऐसे क्या देख रहे हो …..
सोनू: बेटी … तेरी सबसे खुबसूरत चीज देख रहा हु …. बेटा …. मैंने आजतक इतनी रसीली चूत नहीं देखि ….
और उसने अपने हाथोसे निशा की चूत को फैलाया ……
निशा ….. स्सस्सस ….. अ…..आ……..ह…..
सोनू उसकी चूत सूंघने लगा ….. कसने अपनी जुबान निकली … और उसे थोडासा छुआ …
निशा : आह..ह..ह.हाँ…पा…पप्पा……
सोनू: मेरी प्यारी बच्ची … आ … अब …. तू मस्त मजे ले …. बेटा ….. तेरे पापा अब तुझे जन्नत में घुमा के लाने वाले है …
और उसने निशा की चूत चाटने लगा …….. वो निशा की चूत पे अपनी जीभ से लम्बे लम्बे स्ट्रोक्स लगा रहा था …
निशा छटपटा रही थी …..
निशा: उ.उई...पअ.उ…पा.…ल…उफ.उ.उ.ल..न्हई…आह..ह..ह. ...स्सस्सस्सीईईईई
बिच में ही सोनू … उसका …. मदन मणि दबा रहा था …….
जैसे ही सोनू ने उसक वो चूत का जादुई बटन अपनी जुबान और दातो के बिच चुभलाया …
निशा तडप उठी ……
“ ह्हा…यउह्…आ…आह्…यह…म्…ररर…ग्…यी….स्सस्सस्स”
फिर सोनू ने अपनी जीभ कड़ी करके निशा की चूत में घुसा दी और उसे अन्दर बहार करने लगा …..
साथ साथ वो अपनी एक ऊँगली भी उसकी चूत में पेल रहा था……
निशा : “आ...ह…. पापा……. उई....अ.आ...क.…उ.उ.उ.ल..न्…हई…आह…”
जैसे जैसे सोनू की स्पीड बढ़ी ….. निशा की किलकारीया बदहती जा रही … थी
“ प्...पा …….. म…..जा….. आ…. रहा …. है …….. और ….अ...न्दर …. डालो …. पा….पा…
सोनू अपने मुह से उसकी चूत को खूब मस्तिसे चोद रहा था
और अचानक निशा का शारीर अकड़ने लगा …… “ ओह…. पा...पा ……. मैं ….. आया य्यीईइ.”
और उसकी चूत से फव्वारे छुट ने लगे ……. सोनू ने अपना मुह उसकी चूत में घुसा दिया था ….
थोड़ी देर बाद निशा थोड़ी शांत हुयी ……… तो सोनू ने अपना चेहरा ऊपर उठाया ….
उसका सारा चेहरा निशा के रस से भर गया था …..
वो उठकर निशा के बजुमे बैठा ….
सोनू : कैसा लगा निशा रानी …….
निशा बोली “ ओह पापा …..” और उससे चिपक गयी …..
अब दोनों …. एक दुसरे को सहला रहे थे …. चूम रहे थे…. चाट रहे थे …..
थोड़ी देर युही चूमाचाटी के बाद सोनू बोला …… “ तो निशा अब … तुम्हे जवानी का असली मजा लीना है क्या ?”
निशा: आप तो ऐसे पुच रहे हो पापाजैसे …. अगर मैंने नहीं बोला … तो आप डोज ही नहीं “
सोनू हसके बोला : अरे वैसी बात नहीं है बेटा ……. मैंने तो ऐसेही पूछा था ….. कहो अब तैयार होजा मेरी रानी……
निशा: मैं तो तैयार ही हु … मेरे राज्जा … पापा…
और वो सोफे पे अपनी टाँगे फैला के लेट गयी ……….
सोनू: वाह …. मेरी रानी …….. लगता है मेरी रंडी बेटी की चूत बहोत फडफडा रही … है ….
निशा: “ हां मेरे चोदु पापा ……. आपने ही तो गरमा किया है ना …… इसको ….. अब जल्दीसे इसे ठंडा भी करो …..
सोनू उसकी टांगो में बैठ गया ….. और अपना लंड उसकी चूत की फनको पर रगड़ने लगा ……..
निशा: ह्हह्हह्हह्हह उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ सीईईईई औऊऊऊऊऊउ मुमीईईईईईईईईईईइ ओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह सीईईईईईईईईइऐइ पपप
सोनू बड़ी खुजली हो रही है क्या छिनाल ….
निशा : हा पा…. भडवे …. आग लगी है …. उसे बुझा दे….. बढ़ा मत …..
अब दोनों एकदूसरे को खुलकर गन्दा गन्दा बोल रहे थे
सोनू: लेकिन तू ये बता….. इससे पहले कितो का लंड खाया है तूने …..
निशा: इसके पहले … तो लंड देखा भी नहीं ……. इस चूत में घुसनेवाला पहला लंड मेरे बेटिचोद बाप का लंड होगा …..
सोनू : हाय मै मर जावा ……. तो तू अभी तक कवारी है …. आज तो मेरे लंड से तेरी सिल तोदुनगा बेटी ….
निशा : हा पापा … घुसाओ न जल्दी …. फाड़ दो न अपनी प्यारी बेटी की चूत ….. बन जाओ ना बेटी के खसम …..
सोनू : ले फिर …. और उसने घचाक से एक जोरदार धक्का मारा …… उसका आधा लंड एकदम से निशा ककी चूत में घुस गया …..
निशा दर्द से बिलबिलाई पा...पा …उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह.
सोनू : थोडा सा सह ले दर्द …….. ये दर्द तो सिर्फ एकही बार मिलता है ……. बाद में तो मजाही मजा आता है बेटी ….
निशा के आंखोसे आसू बहने लगे …… |प्लीज पापा … निकालोना…..बहार …. मेरी चूत फट जाएगी ……..ह्हा…यउह्…आ…आह्…यह…म्…ररर…ग्…यी…
सोनू ने उसकी चुचिया सहलाते हुए उसके होतो पे हॉट रख दिए …. और कुछ देर तक वैसेही पड़ा रहा ……
जब निशा थोड़ी शांत हुयी … तो उसने पुछा …. अब दर्द कम हुआ क्या बेटी ….
निशा : अब थोडा कम है …. ऐसेही रुको पापा …..
सोनू ने उसे चुमते हुए और एक करारा धक्का मारा …. अब सोनू का लंड पूरी तरह उसकी चूत में था ……
निशा फिर दर्द से बिलबिलायी …..
आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह सीईईईईईईईईइऐइ पपप ...उ…उ.उफ.उ.उ...न्हई…दर्द्…हो…ओ…ता है…
फिर सोनू उसके होटो को चुमते चुमते उसके निप्पल्स सहलाने लगा …..
कुछ देर बाद निशा का दर्द कम हुआ …. और वो अपनी कमर हिलाने लगी ……
सोनू : तो रंडी …… मजा आरहा है …. अब दर्द नही होता क्या ……
निशा : नहरे चोदु ….. अब तो सच में मजा आरहा है रे …..
सोनू अब उसे धक्को पे धक्के देने लगा …… तो ले साली ……. खूब खा अपने बाप का लंड ….
निशा : हा पेल दे साले …. फाड़ दे अपनी बेटी की चूत …. बनादे इसका रसीला भोसडा …..
ऐसीही गली गल्लौज करते करते सोनू ने उसे ५ मिनिट तक चोदा …. और फिर उसे घोड़ी बना के पीछे से धक्के मरने लगा ……
थोसी देर में उसने उसे फिर निचे लिटाया … और खुद ऊपर चढ़ गया …….
इस बार उसने एक ही झटके में अपना पूरा लंड निशा की चूत में पेल दिया…..
निशा : सीईईईई औऊऊऊऊऊउ मुमीईईईईईईईईईईइ ….. और उसने अपने दोनों पैरोसे सोनू की कमर जकड ली
पाच मिनिट की धुआधार चचुदाई के बाद …….. वो बोला ……..
निशा बेटा …. मेरा छुटने वाला है …..
निशा : मेरा भी छुटने को है पापा ……. आओ मेरी अन्दर ही छोडो पापा आपका माल …..
मै …. इस बारिश में पूरी भीगना चाहती हु पापा…..
और फिर दोनों चिल्लाते हुए ……..झड गए…..
कुछ देर वैसेही पड़े रहने के बाद सोनू ने निशा को उठाके सोफे पर बिठाया ….. और बोला …. निशा बेटी …… मेरी आजतक की … सबसे बढ़िया चुदाई थी यह ….. थैंक्स बेटा….
निशा : आय लव यू पापा ...….. मुझे भी बहोत मजा आया पापा … लिकिन आप मुझसे ये वादा कीजिये ….
सोनू : कैसा वादा बेटी …
निशा : ये पूरी छुट्टियो में आप मुझे रोज ऐसेही चोदोगे …..
सोनू ने उसे किस करके बोला ….. हा बेटी …. अब तो तुझे दिन रात चोदुंगा ……
इअतना बोलके वो दोनों खामोश हो गए…..
नाटक ख़तम हो गया था ….
हम तीनो तो जैसे सम्मोहित हो गयी थी ….
कुछ पलमें …. जब हमें होश आया ….. रिया ने फिरसे सोनू को फोन किया
रिया: बहोत बढ़िया किया तुम लोगोने…
सोनू: जी पसंद तो आया ना आपको ….
रिया: हा….. बहोत पसंद आया …. और इसका इनाम भी मिलेगा तुम्हे
सोनू: जी …. थैंक्स ….
रिया: तुम्हे कल खुली छुट दी जाती है …… कल …. तुम यहाँ ….. जो करना है वो करो …. कोई रोकटोक नहीं … तुम पर कोई वॉच भी नहीं
सोनू: जी शुक्रिया …
रिया: लेकिन याद रहे ….. कोई गलत हरकत मत करना…… इधर उधर ताकना मत …… और सिर्फ तय समय पे ही आना …… अगर इस छुट का कोई गलत फायदा उठाया तो ….. अंजाम बहोत बुरा होगा ….
सोनू: जी ….. हम कोई ऐसा भी ऐसा काम नहीं करेंगे ….
रिया: चलो अब जल्दी जाओ तुम लोग ….. आज वैसेही काफी समय हो गया है ….
और रियाने फोन कट किया …
सोनू और निशा ने कपड़े पहने और निकल गए ….
रिया: और बता महक कैसा लगा आजका शो ….
मैं: बड़ा मजा आया रे
रिया: सच बताना ….. तू निशा के जगह खुद को देख रही थी ना ….
मै शर्मा गयी ……. हा … और सोनू की जगह …. पापा की देखा मैंने …
सौम्या ने मेरे निप्पल्स की चुटकी काटते हुए बोला …… क्या रसीली कहानी बनेगी रानी …..
रिया: हा अब मेरा और महक का तो फिक्स हो गया ….. तूने क्या सोचा है ….. कौन बनेगा इस राजकुमारी की चूत का सरताज …
सौम्य सिर्फ मुस्कुराई …
मैं: हा सौम्य तू बता ना ….. किस से चुदवायेंगी तू पहली बार …..
सौम्या बोली …..”मैंने सोचा है कुछ कुछ …. लेकिन अभी कुछ पक्का नहीं किया ……
रिया: अरे बता न यार …… कौन है वो खुशनसीब ….
सौम्या: कल तक इंतज़ार करो … मेरी जान ….. कल बताउंगी …….
फिर हम लोगोने थोड़ी मस्ती की …. और मैं और रिया घर चले गए
रात में मैं जल्दी से खाना का के सो गयी ….. पापा के सपने जो देखना था….
दुसरे दिन कॉलेज जाते समय मुझे रिया ने पूछा ….
रिया: तो महक क्या सोचा है तूने..
मैं: किस बारे में ….
रिया: अरे यार तेरे पापा के बारे में ….
मैं: हा…. उनसे ही करवाना फिक्स किया है मैंने
रिया: अरे बुद्दू …… लेकिन कैसे कुछ प्लान किया है की नहीं …
मैं: ….. अभी कुछ पक्का तो नहीं …. हा लेकिन कल वाले शो से इतना तो तय किया है …. की पापा को मुझपे लट्टू करवाना है …… लेकिन उन्हें जलवे कैसे दिखाऊ ….
रिया: अपना दिमाग कुछ सोचने लगे …. इसलिए तो कल वाला शो रखा था मैंने …
मैं: हा लेकिन रिया ,,,,, पापा तो यहाँ नहीं रहते …… अब उन्हें कैसे दिखाऊ … मेरे जलवे …
रिया कुछ सोचकर बोली …..”देख तू उनसे दूर है …… उन्हें देख नहीं सकती …. लिकिन बाते तो कर सकती है न …. आज से तू रोज उनसे फोन पे बाते करना ….. जरा बातो में ही जलवा दिखा …… और उन्हें यहाँ बुला ….. जितना जादा तू उनसे मिलेगी उतना ही जल्दी तू उनको पटा पायेगी”
मैं: ओके … मैं आज ही से पापा को रोज फ़ोन करुँगी …..
अब हमने अपनी बाते बंद की ….हमलोग कॉलेज पहुच गए थे …..
आज आखरी पीरिएड नहीं होने वाला था …..इसलिए हम लोग थोड़े पहलेही सौम्या के हॉस्टल की और चल पड़े
रास्ते में मैंने नोट किया …. सौम्या आज बहुत चुप चुप थी ….
मैं: क्या बात है सौम्या ….. इतनी खामोश क्यों है …..
सौम्या: पहेले हॉस्टल चलो …. फिर बताती हु …..
फिर हमलोग चुपचाप चलने लगे ….
जैसे ही हम सौम्या के फ्लैट में दाखिल हुए …..
सौम्याने मुझे चिपका लिया ……… मुझे किस करते करते वो मेरे हाथोसे खुद की चुचिया दबाव रही थी …
रिया : लगता है आज हमारी सौम्या रानी बहोत जादा गरम हुई है
मैं: तो चल आज इसकी पूरी गरमी निकाल देते है ….
हम दोनों सौम्या पे टूट पड़ी ….
पलभर में हम तीनो के कपडे उतर गए ….
हम दोनों ने मिल के सौम्या का कचूमर बना दिया …… उसको पूरा निचोडके उसका रसपान किया …
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महक का जादू--22
निशा के लिए भी सहन करना बड़ा मुश्किल दिख रहा था …. उसके मुह से सिर्फ गग…गगगू...म…गूग.गअँ ऐसी आवज आ रही थी ……..
सोनू चिल्लाया …. “ले बेटी … ले पीले मेरा पानी ……. मै आ…..या …… और उसने निशा को कस के पकड रखा था ……
और वो निशा के मुह में पिचकारिया छोड़ने लगा …… निशा के गले से निचे उतरता हुआ सोनू का रस हमें महसूस हो रहा था …….
फिर उसने अपना लंड निशा के मुह से बहार निकला .. तो निशा के मुहसे उसका रस बहने लगा ……
सोनू ने निशा को उठाया और सोफे पर बिठाया …..
उसने निशा को …… एक किस किया …..
सोनू : बेटी ….. बहोत तकलीफ हुई क्या ?
निशा: नहीं पापा…. बस आखिर में थोडा दम घुट रहा … था ,,,
सोनू: तो कैसा लगा …. ये नया खिलौना …….
निशा शर्मा के बोली ….. अच्छा लगा पापा …
सोनू: और मेरे पानी का टेस्ट कैसा लगा …
निशा ने अपनी जीभ बहार निकाली …… और चीन पे लगा सोंनु का वीर्य छत लिया …. बोली ….” एकदम मस्त टेस्ट है पापा …. इसकी … यम्मी ….
सोनू निचे बेठता हुआ बोला “ मेरी प्यारी बिटिया रानी ने इतना मजा दिया है तो …. इस बाप का भी फर्ज बनता है …. के वे अपनी बेटी को पूरा मजा दे
और उसने निशा की पॅन्टी निकाल दी ….. और उसे सूंघने लगा ….
“अह्ह्ह क्या खुशबू है …….. बेटी तेरी …… चलो ये खुशबू जहा से आई है उस खजाने को तो देखू जरा …
उसने पॅन्टी को निचे फेंका ….. और निशा की टाँगे चौड़ी करके उसकी चूत को देखने लगा
निशा: पापा ऐसे क्या देख रहे हो …..
सोनू: बेटी … तेरी सबसे खुबसूरत चीज देख रहा हु …. बेटा …. मैंने आजतक इतनी रसीली चूत नहीं देखि ….
और उसने अपने हाथोसे निशा की चूत को फैलाया ……
निशा ….. स्सस्सस ….. अ…..आ……..ह…..
सोनू उसकी चूत सूंघने लगा ….. कसने अपनी जुबान निकली … और उसे थोडासा छुआ …
निशा : आह..ह..ह.हाँ…पा…पप्पा……
सोनू: मेरी प्यारी बच्ची … आ … अब …. तू मस्त मजे ले …. बेटा ….. तेरे पापा अब तुझे जन्नत में घुमा के लाने वाले है …
और उसने निशा की चूत चाटने लगा …….. वो निशा की चूत पे अपनी जीभ से लम्बे लम्बे स्ट्रोक्स लगा रहा था …
निशा छटपटा रही थी …..
निशा: उ.उई...पअ.उ…पा.…ल…उफ.उ.उ.ल..न्हई…आह..ह..ह. ...स्सस्सस्सीईईईई
बिच में ही सोनू … उसका …. मदन मणि दबा रहा था …….
जैसे ही सोनू ने उसक वो चूत का जादुई बटन अपनी जुबान और दातो के बिच चुभलाया …
निशा तडप उठी ……
“ ह्हा…यउह्…आ…आह्…यह…म्…ररर…ग्…यी….स्सस्सस्स”
फिर सोनू ने अपनी जीभ कड़ी करके निशा की चूत में घुसा दी और उसे अन्दर बहार करने लगा …..
साथ साथ वो अपनी एक ऊँगली भी उसकी चूत में पेल रहा था……
निशा : “आ...ह…. पापा……. उई....अ.आ...क.…उ.उ.उ.ल..न्…हई…आह…”
जैसे जैसे सोनू की स्पीड बढ़ी ….. निशा की किलकारीया बदहती जा रही … थी
“ प्...पा …….. म…..जा….. आ…. रहा …. है …….. और ….अ...न्दर …. डालो …. पा….पा…
सोनू अपने मुह से उसकी चूत को खूब मस्तिसे चोद रहा था
और अचानक निशा का शारीर अकड़ने लगा …… “ ओह…. पा...पा ……. मैं ….. आया य्यीईइ.”
और उसकी चूत से फव्वारे छुट ने लगे ……. सोनू ने अपना मुह उसकी चूत में घुसा दिया था ….
थोड़ी देर बाद निशा थोड़ी शांत हुयी ……… तो सोनू ने अपना चेहरा ऊपर उठाया ….
उसका सारा चेहरा निशा के रस से भर गया था …..
वो उठकर निशा के बजुमे बैठा ….
सोनू : कैसा लगा निशा रानी …….
निशा बोली “ ओह पापा …..” और उससे चिपक गयी …..
अब दोनों …. एक दुसरे को सहला रहे थे …. चूम रहे थे…. चाट रहे थे …..
थोड़ी देर युही चूमाचाटी के बाद सोनू बोला …… “ तो निशा अब … तुम्हे जवानी का असली मजा लीना है क्या ?”
निशा: आप तो ऐसे पुच रहे हो पापाजैसे …. अगर मैंने नहीं बोला … तो आप डोज ही नहीं “
सोनू हसके बोला : अरे वैसी बात नहीं है बेटा ……. मैंने तो ऐसेही पूछा था ….. कहो अब तैयार होजा मेरी रानी……
निशा: मैं तो तैयार ही हु … मेरे राज्जा … पापा…
और वो सोफे पे अपनी टाँगे फैला के लेट गयी ……….
सोनू: वाह …. मेरी रानी …….. लगता है मेरी रंडी बेटी की चूत बहोत फडफडा रही … है ….
निशा: “ हां मेरे चोदु पापा ……. आपने ही तो गरमा किया है ना …… इसको ….. अब जल्दीसे इसे ठंडा भी करो …..
सोनू उसकी टांगो में बैठ गया ….. और अपना लंड उसकी चूत की फनको पर रगड़ने लगा ……..
निशा: ह्हह्हह्हह्हह उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ सीईईईई औऊऊऊऊऊउ मुमीईईईईईईईईईईइ ओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह सीईईईईईईईईइऐइ पपप
सोनू बड़ी खुजली हो रही है क्या छिनाल ….
निशा : हा पा…. भडवे …. आग लगी है …. उसे बुझा दे….. बढ़ा मत …..
अब दोनों एकदूसरे को खुलकर गन्दा गन्दा बोल रहे थे
सोनू: लेकिन तू ये बता….. इससे पहले कितो का लंड खाया है तूने …..
निशा: इसके पहले … तो लंड देखा भी नहीं ……. इस चूत में घुसनेवाला पहला लंड मेरे बेटिचोद बाप का लंड होगा …..
सोनू : हाय मै मर जावा ……. तो तू अभी तक कवारी है …. आज तो मेरे लंड से तेरी सिल तोदुनगा बेटी ….
निशा : हा पापा … घुसाओ न जल्दी …. फाड़ दो न अपनी प्यारी बेटी की चूत ….. बन जाओ ना बेटी के खसम …..
सोनू : ले फिर …. और उसने घचाक से एक जोरदार धक्का मारा …… उसका आधा लंड एकदम से निशा ककी चूत में घुस गया …..
निशा दर्द से बिलबिलाई पा...पा …उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह.
सोनू : थोडा सा सह ले दर्द …….. ये दर्द तो सिर्फ एकही बार मिलता है ……. बाद में तो मजाही मजा आता है बेटी ….
निशा के आंखोसे आसू बहने लगे …… |प्लीज पापा … निकालोना…..बहार …. मेरी चूत फट जाएगी ……..ह्हा…यउह्…आ…आह्…यह…म्…ररर…ग्…यी…
सोनू ने उसकी चुचिया सहलाते हुए उसके होतो पे हॉट रख दिए …. और कुछ देर तक वैसेही पड़ा रहा ……
जब निशा थोड़ी शांत हुयी … तो उसने पुछा …. अब दर्द कम हुआ क्या बेटी ….
निशा : अब थोडा कम है …. ऐसेही रुको पापा …..
सोनू ने उसे चुमते हुए और एक करारा धक्का मारा …. अब सोनू का लंड पूरी तरह उसकी चूत में था ……
निशा फिर दर्द से बिलबिलायी …..
आआआआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्ह सीईईईईईईईईइऐइ पपप ...उ…उ.उफ.उ.उ...न्हई…दर्द्…हो…ओ…ता है…
फिर सोनू उसके होटो को चुमते चुमते उसके निप्पल्स सहलाने लगा …..
कुछ देर बाद निशा का दर्द कम हुआ …. और वो अपनी कमर हिलाने लगी ……
सोनू : तो रंडी …… मजा आरहा है …. अब दर्द नही होता क्या ……
निशा : नहरे चोदु ….. अब तो सच में मजा आरहा है रे …..
सोनू अब उसे धक्को पे धक्के देने लगा …… तो ले साली ……. खूब खा अपने बाप का लंड ….
निशा : हा पेल दे साले …. फाड़ दे अपनी बेटी की चूत …. बनादे इसका रसीला भोसडा …..
ऐसीही गली गल्लौज करते करते सोनू ने उसे ५ मिनिट तक चोदा …. और फिर उसे घोड़ी बना के पीछे से धक्के मरने लगा ……
थोसी देर में उसने उसे फिर निचे लिटाया … और खुद ऊपर चढ़ गया …….
इस बार उसने एक ही झटके में अपना पूरा लंड निशा की चूत में पेल दिया…..
निशा : सीईईईई औऊऊऊऊऊउ मुमीईईईईईईईईईईइ ….. और उसने अपने दोनों पैरोसे सोनू की कमर जकड ली
पाच मिनिट की धुआधार चचुदाई के बाद …….. वो बोला ……..
निशा बेटा …. मेरा छुटने वाला है …..
निशा : मेरा भी छुटने को है पापा ……. आओ मेरी अन्दर ही छोडो पापा आपका माल …..
मै …. इस बारिश में पूरी भीगना चाहती हु पापा…..
और फिर दोनों चिल्लाते हुए ……..झड गए…..
कुछ देर वैसेही पड़े रहने के बाद सोनू ने निशा को उठाके सोफे पर बिठाया ….. और बोला …. निशा बेटी …… मेरी आजतक की … सबसे बढ़िया चुदाई थी यह ….. थैंक्स बेटा….
निशा : आय लव यू पापा ...….. मुझे भी बहोत मजा आया पापा … लिकिन आप मुझसे ये वादा कीजिये ….
सोनू : कैसा वादा बेटी …
निशा : ये पूरी छुट्टियो में आप मुझे रोज ऐसेही चोदोगे …..
सोनू ने उसे किस करके बोला ….. हा बेटी …. अब तो तुझे दिन रात चोदुंगा ……
इअतना बोलके वो दोनों खामोश हो गए…..
नाटक ख़तम हो गया था ….
हम तीनो तो जैसे सम्मोहित हो गयी थी ….
कुछ पलमें …. जब हमें होश आया ….. रिया ने फिरसे सोनू को फोन किया
रिया: बहोत बढ़िया किया तुम लोगोने…
सोनू: जी पसंद तो आया ना आपको ….
रिया: हा….. बहोत पसंद आया …. और इसका इनाम भी मिलेगा तुम्हे
सोनू: जी …. थैंक्स ….
रिया: तुम्हे कल खुली छुट दी जाती है …… कल …. तुम यहाँ ….. जो करना है वो करो …. कोई रोकटोक नहीं … तुम पर कोई वॉच भी नहीं
सोनू: जी शुक्रिया …
रिया: लेकिन याद रहे ….. कोई गलत हरकत मत करना…… इधर उधर ताकना मत …… और सिर्फ तय समय पे ही आना …… अगर इस छुट का कोई गलत फायदा उठाया तो ….. अंजाम बहोत बुरा होगा ….
सोनू: जी ….. हम कोई ऐसा भी ऐसा काम नहीं करेंगे ….
रिया: चलो अब जल्दी जाओ तुम लोग ….. आज वैसेही काफी समय हो गया है ….
और रियाने फोन कट किया …
सोनू और निशा ने कपड़े पहने और निकल गए ….
रिया: और बता महक कैसा लगा आजका शो ….
मैं: बड़ा मजा आया रे
रिया: सच बताना ….. तू निशा के जगह खुद को देख रही थी ना ….
मै शर्मा गयी ……. हा … और सोनू की जगह …. पापा की देखा मैंने …
सौम्या ने मेरे निप्पल्स की चुटकी काटते हुए बोला …… क्या रसीली कहानी बनेगी रानी …..
रिया: हा अब मेरा और महक का तो फिक्स हो गया ….. तूने क्या सोचा है ….. कौन बनेगा इस राजकुमारी की चूत का सरताज …
सौम्य सिर्फ मुस्कुराई …
मैं: हा सौम्य तू बता ना ….. किस से चुदवायेंगी तू पहली बार …..
सौम्या बोली …..”मैंने सोचा है कुछ कुछ …. लेकिन अभी कुछ पक्का नहीं किया ……
रिया: अरे बता न यार …… कौन है वो खुशनसीब ….
सौम्या: कल तक इंतज़ार करो … मेरी जान ….. कल बताउंगी …….
फिर हम लोगोने थोड़ी मस्ती की …. और मैं और रिया घर चले गए
रात में मैं जल्दी से खाना का के सो गयी ….. पापा के सपने जो देखना था….
दुसरे दिन कॉलेज जाते समय मुझे रिया ने पूछा ….
रिया: तो महक क्या सोचा है तूने..
मैं: किस बारे में ….
रिया: अरे यार तेरे पापा के बारे में ….
मैं: हा…. उनसे ही करवाना फिक्स किया है मैंने
रिया: अरे बुद्दू …… लेकिन कैसे कुछ प्लान किया है की नहीं …
मैं: ….. अभी कुछ पक्का तो नहीं …. हा लेकिन कल वाले शो से इतना तो तय किया है …. की पापा को मुझपे लट्टू करवाना है …… लेकिन उन्हें जलवे कैसे दिखाऊ ….
रिया: अपना दिमाग कुछ सोचने लगे …. इसलिए तो कल वाला शो रखा था मैंने …
मैं: हा लेकिन रिया ,,,,, पापा तो यहाँ नहीं रहते …… अब उन्हें कैसे दिखाऊ … मेरे जलवे …
रिया कुछ सोचकर बोली …..”देख तू उनसे दूर है …… उन्हें देख नहीं सकती …. लिकिन बाते तो कर सकती है न …. आज से तू रोज उनसे फोन पे बाते करना ….. जरा बातो में ही जलवा दिखा …… और उन्हें यहाँ बुला ….. जितना जादा तू उनसे मिलेगी उतना ही जल्दी तू उनको पटा पायेगी”
मैं: ओके … मैं आज ही से पापा को रोज फ़ोन करुँगी …..
अब हमने अपनी बाते बंद की ….हमलोग कॉलेज पहुच गए थे …..
आज आखरी पीरिएड नहीं होने वाला था …..इसलिए हम लोग थोड़े पहलेही सौम्या के हॉस्टल की और चल पड़े
रास्ते में मैंने नोट किया …. सौम्या आज बहुत चुप चुप थी ….
मैं: क्या बात है सौम्या ….. इतनी खामोश क्यों है …..
सौम्या: पहेले हॉस्टल चलो …. फिर बताती हु …..
फिर हमलोग चुपचाप चलने लगे ….
जैसे ही हम सौम्या के फ्लैट में दाखिल हुए …..
सौम्याने मुझे चिपका लिया ……… मुझे किस करते करते वो मेरे हाथोसे खुद की चुचिया दबाव रही थी …
रिया : लगता है आज हमारी सौम्या रानी बहोत जादा गरम हुई है
मैं: तो चल आज इसकी पूरी गरमी निकाल देते है ….
हम दोनों सौम्या पे टूट पड़ी ….
पलभर में हम तीनो के कपडे उतर गए ….
हम दोनों ने मिल के सौम्या का कचूमर बना दिया …… उसको पूरा निचोडके उसका रसपान किया …
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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