FUN-MAZA-MASTI
मैं वेसी नही हूँ
हाई दोस्तों,
ये बात हे जब में दिल्ली से नागपुर शिफ्ट हो रहा था, नागपुर शिफ्ट होने के बाद मेने वहा पे एक फ्लैट ले लिया | अब घर का काम अकेले करने में मुझे काफी परेशानी हो रही थी, जिसके चलते मुझे कोई कामवाली की जरुरत थी | किस्मत से मुझे दो चार दिन के बाद ही एक काम वाली मिल गयी थी जो की किसी माल से कम न थी | उसकी उम्र २१ साल की थी, जिस्म २८ २४ २८ होगा, चुचे उसके बड़े बड़े और एक दम कसी हुई थी | उसका नाम नीलम था, और वो शादी शुदा थी |
पहली दिन से ही मेरी नजर उसके चुचो पे अटकी हुई थी, वो जब भी काम करने आती थी में उसके बगल में खड़े होके उसके चुचो को देखता रहता | एक दिन उसे भी शक हुआ पर वो मुझे शर्म के मारे कुछ नही बोली | एक दिन क्या हुआ की वो कपडे धो रही थी और में हर दिन की तरह उसके बगल में खड़ा था, और उसके चुचो को उछलते हुए देख रहा था, उसने मुझे देख लिया की में देख रहा हूँ तो उसने अपने कपड़ो को ठीक करते हुए अपने चुचो को छुपा लिया | जब उसका काम खतम हुआ तो वो मेरे पास आई और कुछ जरुरी काम हे बोलके मुझसे पैसे उधार मांगी, मेने उससे पूछा की किसलिए चहिये तो वो बोली की घर की हालत बहुत खराब हे और यही सब बोलते बोलते उसके आँखों में पानी आ गए, वो बोली की उसका पती शराबी हे और उसे ये सब घर के काम मज़बूरी में करना पड़ता हे | उसके पती ने अब तक उसके साथ कोई भी रिश्ता नही रखा |
मैं उसके लिए एक ग्लास पानी लेके आया और उसे पिलाने के बहाने उसके हाथो को पकड़ा, और फिर उसे चुप करने के बहाने मेने उसे सिने से लगा लिया | उसने कोई हरकत नही दिखाई इस चीज़ के बाद तो मेरी हिम्मत और बड गयी, मेने उसे फिर किस किया और धीरे धीरे अपने हाथो को उसके चुचो पे ले गया और उसे हलके से दबा दिया, वो इ दम से डर गयी और फिर रोने लग गयी | वो बोलने लगी की मुझे जाने दो, मैं वेसी नही हूँ जेसा आप सोच रहे हो | अब इतना कुछ होने के बाद में कोनसा रुकने वाला था, मेने उसे बहुत समझाया पर वो नही मान रही थी | मेने उसे दिवार से सटा के उसके हाथ को पकड़ा और फिर अपने एक हाथ से उकसे चुचो को दबाने लग गया तो वो छटपटाने लग गयी और फिर मुझे धक्का देके भागने लगी | मेने उसे पकड़ा और अपने कमरे में ले आया और फिर उसे मेने बिस्तर पे लेटा दिया और फिर उसी की साडी उतार के उसके हाथो को बिस्तर से कस के बांध दिया |
अब में उसपे भूके शेर की तरह उसपे टूट पड़ा, अब में एक एक करके उसके जिस्म से सारे कपडे उतारने लग गया और उसे एक मिनट में पूरा नंगा कर दिया | अब वो मेरे सामने एक दम नंगी लेती हुई थी, मेने फिर अपना मोटा लंबा लंड निकला और फिर उसके गालो पे रगड़ने लग गया और फिर उसके मुह में देने लगा तो वो मेरे लंड को मुह में नही ले रही थी | बहुत मेहनत की पर उसने नही लिया फिर में निचे की तरफ आया और फिर उसकी पेंटी उतार दी, उसकी चुत एक दम गोरी और चिकनी थी | उसकी चुत की पंखडियो को अलग किया तो देखा की उसकी चुत अंदर से एक दम लाल रंग की थी, उसके चुत को दख के मेरे मुह में पानी सा आ गया | मेने उसके चुत पे जीभ रख दिया और उसे कस कस के चाटने लग गया, वो अब बिन पानी मछली की तरह तडपने लग गयी, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में कुछ बीस मिनट तक यही किया और फिर वो मेरे मुह पे ही झड गयी | मेने उसकी पुक्री चुत को चाट चाट के साफ़ कर दिया और अब वो अपने मुह से स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बिकुल मार कर चोदोगे क्या ह्म्म्म्म्म्म उह्ह्ह्ह्ह्ह आआआया जल्दी चोदो मुझे, जल्दी करो मुझे घर जाना हे | पर में कोनसा उसे इतनी जल्दी छोड़ने वाला था, मुझे अभी तो अपनी लंड की प्यास भी बुझानी थी | मेने अपने लंड को लिया और उसकी चुत पे रख दिया और रगड़ने लग गया उसे अब बहुत मज़ा आ रहा था, मैं उसकी चुत पे लंड रगड़ते रगड़ते एक दम से मेने उसकी चुत में लंड पेल दिया और उसकी आँखे एक दम से फटी की फटी रह गयी | उसके आँखों से आंसू भर भर के निकलने लग गए, मेरे लंड ने उसकी चुत को दो हिस्सों में कर दिया था, उसकी चुत को फाड़ते हुए दो इंच अंदर घुस गया था | वो अब तडपने लग गयी थी पर मेने उसे कस के पकड़ रखा था इसीलिए वो मुझसे दूर नही हो पी | मैं उसकी दर्द की परवा न करते हुए उसके उपर लेटा रहा और निचे से धीरे धीरे धक्के देता रहा |
उसकी चुत एक दम कसी हुई थी, इतनी कसी की मुझे खुद लंड अंदर बाहर करने में तकलीफ हो रही थी | मगर फिर भी अपने दर्द को और उसके दर्द को सहते हुए में धक्के लगाता रहा और फिर एक कस के एक और धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चुत की गहराई तक उतर गया, अब वो अपने आप में सिमट गयी दर्द के मारे और में लगा हुआ था पाने धक्के में और कुछ दस धक्को के बाद वो शांत हो चुकी थी | अब मेने धीरे धीरे उसके टांगो को अपने कंधो पे रखा और शोट पे शोट देता गया, करीब दो घंटो तक वो आठ बार झड गयी और मेने उसे कई अलग अलग ढंग से पेला | इस पूरी चुदाई के बाद वो एक दम ठाक चुकी थी, मेने उसे उठाया और फिर बाथरूम ले गया और उसके जिस्म को साफ़ कर दिया | वो अब भी एक दम दरी हुई थी, बाथरूम से उठा के मेने उसे अपने कमरे में ले आया उसे पानी पिलाया और फिर उससे कुछ यहाँ वहा की बातें की और फिर वो बोली की मुझे जाना हे और फिर वो जाने लगी | उसके चेहरे पे एक सुकून दिखाई दे रहा था और उसके चेहरे पे एक चमक सी भी थी | जाते समय मेने उसे पैसे दिए पर उसने नही लिए और मुझे गाल पे एक किस देके चली गयी | कुछ दो चार दिनों बाद उसके पट ने उसे काम पे आने से भी मना कर दिया |
Tags = Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | उत्तेजक | कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना मराठी जोक्स | कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी कहानियाँ | मराठी | .blogspot.com | जोक्स | चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी कहानी | पेलता | कहानियाँ | सच | स्टोरी | bhikaran ki | sexi haveli | haveli ka such | हवेली का सच | मराठी स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | की कहानियाँ | मराठी कथा | बकरी की | kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | kutiya | आँटी की | एक कहानी | मस्त राम | chehre ki dekhbhal | | pehli bar merane ke khaniya hindi mein | चुटकले | चुटकले व्यस्कों के लिए | pajami kese banate hain | मारो | मराठी रसभरी कथा | | ढीली पड़ गयी | चुची | स्टोरीज | गंदी कहानी | शायरी | lagwana hai | payal ne apni | haweli | ritu ki hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | www. भिगा बदन | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कामरस कहानी | मराठी | मादक | कथा | नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | bua | bahan | maa | bhabhi ki chachi ki | mami ki | bahan ki | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi, nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories, hindi stories,urdu stories,bhabi,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi maa ,desi bhabhi,desi ,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story, kahaniyan,aunty ,bahan ,behan ,bhabhi ko,hindi story sali ,urdu , ladki, हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी , kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी , ,raj-sharma-stories कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन , ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी , ,जीजू , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت , . bhatt_ank, xossip, exbii, कामुक कहानिया हिंदी कहानियाँ रेप कहानिया ,सेक्सी कहानिया , कलयुग की कहानियाँ , मराठी स्टोरीज , ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
मैं वेसी नही हूँ
हाई दोस्तों,
ये बात हे जब में दिल्ली से नागपुर शिफ्ट हो रहा था, नागपुर शिफ्ट होने के बाद मेने वहा पे एक फ्लैट ले लिया | अब घर का काम अकेले करने में मुझे काफी परेशानी हो रही थी, जिसके चलते मुझे कोई कामवाली की जरुरत थी | किस्मत से मुझे दो चार दिन के बाद ही एक काम वाली मिल गयी थी जो की किसी माल से कम न थी | उसकी उम्र २१ साल की थी, जिस्म २८ २४ २८ होगा, चुचे उसके बड़े बड़े और एक दम कसी हुई थी | उसका नाम नीलम था, और वो शादी शुदा थी |
पहली दिन से ही मेरी नजर उसके चुचो पे अटकी हुई थी, वो जब भी काम करने आती थी में उसके बगल में खड़े होके उसके चुचो को देखता रहता | एक दिन उसे भी शक हुआ पर वो मुझे शर्म के मारे कुछ नही बोली | एक दिन क्या हुआ की वो कपडे धो रही थी और में हर दिन की तरह उसके बगल में खड़ा था, और उसके चुचो को उछलते हुए देख रहा था, उसने मुझे देख लिया की में देख रहा हूँ तो उसने अपने कपड़ो को ठीक करते हुए अपने चुचो को छुपा लिया | जब उसका काम खतम हुआ तो वो मेरे पास आई और कुछ जरुरी काम हे बोलके मुझसे पैसे उधार मांगी, मेने उससे पूछा की किसलिए चहिये तो वो बोली की घर की हालत बहुत खराब हे और यही सब बोलते बोलते उसके आँखों में पानी आ गए, वो बोली की उसका पती शराबी हे और उसे ये सब घर के काम मज़बूरी में करना पड़ता हे | उसके पती ने अब तक उसके साथ कोई भी रिश्ता नही रखा |
मैं उसके लिए एक ग्लास पानी लेके आया और उसे पिलाने के बहाने उसके हाथो को पकड़ा, और फिर उसे चुप करने के बहाने मेने उसे सिने से लगा लिया | उसने कोई हरकत नही दिखाई इस चीज़ के बाद तो मेरी हिम्मत और बड गयी, मेने उसे फिर किस किया और धीरे धीरे अपने हाथो को उसके चुचो पे ले गया और उसे हलके से दबा दिया, वो इ दम से डर गयी और फिर रोने लग गयी | वो बोलने लगी की मुझे जाने दो, मैं वेसी नही हूँ जेसा आप सोच रहे हो | अब इतना कुछ होने के बाद में कोनसा रुकने वाला था, मेने उसे बहुत समझाया पर वो नही मान रही थी | मेने उसे दिवार से सटा के उसके हाथ को पकड़ा और फिर अपने एक हाथ से उकसे चुचो को दबाने लग गया तो वो छटपटाने लग गयी और फिर मुझे धक्का देके भागने लगी | मेने उसे पकड़ा और अपने कमरे में ले आया और फिर उसे मेने बिस्तर पे लेटा दिया और फिर उसी की साडी उतार के उसके हाथो को बिस्तर से कस के बांध दिया |
अब में उसपे भूके शेर की तरह उसपे टूट पड़ा, अब में एक एक करके उसके जिस्म से सारे कपडे उतारने लग गया और उसे एक मिनट में पूरा नंगा कर दिया | अब वो मेरे सामने एक दम नंगी लेती हुई थी, मेने फिर अपना मोटा लंबा लंड निकला और फिर उसके गालो पे रगड़ने लग गया और फिर उसके मुह में देने लगा तो वो मेरे लंड को मुह में नही ले रही थी | बहुत मेहनत की पर उसने नही लिया फिर में निचे की तरफ आया और फिर उसकी पेंटी उतार दी, उसकी चुत एक दम गोरी और चिकनी थी | उसकी चुत की पंखडियो को अलग किया तो देखा की उसकी चुत अंदर से एक दम लाल रंग की थी, उसके चुत को दख के मेरे मुह में पानी सा आ गया | मेने उसके चुत पे जीभ रख दिया और उसे कस कस के चाटने लग गया, वो अब बिन पानी मछली की तरह तडपने लग गयी, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और में कुछ बीस मिनट तक यही किया और फिर वो मेरे मुह पे ही झड गयी | मेने उसकी पुक्री चुत को चाट चाट के साफ़ कर दिया और अब वो अपने मुह से स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बिकुल मार कर चोदोगे क्या ह्म्म्म्म्म्म उह्ह्ह्ह्ह्ह आआआया जल्दी चोदो मुझे, जल्दी करो मुझे घर जाना हे | पर में कोनसा उसे इतनी जल्दी छोड़ने वाला था, मुझे अभी तो अपनी लंड की प्यास भी बुझानी थी | मेने अपने लंड को लिया और उसकी चुत पे रख दिया और रगड़ने लग गया उसे अब बहुत मज़ा आ रहा था, मैं उसकी चुत पे लंड रगड़ते रगड़ते एक दम से मेने उसकी चुत में लंड पेल दिया और उसकी आँखे एक दम से फटी की फटी रह गयी | उसके आँखों से आंसू भर भर के निकलने लग गए, मेरे लंड ने उसकी चुत को दो हिस्सों में कर दिया था, उसकी चुत को फाड़ते हुए दो इंच अंदर घुस गया था | वो अब तडपने लग गयी थी पर मेने उसे कस के पकड़ रखा था इसीलिए वो मुझसे दूर नही हो पी | मैं उसकी दर्द की परवा न करते हुए उसके उपर लेटा रहा और निचे से धीरे धीरे धक्के देता रहा |
उसकी चुत एक दम कसी हुई थी, इतनी कसी की मुझे खुद लंड अंदर बाहर करने में तकलीफ हो रही थी | मगर फिर भी अपने दर्द को और उसके दर्द को सहते हुए में धक्के लगाता रहा और फिर एक कस के एक और धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चुत की गहराई तक उतर गया, अब वो अपने आप में सिमट गयी दर्द के मारे और में लगा हुआ था पाने धक्के में और कुछ दस धक्को के बाद वो शांत हो चुकी थी | अब मेने धीरे धीरे उसके टांगो को अपने कंधो पे रखा और शोट पे शोट देता गया, करीब दो घंटो तक वो आठ बार झड गयी और मेने उसे कई अलग अलग ढंग से पेला | इस पूरी चुदाई के बाद वो एक दम ठाक चुकी थी, मेने उसे उठाया और फिर बाथरूम ले गया और उसके जिस्म को साफ़ कर दिया | वो अब भी एक दम दरी हुई थी, बाथरूम से उठा के मेने उसे अपने कमरे में ले आया उसे पानी पिलाया और फिर उससे कुछ यहाँ वहा की बातें की और फिर वो बोली की मुझे जाना हे और फिर वो जाने लगी | उसके चेहरे पे एक सुकून दिखाई दे रहा था और उसके चेहरे पे एक चमक सी भी थी | जाते समय मेने उसे पैसे दिए पर उसने नही लिए और मुझे गाल पे एक किस देके चली गयी | कुछ दो चार दिनों बाद उसके पट ने उसे काम पे आने से भी मना कर दिया |
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
No comments:
Post a Comment