Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--12




हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--12

गतान्क से आगे....................
मॉनिटर पर दोनो की पूरी काम-क्रीड़ा का लाइव टेलएकास्ट देख लेने के बाद निशा की हालत बेकाबू हो चुकी थी. बेचारी काउंटर बैठे हुए ही अपनी चिड़िया को सेलहाए जा रही थी पर अब सहन करना मुश्किल हो रहा था. बस कोई आ जाए और इस ओखली मे मूसल डाल कर धोन्च्ता रहे....फाड़ डाले इस निगोडी चूत को. अब कोई चारा नही बचा तो कंप्यूटर और कॅश बॉक्स को बंद कर खड़ी हो गयी. फिर संजना और रोज़ी से बोली- मैं टाय्लेट होकर आ रही हू. तुम ज़रा यहा का ध्यान रखना. फिर वो उपर की ओर चल दी. वाहा पहुचते ही उसने जीने का गेट बंद कर दिया और मास्टर जी के कमरे मे घुस गयी. वाहा बबलू का पानी निकल चुका था और रश्मि उस पर चिल्ला रही थी… रश्मि- कामीने…ये तेरा साँप बीच मे ही कैसे मर गया. अब ये खड़ा होगा या नही. जल्दी खड़ा कर इसे. बबलू कुछ कहता इससे पहले … मदहोश निशा बबलू के पास पहुचि और उसने घुटनो पर बैठ कर मुरझाए हुए लंड को अपने मूह मे ले लिया. निशा की इस हरकत से बबलू और रश्मि सकते मे आ गये. दोनो सेक्स के खेल मे इतने मस्त हो गये थे कि ध्यान ही नही रहा कि वो कहा पर है. जब तक बबलू संभलता निशा ने उसके लंड को चूस- चूस कर फिर से खड़ा कर दिया. इसके बाद उसने देर ना करते हुए अपनी सलवार उतारी और चढ़ गयी बबलू पर घुड़-सवारी करने. निशा की चूत चुदाई के लिए एकदम तय्यार थी. उसकी योनि का रस बह कर उसकी टाँगो पर आ चुक्का था. बबलू को कुछ करने की ज़रूरत नही पड़ी. तीर निशाने पर था. आआआआयययययययययययईईईईई- एक घुटि हुई सी चीख सुनाई दी और निशा का भी कोमार्य बबलू के लंड पर कुर्बान हो गया. थोड़ा सा खून निशा की चूत से रिस कर योन-रस के साथ बाहर आ गया. निशा की चूत की फांके बबलू के टट्टो को चूम रही थी. अब बबलू भी पूरे रंग मे वापस आ गया था. उसने निशा के सूट के बटन खोल दिए और उसे उतार दिया. निशा की नाषपाती के साइज़ की दूधिया रंग की चुचिया एक टीनेजर ब्रा मे क़ैद थी. साइज़ रश्मि से छोटा था पर गोरे रंग ने गजब कर दिया था. ऐसी सुंदरता तो बबलू ने सपने मे भी नही देखी थी. निशा थोड़ी देर के बाद उछलने लगी. जैसे उसने रश्मि को चलते हुए देखा था. उसकी ब्रा मे क़ैद नश्पातिया भी उपर नीचे उछल रही थी. बबलू तो जैसे ईन्द्र के सिंहासन पर था और कोई अप्सरा उसकी सेवा कर रही थी. पर वो ज़्यादा देर तक इस शानदार एहसास मे नही रह पाया. बबलू को अब असलियत का आभास हो रहा था. हालाँकि, आज उसकी जिंदगी का सबसे खुशनसीब दिन था. आज एक नही 2-2 कुँवारी कमसिन लड़कियो की कोरी चूत की सील उसने तोड़ी थी. पर वो डर भी रहा था. नयी जगह. नये लोग. और पहली ही बार मे ये सब…उसके मूह से अपने आप ही बोल फूटने लगे. बबलू- अरे तुम ये क्या कर रही हो. निशा- (चुप) बबलू- देखो तुम ये ठीक नही कर रही. निशा- और तू रश्मि के साथ क्या कर रहा था. रश्मि- मैं तो अपना नाप देना सिखा रही थी. निशा- तो ठीक है मैं भी सिखा दूँगी. बबलू- मस्टेरज़ी ने मुझे इसका नाप लेने को कहा है. निशा- चुप चाप मेरा नाप लो…नही तो उनको बता दूँगी कि तुम कैसे नाप ले रहे थे. ये सुन कर बबलू चुप हो गया. पर रश्मि की चूत मे भी को आग भड़की हुई थी जो निशा की हर्कतो ने और भड़का दी थी. वो भी बेचारे बबलू के मूह पर बैठ गयी. रश्मि की चूत के लिप्स बबलू के मूह के लिप्स से जुड़ गये. रश्मि बबलू के मूह पर ही अपने निचले लिप्स को रगड़ने लगी. बबलू ने अपनी जीभ को बाहर निकाला और उसी से रश्मि की चूत को चोदने लगा. बड़ा जोरदार थ्रीसम सीन चल रहा था. बबलू के कसरती जिस्म का 2-2 अप्सराए मान-मर्दन कर रही थी. तीनो की जवानिया एक दूसरे से जम कर लोहा ले रही थी. देखना था की किसमे कितना दम है. आख़िरकार, सबसे पहले रश्मि का पानी छूटा. उसने अपनी योनि को बबलू के मूह पर कस कर दबा दिया और उसके सिर को कस कर पकड़ लिया. फिर वो वहाँ से हट कर एक तरफ निढाल हो कर ढेर हो गयी. रश्मि के हटने के बाद बबलू ज़मीन से थोड़ा सा उठा और घुटने मोड़ कर निशा को खड़ा कर दिया. निशा तो मदमस्त हथनी की तरह लंड पर जमी हुई थी. वो उससे अलग नही होना चाहती थी पर बबलू के आगे उसकी एक ना चली. बबलू ने खड़े होकर निशा की अब तक क़ैद नाश्पतियो को ब्रा खोल कर बाहर निकाल लिया. निशा का गोरा बेदाग जिस्म अब पूरी तरह अनावृत हो चुक्का था. लोग चोदने से पहले एक दूसरे का जिस्म निहार कर उत्तेजना बढ़ाते है. यहा उल्टा हो रहा था. निशा का धैर्य जवाब दे रहा था. उसे तो बस एक ही चीज़ दिख रही थी जिसे वो हर हाल मे पा लेना चाहती थी. पर ये बबलू तो निशा को निहारने मे ही लगा हुआ था. निशा फिर से बबलू के जिस्म लिपट गयी. उधर रश्मि भी निशा की गर्मी को देख कर फिर से पिघलने लगी और निशा से जा लिपटी और उसे चूमने लगी. पर जिसका डर था वही हुआ… नॉक-नॉक तभी अचानक खटखटाने की आवाज़ आई. शायद जीने के दरवाजे पर कोई था. बबलू तो होश मे था पर दोनो अप्सराओ के दिमाग़ पर तो जैसे सेक्स का भूत सवार था. दोनो की चूत का उद्घाटन तो हो गया था पर जवानी की प्यास भुजने की बजाए और भड़कती ही जा रही थी. दोनो रति क्रिया मे ऐसे खोई हुई थी कि इसी काम के लिए ही जन्म लिया हो. बबलू ने किसी तरह खुद को अलग किया और दोनो को झींझोड़ा. पर वो भूखे बच्चे की तरह उसके लंड पर टूट पड़ी. दोनो उसकी सेक्स-स्लेव बन चुकी थी. बबलू ने उनको उस नशे का चस्का लगा दिया था जो हर डोज के साथ और नशीला हो रहा था. उधर खटखताहत की आवाज़ बढ़ती ही जा रही थी. इधर बबलू की हालत पस्त हो रही थी. बबलू- मस्टेरज़ी आ गये है. तुम दोनो कपड़े पहन लो. निशा- मेरी प्यास तो भुजा दे मेरे राज्जा. बबलू- अरे कोई आ जाएगा. जल्दी करो. निशा- मैं आ तो गयी हू. अब बंद दरवाजे से कोई और नही आएगा. बबलू- पागला गयी हो क्या. मस्टेरज़ी दरवाजा तोड़ कर यहा आ जाएँगे. उनको पता है कि मैं और रश्मि यहा अकेले है. निशा- मुझे कुछ नही पता. इस रश्मि को तो बड़ा मज़ा दे रहे थे तुम. अब मेरी बारी मे चीटिंग मत करो. बबलू- मेरी जान. मैं कही भागा थोड़े ही जा रहा हू. कल तुम्हारा नंबर लगा दूँगा. निशा- प्रॉमिस? बबलू- बाइ गॉड की कसम. अब तो कपड़े पहन लो प्लीज़. रश्मि- और मैं. मेरी प्यास भी ढंग से नही भुजी है. मुझे कब प्यार करोगे. बबलू- तेरी सेवा भी कर दूँगा. अब तुम भी कपड़े पहन लो प्लीज़. दोनो अनमने ढंग से कपड़े पहनने लगी और बबलू आने वाली आफ़त के बारे मे सोचने लगा. उसने अपने कपड़े ठीक किए और टाय्लेट मे लगे मिरर के सामने अपना हुलिया चेक किया. फिर वापस आकर उन दोनो को टाय्लेट मे भेज दिया. और नीचे की ओर भागा. बबलू की जान सुखी हुई थी. पता नही आज क्या होने वाला था. 3 जवान जिस्म कमरा बंद करके क्या कर रहे थे. क्या जवाब देता वो……….? मन ही मन आज वो भगवान से प्रार्थना कर रहा था की आज बचा ले फिर कभी किसी लड़की की ओर आँख उठा कर भी नही देखेगा. नॉक..नॉक अबकी बार बबलू ने तुरंत ही दरवाजा खोल दिया. सामने मस्टेरज़ी नही संजना खड़ी थी. उसे देख कर बबलू की जान मे जान आई. पहले जब बबलू बुटीक मे आया था तब उसे नही देख पाया था. ये संजना तो हुस्न परी थी. एक दम गोरा चिटा रंग. और साइज़ भी एकदम सेक्सी. उपर से उसकी टाइट जीन्स-टॉप….अफ…कोई पत्थर भी पिघल जाए. पर हमारे बबलू जी तो अभी अभी अपना सारा रस निचोड़-निचोड़ कर उपर 2 सुंदरियो को दान कर आए थे. बेचारी संजना की ज्वानी पर बबलू का ध्यान ही नही गया. वो बेरूख़ी से बोला- क्यो शोर मचा रही हो. कौन हो तुम. संजना- मैं संजना हू. यहा सेल्स गर्ल का काम करती हू. निशा दीदी कहा है. बबलू- वो वॉश….उपर मस्टेरज़ी के कमरे मे है…बोलो क्या काम है. संजना- नीचे मल्लिका मेडम है. बहुत गुस्से मे है. निशा दीदी को बुला रही है….कहा है वो उको बुलाओ ना. बबलू- अब ये कौन सी नयी बला है. संजना- वो हमारी पुरानी कस्टमर है और शमा मेडम की खास फ्रेंड भी है. बहुत गुस्से मे है. बबलू- क्यो क्या कर दिया तुमने उनके साथ. सनजाना- मैने कुछ नही किया. वो तुमसे पहले एक लड़का था रोहन. उसने उनकी सारी का ब्लाउस सिला था. उसकी फिटिंग सही नही आ रही. बहुत महँगी साडी है. संजना की बोली एकदम मिशरी जैसी थी. जब बोलती तो जैसे फूल झाड़ रहे हो. बबलू उसकी आवाज़ के जादू मे खो सा गया. संजना- निशा दीदी कहा है. बबलू- निशा मॅम को तो अभी टाइम लगेगा. संजना- चलो तो तुम ही देख लो. बबलू- मैं क्या देखूँगा. संजना- अरे तुम टेलर हो. कस्टमर को अटेंड करना. उसकी प्राब्लम सॉल्व करना. बबलू- तू आज पहले ही दिन मरवाएगी. संजना- तुम चलो तो सही. बबलू- ठीक है चलो. जैसी तुम्हारी मर्ज़ी. बबलू नीचे पहुचा तो वाकई भूचाल आया हुआ था. एक 30-32 साल की हाईफ़ाई मेडम बेहद गुस्से से बेचारी रोज़ी पर चिल्ला रही थी. बबलू- एस मेडम. वॉट कॅन आइ डू फॉर यू. मल्लिका- सी…वॉट ईज़ दिस बबलू- दिस लुक्स लाइक आ ब्लाउस. मल्लिका- ओफफफूओ….ये तो मुझे भी पता है कि ये ब्लाउस है. ये ब्लाउस मैने 1 महीना पहले यहा से सिलवाया था. खास आज शाम होने वाली करण की पार्टी के लिए 34000 की सारी इस बुटीक से खरीदी थी. जब आज सुबह मैने इसको ट्राइ किया तो आया ही नही. बुरी तरह से फँस रहा है. अब मैं आज शाम की पार्टी मे क्या पहनुँगी. ये निशा कहा है ? बबलू- मेडम मुझे बताइए मैं आपकी प्राब्लम सॉल्व करूँगा. मल्लिका- देखो ये ब्लाउस कितना टाइट है. एक बार पहन लो तो सांस नही ले सकते. बबलू- मेडम आप उपर चलिए. मैं हाथ के हाथ आपका ब्लाउस आल्टर कर दूँगा. यह सुनकर मल्लिका मेडम का तमतमाया हुआ चेहरा खिल उठा. मल्लिका- तुम कर लोगे ? बबलू- आप मुझ पर छोड़ दीजिए. ये बताइए की आप क्या लेना पसंद करेंगी. कॉफी या जूस. मल्लिका- बटरस्कॉच शेक मंगा लो. बबलू- रोज़ी एक शेक उपर भेज देना. आइए मेडम. मल्लिका मेडम को शांत करने के चक्कर मे बबलू उनकी मस्त देह का दीदार करना तो भूल ही गया था. जीने मे उपर चढ़ते समय मेडम को देखने का मौका मिला. मेडम ने ब्लॅक कलर की घुटनो तक की स्कर्ट पहन रखी थी और उपर ब्लॅक कोट था. मेडम की कमर तो पतली ही थी पर कुल्हो पर चढ़े हुए माँस से उभार सॉफ दिखाई दे रहा था. मेडम के जिस्म की आँखो से पैईमाश करते-करते दोनो उपर मस्टेरज़ी के रूम मे पहुच गये. वाहा निशा और रश्मि अब तक सब कुछ सेट कर चुकी थी. मल्लिका- निशा देखो ये क्या करवा दिया तुमने. निशा- क्या हुआ मॅम. बबलू- अरे कुछ नही. मेडम आप चिंता मत करे. मैं सब ठीक कर दूँगा. आप ऐसा करे की इस ब्लाउस को चेंज रूम मे जाकर पहन लीजिए. फिर मैं चेक कर लूँगा कि कहा प्राब्लम है. और मल्लिका ब्लाउस उठा कर चेंज रूम मे चली गयी. निशा- हाए राम. ये मल्लिका मेडम की चुचिया देखी तूने. 2 महीने मे ही कैसी फूल गयी है. ब्लाउस क्या खाक आएगा. रश्मि- हा यार पहले तो इतने बड़े नही थे मेडम के. बबलू- इन का पहले वाला साइज़ तो लिखा होगा. निशा- हा यही मस्टेरज़ी के पास होगा. मैं देखती हू….ये रही ऑर्डर बुक…ये रहा उनका 2 महीने पहले वाला साइज़….देखो मैने कहा था ना उनकी बस्ट का साइज़ 32 इंच लिखा है. अब देखो क्या साइज़ हो गया है. रश्मि- कुछ भी कहो...मेडम कितनी सेक्सी लग रही थी ना. ये बस्ट का साइज़ बढ़ने से औरत एकदम सेक्स-बॉम्ब बन जाती है. निशा- हा तभी तू इतना इतराती फिरती है. तेरा साइज़ भी तो मस्त है ना. रश्मि- मेरा साइज़ बड़ा है तो मेरा क्या कसूर है. निशा- हा यार. काश मेरा भी साइज़ इतना हो जाए तो मज़ा ही आ जाए. अच्छा चल तू नीचे जा. मैं यहा देखती हू. रश्मि- एक दिन मे ज़्यादा देखना-देखना सही नही है दीदी. अब तो बेचारे पर रहम करो. निशा- चल बेशरम कही की. रश्मि- आप कितनी शर्मीली हो. वो तो मैने देख ही लिया है. निशा- तू जाती है या नही. रश्मि- अच्छा बाबा जाती हू. *** मल्लिका मेडम जैसे ही चेंज करके बाहर आई तो लगा जैसे कमरे मे ज़लज़ला सा आ गया हो. मल्लिका मेडम के जलवे देख कर बबलू के निस्तेज लंड मे भी जैसे नवजीवन का संचार हो गया था. जैसे उसके लंड की नसो मे नया खून दौड़ने लगा था. 2-3 सेकेंड मे ही बबलू का सैनिक मल्लिका मेडम को सलामी देने लगा था. मल्लिका मेडम ब्लाउस और स्कर्ट पहन रखा था. मेडम वाकई मे सेक्स-बॉम्ब थी. रेड कलर के ब्लाउस मे मेडम बेहद शोख लग रही थी. मल्लिका- देखो कितना टाइट है. सांस भी नही आ रही. हुक भी साँस रोक कर लगाए है. बबलू ने इंक्फिटेप उठाया और मेडम के पास जाकर ब्लाउस को देखने लगा. वाकई मे मेडम सही कह रही थी. मेडम के बूब्स ब्लाउस मे इस तरह क़ैद थे कि अभी फाड़ कर बाहर आ जाएँगे. ब्लाउस के हुक भी जवाब देने वाले थे. बबलू- मेडम आप चिंता मत कीजिए मैं आप का साइज़ ले लेता हू फिर आपके ब्लाउज को ठीक कर दूँगा. आप यहा खड़ी हो जाइए और ब्लाउस उतार दीजिए. मल्लिका- व्हाट ???? बबलू- मेडम सही नाप लेने के लिए तो ब्लाउस उतारना ही पड़ेगा. मल्लिका- वो तो ठीक है पर मैने बड़ी मिश्किल से हुक लगाए है. अब ये मुझसे नही खुलेंगे. बबलू- ठीक है ये निशा आपकी मदद कर देगी. आप इनको दबाइए और निशा हुक खोल देगी. निशा तो पहले ही मेडम के साइज़ को देख कर सकते मे थी. वो बिना कुछ कहे आगे आई और मेडम के बूब्स को दोनो साइड से दबाने लगी. मेडम ने भी सांस निकाल कर हुक खोल ने की काफ़ी कोशिश की पर कोई फायेदा नही हुआ. निशा की कोमल कलाइया इस कम के लिए कमजोर साबित हुई. बबलू- मेडम ऐसा करिए आप खुद दबाइए और निशा हुक खोल देगी. मल्लिका- मुझसे सांस नही ली जा रही है. और तुम मज़ाक कर रहे हो. मुझसे नही दबेंगे ये. बबलू- तो फिर क्या करे अब. निशा- अरे तुम ही क्यो नही दबा देते. (निशा ने बबलू के मन की बात बोल दी थी) बबलू- मेडम. म....मैं कैसे आपके बूब्स को दबाउन्गा. (दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा कहना चाहता हूँ आप लोग भी सोच रहे होंगे की काश....... हम भी वहाँ होते अब देखिए इसकमिने बबलू का मन तो बहुत हो रहा था पर उपर से नौटंकी दिखा रहा था) मल्लिका- मुझे कोई प्राब्लम नही है. पर बबलू आगे नही बढ़ा तो निशा ने बबलू के हाथ पकड़े और मेडम के बूब्स की दोनो साइड पर रख दिए. अँधा क्या चाहे ????????????????????????? 2 आँखे
क्रमशः...........

 part--12 gataank se aage.................... Monitor par dono ki puri kaam-kreeda ka live telecast dekh lene ke baad Nisha ki halat bekabu ho chuki thi. Bechari counter baithe huye hi apni chidiya ko selhaye ja rahi thi par ab sehan karna mushkil ho raha tha. Bas koi aa jaye aur is Okhli me musal dal kar dhonchta rahe....phad dale is nigodi chut ko. Ab koi chara nahi bacha to Computer aur Cash Box ko band kar khadi ho gayi. Fir Sanjana aur Rosy se boli- Mai toilet hokar aa rahi hu. Tum jara yaha ka dhyan rakhna. Fir wo upar ki aor chal di. Waha pahuchate hi usne Jeene ka gate band kar diya aur Master Ji ke kamre me ghus gayi. Waha Bablu ka Pani nikal chuka tha aur Rashmi us par chilla rahi thi… Rashmi- Kamine…ye tera sanp beech me hi kaise mar gaya. Ab ye khada hoga ya nahi. Jaldi khada kar ise. Bablu kuch kehta isse pehle … madhosh Nisha Bablu ke pas pahuchi aur usne ghutno par baith kar murjhaye huye lund ko apne muh me le liya. Nisha ki is harkat se Bablu aur Rashmi sakte me aa gaye. Dono sex ke khel me itne mast ho gaye the ki dhyan hi nahi raha ki wo kaha par hai. Jab tak Bablu sambhalta Nisha ne uske lund ko choos- choos kar fir se khada kar diya. Iske bad usne der na karte huye apni salwar utari aur chadh gayi Bablu par ghud-sawari karne. Nisha ki chut chudayi ke liye ekdum tayyar thi. uski yoni ka ras beh kar uski tango par aa chukka tha. Bablu ko kuch karne ki jarurat nahi padi. Teer Nishane par tha. AAAAAAAYYYYYYYYYYYEEEEEEEEEEEE- Ek ghuti huyi si cheekh sunayi di aur Nisha ka bhi kamarya Bablu ke lund par kurban ho gaya. Thado sa khoon Nisha ki chut se ris kar Yon-ras ke sath bahar aa gaya. Nisha ki chut ki phanke Bablu ke Tatto ko chum rahi thi. Ab Bablu bhi pure rang me wapas aa gaya tha. Usne Nisha ke suit ke Button khol diye aur use utar diya. Nisha ki Nashpati ke size ki doodhiya rang ki chuchiya ek Teenager Bra me kaid thi. Size Rashmi se chota tha par gore rang ne gajab kar diya tha. Aisi sundarta to Bablu ne sapne me bhi nahi dekhi thi. Nisha thodi der ke bad uchalne lagi. Jaise usne Rashmi ko chalte huye dekha tha. Uski Bra me kaid nashpatiya bhi upar niche uchal rahi thi. Bablu to jaise Indra ke sinhasan par tha aur koi apsara uski sewa kar rahi thi. Par wo jyada der tak is shandar ehsaas me nahi reh paya. Bablu ko ab asliyat ka abhas ho raha tha. Halanki, aaj uski jindagi ka sabse khushnaseeb din tha. Aaj ek nahi 2-2 kunwari kamsin ladkiyo ki kori chut ki seal usne todi thi. Par wo dar bhi raha tha. Nayi jagah. Naye log. Aur pehli hi baar me ye sab…Uske muh se apne aap hi bol footne lage. Bablu- Arey tum ye kya kar rahi ho. Nisha- (chup) Bablu- Dekho tum ye theek nahi kar rahi. Nisha- Aur tu Rashmi ke sath kya kar raha tha. Rashmi- Mai to apna naap dena sikha rahi thi. Nisha- To theek hai mai bhi shikha dungi. Bablu- Masterji ne mujhe iska naap lene ko kaha hai. Nisha- Chup chap mera naap lo…nahi to unko bata dungi ki tum kaise naap le rahe the. Ye sun kar Bablu chup ho gaya. Par Rashmi ki chut me bhi ko aag bhadki huyi thi jo Nisha ki harkato ne aur bhadka di thi. Wo bhi bechare Bablu ke muh par baith gayi. Rashmi ki chut ke lips Bablu ke muh ke lips se jud gaye. Rashmi Bablu ke muh par hi apne nichle lips ko ragadne lagi. Bablu ne apni jeebh ko bahar nikala aur usi se Rashmi ki chut ko chodne laga. Bada jordar Threesome Scene chal raha tha. Bablu ke kasrati jism ka 2-2 apsaraye man-mardan kar rahi thi. Tino ki jawaniya ek dusre se jam kar loha le rahi thi. Dekhna tha ki kisme kitna dum hai. Akhirkar, sabse pehle Rashmi ka pani choota. Usne apni yoni ko Bablu ke muh par kas kar daba diya aur uske sir ko kas kar pakad liya. Fir wow aha se hat kar ek taraf nidhal ho kar dher ho gayi. Rashmi ke hatne ke bad Bablu jameen se thoda sa utha aur ghutne mod kar Nisha ko khada kar diya. Nisha to madmast hathni ki tarah lund par jami huyi thi. Wo usse alag nahi hona chahti thi par Bablu ke age uski ek na chali. Bablu ne khade hokar Nisha ki ab tak kaid nashpatiyo ko bra khol kar bahar nikal liya. Nisha ka gora bedag jism ab puri tarah anavrit ho chukka tha. Log chodne se pehle ek dusre ka jism nihar kar uttejana badhate hai. Yaha ulta ho raha tha. Nisha ka dhairya jawab de raha tha. Use to bas ek hi cheej dikh rahi thi jise wo har hal me pana lena chahti thi. Par ye Bablu to Nisha ko niharne me hi laga hua tha. Nisha fir se Bablu ke jism lipat gayi. Udhar Rashmi bhi Nisha ki garmi ko dekh kar fir se pighalne lagi aur Nisha se ja lipati aur use chumne lagi. Par jiska dar tha wahi hua… Knock-Knock Tabhi achanak khatkhatane ki awaaj aayi. Shayad Jeene ke darwaje par koi tha. Bablu to hosh me tha par dono apsarayo ke dimaag par to jaise sex ka bhoot sawaar tha. Dono ki chut ka udghatan to ho gaya tha par jawani ki pyas bhujne ki bajaye aur bhadakti hi ja rahi thi. Dono rati kriya me aise khoyi huyi thi ki isi kaam ke liye hi janm liya ho. Bablu ne kisi tarah khud ko alag kiya aur dono ko jhinjhoda. Par wo bhookhe bacche ki tarah uske lund par toot padi. Dono uski Sex-Slave ban chuki thi. Bablu ne unko us nashe ka chaska laga diya tha jo har dose ke sath aur nashila ho raha tha. Udhar khatkhatahat ki awaaj badhti hi ja rahi thi. Idhar Bablu ki halat past ho rahi thi. Bablu- Masterji aa gaye hai. Tum dono kapde pahan lo. Nisha- Meri pyas to bhuja de mere rajja. Bablu- Arey koi aa jayega. jaldi karo. Nisha- Mai aa to gayi hu. Ab band darwaje se koi aur nahi aayega. Bablu- Pagla gayi ho kya. Masterji darwaja tod kar yaha aa jayenge. Unko pata hai ki mai aur Rashmi yaha akele hai. Nisha- Mujhe kuch nahi pata. Is Rashmi ko to bada maja de rahe the tum. Ab meri bari me cheating mat karo. Bablu- Meri jaan. Mai kahi bhaga thode hi ja raha hu. Kal tumhara number laga dunga. Nisha- Promise? Bablu- bye God ki kasam. Ab to kapde pehan lo please. Rashmi- Aur mai. Meri pyas bhi dhang se nahi bhuji hai. Mujhe kab pyar karoge. Bablu- Teri sewa bhi kar dunga. Ab tum bhi kapde pehan lo please. Dono anmane dhang se kapde pehanne lagi aur Bablu aane wali aafat ke bare me sochne laga. Usne apne kapde thik kiye aur Toilet me lage mirror ke samne apna huliya check kiya. Fir wapas aakar un dono ko toilet me bhej diya. Aur neeche ki aur bhaga. Bablu ki jaan sukhi huyi thi. Pata nahi aaj kya hone wala tha. 3 jawan jism kamra band karke kya kar rahe the. Kya jawab deta wo……….? Man hi man aaj wo Bhagwan se prarthana kar raha tha ki aaj bacha le fir kabhi kisi ladki ki aor ankh utha kar bhi nahi dekhega. Knock..Knock Abki bar Bablu ne turant hi darwaja khol diya. Samne Masterji nahi Sanjana khadi thi. Use dekh kar Bablu ki jaan me jaan aayi. Pehle jab Bablu Boutique me aaya tha tab use nahi dekh paya tha. Ye Sanjana to Husn Pari thi. Ek dum gora chitta rang. Aur size bhi ekdum sexy. Upar se uski tight Jeans-Top….uff…koi pathhar bhi pighal jaye. Par hamare Bablu ji to abhi abhi apna sara ras nichod-nichod kar upar 2 sundariyo ko daan kar aaye the. Bechari Sanajana ki jwani par Bablu ka dhyan hi nahi gaya. Wo berukhi se bola- Kyo shor macha rahi ho. Kaun ho tum. Sanjana- Mai Sanjana hu. Yaha Sales Girl ka kam karti hu. Nisha Didi kaha hai. Bablu- Wo Wash….upar Masterji ke kamre me hai…Bolo kya kaam hai. Sanjana- Niche Mallika Madam hai. Bahut gusse me hai. Nisha Didi ko bula rahi hai….kaha hai wo uko bulao na. Bablu- Ab ye kaun si nayi bala hai. Sanjana- Wo hamari purani customer hai aur Shama Madam ki khas friend bhi hai. Bahut gusse me hai. Bablu- Kyo kya kar diya tumne unke sath. Sanajana- Maine kuch nahi kiya. Wo tumse pehle ek ladka tha rohan. Usne unki Saree ka blouse sila tha. Uski fitting sahi nahi aa rahi. Bahut mehngi Saree hai. Sanjana ki boli ekdum mishri jaisi thi. Jab bolti to jaise fool jhad rahe ho. Bablu uski awaaj ke jadu me kho sa gaya. Sanjana- Nisha didi kaha hai. Bablu- Nisha Mam ko to abhi time lagega. Sanjana- Chalo to tum hi dekh lo. Bablu- Mai kya dekhunga. Sanjana- Arey tum tailor ho. Customer ko attend karna. Uski problem solve karna. Bablu- Tu aaj pehle hi dim marwagi. Sanjana- Tum chalo to sahi. Bablu- Theek hai chalo. Jaisi tumhari marji. Bablu niche pahucha to wakai bhuchal aaya hua tha. Ek 30-32 saal ki HiFi Madam behad gusse se bechari Rosy par chilla rahi thi. Bablu- Yes Madam. What can I do for you. Mallika- See…what is this Bablu- This looks like a blouse. Mallika- Offfooo….Ye to mujhe bhi pata hai ki ye blouse hai. Ye blouse maine 1 mahina pehle yaha se silwaya tha. Khas aaj sham hone wali Karan ki party ke liye 34000 ki saree is Boutique se kharidi thi. Jab aaj subah maine isko try kiya to aaya hi nahi. buri tarah se fans raha hai. Ab mai aaj sham ki party me kya pehnungi. Ye Nisha kaha hai ? Bablu- Madam mujhe bataiye mai apki problem solve karunga. Mallika- Dekho ye Blouse kitna tight hai. Ek baar pehan lo to sans nahi le sakte. Bablu- Madam aap upar chaliye. Mai hath ki hath apka blouse alter kar dunga. Yeh sunkar Mallika Madam ka tamtamaya hua chehra khil utha. Mallika- Tum kar loge ? Bablu- Aap mujh par chor dijiye. Ye batayiye ki aap kya lena pasand karengi. Coffee ya Juice. Mallika- Butterscotch Shake manga lo. Bablu- Rosy ek Shake upar bhej dena. Ayiye Madam. Mallika Madam ko shant karne ke chakkar me Bablu unki mast deh ka deedar karna to bhool hi gaya tha. Jeene me upar chadhte samay Madam ko dekhne ka mauka mila. Madam ne Black colour ki ghutno tak ki skirt pehan rakhi thi aur upar Black Coat tha. Madam ki kamar to patli hi thi par kulho par chadhe huye mans se ubhar saaf dhikhayi de raha tha. Madam ke jism ki aanko se paimaish karte-karte dono upar Masterji ke room me pahuch gaye. Waha Nisha aur Rashmi ab tak sab kuch set kar chuki thi. Mallika- Nisha dekho ye kya karwa diya tumne. Nisha- Kya hua Mam. Bablu- Arey kuch nahi. Madam aap chinta mat kare. mai sab theek kar dunga. Aap aisa kare ki is Blouse ko Change room me jakar pehan lijiye. Fir mai check kar lunga ki kaha problem hai. Aur Mallika Blouse utha kar Change room me chali gayi. Nisha- Haye Ram. Ye Mallika madam ki chuchiya dekhi tune. 2 mahine me hi kaisi fool gayi hai. Blouse kya khak aayega. Rashmi- Ha yaar pehle to itne bade nahi the Madam ke. Bablu- In ka pehle wala size to likha hoga. Nisha- Ha yahi masterji ke paas hoga. Mai dekhti hu….Ye rahi Order Book…Ye raha unka 2 mahine pehle wala size….Dekho maine kaha tha na unki bust ka size 32 inch likha hai. Ab dekho kya size ho gaya hai. Rashmi- Kuch bhi kaho...Madam kitni sexy lag rahi thi na. Ye Bust ka size badhne se aurat ekdum sex-bomb ban jati hai. Nisha- Ha tabhi tu itna itrati firti hai. Tera size bhi to mast hai na. Rashmi- Mera size bada hai to mera kya kasoor hai. Nisha- Ha yaar. Kash mera bhi size itna ho jaye to maja hi aa jaye. Accha chal tu niche ja. Mai yaha dekhti hu. Rashmi- Ek din me jyada dekhna-dhikhana sahi nahi hai didi. Ab to bechare par raham karo. Nisha- Chal besharam kahi ki. Rashmi- Aap kitni sharmili ho. Wo to maine dekh hi liya hai. Nisha- Tu jati hai ya nahi. Rashmi- Accha baba jati hu. *** Mallika Madam jaise hi change karke bahar aayi to laga jaise kamre me jaljala sa aa gaya ho. Mallika Madam ke jalve dekh kar Bablu ke nistej lund me bhi jaise navjeewan ka sanchar ho gaya tha. Jaise uske lund ki naso me naya khoon daudne laga tha. 2-3 second me hi Bablu ka sainik Mallika Madam ko salami dene laga tha. Mallika Madam Blouse aur skirt pehan rakha tha. Madam wakai me Sex-Bomb thi. Red colour ke blouse me Madam behad shokh lag rahi thi. Mallika- Dekho kitna tight hai. Sans bhi nahi aa rahi. Hook bhi saan rok kar lagaye hai. Bablu ne inchitape uthaya aur Madam ke paas jakar blouse ko dekhne laga. Wakai me Madam sahi keh rahi thi. Madam ke Boobs blouse me is tarah kaid the ki abhi fad kar bahar aa jayenge. Blouse ke hook bhi jawab dene wale the. Bablu- Madam aap chinta mat kijiye mai aap ka size le leta hu fir aapke blose ko theek kar dunga. Aap yaha khadi ho jayiye aur blouse utar dijiye. Mallika- What ???? Bablu- Madam sahi naap lene ke liye to Blouse utarna hi padega. Mallika- Wo to theek hai par maine badi mishkil se hook lagaye hai. Ab ye mujhse nahi khulenge. Bablu- Theek hai ye Nisha apki madad kar degi. Aap inko dabayiye aur Nisha hook khol degi. Nisha to pehle hi Madam ke size ko dekh kar sakte me thi. Wo bina kuch kahe aage aayi aur Madam ke boobs ko dono side se dabane lagi. Madam ne bhi sans nikal kar hook khol ne ki kafi koshish ki par koi fayeda nahi hua. Nisha ki komal kalayiya is kam ke liye kamjor sabit huyi. Bablu- Madam aisa kariya aap khud dabayiye aur Nisha hook khol degi. Mallika- Mujhse sans nahi li ja rahi hai. Aur tum majak kar rahe ho. Mujhse nahi dabenge ye. Bablu- to fir kya kare ab. Nisha- Arey tum hi kyo nahi daba dete. (Nisha ne Bablu ke man ki baat bol di thi) Bablu- Madam. M....Mai kaise apke boobs ko dabaunga. (kamine ka man to bahut ho raha tha par upar se nautanki dikha raha tha) Mallika- Mujhe koi problem nahi hai. Par Bablu aage nahi badha to Nisha ne Bablu ke hath pakde aur Madam ke boobs ki dono side par rakh diye. Andha kya chahe ????????????????????????? 2 Ankhe kramashah........... Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी 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