Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--4


हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--4

गतान्क से आगे....................
 दीपा अपने कमरे मे नही थी. बाथरूम भी खाली था. पूरा कमरा बिखरा पड़ा था. मैने सारा कमरे को साफ करके सेट कर दिया और बाहर आ गया. धीरे-धीरे शाम हो गयी. मैं खाना खाकर सोने ही जा रहा था कि दीपा के कमरे से कुछ आवाज़ आई. मैने जाकर देखा तो 2 लड़के दीपा को उठा कर उसके कमरे मे ले जा रहे थे, शायद उसके दोस्त थे. मुझे बस उनकी पीठ ही दिख रही थी. दीपा ने स्पगेटी टॉप और मिडी पहन रखी थी. मैं जैसे ही दीपा के कमरे के दरवाजे पर पहुचा, उन लड़को की हरकते देख कर ठिठक गया. उन दोनो के हाथ दीपा के छोटे से कपड़ो मे घुसे हुए थे. दीपा नशे की हालत मे भी उनके हाथ हटाने की कोशिश कर रही थी पर कोई फाय्दा नही हुआ. फिर एक लड़का उसके के बूब्स को मसल्ने लगा. उनमे से एक लड़का बोला- यार पूरे रास्ते तू इसको नोचता आया है. अभी तक तेरा मन नही भरा क्या. जो करने आया है वो कर ना. दूसरा- हा यार, 2 हफ़्तो से जाल बिछा रखा था. आज मछली जाल मे फँसी है. पहला- जब से इसको क्लब मे देखा है उसी दिन ठान लिया था की इसकी चूत मे पहला लंड तो अपन ही डालेगा. दूसरा- तभी तूने इसे ड्रग्स के जाल मे फँसाया था ताकि इसकी चूत पर अपना ठप्पा लगा सके. पहला- चल बाते बहुत हो गयी. अब इसको नंगा कर. दीपा (लड़खड़ाती आवाज़ मे)- न...नही मु...झे छोड़ दो. मैं वैसी लड़की नही हू. पहला- साली क्लब मे अपने जिस्म की नुमाइश क्यो करने जाती थी. अब हमारा दिल तुझ पर आ गया तो हमारा क्या दोष. आज तो तेरी सुहागरात मनेगि, 2-2 दूलहो के साथ. फिर उन दोनो के हाथ तेज़ी से चलने लगे. दीपा ने उन्हे रोकने की हल्की सी कोशिश भी की. पर वो कहा रुकने वाले थे. 1 मिनिट बाद ही दीपा अपने बेड पर जन्मजात पड़ी थी. दीपा बेचारी नशे मे भी अपनी आबरू बचाने की कोशिश मे लगी थी. उसका एक हाथ निपल्स को छुपा रहा था और दूसरा कुँवारी चूत को. कमले की सारी ट्यूब-बल्ब चालू थे. दीपा गोरा-चितता छरहरा जिस्म एक दम संगेमरमर की तरह दमक रहा था. बेचारी कोशिश तो बहुत कर रही थी पर उसके पतले हाथ ज़्यादा कुछ नही छुपा पा रहे थे. ऐसा मादक हुस्न देख कर मेरा लंड भी भड़क गया था तो फिर उन लड़को की क्या कहु. एक लड़का दीपा के नंगे जिस्म को चाटने लगा और दूसरा उसके बूब्स को नोचने लगा. दीपा अपनी इस असहाय स्थिति को देख कर रोने लगी. अब दोनो लड़के पूरी तरह सुरूर मे आ चुके थे. उन्होने अपनी जीन्स की जीप खोल कर अपने लंड बाहर निकाल लिए. ये देख कर दीपा ने अपने दोनो हाथ अपनी चूत पर कस लिए. एक लड़के ने दीपा मे मूह पर अपना लंड टेक दिया और ज़बरदस्ती घुसाने की कोशिश करने लगा. दीपा ने कस कर अपने दाँत भींच रखे थे, पर लंड की बदबू से उसे उबकाई आने लगी और लंड को अपना रास्ता मिल गया. उधर दूसरा नीचे चूत पर ज़ोर आज़माइश कर रहा था. दूसरा- साली तेरी चूत तो फाड़ कर ही रहूँगा. तेरा ये रेप तुझे जिंदगी भर याद रहेगा. जो ड्रग्स तूने हमसे ली थी उसके बदले मे तेरी कुँवारी चूत ही तो ले रहा हू. चुप चाप हाथ हटा ले. पर दीपा आँखो मे आँसू और मूह मे लंड लिए अपना सिर हिला कर अपनी इज़्ज़त बक्शने की मिन्नते कर रही थी. उसकी आँखो मे याचना का भाव साफ दिख रहा था. पर वो दोनो तो जैसे वासना के पुतले बने हुए थे. रेप शब्द सुनते ही मेरा खून खौल गया. देल्ही मे रेप के अनेको किस्से अख़बारो मे पढ़ रखे थे. मैं ये जानता था कि रेप के बाद लड़की का जीवन किस तरह तबाह हो जाता है. अभी तक मैं उन दोनो को दीपा मेडम का दोस्त समझ रहा था. मुझे लग रहा था कि अमीर बाप की ये बिगड़ी हुई औलाद ही इन दोनो को खुद यहा बुला कर लाई है. पर माजरा समझ मे आते ही मेरी पिंदलिया फड़काने लगी. दीपा की इज़्ज़त अब मेरे हाथ मे थी. मैं चुपके से कमरे मे बेड के पास पहुच गया. अगले ही पल मेरी बाए पैर की राउंड किक दीपा की चूत पर चढ़े लड़के के मूह पर पड़ी. वो उड़ता हुआ जाकर ड्रेसिंग टेबल पर ज़ोर की आवाज़ के साथ ढेर हो गया. इस आवाज़ से दीपा के मूह पर चढ़ा हुआ दूसरा लड़का चोंक गया. वो जैसे ही पीछे देखने के लिए घुमा, मेरी बाए पैर की मंकी किक उसके थोबादे पर पड़ी. उसके मूह से खून की बौछार शुरू हो गयी. फिर मैने उसे उठा कर ज़मीन पर गिरा लिया और उसकी छाती पर चढ़ कर एक पंच उसकी नाक पर जड़ दिया. उसके के लिए इतना ही बहुत था और वो बेहोश हो गया. मैं तुरंत उठा और पहले वाले के पास पहुचा. वो बेचारा और भी बुरी हालत मे था पर होश मे था. ड्रेसिंग टेबल पूरी तरह टूट चुकी थी और उसके काँच उसके शरीर मे घुस गये थे. वो बुरी तरह काँप रहा था. इतना दर्द होने पर भी उसकी चू तक नही निकल रही थी. आशु- जान प्यारी है तो अपने दोस्त को उठा और यहा से दफ़ा हो जा. वो झटके से उठा और अकेला ही बाहर भाग गया. मैने उसे बहुत पुकारा पर वो गायब हो चुका था. मैने एक नज़र दीपा को देखा, वो बेसूध सी बड़ी थी. उसकी सुध लेने से पहले इस बेहोश पड़े लड़के को ठिकाने लगाने के लिए उसे घसीट कर ग्राउंड फ्लोर पर ले गया. इतने मे वॉचमन दौड़ता हुआ आया और बोला- अरे क्या हुआ. थोड़ी देर पहले ही तो ये दोनो दीपा बेटी के साथ आए थे. अभी एक लड़का पागलो की तरह गाड़ी से भागा तो मैं डर गया और भागता हुआ यहा आ गया. क्या हुआ ? आशु- कुछ नही. वो अपना दोस्त यही छोड़ गया है. आप इसे गेट के बाहर ले जाकर सड़क पर डाल दो. नरेश- ये मर गया क्या? आशु- नही बेहोश है. अगर होश मे रहता तो मैं इसे मार ही डालता. अब जल्दी करो. नरेश- ठीक है. नरेश ने उसे संभाल लिया और मैं वापस भगा. रात के 11 बज चुके थे. कमरे मे बेड पर दीपा वैसे ही नंगी पड़ी थी. मैने उसके कपड़े उठाकर उसे पहना दिए. पर वो छोटे से कपड़े दीपा की मदमस्त जवानी को छुपा पाने मे असमर्थ थे. दीपा नंगी से ज़्यादा इन टाइट छोटे कपड़ो मे गजब की सेक्सी लग रही थी. मैं कल की तरह बहक ना जाउ इसलिए उसके जिस्म पर एक चादर डाल दी. फिर ड्रेसस्सिंग टेबल के काँच समेटने लगा. साफ सफाई करके दीपा के उतारे गये कपड़ो को बाथरूम मे रखने गया तो वाहा पर एक इंजेक्षन और एक बॉटल बाथटब के स्लॅब पर पड़ी देखी. मैने दोनो चीज़ उठा ली और साथ वाले कमरे मे सोने चल दिया. सुबह के लगभग 11 बजे मेरी नींद खुली. शायद कल के काम की थकान के कारण. मैं जल्दी फ्रेश होकर दीपा के रूम मे पहुचा. वाहा बेड पर कोई नही था. बाथरूम से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी. थोड़ी देर बाद दीपा टवल मे लिपटी हुई बाहर निकली. उसे ऐसी हालत मे देख मैं बाहर जाने लगा. दीपा- रूको. आशु- जी. दीपा- कौन हो तुम ? दीपा की आवाज़ एकदम सुरीली थी और खनकदार भी थी. आशु- जी मैं यहा का केर..ट... नया मॅनेजर हू. दीपा- ओह...फिर तो ठीक है आशु- आप कुछ लेना पसंद करेंगी ? कोई जवाब ना पाकर मैं वापस जाने के लिए मूड गया. दीपा- अरे रूको, मेरी बात पूरी नही हुई है. मैं कुछ कहना चाहती हू. आशु- जी, कहिए. दीपा- कल रात की हेल्प के लिए थॅंक्स बोलना था. दीपा चहकति हुई बोली. पर उसके तेवर देख कर मैं गुस्से से भर गया. दीपा को अब भी अपनी ग़लती का पछतावा नही था. मैं बिना दीपा की ओर देखे हुए ही बोला- आप थॅंक्स तो ऐसे बोल रही है जैसे आपके लिए ये रोज की बात है, क्यो ? दीपा ऐसे तीखे जवाब के लिए तयार नही थी. पर वो कुछ ना बोली. आशु- जब आपने ही खुद को उन भेड़ियो के सामने परोस दिया तो इसमे उनका क्या दोष. इस बार तो मैने बचा लिया पर अगर वो ज़्यादा होते तो क्या होता... मैं दीपा को झाड़ता जा रहा था और दीपा छोटे बच्चे की तरह चुप चाप डाँट खा रही थी. 2 मिनिट तक डाँट खाकर वो धीरे से बोली- आइ..एम..सॉरी. ये सुन कर मैं दीपा की ओर मुड़ा. इसी बीच जाने कब दीपा के जिस्म पर बँधा हुआ टवल खिसक गया और दीपा एकदम निर्वस्त्रा हो चुकी थी. अब वो मेरे सामने एक दम नंगी खड़ी थी और टवल उसकी टाँगो मे पड़ा था. डाँट खाने मे व्यस्त दीपा को शायद इसका पता नही चल पाया था, पर मैं इसे दीपा की जानबूझ कर की हुई हरकत समझ बैठा. मेरा पारा और चढ़ गया. मैं कड़क आवाज़ मे बोला- डॉन'ट से सॉरी इफ़ यू आर नोट सॉरी. ये कह कर मैं कमरे से बाहर निकल गया. मेरे इस व्यवहार से भौचक्की दीपा कमरे के गेट की ओर एकटक देखती रही. उसे समझ नही आ रहा था की सॉरी बोलने के बाद मेरा गुस्सा क्यो बढ़ गया था. फिर हार कर जैसे ही आगे कदम बदाया तो उसकी टाँगो तक पहुच चुके टवल से वो लड़खड़ा गयी. अब उसे अपने नंगेपन का अहसास हुआ और मेरे गुस्से का कारण भी समझ आ गया. क्रमशः................

 part--4 gataank se aage.................... Deepa apne kamre me nahi thi. Bathroom bhi khai tha. pura kamra bikhara pada tha. Maine sara kamre ko saaf karke set kar diya aur bahar aa gaya. Dhire-dhire sham ho gayi. Mai khana khakar sone hi ja raha tha ki Deepa ke kamre se kuch aawaj aayi. maine jakar dekha to 2 ladke Deepa ko utha kar uske kamre me le ja rahe the, shayad uske dost the. Mujhe bas unki peeth hi dikh rahi thi. Deepa ne spaghetti top aur Midi pahan rakhi thi. Mai jaise hi Deepa ke kamre ke darwaje par pahucha, un ladko ki harkate dekh kar thithak gaya. un dono ke hath Deepa ke chote se kapdo me ghuse huye the. Deepa nashe ki halat me bhi unke hath hatane ki koshish kar rahi thi par koi fayda nahi hua. fir ek ladka uske ke boobs ko masalne laga. unme se ek ladka bola- yaar pure raste tu isko nochata aaya hai. abhi tak tera man nahi bhara kya. jo karne aaya hai wo kar na. Dusara- ha yaar, 2 hafto se jaal bicha rakha tha. aaj machli jaal me fansi hai. Pehla- jab se isko club me dekha hai usi din than liya tha ki iski chut me pehla lund to apna hi dalega. Dusara- tabhi tune ise Drugs ke jaal me fansaya tha taki iski chut par apna thappa laga sake. Pehla- Chal bate bahut ho gayi. ab isko nanga kar. Deepa (ladkhadati aawaaj me)- n...nahi mu...jhe chor do. mai waisi ladki nahi hu. Pehla- saali club me apne jism ki numaish kyo karne jati thi. ab hamara dil tujh par aa gaya to hamara kya dosh. aaj to teri suhaagraat manegi, 2-2 dulho ke sath. Fir un dono ke hath teji se chalne lage. Deepa ne unhe rokne ki halkti si koshish bhi ki. par wo kaha rukne wale the. 1 minute bad hi Deepa apne bed par janmjaat padi thi. Deepa bechari nashe me bhi apni aabru bachane ki koshish me lagi thi. uska ek hath nipples ko chupa raha tha aur dusra kunwari chut ko. Kamle ki saari tube-bulb chalu the. Deepa gora-chitta charhara jism ek dum sangemarmar ki tarah damak raha tha. bechari koshish to bahut kar rahi thi par uske patle hath jyada kuch nahi chupa pa rahe the. aisa madak husn dekh kar mera lund bhi bhadak gaya tha to fir un ladko ki kya kahu. ek ladka Deepa ke nange jism ko chatne laga aur dusra uske boobs ko nochne laga. Deepa apni is asahaya sthiti ko dekh kar rone lagi. ab dono ladke puri tarah suroor me aa chuke the. unhone apni jeans ki jip khol kar apne lund bahar nikal liye. ye dekh kar Deepa ne apne dono hath apni chut par kas liye. ek ladke ne Deepa me muh par apna lund tek diya aur jabardasti ghusane ki koshish karne laga. Deepa ne kas kar apne dant bheench rakhhe the, par lund ki badbu se use ubkai aane lagi aur lund ko apna rasta mil gaya. udhar dusra niche chut par jor aajmaish kar raha tha. Dusara- saali teri chut to fad kar hi rahunga. Tera ye rape tujhe jindagi bhar yaad rahega. jo drugs tune humse li thi uske badle me teri kunwari chut hi to le raha hu. chup chap hath hata le. Par Deepa aankho me aansu aur muh me lund liye apna sir hila kar apni ijjat bakshne ki minnate kar rahi thi. uski aanko me yachna ka bhav saaf dikh raha tha. par wo dono to jaise wasana ke putle bane huye the. Rape shabd sunate hi mera khoon khaul gaya. Delhi me rape ke aneko kisse akhbaro me padh rakhe the. mai ye janta tha ki rape ke bad ladki ka jeewan kis tarah tabah ho jata hai. Abhi tak mai un dono ko Deepa Madam ka dost samajh raha tha. Mujhe lag raha tha ki amir baap ki ye bigdi huyi aulaad hi in dono ko khud yaha bula kar layi hai. par maajra samajh me aate hi meri pindliya fadakane lagi. Deepa ki ijjat ab mere hath me thi. mai chupke se kamre me bed ke paas pahuch gaya. agle hi pal meri baye pair ki round kick Deepa ki chut par chadhe ladke ke muh par padi. woh udata hua jakar Dressing Table par jor ki awaaj ke sath dher ho gaya. Is awaaj se Deepa ke muh par chadha hua dusara ladka chonk gaya. wo jaise hi piche dekhne ke liye ghuma, meri baye pair ki monkey kick uske thobade par padi. uske muh se khoon ki bauchar shuru ho gayi. fir maine use utha kar jameen par gira liya aur uski chati par chadh kar ek punch uski naak par jad diya. uske ke liye itna hi bahut tha aur wo behosh ho gaya. Mai turant utha aur pehle wale ke paas pahucha. wo bechara aur bhi buri halat me tha apr hosh me tha. Dressing table puri tarah toot chuki thi aur uske kaanch uske sharir me ghus gaye the. Wo buri tarah kaanp raha tha. itna dard hone par bhi uski chu tak nahi nikal rahi thi. Ashu- Jaan pyari hai to apne dost ko utha aur yaha se dafa ho ja. Wo jhatke se utha aur akela hi bahar bhag gaya. maine use bahut pukara par wo gayab ho chuka tha. Maine ek najar Deepa ko dekha, wo besudh si badi thi. uski sudh lene se pehle is behosh pade ladke ko thikane lagane ke liye use ghaseet kar ground floor par le gaya. itne me watchman daudta hua aaya aur bola- are kya hua. thodi der pehle hi to ye dono Deepa beti ke sath aaye the. abhi ek ladka pagalo ki tarah gadi se bhaga to mai dar gaya aur bhagata hua yaha aa gaya. kya hua ? ashu- kuch nahi. wo apna dost yahi chod gaya hai. aap ise gate ke bahar le jakar sadak par dal do. naresh- ye mar gaya kya? ashu- nahi behosh hai. agar hosh me rehta to mai ise mar hi dalta. ab jaldi karo. naresh- theek hai. naresh ne use sambhal liya aur mai wapas bhaga. Raat ke 11 baj chuke the. Kamre me bed par Deepa waise hi nangi padi thi. maine uske kapde uthakar use pehna diye. par wo chote se kapde Deepa ki madmast jawani ko chupa pane me asamarth the. Deepa nangi se jyada in tight chote kapdo me gajab ki sexy lag rahi thi. Mai kal ki tarah bahak na jau isliye uske jism par ek chadar dal di. fir Dresssing Table ke kanch sametane laga. Saaf safayi karke Deepa ke utare gaye kapdo ko bathroom me rakhkne gaya to waha par ek injection aur ek bottle bathtub ke slab par padi dekhi. maine dono cheej utha li aur sath wale kamre me sone chal diya. subah ke lagbhag 11 baje meri neend khuli. shayad kal ke kaam ki thakan ke karan. mai jaldi fresh hokar Deepa ke room me pahucha. Waha bed par koi nahi tha. bathroom se pani girne ki awaaj aa rahi thi. thodi der bad Deepa towel me lipti huyi bahar nikli. use aisi halat me dekh mai bahar jane laga. Deepa- ruko. Ashu- Ji. Deepa- kaun ho tum ? Deepa ki awaaj ekdum surili thi aur khanakdar bhi thi. Ashu- Ji mai yaha ka care..t... naya manager hu. Deepa- Oh...fir to theek hai Ashu- Aap kuch lena pasand karengi ? koi jawab na pakar mai wapas jane ke liye mud gaya. Deepa- are ruko, meri baat puri nah huyi hai. mai kuch kehna chahti hu. Ashu- Ji, kahiye. Deepa- Kal raat ki help ke liye thanx bolna tha. Deepa chahakti huyi boli. par uske tewar dekh kar mai gusse se bhar gaya. Deepa ko ab bhi apni galti ka pachtawa nahi tha. Mai bina Deepa ki aur dekhe huye hi bola- Aap thanks to aise bol rahi hai jaise aapke liye ye roj ki baat hai, kyo ? Deepa aise teekhe jawab ke liye tayaar nahi thi. par wo kuch na boli. Ashu- jab aapne hi khud ko un bhediyo ke samne paros diya to isme unka kya dosh. is bar to maine bacha liya par agar wo jyada hote to kya hota... Mai Deepa ko jhadta ja raha tha aur Deepa chote bacche ki tarah chup chap dant kha rahi thi. 2 minute tak dant khakar wo dhire se boli- I..m..sorry. ye sun kar mai Deepa ki aor muda. Isi beech jane kab Deepa ke jism par bandha hua towel khisak gaya aur Deepa ekdum nirvastra ho chuki thi. Ab wo mere samne ek dum nangi khadi thi aur towel uski tango me pada tha. Dant khane me vyast Deepa ko shayad iska pata nahi chal paya tha, par mai ise Deepa ki janbujh kar ki huyi harkat samajh baitha. Mera para aur chad gaya. Mai kadak awaaj me bola- Don't say sorry if you are not sorry. Ye kah kar mai kamre se bahar nikal gaya. Mere is vyavhar se bhauchakki Deepa kamre ke gate ki aor ektak dekhti rahi. Use samajh nahi aa raha tha ki sorry bolne ke bad mera gussa kyo badh gaya tha. fir haar kar jaise hi aage kadam badaya to uski tango tak pahuch chuke towel se wo ladkhada gayi. Ab use apne nangepan ka ahsaas hua aur mere gusse ka karan bhi samajh aa gaya. kramashah................ Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |यौन, यौन-शोषण, यौनजीवन, यौन-शिक्षा, यौनाचार, यौनाकर्षण, यौनशिक्षा, यौनांग, यौनरोगों, यौनरोग, यौनिक, यौनोत्तेजना, aunty,stories,bhabhi,choot,chudai,nangi,stories,desi,aunty,bhabhi,erotic stories,chudai,chudai ki,hindi stories,urdu stories,bhabi,choot,desi stories,desi aunty,bhabhi ki,bhabhi chudai,desi story,story bhabhi,choot ki,chudai hindi,chudai kahani,chudai stories,bhabhi stories,chudai story,maa chudai,desi bhabhi,desi chudai,hindi bhabhi,aunty ki,aunty story,choot lund,chudai kahaniyan,aunty chudai,bahan chudai,behan chudai,bhabhi ko,hindi story chudai,sali chudai,urdu chudai,bhabhi ke,chudai ladki,chut chudai,desi kahani,beti chudai,bhabhi choda,bhai chudai,chachi chudai,desi choot,hindi kahani chudai,bhabhi ka,bhabi chudai,choot chudai,didi chudai,meri chudai,bhabhi choot,bhabhi kahani,biwi chudai,choot stories, desi chut,mast chudai,pehli chudai,bahen chudai,bhabhi boobs,bhabhi chut,bhabhi ke sath,desi ladki,hindi aunty,ma chudai,mummy chudai,nangi bhabhi,teacher chudai, bhabhi ne,bur chudai,choot kahani,desi bhabi,desi randi,lund chudai,lund stories, bhabhi bra,bhabhi doodh,choot story,chut stories,desi gaand,land choot,meri choot,nangi desi,randi chudai,bhabhi chudai stories,desi mast,hindi choot,mast stories,meri bhabhi,nangi chudai,suhagraat chudai,behan choot,kutte chudai,mast bhabhi,nangi aunty,nangi choot,papa chudai,desi phudi,gaand chudai,sali stories, aunty choot,bhabhi gaand,bhabhi lund,chachi stories,chudai ka maza,mummy stories, aunty doodh,aunty gaand,bhabhi ke saath,choda stories,choot urdu,choti stories,desi aurat,desi doodh,desi maa,phudi stories,desi mami,doodh stories,garam bhabhi,garam chudai,nangi stories,pyasi bhabhi,randi bhabhi,bhai bhabhi,desi bhai,desi lun,gaand choot,garam aunty,aunty ke sath,bhabhi chod,desi larki,desi mummy,gaand stories,apni stories,bhabhi maa,choti bhabhi,desi chachi,desi choda,meri aunty,randi choot,aunty ke saath,desi biwi,desi sali,randi stories,chod stories,desi phuddi,pyasi aunty,desi chod,choti,randi,bahan,indiansexstories,kahani,mujhe,chachi,garam,desipapa,doodhwali,jawani,ladki,pehli,suhagraat,choda,nangi,behan,doodh,gaand,suhaag raat, aurat,chudi, phudi,larki,pyasi,bahen,saali,chodai,chodo,ke saath,nangi ladki,behen,desipapa stories,phuddi,desifantasy,teacher aunty,mami stories,mast aunty,choots,choti choot, garam choot,mari choot,pakistani choot,pyasi choot,mast choot,saali stories,choot ka maza,garam stories,,हिंदी कहानिया,ज़िप खोल,यौनोत्तेजना,मा बेटा,नगी,यौवन की प्या,एक फूल दो कलियां,घुसेड,ज़ोर ज़ोर,घुसाने की कोशिश,मौसी उसकी माँ,मस्ती कोठे की,पूनम कि रात,सहलाने लगे,लंबा और मोटा,भाई और बहन,अंकल की प्यास,अदला बदली काम,फाड़ देगा,कुवारी,देवर दीवाना,कमसीन,बहनों की अदला बदली,कोठे की मस्ती,raj sharma stories ,पेलने लगा ,चाचियाँ ,असली मजा ,तेल लगाया ,सहलाते हुए कहा ,पेन्टी ,तेरी बहन ,गन्दी कहानी,छोटी सी भूल,राज शर्मा ,चचेरी बहन ,आण्टी ,kamuk kahaniya ,सिसकने लगी ,कामासूत्र ,नहा रही थी ,घुसेड दिया ,raj-sharma-stories.blogspot.com ,कामवाली ,लोवे स्टोरी याद आ रही है ,फूलने लगी ,रात की बाँहों ,बहू की कहानियों ,छोटी बहू ,बहनों की अदला ,चिकनी करवा दूँगा ,बाली उमर की प्यास ,काम वाली ,चूमा फिर,पेलता ,प्यास बुझाई ,झड़ गयी ,सहला रही थी ,mastani bhabhi,कसमसा रही थी ,सहलाने लग ,गन्दी गालियाँ ,कुंवारा बदन ,एक रात अचानक ,ममेरी बहन ,मराठी जोक्स ,ज़ोर लगाया ,मेरी प्यारी दीदी निशा ,पी गयी ,फाड़ दे ,मोटी थी ,मुठ मारने ,टाँगों के बीच ,कस के पकड़ ,भीगा बदन ,kamuk-kahaniyan.blogspot.com ,लड़कियां आपस ,raj sharma blog ,हूक खोल ,कहानियाँ हिन्दी ,चूत ,जीजू ,kamuk kahaniyan ,स्कूल में मस्ती ,रसीले होठों ,लंड ,पेलो ,नंदोई ,पेटिकोट ,मालिश करवा ,रंडियों ,पापा को हरा दो ,लस्त हो गयी ,हचक कर ,ब्लाऊज ,होट होट प्यार हो गया ,पिशाब ,चूमा चाटी ,पेलने ,दबाना शुरु किया ,छातियाँ ,गदराई ,पति के तीन दोस्तों के नीचे लेटी,मैं और मेरी बुआ ,पुसी ,ननद ,बड़ा लंबा ,ब्लूफिल्म, सलहज ,बीवियों के शौहर ,लौडा ,मैं हूँ हसीना गजब की, कामासूत्र video ,ब्लाउज ,கூதி ,गरमा गयी ,बेड पर लेटे ,கசக்கிக் கொண்டு ,तड़प उठी ,फट गयी ,भोसडा ,hindisexistori.blogspot.com ,मुठ मार ,sambhog ,फूली हुई थी ,ब्रा पहनी ,چوت ,


No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

Raj-Sharma-Stories.com

erotic_art_and_fentency Headline Animator