रिसेशन की मार पार्ट--28
गतान्क से आगे..........
अभी पूरी तरह से बेल बजाई भी नही थी के डोर खुल गया ऐसा लगता था जैसे सबिहा दूर के हॅंडल पकड़ के मेरा वेट कर रही हो.
ब्यूटिफुल & सेक्सी सबिहा नंगी ही मेरा वेट कर रही थी.
मैं अंदर जाते ही मेरे से लिपट गयी और पूछी क्या हुआ जॉब का तो मैं ने बोला के हा सबिहा तुमने जो ड्रेसिंग की थी वो एक दम से पर्फेक्ट थी और बॅस मुझे जॉब मिल गयी तो उसने पूछा के ऐसे ही मिल गयी या कुछ देना दिलाना भी पड़ा तो मैं ने बोला के हा देना पड़ा तो उसने पूछा कितना पैसा दिया तो मैं ने बोला के अरे कोई पैसा वैसा नही और उसका एक हाथ पकड़ के अपनी चूत पे रखा और दूसरा अपनी गंद पे रख के बोला के बॅस यही दो चीज़ें देना पड़ी तो वो हंस पड़ी और मेरे से कुछ ज़ोर से लिपट गयी और प्यार करने लगी. सबिहा ने आते ही एरकॉनडिशन खोल दिया था इसी लिए अब उसका बुटीक कम ब्यूटी पार्लर ठंडा होने लगा था. ऐसे ही लिपटे लिपटे हम एक दूसरे को किस करने लगे. किस कुछ ज़ियादा ही पॅशनेट होने लगा.
हम दोनो पॅशनेट किस करने लगे और बूब्स दबाने लगे
देखते ही देखते हम दोनो एक दूसरे के कपड़े बड़ी बेसब्री से उतरने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो नंगे हो गये थे. सबिहा ने मुझे पास पड़ी उस बेंच पे लिटा दिया जिसपे वो लड़कियो के झांट निकालने के टाइम पे क्रीम लगा के लिटा देती थी. यह एक लो हाइट वाली मसाज बेंच थी बिल्कुल वैसे ही
जैसे स्कूल बेंच होती है बॅस डिफ़्फेरेसएन सिर्फ़ इतना ही था के इस पे एक मामूली थिकनेस का मॅट्रेस था. मुझे पुश कर के मुझे लिटा दिया और खुद नीचे बैठ गयी और मेरे दोनो पैरो को अपने शोल्डर्स पे रख लिया और जैसे ही मेरी चूत पे नज़र पड़ी उसने बड़ी हैरत से पूछा अरे मिस यह क्या हुआ तो मैं ने बोला के इसी की वजह से तो मुझे जॉब मिली है और एमडी का लंड कोई मामूली लंड नही उसका लंड किसी हाथी के लंड जैसा है और लोहे जैसा सख़्त भी है और उसका लंड सॉफ्ट भी नही होता तो वो हैरत से देखने लगी और बोली के इतनी प्यारी चूत को चोद चोद के बर्बाद कर डाला तुम्हारे एमडी ने, साला आदमी है या जानवर. कोई ऐसे चोदता है क्या तो मैं ने बोला के हा मेरी चूत और गंद दोनो अभी तक दुख रहे है तो उसने बड़े प्यार से मेरी चूत पे हाथ फेरा और बोली के इतनी प्यारी चूत का एक ही दिन के अंदर साले के लंड ने भोसड़ा बना डाला और फिर मेरी चूत को चूमने लगी और देखते ही देखते इतनी बे सबरी से चाटने लगी जैसे के थोड़ी देर हो जाएगी तो शाएद उसको मेरी चूत चाटने को नही मिलेगी.
सबिहा मेरी चूत को बे सबरी से चाटने लगी
मैं उसकी टंग अपनी चूत के अंदर महसूस करते ही झड़ने लगी और अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उसके मूह से रगार्डने लगी. सबिहा चूत चाटने मे बोहोत ही एक्सपर्ट लग रही थी बड़े ही मस्त स्टाइल मे चाट रही थी. मेर मूह से निकला आआआआहह सस्स्स्स्स्साआआआब्ब्ब्बबबीईईई हहाआआआअ म्म्म्मममीईईईईईईईईई गगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईई न्न्न्न्नीईईईईक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआअ म्म्म्ममममममीईईईरर्र्र्ररराआआआअ और फिर मैं ऐसे झड़ी के झड़ती
ही चली जा रही थी मेरी चूत से गरम गरम जूस ऐसे बह रहा था जैसे किसी ने नल खोल दिया हो. मैं सबिहा से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी.
सबिहा की छोटी सी चिकनी चिकनी टेस्टी टेस्टी यम्मी यम्मी बेबी चूत
थोड़ी देर मे, मैं ने बोला के सबिहा डार्लिंग मुझे भी तो अपनी चूत का टेस्ट कर्वाओ तो वो अपनी जगह से उठी और मेरे मूह के दोनो तरह पैर डाल के मेरे ऊपेर झुक गया और उसके पैर नीचे फ़राश पे थे और मेरे पैर भी फ़राश पे ही थे. सबिहा की चूत बोहोत ही मस्त थी. बे इंतेहा चिकनी बिल्कुल बेबी चूत जैसे किसी 10 – 11 साल की लड़की की चूत होती है. उसकी चूत देख के मैं ने सोचा के कितनी प्यारी चूत है और ऐसी चूत के अंदर अगर एमडी का लंड घुस जाएगा तो क्या होगा यह सोचती रही और उसकी चूत को चाट ती रही. उसकी चूत से एक बड़ी मस्त स्मेल आ रही थी. . थोड़ी ही देर मे सबिहा इतनी मस्त हो गयी के मेरे मूह पे अपनी चूत को पटक पटक के मारने लगी और झड़ने से पहले मेरे मूह को अपनी चूत से बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और मेरे दांतो से अपनी क्लाइटॉरिस को रगड़ने लगी और उसका बदन पहले तो टाइट हो गया फिर काँपने लगा और वो मेरे मूह मैं ही झड़ने लगी.
सबिहा अपनी चूत मेरे मूह पे पटक ते पटक ते झाड़ गयी
झड़ने के बाद भी वो मेरे ऊपेर लंबी लंबी साँसें लेती हुई लेटी रही. फिर मेरी चूत को चाटना शुरू किया. थोड़ी देर के बाद हम दोनो बेंच से उठ गये और नीचे पड़े एक पतले से मॅट्रेस पे लेट गये. दोनो एक दूसरे को टंग सकिंग किस करने लगे और फिर कभी मैं उसके बूब्स को चूस्ति तो कभी वो मेरे बूब्स को चूस्ति ऐसे ही मस्तिया करते रहे. फिर सबिहा मुझे नीचे लिटा के मेरे ऊपेर ऐसे चढ़ गयी जैसे मुझे चोद रही हो. मेरी दोनो टाँगो को फैला दिया और बीचे मे मेरी चूत से अपनी चूत को सटा दिया और रगड़ने लगी और बिल्कुल ऐसे ही चोदने लगी जैसे वो सच मे एक मर्द हो और मुझे चोद रहा हो. बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे करवट लिटा दिया और मेरा एक पैर उठा के पकड़ लिया और मेरे पैरो के बीच मे ऐसे स्टाइल से बैठ गयी के मेरा एक पैर लंबा था और दूसरे पैर को उसने अपने हाथो से पकड़ के उठाया हुआ था और खुद मेरी दोनो थाइस के बीचे मे बैठ गयी और मेरी चूत से अपनी चूत को मिला के रगड़ने लगी यह पोज़िशन ऐसे ही थी जैसे कोई मर्द लड़की की एक टांग उठा के चोद्ता है.
सबिहा की और मेरी चूत रगड़ने लगी
हम दोनो की चूते बोहोत ही गीली हो चुकी थी और हमारी चूतो से कितना जूस निकला हमे ही पता नही. सबिहा की चूत जब मेरी चूत से लगी तो एक अनोखा मज़ा आने लगा और मैं बोलने लगी के आआहह सस्स्साआबब्बीहहाअ आऐईइसस्सीए हहिि कक्चहूऊददडूव हाईए र्र्रररीईए ब्बबाद्ददडाअ म्म्माआज़्ज़्ज़ाआ हाअईए आआऐईईई ज़्ज़्ज़ूओररर सस्स्सीईए और सबिहा मेरी चूत को अपनी चूत से चोदती रही कमरे मे दोनो की चूतो के टकराने की पच पच की और हमारी गहरी गहरी सांसो की आवाज़ें आने लगी. हम दोनो एक दूसरे के बूब्स को मसल रहे थे और चूत से चूत टकराने के मज़े ले रहे थे. ऐसा लगता था जैसे सबिहा की चूत मेरी चूत के अंदर तक चली जाएगी और फिर हम दोनो अपनी मज़े की सीमा पार कर चुके थे दोनो की आँखें बंद हो चुकी थी और दोनो के मूह से आआआहह और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊहह जैसी आवाज़ें निकल ने लगी और हम दोनो ही इतनी ज़ोर से काँपने लगे जैसे बोहोत ज़ियादा ठंड लग रही हो और फिर हम दोनो ने एक दूसरे की टाँगो को मज़बूती से पकड़ रखा था और दोनो ने एक दूसरे की चूत को बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और ऐसी पोज़िशन मे हमारी क्लाइटॉरिस एक दूसरे की क्लाइटॉरिस से रगड़ने लगी और हम दोनो ही बोहोत ज़ोर से झड़ने लगे और हमारी चूत से इतना बोहोत जूस निकला जितने चुदाई के टाइम पे भी नही निकलता था. मुझे यह लेज़्बीयन एक्सपीरियेन्स बोहोत ही अछा लगा.
जब हमारा जूस बोहोत टाइम निकल गया तो हम थोड़ी देर ऐसे ही लेट गये और फिर सबिहा ने पूछा के एमडी का लंड कैसा था और उसने कैसे चोदा तो मैने ने उसको भी अपनी पूरी दास्तान सुना दी तो वो हैरत से सुनती रही. मैं ने बोला के अभी तक बोहोत दुख रहा है तो उसने बोला के कोई बात नही मिस तो मैं ने बोला के सबिहा प्लीज़ अब मुझे मिस नही बोलना मेरा नाम स्नेहा है और आज से हम और तुम दोनो फ्रेंड्स है और फ्रेंडशिप मे कोई टाइटल्स नही होते इसी लिए अब तुम मुझे स्नेहा ही बोला करो तो उसने बोला के ऑलराइट स्नेहा. सबिहा अपनी जगह से उठी और एक प्लास्टिक के टब मे गरम पानी डाला और उसमे कुछ केमिकल्स और मेडिसिन्स डाल के मुझे बोला के इसके अंदर बैठ जाओ. यह टब इतना बड़ा था के मैं उसके अंदर अछी तरह से बैठ सकी. गरम पानी और मेडिसिन से मेरी चूत को आराम मिलने लगा. इतनी देर तक सबिहा मेरे सामने खड़ी हो गयी और मैं उसकी चूत को चाटने लगी. उसकी चूत बोहोत ही प्यारी थी. ढूँदने पर भी एक बॉल भी नही दिखाई दे रहा था. शाएद लेज़र ट्रीटमेंट करा था उसने. मैं उसकी गंद को पकड़ के अपनी ओर खेच रही थी और वो इतनी मस्त हो गयी थी के अपनी गंद को आगे पीछे कर के मेरे मूह को चोद रही थी. उसने मेरे सर को पकड़ रखा था और फिर फाइनली उसकी आँखें बंद हो गयी और मेरे मूह मे अपनी चूत को दबा के पकड़ लिया और मेरे मूह मे ही झड़ने लगी. इतनी देर मे मेरी चूत को पूरा आराम मिल चुका था और मेरी चूत अब नॉर्मल हालत मे वापस आ चुकी थी. फिर हम ने ऐसे ही मस्तिया की. यह एक्सपीरियेन्स मेरे लिए बहुत ही मस्त था और मुझे बोहोत ही मज़ा आया. ऐसे लेज़्बीयन आक्षन का अपना एक और ही मज़ा है इसी लिए मैं सोचने लगी के लेज़्बीयन लड़कियाँ क्यों किसी मर्द से नही चुदवाती क्यों के इस्मै एक अलग ही मज़ा है और एक अलग ही टाइप का सॅटिस्फॅक्षन है. रात के 9 बज चुके थे तो सबिहा ने बोला के चलो डिन्नर करते है. हम बाहर निकले और करीब के रेस्टोरेंट मे डिन्नर लिया और फिर बाद मैं मिलने का वादा कर के हम दोनो अपने अपने घर चले गये.
मैं रात मे अपने कमरे मे वापस आई और सबिहा के साथ गुज़ारे हुए टाइम को सोच के मेरे मूह पे एक मुस्कुराहट आ गयी और मैं अपनी चूत का मसाज करने लगी और सिर्फ़ क्लाइटॉरिस का मसाज करते करते ही झाड़ गयी और गहरी नींद सो गयी.
सबिहा को याद कर के अपनी चूत का मसाज कर के सो गयी
सुबह को 8 बजे आँख खुली. आज मंडे था मैं ने सोचा था के ऑफीस जाउन्गी और कांट्रॅक्ट पेपर्स डीके को सब्मिट करके जॉब स्टार्ट कर दूँगी. नाश्ता किया और कपड़े चेंज कर के मैं ऑफीस पोहोच गयी. एज यूषुयल ममता वही अपनी टेबल पे बैठी थी मुझे देखते ही मुस्कुरा पड़ी और पूछा क्या हुआ मेडम तो मैं ने खुशी से बोला के मुझे जॉब मिल गयी है ममता तो उसने कंग्रॅजुलेशन्स मेडम बोला तो मैं ने बोला के हम दोनो अब कॉलीग्स है कोई मेडम वाडम नही मेरा नाम स्नेहा है और तुम मुझे स्नेहा ही कहोगी तो उसने मुस्कुरा के मेरा हाथ अपने हाथो मे ले के दबा दिया और कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा बोला तो मैं ने भी उसके हाथ को अपने हाथो मे पकड़ के दबा दिया. फिर उसने पूछा कैसा रहा इंटरव्यू स्नेहा तो मैं ने बोला के हा ठीक ही रहा तो उसने कुछ शरारत से पूछा कुछ ऐसा वैसा तो नही हुआ ना आपका इंटरव्यू तो मैं ने बोला के देखो ममता आज कल के दीनो मे जॉब मिलना बोहोत ही मुश्किल होता है और हर आदमी की एक प्राइवेट लाइफ भी तो होती ना जिसे वो अपने घर वालो से छुपाता है इसी तरह से मैं ने भी अपनी एक प्राइवेट लाइफ बना ली है और मैं ने जॉब के लिए अपने आप को कुर्बान कर दिया और अपना सब कुछ डीके को दे दिया और जॉब ले लिया. किसी को क्या पता चलेगा के कोई किसी की प्राइवेट लाइफ मे क्यों इंटर्फियर करेगा जॉब तो जॉब होती है ना इसी तरह से मेरे हज़्बेंड को भी पता है के मैं अपना घर अपना शहेर छोड़ के दूसरे शहेर मे काम कर रही हू और एक इनडिपेंडेंट लाइफ गुज़ार रही हू. मेरे हज़्बेंड का रिसेशन मे बोहोत ही लॉस हुआ है अब उसको कोवेरूप करने का एक ही तरीका था के मैं जॉब
करू और मुझे यह जॉब को हासिल करना ही था इसी लिए मैं ने अपना सब कुछ दे दिया और कभी टाइम मिलेगा तो मैं अपने हज़्बेंड से भी बता दूँगी के मैं ने जॉब के लिए और एस्पेशली उसकी यानी मेरे हज़्बेंड की कितनी बड़ी मदद की है नही तो हमारा सब कुछ ख़तम हो चुका था रहा सहा एक घर ही था अगर वो भी हाथ से चला जाता तो हम कही के ना रहते. आइ आम शुवर के वो भी मेरी बात को समझ जाएगा और मेरे साथ कॉंप्रमाइज़ कर लेगा. आफ्टर ऑल उसके लिए ही तो मैं यह सब कुछ कर रही हू. उसके लिए मैं ने अपने आपको डीके के हाथो बेच दिया. इतने बेहतरीन और फर्स्ट क्लास पेयिंग जॉब को मैं कैसे छोड़ सकती थी तुम खुद ही बोलो. ममता ने बोला के हा तुम ठीक कहती हो स्नेहा हर किसी को अपनी प्राइवेट लाइफ जीना का पूरा अधिकार है और मेरे ख़याल से अगर इतने आछे जॉब के लिए और अपने हज़्बेंड के लिए अपनी जवानी को दाव पर लगा रही हो तो उसको भी सोचना चाहिए के उसको बर्बादी से बचाने के लिए अगर तुम यह सब नही करती तो आज शाएद वो रोड पे होता. ममता को फिर मैं ने अपने कॉन्फिडेन्स मे ले के अपने और डीके के बारे
मैने बता दिया के उसने कैसे मुझे दोपहर से ले के रात तक कंटिन्यू चोदा और गंद मार के मेरी हालत बुरी कर दी. ममता ने कहा के हा मुझे पता है डीके को चोदने का बोहोत शौक है पर पता नही क्या बात है कोई लड़की उसके पास ज़ियादा दीनो तक नही रह पाती तो मैं ने बोला के तुमको पता है उसका लंड कैसा है तो उसने बोला के नही तो मैं ने पूछा हाथी का लंड देखा है तो वो हसणे लगी तो मैं ने बोला के सच ममता उसका लंड किसी हाथी के लंड से छोटा नही है शाएद इसी लिए लड़कियाँ उसके लंड को झेल नही पाती होगी इसी लिए शाएद ज़ियादा दीनो तक उसके साथ नही रह पाती होगी पर मेरी मजबूरी थी क्या करू बॅस चुदवा लिया और मैं उसके लंड की दीवानी हो गयी हू. ममता मेरी बतो को मूह खोले हैरत से सुन रही थी. फिर उसने बोला के चलो स्नेहा ठीक है क्या करना है यार तुम्है जॉब चाहिए और डीके को चूत बॅस वो तुम्हारी ज़रूरत पूरी करेगा तुम उसकी ज़रूरत पूरी करना. मैं ने पूछा के तुमने नही ट्राइ किया यह जॉब तो उसने बोला के नही स्नेहा मेरी क्वालिफिकेशन और एक्सपीरियेन्स अकाउंट्स की नही है इसी लिए और फिर मुस्कुराते हुए बोली के उसके हाथी लंड से तो मर ही गयी होती और फिर हम दोनो मिल कर हसणे लगे. उसने बोला के डीके तो अभी और 30 मिनिट्स मे आएगे. इतनी देर मे बॉय कॉफी रख के चला गया तो हम दोनो कॉफी पीने लगे.
कॉफी पीने के बाद हम इधर उधर की बातें कर रहे थे. थोड़ी देर मे ममता की टेबल का बज़्ज़र बजा तो ममता ने कहा के मिस स्नेहा ईज़ हियर हर सर तो स्पीकर पे डीके की आवाज़ आई के सेंड हेर इन प्लीज़ तो ममता ने ओके सर बोला और मुझे हाथ से इशारा किया और आँख मारके थंप्स अप का निशान बनाया तो मैं भी मुस्कुराती डीके के रूम के अंदर चली गयी. मुझे देखते ही डीके अपनी चेर से उठा और मुझे अपनी बाँहो मे ले के चूमने लगा और मुझ
से ज़ोर से लिपट गया. मैं तो जैसे पागल ही हो गयी थी. मैं ने भी उसको बोहोत कस्स के पकड़ लिया और हम टंग सकिंग किस करने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए और नंगे हो गये. डीके ने मुझे मेरी बगल से पकड़ के उठाया और टेबल पे बिठा दिया और खुद नीचे बैठ के मेरी चूत को चाटने लगा तो मेरा हाथ भी उसके सर पे आ गया और मैं उसके सर को अपनी चूत के अंदर दबाने लगी और मस्ती मे ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगी. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. सबिहा की टंग बोहोत ही सॉफ्ट थी उसके चाटने मे और डीके के चाटने मे थोड़ा फरक था. डीके की टंग थोड़ी रफ थी और इसका मज़ा भी कुछ ही था. मैं डीके का सर पकड़ कर उसके मूह को चोदती रही और मेरी आन्खै मस्ती मे बंद हो गयी थी और आआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स द्द्द्द्द्द्द्द्दददकककककककक म्म्माआईयईईईई गगगगगगगगाआआऐययईईईईईईई ह्ह्ह्ह्हाआआ सस्स्स्स्स्स्सस्स और फिर एक मिनिट के अंदर मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं डीके के मूह मे झड़ने लगी.
डीके फॉरन अपनी जगह से उठे और मेरी गीली चूत के सुराख मे अपने मूसल लंड को रखा. मुझे उनके लंड के मोटे सूपदे को देख के एक बार फिर से डर लगने लगा. आज उनका लंड कुछ ज़ियादा ही ख़तरनाक लग रहा था. एक तरफ तो ऐसे शानदार लंड से चुदवाने की ख्वाहिश और दूसरी तरफ चूत के फटने कद डर दोनो एक साथ ही होने लगे थे. पर चुदाई का शौक डर और तकलीफ़ पे हावी हो गया और मैं चुदासी हो गयी. मैं ने अपनी टाँगें डीके की कमर मे लपेट ली और उनके चूतदो को अपने हाथो से पकड़ के अपनी ओर खेचा. मेरी गंद टेबल के बिल्कुल कॉर्नर मे थी और डीके के मूसल का मोटा चमकदार सूपड़ा जिस मे से खूब बोहोत प्री कम निकल रहा था मेरी चूत के सुराख के सामने था. उनको अपनी ओर खेचने से लंड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख मे घुस गया, सिर्फ़ सूपदे से ही मेरी चूत का सुराख भर गया और मेरे सारे बदन मे एक झुरजुरी सी आ गयी और चूत चुदने को मचलने लगी. डीके झुक के मेरी चुचिओ को चूसने लगे और दोनो हाथो से मेरे चूतदो को मसल्ने लगे. मैं चुदने को ऐसी दीवानी हो रही थी के अपनी गंद को खुद ही आगे कर के उनके लौदे को चूत के अंदर लेने की कोशिश करने लगी. डीके धीरे धीरे से आगे पीछे हो के अपने लंड के सूपदे को मेरी गीली चूत के सुराख के अंदर बाहर करने लगे. मेरा बॅस नही चल रहा था के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर डाल दू और वो मुझे धना धन चोद चोद के एक बार फिर से मेरी चूत का भरता बना दे. जैसा के मैं पहले ही बता चुकी हू के मेरे बूब्स और एस्पेशली निपल्स बोहोत ही सेन्सिटिव है और उनके चूसने से मेरे तन बदन मे वासना की आग सुलग उठी और मैं टेबल से उठ उठ के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर लेने को मचलने लगी.
क्रमशः......................
Recession Ki Maar part--28
gataank se aage..........
Abhi poori tarah se bell bajayee bhi nahi thi ke door khul gaya aisa lagta tha jaise Sabiha door ke handle pakad ke mera wait kar rahi ho.
Beautiful & Sexy Sabiha Nangi hi mera wait kar rahi thi.
Mai ander jate hi mere se lipat gayee aur poochi kia hua job ka to mai ne bole ke haa Sabiha tumne jo dressing ki thi wo ek dum se perfect thi aur bass mujhe job mil gayee to usne poocha ke aise hi mil gayee ya kuch dena dilana bhi pada to mai ne bola ke haa dena pada to usne poocha kitna paisa dia to mai ne bola ke arey koi paisa waisa nahi aur uska ek hath pakad ke apni choot pe rakha aur doosra apni gand pe rakh ke bola ke bass yehi do cheezein dena padi to wo hans padi aur merre se kuch zor se lipat gayee aur pyar karne lagi. Sabiha ne aate hi aircon khol dia tha isi liye ab uska boutique cum beauty parlour thanda hone laga tha. Aise hi lipte lipte ham ek doosre ko kiss karne lage. Kiss kuch ziada hi passionate hone laga.
Ham dono Passionate Kiss karne lage aur boobs dabane lage
Dekhte hi dekhte ham dono ek doosre ke kapde badi besabri se utarne lage aur ek hi minute ke ander ham dono nange ho gaye the. Sabiha ne mujhe paas padi uss bench pe lita dia jispe wo ladkion ke jhant nikalne ke time pe cream laga ke lita deti thi. Yeh ek low height wali massage bench thi bilkul waise hi
jaise school bench hoti hai bass differecen sirf itna hi tha ke iss pe ek mamuli thickness ka mattress tha. Mujhe push kar ke mujhe lita dia aur khud neeche baith gayee aur mere dono pairo ko apne shoulders pe rakh lia aur jaise hi meri choot pe nazar padi usne badi hairat se poocha arey miss yeh kia hua to mai ne bola ke isi ki wajah se to mujhe job mili hai aur MD ka Lund koi mamuli Lund nahi uska Lund kisi hathi ke Lund jaisa hai aur lohe jaisa sakht bhi hai aur uska Lund soft bhi nahi hota to wo hairat se dekhne lagi aur boli ke itni pyari choot ko chod chod ke barbaad kar dala tumahre MD ne, sala aadmi hai ya janwar. Koi aise chodta hai kia to mei ne bola ke haa meri choot aur gand dono abhi tak dukh rahe hai to usne bade pyar se meri choot pe hath phera aur boli ke itni pyari choot ka ek hi din ke ander sale ke Lund ne bhosda bana dala aur phir meri choot ko choomne lagi aur dekhte hi dekhte itni be sabri se chaatne lagi jaise ke thodi der ho jayegi to shaed usko meri choot chaatne ko nahi milegi.
Sabiha Meri choot ko be sabri se chaatne lagi
Mai uski tongue apni choot ke ander mehsoos karte hi jhadne lagi aur apni gand utha utha ke apni choot ko uske muh se ragardne lagi. Sabiha choot chaatne mai bohot hi expert lag rahi thi bade hi mast style mai chaat rahi thi. Mer muh se nikla aaaaaaaahhhhhhhhhhhhh sssssssaaaaaaaabbbbbbiiiii hhhhhhhaaaaaaaaa mmmmmmeeeeeeeeeiiiiiii gggggggggaaaaaaaaaaiiiiiiiiiii nnnnniiiiiiiiiikkkkkkkkkklllllllaaaaaaaaa mmmmmmmmmeeeeeeeeerrrrrrraaaaaaaaa aur phir mai aise jhadi ke jhadti
hi chali ja rahi thi meri choot se garam garam juice aise beh raha tha jaise kisi ne nal khol dia ho. Mai Sabiha se bohot zor se lipat gayee.
Sabiha ki choti si chikni chikni tasty tasty yummy yummy baby chooot
Thodi der mai, Mai ne bola ke Sabiha darling mujhe bhi to apni choot ka taste karao to wo apni jagah se uthi aur mere muh ke dono tarah pair dal ke mere ooper jhuk gayaa aur uske pair neeche farash pe the aur mere pair bhi farash pe hi the. Sabiha ki choot bohot hi mast thi. Be inteha chikni bilkul baby choot jaise kisi 10 – 11 saal ki ladki ki choot hoti hai. Uski choot dekh ke mai ne socha ke kitni pyari choot hai aur aise choot ke adner agar MD ka Lund ghus jayega to kia hoga yeh sochti rahi aur uski choot ko chaat ti rahi. Uski choot se ek badi mast smell aa rahi thi. Yeh mast kahani the_great_warrior2000 at yahoo dot com ki likhi hui hai. Thodi hi der mai Sabiha itni mast ho gayee ke mere muh pe apni choot ko patak patak ke maarne lagi aur jhadne se pehle mere muh ko apni choot se bohot hi zor se daba dia aur mere dato se apni clitoris ko ragadne lagi aur uska badan pehle to tight ho gaya phir kaampne laga aur wo mere muh mai hi jhadne lagi.
Sabiha apni choot mere muh pe patak te patak te jhad gayee
Jhadne ke bad bhi wo mere ooper lambi lambi saansein leti hui leti rahi. Phir meri choot ko chaatna shuru kia. Thodi der ke bad ham dono bench se uth gaye aur neeche pade ek patle se mattress pe let gaye. Dono ek doosre ko tongue sucking kiss karne lage aur phir kabhi mai uske boobs ko choosti to kabhi wo mere boobs ko choosti aise hi mastiya karte rahe. Phir Sabiha mujhe neeche lita ke mere ooper aise chhad gayi jaise mujhe chod rahi ho. Meri dono tango ko phaila dia aur beeche mai meri choot se apni choot ko sata dia aur ragadne lagi aur bilkul aise hi chodne lagi jaise wo sach mai ek mard ko aur mujhe chod raha ho. Bada maza aa raha tha. Phir thodi der ke bad mujhe karwat lita dia aur mera ek pair utha ke pakad lia aur mere pairo ke beech mai aise style se baith gayee ke mera ek pair lamba tha aur doosre pair ko usne apne hatho se pakad ke uthaya hua tha aur khud meri dono thighs ke beeche mai baith gayee aur meri choot se apni choot ko mila ke ragadne lagi yeh position aise hi thi jaise koi mard ladki ki ek tang utha ke chodta hai.
Sabiha ki aur meri choot ragadne lagi
Ham dono ki chootein bohot hi geeli ho chuki thi aur hamari chooto se kitna juice nikla hamei hi pata nahi. Sabiha ki choot jab meri choot se lagi to ek anokha maza aane laga aur mai bolne lagi ke aaaahhhh ssssaaabbbiiihhhaaa aaaiissseee hhhiii ccchhhoooodddooo hhhhaaeee rrrrreeeee bbbaaddddaaa mmmaaazzzaaaa haaaeee aaaaaeeeeee zzzooorrr sssseeeee aur sbiha meri choot ko apni choot se chodti rahi kamre mai dono ki chooton ke takrane ki pach pach kia aur hamari gehri gehri sanso ki awazein aane lagi. Ham dono ek doosre ke boobs ko masal rahe the aur choot se choot takrane ke maze le rahe the. Aisa lagta tha jaise sabiha ki choot meri choot ke ander tak chali jayegi aur phir ham dono apni maze ki seema paar kar chuke the dono ki aankhein band ho chuki thi aur dono ke muh se aaaaaahhhhhhhhhhhhh aur sssssssssssssss oooooooooooohhhhhhhhhhhhhhhhh jaisi awazein nikal ne lagi aur ham dono hi itni zor se kaampne lage jaise bohot ziada thand lag rahi ho aur phir ham dono ne ek doosre ki tango ko mazbooti se pakad rakha tha aur dono ne ek doosre ki choot ko bohot hi zor se daba dia aur aisi position mai hamari clitoris ek doosre ki clitoris se ragadne lagi aur ham dono hi bohot zor se jhadne lage aur hamari choot se itna bohot juice nikla jitney chudai ke time pe bhi nahi nikalta tha. Mujhe yeh lesbian experience bohot hi acha laga.
Jab hamara juice bohot time nikal gaya to ham thodi der aise hi let gaye aur phir Sabiha ne poocha ke MD ka Lund kaisa tha aur usne kaise choda to mei ne usko bhi apni poori daastaan suna di to wo hairat se sunti rahi. Mai ne bola ke abhi tak bohot dukh raha hai to usne bola ke koi bat nahi miss to mai ne bola ke Sabiha please ab mujhe miss nahi bolna mera naam Sneha hai aur aaj se ham aur tum dono friends hai aur friendship mai koi titles nahi hote isi liye ab tum mujhe Sneha hi bola karo to usne bola ke alright Sneha. Sabiha apni jagay se uthi aur ek plastic ke tub mai garam pani dala aur usmei kuch chemicals aur medicines dal ke mujhe bola ke iske ander baith jao. Yeh tub itna bada tha ke mei uske ander achi tarah se baith saki. Garam pani aur medicine se meri choot ko araam milne laga. Itni der tak sabiha mere samne khadi ho gayee aur mai uski choot ko chaatne lagi. Uski choot bohot hi pyari thi. Dhoondne par bhi ek baal bhi nahi dikhayee de raha tha. Shaed laser treatment kara tha usne. Mei uski gand ko pakad ke apni or khech rahi thi aur wo itni mast ho gayee thi ke apni gand ko aage peeche ker ke mere muh ko chod rahi thi. Usne mere sar ko pakad rakha tha aur phir finally uski aankhein band ho gayee aur mere muh mai apni choot ko daba ke pakad lia aur mere muh mia hi jhadne lagi. Itni der mai meri choot ko poora araam mil chuka tha aur meri choot ab normal halat mai wapas aa chuki thi. Phir ham ne aise hi mastiya ki. Yeh experience mere liye bohto hi mast tha aur mujhe bohot hi maza aaya. Aise Lesbian action ka apna ek aur hi maza hai isi liye mai sochne lagi ke Lesbian ladkiyan kyon kisi mard se nahi chudwati kyon ke ismai ek alaga hi maza hai aur ek alag hi type ka satisfaction hai. Raat ke 9 baj chuke the to Sabiha ne bola ke chalo dinner karte hai. Ham baher nikle aur kareeb ke restaurant mai dinner liya aur phir baad mai milne ka wada kar ke ham dono apne apne ghar chale gaye.
Mai rat mai apne kamre mai wapas ayee aur Sabiha ke sath guzare hue time ko soch ke mere muh pe ek muskurahat aa gayee aur mai apni choot ka massage karne lagi aur sirf clitoris ka massage karte karte hi jhad gaye aur gehri neend so gayee.
Sabiha ko yaad kar ke apni choot ka massage kar ke so gayee
Subah ko 8 baje aankh khuli. Aaj Monday tha mai ne socha tha ke office jaungi aur contract papers DK ko submit karke job start kar dungi. Nashta kia aur kapde change kar ke mai office pohoch gayee. As usual Mamta wahi apni table pe baithi thi mujhe dekhte hi muskura padi aur poocha kia hua madam to mai ne khushi se bola ke mujhe job mil gayee hai Mamta to usne Congratulations madam bola to mai ne bola ke ham dono ab colleagues hai koi madam wadam nahi mera naam Sneha hai aur tum mujhe Sneha hi kahogi to usne muskurake mera hath apne hatho mai le ke daba dia aur Congratulations Sneha bola to mei ne bhi uske hath ko apne hatho mai pakad ke daba dia. Phir usne poocha kaisa raha Interview Sneha to mai ne bola ke haa theek hi raha to usne kuch shararat se poocha kuch aisa waisa to nahi hua na aapka Interview to mai ne bola ke dekho Mamta aaj kal ke dino mai job milna bohot hi mushkil hota hai aur har aadmi ki ek private life bhi to hoti na jise wo apne ghar walo se chupata hai isi tarah se mei ne bhi apni ek private life bana li hai aur mai ne job ke liye apne aap ko kurban kar dia aur apna sab kuch DK ko de dia aur job le lia. Kisi ko kia pata chalega ke koi kisi ki private life mai kyon interfere karega job to job hoti hai na isi tarah se mere husband ko bhi pata hai ke mai apna ghar apha sheher chhor ke doosre sheher mai kaam kar rahi hu aur ek independent life guzar rahi hu. Mere husband ka recession mai bohot hi loss hua hai ab usko coverup karne ka ek hi tarika tha ke mai job
karu aur mujhe yeh job ko hasil karma hi tha isi liye mai ne apna sab kuch de dia aur kabhi time milega to mai apne husband se bhi bata dungi ke mai ne job ke liye aur especially uski yaani mere husband ki kitni badi madad ki hai nahi to hamara sab kuch khatam ho chuka tha raha saha ek ghar hi tha agar wo bhi hath se chala jata to ham kahi ke na rehte. I am sure ke wo bhi meri baat ko samajh jayega aur mere sath compromise kar lega. After all uske liye hi to mai yeh sab kuch kar rahi hu. Uske liye mai ne apne aapko DK ke hatho bech dia. Itne behtreen aur first class paying job ko mai kaise chhor sakti thi tum khud hi bola. Mamta ne bola ke haa tum theek kehti ho Sneha har kisi ko apni private life jeena ka poora adhikaar hai aur mere khayal se agar itne ache job ke liye aur apne husband ke liye apni jawani ko dao par laga rahi ho to usko bhi sochna chahiye ke usko barbadi se bachane ke liye agar tum yeh sab nahi karti to aaj shaed wo road pe hota. Mamta ko phir mai ne apne confidence mai le ke apne aur DK ke bare mai bata dia ke usne kaise mujhe Dopeher se le ke raat tak continue choda aur gand mar ke meri halat buri kar di. Mamta ne kaha ke haa mujhe pata hai DK ko chodne ka bohot shouk hai par pata nahi kia bat hai koi ladki uske pas ziada dino tak nahi reh pati to mai ne bola ke tumko pata hai uska Lund kaisa hai to usne bola ke nahi to mai ne poocha Hathi ka Lund dekha hai to wo hasne lagi to mai ne bola ke sach Mamt uska Lund kisi hathi ke Lund se chota nahi hai shaed isi liye ladkiyan uske Lund ko jhel nahi pati hogi isi liye shaed ziada dino tak uske sath nahi reh pati hogi par meri majboori thi kia karu bass chudwa lia aur mai uske Lund ki deewani ho gayi hu. Mamta meri bato ko muh khole hairat se sun rahi thi. Phir usne bola ke chalo Sneha theek hai kia karna hai yaar tumhai job chahiye aur DK ko choot bass wo tumhari zaroorat poori karega tum uski zaroorat poori karna. Mai ne poocha ke tumne nahi try kia yeh job to usne bola ke nahi sneha meri qualification aur experience accounts ki nahi hai isi liye aur phir muskurate hue boli ke uske hathi Lund se to mar hi gayee hoti aur phir ham dono mil kar hasne lage. Usne bola ke DK to abhi aur 30 minutes mai ayege. Itni der mai boy coffee rakh ke chala gaya to ham dono coffee pine lage.
Coffee peene ke bad hai idhar udhar ki batein kar rahe the. Thodi der mai Mamta ki table ka buzzer baja to Mamta ne kaha ke Miss Sneha is here her sir to speaker pe DK ki awaz aye ke send her in please to Mamta ne Ok Sir bola aur mujhe hath se ishara kia aur aankh marke thumps up ka nishan banaya to mai bhi muskuraati DK ke room ke ander chali gayee. Mujhe dekhte hi DK apni chair se utha aur mujhe apni baho mei le ke choomne laga aur mujh
se zor se lipat gaya. Mei to jaise pagal hi ho gayee thi. Mai ne bhi usko bohot kass ke pakad lia aur ham tongue sucking kiss karne lage aur ek hi minute ke ander ham dono ne ek doosre ke kapde utar diye aur nange ho gaye. DK ne mujhe meri bagahal se pakad ke uthaya aur table pe bitha dia aur khud neeche baith ke meri choot ko chaatne laga to mera hath bhi uske sar pe aa gaya aur mai uske sar ko apni choot ke ander dabane lagi aur masti mai zor zor se ragadne lagi. Mujhe bohot hi maza aa raha tha. Sabiha ki tongue bohot hi soft thi uske chaatne mai aur DK ke chatne mai thoda farak tha. DK ki tongue thodi rough thi aur iska maza bhi kuch hi tha. Mai DK ka sar pakad kar uske muh ko chodti rahi aur meri aankhain masti mai band ho gayee thi aur aaaaahhhhhhhhhhhh ssssssssssss DDDDDDDDDDDKKKKKKKK mmmaaaaiiiiiii ggggggggaaaaaaaiiiiiiiiii hhhhhaaaaaa ssssssssss aur phir ek minute ke ander mera badan akadne laga aur mai DK ke muh mai jhadne lagi.
DK foran apni jagah se uthe aur meri geeli choot ke surakh mai apne Musal Lund ko rakha. Mujhe unke Lund ke mote supade ko dekh ke ek bar phir se dar lagne laga. Aaj unka Lund kuch ziada hi khatarnaak lag raha tha. Ek taraf to aise shandar Lund se chudwane ki khwahish aur doosri taraf choot ke phatne kad dar dono ek sath hi hone lage the. Par Chudai ka shouk darr aur takleef pe haavi ho gaya aur mai chudasi ho gayee. Mai ne apni tangein DK ki kamar mai lapet li aur unke chootado ko apne hatho se pakad ke apni or khecha. Meri gand table ke bilkul corner mai thi aur DK ke musal ka mota chamakdaar supada jis mai se khoob bohot pre cum nikal raha tha meri choot ke surakh ke samne tha. Unko apni or khechne se Lund ka supada meri choot ke surakh mei ghus gaya, Sirf supade se hi meri choot ka surakh bhar gaya aur mere sare badan mai ek jhurjhuri si aa gayee aur choot chudne ko machalne lagi. DK jhuk ke meri chuchion ko choosne lage aur dono hatho se mere chootado ko masalne lage. Mai chudne ko aisi deewani ho rahi thi ke apni gand ko khud hi aage kar ke unke Loude ko choot ke ander lene ki koshish karne lagi. DK dheere dheere se aage peeche ho ke apne Loud eke supade ko meri geeli choot ke surakh ke ander baher karne lage. Mera bass nahi chal raha tha ke unke Lund ko apni choot ke ander dal du aur wo mujhe dhana dhan chod chod ke ek bar phir se meri choot ka bharta bana de. Jaisa ke mai pehle hi bata chuki hu ke mere boobs aur especially nipples bohot hi sensitive hai aur unke choosne se mere tan badan mai vasna ki aag sulag uthi aur mai table se uth uth ke unke Lund ko apni choot ke ander lene ko machalne lagi.
kramashah......................
आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj
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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/11/2010 05:00:00 AM
गतान्क से आगे..........
अभी पूरी तरह से बेल बजाई भी नही थी के डोर खुल गया ऐसा लगता था जैसे सबिहा दूर के हॅंडल पकड़ के मेरा वेट कर रही हो.
ब्यूटिफुल & सेक्सी सबिहा नंगी ही मेरा वेट कर रही थी.
मैं अंदर जाते ही मेरे से लिपट गयी और पूछी क्या हुआ जॉब का तो मैं ने बोला के हा सबिहा तुमने जो ड्रेसिंग की थी वो एक दम से पर्फेक्ट थी और बॅस मुझे जॉब मिल गयी तो उसने पूछा के ऐसे ही मिल गयी या कुछ देना दिलाना भी पड़ा तो मैं ने बोला के हा देना पड़ा तो उसने पूछा कितना पैसा दिया तो मैं ने बोला के अरे कोई पैसा वैसा नही और उसका एक हाथ पकड़ के अपनी चूत पे रखा और दूसरा अपनी गंद पे रख के बोला के बॅस यही दो चीज़ें देना पड़ी तो वो हंस पड़ी और मेरे से कुछ ज़ोर से लिपट गयी और प्यार करने लगी. सबिहा ने आते ही एरकॉनडिशन खोल दिया था इसी लिए अब उसका बुटीक कम ब्यूटी पार्लर ठंडा होने लगा था. ऐसे ही लिपटे लिपटे हम एक दूसरे को किस करने लगे. किस कुछ ज़ियादा ही पॅशनेट होने लगा.
हम दोनो पॅशनेट किस करने लगे और बूब्स दबाने लगे
देखते ही देखते हम दोनो एक दूसरे के कपड़े बड़ी बेसब्री से उतरने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो नंगे हो गये थे. सबिहा ने मुझे पास पड़ी उस बेंच पे लिटा दिया जिसपे वो लड़कियो के झांट निकालने के टाइम पे क्रीम लगा के लिटा देती थी. यह एक लो हाइट वाली मसाज बेंच थी बिल्कुल वैसे ही
जैसे स्कूल बेंच होती है बॅस डिफ़्फेरेसएन सिर्फ़ इतना ही था के इस पे एक मामूली थिकनेस का मॅट्रेस था. मुझे पुश कर के मुझे लिटा दिया और खुद नीचे बैठ गयी और मेरे दोनो पैरो को अपने शोल्डर्स पे रख लिया और जैसे ही मेरी चूत पे नज़र पड़ी उसने बड़ी हैरत से पूछा अरे मिस यह क्या हुआ तो मैं ने बोला के इसी की वजह से तो मुझे जॉब मिली है और एमडी का लंड कोई मामूली लंड नही उसका लंड किसी हाथी के लंड जैसा है और लोहे जैसा सख़्त भी है और उसका लंड सॉफ्ट भी नही होता तो वो हैरत से देखने लगी और बोली के इतनी प्यारी चूत को चोद चोद के बर्बाद कर डाला तुम्हारे एमडी ने, साला आदमी है या जानवर. कोई ऐसे चोदता है क्या तो मैं ने बोला के हा मेरी चूत और गंद दोनो अभी तक दुख रहे है तो उसने बड़े प्यार से मेरी चूत पे हाथ फेरा और बोली के इतनी प्यारी चूत का एक ही दिन के अंदर साले के लंड ने भोसड़ा बना डाला और फिर मेरी चूत को चूमने लगी और देखते ही देखते इतनी बे सबरी से चाटने लगी जैसे के थोड़ी देर हो जाएगी तो शाएद उसको मेरी चूत चाटने को नही मिलेगी.
सबिहा मेरी चूत को बे सबरी से चाटने लगी
मैं उसकी टंग अपनी चूत के अंदर महसूस करते ही झड़ने लगी और अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उसके मूह से रगार्डने लगी. सबिहा चूत चाटने मे बोहोत ही एक्सपर्ट लग रही थी बड़े ही मस्त स्टाइल मे चाट रही थी. मेर मूह से निकला आआआआहह सस्स्स्स्स्साआआआब्ब्ब्बबबीईईई हहाआआआअ म्म्म्मममीईईईईईईईईई गगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईई न्न्न्न्नीईईईईक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआअ म्म्म्ममममममीईईईरर्र्र्ररराआआआअ और फिर मैं ऐसे झड़ी के झड़ती
ही चली जा रही थी मेरी चूत से गरम गरम जूस ऐसे बह रहा था जैसे किसी ने नल खोल दिया हो. मैं सबिहा से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी.
सबिहा की छोटी सी चिकनी चिकनी टेस्टी टेस्टी यम्मी यम्मी बेबी चूत
थोड़ी देर मे, मैं ने बोला के सबिहा डार्लिंग मुझे भी तो अपनी चूत का टेस्ट कर्वाओ तो वो अपनी जगह से उठी और मेरे मूह के दोनो तरह पैर डाल के मेरे ऊपेर झुक गया और उसके पैर नीचे फ़राश पे थे और मेरे पैर भी फ़राश पे ही थे. सबिहा की चूत बोहोत ही मस्त थी. बे इंतेहा चिकनी बिल्कुल बेबी चूत जैसे किसी 10 – 11 साल की लड़की की चूत होती है. उसकी चूत देख के मैं ने सोचा के कितनी प्यारी चूत है और ऐसी चूत के अंदर अगर एमडी का लंड घुस जाएगा तो क्या होगा यह सोचती रही और उसकी चूत को चाट ती रही. उसकी चूत से एक बड़ी मस्त स्मेल आ रही थी. . थोड़ी ही देर मे सबिहा इतनी मस्त हो गयी के मेरे मूह पे अपनी चूत को पटक पटक के मारने लगी और झड़ने से पहले मेरे मूह को अपनी चूत से बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और मेरे दांतो से अपनी क्लाइटॉरिस को रगड़ने लगी और उसका बदन पहले तो टाइट हो गया फिर काँपने लगा और वो मेरे मूह मैं ही झड़ने लगी.
सबिहा अपनी चूत मेरे मूह पे पटक ते पटक ते झाड़ गयी
झड़ने के बाद भी वो मेरे ऊपेर लंबी लंबी साँसें लेती हुई लेटी रही. फिर मेरी चूत को चाटना शुरू किया. थोड़ी देर के बाद हम दोनो बेंच से उठ गये और नीचे पड़े एक पतले से मॅट्रेस पे लेट गये. दोनो एक दूसरे को टंग सकिंग किस करने लगे और फिर कभी मैं उसके बूब्स को चूस्ति तो कभी वो मेरे बूब्स को चूस्ति ऐसे ही मस्तिया करते रहे. फिर सबिहा मुझे नीचे लिटा के मेरे ऊपेर ऐसे चढ़ गयी जैसे मुझे चोद रही हो. मेरी दोनो टाँगो को फैला दिया और बीचे मे मेरी चूत से अपनी चूत को सटा दिया और रगड़ने लगी और बिल्कुल ऐसे ही चोदने लगी जैसे वो सच मे एक मर्द हो और मुझे चोद रहा हो. बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे करवट लिटा दिया और मेरा एक पैर उठा के पकड़ लिया और मेरे पैरो के बीच मे ऐसे स्टाइल से बैठ गयी के मेरा एक पैर लंबा था और दूसरे पैर को उसने अपने हाथो से पकड़ के उठाया हुआ था और खुद मेरी दोनो थाइस के बीचे मे बैठ गयी और मेरी चूत से अपनी चूत को मिला के रगड़ने लगी यह पोज़िशन ऐसे ही थी जैसे कोई मर्द लड़की की एक टांग उठा के चोद्ता है.
सबिहा की और मेरी चूत रगड़ने लगी
हम दोनो की चूते बोहोत ही गीली हो चुकी थी और हमारी चूतो से कितना जूस निकला हमे ही पता नही. सबिहा की चूत जब मेरी चूत से लगी तो एक अनोखा मज़ा आने लगा और मैं बोलने लगी के आआहह सस्स्साआबब्बीहहाअ आऐईइसस्सीए हहिि कक्चहूऊददडूव हाईए र्र्रररीईए ब्बबाद्ददडाअ म्म्माआज़्ज़्ज़ाआ हाअईए आआऐईईई ज़्ज़्ज़ूओररर सस्स्सीईए और सबिहा मेरी चूत को अपनी चूत से चोदती रही कमरे मे दोनो की चूतो के टकराने की पच पच की और हमारी गहरी गहरी सांसो की आवाज़ें आने लगी. हम दोनो एक दूसरे के बूब्स को मसल रहे थे और चूत से चूत टकराने के मज़े ले रहे थे. ऐसा लगता था जैसे सबिहा की चूत मेरी चूत के अंदर तक चली जाएगी और फिर हम दोनो अपनी मज़े की सीमा पार कर चुके थे दोनो की आँखें बंद हो चुकी थी और दोनो के मूह से आआआहह और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊहह जैसी आवाज़ें निकल ने लगी और हम दोनो ही इतनी ज़ोर से काँपने लगे जैसे बोहोत ज़ियादा ठंड लग रही हो और फिर हम दोनो ने एक दूसरे की टाँगो को मज़बूती से पकड़ रखा था और दोनो ने एक दूसरे की चूत को बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और ऐसी पोज़िशन मे हमारी क्लाइटॉरिस एक दूसरे की क्लाइटॉरिस से रगड़ने लगी और हम दोनो ही बोहोत ज़ोर से झड़ने लगे और हमारी चूत से इतना बोहोत जूस निकला जितने चुदाई के टाइम पे भी नही निकलता था. मुझे यह लेज़्बीयन एक्सपीरियेन्स बोहोत ही अछा लगा.
जब हमारा जूस बोहोत टाइम निकल गया तो हम थोड़ी देर ऐसे ही लेट गये और फिर सबिहा ने पूछा के एमडी का लंड कैसा था और उसने कैसे चोदा तो मैने ने उसको भी अपनी पूरी दास्तान सुना दी तो वो हैरत से सुनती रही. मैं ने बोला के अभी तक बोहोत दुख रहा है तो उसने बोला के कोई बात नही मिस तो मैं ने बोला के सबिहा प्लीज़ अब मुझे मिस नही बोलना मेरा नाम स्नेहा है और आज से हम और तुम दोनो फ्रेंड्स है और फ्रेंडशिप मे कोई टाइटल्स नही होते इसी लिए अब तुम मुझे स्नेहा ही बोला करो तो उसने बोला के ऑलराइट स्नेहा. सबिहा अपनी जगह से उठी और एक प्लास्टिक के टब मे गरम पानी डाला और उसमे कुछ केमिकल्स और मेडिसिन्स डाल के मुझे बोला के इसके अंदर बैठ जाओ. यह टब इतना बड़ा था के मैं उसके अंदर अछी तरह से बैठ सकी. गरम पानी और मेडिसिन से मेरी चूत को आराम मिलने लगा. इतनी देर तक सबिहा मेरे सामने खड़ी हो गयी और मैं उसकी चूत को चाटने लगी. उसकी चूत बोहोत ही प्यारी थी. ढूँदने पर भी एक बॉल भी नही दिखाई दे रहा था. शाएद लेज़र ट्रीटमेंट करा था उसने. मैं उसकी गंद को पकड़ के अपनी ओर खेच रही थी और वो इतनी मस्त हो गयी थी के अपनी गंद को आगे पीछे कर के मेरे मूह को चोद रही थी. उसने मेरे सर को पकड़ रखा था और फिर फाइनली उसकी आँखें बंद हो गयी और मेरे मूह मे अपनी चूत को दबा के पकड़ लिया और मेरे मूह मे ही झड़ने लगी. इतनी देर मे मेरी चूत को पूरा आराम मिल चुका था और मेरी चूत अब नॉर्मल हालत मे वापस आ चुकी थी. फिर हम ने ऐसे ही मस्तिया की. यह एक्सपीरियेन्स मेरे लिए बहुत ही मस्त था और मुझे बोहोत ही मज़ा आया. ऐसे लेज़्बीयन आक्षन का अपना एक और ही मज़ा है इसी लिए मैं सोचने लगी के लेज़्बीयन लड़कियाँ क्यों किसी मर्द से नही चुदवाती क्यों के इस्मै एक अलग ही मज़ा है और एक अलग ही टाइप का सॅटिस्फॅक्षन है. रात के 9 बज चुके थे तो सबिहा ने बोला के चलो डिन्नर करते है. हम बाहर निकले और करीब के रेस्टोरेंट मे डिन्नर लिया और फिर बाद मैं मिलने का वादा कर के हम दोनो अपने अपने घर चले गये.
मैं रात मे अपने कमरे मे वापस आई और सबिहा के साथ गुज़ारे हुए टाइम को सोच के मेरे मूह पे एक मुस्कुराहट आ गयी और मैं अपनी चूत का मसाज करने लगी और सिर्फ़ क्लाइटॉरिस का मसाज करते करते ही झाड़ गयी और गहरी नींद सो गयी.
सबिहा को याद कर के अपनी चूत का मसाज कर के सो गयी
सुबह को 8 बजे आँख खुली. आज मंडे था मैं ने सोचा था के ऑफीस जाउन्गी और कांट्रॅक्ट पेपर्स डीके को सब्मिट करके जॉब स्टार्ट कर दूँगी. नाश्ता किया और कपड़े चेंज कर के मैं ऑफीस पोहोच गयी. एज यूषुयल ममता वही अपनी टेबल पे बैठी थी मुझे देखते ही मुस्कुरा पड़ी और पूछा क्या हुआ मेडम तो मैं ने खुशी से बोला के मुझे जॉब मिल गयी है ममता तो उसने कंग्रॅजुलेशन्स मेडम बोला तो मैं ने बोला के हम दोनो अब कॉलीग्स है कोई मेडम वाडम नही मेरा नाम स्नेहा है और तुम मुझे स्नेहा ही कहोगी तो उसने मुस्कुरा के मेरा हाथ अपने हाथो मे ले के दबा दिया और कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा बोला तो मैं ने भी उसके हाथ को अपने हाथो मे पकड़ के दबा दिया. फिर उसने पूछा कैसा रहा इंटरव्यू स्नेहा तो मैं ने बोला के हा ठीक ही रहा तो उसने कुछ शरारत से पूछा कुछ ऐसा वैसा तो नही हुआ ना आपका इंटरव्यू तो मैं ने बोला के देखो ममता आज कल के दीनो मे जॉब मिलना बोहोत ही मुश्किल होता है और हर आदमी की एक प्राइवेट लाइफ भी तो होती ना जिसे वो अपने घर वालो से छुपाता है इसी तरह से मैं ने भी अपनी एक प्राइवेट लाइफ बना ली है और मैं ने जॉब के लिए अपने आप को कुर्बान कर दिया और अपना सब कुछ डीके को दे दिया और जॉब ले लिया. किसी को क्या पता चलेगा के कोई किसी की प्राइवेट लाइफ मे क्यों इंटर्फियर करेगा जॉब तो जॉब होती है ना इसी तरह से मेरे हज़्बेंड को भी पता है के मैं अपना घर अपना शहेर छोड़ के दूसरे शहेर मे काम कर रही हू और एक इनडिपेंडेंट लाइफ गुज़ार रही हू. मेरे हज़्बेंड का रिसेशन मे बोहोत ही लॉस हुआ है अब उसको कोवेरूप करने का एक ही तरीका था के मैं जॉब
करू और मुझे यह जॉब को हासिल करना ही था इसी लिए मैं ने अपना सब कुछ दे दिया और कभी टाइम मिलेगा तो मैं अपने हज़्बेंड से भी बता दूँगी के मैं ने जॉब के लिए और एस्पेशली उसकी यानी मेरे हज़्बेंड की कितनी बड़ी मदद की है नही तो हमारा सब कुछ ख़तम हो चुका था रहा सहा एक घर ही था अगर वो भी हाथ से चला जाता तो हम कही के ना रहते. आइ आम शुवर के वो भी मेरी बात को समझ जाएगा और मेरे साथ कॉंप्रमाइज़ कर लेगा. आफ्टर ऑल उसके लिए ही तो मैं यह सब कुछ कर रही हू. उसके लिए मैं ने अपने आपको डीके के हाथो बेच दिया. इतने बेहतरीन और फर्स्ट क्लास पेयिंग जॉब को मैं कैसे छोड़ सकती थी तुम खुद ही बोलो. ममता ने बोला के हा तुम ठीक कहती हो स्नेहा हर किसी को अपनी प्राइवेट लाइफ जीना का पूरा अधिकार है और मेरे ख़याल से अगर इतने आछे जॉब के लिए और अपने हज़्बेंड के लिए अपनी जवानी को दाव पर लगा रही हो तो उसको भी सोचना चाहिए के उसको बर्बादी से बचाने के लिए अगर तुम यह सब नही करती तो आज शाएद वो रोड पे होता. ममता को फिर मैं ने अपने कॉन्फिडेन्स मे ले के अपने और डीके के बारे
मैने बता दिया के उसने कैसे मुझे दोपहर से ले के रात तक कंटिन्यू चोदा और गंद मार के मेरी हालत बुरी कर दी. ममता ने कहा के हा मुझे पता है डीके को चोदने का बोहोत शौक है पर पता नही क्या बात है कोई लड़की उसके पास ज़ियादा दीनो तक नही रह पाती तो मैं ने बोला के तुमको पता है उसका लंड कैसा है तो उसने बोला के नही तो मैं ने पूछा हाथी का लंड देखा है तो वो हसणे लगी तो मैं ने बोला के सच ममता उसका लंड किसी हाथी के लंड से छोटा नही है शाएद इसी लिए लड़कियाँ उसके लंड को झेल नही पाती होगी इसी लिए शाएद ज़ियादा दीनो तक उसके साथ नही रह पाती होगी पर मेरी मजबूरी थी क्या करू बॅस चुदवा लिया और मैं उसके लंड की दीवानी हो गयी हू. ममता मेरी बतो को मूह खोले हैरत से सुन रही थी. फिर उसने बोला के चलो स्नेहा ठीक है क्या करना है यार तुम्है जॉब चाहिए और डीके को चूत बॅस वो तुम्हारी ज़रूरत पूरी करेगा तुम उसकी ज़रूरत पूरी करना. मैं ने पूछा के तुमने नही ट्राइ किया यह जॉब तो उसने बोला के नही स्नेहा मेरी क्वालिफिकेशन और एक्सपीरियेन्स अकाउंट्स की नही है इसी लिए और फिर मुस्कुराते हुए बोली के उसके हाथी लंड से तो मर ही गयी होती और फिर हम दोनो मिल कर हसणे लगे. उसने बोला के डीके तो अभी और 30 मिनिट्स मे आएगे. इतनी देर मे बॉय कॉफी रख के चला गया तो हम दोनो कॉफी पीने लगे.
कॉफी पीने के बाद हम इधर उधर की बातें कर रहे थे. थोड़ी देर मे ममता की टेबल का बज़्ज़र बजा तो ममता ने कहा के मिस स्नेहा ईज़ हियर हर सर तो स्पीकर पे डीके की आवाज़ आई के सेंड हेर इन प्लीज़ तो ममता ने ओके सर बोला और मुझे हाथ से इशारा किया और आँख मारके थंप्स अप का निशान बनाया तो मैं भी मुस्कुराती डीके के रूम के अंदर चली गयी. मुझे देखते ही डीके अपनी चेर से उठा और मुझे अपनी बाँहो मे ले के चूमने लगा और मुझ
से ज़ोर से लिपट गया. मैं तो जैसे पागल ही हो गयी थी. मैं ने भी उसको बोहोत कस्स के पकड़ लिया और हम टंग सकिंग किस करने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए और नंगे हो गये. डीके ने मुझे मेरी बगल से पकड़ के उठाया और टेबल पे बिठा दिया और खुद नीचे बैठ के मेरी चूत को चाटने लगा तो मेरा हाथ भी उसके सर पे आ गया और मैं उसके सर को अपनी चूत के अंदर दबाने लगी और मस्ती मे ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगी. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. सबिहा की टंग बोहोत ही सॉफ्ट थी उसके चाटने मे और डीके के चाटने मे थोड़ा फरक था. डीके की टंग थोड़ी रफ थी और इसका मज़ा भी कुछ ही था. मैं डीके का सर पकड़ कर उसके मूह को चोदती रही और मेरी आन्खै मस्ती मे बंद हो गयी थी और आआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स द्द्द्द्द्द्द्द्दददकककककककक म्म्माआईयईईईई गगगगगगगगाआआऐययईईईईईईई ह्ह्ह्ह्हाआआ सस्स्स्स्स्स्सस्स और फिर एक मिनिट के अंदर मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं डीके के मूह मे झड़ने लगी.
डीके फॉरन अपनी जगह से उठे और मेरी गीली चूत के सुराख मे अपने मूसल लंड को रखा. मुझे उनके लंड के मोटे सूपदे को देख के एक बार फिर से डर लगने लगा. आज उनका लंड कुछ ज़ियादा ही ख़तरनाक लग रहा था. एक तरफ तो ऐसे शानदार लंड से चुदवाने की ख्वाहिश और दूसरी तरफ चूत के फटने कद डर दोनो एक साथ ही होने लगे थे. पर चुदाई का शौक डर और तकलीफ़ पे हावी हो गया और मैं चुदासी हो गयी. मैं ने अपनी टाँगें डीके की कमर मे लपेट ली और उनके चूतदो को अपने हाथो से पकड़ के अपनी ओर खेचा. मेरी गंद टेबल के बिल्कुल कॉर्नर मे थी और डीके के मूसल का मोटा चमकदार सूपड़ा जिस मे से खूब बोहोत प्री कम निकल रहा था मेरी चूत के सुराख के सामने था. उनको अपनी ओर खेचने से लंड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख मे घुस गया, सिर्फ़ सूपदे से ही मेरी चूत का सुराख भर गया और मेरे सारे बदन मे एक झुरजुरी सी आ गयी और चूत चुदने को मचलने लगी. डीके झुक के मेरी चुचिओ को चूसने लगे और दोनो हाथो से मेरे चूतदो को मसल्ने लगे. मैं चुदने को ऐसी दीवानी हो रही थी के अपनी गंद को खुद ही आगे कर के उनके लौदे को चूत के अंदर लेने की कोशिश करने लगी. डीके धीरे धीरे से आगे पीछे हो के अपने लंड के सूपदे को मेरी गीली चूत के सुराख के अंदर बाहर करने लगे. मेरा बॅस नही चल रहा था के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर डाल दू और वो मुझे धना धन चोद चोद के एक बार फिर से मेरी चूत का भरता बना दे. जैसा के मैं पहले ही बता चुकी हू के मेरे बूब्स और एस्पेशली निपल्स बोहोत ही सेन्सिटिव है और उनके चूसने से मेरे तन बदन मे वासना की आग सुलग उठी और मैं टेबल से उठ उठ के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर लेने को मचलने लगी.
क्रमशः......................
Recession Ki Maar part--28
gataank se aage..........
Abhi poori tarah se bell bajayee bhi nahi thi ke door khul gaya aisa lagta tha jaise Sabiha door ke handle pakad ke mera wait kar rahi ho.
Beautiful & Sexy Sabiha Nangi hi mera wait kar rahi thi.
Mai ander jate hi mere se lipat gayee aur poochi kia hua job ka to mai ne bole ke haa Sabiha tumne jo dressing ki thi wo ek dum se perfect thi aur bass mujhe job mil gayee to usne poocha ke aise hi mil gayee ya kuch dena dilana bhi pada to mai ne bola ke haa dena pada to usne poocha kitna paisa dia to mai ne bola ke arey koi paisa waisa nahi aur uska ek hath pakad ke apni choot pe rakha aur doosra apni gand pe rakh ke bola ke bass yehi do cheezein dena padi to wo hans padi aur merre se kuch zor se lipat gayee aur pyar karne lagi. Sabiha ne aate hi aircon khol dia tha isi liye ab uska boutique cum beauty parlour thanda hone laga tha. Aise hi lipte lipte ham ek doosre ko kiss karne lage. Kiss kuch ziada hi passionate hone laga.
Ham dono Passionate Kiss karne lage aur boobs dabane lage
Dekhte hi dekhte ham dono ek doosre ke kapde badi besabri se utarne lage aur ek hi minute ke ander ham dono nange ho gaye the. Sabiha ne mujhe paas padi uss bench pe lita dia jispe wo ladkion ke jhant nikalne ke time pe cream laga ke lita deti thi. Yeh ek low height wali massage bench thi bilkul waise hi
jaise school bench hoti hai bass differecen sirf itna hi tha ke iss pe ek mamuli thickness ka mattress tha. Mujhe push kar ke mujhe lita dia aur khud neeche baith gayee aur mere dono pairo ko apne shoulders pe rakh lia aur jaise hi meri choot pe nazar padi usne badi hairat se poocha arey miss yeh kia hua to mai ne bola ke isi ki wajah se to mujhe job mili hai aur MD ka Lund koi mamuli Lund nahi uska Lund kisi hathi ke Lund jaisa hai aur lohe jaisa sakht bhi hai aur uska Lund soft bhi nahi hota to wo hairat se dekhne lagi aur boli ke itni pyari choot ko chod chod ke barbaad kar dala tumahre MD ne, sala aadmi hai ya janwar. Koi aise chodta hai kia to mei ne bola ke haa meri choot aur gand dono abhi tak dukh rahe hai to usne bade pyar se meri choot pe hath phera aur boli ke itni pyari choot ka ek hi din ke ander sale ke Lund ne bhosda bana dala aur phir meri choot ko choomne lagi aur dekhte hi dekhte itni be sabri se chaatne lagi jaise ke thodi der ho jayegi to shaed usko meri choot chaatne ko nahi milegi.
Sabiha Meri choot ko be sabri se chaatne lagi
Mai uski tongue apni choot ke ander mehsoos karte hi jhadne lagi aur apni gand utha utha ke apni choot ko uske muh se ragardne lagi. Sabiha choot chaatne mai bohot hi expert lag rahi thi bade hi mast style mai chaat rahi thi. Mer muh se nikla aaaaaaaahhhhhhhhhhhhh sssssssaaaaaaaabbbbbbiiiii hhhhhhhaaaaaaaaa mmmmmmeeeeeeeeeiiiiiii gggggggggaaaaaaaaaaiiiiiiiiiii nnnnniiiiiiiiiikkkkkkkkkklllllllaaaaaaaaa mmmmmmmmmeeeeeeeeerrrrrrraaaaaaaaa aur phir mai aise jhadi ke jhadti
hi chali ja rahi thi meri choot se garam garam juice aise beh raha tha jaise kisi ne nal khol dia ho. Mai Sabiha se bohot zor se lipat gayee.
Sabiha ki choti si chikni chikni tasty tasty yummy yummy baby chooot
Thodi der mai, Mai ne bola ke Sabiha darling mujhe bhi to apni choot ka taste karao to wo apni jagah se uthi aur mere muh ke dono tarah pair dal ke mere ooper jhuk gayaa aur uske pair neeche farash pe the aur mere pair bhi farash pe hi the. Sabiha ki choot bohot hi mast thi. Be inteha chikni bilkul baby choot jaise kisi 10 – 11 saal ki ladki ki choot hoti hai. Uski choot dekh ke mai ne socha ke kitni pyari choot hai aur aise choot ke adner agar MD ka Lund ghus jayega to kia hoga yeh sochti rahi aur uski choot ko chaat ti rahi. Uski choot se ek badi mast smell aa rahi thi. Yeh mast kahani the_great_warrior2000 at yahoo dot com ki likhi hui hai. Thodi hi der mai Sabiha itni mast ho gayee ke mere muh pe apni choot ko patak patak ke maarne lagi aur jhadne se pehle mere muh ko apni choot se bohot hi zor se daba dia aur mere dato se apni clitoris ko ragadne lagi aur uska badan pehle to tight ho gaya phir kaampne laga aur wo mere muh mai hi jhadne lagi.
Sabiha apni choot mere muh pe patak te patak te jhad gayee
Jhadne ke bad bhi wo mere ooper lambi lambi saansein leti hui leti rahi. Phir meri choot ko chaatna shuru kia. Thodi der ke bad ham dono bench se uth gaye aur neeche pade ek patle se mattress pe let gaye. Dono ek doosre ko tongue sucking kiss karne lage aur phir kabhi mai uske boobs ko choosti to kabhi wo mere boobs ko choosti aise hi mastiya karte rahe. Phir Sabiha mujhe neeche lita ke mere ooper aise chhad gayi jaise mujhe chod rahi ho. Meri dono tango ko phaila dia aur beeche mai meri choot se apni choot ko sata dia aur ragadne lagi aur bilkul aise hi chodne lagi jaise wo sach mai ek mard ko aur mujhe chod raha ho. Bada maza aa raha tha. Phir thodi der ke bad mujhe karwat lita dia aur mera ek pair utha ke pakad lia aur mere pairo ke beech mai aise style se baith gayee ke mera ek pair lamba tha aur doosre pair ko usne apne hatho se pakad ke uthaya hua tha aur khud meri dono thighs ke beeche mai baith gayee aur meri choot se apni choot ko mila ke ragadne lagi yeh position aise hi thi jaise koi mard ladki ki ek tang utha ke chodta hai.
Sabiha ki aur meri choot ragadne lagi
Ham dono ki chootein bohot hi geeli ho chuki thi aur hamari chooto se kitna juice nikla hamei hi pata nahi. Sabiha ki choot jab meri choot se lagi to ek anokha maza aane laga aur mai bolne lagi ke aaaahhhh ssssaaabbbiiihhhaaa aaaiissseee hhhiii ccchhhoooodddooo hhhhaaeee rrrrreeeee bbbaaddddaaa mmmaaazzzaaaa haaaeee aaaaaeeeeee zzzooorrr sssseeeee aur sbiha meri choot ko apni choot se chodti rahi kamre mai dono ki chooton ke takrane ki pach pach kia aur hamari gehri gehri sanso ki awazein aane lagi. Ham dono ek doosre ke boobs ko masal rahe the aur choot se choot takrane ke maze le rahe the. Aisa lagta tha jaise sabiha ki choot meri choot ke ander tak chali jayegi aur phir ham dono apni maze ki seema paar kar chuke the dono ki aankhein band ho chuki thi aur dono ke muh se aaaaaahhhhhhhhhhhhh aur sssssssssssssss oooooooooooohhhhhhhhhhhhhhhhh jaisi awazein nikal ne lagi aur ham dono hi itni zor se kaampne lage jaise bohot ziada thand lag rahi ho aur phir ham dono ne ek doosre ki tango ko mazbooti se pakad rakha tha aur dono ne ek doosre ki choot ko bohot hi zor se daba dia aur aisi position mai hamari clitoris ek doosre ki clitoris se ragadne lagi aur ham dono hi bohot zor se jhadne lage aur hamari choot se itna bohot juice nikla jitney chudai ke time pe bhi nahi nikalta tha. Mujhe yeh lesbian experience bohot hi acha laga.
Jab hamara juice bohot time nikal gaya to ham thodi der aise hi let gaye aur phir Sabiha ne poocha ke MD ka Lund kaisa tha aur usne kaise choda to mei ne usko bhi apni poori daastaan suna di to wo hairat se sunti rahi. Mai ne bola ke abhi tak bohot dukh raha hai to usne bola ke koi bat nahi miss to mai ne bola ke Sabiha please ab mujhe miss nahi bolna mera naam Sneha hai aur aaj se ham aur tum dono friends hai aur friendship mai koi titles nahi hote isi liye ab tum mujhe Sneha hi bola karo to usne bola ke alright Sneha. Sabiha apni jagay se uthi aur ek plastic ke tub mai garam pani dala aur usmei kuch chemicals aur medicines dal ke mujhe bola ke iske ander baith jao. Yeh tub itna bada tha ke mei uske ander achi tarah se baith saki. Garam pani aur medicine se meri choot ko araam milne laga. Itni der tak sabiha mere samne khadi ho gayee aur mai uski choot ko chaatne lagi. Uski choot bohot hi pyari thi. Dhoondne par bhi ek baal bhi nahi dikhayee de raha tha. Shaed laser treatment kara tha usne. Mei uski gand ko pakad ke apni or khech rahi thi aur wo itni mast ho gayee thi ke apni gand ko aage peeche ker ke mere muh ko chod rahi thi. Usne mere sar ko pakad rakha tha aur phir finally uski aankhein band ho gayee aur mere muh mai apni choot ko daba ke pakad lia aur mere muh mia hi jhadne lagi. Itni der mai meri choot ko poora araam mil chuka tha aur meri choot ab normal halat mai wapas aa chuki thi. Phir ham ne aise hi mastiya ki. Yeh experience mere liye bohto hi mast tha aur mujhe bohot hi maza aaya. Aise Lesbian action ka apna ek aur hi maza hai isi liye mai sochne lagi ke Lesbian ladkiyan kyon kisi mard se nahi chudwati kyon ke ismai ek alaga hi maza hai aur ek alag hi type ka satisfaction hai. Raat ke 9 baj chuke the to Sabiha ne bola ke chalo dinner karte hai. Ham baher nikle aur kareeb ke restaurant mai dinner liya aur phir baad mai milne ka wada kar ke ham dono apne apne ghar chale gaye.
Mai rat mai apne kamre mai wapas ayee aur Sabiha ke sath guzare hue time ko soch ke mere muh pe ek muskurahat aa gayee aur mai apni choot ka massage karne lagi aur sirf clitoris ka massage karte karte hi jhad gaye aur gehri neend so gayee.
Sabiha ko yaad kar ke apni choot ka massage kar ke so gayee
Subah ko 8 baje aankh khuli. Aaj Monday tha mai ne socha tha ke office jaungi aur contract papers DK ko submit karke job start kar dungi. Nashta kia aur kapde change kar ke mai office pohoch gayee. As usual Mamta wahi apni table pe baithi thi mujhe dekhte hi muskura padi aur poocha kia hua madam to mai ne khushi se bola ke mujhe job mil gayee hai Mamta to usne Congratulations madam bola to mai ne bola ke ham dono ab colleagues hai koi madam wadam nahi mera naam Sneha hai aur tum mujhe Sneha hi kahogi to usne muskurake mera hath apne hatho mai le ke daba dia aur Congratulations Sneha bola to mei ne bhi uske hath ko apne hatho mai pakad ke daba dia. Phir usne poocha kaisa raha Interview Sneha to mai ne bola ke haa theek hi raha to usne kuch shararat se poocha kuch aisa waisa to nahi hua na aapka Interview to mai ne bola ke dekho Mamta aaj kal ke dino mai job milna bohot hi mushkil hota hai aur har aadmi ki ek private life bhi to hoti na jise wo apne ghar walo se chupata hai isi tarah se mei ne bhi apni ek private life bana li hai aur mai ne job ke liye apne aap ko kurban kar dia aur apna sab kuch DK ko de dia aur job le lia. Kisi ko kia pata chalega ke koi kisi ki private life mai kyon interfere karega job to job hoti hai na isi tarah se mere husband ko bhi pata hai ke mai apna ghar apha sheher chhor ke doosre sheher mai kaam kar rahi hu aur ek independent life guzar rahi hu. Mere husband ka recession mai bohot hi loss hua hai ab usko coverup karne ka ek hi tarika tha ke mai job
karu aur mujhe yeh job ko hasil karma hi tha isi liye mai ne apna sab kuch de dia aur kabhi time milega to mai apne husband se bhi bata dungi ke mai ne job ke liye aur especially uski yaani mere husband ki kitni badi madad ki hai nahi to hamara sab kuch khatam ho chuka tha raha saha ek ghar hi tha agar wo bhi hath se chala jata to ham kahi ke na rehte. I am sure ke wo bhi meri baat ko samajh jayega aur mere sath compromise kar lega. After all uske liye hi to mai yeh sab kuch kar rahi hu. Uske liye mai ne apne aapko DK ke hatho bech dia. Itne behtreen aur first class paying job ko mai kaise chhor sakti thi tum khud hi bola. Mamta ne bola ke haa tum theek kehti ho Sneha har kisi ko apni private life jeena ka poora adhikaar hai aur mere khayal se agar itne ache job ke liye aur apne husband ke liye apni jawani ko dao par laga rahi ho to usko bhi sochna chahiye ke usko barbadi se bachane ke liye agar tum yeh sab nahi karti to aaj shaed wo road pe hota. Mamta ko phir mai ne apne confidence mai le ke apne aur DK ke bare mai bata dia ke usne kaise mujhe Dopeher se le ke raat tak continue choda aur gand mar ke meri halat buri kar di. Mamta ne kaha ke haa mujhe pata hai DK ko chodne ka bohot shouk hai par pata nahi kia bat hai koi ladki uske pas ziada dino tak nahi reh pati to mai ne bola ke tumko pata hai uska Lund kaisa hai to usne bola ke nahi to mai ne poocha Hathi ka Lund dekha hai to wo hasne lagi to mai ne bola ke sach Mamt uska Lund kisi hathi ke Lund se chota nahi hai shaed isi liye ladkiyan uske Lund ko jhel nahi pati hogi isi liye shaed ziada dino tak uske sath nahi reh pati hogi par meri majboori thi kia karu bass chudwa lia aur mai uske Lund ki deewani ho gayi hu. Mamta meri bato ko muh khole hairat se sun rahi thi. Phir usne bola ke chalo Sneha theek hai kia karna hai yaar tumhai job chahiye aur DK ko choot bass wo tumhari zaroorat poori karega tum uski zaroorat poori karna. Mai ne poocha ke tumne nahi try kia yeh job to usne bola ke nahi sneha meri qualification aur experience accounts ki nahi hai isi liye aur phir muskurate hue boli ke uske hathi Lund se to mar hi gayee hoti aur phir ham dono mil kar hasne lage. Usne bola ke DK to abhi aur 30 minutes mai ayege. Itni der mai boy coffee rakh ke chala gaya to ham dono coffee pine lage.
Coffee peene ke bad hai idhar udhar ki batein kar rahe the. Thodi der mai Mamta ki table ka buzzer baja to Mamta ne kaha ke Miss Sneha is here her sir to speaker pe DK ki awaz aye ke send her in please to Mamta ne Ok Sir bola aur mujhe hath se ishara kia aur aankh marke thumps up ka nishan banaya to mai bhi muskuraati DK ke room ke ander chali gayee. Mujhe dekhte hi DK apni chair se utha aur mujhe apni baho mei le ke choomne laga aur mujh
se zor se lipat gaya. Mei to jaise pagal hi ho gayee thi. Mai ne bhi usko bohot kass ke pakad lia aur ham tongue sucking kiss karne lage aur ek hi minute ke ander ham dono ne ek doosre ke kapde utar diye aur nange ho gaye. DK ne mujhe meri bagahal se pakad ke uthaya aur table pe bitha dia aur khud neeche baith ke meri choot ko chaatne laga to mera hath bhi uske sar pe aa gaya aur mai uske sar ko apni choot ke ander dabane lagi aur masti mai zor zor se ragadne lagi. Mujhe bohot hi maza aa raha tha. Sabiha ki tongue bohot hi soft thi uske chaatne mai aur DK ke chatne mai thoda farak tha. DK ki tongue thodi rough thi aur iska maza bhi kuch hi tha. Mai DK ka sar pakad kar uske muh ko chodti rahi aur meri aankhain masti mai band ho gayee thi aur aaaaahhhhhhhhhhhh ssssssssssss DDDDDDDDDDDKKKKKKKK mmmaaaaiiiiiii ggggggggaaaaaaaiiiiiiiiii hhhhhaaaaaa ssssssssss aur phir ek minute ke ander mera badan akadne laga aur mai DK ke muh mai jhadne lagi.
DK foran apni jagah se uthe aur meri geeli choot ke surakh mai apne Musal Lund ko rakha. Mujhe unke Lund ke mote supade ko dekh ke ek bar phir se dar lagne laga. Aaj unka Lund kuch ziada hi khatarnaak lag raha tha. Ek taraf to aise shandar Lund se chudwane ki khwahish aur doosri taraf choot ke phatne kad dar dono ek sath hi hone lage the. Par Chudai ka shouk darr aur takleef pe haavi ho gaya aur mai chudasi ho gayee. Mai ne apni tangein DK ki kamar mai lapet li aur unke chootado ko apne hatho se pakad ke apni or khecha. Meri gand table ke bilkul corner mai thi aur DK ke musal ka mota chamakdaar supada jis mai se khoob bohot pre cum nikal raha tha meri choot ke surakh ke samne tha. Unko apni or khechne se Lund ka supada meri choot ke surakh mei ghus gaya, Sirf supade se hi meri choot ka surakh bhar gaya aur mere sare badan mai ek jhurjhuri si aa gayee aur choot chudne ko machalne lagi. DK jhuk ke meri chuchion ko choosne lage aur dono hatho se mere chootado ko masalne lage. Mai chudne ko aisi deewani ho rahi thi ke apni gand ko khud hi aage kar ke unke Loude ko choot ke ander lene ki koshish karne lagi. DK dheere dheere se aage peeche ho ke apne Loud eke supade ko meri geeli choot ke surakh ke ander baher karne lage. Mera bass nahi chal raha tha ke unke Lund ko apni choot ke ander dal du aur wo mujhe dhana dhan chod chod ke ek bar phir se meri choot ka bharta bana de. Jaisa ke mai pehle hi bata chuki hu ke mere boobs aur especially nipples bohot hi sensitive hai aur unke choosne se mere tan badan mai vasna ki aag sulag uthi aur mai table se uth uth ke unke Lund ko apni choot ke ander lene ko machalne lagi.
kramashah......................
आपका दोस्त राज शर्मा साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँआपका दोस्तराज शर्मा(¨`·.·´¨) Always`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !`·.¸.·´ -- raj
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Posted By .....raj..... to Kamuk Kahaniyan.Com कामुक-कहानियाँ.ब्लॉगस्पोट.कॉम at 10/11/2010 05:00:00 AM
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