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जेठ के लड़के के साथ सुहागरात--1
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी के साथ हाजिर हूँ.दोस्तो एक बात कहु आप लोगो को कि मैं जो ये कहानी लिख रहा हूँ बिल्कुल सच्ची हैं कोई झूठ नही है ये कहानी मेरी एक दूर की चाची की है दोस्तो अब ये कहानी राधिका की ज़ुबानी दोस्तो ये मेरे साथ घटी हुई घटना हैं हाँ तो दोस्तो हम टॉपिक पे आते हैं बात कोई 2 साल पुरानी है.मैं अपने ससुराल मे आपने पति ऑर ससुर जी के साथ मज़े लेते हुए दिन काट रही थी कि एक दिन मेरे ससुर जी के बड़े भाई जो कि गाओं मे रहते हैं वो आए गाओं मे उनके पास काफ़ी ज़मीन है ऑर उनका एक ही लड़का है ओर दो पोतिया ऑर पोता एक है बड़ी पोती की शादी हो चुकी है ऑर पोता ऑर उससे छोटी पोती अभी कुंवारे हैं. वो मेरे ससुर जी से 10-12 साल बड़े हैं इस लिए सभी उनकी बहुत इज़्ज़त करते हैं. उनका बेटा मेरे पति से कोई 10 साल बड़ा था. ऑर वो हमारे घर आपनी पोते की शादी का न्योता देने आए थे. उन्होने बताया कि उनके पोते की शादी 15 दिन बाद है .मेरे सास ससुर जी ने पूछा कि आपने पहले तो बताया नही तो बोले कि बस कल ही डेट फाइनल की है तो मैने सोचा कि सब से पहले तुम्हे ही बताऊ.सारे घर मे खुशी का महॉल बन गया था कि शादी मे जाएँगे.
मैने उन्हे चाइ वागेहरा पिलाई . फिर वो एक दम से बोले कि राधिका बेटी तुम तैयार हो जाओ तो मैं उन्हे देखने लगी कि ये क्या कह रहे हैं तो वो मेरे ससुर जी को बोले कि राधिका को मैं साथ ले कर जाउन्गा क्योकि उसके भतीजे की शादी है ऑर शादी मे सिर्फ़ 15 दिन बाकी हैं ऑर घर पे काम बहुत है तो ये हमारी हेल्प कर देगी काम मे. मेरे पति टूर पे गये हुए थे इस लिए मैं ऑर ससुर जी खूब मौज मस्ती कर रहे थे रोज ही इस लिए ये सुनते ही उनका चेहरा उदास सा हो गया कि अब 15 दिन राधिका से दूर रहना पड़ेगा लेकिन फिर एक दम से खुश होते हुए बोले कि हाँ हाँ क्यो नही भाई साहिब ले जाइए आप इसे आपने साथ. बाबूजी ने राजन को फोन कर के बता दिया था कि तुम टूर से सीधे आपने ताऊ जी के घर पे ही आ जाना क्यो कि वहाँ पे शादी है. ऑर फिर मैं तैयार होने के लिए आपने रूम मे चली गई. लेकिन तभी मैं बाहर आई ऑर बोली कि बाबूजी क्या हम कल चल सकते हैं क्यो कि आज मैं बाजार से आपना समान ले आउन्गि तो वो बोले कि नही बेटी घर पे बहुत काम है तुम अभी बाजार से आपना समान ले आओ हम शाम तक चलेंगे. मैने कहा कि ठीक है. मेरी बातें सुन कर मेरे ससुर जी भी खुश हो गये थे क्यो कि वो समझ गये थे कि मैं आज की रात उनके पास रहने का बहाना बना रही हूँ. लेकिन बाबूजी की बात सुन कर वो फिर उदास हो गये.
फिर सभी ने खाना खा लिया ऑर शॉप पे जाने को तैयार होने लगे. बड़े बाबू जी भी बोले कि चलो मैं भी चलता हूँ शॉप पे मैं घर पे क्या करूँगा. मैने आपने ससुर जी से कहा कि बाबूजी आप मुझे बाजार तक छोड़ दीजिए मैं वापिस अपने आप ही आ जाउन्गि. वो बोले कि ठीक है जल्दी से तैयार हो जाओ. मैं तैयार होने चली गई ऑर तैयार हो कर आई तो सभी चलने को रेडी बैठे हुए थे. बाबूजी ने गाड़ी निकाली ओर हम उसमे बैठ गये पहले बाबूजी ने मेरी सास ऑर बड़े बाबूजी को शॉप पे छोड़ दिया ऑर फिर मुझे बाजार छोड़ने के लिए चल दिए. शॉप से थोडा दूर जा के बाबूजी ने गाड़ी रोक दी ऑर मैं आगे वाली सीट पे आ गई ऑर बाबूजी बोले कि राधिका कैसे निकालूँगा मैं तुम्हारे बिना ये 15 दिन ऑर उपर से रात को भी मैं तुम्हारे पास नही आ पाउन्गा क्यो कि तुम्हारी सासू मॉं की तबीयत ठीक नही थी तो मैने बाबूजी से कहा कि मुश्किल तो मुझे भी होगी रह तो मैं भी नही सकती आप के बिना लेकिन जाना तो पड़ेगा ही फिर मैने बाबूजी से कहा कि बाबूजी अभी 10.30 हुए हैं मैं 11.30 तक घर पे पहुँच जाउन्गि आप कोई बहाना कर के आ जाइएगा ऑर फिर कोई 2 बजे जा कर बड़े बाबूजी को लंच के लिए ले आईएगा.
मुझे बस थोड़ा सा ही समान लेना है. वो बोले कि मैं जानता हूँ कि समान तो एक बहाना है सच मे राधिका मैं भी तुम्हारे बिना रह नही सकता मैं ठीक 11.30 घर पे होऊँगा ऑर उन्होने मुझे बाजार छोड़ दिया ऑर चले गये. मैने जल्दी से थोड़ा सा समान लिया ऑर ठीक 11.25 पे घर पहुँच गई ओर ठीक 11.30 पे डोर बेल बजी . मैने जल्दी से डोर ओपन किया तो बाहर ससुर जी खड़े थे. वो अंदर आ गये ऑर उनके हाथ मे एक पोलिथीन था मैने पूछा कि इसमे क्या है तो बोले कि वो भी दिखाता हूँ उन्होने अंदर से डोर की कुण्डी लगाई ऑर मुझे गोद मे उठा लिया ओर मेरे होठों को चूमते हुए मुझे मेरे रूम मे ले गये. मुझे बेड पे बिठा दिया. मैने कहा कि शॉप पे क्या कहा आपने तो बोले कि कह दिया कि किसी काम से जा रहा हूँ 1-1.30 बजे तक आ जाउन्गा फिर हम खाना खाने चलेंगे ऑर साथ ही भाई साहिब ऑर राधिका को बस मे भी बिठा देंगे.
मैने कहा कि पोलिथीन मे क्या है तो बोले कि बाद मे दिखाउन्गा ऑर वो बेड पेमेरे साथ बैठ गये ऑर मुझे बाहो मे भर लिया ऑर मेरे होठों को चूमने लगे ऑर धीरे धीरे से मेरे बूब्स को सहलाने लगे. मैने भी उन्हे बाहों मे भर लिया ओर उनका साथ देने लगी. उनका लॉडा पूरी तरह से तन चुका था मेरा एक हाथ उनके लंड को सहला रहा था. मैने कहा कि आप सुबह उदास क्यो हो गये थे तो वो बोले कि तुमसे दूर जो रहना पड़ेगा तो मैने कहा कि मैं तभी समझ गई थी इसी लिए मैं आज की रात रुकना चाहती थी ताकि आपको आज पूरा मज़ा दे कर ही जाऊ ताकि आपके भी ऑर मेरे भी 15 दिन आराम से निकल सकें तो वो बोले कि मैं तभी समझ गया था मैं जानता हूँ कि तुम मेरा बहुत ख्याल रखती हो तभी तो मैं तुम्हारे पति से भी ज़यादा तुम्हे चोद्ता हूँ. मैने कहा कि आज जी भर के मज़ा ले लीजिए ऐसा चोदिए कि 15 दिन मुझे आप की कमी महसूस ना हो तो वो बोले कि चिंता मत करो मेरी जान आज तुम्हे जी भर के मज़ा दूँगा. फिर उन्होने अपने हाथ मेरी कमीज़ के अंदर डाल दिए ऑर मेरे बूब्स को सहलाने लगे.फिर उन्होने मेरे ऑर आपने सारे ही कपड़े उतार दिए हम दोनो बिल्कुल नंगे हो गये. अब वो मेरे एक बूब को सक कर रहे थे ओर दूसरे को मसल रहे थे मेरे मूह से सिसकियाँ निकलने लगी थी. कभी वो मेरे बूब को मसलते तो कभी मेरी चूत पे उंगलियाँ फिराते मुझे मज़ा दे रहे थे. मैने भी उनके लॉड को पकड़ रखा था ऑर उसे सहला रही थी.
वो मेरे बूब को सक कर रहे थे ऑर कह रहे थे म्म्मँववाअहह क्या मजेदार है ऑर मैं गूऊन गूऊन की आवाज़ें निकालती हुई सिसक रही था. ऊहह बाबूजी आहबाबूजी हहाइईइ बाबूजी ऊओह म्मों हहाइईइ म्मैइन मरगई ह फिर वो मेरे सारे बदन को चूमते हुए मेरी चूत की तरफ बढ़े ऑर चूत के पास पहुँचते ही झट से आपनी ज़ुबान मेरी चूत मे डाल दी ऑर उसे आंदार हिलाने लगे मेरे सारे तन बदन मे आग सी लग गई थी.मैं भी जल्दी जल्दी से उनके लॅंड को सहला रही थी. मैं सिसक रही थी आअहह ऊहह अहहाईईईईईईई अहहहहहह आहहहहहह हहहाइियैयैयैयैयैयैई ऊओह हहाइईईईई अहहहहहह्ा हहहहहहहह हाईईइ बाबूजी हहहिईीईईईईईईई ऊओह बबबूजी हहहाईईइ हहिईिइ अहहहहहहहहहः ऊओह मॉं हाहहियिइइमम्माममममवववाहहाहहा हहहहहहा हहहा हाहह हा ह ओर करीब 10-15 मिनट मेरी चूत चाटने के बाद उन्होने मुझे कहा कि अब तुम मेरे लंड को सक करोगी तो मैने कहा कि कब से रेडी हूँ मैं तो आप 69 का पॉज़ बनाओ ना. फिर हम 69 के पॉज़ मे आ गये अब वो मेरी चूत चाट रहे थे ऑर मैं उनके लॉड को मूह मे ले कर चूपे मार रही थी उनके मेरी चूत चाटने की वजह से मैं सिसक रही थी लेकिन उनका लॉडा मेरे मूह मे होने की वजह से सिरफ़ मेरे मूह से गून गून की आवाज़ें ही निकल रही थी.
वो पूरे दिल से मेरी चूत को चाट रहे थे उनकी ज़ुबान ने मेरे आंदार तूफान मचा रखा था अब मैं उनका लॉडा आपनी चूत मे लेने को तड़प रही थी सो मैने कहा कि हाईईईईईईईई बाबूजी अब तो डाल दीजिए आपने लॅंड को मेरी चूत मे अब ऑर मत तडपाइए प्ल्ज़ चोदिये अब मुझे हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्
ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ बाबूजी डाल
दीजिए ना आपना लॉडा मेरी गरम चूत मे हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अहह
प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़् ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़् ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़् ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मत तडपाओ ना रंडी को प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़् ज़्ज़्ज़्ज़ हाईईईईईईईईईईईईई अहहह हहहिईी ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
वो बोले कि डालता हूँ मेरी रंडी बहू डालता हूँ ऑर मेरी चूत को ऑर चाटने
लगे माममम्मँववाआहह क्या गजब का स्वाद है तेरी चूत का मेरी रखैल ववववाअहह
म्म्माआआववाहह दिल ही नही कर रहा इसमे अभी लॉडा डालने का दिल करता है इसे
अभी ऑर चातु बहुत मजेदार खुश्बू आ रही है इसमे से ऑर बहुत स्वाद वाला पानी
निकल रहा है ऑर वो फिर से मेरी चूत चाटने लगे ऑर फिर कुछ देर बाद वो सीधे
हुए मुझे भी सीधी लिटा लिया ऑर मेरी टाँगे उठा कर आपने कंधों पे रख ली ओर
आपने लौडेपे थोड़ा सा थूक लगा लिया ऑर लॅंड को मेरी चूत के द्वार पे रखा.
मेरी चूत तो पहले ही पानी पानी हो चुकी थी लॅंड के चूत को टच करते ही मेरी
चूत मचल उठी कि अब जल्दी से लॉडा घुस जाए उस मे ऑर मेरी चूत मे मस्ती सी भर
गई फिर उन्होने एक जोरदार धक्का मारा ऑर एक ही धक्के मे लॉडा मेरी चूत को
चीरता हुआ पूरे का पूरा चूत मे घुस गया. मुझे यू लगा जैसे कोई रोड मेरी चूत
मे घुस गई हो. बहुत मज़ा आया जब लॉडा सरसरता हुआ आंदार घुसा था.
क्रमशः,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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जेठ के लड़के के साथ सुहागरात--1
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी के साथ हाजिर हूँ.दोस्तो एक बात कहु आप लोगो को कि मैं जो ये कहानी लिख रहा हूँ बिल्कुल सच्ची हैं कोई झूठ नही है ये कहानी मेरी एक दूर की चाची की है दोस्तो अब ये कहानी राधिका की ज़ुबानी दोस्तो ये मेरे साथ घटी हुई घटना हैं हाँ तो दोस्तो हम टॉपिक पे आते हैं बात कोई 2 साल पुरानी है.मैं अपने ससुराल मे आपने पति ऑर ससुर जी के साथ मज़े लेते हुए दिन काट रही थी कि एक दिन मेरे ससुर जी के बड़े भाई जो कि गाओं मे रहते हैं वो आए गाओं मे उनके पास काफ़ी ज़मीन है ऑर उनका एक ही लड़का है ओर दो पोतिया ऑर पोता एक है बड़ी पोती की शादी हो चुकी है ऑर पोता ऑर उससे छोटी पोती अभी कुंवारे हैं. वो मेरे ससुर जी से 10-12 साल बड़े हैं इस लिए सभी उनकी बहुत इज़्ज़त करते हैं. उनका बेटा मेरे पति से कोई 10 साल बड़ा था. ऑर वो हमारे घर आपनी पोते की शादी का न्योता देने आए थे. उन्होने बताया कि उनके पोते की शादी 15 दिन बाद है .मेरे सास ससुर जी ने पूछा कि आपने पहले तो बताया नही तो बोले कि बस कल ही डेट फाइनल की है तो मैने सोचा कि सब से पहले तुम्हे ही बताऊ.सारे घर मे खुशी का महॉल बन गया था कि शादी मे जाएँगे.
मैने उन्हे चाइ वागेहरा पिलाई . फिर वो एक दम से बोले कि राधिका बेटी तुम तैयार हो जाओ तो मैं उन्हे देखने लगी कि ये क्या कह रहे हैं तो वो मेरे ससुर जी को बोले कि राधिका को मैं साथ ले कर जाउन्गा क्योकि उसके भतीजे की शादी है ऑर शादी मे सिर्फ़ 15 दिन बाकी हैं ऑर घर पे काम बहुत है तो ये हमारी हेल्प कर देगी काम मे. मेरे पति टूर पे गये हुए थे इस लिए मैं ऑर ससुर जी खूब मौज मस्ती कर रहे थे रोज ही इस लिए ये सुनते ही उनका चेहरा उदास सा हो गया कि अब 15 दिन राधिका से दूर रहना पड़ेगा लेकिन फिर एक दम से खुश होते हुए बोले कि हाँ हाँ क्यो नही भाई साहिब ले जाइए आप इसे आपने साथ. बाबूजी ने राजन को फोन कर के बता दिया था कि तुम टूर से सीधे आपने ताऊ जी के घर पे ही आ जाना क्यो कि वहाँ पे शादी है. ऑर फिर मैं तैयार होने के लिए आपने रूम मे चली गई. लेकिन तभी मैं बाहर आई ऑर बोली कि बाबूजी क्या हम कल चल सकते हैं क्यो कि आज मैं बाजार से आपना समान ले आउन्गि तो वो बोले कि नही बेटी घर पे बहुत काम है तुम अभी बाजार से आपना समान ले आओ हम शाम तक चलेंगे. मैने कहा कि ठीक है. मेरी बातें सुन कर मेरे ससुर जी भी खुश हो गये थे क्यो कि वो समझ गये थे कि मैं आज की रात उनके पास रहने का बहाना बना रही हूँ. लेकिन बाबूजी की बात सुन कर वो फिर उदास हो गये.
फिर सभी ने खाना खा लिया ऑर शॉप पे जाने को तैयार होने लगे. बड़े बाबू जी भी बोले कि चलो मैं भी चलता हूँ शॉप पे मैं घर पे क्या करूँगा. मैने आपने ससुर जी से कहा कि बाबूजी आप मुझे बाजार तक छोड़ दीजिए मैं वापिस अपने आप ही आ जाउन्गि. वो बोले कि ठीक है जल्दी से तैयार हो जाओ. मैं तैयार होने चली गई ऑर तैयार हो कर आई तो सभी चलने को रेडी बैठे हुए थे. बाबूजी ने गाड़ी निकाली ओर हम उसमे बैठ गये पहले बाबूजी ने मेरी सास ऑर बड़े बाबूजी को शॉप पे छोड़ दिया ऑर फिर मुझे बाजार छोड़ने के लिए चल दिए. शॉप से थोडा दूर जा के बाबूजी ने गाड़ी रोक दी ऑर मैं आगे वाली सीट पे आ गई ऑर बाबूजी बोले कि राधिका कैसे निकालूँगा मैं तुम्हारे बिना ये 15 दिन ऑर उपर से रात को भी मैं तुम्हारे पास नही आ पाउन्गा क्यो कि तुम्हारी सासू मॉं की तबीयत ठीक नही थी तो मैने बाबूजी से कहा कि मुश्किल तो मुझे भी होगी रह तो मैं भी नही सकती आप के बिना लेकिन जाना तो पड़ेगा ही फिर मैने बाबूजी से कहा कि बाबूजी अभी 10.30 हुए हैं मैं 11.30 तक घर पे पहुँच जाउन्गि आप कोई बहाना कर के आ जाइएगा ऑर फिर कोई 2 बजे जा कर बड़े बाबूजी को लंच के लिए ले आईएगा.
मुझे बस थोड़ा सा ही समान लेना है. वो बोले कि मैं जानता हूँ कि समान तो एक बहाना है सच मे राधिका मैं भी तुम्हारे बिना रह नही सकता मैं ठीक 11.30 घर पे होऊँगा ऑर उन्होने मुझे बाजार छोड़ दिया ऑर चले गये. मैने जल्दी से थोड़ा सा समान लिया ऑर ठीक 11.25 पे घर पहुँच गई ओर ठीक 11.30 पे डोर बेल बजी . मैने जल्दी से डोर ओपन किया तो बाहर ससुर जी खड़े थे. वो अंदर आ गये ऑर उनके हाथ मे एक पोलिथीन था मैने पूछा कि इसमे क्या है तो बोले कि वो भी दिखाता हूँ उन्होने अंदर से डोर की कुण्डी लगाई ऑर मुझे गोद मे उठा लिया ओर मेरे होठों को चूमते हुए मुझे मेरे रूम मे ले गये. मुझे बेड पे बिठा दिया. मैने कहा कि शॉप पे क्या कहा आपने तो बोले कि कह दिया कि किसी काम से जा रहा हूँ 1-1.30 बजे तक आ जाउन्गा फिर हम खाना खाने चलेंगे ऑर साथ ही भाई साहिब ऑर राधिका को बस मे भी बिठा देंगे.
मैने कहा कि पोलिथीन मे क्या है तो बोले कि बाद मे दिखाउन्गा ऑर वो बेड पेमेरे साथ बैठ गये ऑर मुझे बाहो मे भर लिया ऑर मेरे होठों को चूमने लगे ऑर धीरे धीरे से मेरे बूब्स को सहलाने लगे. मैने भी उन्हे बाहों मे भर लिया ओर उनका साथ देने लगी. उनका लॉडा पूरी तरह से तन चुका था मेरा एक हाथ उनके लंड को सहला रहा था. मैने कहा कि आप सुबह उदास क्यो हो गये थे तो वो बोले कि तुमसे दूर जो रहना पड़ेगा तो मैने कहा कि मैं तभी समझ गई थी इसी लिए मैं आज की रात रुकना चाहती थी ताकि आपको आज पूरा मज़ा दे कर ही जाऊ ताकि आपके भी ऑर मेरे भी 15 दिन आराम से निकल सकें तो वो बोले कि मैं तभी समझ गया था मैं जानता हूँ कि तुम मेरा बहुत ख्याल रखती हो तभी तो मैं तुम्हारे पति से भी ज़यादा तुम्हे चोद्ता हूँ. मैने कहा कि आज जी भर के मज़ा ले लीजिए ऐसा चोदिए कि 15 दिन मुझे आप की कमी महसूस ना हो तो वो बोले कि चिंता मत करो मेरी जान आज तुम्हे जी भर के मज़ा दूँगा. फिर उन्होने अपने हाथ मेरी कमीज़ के अंदर डाल दिए ऑर मेरे बूब्स को सहलाने लगे.फिर उन्होने मेरे ऑर आपने सारे ही कपड़े उतार दिए हम दोनो बिल्कुल नंगे हो गये. अब वो मेरे एक बूब को सक कर रहे थे ओर दूसरे को मसल रहे थे मेरे मूह से सिसकियाँ निकलने लगी थी. कभी वो मेरे बूब को मसलते तो कभी मेरी चूत पे उंगलियाँ फिराते मुझे मज़ा दे रहे थे. मैने भी उनके लॉड को पकड़ रखा था ऑर उसे सहला रही थी.
वो मेरे बूब को सक कर रहे थे ऑर कह रहे थे म्म्मँववाअहह क्या मजेदार है ऑर मैं गूऊन गूऊन की आवाज़ें निकालती हुई सिसक रही था. ऊहह बाबूजी आहबाबूजी हहाइईइ बाबूजी ऊओह म्मों हहाइईइ म्मैइन मरगई ह फिर वो मेरे सारे बदन को चूमते हुए मेरी चूत की तरफ बढ़े ऑर चूत के पास पहुँचते ही झट से आपनी ज़ुबान मेरी चूत मे डाल दी ऑर उसे आंदार हिलाने लगे मेरे सारे तन बदन मे आग सी लग गई थी.मैं भी जल्दी जल्दी से उनके लॅंड को सहला रही थी. मैं सिसक रही थी आअहह ऊहह अहहाईईईईईईई अहहहहहह आहहहहहह हहहाइियैयैयैयैयैयैई ऊओह हहाइईईईई अहहहहहह्ा हहहहहहहह हाईईइ बाबूजी हहहिईीईईईईईईई ऊओह बबबूजी हहहाईईइ हहिईिइ अहहहहहहहहहः ऊओह मॉं हाहहियिइइमम्माममममवववाहहाहहा हहहहहहा हहहा हाहह हा ह ओर करीब 10-15 मिनट मेरी चूत चाटने के बाद उन्होने मुझे कहा कि अब तुम मेरे लंड को सक करोगी तो मैने कहा कि कब से रेडी हूँ मैं तो आप 69 का पॉज़ बनाओ ना. फिर हम 69 के पॉज़ मे आ गये अब वो मेरी चूत चाट रहे थे ऑर मैं उनके लॉड को मूह मे ले कर चूपे मार रही थी उनके मेरी चूत चाटने की वजह से मैं सिसक रही थी लेकिन उनका लॉडा मेरे मूह मे होने की वजह से सिरफ़ मेरे मूह से गून गून की आवाज़ें ही निकल रही थी.
वो पूरे दिल से मेरी चूत को चाट रहे थे उनकी ज़ुबान ने मेरे आंदार तूफान मचा रखा था अब मैं उनका लॉडा आपनी चूत मे लेने को तड़प रही थी सो मैने कहा कि हाईईईईईईईई बाबूजी अब तो डाल दीजिए आपने लॅंड को मेरी चूत मे अब ऑर मत तडपाइए प्ल्ज़ चोदिये अब मुझे हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्
क्रमशः,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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