Tuesday, November 16, 2010

सेक्सी कहानी- तीन देवियाँ पार्ट -1

हिंदी सेक्सी कहानियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -1

मेरा नाम राज है जानने वाले लोग, दोस्त और फॅमिली मेंबर्ज़ मुझे प्यार से
राज्ज्ज और राजा बाबू भी कहते है. मैं एक 28 साल का अछा ख़ासा हॅंडसम और
घटेले बदन का लड़का हू मेरी बॉडी एक्सर्साइज़्ड है अछा ख़ासा मस्क्युलर
हू. हाइट 5'8" गोरा रंग और मेरे शरीर पे आछे ख़ासे बाल हैं. हेरी चेस्ट
है. अभी अभी पढ़ाई ख़त्म हुई है रिज़ल्ट का वेट कर रहा हू. मेरे डॅड का
अपना कन्स्ट्रक्षन आंड मेंटेनेन्स का बिज़्नेस ऑफीस है और जिस्मै मेरी
मोम अकाउंट्स देखती है और आड्मिनिस्ट्रेशन मे डॅड का साथ देती है उनके
साथ मीटिंग्स अटेंड करती है. मेरे डॅड तकरीबन 52-53 यियर्ज़ के है और मोम
ऑलमोस्ट 48 – 49 की हैं. दोनो काम करते रहने से अभी तक आक्टिव हैं और
ऑफीस को रेग्युलर्ली जाते है. आजकल कन्स्ट्रक्षन का काम बूम पे है इसी
लिए दोनो बोहोत ही बिज़ी रहते हैं और रात थक्क के वापस आते और खाना खा के
सो जाते हैं. मेरे से बड़ी एक बहेन है खुश्बू जिसकी शादी अभी कुछ ही
महीने पहले हुई है वो अपनी ससुराल मे ही रहती है जो मेरे टाउन से तकरीबन
200 किमी के डिस्टेन्स पे है. शादी के बाद 2 – 3 टाइम यहा आई और वापस
अपनी ससुराल चली गई वो अपने पति के साथ खुश है. उसके पति का भी सेमेंट का
होल साले बिज़्नेस है.
मेरे अंकल समीर करीब के ही एक विलेज मे काम करते है. उनकी एक ही बेटी है
जिसका नाम अनुपमा देवी है प्यार से सब उसको अनु पुकारते हैं. अनु 19 - 20
साल की बोहोत ही खूबसूरत लड़की है. तकरीबन 5' 5" की हाइट होगी. गोरा रंग,
कमर तक झूलते रेशमी लाइट ब्राउन कलर के बाल, हस्ती तो दोनो गालो मे छोटे
छोटे डिंपल्स पड़ते, सफेद मोती जैसे चमकते दाँत, लाइट ब्राउन बड़ी बड़ी
चमकती हिरनी जैसी आँखें, सेक्सी लिप्स जिनको देख के कोई भी चूसने की
कल्पना करे, अभी उसके चुचीोन को अपने हाथो से पकड़ा तो नही पर लगता है के
शाएद 32 साइज़ के होंगे, एक दम से सिडोल बदन, मोस्ट्ली शलवार कमीज़
पेहेन्ति है पर कभी कभी जीन्स और ट्रंक टॉप भी पेहेन्ति और जब जीन्स और
ट्रंक पहनी होती है तो उसके चुचियाँ बोहोत मस्त दिखते और जब मटक मटक के
चलती तो दोनो चुचियाँ धीरे धीरे डॅन्स करते ऊपेर नीचे होते बड़े आछे लगते
ऐसा लगता जैसे परदे कर रहे हो शाएद वो उस टाइम पे ब्रस्सिएर भी नही
पेहेन्ति इसी लिए चुचियाँ डॅन्स करती जिन्है देख के मन करता के बॅस अभी
पकड़ के दबा डालु और मोसंबी की तरह से स्क्वीज़ करू और आम ( मॅंगो ) की
तरह से चूसू
डालु. रात मे अक्सर नाइटी यूज़ करती वैसे कभी सलवार कमीज़ भी पेहेन्ति पर
मोस्ट्ली नाइटी मे ही रहती.
मुझे लगता के वो थोड़ी प्राउडी टाइप की लड़की है. कभी मुझ से सीधे मूह
बात भी नही करती और कभी ऐसे शो करती है जैसे वो मेरे घर मे नही रहती
बल्कि मैं उसके घर मे रहता हू. अरे मैं यह बताना तो भूल ही गया के अंकल
समीर जहा काम करते है वाहा कोई कॉलेज वाघहैरा नही है इसी लिए अनु को
पढ़ाई के लिए हमारे घर मे ही रखा हुआ है. अनु बी.कॉम के 2न्ड एअर मे थी.
कॉलेज घर से थोड़ा दूर है और वो बस मे आती जाती है. मेरी और अनु की कुछ
ऐसी ख़ास बनती तो नही पर कभी इतना बड़ा झगड़ा भी नही हुआ था. बॅस आपस मे
नोक झोक तोचलती ही रहती. कभी खाने की टेबल पे तो कभी पढ़ाई के टाइम पे.
वो हमेशा बोलती के उसको लड़के पसंद नही हैं आंड शी हेट्स मेल्स डॉन'ट नो
व्हाई. मेरी समझ मे नही आता था के व्हाई शी हेट्स मेल्स क्यॉंके नॅचुरली
लड़कियाँ तो लड़को को पसंद ही करती है इश्क़, प्यार और मोहब्बत भी लड़को
से ही करती है पर पता नही अनु मे ऐसी क्या बात थी जिसे मेल्स पसंद नही
थे.
हमारा घर एक डबल स्टोरी मीडियम साइज़ की बिल्डिंग है. नीचे मेरे डॅड और
मोम रहते हैं. मोम के ( घुटनो ) नीस मे दरद रहता है ( जॉइंट पेन ) जिसकी
वजह से वो बार बार ऊपेर नही चढ़ सकती इसी लिए वो दोनो नीचे ही ग्राउंड
फ्लोर पे रहते है और मैं ऊपेर के रूम मे रहता हू. आक्च्युयली ऊपेर के
फ्लोर पे मीडियम साइज़ के 3 रूम्स हैं. एक मे मेरी सिस्टर खुश्बू रहती थी
दूसरा मेरा कमरा था और तीसरा ऐसे ही स्पेर रूम जो गेस्ट रूम जैसा था.
खुश्बू की शादी के बाद उसका रूम भी खाली हो गया था इसी लिए अनु को खुश्बू
वाला रूम दे दिया गया था. स्टेरकेस पे चढ़ते ही एक स्पेर वाला गेस्ट रूम
जैसा था था जिसमै कभी हमारे कोई रिलेटिव्स वाघहैरा आ जाते तो वही रहते और
जब वाहा कोई नही रहता तो वो कमरा टेंपोररी ड्रॉयिंग रूम जैसा यूज़ मे आता
था जहा एक डबल बेड के साथ एक सोफा सेट भी पड़ा हुआ था कभी मेरा कोई
फ्रेंड आ जाता तो हम वही बैठ के टाइम पास करते और कभी अनु की कोई
फ्रेंड्स आ जाती तो वो उनको लेके वाहा बैठ जाती. उस रूम मे एक बड़ा सा
टीवी सेट भी रखा हुआ था जिस्मै केबल और वीडियो कनेक्षन भी लगा हुआ था तो
कभी कभी वो रूम टीवी रूम जैसा भी यूज़ मे आता था. ऐसे समझे के मल्टिपर्पस
उसे का कमरा था. उस मल्टिपर्पस रूम को लगा हुआ अनु वाला रूम और तीसरा रूम
मेरा था. मेरे रूम मे एक विंडो थी जो अनु वाले रूम मे खुलती थी. पहले जब
मेरी सिस्टर रहती थी तब हम पढ़ते थे तो आपस मे बातें भी कर लिया करते थे
और बुक्स का एक्सचेंज भी इसी विंडो द्वारा
होता था. अनु वाले रूम और मल्टिपर्पस रूम के बीच मे भी एक विंडो लगी हुई
थी जिसे खोलने की कभी ज़रूरत ही नही पड़ती थी पर अनु कभी कभी हवा के लिए
खोल भी लिया करती थी वैसे तो हमारे रूम मे हवा और वेंटिलेशन के लिए
कॉरिडर मे एक एक विंडो खुलती थी और जब यह विंडो खुली होती तो कॉरिडॉस मे
से आते जाते कोई भी कमरे के अंदर का हाल देख सकता था. तीनो रूम्स मे अटॅच
बाथ था. यूँ तो अनु के ज़ियादा फ्रेंड्स नही थे बस एक फ्रेंड थी शालिनी
देवी जिसे वो शालु कह के बुलाती थी. शालु और अनु एक ही एज के थे और क्लास
फेलो भी. शालु अक्सर अनु के पास आती जाती रहती थी और कभी कभी रात मे अनु
के कमरे मे उसके साथ ही सो जाती थी और दूसरे दिन सुबह ब्रेकफास्ट कर के
अपने घर चली जाती. कभी अनु उसके घर चली जाती और रात वही शालु के साथ ही
सो जाती और सुबह वापस आ जाती यह नॉर्मल रुटीन था दोनो का. शालु हमारे
पड़ोस मे ही रहती थी और अनु की क्लास फेलो थी इसी लिए दोनो की बोहोत
दोस्ती थी. शालु की हाइट तकरीबन 5' 6" होगी. वो भी बोहोत ही गोरे रंग की
थी. कश्मीरी सेब जैसे गुलाबी गाल, मतकाती बड़ी बड़ी ब्राउन आँखें. उसके
भी लाइट ब्राउन कलर के रेशमी बाल थे ज़ियादा बड़े तो नही कमर तक आते थे.
शालु के चुचियाँ मेडियम साइज़ के एप्पल जैसे 34 साइज़ के थे बोहोत गोरे
गोरे मलाई जैसे बिल्कुल उसके रंग के जैसे. वो अक्सर स्लीव्ले शर्ट
पेहेन्ति थी जिस्मै से कभी कभी उसके चुचियाँ भी झाँकती रहती थी या कभी
ब्रस्सिएर भी दिखाई देती थी. कभी ब्रस्सिएर पेहेन्ति कभी नही पेहेन्ति.
और जब ब्रस्सिएर नही पेहेन्ति तो उसके शर्ट के ऊपेर से चुचिओ और निपल साफ
दिखाई देते और जब अपने हाथ उठाती तो उसके चुचियाँ दिखाई देती जिन्हाई देख
के हाथ मचल जाता और मंन करता के अभी साइड से हाथ घुसा के उसके मस्त चुचिओ
को पकड़ के मसल डालु. बघल के बाल शाएद डेली शेव करती थी जिससे उसकी बघल
हमेशा ही चिकनी रहती. उसकी एक ख़ास आदत थी वो हर थोड़ी देर मे अपने दोनो
हाथ ऐसे ऊपेर करती जिस से उसकी बघल साफ दिखाई देती. वो शाएद अपनी बघल मे
रोल ऑन पर्फ्यूम भी लगती थी इसी लिए उसके पास से एक मस्त स्मेल आती थी.
वो मेरे साथ बात तो करती थी बस नॉर्मल फॉर्मल जैसी कोई ख़ास इंटिमेसी
वाली बात नही करती थी. अगर कभी ऐसा होता के शालु हमारे घर आई और अनु नही
मिली तो वो फॉरन ही वापस चली जाती मेरे साथ बैठ के गॅप शॅप भी नही लगती
थी मेरी समझ मे नही आता था के क्या इन्न लड़कियों को मेल्स मे कोई
इंटेरेस्ट नही है या फिर प्रॉबब्ली उसका कोई प्रेमी भी होगा और इसी लिए
वो मेरे साथ कोई एक्सट्रा बात नही करती. उसकी नाक भी पतली थी और उसके
लिप्स तो बोहोत ही सेक्सी थे गुलाबी कलर के लिप्स बड़े मस्त लगते थे ऐसा
लगता था जैसे नॅचुरल लिपस्टिक लगी हुई हो. उसकी एक ख़ास आदत थी वो बार
बार अपने लिप्स पे ज़ुबान फेरती
रहती जिस से उसकी पिंक नॉकीली टिप ऑफ दा टंग बोहोत सेक्सी लगती मंन करता
के पकड़ के उसकी ज़ुबान को चूसना शुरू कर्दु. शालु, अनु से थोड़ी मोटी थी
भरे भरे बदन वाली. शालु भी अक्सर शलवार कमीज़ ही पेहेन्ति थी और कभी
जीन्स और टॉप भी पेहेन्ति. जीन्स और टॉप मे तो वो क़यामत लगती थी. उसकी
चुचियाँ और चूतड़ भी अनु से थोड़े बड़े थे. ऑन दा होल शालु भी एक बोहोत
ही सेक्सी और खूबसूरत लड़की थी जिसे चोदने का ख़याल हर किसी के मंन मे आ
सकता था.
हमारे घर मे दो ( 2 ) हाउस्म्ड्स भी है एक खाना पकाने के लिए और दूसरी
ऊपेर का काम करने के लिए जैसे रूम सॉफ करना बाथरूमस धोना और वॉशिंग मशीन
मे कपड़े धोने और आइर्निंग करना वाघहैरा वाघहैरा. खाना पकाने वाली औरत
अछी बड़ी उमर की थी और हमारे घर बोहोत सालो से काम करती थी बोहोत पुरानी
थी इसी लिए हम सब उसको मासी कहते थे. मासी की उमर कोई 50 साल के लग भग
होगी. अब तो मासी कहते कहते इतने साल हो गये थे के हमै उनका नाम भी याद
नही रहा. दूसरी ऊपेर का काम करने वाली रितेश्वरी देवी जिसे शॉर्ट मे ऋतु
पुकारते थे जो 14 – 15 साल की लड़की थी. रंग बोहोत गोरा भी नही और काला
भी नही खुलता हुआ साफ रंग था. उसकी आँखें भी बड़ी बड़ी थी, सेक्सी लिप्स,
चुचियाँ भी बोहोत ही छोटी छोटी थी शाएद अभी 28 के होंगे गोल्फ के बॉल
जैसे छोटे छोटे थे, शाएद वो भी ब्रस्सिएर नही पेहेन्ति थी क्यॉंके जब वो
चलती तो उसकी टाइट छोटी सी चुचियाँ उसके शर्ट के अंदर हिलती भी नही थी और
निपल्स का उभार उसके शर्ट मे से सॉफ नज़र आता था. घाटेला बदन, हाइट भी
ज़ियादा नही थी, होगी शाएद 4"5" या 5" की होगी. एक छोटी लड़की ही तो थी
जिसे मजबूरी मे काम करना पड़ रहा था.. मोस्ट्ली शलवार कमीज़ पेहेन्ति और
कभी कभी लोंग स्कर्ट और ब्लाउस भी पेहेन्ति थी. उसको हमारे अंकल समीर एक
विलेज से ले के आए थे जहा उनका कन्स्ट्रक्षन का काम चल रहा था. ऋतु के
फादर की एक आक्सिडेंट मे डेत हो गई थी और उसकी मा गाऊँ ( विलेज ) मे ही
रहती थी.ऋतु हमारे घर मे फॅमिली मेंबर की तरह पर्मनेंट्ली रहती थी. आछे
खाते पीते घराने की थी पर उसके डॅडी की डेत के बाद हालत ने उसे काम करने
पर मजबूर कर दिया था. ऋतु अपना काम बोहोत अछी तरह से करती और बड़ी तेज़ी
से भी करती थी. ऑन दा होल ऋतु एक बोहोत ही सेक्सी लड़की थी पर उसको पता
नही था के वो कितनी सेक्सी है. उसकी कमीज़ मे से उसके छोटे से बूब्स के
उभार बड़े मस्त दिखते बार बार मॅन करता के उन्है पकड़ के उसकी चुचिओ को
मसल डालु. वैसे तो कई बार ऐसा भी हुआ है के जब मेरे मोम और दाद ऑफीस चले
जाते, मासी भी लंच और डिन्नर एक साथ पका के अपने घर चली जाती तो मैं और
ऋतु अकेले ही घर मे रहते पर पता नही क्यों उसे
चोदने का या उसके चुचिओ को मसल्ने और चूसने का ख़याल मेरे दिमाग़ मे कभी नही आया..
ऋतु का रूम नीचे ही था क्यों के सोने से पहले मेरी मोम की टाँगें दबाती
थी और कभी किसी काम के लिए रात मे मोम पुकारती तो वो आजाती इसी लिए वो
नीचे ही रहती थी और जब मेरे पेरेंट्स सो जाते तो ऋतु भी अपने रूम मे जा
के सो जाती. सुबह मासी थोड़ी देर से आती थी तब तक ऋतु ही मेरे पेरेंट्स
को चाइ या कॉफी बना के दे देती और मासी के आने तक किचन की सफाई भी कर
देती थी कभी कभी तो वो भी टीवी वाले रूम मे आ जाती और दोनो बैठ के टीवी
देखते पर वो खामोश ही रहती. टीवी पे कोई हॉट सीन आता तो मेरा लौदा 90
डिग्री पे खड़ा हो जाता और वो शरमाती और धीरे से मुस्कुराते हुए उठ के
रूम से बाहर चली जाती. वॉशिंग मशीन और आइर्निंग रूम ऊपेर के पोर्षन मे ही
बना हुआ था इसी लिए ऋतु को जब कपड़े धोना होते या आइर्निंग करना होता तो
वो ऊपेर के पोर्षन मे आती. कई बार मेरे कमरे की सफाई के दोरान जब वो
झुकती तो उसके कॉनिकल शेप की छोटी सी चुचियाँ और उसके छोटे किशमिश जैसे
ब्राउन निपल्स उसके शर्ट के गले (नेक) के पास से अंदर तक सॉफ नज़र आते
रहते जिन्हे देखते ही मेरा लौदा पॅंट के अंदर से बाहर निकलने को तड़पने
लगता और मॅन करता के अभी उसको नीचे लिटा के उसको चोद के उसकी टाइट चूत को
फाड़ डालु पर क्या करू डरता था के कही यह मेरे मोम और डॅड से बोल देती तो
मेरी तो शामत ही आजाती और एक नयी मुसीबत खड़ी हो जाती बॅस यह सोच के
खामोश हो जाता और बाथरूम मे जा के ऋतु के नाम की मूठ मार लेता और ख़यालो
मे अपने लंड से निकली हुई मलाई को ऋतु की रसीली चूत मे गिरते महसूस करता.
अनु को हमारे साथ रहते हुए तकरीबन तीन महीने हो गये थे. दिन ऐसे ही गुज़र
रहे थे. वो शाम मे कॉलेज से आती. डिन्नर के बाद कुछ देर पढ़ती रहती और
रात के 11 या 12 बजे तक सो जाती. मैं कुछ दीनो से फील कर रहा था के मेरे
मोम और डॅड के सो जाने के बाद ऋतु ऊपेर अनु के कमरे मे आ जाती थी और फिर
अनु और ऋतु हसी मज़ाक की बाते करते रहते और हस्ते रहते. मैं ने कोई ऐसा
ख़ास ध्यान नही दिया के गर्ल टॉक्स होंगे जिन्हे आपस मे बात करके हस्ती
होगी.
एक दिन की बात है उस दिन बोहोत गर्मी पड़ रही थी और मैं कही बाहर से वापस
आया था, आस यूषुयल मोम और डॅड तो थे नही. मैं बाहर से अंदर आया और ऊपेर
अपने रूम की तरफ जाने लगा. मेरे रूम मे जाने के लिए मुझे अनु के रूम के
सामने से गुज़रना पड़ता था और यह इत्तेफ़ाक था के उसके रूम की
विंडो खुली हुई थी क्यॉंके गर्मी बोहोत थी. मैं जब उसके रूम के सामने से
जा रहा था तो मुझे एक अजीब किसम की आवाज़ सुनाई दी और मैने पलट के अनु की
विंडो की तरफ अपना मूह घुमा के देखा तो एक शॉक जैसा लगा अनु और ऋतु एक
दूसरे को फ्रेंच किस कर रहे थे दोनो की आँखें बंद थी शाएद प्लेषर से बंद
हो गई होगी और उन्हे पता ही नही चला के मैं उनको देख रहा हू. एक मिनिट तक
देखता ही रहा के कैसे अनु और ऋतु एक दूसरे की चुचिओ को कपड़ो के ऊपेर से
ही दबा रही हैं कभी कभी शर्ट के अंदर हाथ डाल के एक दूसरे की चुचिओ को
मसल रही है और किस्सिंग मे खोए हुए हैं और मूह से उउउउउउउन्न्न्न्ह्ह्ह्ह
जैसी प्लेषर की आवाज़ें निकल रही है. मैं यह देख के धीमे पैरो से बिना
आवाज़ निकाले वापस चला गया और नीचे उतर गया किचन मे जा के मासी से पूछा
के लंच मे क्या बना रही है तो पता चला के आज लंच और डिन्नर मे चिकन का
सालन और कबाब हैं. मैने फ्रिड्ज से ठंडा पानी निकाल के पीया और ऊपेर ऐसे
चढ़ने लगा जिससे के अनु को पता चल जाए के मैं ऊपेर आ रहा हू और जब मैं
ऊपेर आया तो देखा के अनु के रूम का डोर खुल गया था और ऋतु रूम की सफाई कर
रही थी. मैं देख के मुस्कुरा दिया और अनु को पूछा के आज कॉलेज नही गई तो
उसने बोला के नही आज कल कॉलेज मे आन्यूयल गेम्स चल रहे हैं इसी लिए एक
वीक की छुट्टी है. मैं अपने कमरे मे चला गया और शवर ले के थोड़ी देर के
लिए सो गया.
उस दोपेहेर के बाद उन दोनो ने मुझे कोई शक नही होने दिया के उन के बीच मे
कुछ रोमॅन्स चल रहा है. डिन्नर से पहले ही मोम और डॅड आ गये थे. हम सब ने
साथमे डिन्नर लिया. मोम और डॅड तो ऑफीस से थक्क के आते थे और खाने के
थोड़ी ही देर मे सोने चले जाते. मैने डिन्नर टेबल पे बोल दिया था के मैं
आज बोहोत थक्क गया हू और जल्दी ही सो जाउन्गा. डिन्नर के बाद अनु को नीचे
ही छोड़ के ऊपेर आ गया और अपने रूम के डोर को हवा के लिए थोड़ा सा खुला
रख के लाइट बंद करके खामोशी से अपने बेड पे लेट गया और गहरी नींद सोने की
आक्टिंग करने लगा. अनु थोड़ी देर बाद ऊपेर आई और पहले तो मेरे रूम का डोर
खुला देख के डोर के सामने आई और धीरे से अंदर झाँक के देखा जिसे मैं आध
खुली आँखों से देख रहा था पर वो समझी के मैं सच मे गहरी नींद सो गया हू
और वो टीवी रूम मे जा के टीवी देखने लगी. हमारे पास यूवरोसेट की डिश लगी
हुई है जिसपे हॉटबर्ड चॅनेल्स आते है और लेट नाइट सेक्स चॅनेल्स भी ओपन
हो जाते है जिसे मैं अकेले मे देखा करता था पर जब से अनु आई थी टीवी पे
वो चॅनेल्स देखने का मोका नही मिलता था. टीवी की साउंड मुझे बोहोत ही
धीमी आ रही थी जिस से पता चलता था के शाएद अनु सेक्स चॅनेल देख रही है

मैने शाम को ही मेरे और अनु के रूम के बीच की विंडो को इतना थोड़ा सा खोल
दिया था के उसको शक्क ना हो और मैं उसके रूम मे झाँक के देख सकु. मैं ने
कॉरिडर की लाइट भी बंद की हुई थी इस लिए बाहर कॉरिडर मे अंधेरा हो गया
था. रात के तकरीबन 12:30 हो रहे होंगे टीवी की आवाज़ बंद हो गई और किसी
के नीचे जाने की आवाज़ आने लगी शाएद अनु नीचे जा रही थी. मैं ने सोचा के
शाएद पानी पीने गई होगी पर 5 मिनिट के अंदर ही मुझे अनु और ऋतु के ऊपेर
आने की आवाज़ें आने लगी दोनो बोहोत धीमी आवाज़ मे बातें कर रही थी मुझे
पता नही चल रहा था के क्या बातें कर रही हैं. अनु ने अपने कमरे मे जाने
से पहले एक बार फिर से फिर मेरे कमरे मे झाँक के मुझे देखा के मैं सो गया
या नही. मैं जान बूझ कर स्नोरिंग करने लगा मतलब खर्राटे लेने लगा तो उसे
यकीन हो गया के मैं बोहोत गहरी नींद सो गया हू.
अनु के कमरे मे दोनो आ गये और अनु ने अंदर से डोर बंद करके लॉक कर दिया.
हमारे रूम के बीच की विंडो थोड़ी खुली थी जिस्मै से मुझे ऋतु की आवाज़ आई
वो पूछ रही थे के राज बाबू सो गये क्या तो अनु ने कहा हा कब का सो गया.
जब मुझे पक्का यकीन हो गया के डोर अंदर से लॉक कर दिया है तो मैं बिना
आवाज़ किए अपने बेड से नीचे उतर गया और विंडो के पास चला गया. अनु ने
कमरे मे जाते ही अपने कमरे की लाइट्स बंद कर दी थी पर बाथरूम की लाइट जली
रहने दी और बाथरूम का डोर भी बंद कर दिया. बाथरूम मे ऊपेर की तरफ हवा के
लिए एक छोटी सी ओपनिंग थी जिस्मै से बोहोत ही धीमी लाइट कमरे के अंदर आ
रही थी जिस से कमरा पूरा अंधेरा नही दिख रहा था बॅस ऐसे लग रहा था जैसे
कॅंडल जली हुई हो. अनु और ऋतु के बदन मुझे सॉफ दिखाई दे रहे थे. थोड़ी ही
देर मे मेरी आँखें भी अंधेरे मे देखने को अड्जस्ट हो गई थी और मुझे अब
अंदर का सब कुछ ऑलमोस्ट सॉफ दिखाई दे रहा था. अनु का बेड ऐसी पोज़िशन मे
था के मैं विंडो से अछी तरह से देख सकता था. मैं ने देखा के कमरे मे दोनो
आते ही एक दूसरे से ऐसे लिपट गयी जैसे पुराने लवर्स हो और बोहोत दीनो के
बाद मिल रहे हो. एक दूसरे को बे तहाशा डीप टंग सकिंग पॅशनेट किस कर रहे
थे और अपनी चूते एक दूसरे से मिलाने के लिए अपनी अपनी गंद आगे पीछे कर
रही थी जैसे खड़े खड़े एक दूसरे को चोद रही हो. ऐसे ही थोड़ी देर एक
दूसरे को किस करते करते एक दूसरे के कपड़े उतारने लगी. दोनो शलवार और
कमीज़ पहने हुए थी. पहले दोनो के शर्ट्स उतर गये देखा तो दोनो की मस्त
चुचियाँ नज़र आ रही थी. अनु की चुचियाँ गोल गोल थी और ऋतु की छोटे से
लाइट कॉनिकल शेप की थी. एक के बाद एक दोनो एक दूसरे की चुचियाँ चूसने लगी
और शलवार के ऊपेर से ही एक दूसरे की चूतो का मसाज करने लगी. और देखते ही
देखते दोनो ने एक दूसरे की शलवारो का नाडा खोल दिया और एक साथ ही दोनो की
शलवारें नीचे फ्लोर पे गिर पड़ी और दोनो नंगी हो गयी और इधर मैं भी अपने
कपड़े निकाल के नंगा हो गया मेरा लंड बोहोत ज़ोरों से अकड़ गया था और अनु
और ऋतु की चूतो को स्प्रिंग की तरह से हिल हिल के प्रणाम करने लगा. दोनो
ने भी ब्रस्सिएर नही पहनी हुई थी. अब मेरी आँखें कमरे की धीमी लाइट से
ऐसे अड्जस्ट हो गई थी और मुझे इतना सॉफ दिखाई दे रहा था जैसे मैं दिन के
टाइम मे देखता हू. मेरे दिमाग़ मे अचानक एक ख़याल आया और मैं अपना कॅमरा
वाला मोबाइल और अपने डिजिटल कॅमरा जिस्मै धीमी लाइट मे भी अच्छे रिज़ल्ट
की पिक्चर्स और वीडियो की फेसिलिटी थी उठा के ले आया और रेकॉर्ड करने
लगा.


--------------------------------------------------------------------------------------------------------
कामुक कहानियाँ
--------------------------------------------------------------------------------------------------------
क्रमशः........


Teen Deviyaan paart -1

Mera Naam Raj hai Janane wale log, dost aur family members mujhe pyar
se Rajjj aur Raja Babu bhi kehte hai. Mai ek 28 saal ka acha khasa
handsome aur ghatele badan ka ladka hu meri body exercised hai acha
khasa muscular hu. Height 5'8" gora rang aur mere shareer pe ache
khase baal hain. Hairy chest hai. Abhi abhi padhai khatm hui hai
result ka wait kar raha hu. Mere dad ka apna Construction and
maintenance ka business office hai aur jismai meri mom accounts dekhti
hai aur administration mai dad ka sath deti hai unke sath meetings
attend karti hai. Mere dad takreeban 52-53 years ke hai aur mom almost
48 – 49 ki hain. Dono kaam karte rehne se abhi tak active hain aur
office ko regularly jate hai. Aajkal construction ka kaam boom pe hai
isi liye dono bohot hi busy rehte hain aur rat thakk ke wapas aate aur
khana kha ke so jate hain. Mere se badi ek behen hai Khushboo jiski
shadi abhi kuch hi maheene pehle hui hai wo apni sasural mai hi rehti
hai jo mere town se takreeban 200 KM ke distance pe hai. Shadi ke bad
2 – 3 time yaha aee aur wapas apni sasural chali gai wo apne pati ke
sath khush hai. Uske pati ka bhi cement ka whole sale business hai.
Mere uncle Sameer kareeb ke hi ek village mei kaam karte hai. Unki ek
hi beti hai jiska nam Anupama Devi hai pyar se usko sab Anu pukarte
hain. Anu 19 - 20 saal ki bohot hi khubsurat ladki hai. Takreeban 5'
5" ki height hogi. Yeh kahani The Great Warrior ki likhi hui hai Gora
rang, Kamar tak jhoolte reshmi light brown colour ke baal, Hasti to
dono galo mai chote chote dimples padte, safed moti jaise chamakte
dant, light brown badi badi chamakti hirni jaisi aankhein, Sexy Lips
jinko dekh ke koi bhi choosne ki kalpana kare, Abhi uske chuchion ko
apne hatho se pakda to nahi par lagta hei ke shaed 32 size ke honge,
ek dum se sidol badan, Mostly shalwar kameez pehenti hai par kabhi
kabhi jeans aur trunk top bhi pehenti aur jab jeans aur trunk pehni
hoti hai to uske chuchian bohot mast dikhte aur jab matak matak ke
chalti to dono chuchian dheere dheere dance karte ooper neeche hote
bade ache lagte aisa lagta jaise parade kar rahe ho shaed wo uss time
pe brassier bhi nahi pehenti isi liye chuchian dance karti jinhai dekh
ke man karta ke bass abhi pakad ke daba dalu aur mosambi ki tarah se
squeeze karu aur aam ( mango ) ki tarah se choosoo
dalu. Raat mai aksar nighty use karti waise kabhi salwar kameez bhi
pehenti par mostly nighty mai hi rehti.
Mujhe lagta ke wo thodi proudy type ki ladki hai. Kabhi mujh se seedhe
muh baat bhi nahi karti aur kabhi aise show karti hai jaise woh mere
ghar mai nahi rehti balki mai uske ghar mai rehta hu. Arey mai yeh
batana to bhul hi gaya ke Uncle sameer jaha kaam karte hai waha koi
college waghaira nahi hai isi liye Anu ko padhai ke liye hamare ghar
mai hi rakha hua hai. Anu B.Com ke 2nd year mai ehi. College ghar se
thoda door hai aur wo bus mai aati jaati hai. Meri aur anu ki kuch
aisi khaas banti to nahi par kabhi itna bada jhagda bhi nahi hua tha.
Bass aapas mai nok jhok tochalti hi rehti. Kabhi khane ki table pe to
kabhi padhai ke time pe. Wo hamesha bolti ke usko ladke pasand nahi
hain and she hates males don't know why. Meri samajh mai nahi aata tha
ke why she hates males kyonke naturally ladkyan to ladko ko pasand hi
karte hai ishq, pyar aur mohabbat bhi ladko se hi karti hai par pata
nahi Anu mai aisi kia bat thi jise males pasand nahi the.
Hamara ghar ek double story medium size ki building hai. Neeche mere
dad aur mom rehte hain. Mom ke ( Ghutno ) knees mai darad rehta hai (
Joint Pain ) jiski wajah se wo baar baar ooper nahi chadh sakti isi
liye wo dono neeche hi ground floor pe rehte hai aur mai ooper ke room
mai rehta hu. Actually ooper ke floor pe medium size ke 3 rooms hain.
Ek mai meri sister Khushboo rehti thi doosra mera kamra tha aur teesra
aise hi spare room jo guest room jaisa tha. Khushboo ki shadi ke bad
uska room bhi khali ho gaya tha isi liye Anu ko Khushboo wala room de
dia gaya tha. Staircase pe chadte hi ek spare wala Guest room jaisa
tha tha jismain kabhi hamare koi relatives waghaira aa jate to wahi
rehte aur jab waha koi nahi rehta to wo kamra temporary drawing room
jaisa use mai aata tha jaha ek double bed ke sath ek sofa set bhi pada
hua tha kabhi mera koi friend aa jata to ham wahi baith ke time pass
karte aur kabhi anu ki koi friends aa jati to wo unko leke waha baith
jati. Uss room mai ek bada sa TV set bhi rakha hua tha jismai cable
aur video connection bhi laga hua tha to kabhi kabhi wo Room TV room
jaisa bhi use mai aata tha. aise samjhe ke multipurpose use ka kamra
tha. Uss multipurpose room ko laga hua Anu wala room aur teesra room
mera tha. Mere room mai ek window thi jo Anu wale room mai khulti thi.
Pehle jab meri sister rehti thi tab ham padhte the to apas mai batein
bhi kar lia karte the aur books ka exchange bhi isi window dwara
hota tha. Anu wale room aur Multipurpose room ke beech mai bhi ek
window lagi hui thi jise kholne ki kabhi zaroorat hi nahi padthi thi
par Anu kabhi kabhi hawa ke liye khol bhi lia karti thi waise to
hamare room mai hawa aur ventilation ke liye corridor mai ek ek window
khulti thi aur jab yeh window khuli hoti to corridors mai se aate
jaate koi bhi kamre ke ander ka haal dekh sakta tha. Yeh kahani The
Great Warrior ki likhi hui hai Yeh teeno rooms mai attach bath tha.
Yun to anu ke ziada friends nahi the bas ek friend thi Shalini Devi
Jise woh Shalu keh ke bulati thi. Shalu aur Anu ek hi age ke the aur
class fellow bhi. Shalu aksar Anu ke pas aati jaati rehti thi aur
kabhi kabhi raat mai anu ke kamre mai uske sath hi so jati thi aur
doosre din subah breakfast kar ke apne ghar chali jati. Kabhi Anu uske
ghar chali jati aur raat wahi Shalu ke sath hi so jati aur subah wapas
aa jati yeh normal routine tha dono ka. Shalu hamare pados mai hi
rehti thi aur Anu ki class fellow thi isi liye dono ki bohot dosti
thi. Shalu ki height takreeban 5' 6" hogi. Wo bhi bohot hi gore rang
ki thi. Kashmiri Seb jaise gulabi gaal, Matkaati badi badi brown
aankhein. Uske bhi light brown colour ke reshmi baal the ziada bade to
nahi kamar tak aate the. Shalu ke chuchian medioum size ke apple jaise
34 size ke the bohot gore gore malai jaise bilkul uske rang ke jaise.
wo aksar sleeveless shirt pehenti thi jismai se kabhi kabhi uske
chuchian bhi jhankte rehte the ya kabhi brassier bhi dikhaee deti thi.
Kabhi Brassier pehenti kabhi nahi pehenti. Aur jab brassier nahi
pehenti to uske shirt ke ooper se chuchion aur nipple saaf dikhaee
dete aur jab apne hath uthaati to uske chuchian dikhayee dete jinhai
dekh ke hath machal jata aur mann karta ke abhi side se hath ghusa ke
uske mast chuchion ko pakad ke masal dalu. Baghal ke baal shaed daily
shave karti thi jisse uski baghal hamesha hi chikni rehti. Uski ek
khaas aadat thi wo har thodi der mai apne dono hath aise ooper karti
jis se uski baghal saaf dikhai deti. Wo Shaed apni baghal mai roll on
perfume bhi lagti thi isi liye uske pas se ek mast smell aati thi. Wo
mere sath bat to karti thi bas normal formal jaisi koi khaas intimacy
wali bat nahi karti thi. Agar kabhi aisa hota ke Shalu hamare ghar
ayee aur Anu nahi mili to wo foran hi wapas chali jati mere sath baith
ke gap shap bhi nahi lagati thi meri samajh mai nahi aata tha ke kia
inn ladkiyon ko males mai koi interest nahi hai ya phir probably uska
koi premi bhi hoga aur isi liye wo mere sath koi extra baat nahi
karti. Uski naak bhi patli thi aur uske Lips to bohot hi sexy the
gulabi colour ke lips bade mast lagte the aisa lagta tha jaise natural
lipstick lagi hui ho. Uski ek khaas aadat thi wo baar baar apne lips
pe zuban pherti
rehti jis se uski pink nokeli tip of the tongue bohot sexy lagti mann
karta ke pakad ke uski zuban ko choosna shuru kardu. Shalu, Anu se
thodi moti thi bhare bhare badan wali. Shalu bhi aksar Shalwar Kameez
hi pehenti thi aur kabhi Jeans aur top bhi pehenti. Jeans aur top mai
to wo qayamat lagti thi. uske chuchian aur chootad bhi Anu se thode
bade the. On the whole Shalu bhi ek bohot hi sexy aur khubsurat ladki
thi jise chodne ka khayal har kisi ke mann mei aa sakta tha.
Hamare ghar mai do ( 2 ) housemaids bhi hai ek khana pakane ke liye
aur doosri ooper ka kaam karne ke liye jaise room saaf karna bathrooms
dhona aur washing machine mei kapde dhone aur ironing karna waghaira
waghaira. Khana Pakane wali aurat achi badi umar ki thi aur hamare
ghar bohot saalo se kaam karti thi bohot puraani thi isi liye ham sab
usko masi kehte the. Masi ki umar koi 50 saal ke lag bhag hogi. Ab to
masi kehte kehte itne saal ho gaye the ke hamain unka naam bhi yad
nahi raha. Doosri ooper ka kaam karne wali Riteshwari Devi jise short
mai Ritu pukarte the jo 14 – 15 saal ki ladki thi. Rang bohot gora bhi
nahi aur kala bhi nahi khulta hua saaf rang tha. Uski aankhein bhi
badi badi thi, Sexy lips, Chuchian bhi bohot hi chote chote the shaed
abhi 28 ke honge Golf ke ball jaise chote chote the, Shaed wo bhi
brassier nahi pehenti thi kyonke jab wo chalti to uske tight chote se
chuchian uske shirt ke ander hilte bhi nahi the aur nipples ka ubhaar
uske shirt mai se saaf nazar aata tha. Ghatela badan, height bhi ziada
nahi thi, hogi shaed 4"5" ya 5" ki hogi. Ek choti ladki hi to thi
jisey majboori mai kaam karna pad raha tha.. Mostly Shalwar kameez
pehenti aur kabhi kabhi Long skirt aur blouse bhi pehenti thi. Usko
hamare uncle Sameer ek village se le ke aye the jaha unka construction
ka kaam chal raha tha. Ritu ke father ki ek accident mai death ho gai
thi aur uski Maa gaoon ( village ) mai hi rehti thi.Ritu hamare ghar
mai family member ki tarah permanently rehti thi. Ache khaate peete
gharane ki thi par uske daddy ki death ke baad haalat ne use kaam
karne par majboor kar dia tha. Ritu apna kaam bohot achi tarah se
karti aur badi tezi se bhi karti thi. On the whole Ritu ek bohot hi
sexy ladki thi par usko pata nahi tha ke wo kitni sexy hai. Uski
Kameez mai se uske chote se boobs ke ubhaar bade mast dikhte bar bar
mann karta ke unhai pakad ke uske chuchion ko masal dalu. Waise to kai
bar aisa bhi hua hai ke jab mere mom aur dad office chale jate, maasi
bhi lunch aur dinner ek sath paka ke apne ghar chali jati to mai aur
Ritu akele hi ghar mai rehte par pata nahi kyon use
chodne ka ya uske chuchion ko masalne aur choosne ka khayal mere
dimagh mai kabhi nahi aaya..
Ritu ka room neeche hi tha kyon ke sone se pehle meri mom ki tangein
dabati thi aur kabhi kisi kaam ke liye rat mai mom pukarti to wo
aajati isi liye wo neeche hi rehti thi aur jab mere parents so jate to
Ritu bhi apne room mai ja ke so jati. Subah masi thodi der se aati thi
tab tak Ritu hi mere parents ko chai ya coffee bana ke de deti aur
masi ke aane tak kitchen ki safai bhi kar deti thi Kabhi Kabhi to wo
bhi TV wale room mai aa jati aur dono baith ke TV dekhte par wo
khamosh hi rehti. TV pe koi hot scene aata to mera louda 90 degree pe
khada ho jata aur wo sharmaate aur dheere se muskurate hue uth ke room
se baher chali jati. Washing machine aur ironing room ooper ke portion
mai hi bana hua tha isi liye Ritu ko jab kapde dhona hote ya ironing
karna hota to wo ooper ke portion mai aati. Kai baar mere kamre ki
safai ke doran jab wo jhukti to uske conical shape ke chote se
chuchian aur uske chote kishmish jaise brown nipples uske shirt ke
galey (neck) ke pas se ander tak saaf nazar aaate rehte jinhai dekhte
hi mera louda pant ke ander se baher nikalne ko tadapne lagta aur mann
karta ke abhi usko neeche lita ke usko chod ke uski tight choot ko
phaad dalu par kia karu darta tha ke kahi yeh mere mom aur dad se bol
deti to meri to shamat hi aajati aur ek nayee museebat khadi ho jati
bass yeh soch ke khamosh hojata aur bathroom mai ja ke Ritu ke naam ki
muth mar leta aur khayalo mai apne lund se nikli hui malai ko Ritu ki
rasili choot me girte mehsoos karta.
Anu ko hamare sath rehte hue takreeban teen mahine ho gaye the. Din
aise hi guzar rahe the. Wo sham mai college se aati. Dinner ke bad
kuch der padhti rehti aur rat ke 11 ya 12 baje tak so jati. Mai kuch
dino se feel kar raha tha ke mere mom aur dad ke so jane ke bad Ritu
ooper Anu ke kamre mai aa jati thi aur phir Anu aur Ritu hasi mazak ki
bate karte rehte aur haste rehte. Mai ne koi aisa khaas dhyan nahi dia
ke girly talks honge jinhai aapas mai baat karke hasti hogi.
Ek din ki bat hai us din bohot garmi pad rahi thi aur mai kahi baher
se wapas aaya tha, as usual mom aur dad to the nahi. Mai baher se
ander aaya aur ooper apne room ki taraf jane laga. Mere room mai jane
ke liye mujhe Anu ke room ke samne se guzarna padta tha aur yeh
ittefak tha ke uske room ki
window khuli hui thi kyonke garmi bohot thi. Mai jab uske room ke
samne se ja raha tha to mujhe ek ajeeb kisam ki awaz sunai di aur mai
palat ke Anu ki window ki taraf apna muh ghuma ke dekha to ek shock
jaisa laga Anu aur Ritu ek doosre ko french kiss kar rahe the dono ki
aankhein band thi shaed pleasure se band ho gai hogi aur unhai pata hi
nahi chala ke mai unko dekh raha hu. Ek minute tak dekhta hi raha ke
kaise Anu aur Ritu ek doosre ki chuchion ko kapdo ke ooper se hi daba
rahe hain kabhi kabhi shirt ke ander hath dal ke ek doosre ki chuchion
ko masal rahi hai aur kissing mai khoye hue hain aur muh se
uuuuuuunnnnhhhh jaisi pleasure ki awazein nikal rahi hai. Mai yeh dekh
ke dheeme pairo se bina awaz nikale wapas chala gaya aur neeche utar
gaya Kitchen mai ja ke masi se poocha ke lunch mai kia bana rahi hai
to pata chala ke aaj lunch aur dinner mai chicken ka salan aur kabab
hain. Mai fridge se thanda pani nikal ke pya aur ooper aise chadne
laga jaise ke Anu ko pata chal jaye ke mai ooper aa raha hu aur jab
mai ooper aaya to dekha ke Anu ke room ka door khul gaya tha aur Ritu
room ki safai kar rahi thi. Mai dekh ke muskura dia aur Anu ko poocha
ke aaj college nahi gai to usne bola ke nahi aaj kal college mai
annual games chal rahe hain isi liye ek week ki chutti hai. Mai apne
kamre mai chala gaya aur shower le ke thodi der ke liye so gaya.
Us dopeher ke bad un dono ne mujhe koi shak nahi hone dia ke un ke
beech mai kuch romance chal raha hai. Dinner se pehle hi mom aur dad
aa gaye the. Ham sab ne sath mai dinner lia. Mom aur dad to office se
thakk ke aate the aur khane ke thodi hi der mai sone chale jate. Mai
dinner table pe bol dia tha ke mai aaj bohot thakk gaya hu aur jaldi
hi so jauga. Dinner ke bad Anu ko neeche hi chhor ke ooper aa gaya aur
apne room ke door ko hawa ke liye thoda sa khula rakh ke light band
karke khamoshi se apne bed pe let gaya aur gehri neend sone ki acting
karne laga. Anu thodi der bad ooper aee aur pehle to mere room ka door
khula dekh ke door ke samne aee aur dheere se ander jhank ke dekha
jise mai adh khuli aankhon se dekh raha tha par wo samjhi ke mai sach
mai gehri neend so gaya hu aur wo TV room mai ja ke TV dekhne lagi.
Hamare pas Eurosat ki Dish lagi hui hai jispe Hotbird channels aate
hui hai aur late night sex channels bhi open ho jate hai jise mai
akele mai dekha karta tha par jab se Anu aaee thi TV pe wo channels
dekhne ka moka nahi milta tha. TV ki sound mujhe bohot hi dheemi aa
rahi thi jis se pata chalta tha ke shaed Anu sex channel dekh rahi hai
Yeh kahani The Great Warrior ki likhi hui hai.

 Maine sham ko hi mere aur Anu ke room ke beech ki window ko itna
thoda sa khol dia tha ke usko shakk na ho aur mai uske room mai jhank
ke dekh saku. Mai ne corridor ki light bhi band ki hui thi is liye
baher corridor mai andhera ho gaya tha. Raat ke takreeban 12:30 ho
rahe honge TV ki awaz band ho gai aur kisi ke neeche jane ki awaz aane
lagi shaed Anu neeche ja rahi thi. Mai ne socha ke shaed pani peene
gai hogi par 5 minute ke ander hi mujhe Anu aur Rati ke ooper aane ki
awazein aane lagi dono bohot dheemi awaz mai batein kar rahe the mujhe
pata nahi chal raha tha ke kia batein kar rahe hain. Anu apne kamre
mai jane se pehle ek bar phir se mere kamre mai jhank ke mujhe dekha
ke mai so gaya ya nahi. Mai jaan boojh kar snoring karne laga to use
yakeen ho gaya ke mai bohot gehri neend so gaya hu.
Anu ke kamre mai dono aa gaye aur Anu ne ander se door band karke lock
kar dia. Hamare room ke beech ki window thodi khuli thi jismai se
mujhe Ritu ki awaz aaee wo pooch rahi the ke Raja babu so gaye kia to
Anu ne kaha haa kab ka so gaya. jab mujhe pakka yakeen ho gaya ke door
ander se lock kar dia hai to mai bina awaz kiye apne bed se neeche
utar gaya aur window ke pas chala gaya. Anu ne kamre mai jate hi apne
kamre ki lights band kar di thi par bathroom ki light jali rehne di
aur bathroom ka door bhi band kar dia. Bathroom mai ooper ki taraf
hawa ke liye ek choti si opening thi jismai se bohot hi dheemi light
kamre ke ander aa rahi thi jis se kamra poora andhera nahi dikh raha
tha bass aise lag raha tha jaise candle jali hui ho. Anu aur Ritu ke
badan mujhe saaf dikhai de rahe the. Thodi hi der mai meri aankhein
bhi andhere mai dekhne ko adjust ho gai thi aur mujhe ab ander ka sab
kuch almost saaf dikhai de raha tha. Anu ka bed aisi position mai tha
ke mai window se achi tarah se dekh sakta tha. Mai ne dekha ke kamre
mai dono aate hi ek doosre se aise lipat gaye jaise puraane lovers ho
aur bohot dino ke baad mil rahe ho. Ek doosre ko be tahaasha deep
tongue sucking passionate kiss kar rahe they aur apni chootein ek
doosre se milane ke liye apni apni gand aage peeche kar rahe the jaise
khade khade ek doosre ko chod rahe ho. Aise hi thodi der ek doosre ko
kiss karte karte ek doosre ke kapde utarne lage. Dono Shalwar aur
kameez pehne hue the. Pehle dono ke shirts utar gaye dekha to dono ke
mast chuchian nazar aa rahe the. Anu ke chuchian gol gol the aur Ritu
ke chote se light conical shape ke the. Ek ke bad ek dono ek doosre ki
chuchian choosne lage aur shalwar ke ooper se hi ek doosre ki chooton
ka massage karne lage. Aur dekhte hi
dekhte dono ne ek doosre ki shalwaro ka nada khol dia aur ek sath hi
dono ki shalwarein neeche floor pe gir padi aur dono nange ho gaye aur
idhar mai bhi apne kapde nikal ke nanga ho gaya mera Lund bohot zoron
se akad gayatha aur Anu aur Ritu ki chooton ko spring ki tarah se hil
hil ke pranaam karne laga. Yeh kahani The Great Warrior ki likhi hui
hai Dono ne bhi brassier nahi pehni hui thi. Ab meri aankhein kamre ki
dheemi light se aise adjust ho gai thi aur mujhe itna saaf dikhaee de
raha tha jaise mai din ke time mai dekhta hu. Mere dimagh mai achanak
ek khayal aaya aur mai apna camera wala mobile aur apne digital camera
jismai dheemi light mai bhi ache result ke pictures aur video ki
facility thi utha ke le aaya aur record karne laga.


--------------------------------------------------------------------------------------------------------
                                                   kaamuk kahaaniyaan
--------------------------------------------------------------------------------------------------------
kramashah........

Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion |
Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews
| Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance |
India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera |
Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical
| Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting |
Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry |
HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis
| Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad |
New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी
कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स |
सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स |
vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा |
सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी
सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी
सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such
| सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi |
कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult
kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई |
एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre
ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein |
चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain |
चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी
चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा |
सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai |
payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग
कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk |
vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana
ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ |
कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का
तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ |
हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी |
हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट |
chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai
| sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai |
mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन,
यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग,
यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना,
aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic
stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi
stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story
bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi
stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi
bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty
chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali
chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti
chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani
chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri
chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi
chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi
chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy
chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot
kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi
bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri
choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi
choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan
choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa
chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi
gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty
doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti
stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh
stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi
bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke
sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni
stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri
aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi
stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi
chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag
raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke
saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher
aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari
choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka
maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा
बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की
कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और
मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर
दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories
,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी
बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk
kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया
,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है
,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला
,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास
बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग
,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स
,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ
मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन
,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल
,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले
होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो
,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी
,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे
लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों
के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி
,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा
,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी
,چوت ,

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator