Raj-Sharma-stories
लड़ाई का बदला चुदायी
दोस्तों मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आपके ल्किये रक और मस्त कहानी
लेकर हाजिर हूँ कहानी कुछ इस तरह है ............
आज बीना देवी करीब ४२ साल की हो गयी हैं .उनके पति की जब मौत हुई थी तो
उनकी इकलौती बेटी सिर्फ आठ साल की थी। बीना देवी ने अपनी लड़की स्वीटी को
लडके की तरह पाला .आज स्वीटी २३ साल की हो गयी है.बीना के पति एक स्थानीय
पार्टी के नेता थे .अपनी मौतके बाद वह इतनी संपत्ति छोड़ गए थे क़ि बीना
अपना और स्वीटी का खर्चा आराम से चला रही थी। इसके अलावा बीना एक एन जी ओ
और महिलाओं के लिए एक हेल्थ सेण्टर भी चला रही थी .जिस से भी अच्छी कमाई
हो जाती थी, नेता की पत्नी होने के कारण बीना के बड़े बड़े अफसरों,पुलिस
वालों और नेताओं से अच्छी पहचान थी.बीना अपनी हेल्थ पर पूरा ध्यान रखती
थी। इसलिए ४२ साल की होने के बावजूद वह सिर्फ २८ साल की लाती थी.बीना ने
स्वीटी को भी जूडो कराते की ट्रेनिंग दे रखी थी.बीना चाहती थीकि उसकी
लड़की स्वीटी एक लडके की तरह निडर और हिम्मत वाली बने। बीना रोज सवेरे सात
बजे अपने बंगले के सामने वाले मैदान में जोगिंग और टहलने के लिए जाती थी
,और साथमे स्वीटी को भी साथ ले जाती थी।बीना देवी जिस से भी मिल कर बात
करती तो स्वीटी की बढ़ चढ़ कर तारीफ़ करती थी। बीना कहती की यह मेरी बेटी
नहीं ,मेरा लड़का है। अगर कहीं झगड़े की नौबत आयेगी ,तो स्वीटी एकसाथ चार
चार लड़कों से निपट लेगी। और चारों पर भारी पड़ेगी। ऎसी बातें सुन सुन कर
,स्वीटी भी लोगों से बेकार बिना बात पर पंगे लिया करती थी। लेकिन लोग
बीना के पुलिस से संबंधों के कारण चुप रह जाते थे। वैसे तो बीना खुद को
काफी शरीफ दिखाती थी ,लेकिन लोग जानते थे की बीना कई लोगों के लंड ले
चुकी है.एक औरत को जवान बने रहने के लिए रोज चुदाई करवाना जरूरी है.लंड
का पानी डाले बिना जवानी का पौधा मुरझा जाता है। एक दिन शाम के समय बीना
के घर के सामने वाले मैदान में एक पेड़ के पास चार लडके पेशाब कर रहे
थे.और लम्बे लम्बे लंड निकाल कर पेशाब झटक रहे थे .उस समय स्वीटी अपने
मकान के वरांडे में थी पाहिले तो उसे बड़े बड़े लंड देख कर मजा आया,और वह
लड़कों के लंड गौर से देखती रही। लेकिन जब लड़के जाने की तयारी करने लगे
,तो अचानक स्वीटी ने अपनी मम्मी को चिल्ला कर बुलाया ,जो उस समय घर में
ही थी.जैसे ही वीना पास आयी तो ,स्वीटी बोली की देखो मम्मी ,यह लडके मेरी
तरफ अपने लंड दिखा कर इशारे कर रहे थे.बीना स्वीटी को अपने साथ उन लड़कों
के करीब गयी और गालियाँ देने लगी। बीना बोली ,मादरचोदो अगर तुम्हारे लंड
में इतनी जवानी उबल रही है तो अपनी माँ बहिन की चूतों में घुसा दो.अगर
किसी ने मेरी लड़की तरफ लंड निकाला तो उसी लंड को पकड़ कर तुम्हारी गांड
में घुसा देंगे.बेचारे लडके यह सुन कर सन्न रह गए .फिर भी बीना का का मन
नहीं माना। उसने स्वीटी से कहा,स्वीटी उठ ,लगा एक एक तमाचा इन हरामियों
के गालों पर.फ़ौरन स्वीटी ने सबके गालों पर ऐसा झन्नाटेदार तमाचा लगाया
,की लड़कों के गाल लाल हो गए। धीमे धीमे काफी भीड़ हो गयी.इसलिए और झगडा
होने के भय से लड़कों ने खिसकने में ही अपनी भलाई समझी। लेकिन जाते जाते
वह स्वीटी और बीना को गुस्से की नजर से घूरते रहे। घर जाकर लड़कों ने
अपमान का बदला लेनेकी योजना बनाई.उनके पड़ोस में एक आवारा टैप लड़का
गुड्डू रहता था। उसके साथ मिलकर कुल चार लड़के इस प्लान में शामिल होगये
.उन्हें पता था की रात को बीना और स्वीटी अकेले सोते हैं। नेता की पत्नी
होने से बीना रात को नौ बजे ही दोनो नौकरानियों की छुट्टी कर देती थी.रात
को भी चौकीदार उस बंगले पर सिर्फ एक बार गश्त लगाता था। रात को जब बीना
और स्वीटी सो चुके तो गुड्डू एक रस्सी लाया उस से हुक लगा कर पाहिले
गुड्डू फिर उमेश ,विजय और मनोज छत पर चढ़ गए.फिर ,खिड़की खोलकर बीना के
बेडरूम में घुस गए .एक बेड पर बीना और दूसरे पर स्वीटी सो रही थे। रात
को कमरे में नाईट लेम्प जल रहा था,बीना मेक्सी और स्वीटी शलवार पहिने
थी.गुड्डू ने पहिले चुपचाप बीना की मेक्सी निकाल कर ऊपर खिसका दी,फिर
स्वीटी की शलवार उतार दी.दोनों के शरीर पर सिर्फ पेंटी रह गयी.बीना और
स्वीटी की चूतें और तने हुए बोबे देख कर सबके लंड सांप की तरह फनफना रहे
थे गुड्डू ने आराम आराम से बीना की चड्डी भी नीची सरका दी। लेकिन बीना को
पता नही चला.बीना चूत से मस्त खुश्बू आ रही थी और चूत से रस जैसा कुछलगा
हुआ था। शायद बीना कही किसी से चुदवा कर आयी थी .इसीलिए बेखबरी से सो रही
थी। उमेश से रहा नही गया .उसने एक उंगली बीना की चूत में घुसा दी और उसकी
चूचियां दबाने लगा.बीना को पहले तो मजा आया,उसे सपने में लगा की वह किसी
अपने यार का लंड चूत में ले रही है,जब मनोज ने बीना की गांड में भी उंगली
डाली तो बीना जाग गयी.और चौंक कर पलंग पर बैठ गयी.देखा की सामने चार चार
लंड तय्यार हैं। डरकर बीना ने पूछा की तुम लोग कौन हो और क्या चाहते
हो.गुड्डू बोला साली देख कर भी पूछ रही है . सामने लंड और हमारे सामने
चूतें हैं.क्या हम भजन करने आये हैं.हम आज तेरी और तेरी बेटी को अपने लंड
का स्वाद देने आये हैं.अगर हमारी बात नहीं मानी तो यहीं तुम्हारी लाश
छोड़ कर चले जायेंगे। बात मान जाओगी तो तुम्हें मजा आयेगा.जब माँ
चुदवायेगी तो बेटी को और मजा आयेगा.तुम फ़िक्र नहीं करो हम लोग अनुभवी
चुदक्कड हैं.तुम्हें हमारे लंड जरूर पसंद आयेंगे ,फिर तुम लोग हमसे हमेशा
चुदवाती रहोगी। इसलिए हम पहले तुम्हारी अपने तरीके चुदाई करेंगे .एक
तुम्हारे मुंह में एक गांड में और एक चूत में लंड डालेगा। तुम भी याद
करोगी इस नयी सुहागरात को.तब तक एक आदमी स्वीटी की चूत गर्म करेगा। सवेरे
तक हमारा कार्यक्रम चलेगा.अगर आप राजीखुशी नहीं मानेगी तो हम मजबूर होकर
जबरदस्ती करेंगे। हम तो अपने लंड का पानी तुम्हारी चूतों और गांडों में
डाले बिना नही मानें गे.आप फ़ौरन सारे कपडे उतार दे। अब हमारे लंड को सब्र
नहीं हो रहा है बीना तुरत नंगी हो गयी सारे लड़के यह देख कर खुश हो गए की
बीना बड़ी जल्दी आसानी से चुदवाने को राजी हो गयी.तीनों ने अपनी अपनी
पोजीशन बना ली. मनोज को गांड मारने का बड़ा शौक था इसलिए उसने अपना लंड
बीना की चूत में डालने के लिए अपने ऊपर चढ़ा लिया. ताकि नीचे से उमेश
उसकी चूत में लंड घुसा सके.बीना विजय का लंड चूसने लगी.उसे पहली बार
स्वर्ग जैसा आनंद आ रहा था, वह गपागप लंड लेने लगी.मनोज का लंड लंबा होने
के कारण बीना की गांड में दर्द होने लगा .बीना ओय ओय उफ़ उफ़ अरे अरे करने
लगी.मनोज बोला आप चिल्लाना बंद करके मेरे लंड का कमाल देखें..आज मै आपकी
गांड को दरवाजा बना दूँगा. आप हमेशा मेरे लंड को याद रखेंगी. विजय ने
बीना की चूतमें पेशाब कर दिया . जिसे बीना स्वाद लेकर पी गयीफिर तीनों ने
बदल बदल कर बीना की चुदाई चालू कर दी.
उस समय जब स्वीटी सो रही थी तो गुड्डू ने स्वीटी की शलवार निकाल दी
.स्वीटी की कुवारी बिना बाल की चूतदेख कर चारों मस्त हो रहे थे.कमरे में
चुदाई की आवाजें ,फच फच फच फच गूँज रही थीं.तभी गुड्डू ने स्वीटी को उठा
कर पलंग के पास खडा कर दिया जहां बीना तीन तीन लौडों से चुदवा रही
थी.स्वीटी को विस्वास नहीं हो रहा था क़ि उसकी मम्मी इतनी चुदक्कड़है.
उसका मुंह खुला का खुला रहगया उसे कुछ समझ में नहीं आया .वह सिर्फ मम्मी
की चूत और गांड में आदर बाहर होने वाले लम्बे लम्बे लंड देख कर ताजुब कर
रही थी.और सोचने लगी अगर यही लंड मेरी चूत में डाले जायेंगे तो क्या
होगा.
चुदते चुदते बीना बोली स्वीटी डरो नहीं यह लोग मेरा कुछ बी नहींबिगाड़
सकेंगे. यह लोग अच्छे लोग हैं. अपना काम कर रहे हैं.आज मुझे तुम्हारे
पापा की याद आ रही है. वहतो अब नहीं हैं .लेकिन इन लोगों ने मुझे खुश कर
दिया.ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला.बेटा चुदाई से बड़ा कोई सुख नहीं है
.औरतें तो एक लंड के लिए तरस जाती हैं .यहाँ तो घर में ही चार चार तगड़े
लंड मिल गए .इस मौके का पूरा फ़ायदा लेना चाहिए .
स्वीटी बोली मम्मी मैं भी आपकी बेटी हूँ. मैं भी आपकी तरह चुदवाना चाहती
हूँ.जब शादी के बाद भी चूत में लंड घुसेगा तो आज क्यों नहीं.आप ही तो
कहती हैं की चूत सिर्फ चुदाने के लिए बनी है .चाहे किसी का लंड हो .मजा
एकसा आता है.
यह सुन कर गुड्डू बोला स्वीटी तुम खुद तय करो पहला लंड किसका लोगी.
स्वीटी बोली शायद तुम्हें पता नहीं है की मेरे बारे में मम्मी ,सबसे कहती
हैं क़ि मेरी बेटी एक साथ चार चार को निपटा सकती है.इसलिए माँ तरह मैं
बारी बारी सबसे चुदवाउंगी. और सबका लंड लूंगी.
तब तक बीना का एक राउंड हो चुका था. सबने मिल कर स्वीटी को पलंग पर गिरा
लिया और .पागल की तरह चोदने लगे .जब स्वीटी की चूत फटी तो वह चिल्लाई .
बीना बोली बेटा लंड का अपमान नहीं करो. उसे आराम से अपनी चूत और गांड में
जाने दो.तभी असली में वही मजा आयेगा जो मैं ले चुकी हूँ .स्वीटी धक्के पर
धक्का सहने लगी.वह मस्त होकर नीचे से अपनी चूत उछाल कर लंड अन्दर लेने
लगी.
दोस्तों मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आपके ल्किये रक और मस्त कहानी
लेकर हाजिर हूँ कहानी कुछ इस तरह है ............
आज बीना देवी करीब ४२ साल की हो गयी हैं .उनके पति की जब मौत हुई थी तो
उनकी इकलौती बेटी सिर्फ आठ साल की थी। बीना देवी ने अपनी लड़की स्वीटी को
लडके की तरह पाला .आज स्वीटी २३ साल की हो गयी है.बीना के पति एक स्थानीय
पार्टी के नेता थे .अपनी मौतके बाद वह इतनी संपत्ति छोड़ गए थे क़ि बीना
अपना और स्वीटी का खर्चा आराम से चला रही थी। इसके अलावा बीना एक एन जी ओ
और महिलाओं के लिए एक हेल्थ सेण्टर भी चला रही थी .जिस से भी अच्छी कमाई
हो जाती थी, नेता की पत्नी होने के कारण बीना के बड़े बड़े अफसरों,पुलिस
वालों और नेताओं से अच्छी पहचान थी.बीना अपनी हेल्थ पर पूरा ध्यान रखती
थी। इसलिए ४२ साल की होने के बावजूद वह सिर्फ २८ साल की लाती थी.बीना ने
स्वीटी को भी जूडो कराते की ट्रेनिंग दे रखी थी.बीना चाहती थीकि उसकी
लड़की स्वीटी एक लडके की तरह निडर और हिम्मत वाली बने। बीना रोज सवेरे सात
बजे अपने बंगले के सामने वाले मैदान में जोगिंग और टहलने के लिए जाती थी
,और साथमे स्वीटी को भी साथ ले जाती थी।बीना देवी जिस से भी मिल कर बात
करती तो स्वीटी की बढ़ चढ़ कर तारीफ़ करती थी। बीना कहती की यह मेरी बेटी
नहीं ,मेरा लड़का है। अगर कहीं झगड़े की नौबत आयेगी ,तो स्वीटी एकसाथ चार
चार लड़कों से निपट लेगी। और चारों पर भारी पड़ेगी। ऎसी बातें सुन सुन कर
,स्वीटी भी लोगों से बेकार बिना बात पर पंगे लिया करती थी। लेकिन लोग
बीना के पुलिस से संबंधों के कारण चुप रह जाते थे। वैसे तो बीना खुद को
काफी शरीफ दिखाती थी ,लेकिन लोग जानते थे की बीना कई लोगों के लंड ले
चुकी है.एक औरत को जवान बने रहने के लिए रोज चुदाई करवाना जरूरी है.लंड
का पानी डाले बिना जवानी का पौधा मुरझा जाता है। एक दिन शाम के समय बीना
के घर के सामने वाले मैदान में एक पेड़ के पास चार लडके पेशाब कर रहे
थे.और लम्बे लम्बे लंड निकाल कर पेशाब झटक रहे थे .उस समय स्वीटी अपने
मकान के वरांडे में थी पाहिले तो उसे बड़े बड़े लंड देख कर मजा आया,और वह
लड़कों के लंड गौर से देखती रही। लेकिन जब लड़के जाने की तयारी करने लगे
,तो अचानक स्वीटी ने अपनी मम्मी को चिल्ला कर बुलाया ,जो उस समय घर में
ही थी.जैसे ही वीना पास आयी तो ,स्वीटी बोली की देखो मम्मी ,यह लडके मेरी
तरफ अपने लंड दिखा कर इशारे कर रहे थे.बीना स्वीटी को अपने साथ उन लड़कों
के करीब गयी और गालियाँ देने लगी। बीना बोली ,मादरचोदो अगर तुम्हारे लंड
में इतनी जवानी उबल रही है तो अपनी माँ बहिन की चूतों में घुसा दो.अगर
किसी ने मेरी लड़की तरफ लंड निकाला तो उसी लंड को पकड़ कर तुम्हारी गांड
में घुसा देंगे.बेचारे लडके यह सुन कर सन्न रह गए .फिर भी बीना का का मन
नहीं माना। उसने स्वीटी से कहा,स्वीटी उठ ,लगा एक एक तमाचा इन हरामियों
के गालों पर.फ़ौरन स्वीटी ने सबके गालों पर ऐसा झन्नाटेदार तमाचा लगाया
,की लड़कों के गाल लाल हो गए। धीमे धीमे काफी भीड़ हो गयी.इसलिए और झगडा
होने के भय से लड़कों ने खिसकने में ही अपनी भलाई समझी। लेकिन जाते जाते
वह स्वीटी और बीना को गुस्से की नजर से घूरते रहे। घर जाकर लड़कों ने
अपमान का बदला लेनेकी योजना बनाई.उनके पड़ोस में एक आवारा टैप लड़का
गुड्डू रहता था। उसके साथ मिलकर कुल चार लड़के इस प्लान में शामिल होगये
.उन्हें पता था की रात को बीना और स्वीटी अकेले सोते हैं। नेता की पत्नी
होने से बीना रात को नौ बजे ही दोनो नौकरानियों की छुट्टी कर देती थी.रात
को भी चौकीदार उस बंगले पर सिर्फ एक बार गश्त लगाता था। रात को जब बीना
और स्वीटी सो चुके तो गुड्डू एक रस्सी लाया उस से हुक लगा कर पाहिले
गुड्डू फिर उमेश ,विजय और मनोज छत पर चढ़ गए.फिर ,खिड़की खोलकर बीना के
बेडरूम में घुस गए .एक बेड पर बीना और दूसरे पर स्वीटी सो रही थे। रात
को कमरे में नाईट लेम्प जल रहा था,बीना मेक्सी और स्वीटी शलवार पहिने
थी.गुड्डू ने पहिले चुपचाप बीना की मेक्सी निकाल कर ऊपर खिसका दी,फिर
स्वीटी की शलवार उतार दी.दोनों के शरीर पर सिर्फ पेंटी रह गयी.बीना और
स्वीटी की चूतें और तने हुए बोबे देख कर सबके लंड सांप की तरह फनफना रहे
थे गुड्डू ने आराम आराम से बीना की चड्डी भी नीची सरका दी। लेकिन बीना को
पता नही चला.बीना चूत से मस्त खुश्बू आ रही थी और चूत से रस जैसा कुछलगा
हुआ था। शायद बीना कही किसी से चुदवा कर आयी थी .इसीलिए बेखबरी से सो रही
थी। उमेश से रहा नही गया .उसने एक उंगली बीना की चूत में घुसा दी और उसकी
चूचियां दबाने लगा.बीना को पहले तो मजा आया,उसे सपने में लगा की वह किसी
अपने यार का लंड चूत में ले रही है,जब मनोज ने बीना की गांड में भी उंगली
डाली तो बीना जाग गयी.और चौंक कर पलंग पर बैठ गयी.देखा की सामने चार चार
लंड तय्यार हैं। डरकर बीना ने पूछा की तुम लोग कौन हो और क्या चाहते
हो.गुड्डू बोला साली देख कर भी पूछ रही है . सामने लंड और हमारे सामने
चूतें हैं.क्या हम भजन करने आये हैं.हम आज तेरी और तेरी बेटी को अपने लंड
का स्वाद देने आये हैं.अगर हमारी बात नहीं मानी तो यहीं तुम्हारी लाश
छोड़ कर चले जायेंगे। बात मान जाओगी तो तुम्हें मजा आयेगा.जब माँ
चुदवायेगी तो बेटी को और मजा आयेगा.तुम फ़िक्र नहीं करो हम लोग अनुभवी
चुदक्कड हैं.तुम्हें हमारे लंड जरूर पसंद आयेंगे ,फिर तुम लोग हमसे हमेशा
चुदवाती रहोगी। इसलिए हम पहले तुम्हारी अपने तरीके चुदाई करेंगे .एक
तुम्हारे मुंह में एक गांड में और एक चूत में लंड डालेगा। तुम भी याद
करोगी इस नयी सुहागरात को.तब तक एक आदमी स्वीटी की चूत गर्म करेगा। सवेरे
तक हमारा कार्यक्रम चलेगा.अगर आप राजीखुशी नहीं मानेगी तो हम मजबूर होकर
जबरदस्ती करेंगे। हम तो अपने लंड का पानी तुम्हारी चूतों और गांडों में
डाले बिना नही मानें गे.आप फ़ौरन सारे कपडे उतार दे। अब हमारे लंड को सब्र
नहीं हो रहा है बीना तुरत नंगी हो गयी सारे लड़के यह देख कर खुश हो गए की
बीना बड़ी जल्दी आसानी से चुदवाने को राजी हो गयी.तीनों ने अपनी अपनी
पोजीशन बना ली. मनोज को गांड मारने का बड़ा शौक था इसलिए उसने अपना लंड
बीना की चूत में डालने के लिए अपने ऊपर चढ़ा लिया. ताकि नीचे से उमेश
उसकी चूत में लंड घुसा सके.बीना विजय का लंड चूसने लगी.उसे पहली बार
स्वर्ग जैसा आनंद आ रहा था, वह गपागप लंड लेने लगी.मनोज का लंड लंबा होने
के कारण बीना की गांड में दर्द होने लगा .बीना ओय ओय उफ़ उफ़ अरे अरे करने
लगी.मनोज बोला आप चिल्लाना बंद करके मेरे लंड का कमाल देखें..आज मै आपकी
गांड को दरवाजा बना दूँगा. आप हमेशा मेरे लंड को याद रखेंगी. विजय ने
बीना की चूतमें पेशाब कर दिया . जिसे बीना स्वाद लेकर पी गयीफिर तीनों ने
बदल बदल कर बीना की चुदाई चालू कर दी.
उस समय जब स्वीटी सो रही थी तो गुड्डू ने स्वीटी की शलवार निकाल दी
.स्वीटी की कुवारी बिना बाल की चूतदेख कर चारों मस्त हो रहे थे.कमरे में
चुदाई की आवाजें ,फच फच फच फच गूँज रही थीं.तभी गुड्डू ने स्वीटी को उठा
कर पलंग के पास खडा कर दिया जहां बीना तीन तीन लौडों से चुदवा रही
थी.स्वीटी को विस्वास नहीं हो रहा था क़ि उसकी मम्मी इतनी चुदक्कड़है.
उसका मुंह खुला का खुला रहगया उसे कुछ समझ में नहीं आया .वह सिर्फ मम्मी
की चूत और गांड में आदर बाहर होने वाले लम्बे लम्बे लंड देख कर ताजुब कर
रही थी.और सोचने लगी अगर यही लंड मेरी चूत में डाले जायेंगे तो क्या
होगा.
चुदते चुदते बीना बोली स्वीटी डरो नहीं यह लोग मेरा कुछ बी नहींबिगाड़
सकेंगे. यह लोग अच्छे लोग हैं. अपना काम कर रहे हैं.आज मुझे तुम्हारे
पापा की याद आ रही है. वहतो अब नहीं हैं .लेकिन इन लोगों ने मुझे खुश कर
दिया.ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला.बेटा चुदाई से बड़ा कोई सुख नहीं है
.औरतें तो एक लंड के लिए तरस जाती हैं .यहाँ तो घर में ही चार चार तगड़े
लंड मिल गए .इस मौके का पूरा फ़ायदा लेना चाहिए .
स्वीटी बोली मम्मी मैं भी आपकी बेटी हूँ. मैं भी आपकी तरह चुदवाना चाहती
हूँ.जब शादी के बाद भी चूत में लंड घुसेगा तो आज क्यों नहीं.आप ही तो
कहती हैं की चूत सिर्फ चुदाने के लिए बनी है .चाहे किसी का लंड हो .मजा
एकसा आता है.
यह सुन कर गुड्डू बोला स्वीटी तुम खुद तय करो पहला लंड किसका लोगी.
स्वीटी बोली शायद तुम्हें पता नहीं है की मेरे बारे में मम्मी ,सबसे कहती
हैं क़ि मेरी बेटी एक साथ चार चार को निपटा सकती है.इसलिए माँ तरह मैं
बारी बारी सबसे चुदवाउंगी. और सबका लंड लूंगी.
तब तक बीना का एक राउंड हो चुका था. सबने मिल कर स्वीटी को पलंग पर गिरा
लिया और .पागल की तरह चोदने लगे .जब स्वीटी की चूत फटी तो वह चिल्लाई .
बीना बोली बेटा लंड का अपमान नहीं करो. उसे आराम से अपनी चूत और गांड में
जाने दो.तभी असली में वही मजा आयेगा जो मैं ले चुकी हूँ .स्वीटी धक्के पर
धक्का सहने लगी.वह मस्त होकर नीचे से अपनी चूत उछाल कर लंड अन्दर लेने
लगी.
एक घंटे के बाद स्वीटी की चूत वीर्य से भर गयी .वीर्य बाहर रिसने लगा तो
बीना सारा वीर्य चाट लिया. बीना बोली मेरी एक दिन की खुराक मिल गयी .यही
है मेरी जवानी का राज.
अगर तुम लोग हमेशा मेरी इसी तरह से चुदाई करते रहोगे तो स्वीटी तुम में
से जिस का लंड पसंद करेगी तो ,मैं उसी से स्वीटी की शादी करवा दूंगी.
बीना सारा वीर्य चाट लिया. बीना बोली मेरी एक दिन की खुराक मिल गयी .यही
है मेरी जवानी का राज.
अगर तुम लोग हमेशा मेरी इसी तरह से चुदाई करते रहोगे तो स्वीटी तुम में
से जिस का लंड पसंद करेगी तो ,मैं उसी से स्वीटी की शादी करवा दूंगी.
लेकिन एक शर्त है क़ि शादी के बाद भी तुम सब स्वीटी के साथ मुझे भी
अपने लंड कामजा देते रहोगे. स्वीटी को उमेश का लंड पसंद आया क्योंकि
उसके वीर्य से स्वीटी की चूत भर गयी थी. वह बोली मुझे भी वीर्य पीने के
फायदे पता चल गए है.
उस रात तीन बार चुदाई का दौर चला. बीना और स्वीटी की चूतें और गांड सूज गयी .थी
अपने लंड कामजा देते रहोगे. स्वीटी को उमेश का लंड पसंद आया क्योंकि
उसके वीर्य से स्वीटी की चूत भर गयी थी. वह बोली मुझे भी वीर्य पीने के
फायदे पता चल गए है.
उस रात तीन बार चुदाई का दौर चला. बीना और स्वीटी की चूतें और गांड सूज गयी .थी
बाद में बीना ने अपना वायदा पूरा किया.और स्वीटी कीशादी उमेश से करा
दी.आज उमेश अपने उन सभी दोस्तों के साथ स्वीटी की जमकर चुदाई कर रहा है.
स्वीटी एक तरह से सबकी सम्मिलित पत्नी बन कर रह रही है .उसे लंड की कोई
कमी नही रही .
दी.आज उमेश अपने उन सभी दोस्तों के साथ स्वीटी की जमकर चुदाई कर रहा है.
स्वीटी एक तरह से सबकी सम्मिलित पत्नी बन कर रह रही है .उसे लंड की कोई
कमी नही रही .
कभी कभी जब बीना की चूतगर्म हो जाती है तो वह इन्हीं लोगो को बुला कर
अपनी गरमी शांत कर लेती है.
तो दोस्तों कैसी लगी ये मस्त कहानी जरूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
अपनी गरमी शांत कर लेती है.
तो दोस्तों कैसी लगी ये मस्त कहानी जरूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
हजारों कहानियाँ हैं फन मज़ा मस्ती पर !
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