Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--3



हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--3
गतान्क से आगे...................
. मैं बेड पर लेटा हुआ था. मेडम ने मेरे जाँघो के दोनो तरफ घुटने रख लिए और मुझे अपने बाकी कपड़े उतारने को कहा. मेडम की चूत मेरे लंड के ठीक उपर थी. मेरा लंड एवरेस्ट की तरह तना हुआ था. सूपड़ा भी बाहर था. लंड की लंबाई भी 10 इंच लग रही थी. मेडम ने अपने हाथ से लंड को सहलाया. पर जैसे मुझे कुछ महसूस ही नही हुआ. मेडम ने लंड का कसाव चेक किया और बोली- अरे ये तो अब तक सख़्त है. फिर मेडम ने अपनी गीली चूत का मूह मेरे सूपदे पर टीका दिया और लंड से चूत के दाने को रगड़ने लगी. इससे मेडम की चूत से थोडा पानी बाहर आ गया और वो बदहवास होने लगी. उन्होने लंड को हाथ मे पकड़ कर उस पर चूत को टीका दिया. पर मेरी नज़र तो मेडम के 36डी बूब्स पर टिकी थी. अब मूह के होंठो की तरह मेडम की चूत के होठ मेरे लंड को चूमने लगे. मेडम अपनी चूत का दबाव मेरे लंड पर बढ़ाने लगी. मेडम ने सहारे के लिए दोनो हाथ मेरे कंधो के पास बेड पर रख लिए. तभी मैने उनकी नाइटी का बटन खोल दिया और उनके बूब्स ब्रा से झाँकने लगे. मेडम की क्लीवेज की गहराई देखते ही मूह मे पानी आ गया. मैने ठान लिया कि आज इनको पाकर ही दम लूँगा. मैने हिम्मत करके अपने दोनो हाथ मेडम के बूब्स पर रख दिए, पर मेडम का ध्यान तो केवल लंड घुस्वाने पर था. मैं बूब्स को दबाने लगा. पर यहा मामला दूसरा था. मेडम ने पूरा ज़ोर लगा लिया पर लंड था कि घुसा ही नही. मेडम की चूत की चिकनाई से लंड फिसल गया और मेडम की चिड़िया तो कुचल गयी. मेडम सिसक उठी और लंड को फिर सही जगह लगाने के लिए नीचे झुक गयी और उनके मोटे मोटे बूब्स मेरे छाती पर दब गये. मैने मौका अच्छा देखा और मेरे हाथ मेडम की कमर पर पहुच गये. अगले ही पल मेडम की ब्रा की स्ट्रॅप्स खुल गये और जैसे ही मेडम उपर उठी, ब्रा कंधो से फिसलकर नीचे कलाईयो तक पहुच गयी. अब मेडम के मोटे-मोटे बूब्स मेरे मूह के उपर नाच रहे थे. मैने दोनो को पकड़ लिया और दबाने लगा. दोनो खरबूजे सख़्त थे उन पर मेरे हाथो का दबाव बढ़ता गया. थोड़ी ही देर मे मेरे हाथ मेडम के बूब्स को बुरी तरह मसल रहे थे. फिर मैने अपना सिर थोडा उपर किया और बाए बूब का निपल मूह मे दबा लिया. मेडम- आराम से...कही कट ना जाए. मेडम की स्वीकृति पाकर मेरी बाँछे खिल गयी. अब मैने मेडम के दोनो निपल बारी बारी चूसने लगा. मेडम के बूब्स के आगे दीपा के बूब्स कही नही थे. रात दिन जिस चीज़ के ख़यालो मे खोया रहता था वो आज मेरी थी. मुझे जो चाहिए था वो मिल गया था पर मेडम पूरी कोशिश के बाद भी सफल नही पा रही थी. बार बार लंड फिसलकर उनकी चिड़िया को कुचल देता था. उनकी चिड़िया ज़्यादा देर तक ये प्रहार सहन ना कर सकी और चूत ने रस की बौछार कर ही दी. मेरा लंड उनके रस से पूरी तरह भीग गया. 3 मिनिट तक जुगत लगाने के बाद मेडम की हालत पस्त हो चुकी थी. बिल्ली के बिल मे शेर इतनी आसानी से कैसे घुस सकता था. इसके लिए 50 केजी की मेडम बहुत कमजोर थी. अंत मे मेडम मेरे उपर ही धराशायी हो गयी और उनके बूब मेरे मूह पर दब गये... मेडम मेरे आगोश मे पूरी तरह नंगी पड़ी थी. मेरे हाथ उनके संगमरमरी जिस्म को धीरे-धीरे सहला रहे थे. मेरे हाथ बार-बार उनके मोटे-मोटे बूब्स पर पहुच जाते और निपल को छेड़ देते. इससे मेडम चिहुक उठती. मेडम बेहद थॅकी सी लग रही थी पर उनकी आँखो के गुलाबी डोरे उनके मन की हालत बयान कर रहे थे. मैं बेड से उठा और मेडम को खीच कर उनकी चूत अपनी ओर कर ली. मेडम- न..न..नही ये मेरी चूत मे नही घुस पाएगा. मेरी चूत फट जाएगी. आशु- मेडम प्लीज़. बस एक बार. मेडम- थोड़ा आराम कर ले, मैं कही भागी थोड़े ही जा रही हू. आशु- मेडम मेरा लंड अब काबू मे नही है. प्लीज़ आप टाँगे खोल दीजिए ना. मेडम केवल उपर से ही मना कर रही थी. मन मे तो उनके लड्डू फुट रहे थे. मेडम ने अपनी टाँगे खोल कर हवा मे उठा दी. अब उनकी चूत किसी गुलदस्ते की तरह लग रही थी. गोरी चूत के अंदर लाल चिड़िया सॉफ दिखाई दे रही थी. चूत एकदम गीली थी. मेरे लंड का सूपड़ा मेडम के चूत के उपर लहरा रहा था. मेडम ने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर चूत के मुहाने पर रख दिया और बोली- मैं कितना भी चिल्लाउ, पर पूरी बेरहमी से चोदना. मैने थोड़ा ज़ोर लगाया तो लंड का सूपड़ा 2 इंच अंदर चला गया. मेडम ने अपने दाँत भीच लिए. फिर मैने और ज़ोर से धक्का लगाया तो लंड थोड़ा और अंदर घुस गया. मेडम दर्द के मारे चीखने लगी- आआआययययययययईईईई...रुक जाओ... अभी और अंदर मत करना... बहुत दर्द हो रहा... मम्मी...आज तो मर जाउन्गि...रुक जा...फॅट जाएगी...आअहह इधर मेरा हाल भी बुरा था. जब मेडम के मूह मे लंड गया था तो सब आराम से हो रहा था. पर यहा तो जैसे पत्थर मे कील ठोकने जैसा था. लंड को जैसे ज़ोर से बाँध दिया हो. अजीब सा नशा छा रहा था. इसी नशे की खुमारी मे अचानक एक ज़ोर का धक्का लग गया. मेडम- आआआआग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...चिर गयी......फॅट गयी.......मार डाला........काट डाला........बाहर निकालो.....मुझसे सहन नही हो रहा....छोड़ दो मुझे.......बाहर निकालो....आआआआआआआअहह. मेडम की हालत देख कर मैं डर सा गया. 2 मिनिट तक बिना हीले रुका रहा. मैने थोड़ा झुक कर मेडम के निपल चूसने लगा. इस से मेडम उत्तेजित होने लगी. मौका अच्छा देख कर मैने फाइनल धक्का मार दिया. अब मेरा लंड 8 इंच अंदर पिछली दीवार से जा टकराया. मेडम की चूत मे तो जैसे किसी ने गरम पिघला लोहा भर दिया हो. उनकी साँसे अटक रही थी और आँखो से आँसू बह रह थे. मेडम बदहवास हो कर इधर-उधर हिल कर लंड को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी. दर्द उनकी सहन शक्ति के बाहर था. मैं शांत रहा. 2 मिनिट बाद धीरे से लंड को बाहर निकालने लगा. पर मेडम ने फिर नीचे खिच लिया. 3-4 बार ऐसे ही किया को मेडम की चीखे सिसकारियो मे बदलने लगी. मुझे भी इस नये खेल मज़ा आने लगा. मेडम बेड पर टाँगे फलाए लेटी थी और मैं अपनी टाँगो पर बेड के साथ खड़ा था. मेडम ने अपने हाथो से चादर पकड़ रखी थी. लंड के अंदर बाहर होने की रफ़्तार बढ़ती जा रही थी. मैने दोनो हाथो से मेडम के विशाल मुम्मे लगाम की तरह पकड़ रखे थे. पथ..पथ की आवाज़े निकल रही थी. लंड और चूत की जोरदार जंग छिड़ी थी. मेडम- इसस्स..हहा...थोड़ा तेज करो ना...आज अपनी मेडम की चूत को फाड़ दो ना...प्लीज़ थोड़ा तेज...और तेज...जो कहोगे वो करूँगी....बहुत मज़ा आ रहा है...मेरे रज्जा..मैं तेरी हू...मेरी चूत तेरी है...तेज...चोद...फाड़..काट दे इसको...इश्स हहाअ. जैसे-जैसे रफ़्तार बढ़ती जा रही थी मेडम बदहवास होती जा रही थी. मेडम की सिसकारियो का वॉल्यूम बढ़ता जा रहा था. मेडम के बेडरूम मे जोरदार चुदाई हो रही थी. दो जवानिया टकरा रही थी. लंड और चूत की जोरदार भिड़ंत हो रही थी. चिल्ड एसी था पर दोनो पसीने से भीगे हुए थे. मेडम की सिसकारिया पूरी बिल्डिंग मे गूँज रही थी. हर 2-3 मिनिट बाद मेडम कुछ ज़्यादा तेज चिल्लाने लगती और उनकी चूत से रस बहने लगता. फिर 20-25 सेकेंड के लिए वो निढाल हो जाती. पर मुझे इस सब से कोई फरक नही पड़ता था. मैं अपने काम मे लगा हुआ था. थोड़ी ही देर मे मेडम फिर मैदान मे आ जाती पर 2-3 मिनिट बाद ही झाड़ जाती. मेडम के 6 बार झड़ने के बाद अब मेरी बारी थी. अचानक मुझे भी बहुत मज़ा सा आने लगा. मैने पूरा ज़ोर लगा कर मेडम की चूत मे अपना लंड एकदम भीतर तक घुसा दिया. 10 सेकेंड तक मेरा लंड अपना रस उगलता रहा और मेडम की चूत मे भरता रहा. मेडम भी मेरे साथ झाड़ गयी. अब जाकर मुझे संतुष्टि मिली थी. मेरा लंड अपने आप छोटा होकर मेडम की चूत से बाहर आने लगा. मेडम का चेहरा खिला हुआ था. मैं मेडम की बगल मे धराशायी हो गया और मेडम मेरे बालो मे उंगलिया फिराने लगी. पूरी रात मैं और मेडम एक दूसरे से लिपट कर सोए रहे. सुबह जब आँख खुली तो मेडम कही जाने के लिए तय्यार हो रही थी. उनका समान भी पॅक रखा था. मेडम- मैं कुछ दिन के लिए बाहर जा रही हू. पीछे से सावधानी से रहना. और ये लो 50000 रुपये, तुम्हारी अड्वान्स तन्खा. तुम चाहो तो इस रूम मे भी रह सकते हो. आशु-जी. मैने मेडम का समान उठाया और ले जाकर कार मे रख दिया. मेडम के जाने के बाद मुझे दीपा का ख्याल आया. मैं सीधा उसके रूम मे पहुच गया. क्रमशः..............

 part--3 gataank se aage.................... Mai bed par leta hua tha. madam ne mere jangho ke dono taraf ghutne rakh liye aur mujhe apne baki kapde utarne ko kaha. Madam ki chut mere lund ke theek upar thi. Mera lund Everest ki tarah tana hua tha. supada bhi bahar tha. lund ki lambayi bhi 10 inch lag rahi thi. madam ne apne hath se lund ko sehlaya. par jaise mujhe kuch mehsoos hi nahi hua. madam ne lund ka kasav check kiya aur boli- are ye to ab tak sakht hai. fir madam ne apni geeli chut ka muh mere supade par tika diya aur lund se chut ke dane ko ragadne lagi. isse madam ki chut se thoda pani bahar aa gaya aur wo badhawas hone lagi. unhone lund ko hath me pakad kar us par chut ko tika diya. Par meri najar to madam ke 36D boobs par tiki thi. Ab muh ke hotho ki tarah madam ki chut ke hoth mere lund ko chumne lage. madam apni chut ka dabav mere lund par badhane lagi. madam ne sahare ke liye dono hath mere kandho ke paas bed par rakh liye. tabhi maine unki nighty ka button khol diya aur unke boobs bra se jhankne lage. Madam ki cleavage ki gahrayi dekhte hi muh me pani aa gaya. maine than liya ki aaj inko pakar hi dum lunga. maine himmat karke apne dono hath madam ke boobs par rakh diye, par madam ka dhyan to kewal lund ghuswane par tha. mai boobs ko dabane laga. par yaha mamla dusara tha. madam ne pura jor laga liya par lund tha ki ghusa hi nahi. madam ki chut ki chiknayi se lund fisal gaya aur madam ki chidiya ko kuchal gayi. madam sisak uthi aur lund ko fir sahi jagah lagane ke liye niche jhuk gayi aur unke mote mote boobs mere chati par dab gaye. Maine muaka accha dekha aur mere hath madam ki kamar par pahuch gaye. agle hi pal madam ki bra ki straps khul gaye aur jaise hi madam upar uthi, bra kandho se fisalkar niche kalaiyo tak pahuch gayi. ab madam ke mote-mote boobs mere muh ke upar nach rahe the. maine dono ko pakad liya aur dabane laga. dono kharbuje sakht se par mere hatho ka dabav badhta gaya. thodi hi der me mere hath madam ke boobs ko buri tarah masal rahe the. fir maine apna sir thoda upar kiya aur baye boob ka nipple muh me daba liya. Madam- aaram se...kahi kat na jaye. madam ki sweekriti pakar meri banche khil gayi. ab maine madam ke dono nipple bari bari choosne laga. Madam ke boobs ke aage Deepa ke boobs kahi nahi the. rat din jis cheej ke khayalo me khoya rehta tha wo aaj meri thi. mujhe jo chahiye tha wo mil gaya tha par madam puri koshish ke baad bhi safal nahi pa rahi thi. bar bar lund fisalkar unki chidiya ko kuchal deta tha. unki chidiya jyada der tak ye prahar sahan na kar saki aur chut ne ras ki bauchar kar hi di. mera lund unke ras se puri tarah bheeg gaya. 3 minute tak jugat lagane ke bad madam ki halat past ho chuki thi. billi ke bil me sher itni asani se kaise ghus sakta tha. Iske liye 50 kg ki madam bahut kamjor thi. ant me madam mere upar hi dharashayi ho gayi aur unke boob mere muh par dab gaye... madam mere agosh me puri tarah nangi padi thi. Mere hath unke sangmarmari jism ko dhire-dhire sahla rahe the. Mere bar-bar unke mote-mote boobs par pahuch jate aur nipple ko ched dete. isse madam chihuk uthati. Madam behad thaki si lag rahi thi par unki aankho ke gulabi dore unke man ki halat bayan kar rahe the. mai bed se utha aur madam ko kheech kar unki chut apni aor kar li. Madam- n..n..nahi ye meri chut me nahi ghus payega. meri chut fat jayegi. Ashu- madam please. bas ek bar. Madam- thoda aaram kar le, mai kahi bhagi thode hi ja rahi hu. Ashu- Madam mera lund ab kabu me nahi hai. Please aap tange khol dijiye na. Madam kewal upar se hi mana kar rahi thi. Man me to unke laddu foot rahe the. Madam ne apni tange khol kar hawa me utha di. Ab unki chut kisi guldaste ki tarah lag rahi thi. gori chut ke andar lal chidiya saaf dikhayi de rahi thi. chut ekdum gili thi. Mere lund ka supada madam ke chut ke upar lehra raha tha. madam ne apne hath se mera lund pakad kar chut ke muhane par rakh diya aur boli- mai kitna bhi chillau, par puri berahmi se chodna. maine thoda jor lagaya to lund ka supada 2 inch andar chala gaya. madam ne apne daant bheech liye. fir maine aur jor se dhakka lagaya to lund thoda aur andar ghus gaya. Madam dard ke mare chikhane lagi- aaaaayyyyyyyyeeeeeeeeee...ruk jao... abhi aur andar mat karna... bahut dard ho raha... mummy...aaj to mar jaungi...ruk ja...phat jayegi...aaahhh Idhar mera haal bhi bura tha. Jab madam ke muh me lund gaya tha to sab aaram se ho raha tha. par yaha to jaise pathar me keel thokne jaisa tha. lund ko jaise jor se bandh diya ho. ajeeb sa nasha cha raha tha. isi nashe ki khumari me achanak ek jor ka dhakka lag gaya. Madam- aaaaaaaagggggggggggghhhhhhhhhhhhh...chir gayi......phat gayi.......mar dala........kat dala........bahar nikalo.....mujhse sahan nahi ho raha....chor do mujhe.......bahar nikalo....aaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhh. Madam ki halat dekh kar mai dar sa gaya. 2 minute tak bina hile ruka raha. maine thoda jhuk kar madam ke nipple chusne laga. is se madam uttejit hone lagi. Muaka accha dekh kar maine final dhakka mar diya. ab mera lund 8 inch andar pichli deewar se ja takraya. Madam ki chut me to jaise kisi ne garam pighla loha bhar diya ho. unki sanse atak rahi thi aur aankho se aansu bah rah the. madam badhawas ho kar idhar-udhar hil kar lund ko bahar nikalne ki koshish kar rahi thi. dard unki sahan shakti ke bahar tha. Mai shant raha. 2 minute bad dhire se lund ko bahar nikalne laga. par madam ne fir niche khich liya. 3-4 bar aise hi kiya ko madam ki chikhe siskariyo me badalne lagi. mujhe bhi is naye khel maja aane laga. Madam bed par tange falaye leti thi aur mai apni tango par bed ke sath khada tha. Madam ne apne hatho se chadar pakad rakhi thi. Lund ke andar bahar hone ki raftar badhti ja rahi thi. maine dono hatho se madam ke vishal mumme lagam ki tarah pakad rakhe the. path..path ki awaje nikal rahi thi. lund aur chut ki jordar jung chidi thi. Madam- isss..hhaa...thoda tej karo na...aaj apni madam ki chut ko phad do na...please thoda tej...aur tej...jo kahoge wo karungi....bahut maja aa raha hai...mere rajja..mai teri hu...meri chut teri hai...tej...chod...phad..kat de isko...iss hhaaa. jaise-jaise raftar badhti ja rahi thi Madam badhawas hoti ja rahi thi. Madam ki siskariyo ka volume badhta ja raha tha. Madam ke Bedroom me jordar chudayi ho rahi thi. do jawaniya takra rahi thi. lund aur chut ki jordar bhidant ho rahi thi. Chilled AC tha par dono pasine se bhige huye the. Madam ki siskariya puri building me goonj rahi thi. Har 2-3 minute bad madam kuch jyada tej chillane lagti aur unki chut se ras bahne lagta. fir 20-25 second ke liye wo nidhal ho jati. par mujhe is sab se koi farak nahi padta tha. Mai apne kam me laga hua tha. thodi hi der me madam fir maidan me aa jati par 2-3 minute bad hi jhad jati. Madam ke 6 bar jadhne ke bad ab meri bari thi. Achanak mujhe bhi bahut maja sa aane laga. maine pura jor laga kar madam ki chut me apna lund ekdum bhitar tak gusa diya. 10 second tak mera lund apna ras ugalta raha aur madam ki chut me bharta raha. Madam bhi mere sath jhad gayi. Ab jakar mujhe santushti mili thi. mera lund apne aap chota hokar madam ki chut se bahar aane laga. Madam ka chehra khila hua tha. mai madam ki bagal me dharashayi ho gaya aur madam mere balo me ungliya firane lagi. puri raat mai aur madam ek dusre se lipat kar soye rahe. Subah jab aankh khuli to madam kahi jane ke liye tayyar ho rahi thi. unka saman bhi pack rakha tha. madam- mai kuch din ke liye bahar ja rahi hu. piche se savdhani se rehna. aur ye lo 50000 rupaye, tumahari advance tankha. Tum chaho to is room me bhi rah sakte ho. Ashu-Ji. Maine madam ka saman uthaya aur le jakar car me rakh diya. Madam ke jane ke bad mujhe Deepa ka khyal aaya. Mai seedha uske room me pahuch gaya. kramashah.............. Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,


No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator