हिंदी सेक्सी कहानियाँ
महक का जादू--28
जाने कितनी देर तक दोनों यु ही पड़े रहे ……..
सौम्या खुश थी ….. आज उसने उसका कौमार्य … अपने पापा को सौपा था …..
वो प्यार से पापा के तरफ देख रही थी ……
पापा उससे आँखे मिलाये बिना बोले ….. सौम्या बेटा …. मुझे माफ कर दो….
सौम्या उठ के उनके करीब आई ……. पापा के गले लग कर उसने पूछा
किसलिए पापा ….
पापा: मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था ……ये गलत था …
सौम्या: नहीं पापा … अपने कुछ गलत नहीं किया …
पापा: नहीं बेटे …. एक बाप को … अपनी बेटी के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए …..
सौम्या : नहीं पापा … ऐसा नहीं …
पापा ने उसकी बात कट दी और बोले “ नहीं बेटे …. कोई क्या सोचेगा ये सुनकर …..
सौम्या: पापा…. किसीको कौन बतायेंगा …. ये बात तो सिर्फ आपकी और मेरी है ना
पापा : लेकिन बेटे आखिर मै तुम्हारा बाप हु …
सौम्या: तो अब मेरे बाॅयफ्रेंड बन जाईये …..
पापा: क्या कह रही हो बेटा …..
सौम्या: हा पापा ….. अगर मेरा कोई बाॅयफ्रेंड मेरे साथ ये सब करता तो ,,,, लेकिन मेरा कोई बाॅयफ्रेंड नहीं है ….. मुझे तो सिर्फ आप ही अच्छे लगते हो ……
पापा: ऐसा कैसे हो सकता है बेटी
सौम्या: क्यों नहीं हो सकता ……. क्या मैं … आपको पसंद नहीं …
पापा: अरे नहीं बेटी ….. तू तो अप्सरा सी खूबसूरत है ……..
सौम्या: तो आपको …. ये अप्सरा पसंद नहीं क्या …..
पापा: वो… बेटी ….
सौम्या उनसे चिप्क्के बोली ….. तो बन लो न मुझे अपनी गर्लफ्रेंड ……
पापा: लेकिन बेटे ….. तेरी माँ …. ये समाज क्या सोचेंगा
सौम्या: देखिये पापा …. मेरी माँ आपकी बीबी है …. और मैं आपकी गर्लफ्रेंड …. और रही बात सम्माज की ….
तो समाज और माँ के लिए हम बाप बेटी ही रहेंगे …. और हमारे लिए सिर्फ और सिर्फ प्रेमी युगल …..
और उसने पापा के होठो पे चूम लिया …..
पापा भी उसे साथ देने लगे ……
सौम्या ….. आओ …. मुझे जी भर के प्यार करो मेरे राजा……….
पापा: हा सौम्या रानी …… तेरा ये पापा …. पिछले ६ महीनोसे प्यार के लिए तरस रहा है रे ….
सौम्या चौक गयी ……..
उसने पूछा …… क्यों पापा …. मम्मी तो ठीक है ना …
पापा: हा … बेटी … वो तो एकदम फिट है …
सौम्या: तो क्या … आप दोनों में कोई लड़ाई … हुयी …
पापा: अरे नहीं बेटे ….
सौम्या: तो ठीक ठीक बताओ न पापा ….
पापा: तेरी मम्मी और मैं दोनों सेक्स के मामले में खुले विचार रखते है …….. कई बार हमने अन्य कई जोड़ो के साथ मिलके सेक्स किया हैं…
सौम्या चौक गयी ….. पापा यु मीन …. ग्रुप सेक्स
पापा: हा कभी ग्रुप सेक्स …. कभी स्वॅपिंग …. याने अदला बदली ….. कई बार तो एक ही बेड पे हम अलग अलग पार्टनर्स के साथ करते थे …. फिर भी हम दोनों बिना नागा … एकदूसरे के साथ भी जी भरके सेक्स करते …. लेकिन…..
६ महीने पहले तेरे मामा का लड़का …. मोनू …..आया था अपनी बुआ से मीलने….. और हमारी लाइफ बदला गयी …..
सौम्या: ऐसा क्या हुआ पापा ….
पापा: तेरी मम्मी का दिल … उसपे आगया …..
सौम्या: क्याआआ…. मोनू पे ….. पापा मोनू तो अभी सिर्फ XX साल का है न पापा …
पापा: हा बेटी …… हम दोनों ने कई बार कच्ची उम्र के पार्टनर्स के साथ सेक्स किया था ….. पर अब तो ये हाल है … की पिछले ६ महीनोसे तेरी मम्मी सिर्फ उसी के साथ सोती है …… मुझे हाथ भी नहीं लगाने देती …..
सौम्या ने पापा का सर खीच के अपनी गोद में लिया ….. बोली
जाने दो पापा…… आपकी बीवी नहीं देती तो ना सही ….. आपकी ये प्रेमिका हैं ना …… आज से मेरा सबकुछ आपका है ……. मैं आप को सबकुछ दूंगी पापा…..
पापा: पर बेटी ….
सौम्या: हा पापा …… मैं तो पहलेसे आपकी दीवानी थी ….. लेकिन आज हमारे इस संगम के बाद तो …. मैं आपकी दासी बन गयी हु
पापा ने उसे गले लगाया और बोले अरे नहीं बेटी ….. तू तो मेरी रानी है ….
सौम्या धीरे धीरे उनकी पीठ सहलाते बोली आप जैसा चाहो … मेरे सरताज….मेरे प्रेमी…. मेरे देवता …..
सौम्या की प्यार भरी बाते , उसके तर्क सुनने के बाद पापा के मन का बोझ थोडा कम हुआ था
और उसका वो नशीला बदन देख देख के वो वैसेही सबकुछ भुला बैठे थे ….
उपरसे सौम्या उनकी पीठ सहलाते सहलाते उनकी गर्दन पर अपनी गरम साँसे छोड़ रही थी ….
अब पापा की की अंतरात्मा भी चीख चीख कर बोलने लगी …… की भाड में जाए समाज ...भाड में जाये लोग,
.भाड में गयी निति अनीति की बाते …… एक जवान बदन मेरे शारीर की मांग है बस उसको पूरा करना है,
मेरी बेटी की शारीर की आग अगर मैंने नहीं बुझाई तो हो सकता है वो बहक जाए ….. किसी और से चुदवा ले ….
फिर उन्होंने सोचा ….. अब एकबार जो हो गया वो फिरसे करने में कुछ गलत नहीं ……उल्टा उसमे उनकी और उनके बेटी की भलाई ही है …..
अब उनकी नजर बदल गयी ….. उन्होंने सौम्या को जबरन अलग किया …..
सौम्या: प्लीज मुझे दूर मत करो पापा , मैं जिंदगीभर आपसे अलग नहीं होना चाहती ….
पापा बोले “बस रानी …. अब अब बाते बाद में करेंगे …..अभी तो फिर प्यार करते है …..
सौम्या के कोमल बदन को सहलाते वो बोले “ मेरी इतने दिनों की भूक की वजह से पहली बार तो मैं अपने आप को रोक नहीं पाया ….. मैंने तो सीधे सीधे चोदना ही शुरू किया था ….. लेकिन अभी मैं तेरी इस कमसिन बदन से खेलना चाहता हु “
सौम्या ने उनके हाथो को अपने मुम्मो पे दबाते कहा ….” तो रोका किसने है …… आओ मेरे राजा ….. जी भरके प्यार करो मुझसे......
पापा ने उसके निपल्स पकड़कर ………खींचे और निचोड़े ….
सौम्या: आआअह्ह्ह्ह …… पापा……...स्स्स्सस्स्स्स
पापा ने पने वैसेही उसे अपनी तरफ खीचा …. उसके मुह की चूसने लगे
दोनों भी अब एकदूसरे की जुबान चूस रहे थे
पापा ने उसे निचे लिटाया …. उसकी सुराहीदार गर्दन को चुमते चुमते वो निचे आये ….
सौम्या के पुष्ट स्तन तो रस से भरे बड़े दशहरी आम लग रहे थे …..
पापा ने उसके आमो को अपने मुह में लेकर खूब चूसा ….. अच्छी तरह दबाया …
बिच बिच में अपने दातोसे काटा … जब जब वो सौम्याय के स्तनों पे काटते ….
तब तब सौम्या …. मीठे दर्द से करह उठती ……. उफ्फ्फ पापा ……. आ …… उ ...च ……
बड़ी देर तक सौम्या के मुम्मोसे खेलने के बाद …. पापा निचे आये ….
सौम्या के सपाट पेट पर …… वो पतला सॉफ्ट पेट …. उसपे वो आकर्षक नाभि (नेवल) वाह……
पापा का ध्यान अब सोम्या की सेक्सी नाभि पे था ….
अपनी उन्ग्लियोसे उन्होंने नाभि के इर्दगिर्द चक्कर लगाये ….
फिर अपनी जुबान से उसे चाटने , चूसने लगे
पापा के नाभि चूसने से सौम्या हद से जादा उत्तेजित हो गयी थी
उसके मुह से बड़ी ही कामुक सिस्कारिया निकल रही थी ......
आ...ह….. स्सस्सस्सस. स्स्स्सस्स्स्स ह...म्मम्मम. ……..आआआअ…..
इस सेक्सी आवाजो को सुन के पापा का उत्साह और बढ़ गया
पापा और थोडा निचे गए ……
सौम्या के पेट के निचे के हिस्से में इक्का दुक्का सुनहरी बाल उगे थे …..
उनकी खुशबू सूंघते सूंघते पापा चूत पे जाकर रुके ….
ताज़ी ताज़ी चुदी सौम्या की चूत फूल गयी थी ……. चूत के दोनों गुलाबी होठ अधखुले थे ………
पापा ने अपनी ऊँगली से चुतकि नाजुक पंखुडियो को छेड़ा ……
थोड़ी छेड़ छाड़ के बाद सौम्या का मदनमणि दिखने लगा…..
पापा ने उसे छेड़ा …….तो सौम्या सिहर उठी ….
उसके सरे शरीर में उत्तेजना की तरंगे उठने लगी
फिर पापा उसकी चूत पर मुह लगा कर उसे चाटने लगे
सौम्या आनद के सागर में गोते लगा रही थी …..
वो उत्तेजना में …बक रही थी
आःह्ह्छ ….स्स्स्स…..हाय्य्य्य …..पा….प्प्पा….. और… क...रो….. खा …...जा …..ओ ….
पापा ने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसाई ….
इस धुआधार चूत चुसाई में सौम्या जल्द ही पस्त हो गयी ….
पापा का मुह उसके रस से भर गया था….
वैसेही सने मुह से वे सौम्य का मुह चूसने लगे …
सौम्याने अपने खुद के योनिरस का स्वाद … पापा के मुह से चखा….
थोड़ी देरमे जब उनकी साँसे नॉर्मल हुयी …
सौम्या बोली …..जानू अब आप निचे आओ …. तो .मै भी तो आपके बद्नसे प्यार करू.
पापा: जैस तुम चाहो मेरी जान …..
और वो निचे लेट गए ….
सौम्याने उनके होठो से शुरुवात की …… फिर उनके निप्पल्स को चूसा ……
फिर बोली … जानू ….. जरा अपने हाथ उपर उठाओ…..
पापा ने वैसा किया …..
उनकी बगलों में घना जंगल था …….
सौम्या खुशीसे झूम उठी …..
उसने पापा की बगलों को जी भर के सुंघा , वो मनमोहिनी खुशबु की अपने साइन में बसा लिया
और फिर अपनी जीभ निकलकर उसे चाटा …..
पापा की बगलोका वो नमकीन स्वाद उसे बड़ा ही अच्छा लगा ….
फिर वो और निचे आई …. और पापा का लंड पकडके चाटने लगी
उसने पापा का पूरा लड़ निगल लिया … और उनके झांटो पे अपना नाक घिसने लगी
लंड और झाटो की वो तेज गंध …. उसे पागल कर रही थी ………..
कुछ देर बाद उसने लंड छोड़ा ……
पापा का लंड सीधा खड़ा था ….. पापा के दोनों तरफ पैर रख कर वो खड़ी रही …………
फिर पापा के लंड को एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के मुह पर रखा और धीरेधीरे निचे बैठने लगी ….
पापा का वो हल्ल्ब्बी लंड अपनी चूत में घुसवाते हुए तेज दर्द से वो कराह रही थी
“ऊओ….. ऊओह्हह्ह उफ्फ्फ…””
पूरा दम लगा के वो लंड पे बैठ गयी …..
कुछ दर्द कम होने पे वो थोडा थोडा ऊपर निचे होने लगी ……
धीरे धीरे गाडी ने स्पीड पकड़ी
अब वो पापा ले लंड पे उछल रही थी
और पापा भी निचेसे धक्के मार रहे थे
सौम्या मरे ख़ुशी के बडबडा रही थी आ...ह्ह्ह..आ….ह्ह्ह्हह.ओ...हह..म्मम्मम्म
फिर सौम्याकी चूत से झरना बह उठा …..
अत्याधिक आनंद से वो चीखी … और धीरे धीरे लुढकने लगी …. एक तूफ़ान थम गया था
थोडा दम लेने के बाद पापा बोले
पापा: मेरी जान …. तू थकी तो नहीं….
सौम्या: नहीं जानू ….. तुम्हारा हुआ नहीं ना…. तो मैं कैसे थक सकती हु
पापा ने उसे गोद में उठाया …. और दिवार से टिकाकर घोड़ी बनाकर खड़ा रहने को कहा
अपना लंड चूत पे घिसते वो बोले ….. चल मेरी रानी ….. तुझे घुडसवारी …. करवाता हु …
सौम्या…. तो शुरू करो …. जानू ….
फिर पापा ने एक ही झटके में अपना पूरा लंड चूत में घुसा दिया ………
सौम्या दर्द से चीख उठी “आःह ….मररगय…यईई…पापा निका…उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह
पापा ने उसकी एक न सुनी और तेजी से धक्के मरने लगे ….
सौम्या: प्लीईईज पापा……. जरा धीर करो ......प्लीईईज
पापा:मेरी जान …..शुरुवात में दर्द होता है ……. .लेकिन कम स्पीड में मजा भी नहीं आता….
सौम्या दर्द से चीखी …… पापा धक्के पे धक्के लगते ही जा रहे थे ……….
पापा ने उसके सर को दीवार की तरफ दबा के रखा था … और दनादन धक्के मारे जा रही थे
उनके हर धक्के पे सोम्या की गांड थरथरा उठती …
थोड़ी देर बाद जब सौम्या की लगा पापा अब झड़ने वाले है
तो वोसीधी खड़ी हुयी…. पापा का लंड उसकी चुत में से बाहर निकल गया ….
उसने पापा का लंड पकड़ा ……. और पापा को बेड के ऊपर ले गयी
खुद निचे सो कर पापा को अपने ऊपर खीचा
उसे डर था कही पापा अपना माल बाहर ना निकलदे …….
उसे तो पापा का गरमा गरम वीर्य अपनी योनी में ही चाहिए था
कुछ ही धक्को के बाद दोनों भी झड गए ….
बाप और बेटी की नदियोका संगम हो गया …
जाने कितने देर वो वैसेही पड़े रहे …..
फिर दोनों लेटकर आराम करने लगे….. तब सौम्या पापा की छाती पे हाथ घुमाते हुए बोली
“ जानू …तुम्हारी प्यार की बारिश में…...बहोत मजा आया ….. तुम्हे कैसा लगा डार्लिंग ….
पापा ने उसे एकबार चूमा और बोले …. मुझे भी बहोत मजा आया ......मेरी जान ….
लेकिन …. हमने सावधानी नहीं बरती ….
सौम्या: कैसी सावधानी जानू ….
पापा: मैं दोनों बार तेरी चुत में ही झड गया…… कंडोम भी नहीं था …. कुछ हो गया तो ….
सौम्या: जानू जादा से जादा क्या होगा …… मैं प्रेग्नंट हो जाउंगी ना …
पापा: हां… जान
सौम्या: तो हो जाने दो न ….बनने दो मुझे तुम्हारे बच्चो की माँ …
पापा: नहीं…. सौम्या…. बच्चा नहीं ….. ऐसा सोचना भी मत …… हम अबसे सिर्फ कंडोम लगा कर ही करेंगे …
सौम्या: नहीं …. जानू ….. अब हमारे बिच कुछ भी नहीं चाहिए … कंडोम भी नहीं…..
हा अगर तुम बच्चा नहीं चाहते तो …. मैं पिल्स खा लुंगी …
पापा ने उसे चूम लिया और बोले ठीक है रानी ….जैसा तुम चाहो …
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
महक का जादू--28
जाने कितनी देर तक दोनों यु ही पड़े रहे ……..
सौम्या खुश थी ….. आज उसने उसका कौमार्य … अपने पापा को सौपा था …..
वो प्यार से पापा के तरफ देख रही थी ……
पापा उससे आँखे मिलाये बिना बोले ….. सौम्या बेटा …. मुझे माफ कर दो….
सौम्या उठ के उनके करीब आई ……. पापा के गले लग कर उसने पूछा
किसलिए पापा ….
पापा: मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था ……ये गलत था …
सौम्या: नहीं पापा … अपने कुछ गलत नहीं किया …
पापा: नहीं बेटे …. एक बाप को … अपनी बेटी के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए …..
सौम्या : नहीं पापा … ऐसा नहीं …
पापा ने उसकी बात कट दी और बोले “ नहीं बेटे …. कोई क्या सोचेगा ये सुनकर …..
सौम्या: पापा…. किसीको कौन बतायेंगा …. ये बात तो सिर्फ आपकी और मेरी है ना
पापा : लेकिन बेटे आखिर मै तुम्हारा बाप हु …
सौम्या: तो अब मेरे बाॅयफ्रेंड बन जाईये …..
पापा: क्या कह रही हो बेटा …..
सौम्या: हा पापा ….. अगर मेरा कोई बाॅयफ्रेंड मेरे साथ ये सब करता तो ,,,, लेकिन मेरा कोई बाॅयफ्रेंड नहीं है ….. मुझे तो सिर्फ आप ही अच्छे लगते हो ……
पापा: ऐसा कैसे हो सकता है बेटी
सौम्या: क्यों नहीं हो सकता ……. क्या मैं … आपको पसंद नहीं …
पापा: अरे नहीं बेटी ….. तू तो अप्सरा सी खूबसूरत है ……..
सौम्या: तो आपको …. ये अप्सरा पसंद नहीं क्या …..
पापा: वो… बेटी ….
सौम्या उनसे चिप्क्के बोली ….. तो बन लो न मुझे अपनी गर्लफ्रेंड ……
पापा: लेकिन बेटे ….. तेरी माँ …. ये समाज क्या सोचेंगा
सौम्या: देखिये पापा …. मेरी माँ आपकी बीबी है …. और मैं आपकी गर्लफ्रेंड …. और रही बात सम्माज की ….
तो समाज और माँ के लिए हम बाप बेटी ही रहेंगे …. और हमारे लिए सिर्फ और सिर्फ प्रेमी युगल …..
और उसने पापा के होठो पे चूम लिया …..
पापा भी उसे साथ देने लगे ……
सौम्या ….. आओ …. मुझे जी भर के प्यार करो मेरे राजा……….
पापा: हा सौम्या रानी …… तेरा ये पापा …. पिछले ६ महीनोसे प्यार के लिए तरस रहा है रे ….
सौम्या चौक गयी ……..
उसने पूछा …… क्यों पापा …. मम्मी तो ठीक है ना …
पापा: हा … बेटी … वो तो एकदम फिट है …
सौम्या: तो क्या … आप दोनों में कोई लड़ाई … हुयी …
पापा: अरे नहीं बेटे ….
सौम्या: तो ठीक ठीक बताओ न पापा ….
पापा: तेरी मम्मी और मैं दोनों सेक्स के मामले में खुले विचार रखते है …….. कई बार हमने अन्य कई जोड़ो के साथ मिलके सेक्स किया हैं…
सौम्या चौक गयी ….. पापा यु मीन …. ग्रुप सेक्स
पापा: हा कभी ग्रुप सेक्स …. कभी स्वॅपिंग …. याने अदला बदली ….. कई बार तो एक ही बेड पे हम अलग अलग पार्टनर्स के साथ करते थे …. फिर भी हम दोनों बिना नागा … एकदूसरे के साथ भी जी भरके सेक्स करते …. लेकिन…..
६ महीने पहले तेरे मामा का लड़का …. मोनू …..आया था अपनी बुआ से मीलने….. और हमारी लाइफ बदला गयी …..
सौम्या: ऐसा क्या हुआ पापा ….
पापा: तेरी मम्मी का दिल … उसपे आगया …..
सौम्या: क्याआआ…. मोनू पे ….. पापा मोनू तो अभी सिर्फ XX साल का है न पापा …
पापा: हा बेटी …… हम दोनों ने कई बार कच्ची उम्र के पार्टनर्स के साथ सेक्स किया था ….. पर अब तो ये हाल है … की पिछले ६ महीनोसे तेरी मम्मी सिर्फ उसी के साथ सोती है …… मुझे हाथ भी नहीं लगाने देती …..
सौम्या ने पापा का सर खीच के अपनी गोद में लिया ….. बोली
जाने दो पापा…… आपकी बीवी नहीं देती तो ना सही ….. आपकी ये प्रेमिका हैं ना …… आज से मेरा सबकुछ आपका है ……. मैं आप को सबकुछ दूंगी पापा…..
पापा: पर बेटी ….
सौम्या: हा पापा …… मैं तो पहलेसे आपकी दीवानी थी ….. लेकिन आज हमारे इस संगम के बाद तो …. मैं आपकी दासी बन गयी हु
पापा ने उसे गले लगाया और बोले अरे नहीं बेटी ….. तू तो मेरी रानी है ….
सौम्या धीरे धीरे उनकी पीठ सहलाते बोली आप जैसा चाहो … मेरे सरताज….मेरे प्रेमी…. मेरे देवता …..
सौम्या की प्यार भरी बाते , उसके तर्क सुनने के बाद पापा के मन का बोझ थोडा कम हुआ था
और उसका वो नशीला बदन देख देख के वो वैसेही सबकुछ भुला बैठे थे ….
उपरसे सौम्या उनकी पीठ सहलाते सहलाते उनकी गर्दन पर अपनी गरम साँसे छोड़ रही थी ….
अब पापा की की अंतरात्मा भी चीख चीख कर बोलने लगी …… की भाड में जाए समाज ...भाड में जाये लोग,
.भाड में गयी निति अनीति की बाते …… एक जवान बदन मेरे शारीर की मांग है बस उसको पूरा करना है,
मेरी बेटी की शारीर की आग अगर मैंने नहीं बुझाई तो हो सकता है वो बहक जाए ….. किसी और से चुदवा ले ….
फिर उन्होंने सोचा ….. अब एकबार जो हो गया वो फिरसे करने में कुछ गलत नहीं ……उल्टा उसमे उनकी और उनके बेटी की भलाई ही है …..
अब उनकी नजर बदल गयी ….. उन्होंने सौम्या को जबरन अलग किया …..
सौम्या: प्लीज मुझे दूर मत करो पापा , मैं जिंदगीभर आपसे अलग नहीं होना चाहती ….
पापा बोले “बस रानी …. अब अब बाते बाद में करेंगे …..अभी तो फिर प्यार करते है …..
सौम्या के कोमल बदन को सहलाते वो बोले “ मेरी इतने दिनों की भूक की वजह से पहली बार तो मैं अपने आप को रोक नहीं पाया ….. मैंने तो सीधे सीधे चोदना ही शुरू किया था ….. लेकिन अभी मैं तेरी इस कमसिन बदन से खेलना चाहता हु “
सौम्या ने उनके हाथो को अपने मुम्मो पे दबाते कहा ….” तो रोका किसने है …… आओ मेरे राजा ….. जी भरके प्यार करो मुझसे......
पापा ने उसके निपल्स पकड़कर ………खींचे और निचोड़े ….
सौम्या: आआअह्ह्ह्ह …… पापा……...स्स्स्सस्स्स्स
पापा ने पने वैसेही उसे अपनी तरफ खीचा …. उसके मुह की चूसने लगे
दोनों भी अब एकदूसरे की जुबान चूस रहे थे
पापा ने उसे निचे लिटाया …. उसकी सुराहीदार गर्दन को चुमते चुमते वो निचे आये ….
सौम्या के पुष्ट स्तन तो रस से भरे बड़े दशहरी आम लग रहे थे …..
पापा ने उसके आमो को अपने मुह में लेकर खूब चूसा ….. अच्छी तरह दबाया …
बिच बिच में अपने दातोसे काटा … जब जब वो सौम्याय के स्तनों पे काटते ….
तब तब सौम्या …. मीठे दर्द से करह उठती ……. उफ्फ्फ पापा ……. आ …… उ ...च ……
बड़ी देर तक सौम्या के मुम्मोसे खेलने के बाद …. पापा निचे आये ….
सौम्या के सपाट पेट पर …… वो पतला सॉफ्ट पेट …. उसपे वो आकर्षक नाभि (नेवल) वाह……
पापा का ध्यान अब सोम्या की सेक्सी नाभि पे था ….
अपनी उन्ग्लियोसे उन्होंने नाभि के इर्दगिर्द चक्कर लगाये ….
फिर अपनी जुबान से उसे चाटने , चूसने लगे
पापा के नाभि चूसने से सौम्या हद से जादा उत्तेजित हो गयी थी
उसके मुह से बड़ी ही कामुक सिस्कारिया निकल रही थी ......
आ...ह….. स्सस्सस्सस. स्स्स्सस्स्स्स ह...म्मम्मम. ……..आआआअ…..
इस सेक्सी आवाजो को सुन के पापा का उत्साह और बढ़ गया
पापा और थोडा निचे गए ……
सौम्या के पेट के निचे के हिस्से में इक्का दुक्का सुनहरी बाल उगे थे …..
उनकी खुशबू सूंघते सूंघते पापा चूत पे जाकर रुके ….
ताज़ी ताज़ी चुदी सौम्या की चूत फूल गयी थी ……. चूत के दोनों गुलाबी होठ अधखुले थे ………
पापा ने अपनी ऊँगली से चुतकि नाजुक पंखुडियो को छेड़ा ……
थोड़ी छेड़ छाड़ के बाद सौम्या का मदनमणि दिखने लगा…..
पापा ने उसे छेड़ा …….तो सौम्या सिहर उठी ….
उसके सरे शरीर में उत्तेजना की तरंगे उठने लगी
फिर पापा उसकी चूत पर मुह लगा कर उसे चाटने लगे
सौम्या आनद के सागर में गोते लगा रही थी …..
वो उत्तेजना में …बक रही थी
आःह्ह्छ ….स्स्स्स…..हाय्य्य्य …..पा….प्प्पा….. और… क...रो….. खा …...जा …..ओ ….
पापा ने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसाई ….
इस धुआधार चूत चुसाई में सौम्या जल्द ही पस्त हो गयी ….
पापा का मुह उसके रस से भर गया था….
वैसेही सने मुह से वे सौम्य का मुह चूसने लगे …
सौम्याने अपने खुद के योनिरस का स्वाद … पापा के मुह से चखा….
थोड़ी देरमे जब उनकी साँसे नॉर्मल हुयी …
सौम्या बोली …..जानू अब आप निचे आओ …. तो .मै भी तो आपके बद्नसे प्यार करू.
पापा: जैस तुम चाहो मेरी जान …..
और वो निचे लेट गए ….
सौम्याने उनके होठो से शुरुवात की …… फिर उनके निप्पल्स को चूसा ……
फिर बोली … जानू ….. जरा अपने हाथ उपर उठाओ…..
पापा ने वैसा किया …..
उनकी बगलों में घना जंगल था …….
सौम्या खुशीसे झूम उठी …..
उसने पापा की बगलों को जी भर के सुंघा , वो मनमोहिनी खुशबु की अपने साइन में बसा लिया
और फिर अपनी जीभ निकलकर उसे चाटा …..
पापा की बगलोका वो नमकीन स्वाद उसे बड़ा ही अच्छा लगा ….
फिर वो और निचे आई …. और पापा का लंड पकडके चाटने लगी
उसने पापा का पूरा लड़ निगल लिया … और उनके झांटो पे अपना नाक घिसने लगी
लंड और झाटो की वो तेज गंध …. उसे पागल कर रही थी ………..
कुछ देर बाद उसने लंड छोड़ा ……
पापा का लंड सीधा खड़ा था ….. पापा के दोनों तरफ पैर रख कर वो खड़ी रही …………
फिर पापा के लंड को एक हाथ से पकड़कर अपनी चूत के मुह पर रखा और धीरेधीरे निचे बैठने लगी ….
पापा का वो हल्ल्ब्बी लंड अपनी चूत में घुसवाते हुए तेज दर्द से वो कराह रही थी
“ऊओ….. ऊओह्हह्ह उफ्फ्फ…””
पूरा दम लगा के वो लंड पे बैठ गयी …..
कुछ दर्द कम होने पे वो थोडा थोडा ऊपर निचे होने लगी ……
धीरे धीरे गाडी ने स्पीड पकड़ी
अब वो पापा ले लंड पे उछल रही थी
और पापा भी निचेसे धक्के मार रहे थे
सौम्या मरे ख़ुशी के बडबडा रही थी आ...ह्ह्ह..आ….ह्ह्ह्हह.ओ...हह..म्मम्मम्म
फिर सौम्याकी चूत से झरना बह उठा …..
अत्याधिक आनंद से वो चीखी … और धीरे धीरे लुढकने लगी …. एक तूफ़ान थम गया था
थोडा दम लेने के बाद पापा बोले
पापा: मेरी जान …. तू थकी तो नहीं….
सौम्या: नहीं जानू ….. तुम्हारा हुआ नहीं ना…. तो मैं कैसे थक सकती हु
पापा ने उसे गोद में उठाया …. और दिवार से टिकाकर घोड़ी बनाकर खड़ा रहने को कहा
अपना लंड चूत पे घिसते वो बोले ….. चल मेरी रानी ….. तुझे घुडसवारी …. करवाता हु …
सौम्या…. तो शुरू करो …. जानू ….
फिर पापा ने एक ही झटके में अपना पूरा लंड चूत में घुसा दिया ………
सौम्या दर्द से चीख उठी “आःह ….मररगय…यईई…पापा निका…उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह
पापा ने उसकी एक न सुनी और तेजी से धक्के मरने लगे ….
सौम्या: प्लीईईज पापा……. जरा धीर करो ......प्लीईईज
पापा:मेरी जान …..शुरुवात में दर्द होता है ……. .लेकिन कम स्पीड में मजा भी नहीं आता….
सौम्या दर्द से चीखी …… पापा धक्के पे धक्के लगते ही जा रहे थे ……….
पापा ने उसके सर को दीवार की तरफ दबा के रखा था … और दनादन धक्के मारे जा रही थे
उनके हर धक्के पे सोम्या की गांड थरथरा उठती …
थोड़ी देर बाद जब सौम्या की लगा पापा अब झड़ने वाले है
तो वोसीधी खड़ी हुयी…. पापा का लंड उसकी चुत में से बाहर निकल गया ….
उसने पापा का लंड पकड़ा ……. और पापा को बेड के ऊपर ले गयी
खुद निचे सो कर पापा को अपने ऊपर खीचा
उसे डर था कही पापा अपना माल बाहर ना निकलदे …….
उसे तो पापा का गरमा गरम वीर्य अपनी योनी में ही चाहिए था
कुछ ही धक्को के बाद दोनों भी झड गए ….
बाप और बेटी की नदियोका संगम हो गया …
जाने कितने देर वो वैसेही पड़े रहे …..
फिर दोनों लेटकर आराम करने लगे….. तब सौम्या पापा की छाती पे हाथ घुमाते हुए बोली
“ जानू …तुम्हारी प्यार की बारिश में…...बहोत मजा आया ….. तुम्हे कैसा लगा डार्लिंग ….
पापा ने उसे एकबार चूमा और बोले …. मुझे भी बहोत मजा आया ......मेरी जान ….
लेकिन …. हमने सावधानी नहीं बरती ….
सौम्या: कैसी सावधानी जानू ….
पापा: मैं दोनों बार तेरी चुत में ही झड गया…… कंडोम भी नहीं था …. कुछ हो गया तो ….
सौम्या: जानू जादा से जादा क्या होगा …… मैं प्रेग्नंट हो जाउंगी ना …
पापा: हां… जान
सौम्या: तो हो जाने दो न ….बनने दो मुझे तुम्हारे बच्चो की माँ …
पापा: नहीं…. सौम्या…. बच्चा नहीं ….. ऐसा सोचना भी मत …… हम अबसे सिर्फ कंडोम लगा कर ही करेंगे …
सौम्या: नहीं …. जानू ….. अब हमारे बिच कुछ भी नहीं चाहिए … कंडोम भी नहीं…..
हा अगर तुम बच्चा नहीं चाहते तो …. मैं पिल्स खा लुंगी …
पापा ने उसे चूम लिया और बोले ठीक है रानी ….जैसा तुम चाहो …
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment