FUN-MAZA-MASTI
परिवार की दुधारू गाय--2
तभी मामी की ननद बिस्तर पर आ जाती हैं और मामी के ब्रा के अन्दर घुसे हाथों पे अपने हाथ रख कर उन्हें बाहर खींचती हैं|
ननद: “भाभी, तुम खुद अपने स्तनों को दबाओ, अच्छा नहीं लगता है...मुझे ये काम करने दो..वैसे भी मुझे तुम्हारे स्तनों का मर्दन करने में बड़ा मज़ा आता है|”
ननद ब्रा के ऊपर से ही अपनी हथेलियों को मामी के स्तनों पे तेज़ी से फेरने लगती हैं| मामी को मज़ा आता है और वो सिस्कियाँ भरने लगती हैं|
मामी: “खेलो मेरे स्तनों से..जी भर के खेलो|”
ननद फिर अपनी हथेलियाँ को मामी की ब्रा के अन्दर घुसा कर मामी के स्तनों का मर्दन करने लगती हैं|
ननद: “ओह्ह भाभी, ये तुम्हारे स्तन हैं या किसी मोटी गाय के भरी थन हैं|”
मामी: “ये प्रेम भी मुझे गाय बोल रहा था और तू भी अभी गाय बोल रही है...लगता है कि मैं वाकई में गाय हो गयी हूँ|”
ननद के स्तनों का मर्दन करने के कारण ब्रा के फ़्लैप्स ब्रा के फ्रेम से जिन हुक्स से टंगे हुए थे, वो खुल जाते हैं और मामी के स्तन झूलने लगते हैं| ननद फिर ब्रा के फ़्लैप्स को पूरा नीचे कर के मामी के दोनों स्तनों को पूरा उघाड़ देती हैं|
ननद: “ओह भाभी...कितने सुन्दर हैं तुम्हारे ....अब मुझसे एक सेकंड और नहीं रुका जा रहा..मुझे तुम्हारे स्तनों का दूध चूसना है, भाभी|”
मामी: “तो चूस न...किसने रोक रखा है तुझे?”
ननद दोनों हाथों में मामी का बांया स्तन उठाती हैं और बहुत ही उत्सुकता से अपना मुंह मामी के स्तन पर रखकर चूची को मुंह में लेकर चूसने लगती है| बांयी चूची चूसते हुए ननद अपना सर हिला रही थी और दोनों हाथों से बांया स्तन दबा रही थी| पांच मिनट बाद ननद बांयी चूची छोड़कर दोनों हाथों में मामी का दांया स्तन उठाती हैं और बहुत ही उत्सुकता से अपना मुंह मामी के स्तन पर रखकर चूची को मुंह में लेकर चूसने लगती है| दांयी चूची चूसते हुए ननद अपना सर हिला रही थी और दोनों हाथों से दांया स्तन दबा रही थी| पांच मिनट तक इसी तरह मामी के स्तन चूसने के बाद ननद चूची छोड़ कर अलमारी से कुछ निकालने लग जाती है|
मामी: “कहाँ चली गयी मेरी चूची चूसने के बीच में?”
ननद पलट कर एक दो लीटर की बोतल और ब्रेस्ट पम्प दिखाती है| ब्रेस्ट पम्प टेबल पर रखकर ननद पम्प का स्विच ऑन कर देती है|
ननद: “कॉलेज में भूख लगेगी तो क्या करूंगी.....तो इसीलिए आपके स्तनों से दो लीटर दूध दूह लूंगी ब्रेस्ट पम्प से|”
मामी: “जितना मर्ज़ी दूह ले अपनी भाभी के स्तनों से दूध|”
फिर ननद झट से मामी के दांये स्तन में पम्प का कप चिपका कर मामी के बांये स्तन को अपने दोनों हाथों से मसलते हुए बांयी चूची को मुंह में रखकर सर हिला-हिला कर दूध चूस रही थी| ब्रेस्ट पम्प के कप के खींचने के कारण मामी के दांये स्तन में उथल-पुथल हो रही थी| मामी जोर-जोर से सिसकियाँ भरने लगीं|
पांच मिनट तक बांयी चूची चूसने और दांये स्तन से आधा लीटर दूहने के बाद ननद दांये स्तन से कप हटा देती हैं और फिर दूसरा कप बांये स्तन में चिपका कर मामी के दांये स्तन को अपने दोनों हाथों से मसलते हुए दांयी चूची को मुंह में रखकर सर हिला-हिला कर दूध चूस रही थी| ब्रेस्ट पम्प के कप के खींचने के कारण मामी के बांये स्तन में उथल-पुथल हो रही थी| मामी जोर-जोर से सिसकियाँ भरने लगीं...ननद चू-चू की आवाज़ निकल कर दूध चूस रही थी और ब्रेस्ट पम्प भी आवाज़ कर रहा था| पांच मिनट तक इसी तरह दूध चूसने और आधा लीटर दूध दूहने के बाद ननद दांयी चूची मुंह से निकल देती है पर झट से दांये स्तन पे पहला कप चिपका देती है| और दोनों कप से निकलने वाली पाइप ठीक से बोतल के अन्दर डालती है|
ननद: “भाभी, मेरा पेट तो भर गया| पर जब तक तुम्हारे दूध से बोतल भर रहा है, तब तक मैं तुम्हारे स्तनों को गूंध कर मज़े तो ले लूं|”
ननद मामी के पीछे जाकर बैठ जाती है और मामी के दोनों स्तनों का मर्दन करने लगती है|
मामी: “आह..आह..तू भी न...मेरे दोनों स्तनों में ब्रेस्ट पम्प लगाकर दूध दूह रही है और फिर मेरे दोनों स्तनों से खेल भी रही है...आह...आह..मुझे बहुत आनंद आ रहा है....और जोर-जोर से दबा मेरे स्तनों को ...आह..आह|”
पांच मिनट बाद बोतल भरने के साथ ही ब्रेस्ट पम्प बंद हो जाता है| मामी दोनों कप अपने स्तनों से हटाती हैं और ननद मामी के स्तनों को दबाना बंद करती हैं| ननद मामी को किस करती है|
मामी: “सात बज गए....अभी मुझे तुम लोगों के लिए ब्रेकफास्ट भी तैयार करना है....सब को लेकर आठ बजे डाइनिंग रूम में आ जाना|”
मामी ने जल्दी-जल्दी में अपनी ब्रा के फ़्लैप्स को वापस हुक नहीं किया था और ब्लाउज के ही बाकी हुक बंद करके अपने स्तनों को ढककर डाइनिंग रूम में आती हैं|
मामी: “चारों बच्चों और ननद के लिए आधा लीटर के कटोरे में कॉर्न फ्लेक्स....सास और पति के लिए तीन सौ मिलीलीटर के कटोरे में कॉर्न फ्लेक्स.....चारों बच्चों के लिए हॉर्लिक्स की एक लीटर की फ्लास्क में बारह बड़े चम्मच हॉर्लिक्स और ननद के लिए आधा लीटर की बोतल में ढाई सौ मिलीलीटर आम का जूस| प्रेम के लिए आधा लीटर के कटोरे में पोहा और एक गिलास में तीन चम्मच बौर्नवीटा| ये सब इकट्ठा करूँ फिर प्रेम को कहूंगी इन में मेरा दूध दूह देगा|”
मामी जब डाइनिंग रूम में आती हैं तो देखती हैं कि वहां टेबल पर सारे कटोरे और गिलास सामान से भरे हुए हैं|
मामी: “(खुश होकर)..ये तूने किया है, प्रेम?”
मैं: “हाँ, मामी...आप सब के लिए ब्रेकफास्ट का सामान इकट्ठा करने में समय लगाती हैं और फिर मुझे जल्दी-जल्दी दूध दूहने के लिए कहती हैं जो कि मुझे बिलकुल पसंद नहीं है...कल मैं सिर्फ पांच मिनट आपका दूध चूस पाया था और पंद्रह मिनट में जल्दी-जल्दी आपका दूध भी दूहा था....आज मेरे पास एक घंटे का समय है...आज तो मैं आपके स्तनों का खूब सारा दूध चूसुंगा और फिर आराम से मज़े ले-लेकर आपका दूध दूहुंगा|”
मामी: “ओह्ह मेरा बच्चा..मेरा प्रेम...ये तूने बहुत अच्छा किया....कल तेज़ी से जब तूने दूध दुहा था तो मेरी चूचियां दर्द करने लगी थी....ओह्ह.....ये साड़ी भी ढीली हो गयी..जल्दी-जल्दी में यहाँ आते-आते|”
कहकर मामी अपनी हरी साड़ी खोलकर ज़मीन पर गिरा देती हैं|
मामी ने साड़ी गिराकर अपनी ब्लाउज पूरी प्रदर्शित कर दी थी| मामी ने अपनी ब्रा के फ़्लैप्स खोल रखे थे जिससे कि मामी का ब्लाउज बिना मामी की ब्रा की सहायता के ही मामी के स्तनों को संभाल रहा था| मामी के बड़े स्तन ब्लाउज के अन्दर पूरी तरह पैक थे और ब्लाउज का कपडा खिंच रहा था| ब्लाउज के दोनों फ़्लैप्स के बीच में काफी खाली जगह बन गयी थी| मामी की सूजी हुई चूचियां ब्लाउज के ऊपर छाप बना रही थी| मैंने अपनी हथेलियाँ मामी के स्तनों पर फेरनी शुरू कर दी|
मामी: “ ओह प्रेम....खेलो मेरे स्तनों के साथ...तुम्हारा मेरे स्तनों से खेलना मुझे और ज्यादा दूध पैदा करने के लिए उत्तेजित करता है|”
मामी के ब्लाउज पर हाथ फेरते=फेरते मेरी उँगलियाँ मामी की सूजी चूचियों को छुई और मैंने मामी की दोनों चूचियां अपनी उँगलियों के बीच फंसाकर खींच दी| मामी उत्तेजित हो गयी|
मैं: “ओह्ह..मामी..आपके ये स्तन...मैं तो इनसे दिन भर खेल सकता हूँ...मैं दिन भर इन पर हाथ फेरता, इन्हें सहलाता, इन्हें गूंधता रह सकता हूँ|”
मामी: “मुझे पता है कि तू मेरे स्तनों से दिन भर खेल सकता है और तू खेलना दिन भर मेरे स्तनों से...पर अभी तुझे मेरे स्तनों को चूसना है और फिर उन्हें दूहना भी है...|”
मैं: “ओह्ह मामी....मुझे पता है कि मेरी गाय के विशालकाय थनों में बहुत बड़ी मात्रा में दूध पैदा होता है...मामी, आप टेबल पर बैठ जाइये ताकि मैं आपकी ब्लाउज खोल कर आपके थनों को उघाड़ तो लूं|”
मैं कुर्सी पर बैठा होता हूँ और मामी मेरे ठीक सामने टेबल पर बैठ जाती हैं| टेबल की ऊँचाई के कारण मेरे हाथ ठीक से मामी की ब्लाउज तक नहीं पहुँच रहे थे और मैं मामी की ब्लाउज के हुक खोल नहीं पा रहा था| मामी ने मेरी हथेलियों को अपने स्तनों पर रखा और खुद ब्लाउज के हुक खोलने लग गयी|
मामी: “तू अपनी मामी के स्तनों को सहला जब तक मैं अपनी ब्लाउज न खोल लूं|”
मैं मामी के स्तनों को सहलाने लगता हूँ और मामी नीचे से ब्लाउज के हुक खोलने लगती हैं| मामी ने जैसे ही नीचे से दो हुक खोले, मैंने अपनी हथेलियाँ ब्लाउज के अन्दर घुसा दी और सहलाने लगा| मामी भी उत्तेजित होकर जल्दी-जल्दी ब्लाउज के बाकी हुक भी खोल देती है और फिर अपनी ब्लाउज निकालकर हटा देती हैं| अब मामी सिर्फ अपनी हरे पेटीकोट और खुली हुई उजली ब्रा में थी|
मामी: “ओह्ह प्रेम..देख तेरी मामी ने अपने थन पूरी तरह नंगे कर दिए....अब जल्दी से अपनी गाय का दूध दूहना शुरू कर..|”
मैं: “मामी, पर गाय का दूध दूहने के पहले दूधवाला गाय के बछड़े से गाय के थनों को चुसवाता है....आपका दूध दुहने के पहले भी ज़रूरी है कि आपके थन भी चूसे जाएँ|”
मामी: “तो चूस न मेरे थनों को.....ले...तू जैसे ही मेरे थनों से अपने होठ लगाएगा, तेरे मुंह में दूध तेज़ी से बहने लगेगा|”
मामी अपना शरीर आगे की तरफ झुका देती हैं जिससे कि उनकी चूचियां मेरे होठों को छूने लगती हैं| मामी की दांयी चूची मेरे होठों के ठीक ऊपर थी| मैंने अपना मूंह खोला तो मामी ने अपना दांया स्तन हल्का-सा और झुका कर गोले तक का हिस्सा मेरे मुंह में घुसा दिया| मैंने अपने होठों से स्तन को दबाते-दबाते दांयी चूची तक पहुंचा और फिर चूची को भी होठ से दबाने लगा और अंत में चूची को होठों के बीच लेकर हल्का-सा खींचकर छोड़ दिया|
मामी: “क्यों रे मेरे बछड़े....तुझे अपनी गाय के थन चूसकर मीठा दूध पीने में मज़ा आता है न?”
मेरे सर हिलाने पर मामी हल्का-सा खिसक कर अपना बांया स्तन हल्का-सा और झुका कर गोले तक का हिस्सा मेरे मुंह में घुसा दिया| मैंने अपने होठों से स्तन को दबाते-दबाते बांयी चूची तक पहुंचा और फिर चूची को भी होठ से दबाने लगा और अंत में चूची को होठों के बीच लेकर हल्का-सा खींचकर छोड़ दिया| इसके बाद फिर मामी ने अपनी दांयी चूची मेरे मुंह में घुसा दी| ऐसे ही अगले दस मिनट तक मैं बारी-बारी से मामी की दांयी और बांयी चूची चूसता रहा|
मामी: “मेरे बछड़े....तू पिछले दस मिनट से मेरे थन चूस रहा है पर कोई असर ही नहीं हुआ है मेरे थनों में दूध की मात्रा पर..तुझे मेरे थन चूसने की गति बढ़ानी होगी...प्रेम..मेरी दोनों चूचियां अपने होठों के बीच में ले और इन्हें खींच-खींच कर जोर-जोर से दूध चूस|”
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
परिवार की दुधारू गाय--2
तभी मामी की ननद बिस्तर पर आ जाती हैं और मामी के ब्रा के अन्दर घुसे हाथों पे अपने हाथ रख कर उन्हें बाहर खींचती हैं|
ननद: “भाभी, तुम खुद अपने स्तनों को दबाओ, अच्छा नहीं लगता है...मुझे ये काम करने दो..वैसे भी मुझे तुम्हारे स्तनों का मर्दन करने में बड़ा मज़ा आता है|”
ननद ब्रा के ऊपर से ही अपनी हथेलियों को मामी के स्तनों पे तेज़ी से फेरने लगती हैं| मामी को मज़ा आता है और वो सिस्कियाँ भरने लगती हैं|
मामी: “खेलो मेरे स्तनों से..जी भर के खेलो|”
ननद फिर अपनी हथेलियाँ को मामी की ब्रा के अन्दर घुसा कर मामी के स्तनों का मर्दन करने लगती हैं|
ननद: “ओह्ह भाभी, ये तुम्हारे स्तन हैं या किसी मोटी गाय के भरी थन हैं|”
मामी: “ये प्रेम भी मुझे गाय बोल रहा था और तू भी अभी गाय बोल रही है...लगता है कि मैं वाकई में गाय हो गयी हूँ|”
ननद के स्तनों का मर्दन करने के कारण ब्रा के फ़्लैप्स ब्रा के फ्रेम से जिन हुक्स से टंगे हुए थे, वो खुल जाते हैं और मामी के स्तन झूलने लगते हैं| ननद फिर ब्रा के फ़्लैप्स को पूरा नीचे कर के मामी के दोनों स्तनों को पूरा उघाड़ देती हैं|
ननद: “ओह भाभी...कितने सुन्दर हैं तुम्हारे ....अब मुझसे एक सेकंड और नहीं रुका जा रहा..मुझे तुम्हारे स्तनों का दूध चूसना है, भाभी|”
मामी: “तो चूस न...किसने रोक रखा है तुझे?”
ननद दोनों हाथों में मामी का बांया स्तन उठाती हैं और बहुत ही उत्सुकता से अपना मुंह मामी के स्तन पर रखकर चूची को मुंह में लेकर चूसने लगती है| बांयी चूची चूसते हुए ननद अपना सर हिला रही थी और दोनों हाथों से बांया स्तन दबा रही थी| पांच मिनट बाद ननद बांयी चूची छोड़कर दोनों हाथों में मामी का दांया स्तन उठाती हैं और बहुत ही उत्सुकता से अपना मुंह मामी के स्तन पर रखकर चूची को मुंह में लेकर चूसने लगती है| दांयी चूची चूसते हुए ननद अपना सर हिला रही थी और दोनों हाथों से दांया स्तन दबा रही थी| पांच मिनट तक इसी तरह मामी के स्तन चूसने के बाद ननद चूची छोड़ कर अलमारी से कुछ निकालने लग जाती है|
मामी: “कहाँ चली गयी मेरी चूची चूसने के बीच में?”
ननद पलट कर एक दो लीटर की बोतल और ब्रेस्ट पम्प दिखाती है| ब्रेस्ट पम्प टेबल पर रखकर ननद पम्प का स्विच ऑन कर देती है|
ननद: “कॉलेज में भूख लगेगी तो क्या करूंगी.....तो इसीलिए आपके स्तनों से दो लीटर दूध दूह लूंगी ब्रेस्ट पम्प से|”
मामी: “जितना मर्ज़ी दूह ले अपनी भाभी के स्तनों से दूध|”
फिर ननद झट से मामी के दांये स्तन में पम्प का कप चिपका कर मामी के बांये स्तन को अपने दोनों हाथों से मसलते हुए बांयी चूची को मुंह में रखकर सर हिला-हिला कर दूध चूस रही थी| ब्रेस्ट पम्प के कप के खींचने के कारण मामी के दांये स्तन में उथल-पुथल हो रही थी| मामी जोर-जोर से सिसकियाँ भरने लगीं|
पांच मिनट तक बांयी चूची चूसने और दांये स्तन से आधा लीटर दूहने के बाद ननद दांये स्तन से कप हटा देती हैं और फिर दूसरा कप बांये स्तन में चिपका कर मामी के दांये स्तन को अपने दोनों हाथों से मसलते हुए दांयी चूची को मुंह में रखकर सर हिला-हिला कर दूध चूस रही थी| ब्रेस्ट पम्प के कप के खींचने के कारण मामी के बांये स्तन में उथल-पुथल हो रही थी| मामी जोर-जोर से सिसकियाँ भरने लगीं...ननद चू-चू की आवाज़ निकल कर दूध चूस रही थी और ब्रेस्ट पम्प भी आवाज़ कर रहा था| पांच मिनट तक इसी तरह दूध चूसने और आधा लीटर दूध दूहने के बाद ननद दांयी चूची मुंह से निकल देती है पर झट से दांये स्तन पे पहला कप चिपका देती है| और दोनों कप से निकलने वाली पाइप ठीक से बोतल के अन्दर डालती है|
ननद: “भाभी, मेरा पेट तो भर गया| पर जब तक तुम्हारे दूध से बोतल भर रहा है, तब तक मैं तुम्हारे स्तनों को गूंध कर मज़े तो ले लूं|”
ननद मामी के पीछे जाकर बैठ जाती है और मामी के दोनों स्तनों का मर्दन करने लगती है|
मामी: “आह..आह..तू भी न...मेरे दोनों स्तनों में ब्रेस्ट पम्प लगाकर दूध दूह रही है और फिर मेरे दोनों स्तनों से खेल भी रही है...आह...आह..मुझे बहुत आनंद आ रहा है....और जोर-जोर से दबा मेरे स्तनों को ...आह..आह|”
पांच मिनट बाद बोतल भरने के साथ ही ब्रेस्ट पम्प बंद हो जाता है| मामी दोनों कप अपने स्तनों से हटाती हैं और ननद मामी के स्तनों को दबाना बंद करती हैं| ननद मामी को किस करती है|
मामी: “सात बज गए....अभी मुझे तुम लोगों के लिए ब्रेकफास्ट भी तैयार करना है....सब को लेकर आठ बजे डाइनिंग रूम में आ जाना|”
मामी ने जल्दी-जल्दी में अपनी ब्रा के फ़्लैप्स को वापस हुक नहीं किया था और ब्लाउज के ही बाकी हुक बंद करके अपने स्तनों को ढककर डाइनिंग रूम में आती हैं|
मामी: “चारों बच्चों और ननद के लिए आधा लीटर के कटोरे में कॉर्न फ्लेक्स....सास और पति के लिए तीन सौ मिलीलीटर के कटोरे में कॉर्न फ्लेक्स.....चारों बच्चों के लिए हॉर्लिक्स की एक लीटर की फ्लास्क में बारह बड़े चम्मच हॉर्लिक्स और ननद के लिए आधा लीटर की बोतल में ढाई सौ मिलीलीटर आम का जूस| प्रेम के लिए आधा लीटर के कटोरे में पोहा और एक गिलास में तीन चम्मच बौर्नवीटा| ये सब इकट्ठा करूँ फिर प्रेम को कहूंगी इन में मेरा दूध दूह देगा|”
मामी जब डाइनिंग रूम में आती हैं तो देखती हैं कि वहां टेबल पर सारे कटोरे और गिलास सामान से भरे हुए हैं|
मामी: “(खुश होकर)..ये तूने किया है, प्रेम?”
मैं: “हाँ, मामी...आप सब के लिए ब्रेकफास्ट का सामान इकट्ठा करने में समय लगाती हैं और फिर मुझे जल्दी-जल्दी दूध दूहने के लिए कहती हैं जो कि मुझे बिलकुल पसंद नहीं है...कल मैं सिर्फ पांच मिनट आपका दूध चूस पाया था और पंद्रह मिनट में जल्दी-जल्दी आपका दूध भी दूहा था....आज मेरे पास एक घंटे का समय है...आज तो मैं आपके स्तनों का खूब सारा दूध चूसुंगा और फिर आराम से मज़े ले-लेकर आपका दूध दूहुंगा|”
मामी: “ओह्ह मेरा बच्चा..मेरा प्रेम...ये तूने बहुत अच्छा किया....कल तेज़ी से जब तूने दूध दुहा था तो मेरी चूचियां दर्द करने लगी थी....ओह्ह.....ये साड़ी भी ढीली हो गयी..जल्दी-जल्दी में यहाँ आते-आते|”
कहकर मामी अपनी हरी साड़ी खोलकर ज़मीन पर गिरा देती हैं|
मामी ने साड़ी गिराकर अपनी ब्लाउज पूरी प्रदर्शित कर दी थी| मामी ने अपनी ब्रा के फ़्लैप्स खोल रखे थे जिससे कि मामी का ब्लाउज बिना मामी की ब्रा की सहायता के ही मामी के स्तनों को संभाल रहा था| मामी के बड़े स्तन ब्लाउज के अन्दर पूरी तरह पैक थे और ब्लाउज का कपडा खिंच रहा था| ब्लाउज के दोनों फ़्लैप्स के बीच में काफी खाली जगह बन गयी थी| मामी की सूजी हुई चूचियां ब्लाउज के ऊपर छाप बना रही थी| मैंने अपनी हथेलियाँ मामी के स्तनों पर फेरनी शुरू कर दी|
मामी: “ ओह प्रेम....खेलो मेरे स्तनों के साथ...तुम्हारा मेरे स्तनों से खेलना मुझे और ज्यादा दूध पैदा करने के लिए उत्तेजित करता है|”
मामी के ब्लाउज पर हाथ फेरते=फेरते मेरी उँगलियाँ मामी की सूजी चूचियों को छुई और मैंने मामी की दोनों चूचियां अपनी उँगलियों के बीच फंसाकर खींच दी| मामी उत्तेजित हो गयी|
मैं: “ओह्ह..मामी..आपके ये स्तन...मैं तो इनसे दिन भर खेल सकता हूँ...मैं दिन भर इन पर हाथ फेरता, इन्हें सहलाता, इन्हें गूंधता रह सकता हूँ|”
मामी: “मुझे पता है कि तू मेरे स्तनों से दिन भर खेल सकता है और तू खेलना दिन भर मेरे स्तनों से...पर अभी तुझे मेरे स्तनों को चूसना है और फिर उन्हें दूहना भी है...|”
मैं: “ओह्ह मामी....मुझे पता है कि मेरी गाय के विशालकाय थनों में बहुत बड़ी मात्रा में दूध पैदा होता है...मामी, आप टेबल पर बैठ जाइये ताकि मैं आपकी ब्लाउज खोल कर आपके थनों को उघाड़ तो लूं|”
मैं कुर्सी पर बैठा होता हूँ और मामी मेरे ठीक सामने टेबल पर बैठ जाती हैं| टेबल की ऊँचाई के कारण मेरे हाथ ठीक से मामी की ब्लाउज तक नहीं पहुँच रहे थे और मैं मामी की ब्लाउज के हुक खोल नहीं पा रहा था| मामी ने मेरी हथेलियों को अपने स्तनों पर रखा और खुद ब्लाउज के हुक खोलने लग गयी|
मामी: “तू अपनी मामी के स्तनों को सहला जब तक मैं अपनी ब्लाउज न खोल लूं|”
मैं मामी के स्तनों को सहलाने लगता हूँ और मामी नीचे से ब्लाउज के हुक खोलने लगती हैं| मामी ने जैसे ही नीचे से दो हुक खोले, मैंने अपनी हथेलियाँ ब्लाउज के अन्दर घुसा दी और सहलाने लगा| मामी भी उत्तेजित होकर जल्दी-जल्दी ब्लाउज के बाकी हुक भी खोल देती है और फिर अपनी ब्लाउज निकालकर हटा देती हैं| अब मामी सिर्फ अपनी हरे पेटीकोट और खुली हुई उजली ब्रा में थी|
मामी: “ओह्ह प्रेम..देख तेरी मामी ने अपने थन पूरी तरह नंगे कर दिए....अब जल्दी से अपनी गाय का दूध दूहना शुरू कर..|”
मैं: “मामी, पर गाय का दूध दूहने के पहले दूधवाला गाय के बछड़े से गाय के थनों को चुसवाता है....आपका दूध दुहने के पहले भी ज़रूरी है कि आपके थन भी चूसे जाएँ|”
मामी: “तो चूस न मेरे थनों को.....ले...तू जैसे ही मेरे थनों से अपने होठ लगाएगा, तेरे मुंह में दूध तेज़ी से बहने लगेगा|”
मामी अपना शरीर आगे की तरफ झुका देती हैं जिससे कि उनकी चूचियां मेरे होठों को छूने लगती हैं| मामी की दांयी चूची मेरे होठों के ठीक ऊपर थी| मैंने अपना मूंह खोला तो मामी ने अपना दांया स्तन हल्का-सा और झुका कर गोले तक का हिस्सा मेरे मुंह में घुसा दिया| मैंने अपने होठों से स्तन को दबाते-दबाते दांयी चूची तक पहुंचा और फिर चूची को भी होठ से दबाने लगा और अंत में चूची को होठों के बीच लेकर हल्का-सा खींचकर छोड़ दिया|
मामी: “क्यों रे मेरे बछड़े....तुझे अपनी गाय के थन चूसकर मीठा दूध पीने में मज़ा आता है न?”
मेरे सर हिलाने पर मामी हल्का-सा खिसक कर अपना बांया स्तन हल्का-सा और झुका कर गोले तक का हिस्सा मेरे मुंह में घुसा दिया| मैंने अपने होठों से स्तन को दबाते-दबाते बांयी चूची तक पहुंचा और फिर चूची को भी होठ से दबाने लगा और अंत में चूची को होठों के बीच लेकर हल्का-सा खींचकर छोड़ दिया| इसके बाद फिर मामी ने अपनी दांयी चूची मेरे मुंह में घुसा दी| ऐसे ही अगले दस मिनट तक मैं बारी-बारी से मामी की दांयी और बांयी चूची चूसता रहा|
मामी: “मेरे बछड़े....तू पिछले दस मिनट से मेरे थन चूस रहा है पर कोई असर ही नहीं हुआ है मेरे थनों में दूध की मात्रा पर..तुझे मेरे थन चूसने की गति बढ़ानी होगी...प्रेम..मेरी दोनों चूचियां अपने होठों के बीच में ले और इन्हें खींच-खींच कर जोर-जोर से दूध चूस|”
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
1 comment:
mami ki dudharu stan ki part 3 kab aayega
Post a Comment