हिंदी सेक्सी कहानियाँ
महक का जादू--27
पापा: बेटा ये अभी रहने दो …. तुमने तो मेरा पूरा बदन देखा ……
लेकीन तुम अभी भी पुरे कपडे पहने हुए हो …. ये बिलकुल ठीक नहीं ….
सौम्या ने उनको मुह बनके चिढाया ….. बोली मैं नहीं उतरूंगी …
और वो फिरसे बेड पर लेट गयी …
पापा बोले ऐसे कैसे नहीं उतारोंगी …. देखता हु अभी ….
और वो सौम्या पे झपट पड़े
सौम्या का नाजुक बदन उनके बदन के निचे दबा था …..
पापा के हाथ उसके मुम्मोको सहलाने लगे …
और वो उसकी गर्दन पे चुमते चुमते ऊपर ऊपर बढ़ने लगे ………..
अपनी गर्दन पे फिरती पापा की उन गर्म साँसों से …. सौम्या बेकाबू हो रही थी …………
पापा फिर बोले … बेटे उतारो ना अपने … कपडे … देखने दो ना अपना नशीला बदन
सौम्या की आँखे उस मस्ती में गुलाबी हो गयी थी …
उसकी आवज में भारीपन आने लगा
वो बोली …. आप ही उतारो ना … पापा
पापा ने बिना वक्त गवाए उसका ड्रेस निकाल फेका ……….
काली ब्रा और वैसीही पॅन्टी में सौम्या का गुलाबी गोरा बदन चमक रहा था …..
पापा उस के नशीले बदन को देखते ही रहे
सौम्य शरमाई … ओउर उचककर उसने पापा की छाती में अपना मुह छुपा लिया …..
पापा ने उसके नंगे कंधो को चुमते हुए हौलेसे ब्रा का हुक खोल दिया ……….
जैसेही ब्रा अलग हुयी वो दो गुलाबी कबूतर फडफडाते हुए आजाद हुए…...
पापा तो सौम्याके चुचियोकी ख़ूबसूरती में डूब गए ….
वो पुष्ट..कसे हुए गोर गुलाबी मुम्मे …..
उस पर वो गहरे रंग के तने हुए नीपल्स …
निप्पलस के इर्दगिर्द बना वो हलका गहरा सर्कल ……
हाययय…
पापा से रहा नहीं गया उन्होंने एक मुम्मा हाथोसे दबाते हुए दुसरे मुम्मे पे अपना मुह लगा कर चूसने लगे
सौम्या अति आनंद से सिसक रही थी ….. स्स्स्सस्स्स्स ……..
उसने उनके बाल पकड़कर उनको आपने मुम्मो पे और दबाया …..
पापा चूसते चूसते कभी उसके कड़े निप्पलस को अपने दातोसे चुभलाते …….
तो सौम्या और भी सिसक उठती ..
स्स्सस्स्स्सस्स्स हाय्यय्य्य …… पा…...पा……
पापा ने जीभ बहार निकालकर उसके निप्पलस के इर्दगिर्द बने उस सर्कल पे हलके हलके राउंड्स बनाये …. उसके निप्पलस को अपनी जुबान से छेड़ा…..
सौम्या तो मनो हवा में थी ….. अब वो खुल के सीसकारिया भरने लगी थी ….
स्स्स्सस्स्स्स पापा……… आ….ह …….
थोड़ी देर उसके दोनों मुम्मो का मर्दन करने के बाद ,
उनको आच्छी तरह चूसने के बाद पापा उसे चुमते चुमते निचे की ओर बढे …..
सौम्या की पॅन्टी उसके काम रस से सरोबार थी … पू
री तरह भीग गयी थी ….
पापा ने उस नशीली खुशबू को जी भरके सुंघा....
फिर उस पॅन्टी पर भी चूसा ……
फिर उन्होंने ...उसकी पॅन्टी निकल दी ….
सौम्या की वो फूली हुई गोरी गुलाबी चुत देखकर पापा के मुह में पानि आ गया
चुत के आजू बाजु उगे वो इक्का दुक्का सुनहरी बाल ……
सौम्या के चूत की सुन्दरता पे चार चाँद लगा रहे थे
पापा ने अपने होठ उस कम रस में लिपटी चुत पे टिकाये ….
अपनी नग्न योनी पर पापा के होठो का पहला स्पर्श पाकर सौम्या ख़ुशी से उछल पड़ी ….
ओह्ह ….. पापा…… स्स्स्स स्स्स्स
पापा ने उसकी चुत पे लगा सारा रस चाट लिया …..
सौम्या कसमसा रही थी ….
उसकी सीसकरिया बढ़ गयी थी ….
स्स्स्सस्स्स्स पापा …...स्सस्सस्स हय्यय्य्य्य.
अब पापा भी उसकी वो नशीली सीसकरिया सुन कर बेकाबू हो रहे थे …
उन्होंने सौम्या की टाँगे फैला दी … और खुद उसके बिच बैठ गए
पापा अपना लंड…. सौम्या की चुत पे रगड़ने लगे …..
सौम्या की बेकरारी बढ़ रही थी …….
“ऊओह्ह ...आह्ह्ह्ह….. पा….पा…..आ….आ.
पापा समझ गए की अब सौम्या बहोत गर्म हो चुकी है …..
अब देर नहीं करनी चाहिए ….
तो वे सौम्या की चुत पे धीरे धीरे अपना लंड दबाने लगे …….
सौम्या की सांस रुक सी गयी थी ….. उसने गर्दन उठाइ ...
और अपनी जिन्दगी का ये सबसे हसीन सबसे यादगार लम्हा देखने लगी
लंड का दबाव ...और बढा…….
सौम्या के चहरे पे दर्द की रेखाए नजर आने लगी ……
पापा धीरे धीरे अपना लंड दबाते ही जा रहे थे …….
जब उनके लंड का सुपाडा चूता में घुस गया ...
तो दर्द से सौम्या की आँखे छलक गयी ……
पापा …. भी समझ गए ……. उन्होंने सौम्या को किस किया …..बोले ….
“ बस सौम्या ….. और थोडा दर्द होगा….. सह लेगी ना बेटे …
सौम्या कुछ बोल नहीं पायी …
उसने गर्दन हिलाकर हामी भरी
पापा ने और थोडा जोर लगा के अन्दर घुसाया …
उनके लंड को ….. आगे झिल्ली होने का अहसास हुआ
वे निचे झुके …… सौम्या मुह अपने होठोसे सिल दिया …..
और इस करार झटका मारकर आधे से जादा लंड अन्दर किया ….
इस तगड़े प्रहार से सौम्या के चुत की झिल्ली फट गए थी ……..
सौम्या दर्द से तड़प उठी …...
मुह तो उसका बंद था ….
उसकी आखोसे नदिया बहने लगी …
उसे बहोत जादा दर्द हो रहा था ….
उसे ऐसा लग रहा था की जैसे लोहे की गर्म सलाख उसमे घुसी हो …..
जिस मीठे दर्द की वो इतनी शिद्दत से राह देख रही थी वो … उसे मिल ही गया ….
थोड़ी देर बाद पपने सौम्या का मुह आजाद किया
सौम्या दर्द से कराह उठी
“आःह पापा निका…उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह"
पापा: क्या बहोत दर्द हो रहा है … बेटी
सौम्या बोली हां पापा बहोत दर्द हो रहा है ….
पापा: बस बेटे … होगया….. थोडा धीरज रखो ….. फिर बहोत मजा आएगा
और वो उसके स्तनोको सहलाते हुए उसके अधर चूसने लगे ….
थोड़ी देर बाद … सौम्या का दर्द थोडा कम हुआ……
पापा ने अपना लंड थोडासा पीछे किया …. और एक करारा झटका दिया …..
इस झटके में उनका लंड पूरा के पूरा सौम्या की चूत में समां गया था ……
सौम्या दर्द के मारे बिलबिला उठी
ओ…..फ…. मररगय…यईई…..आह्ह्ह्ह
पापा उसे पुचकारते हुए बोले बस बेटे हो गया……. अब दर्द नहीं होगा
उतने दर्द में भी सौम्याने अपने आँखे खोल के देखा …..
उसके पापा का लंड… जड़ तक उसके अंदर समाया था
कुछ देर बाद उसका दर्द थोडा कम होते ही……
पापा अपनी कमर हौले हौले आगे पीछे करने लगे ……
जब उन्होंने देखा … की सौम्या अब नार्मल है …..
तो वे अपनी स्पीड बढ़ाने लगे ...
हर एक झटके पे सौम्या उछल पड़ती …
.
अब सौम्या का कराहना सिसकारीयो में तब्दील होने लगा …..
उसका दर्द अब मीठी कसक में बदल गया था
का अब पापा की स्पीड तूफानी हो गयी
सौम्या भी पापा के लंड की हर टक्कर का स्वागत कर रही थी …..
सौम्या ने पापा को खीच के उनका मुह चूमने लगे …..
नेचे पापा का लंड सौम्या की चूत में टक्कर मर रहा था …
और ऊपर सौम्या की जुबान पापा के मुह में ….
पापा ने अलग अलग स्पीड से उसे करीबन दस मिनिट चोदा ……..
अब सौम्य के बदन में सनसनी फैलने लगी …..
साथ ही साथ पापा का भी लावा उबलने लगा ….
पापा समझ गए की वो अब झड़ने की कगार पर है ….
तो उन्होंने लंड बहार निकलना चाहा …
सोम्या उनका इरादा भांप गयी ….. उसने अपने पैरोसे पापा को जकड लिया …….
और अपने हाथ पापा की पीठ पर लॉक करके …. उन्हें बाँध के रखा ….
पापा बोले … बेटा …. मेरा छुटने वाला है ……. मुझे बहर निकलने दो …
सौम्या: नहीं पापा … अन्दर ही करो ……
पापा: बेटी …. प्रॉब्लम हो जाएँगी ….. बाहर निकले दो प्लीज ….
सौम्या: नहीं पापा …. चाहे कुछ भी हो जाये …. मै आपकी बारिश मेरे अन्दर ही चाहती हु ……
इतना कहके वो अपनी कमर उचकाने लगी …….
साथ साथ पापा को उकसाने के लिए …….
सेक्सी अंदाज में बोलने लगी ...‘ ओऊ … पापा….. और जोरसे ….. हाय….स्सस्सस्सीईईईई …..
अब पापा अपनी चरम सीमा पे थे …..
सौम्या का शरीर धनुष की तरह अकड़ने लगा …
और फिर बाप बेटी साथ साथ झड गए…..
आह्ह्ह्ह ......
झड़ने के बाद भी दोनों के नग्न शरीर एक दुसरे से चिपके रहे …..
फिर पापा ने सौम्या को चूमा .. और दोनों अलग हो गए …..
और आजू बाजु लेटकर हाफने लगे ….
ये तो सिर्फ शुरुवात थी ….. अभी तो पापा और दो दिन रुकने वाले थे ….
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
महक का जादू--27
पापा: बेटा ये अभी रहने दो …. तुमने तो मेरा पूरा बदन देखा ……
लेकीन तुम अभी भी पुरे कपडे पहने हुए हो …. ये बिलकुल ठीक नहीं ….
सौम्या ने उनको मुह बनके चिढाया ….. बोली मैं नहीं उतरूंगी …
और वो फिरसे बेड पर लेट गयी …
पापा बोले ऐसे कैसे नहीं उतारोंगी …. देखता हु अभी ….
और वो सौम्या पे झपट पड़े
सौम्या का नाजुक बदन उनके बदन के निचे दबा था …..
पापा के हाथ उसके मुम्मोको सहलाने लगे …
और वो उसकी गर्दन पे चुमते चुमते ऊपर ऊपर बढ़ने लगे ………..
अपनी गर्दन पे फिरती पापा की उन गर्म साँसों से …. सौम्या बेकाबू हो रही थी …………
पापा फिर बोले … बेटे उतारो ना अपने … कपडे … देखने दो ना अपना नशीला बदन
सौम्या की आँखे उस मस्ती में गुलाबी हो गयी थी …
उसकी आवज में भारीपन आने लगा
वो बोली …. आप ही उतारो ना … पापा
पापा ने बिना वक्त गवाए उसका ड्रेस निकाल फेका ……….
काली ब्रा और वैसीही पॅन्टी में सौम्या का गुलाबी गोरा बदन चमक रहा था …..
पापा उस के नशीले बदन को देखते ही रहे
सौम्य शरमाई … ओउर उचककर उसने पापा की छाती में अपना मुह छुपा लिया …..
पापा ने उसके नंगे कंधो को चुमते हुए हौलेसे ब्रा का हुक खोल दिया ……….
जैसेही ब्रा अलग हुयी वो दो गुलाबी कबूतर फडफडाते हुए आजाद हुए…...
पापा तो सौम्याके चुचियोकी ख़ूबसूरती में डूब गए ….
वो पुष्ट..कसे हुए गोर गुलाबी मुम्मे …..
उस पर वो गहरे रंग के तने हुए नीपल्स …
निप्पलस के इर्दगिर्द बना वो हलका गहरा सर्कल ……
हाययय…
पापा से रहा नहीं गया उन्होंने एक मुम्मा हाथोसे दबाते हुए दुसरे मुम्मे पे अपना मुह लगा कर चूसने लगे
सौम्या अति आनंद से सिसक रही थी ….. स्स्स्सस्स्स्स ……..
उसने उनके बाल पकड़कर उनको आपने मुम्मो पे और दबाया …..
पापा चूसते चूसते कभी उसके कड़े निप्पलस को अपने दातोसे चुभलाते …….
तो सौम्या और भी सिसक उठती ..
स्स्सस्स्स्सस्स्स हाय्यय्य्य …… पा…...पा……
पापा ने जीभ बहार निकालकर उसके निप्पलस के इर्दगिर्द बने उस सर्कल पे हलके हलके राउंड्स बनाये …. उसके निप्पलस को अपनी जुबान से छेड़ा…..
सौम्या तो मनो हवा में थी ….. अब वो खुल के सीसकारिया भरने लगी थी ….
स्स्स्सस्स्स्स पापा……… आ….ह …….
थोड़ी देर उसके दोनों मुम्मो का मर्दन करने के बाद ,
उनको आच्छी तरह चूसने के बाद पापा उसे चुमते चुमते निचे की ओर बढे …..
सौम्या की पॅन्टी उसके काम रस से सरोबार थी … पू
री तरह भीग गयी थी ….
पापा ने उस नशीली खुशबू को जी भरके सुंघा....
फिर उस पॅन्टी पर भी चूसा ……
फिर उन्होंने ...उसकी पॅन्टी निकल दी ….
सौम्या की वो फूली हुई गोरी गुलाबी चुत देखकर पापा के मुह में पानि आ गया
चुत के आजू बाजु उगे वो इक्का दुक्का सुनहरी बाल ……
सौम्या के चूत की सुन्दरता पे चार चाँद लगा रहे थे
पापा ने अपने होठ उस कम रस में लिपटी चुत पे टिकाये ….
अपनी नग्न योनी पर पापा के होठो का पहला स्पर्श पाकर सौम्या ख़ुशी से उछल पड़ी ….
ओह्ह ….. पापा…… स्स्स्स स्स्स्स
पापा ने उसकी चुत पे लगा सारा रस चाट लिया …..
सौम्या कसमसा रही थी ….
उसकी सीसकरिया बढ़ गयी थी ….
स्स्स्सस्स्स्स पापा …...स्सस्सस्स हय्यय्य्य्य.
अब पापा भी उसकी वो नशीली सीसकरिया सुन कर बेकाबू हो रहे थे …
उन्होंने सौम्या की टाँगे फैला दी … और खुद उसके बिच बैठ गए
पापा अपना लंड…. सौम्या की चुत पे रगड़ने लगे …..
सौम्या की बेकरारी बढ़ रही थी …….
“ऊओह्ह ...आह्ह्ह्ह….. पा….पा…..आ….आ.
पापा समझ गए की अब सौम्या बहोत गर्म हो चुकी है …..
अब देर नहीं करनी चाहिए ….
तो वे सौम्या की चुत पे धीरे धीरे अपना लंड दबाने लगे …….
सौम्या की सांस रुक सी गयी थी ….. उसने गर्दन उठाइ ...
और अपनी जिन्दगी का ये सबसे हसीन सबसे यादगार लम्हा देखने लगी
लंड का दबाव ...और बढा…….
सौम्या के चहरे पे दर्द की रेखाए नजर आने लगी ……
पापा धीरे धीरे अपना लंड दबाते ही जा रहे थे …….
जब उनके लंड का सुपाडा चूता में घुस गया ...
तो दर्द से सौम्या की आँखे छलक गयी ……
पापा …. भी समझ गए ……. उन्होंने सौम्या को किस किया …..बोले ….
“ बस सौम्या ….. और थोडा दर्द होगा….. सह लेगी ना बेटे …
सौम्या कुछ बोल नहीं पायी …
उसने गर्दन हिलाकर हामी भरी
पापा ने और थोडा जोर लगा के अन्दर घुसाया …
उनके लंड को ….. आगे झिल्ली होने का अहसास हुआ
वे निचे झुके …… सौम्या मुह अपने होठोसे सिल दिया …..
और इस करार झटका मारकर आधे से जादा लंड अन्दर किया ….
इस तगड़े प्रहार से सौम्या के चुत की झिल्ली फट गए थी ……..
सौम्या दर्द से तड़प उठी …...
मुह तो उसका बंद था ….
उसकी आखोसे नदिया बहने लगी …
उसे बहोत जादा दर्द हो रहा था ….
उसे ऐसा लग रहा था की जैसे लोहे की गर्म सलाख उसमे घुसी हो …..
जिस मीठे दर्द की वो इतनी शिद्दत से राह देख रही थी वो … उसे मिल ही गया ….
थोड़ी देर बाद पपने सौम्या का मुह आजाद किया
सौम्या दर्द से कराह उठी
“आःह पापा निका…उ.उई.माँ..अँ.उफ…मररगय…यईई…निक्…उफ..लि…ए…आह..ह..ह"
पापा: क्या बहोत दर्द हो रहा है … बेटी
सौम्या बोली हां पापा बहोत दर्द हो रहा है ….
पापा: बस बेटे … होगया….. थोडा धीरज रखो ….. फिर बहोत मजा आएगा
और वो उसके स्तनोको सहलाते हुए उसके अधर चूसने लगे ….
थोड़ी देर बाद … सौम्या का दर्द थोडा कम हुआ……
पापा ने अपना लंड थोडासा पीछे किया …. और एक करारा झटका दिया …..
इस झटके में उनका लंड पूरा के पूरा सौम्या की चूत में समां गया था ……
सौम्या दर्द के मारे बिलबिला उठी
ओ…..फ…. मररगय…यईई…..आह्ह्ह्ह
पापा उसे पुचकारते हुए बोले बस बेटे हो गया……. अब दर्द नहीं होगा
उतने दर्द में भी सौम्याने अपने आँखे खोल के देखा …..
उसके पापा का लंड… जड़ तक उसके अंदर समाया था
कुछ देर बाद उसका दर्द थोडा कम होते ही……
पापा अपनी कमर हौले हौले आगे पीछे करने लगे ……
जब उन्होंने देखा … की सौम्या अब नार्मल है …..
तो वे अपनी स्पीड बढ़ाने लगे ...
हर एक झटके पे सौम्या उछल पड़ती …
.
अब सौम्या का कराहना सिसकारीयो में तब्दील होने लगा …..
उसका दर्द अब मीठी कसक में बदल गया था
का अब पापा की स्पीड तूफानी हो गयी
सौम्या भी पापा के लंड की हर टक्कर का स्वागत कर रही थी …..
सौम्या ने पापा को खीच के उनका मुह चूमने लगे …..
नेचे पापा का लंड सौम्या की चूत में टक्कर मर रहा था …
और ऊपर सौम्या की जुबान पापा के मुह में ….
पापा ने अलग अलग स्पीड से उसे करीबन दस मिनिट चोदा ……..
अब सौम्य के बदन में सनसनी फैलने लगी …..
साथ ही साथ पापा का भी लावा उबलने लगा ….
पापा समझ गए की वो अब झड़ने की कगार पर है ….
तो उन्होंने लंड बहार निकलना चाहा …
सोम्या उनका इरादा भांप गयी ….. उसने अपने पैरोसे पापा को जकड लिया …….
और अपने हाथ पापा की पीठ पर लॉक करके …. उन्हें बाँध के रखा ….
पापा बोले … बेटा …. मेरा छुटने वाला है ……. मुझे बहर निकलने दो …
सौम्या: नहीं पापा … अन्दर ही करो ……
पापा: बेटी …. प्रॉब्लम हो जाएँगी ….. बाहर निकले दो प्लीज ….
सौम्या: नहीं पापा …. चाहे कुछ भी हो जाये …. मै आपकी बारिश मेरे अन्दर ही चाहती हु ……
इतना कहके वो अपनी कमर उचकाने लगी …….
साथ साथ पापा को उकसाने के लिए …….
सेक्सी अंदाज में बोलने लगी ...‘ ओऊ … पापा….. और जोरसे ….. हाय….स्सस्सस्सीईईईई …..
अब पापा अपनी चरम सीमा पे थे …..
सौम्या का शरीर धनुष की तरह अकड़ने लगा …
और फिर बाप बेटी साथ साथ झड गए…..
आह्ह्ह्ह ......
झड़ने के बाद भी दोनों के नग्न शरीर एक दुसरे से चिपके रहे …..
फिर पापा ने सौम्या को चूमा .. और दोनों अलग हो गए …..
और आजू बाजु लेटकर हाफने लगे ….
ये तो सिर्फ शुरुवात थी ….. अभी तो पापा और दो दिन रुकने वाले थे ….
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment