FUN-MAZA-MASTI
कंचन
मैं पहली बार स्टोरी लिख रही हू लॅकिन पूरी कोशिस करूँगी की आप लोगो को पूरी
डीटेल्स दे सकु आशा करती हू की आप लोगो को मेरी ये स्टोरी पसंद आएगी अब मैं आपको अपनी फॅमिली के बारे मे बता
देती हू मेरी फॅमिली मे हम 4 मेंबर्ज़ हैं.मेरे पापा जो की एम.पी मे सरकारी जॉब करते
हैं और मोन्थ मे 1 या 2 बार ही घर आते हैं.
मेरी मम्मी, भैया और मैं. मेरा नाम कंचन है और मैं 13 साल की एक सुंदर
गोरी लड़की हू और 8थ क्लास की स्टूडेंट हू ,मेरी हाइट 5फ्ट,3इंच है, मेरा बदन
बहुत ही कोमल है और मेरा फिगर 32-28-34 है. मेरे बड़े भैया का नाम अनुज
है और उनकी एज 21 यियर्ज़ है और वो बी.ए फाइनल एअर की स्टडी कर रहे
हैं.ओके अब मैं आप लोगो को अपने बारे मे बता देती हू मैं एक बहुत ही शरीफ
लड़की हू और अपनी क्लास मे सबसे सुंदर हूँ, मेरी क्लास के लड़के और बाकी
स्कूल के लड़के मुझे अक्सर छेड़ते रहते है, और मेरी सेक्सी बॉडी पर कॉमेंट्स मरते, लेकिन मैं ने कभी मूड कर उनको कोई रेस्पॉन्स नहीं दियाया क्योंकि मेरे मन मे सेक्स के बारे मे कभी कोई ख़याल नही आया.
मेरे भैया मुझे बहुत प्यार करते हैं और मैं भी. लेकिन मुझे क्या पता था
की भैया ये भाई-बहन वाला प्यार भूल कर मुझे ही चाहने लगे थे और मुझ से सेक्स के खाविश्मंद थे. अच्छा तो अब मैं अपनी मैं टॉपिक पर आती हूँ. ये बात आज से 4 महीने पहले की है जब मेरी मम्मी को एक हफ्ते के लिए आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ा क्योकि मेरे मामा की शादी थी. पर उस टाइम मेरे एग्ज़ॅम्स चल रहे थे जिसके कारण मैं नही जा सकती थी और मम्मी मुझे अकेला छोड़ के भी नही जा सकती थी क्योकि उस टाइम पापा भी एम.पी मे थे इसलिए मम्मी भाई को मेरा ख़याल रकने के लिए मेरे पास ही रहने को कहा और
चली गई.भैया मम्मी को स्टेशन ड्रॉप करने गये फिर मैने डोर बंद कर दिया,
और टीवी देखने लगी. शाम के करीब 6 बजे भैया स्टेशन से वापस आए फिर
भैया और मैं बातें करने लगे. हम दोनो ने मिल कर
डिन्नर बनाया और फिर रात को डिन्नर कर के भैया और मैं टी.वी पे मूवी देखने
लगे और मूवी देखते देखते मुझे पता नही कब नींद आ गई रात करीब 1:30
बजे मेरी नींद खुली, कमरे मैं नाइट बल्ब की मधाम रोशनी हो रही थी. मैने देखा भैया ने अपना लंड पैंट से बाहर निकाल रखा था और उसे सहला रहे थे और एक हाथ से
मेरे नन्हे नन्हे मासूम बूब्स को सहला रहे थे. ये देख कर मुझे भैया पे बहुत तेज गुस्सा आया और मैं भैया पर भड़क उठी,भैया ये आप क्या कर रहे हो मैं आपकी छोटी बहन हूँ.भैया एक दम से डर गये उन्हो ने अपनी पॅंट ठीक की और कहने लगे कंचन आइ लव यू. मैने कहा भैया ये किया बदतमीज़ी है मैं आपकी छोटी बहन हूँ.
आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं, अगर आप मेरे साथ ऐसी बदतमीज़ी
करोगे तो मैं आपसे कभी बात नही करूँगी और मैं रोने लगी. फिर भैया
ने कहा सॉरी कंचन मैं बहक गया था मैं अब ऐसा नही करूँगा मुझे माफ़
करदो. मैं कमरे से बाहर निकली डोर बंद किया और मैं अपने रूम मे जाके सो गई.
अगले दिन मैं सुबा जल्दी उठ कर नहाने चली गई, नहाने के बाद मैने येल्लो
कलर का टॉप और वाइट स्कर्ट पहना फिर मैं भैया को जगाने गई, उस हादसे के
बाद मुझे भैया के पास जाना अजीब सा लग रहा था, पर वो थे तो मेरे भैया
मुझे लगा की भैया अब सरमिंदा होंगे. मैने उन्हे जगाया और कहा भैया चलिए
जाकर मूह धो लीजिए मैं चाइ लेके आती हूँ और मैं चाइ बनाने चली गयी.
थोड़ी देर बाद मैं चाइ लेके आई,तो भैया ने मुझ से बोला कंचन, कल रत को जो हुआ तुम उसके कारण मुझसे नाराज़ तो नही हो ना! मैने कोई जवाब नही दिया फिर भैया ने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा, देखो कंचन मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हू और जैसे जैसे तुम जवान हो रही हो मैं तुम्हे और भी प्यार करना चाहता हूँ
मैं फिर से रोने लगी और कहा भैया मैं आपकी छोटी बहन हूँ आप जो भी
कर रहे है वो सब ठीक नही है, और आप मेरे बड़े भाई हो आप मेरे साथ ऐसा
नही कर सकते ये सब ग़लत है.
भैया को मेरी बात और आँसुओं का कोई फ़र्क नही पड़ रहा था. और फिर भैया
ने मेरे कदमों पे अपना सिर रखते हुए कहा, कंचन,मैं तुझ से बहुत प्यार
करता हूँ मैं पूरी ज़िंदगी तेरा गुलाम बन कर रहूँगा,तू जो
कहोगी,करूँगा, लेकिन मुझे निराश मत कर,वरना मेरी हालत एक मुर्दे जैसी हो
जाएगी.प्लीज़, कंचन तुम मेरी बेहन हो,मेरे ऊपेर रहम खारो,प्लीज़ मान जाओ एक
भाई अपनी बेहन के कदमों में पड़ा अपने प्यार की भीक माँग रहा है और अगर
मेरा प्यार मुझे नही मिला तो मैं अपनी जान दे दूँगा.
अब मुझे भैया के उपर तरस आ रहा था और अपने लिए अपने भैया का प्यार देख
कर मेरे सारे बदन मे आग लग गई फिर मैने भैया का हाथ पकड़ा और कहा
ठीक है भैया लेकिन यह संबंध समाज के मुताबिक अवैध हैं और अगर किसी
को भी मालूम हो गया तो हमारी बहुत बदनामी होगी ये शब्द कहते ही भैया ने
मुझे अपनी बाहों मे भर लिया और मेरी कमर मे अपना हाथ डालते हुए कहने लगे
कंचन तो चिंता मत कर और मेरे कुंवारे गुलाबी होंटो को चूसने लगे और कहने लगे आइ लव यू कंचन अगर तू मुझे नही मिलती तो मैं मर ही जाता तो मैने कहा नही
भैया मैं भी आप से बहुत प्यार करती हून आज के बाद कभी मरने की बात मत
करना. फिर क्या था मेरे इतना बोलते ही भैया की ख़ुसी का तो कोई ठिकाना नही
रहा. उन्होने मुझे अपनी बाँहों मैं उठाया और अपने रूम मैं लेगये. और मुझे
बेड पर लिटा दिया और मेरे होटो को बुरी तरहा चूमने लगे. भैया इस तरहा मेरे
होटो को चूम रहे थे जैसे से आग बरसों पुरानी हो. वो एक हाथ से मेरी जाँघो
(थाइस)को सहलाने लगे. आफ्टर 5 मिनट मुझे भी सेक्स का भूत सवार होने लगा.
मेरी छोटी छोटी सी निपल्स टाइट होने लगे थे.और फिर भैया ने धीरे से अपना हाथ मेरी
टी-शर्ट मे घुसा दिया और मेरे बूब्स पे ले गये और सहलाने लगे मेरे पूरे
शरीर मे कुछ हो रहा था अब मैं भी किस्सिंग में भैया का साथ देने लगी.
मेरा रेस्पॉन्स देख भैया धीरे-धीरे अपना हाथ मेरी चूत की फांको के पास ले गये और चूत को सहलाने लगे. मेरी चूत में अब गुदगुदी होने लगी थी. उउउफफफ्फ़ ओउउच
मैं फर्स्ट टाइम किसी के साथ सेक्स कर रही थी वो भी मेरे भैया के साथ.
मेरा पूरा जिस्म कांप रहा था तभी भैया उठे और मेरी टी-शर्ट और स्कर्ट उतार
दी अब मैं भैया के सामने सिर्फ़ पॅंटी मे थी शर्म के मारे मेरा चेहरा
लाल हो गया था और मेरा बदन कापने लगा मुझे बहुत शर्म आ रही थी.भैया
की आँखों की चमक और बढ़ चुकी थी. और भैया मेरे नंगे छोटे छोटे मुम्मों
को सहलाने लगे.. मेरे मूह से एक ज़ोर की सिसकारी निकली आअहहसिईइ आईईईई भैया
यह आप क्या कर रहे है प्ल्स मुझे छोड़ दो
कंचन मेरी प्यारी बहन तुम्हारा भाई तुमसे प्यार कर रहा है आज अपने भैया को
मत रोको और देखते ही देखते उन्होने मेरी ऐक चूची अपने मूँह मैं भर ली,. मेरे सख़्त और नुकीले मुम्मो को देखके भैया से रहा नही गया और वो कहने लगे कितना गदराया हुआ और सख़्त बदन है तेरा कंचन तेरा. और मेरी एक चुचि को मूह मे लेके चूसने लगे मेरे शरीर मे करेंट सा दौड़ने लगा. ये सोच के मेरे सगे भैया
अपनी सग़ी छोटी बेहन के बदन को चूम रहे है.
भैया मेरे मुम्मो को बारी बारी से चूस रहे थे और कभी कभी निपल्स को
काट भी रहे थे और मेरी तो जैसे जान ही निकल रही थी . .. और मैं
सिसकिया लेने लगी .. . अयाया . .भैया ..उफ़फ्फ़. और भैया मेरे निपल्स के साथ
खेलते हुए मेरी मरमरी चिकनी चिकनी जंघे को भी सहला रहे थे फिर भैया
धीरे धीरे मेरे पूरे बदन को चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगे और नाभि
पे किस्सिंग करने लगे और फिर मेरी थाइस चूमने लगे और फिर मेरी गोरी
जाँघो को सहलाते हुए उन्होने मेरी पॅंटी खींच दी और भैया
मेरी छोटी सी बिना बालो की गोरी गुलाबी चूत को देखते ही रह गये. अब मैं अपने सगे भैया के सामने बिल्कुल नंगी थी , 13 साल का कच्चा शरीर काप रहा था और भैया मेरी चूत को देखते हुए बोले हाए कंचन मेरी बहन क्या चीज़ है कितना कोमल बदन है तेरा हं ससस्स हहाअ.. और मेरी जाँघो को फैला दिया. मेरी छूट की काली एकदम
क़ास्सी हुई थी दोनो फांके चिपकी हुई थी भैया ने हौले से मेरी चिपकी हुई
फांको को उंगली से अलग किया .ह्हाआ उई मेरी चूत की दोनो फांको पे होंठ रख दिए और कसी हुई चूत के होठों को अपने होठ से दबा के बुरी तरह चूसने लगे और में तो बस कसमसाती रह गयी, तड़पति मचलती आआहह आअहह भैया हाअ उईईइ आहह मुझे ऐसा लगा की मेरी चूत में आग लग गई है. में बुरी तरहा छटपटाने लगी. मैं भैया के बालों को नोचने लगी और उनके सर को पकड़ कर अपनी चूत पर दबाने लगी. मेरे मूह से आवाज़े आने लगी आहह आअसशह आआहा आआमम आआशह. मैने कहा भाया मुउउउज्झीए कुचह हू राहाआ हॅयियी आआहहह मेरी साँसे बहुत तेज़ हो गई थी. मैं पागलों की तरहा तड़प रही थी. और मेरी चूत पानी छोड़ने लगी मैने भैया से कहा
प्लीज़ भाइया कुच्छ कीजीये मेंन मारररर जाआओंगीइ. पर भैया मेरी कहाँ
सुनने वाले थे और भाई मेरी चूत चूस चूस के मेरी कच्ची जवानी का रस पीते गये,
और बड़ी देर तक मेरी 13 बरस की छ्होटी सी चूत से चिपके रहे.मेरी चूत का
पानी छोड़ छोड़ के बुरा हाल हो चुक्का था फिर भैया ने अपने भी कपड़े उतारे
जैसे ही उन्होने अपना अंडरवेर उतारा मैं एक दम सून्न रह गई उनका लंड 7इंच
लंबा और 3 मोटा था और मैं तो अभी नाबालिग़ थी. और फिर भैया अपना
लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगे.और थोड़ी देर बाद मेरी चूत पे हल्का सा ज़ोर
डाला तो मुझे बहुत तेज दर्द हुआ और मैं एक दम से पीछे को हो गई मैं डर
गैइ सोचने लगी अब मेरा क्या होगा.
और में भैया से मिन्नत करने लगी की मुझे छोड़ दो, उन्होने मुझसे कहा अच्छा
कंचन मैं अपना लंड तेरी चूत मे नही डालूँगा बस उप्पेर से ही सहलाउन्गा
ठीक है और और मेरी चिकनी जाँघो को सहलाते हुए उन्होने अपना लंड मेरी चूत
की दरार पे फिसला दिया और बोले क्या चीज़ है तेरी चूत कंचन हाए इतनी
कसी चूत एकदम तरोटाज़्ज़ा चूत है मेरी बहना की. ऐसा कहते हुए भैया
धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत पे रगड़ने लगे और मेरे निपल्स चूसने लगे फिर
भैया ने अपना लंड मेरी चूत की सेंटर पर रखा और एक शॉट लगाया लंड मेरी
चूत में नही जा रहा था. में सिहर उठी क्योंकि दर्द के मारे मेरी जान
निकल रही थी.भाई ने मुझे सहलाते हुए कहा कंचन पहले थोडा सा दुखेगा
फिर खूब मज़ा आएगा फिर मैं चुप हो गई और आंझे बंद कर ली.
फिर भैया ने अपना लिंग मेरी चूत के छोटे से छेद पे रख कर एक जोरदार झटका
दिया जिसका उनका सूपड़ा अंदर गया जैसे ही सूपड़ा अंदर गया ही था की मैं
चिल्लाने लगी.उउउइइ माऐईन्न मईए माअरर गाऐयइ नीइकाअलू ईसीए मीईंन
मॅर जाओंगीइइ मम्मी मैं मररर गैइइ भाईईईया प्लेआसीए भैया निकालो इससे.
फिर भैया ने मेरे निपल्स को बुरी तरह चूस्ते हुए तुरंत दूसरा शॉट
लगाया ये शॉट इतना तेज लगाया कि भैया का आधा लंड मेरी छोटी सी मासूम
चूत के पतले होंटो को चीरता हुआ अंदर चला गया.मेरी दर्द के मारे जान
निकलने लगी और मेरे मूह से जूरदार चीख निकल गई.अहहाआहहुउऊउउ उवीए..वी. .मैं
मरगई भैय्ाआ... ..आआअहह भैयाः मैं मर गाइइ.प्ल्स छोड़ दो मुझेई. मेरी
आँखों से आँसू आने लगे मुझे बहुत दर्द हो रहा था.
मेरी चूत से खून भी निकल रहा था ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने भट्टी से
निकाला लाल लाल गर्म लोहा चूत में घुसा दिया हो. मैं बहुत तड़प रही थी. मैं भागना
चाहती थी लेकिन भैया ने मुझ पर अपनी पकड़ इतनी मजबूत बना रखी थी की
मैं कुछ नही कर सकती थी सिवाए आँसू बहाने के. मेरी सील टूट चुकी थी.
करीब 15 मिनट तक भैया बिल्कुल शांत रहे, भैया मेरे सॉफ्ट होंठो को चूस और बूब्स दबा रहे थे.भैया एक भूके बच्चे की तरह मेरे निपल्स को चूस रहे थे जब भैया को लगा की मैं अब शांत पड़ रही हूँ तो उन्होने तीसरा शॉट मारने में देर
नही की, उन्होने आखरी शॉट इतनी ज़ोर का मारा कि उनका
पूरा लंड मेरी छोटी सी चूत की गहराई में समा गया. मुझे इतनी ज़ोर से दर्द
हुआ जिससे कुछ सेकेंड्स के लिए तो मेरी साँस ही अटक गई थी.
मेरी चूत से दोबारा खून निकलना सुरू हो गया और मेरी चूत मे बहुत तेज जलन
होने लगी और मैं बुरी तरह चिल्लाने लगी आअहह . भैया ..आहह ह .में मर
गयी .. आअहह . ..मैं भैया की पकड़ से छूटना चाहती थी पर पर भैया
ने मुझे बहुत मजबूती से पकड़ रखा था मैं पागलों की तरहा तड़प रही थी.
फिर भी भैया को कोई फ़र्क नही पड़ रहा था.और वो मेरे निपल्स को चूस्ते रहे
थे मेरी आँखों से आँसुओं की बौछार निकलने लगी वो पूरा लंड
घुसाने के बाद 20 मिनट तक रुके रहे. फिर धीरे-धीरे मेरा दर्द कम होने लगा
और मैं धीरे-धीरे शांत पड़ने लगी. फिर भैया ने अपने लंड को आगे पीछे
करना सुरू किया. भैया मेरे निपल्स चूस्ते हुए धीरे धीरे अपना लंड
खींच के फिर से धीरे से घुसा दिया भैया जैसे ही लंड थोड़ा बाहर निकल
कर लंड वापस अंदर करते मुझे बहुत तेज दर्द होता और ऐसा लगता जैसे मेरी
चूत मे किसी ने आग लगा दी पर भैया इसी तारह बड़ी ही धीरे धीरे अपनी छोटी बेहन को चोद्ते रहे उन्न्ह आअहहू हाअए आन्णन्न् भैया आई आई रीई भैया हंणन्न् ऊऊहह ऐसे ही धीरे-धीरे मेरा दर्द भी कम हो गया फिर क्या था भैया ने अपनी स्पीड बढ़ई और चुदाई सुरू की.कुछ ही देर मैं मुझे भी मज़ा आने लगा, अब मैं भी
उनके हर एक शॉट का जवाब अपनी गंद हिलाकर देने लगी भैया
भी मेरी टाइट चूत मे अपने फिट लंड से मुझे चोदने का आनंद लेने लगा. पूरे
कमरे मैं अब हमारी चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थी आजज्ज हफफसास्स्स
पाचक-पाचक- पाचक आवाज़ें आ रहीं थी. उउंम आह आह आह उउउ उईईईई मानणन
आअहह आशह. भैया पूरी स्पीड से चुदाई कर रहे थे. में भाई के साथ मिल के
खूब उच्छल कूद करते हुए चुदवाने लगी भैया ज़ोर ज़ोर से पंपिंग करते हुए
मेरे निपल्स को भी चूस लेते और फिर मुझे लगा की मेरी चूत से कुछ
निकलने वाला है,
और मेरी चूत मे खूब तेज़ खुजली सी हुई और मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया
बस बस भैयाआआ ह्ह्ह्ह्हाआ आँहंमह और मैं भैया से चिपक गई और 5
सेकेंड में सुस्त पड़ गई मेरा पानी निकल चुका था. लेकिन भैया मेरी चूत को
चोदने मे लगे रहे भैया की साँसे अब तेज होने लगी थी, शायद वो झड़ने
वाले थे. लेकिन मैं इससे पहले कुछ समझ पाती भैया ने अपना सारा पानी मेरी चूत मैं ही गिरा दिया और मेरे उपर ही गिर गये. उनके पानी से मेरी चूत गर्म हो गई थी
भैया मेरे बगल में लेट गये.भैया के लंड पे मेरा खून लगा हुआ था और
मेरी चूत का खून और भैया के पानी से भरी हुई थी हम दोनो आधे घंटे तक
ऐसे हे लेटे रहे. फिर मैं उठी और बथ्रूम में जाने लगी तो मुझसे उठा
भी नही जा रहा था,
इस चुदाई की वजह मैं ठीक से चल भी नही पा रही थी. मेरी चूत बहुत
दर्द कर रही थी. किसी तरहा मैं बाथरूम पहुँची और नहाने बैठ गई.
नहाने के बाद मेरे सरीर में कुछ ताक़त आई. मैं ऐसे ही नंगे बदन बेडरूम
में गई वाहा देखा तो पूरी बेडशीट खून से लाल हो रखी थी भैया अभी भी
बेड पर लेटे हुए थे. शायद भैया भी थक चुके थे, वो हल्की नींद में थे.
फिर मैने कपड़े पहने.
मेरी चूत सूज गई थी जिससे मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैने पानी पिया
और वही ज़मीन पर बैठ कर रोने लगी. मेरी रोने की आवाज़ सुनकर भैया जाग
गये और मेरे पास आए और बोले क्या हुआ कंचन, मेने मूह नीचे कर रखा था
भैया नंगे थे.उनके लंड पर मेरी चूत का खून लगा हुआ था. मैने उनकी बात का जवाब नही दिया और रोती रही. भैया ने मेरा सर उपर किया और कहा देख कंचन रोने से कुछ नही होता जो होना था हो गया. मैं ओर तेज रोने लगी. भैया मुझे समझाने
लगे हमारी बदनामी नही होगी जब हम किसी को बताएन्गे ही नही तो किसी को
कैसे पता चलेगा, तू मेरी सिस्टर है और मैं तुझे लव करता हूँ. आज से तू
ही मेरी गर्लफ्रेंड है भैया ने मुझसे कहा कंचन डू यू लव मी.
मैने शरमाते हुए हां में सर हिला दिया और भैया के गले लग गई. फिर रात
को हमने खाना खाया उसके बाद भैया ने मेरी चुदाई नही की क्योंकि मेरी चूत
सूजी हुई थी. उन्होने मेरी चूत को गरम कपड़े से सेका जिससे मेरी चूत का दर्द
कम हुआ
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कंचन
मैं पहली बार स्टोरी लिख रही हू लॅकिन पूरी कोशिस करूँगी की आप लोगो को पूरी
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देती हू मेरी फॅमिली मे हम 4 मेंबर्ज़ हैं.मेरे पापा जो की एम.पी मे सरकारी जॉब करते
हैं और मोन्थ मे 1 या 2 बार ही घर आते हैं.
मेरी मम्मी, भैया और मैं. मेरा नाम कंचन है और मैं 13 साल की एक सुंदर
गोरी लड़की हू और 8थ क्लास की स्टूडेंट हू ,मेरी हाइट 5फ्ट,3इंच है, मेरा बदन
बहुत ही कोमल है और मेरा फिगर 32-28-34 है. मेरे बड़े भैया का नाम अनुज
है और उनकी एज 21 यियर्ज़ है और वो बी.ए फाइनल एअर की स्टडी कर रहे
हैं.ओके अब मैं आप लोगो को अपने बारे मे बता देती हू मैं एक बहुत ही शरीफ
लड़की हू और अपनी क्लास मे सबसे सुंदर हूँ, मेरी क्लास के लड़के और बाकी
स्कूल के लड़के मुझे अक्सर छेड़ते रहते है, और मेरी सेक्सी बॉडी पर कॉमेंट्स मरते, लेकिन मैं ने कभी मूड कर उनको कोई रेस्पॉन्स नहीं दियाया क्योंकि मेरे मन मे सेक्स के बारे मे कभी कोई ख़याल नही आया.
मेरे भैया मुझे बहुत प्यार करते हैं और मैं भी. लेकिन मुझे क्या पता था
की भैया ये भाई-बहन वाला प्यार भूल कर मुझे ही चाहने लगे थे और मुझ से सेक्स के खाविश्मंद थे. अच्छा तो अब मैं अपनी मैं टॉपिक पर आती हूँ. ये बात आज से 4 महीने पहले की है जब मेरी मम्मी को एक हफ्ते के लिए आउट ऑफ स्टेशन जाना पड़ा क्योकि मेरे मामा की शादी थी. पर उस टाइम मेरे एग्ज़ॅम्स चल रहे थे जिसके कारण मैं नही जा सकती थी और मम्मी मुझे अकेला छोड़ के भी नही जा सकती थी क्योकि उस टाइम पापा भी एम.पी मे थे इसलिए मम्मी भाई को मेरा ख़याल रकने के लिए मेरे पास ही रहने को कहा और
चली गई.भैया मम्मी को स्टेशन ड्रॉप करने गये फिर मैने डोर बंद कर दिया,
और टीवी देखने लगी. शाम के करीब 6 बजे भैया स्टेशन से वापस आए फिर
भैया और मैं बातें करने लगे. हम दोनो ने मिल कर
डिन्नर बनाया और फिर रात को डिन्नर कर के भैया और मैं टी.वी पे मूवी देखने
लगे और मूवी देखते देखते मुझे पता नही कब नींद आ गई रात करीब 1:30
बजे मेरी नींद खुली, कमरे मैं नाइट बल्ब की मधाम रोशनी हो रही थी. मैने देखा भैया ने अपना लंड पैंट से बाहर निकाल रखा था और उसे सहला रहे थे और एक हाथ से
मेरे नन्हे नन्हे मासूम बूब्स को सहला रहे थे. ये देख कर मुझे भैया पे बहुत तेज गुस्सा आया और मैं भैया पर भड़क उठी,भैया ये आप क्या कर रहे हो मैं आपकी छोटी बहन हूँ.भैया एक दम से डर गये उन्हो ने अपनी पॅंट ठीक की और कहने लगे कंचन आइ लव यू. मैने कहा भैया ये किया बदतमीज़ी है मैं आपकी छोटी बहन हूँ.
आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं, अगर आप मेरे साथ ऐसी बदतमीज़ी
करोगे तो मैं आपसे कभी बात नही करूँगी और मैं रोने लगी. फिर भैया
ने कहा सॉरी कंचन मैं बहक गया था मैं अब ऐसा नही करूँगा मुझे माफ़
करदो. मैं कमरे से बाहर निकली डोर बंद किया और मैं अपने रूम मे जाके सो गई.
अगले दिन मैं सुबा जल्दी उठ कर नहाने चली गई, नहाने के बाद मैने येल्लो
कलर का टॉप और वाइट स्कर्ट पहना फिर मैं भैया को जगाने गई, उस हादसे के
बाद मुझे भैया के पास जाना अजीब सा लग रहा था, पर वो थे तो मेरे भैया
मुझे लगा की भैया अब सरमिंदा होंगे. मैने उन्हे जगाया और कहा भैया चलिए
जाकर मूह धो लीजिए मैं चाइ लेके आती हूँ और मैं चाइ बनाने चली गयी.
थोड़ी देर बाद मैं चाइ लेके आई,तो भैया ने मुझ से बोला कंचन, कल रत को जो हुआ तुम उसके कारण मुझसे नाराज़ तो नही हो ना! मैने कोई जवाब नही दिया फिर भैया ने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा, देखो कंचन मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हू और जैसे जैसे तुम जवान हो रही हो मैं तुम्हे और भी प्यार करना चाहता हूँ
मैं फिर से रोने लगी और कहा भैया मैं आपकी छोटी बहन हूँ आप जो भी
कर रहे है वो सब ठीक नही है, और आप मेरे बड़े भाई हो आप मेरे साथ ऐसा
नही कर सकते ये सब ग़लत है.
भैया को मेरी बात और आँसुओं का कोई फ़र्क नही पड़ रहा था. और फिर भैया
ने मेरे कदमों पे अपना सिर रखते हुए कहा, कंचन,मैं तुझ से बहुत प्यार
करता हूँ मैं पूरी ज़िंदगी तेरा गुलाम बन कर रहूँगा,तू जो
कहोगी,करूँगा, लेकिन मुझे निराश मत कर,वरना मेरी हालत एक मुर्दे जैसी हो
जाएगी.प्लीज़, कंचन तुम मेरी बेहन हो,मेरे ऊपेर रहम खारो,प्लीज़ मान जाओ एक
भाई अपनी बेहन के कदमों में पड़ा अपने प्यार की भीक माँग रहा है और अगर
मेरा प्यार मुझे नही मिला तो मैं अपनी जान दे दूँगा.
अब मुझे भैया के उपर तरस आ रहा था और अपने लिए अपने भैया का प्यार देख
कर मेरे सारे बदन मे आग लग गई फिर मैने भैया का हाथ पकड़ा और कहा
ठीक है भैया लेकिन यह संबंध समाज के मुताबिक अवैध हैं और अगर किसी
को भी मालूम हो गया तो हमारी बहुत बदनामी होगी ये शब्द कहते ही भैया ने
मुझे अपनी बाहों मे भर लिया और मेरी कमर मे अपना हाथ डालते हुए कहने लगे
कंचन तो चिंता मत कर और मेरे कुंवारे गुलाबी होंटो को चूसने लगे और कहने लगे आइ लव यू कंचन अगर तू मुझे नही मिलती तो मैं मर ही जाता तो मैने कहा नही
भैया मैं भी आप से बहुत प्यार करती हून आज के बाद कभी मरने की बात मत
करना. फिर क्या था मेरे इतना बोलते ही भैया की ख़ुसी का तो कोई ठिकाना नही
रहा. उन्होने मुझे अपनी बाँहों मैं उठाया और अपने रूम मैं लेगये. और मुझे
बेड पर लिटा दिया और मेरे होटो को बुरी तरहा चूमने लगे. भैया इस तरहा मेरे
होटो को चूम रहे थे जैसे से आग बरसों पुरानी हो. वो एक हाथ से मेरी जाँघो
(थाइस)को सहलाने लगे. आफ्टर 5 मिनट मुझे भी सेक्स का भूत सवार होने लगा.
मेरी छोटी छोटी सी निपल्स टाइट होने लगे थे.और फिर भैया ने धीरे से अपना हाथ मेरी
टी-शर्ट मे घुसा दिया और मेरे बूब्स पे ले गये और सहलाने लगे मेरे पूरे
शरीर मे कुछ हो रहा था अब मैं भी किस्सिंग में भैया का साथ देने लगी.
मेरा रेस्पॉन्स देख भैया धीरे-धीरे अपना हाथ मेरी चूत की फांको के पास ले गये और चूत को सहलाने लगे. मेरी चूत में अब गुदगुदी होने लगी थी. उउउफफफ्फ़ ओउउच
मैं फर्स्ट टाइम किसी के साथ सेक्स कर रही थी वो भी मेरे भैया के साथ.
मेरा पूरा जिस्म कांप रहा था तभी भैया उठे और मेरी टी-शर्ट और स्कर्ट उतार
दी अब मैं भैया के सामने सिर्फ़ पॅंटी मे थी शर्म के मारे मेरा चेहरा
लाल हो गया था और मेरा बदन कापने लगा मुझे बहुत शर्म आ रही थी.भैया
की आँखों की चमक और बढ़ चुकी थी. और भैया मेरे नंगे छोटे छोटे मुम्मों
को सहलाने लगे.. मेरे मूह से एक ज़ोर की सिसकारी निकली आअहहसिईइ आईईईई भैया
यह आप क्या कर रहे है प्ल्स मुझे छोड़ दो
कंचन मेरी प्यारी बहन तुम्हारा भाई तुमसे प्यार कर रहा है आज अपने भैया को
मत रोको और देखते ही देखते उन्होने मेरी ऐक चूची अपने मूँह मैं भर ली,. मेरे सख़्त और नुकीले मुम्मो को देखके भैया से रहा नही गया और वो कहने लगे कितना गदराया हुआ और सख़्त बदन है तेरा कंचन तेरा. और मेरी एक चुचि को मूह मे लेके चूसने लगे मेरे शरीर मे करेंट सा दौड़ने लगा. ये सोच के मेरे सगे भैया
अपनी सग़ी छोटी बेहन के बदन को चूम रहे है.
भैया मेरे मुम्मो को बारी बारी से चूस रहे थे और कभी कभी निपल्स को
काट भी रहे थे और मेरी तो जैसे जान ही निकल रही थी . .. और मैं
सिसकिया लेने लगी .. . अयाया . .भैया ..उफ़फ्फ़. और भैया मेरे निपल्स के साथ
खेलते हुए मेरी मरमरी चिकनी चिकनी जंघे को भी सहला रहे थे फिर भैया
धीरे धीरे मेरे पूरे बदन को चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगे और नाभि
पे किस्सिंग करने लगे और फिर मेरी थाइस चूमने लगे और फिर मेरी गोरी
जाँघो को सहलाते हुए उन्होने मेरी पॅंटी खींच दी और भैया
मेरी छोटी सी बिना बालो की गोरी गुलाबी चूत को देखते ही रह गये. अब मैं अपने सगे भैया के सामने बिल्कुल नंगी थी , 13 साल का कच्चा शरीर काप रहा था और भैया मेरी चूत को देखते हुए बोले हाए कंचन मेरी बहन क्या चीज़ है कितना कोमल बदन है तेरा हं ससस्स हहाअ.. और मेरी जाँघो को फैला दिया. मेरी छूट की काली एकदम
क़ास्सी हुई थी दोनो फांके चिपकी हुई थी भैया ने हौले से मेरी चिपकी हुई
फांको को उंगली से अलग किया .ह्हाआ उई मेरी चूत की दोनो फांको पे होंठ रख दिए और कसी हुई चूत के होठों को अपने होठ से दबा के बुरी तरह चूसने लगे और में तो बस कसमसाती रह गयी, तड़पति मचलती आआहह आअहह भैया हाअ उईईइ आहह मुझे ऐसा लगा की मेरी चूत में आग लग गई है. में बुरी तरहा छटपटाने लगी. मैं भैया के बालों को नोचने लगी और उनके सर को पकड़ कर अपनी चूत पर दबाने लगी. मेरे मूह से आवाज़े आने लगी आहह आअसशह आआहा आआमम आआशह. मैने कहा भाया मुउउउज्झीए कुचह हू राहाआ हॅयियी आआहहह मेरी साँसे बहुत तेज़ हो गई थी. मैं पागलों की तरहा तड़प रही थी. और मेरी चूत पानी छोड़ने लगी मैने भैया से कहा
प्लीज़ भाइया कुच्छ कीजीये मेंन मारररर जाआओंगीइ. पर भैया मेरी कहाँ
सुनने वाले थे और भाई मेरी चूत चूस चूस के मेरी कच्ची जवानी का रस पीते गये,
और बड़ी देर तक मेरी 13 बरस की छ्होटी सी चूत से चिपके रहे.मेरी चूत का
पानी छोड़ छोड़ के बुरा हाल हो चुक्का था फिर भैया ने अपने भी कपड़े उतारे
जैसे ही उन्होने अपना अंडरवेर उतारा मैं एक दम सून्न रह गई उनका लंड 7इंच
लंबा और 3 मोटा था और मैं तो अभी नाबालिग़ थी. और फिर भैया अपना
लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगे.और थोड़ी देर बाद मेरी चूत पे हल्का सा ज़ोर
डाला तो मुझे बहुत तेज दर्द हुआ और मैं एक दम से पीछे को हो गई मैं डर
गैइ सोचने लगी अब मेरा क्या होगा.
और में भैया से मिन्नत करने लगी की मुझे छोड़ दो, उन्होने मुझसे कहा अच्छा
कंचन मैं अपना लंड तेरी चूत मे नही डालूँगा बस उप्पेर से ही सहलाउन्गा
ठीक है और और मेरी चिकनी जाँघो को सहलाते हुए उन्होने अपना लंड मेरी चूत
की दरार पे फिसला दिया और बोले क्या चीज़ है तेरी चूत कंचन हाए इतनी
कसी चूत एकदम तरोटाज़्ज़ा चूत है मेरी बहना की. ऐसा कहते हुए भैया
धीरे धीरे अपना लंड मेरी चूत पे रगड़ने लगे और मेरे निपल्स चूसने लगे फिर
भैया ने अपना लंड मेरी चूत की सेंटर पर रखा और एक शॉट लगाया लंड मेरी
चूत में नही जा रहा था. में सिहर उठी क्योंकि दर्द के मारे मेरी जान
निकल रही थी.भाई ने मुझे सहलाते हुए कहा कंचन पहले थोडा सा दुखेगा
फिर खूब मज़ा आएगा फिर मैं चुप हो गई और आंझे बंद कर ली.
फिर भैया ने अपना लिंग मेरी चूत के छोटे से छेद पे रख कर एक जोरदार झटका
दिया जिसका उनका सूपड़ा अंदर गया जैसे ही सूपड़ा अंदर गया ही था की मैं
चिल्लाने लगी.उउउइइ माऐईन्न मईए माअरर गाऐयइ नीइकाअलू ईसीए मीईंन
मॅर जाओंगीइइ मम्मी मैं मररर गैइइ भाईईईया प्लेआसीए भैया निकालो इससे.
फिर भैया ने मेरे निपल्स को बुरी तरह चूस्ते हुए तुरंत दूसरा शॉट
लगाया ये शॉट इतना तेज लगाया कि भैया का आधा लंड मेरी छोटी सी मासूम
चूत के पतले होंटो को चीरता हुआ अंदर चला गया.मेरी दर्द के मारे जान
निकलने लगी और मेरे मूह से जूरदार चीख निकल गई.अहहाआहहुउऊउउ उवीए..वी. .मैं
मरगई भैय्ाआ... ..आआअहह भैयाः मैं मर गाइइ.प्ल्स छोड़ दो मुझेई. मेरी
आँखों से आँसू आने लगे मुझे बहुत दर्द हो रहा था.
मेरी चूत से खून भी निकल रहा था ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने भट्टी से
निकाला लाल लाल गर्म लोहा चूत में घुसा दिया हो. मैं बहुत तड़प रही थी. मैं भागना
चाहती थी लेकिन भैया ने मुझ पर अपनी पकड़ इतनी मजबूत बना रखी थी की
मैं कुछ नही कर सकती थी सिवाए आँसू बहाने के. मेरी सील टूट चुकी थी.
करीब 15 मिनट तक भैया बिल्कुल शांत रहे, भैया मेरे सॉफ्ट होंठो को चूस और बूब्स दबा रहे थे.भैया एक भूके बच्चे की तरह मेरे निपल्स को चूस रहे थे जब भैया को लगा की मैं अब शांत पड़ रही हूँ तो उन्होने तीसरा शॉट मारने में देर
नही की, उन्होने आखरी शॉट इतनी ज़ोर का मारा कि उनका
पूरा लंड मेरी छोटी सी चूत की गहराई में समा गया. मुझे इतनी ज़ोर से दर्द
हुआ जिससे कुछ सेकेंड्स के लिए तो मेरी साँस ही अटक गई थी.
मेरी चूत से दोबारा खून निकलना सुरू हो गया और मेरी चूत मे बहुत तेज जलन
होने लगी और मैं बुरी तरह चिल्लाने लगी आअहह . भैया ..आहह ह .में मर
गयी .. आअहह . ..मैं भैया की पकड़ से छूटना चाहती थी पर पर भैया
ने मुझे बहुत मजबूती से पकड़ रखा था मैं पागलों की तरहा तड़प रही थी.
फिर भी भैया को कोई फ़र्क नही पड़ रहा था.और वो मेरे निपल्स को चूस्ते रहे
थे मेरी आँखों से आँसुओं की बौछार निकलने लगी वो पूरा लंड
घुसाने के बाद 20 मिनट तक रुके रहे. फिर धीरे-धीरे मेरा दर्द कम होने लगा
और मैं धीरे-धीरे शांत पड़ने लगी. फिर भैया ने अपने लंड को आगे पीछे
करना सुरू किया. भैया मेरे निपल्स चूस्ते हुए धीरे धीरे अपना लंड
खींच के फिर से धीरे से घुसा दिया भैया जैसे ही लंड थोड़ा बाहर निकल
कर लंड वापस अंदर करते मुझे बहुत तेज दर्द होता और ऐसा लगता जैसे मेरी
चूत मे किसी ने आग लगा दी पर भैया इसी तारह बड़ी ही धीरे धीरे अपनी छोटी बेहन को चोद्ते रहे उन्न्ह आअहहू हाअए आन्णन्न् भैया आई आई रीई भैया हंणन्न् ऊऊहह ऐसे ही धीरे-धीरे मेरा दर्द भी कम हो गया फिर क्या था भैया ने अपनी स्पीड बढ़ई और चुदाई सुरू की.कुछ ही देर मैं मुझे भी मज़ा आने लगा, अब मैं भी
उनके हर एक शॉट का जवाब अपनी गंद हिलाकर देने लगी भैया
भी मेरी टाइट चूत मे अपने फिट लंड से मुझे चोदने का आनंद लेने लगा. पूरे
कमरे मैं अब हमारी चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थी आजज्ज हफफसास्स्स
पाचक-पाचक- पाचक आवाज़ें आ रहीं थी. उउंम आह आह आह उउउ उईईईई मानणन
आअहह आशह. भैया पूरी स्पीड से चुदाई कर रहे थे. में भाई के साथ मिल के
खूब उच्छल कूद करते हुए चुदवाने लगी भैया ज़ोर ज़ोर से पंपिंग करते हुए
मेरे निपल्स को भी चूस लेते और फिर मुझे लगा की मेरी चूत से कुछ
निकलने वाला है,
और मेरी चूत मे खूब तेज़ खुजली सी हुई और मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया
बस बस भैयाआआ ह्ह्ह्ह्हाआ आँहंमह और मैं भैया से चिपक गई और 5
सेकेंड में सुस्त पड़ गई मेरा पानी निकल चुका था. लेकिन भैया मेरी चूत को
चोदने मे लगे रहे भैया की साँसे अब तेज होने लगी थी, शायद वो झड़ने
वाले थे. लेकिन मैं इससे पहले कुछ समझ पाती भैया ने अपना सारा पानी मेरी चूत मैं ही गिरा दिया और मेरे उपर ही गिर गये. उनके पानी से मेरी चूत गर्म हो गई थी
भैया मेरे बगल में लेट गये.भैया के लंड पे मेरा खून लगा हुआ था और
मेरी चूत का खून और भैया के पानी से भरी हुई थी हम दोनो आधे घंटे तक
ऐसे हे लेटे रहे. फिर मैं उठी और बथ्रूम में जाने लगी तो मुझसे उठा
भी नही जा रहा था,
इस चुदाई की वजह मैं ठीक से चल भी नही पा रही थी. मेरी चूत बहुत
दर्द कर रही थी. किसी तरहा मैं बाथरूम पहुँची और नहाने बैठ गई.
नहाने के बाद मेरे सरीर में कुछ ताक़त आई. मैं ऐसे ही नंगे बदन बेडरूम
में गई वाहा देखा तो पूरी बेडशीट खून से लाल हो रखी थी भैया अभी भी
बेड पर लेटे हुए थे. शायद भैया भी थक चुके थे, वो हल्की नींद में थे.
फिर मैने कपड़े पहने.
मेरी चूत सूज गई थी जिससे मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैने पानी पिया
और वही ज़मीन पर बैठ कर रोने लगी. मेरी रोने की आवाज़ सुनकर भैया जाग
गये और मेरे पास आए और बोले क्या हुआ कंचन, मेने मूह नीचे कर रखा था
भैया नंगे थे.उनके लंड पर मेरी चूत का खून लगा हुआ था. मैने उनकी बात का जवाब नही दिया और रोती रही. भैया ने मेरा सर उपर किया और कहा देख कंचन रोने से कुछ नही होता जो होना था हो गया. मैं ओर तेज रोने लगी. भैया मुझे समझाने
लगे हमारी बदनामी नही होगी जब हम किसी को बताएन्गे ही नही तो किसी को
कैसे पता चलेगा, तू मेरी सिस्टर है और मैं तुझे लव करता हूँ. आज से तू
ही मेरी गर्लफ्रेंड है भैया ने मुझसे कहा कंचन डू यू लव मी.
मैने शरमाते हुए हां में सर हिला दिया और भैया के गले लग गई. फिर रात
को हमने खाना खाया उसके बाद भैया ने मेरी चुदाई नही की क्योंकि मेरी चूत
सूजी हुई थी. उन्होने मेरी चूत को गरम कपड़े से सेका जिससे मेरी चूत का दर्द
कम हुआ
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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