Monday, November 1, 2010

हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--15


हिंदी सेक्सी कहानियाँ अंजानी डगर पार्ट--15

गतान्क से आगे....................
 अचानक उस लड़के ने गाड़ी आगे बढ़ा दी. 50 मीटर बाद गाड़ी रुक गयी और गेट खुला. एक लड़का उतर कर ओट मे हो गया. गाड़ी मूड गयी और 100 मीटर दूर जाकर फिर मूडी. एक और लड़का गाड़ी से उतरा और ओट मे हो गया. 2 मिनिट बाद गाड़ी धीरे से आगे बढ़ने लगी. दोनो लड़के एक साथ ओट से बाहर निकले और निशा पर झपाटे. निशा- कौन हो तुम...क्या चाहते हो... लड़का- अपनी चोंच बंद कर और चुप चाप चल. निशा- कहा चालू ...मैं तो तुमको जानती भी नही... दूसरा- चलती है या तेंठूआ कर दू तेरा. पहला- आबे लड़की के तेंठूआ कहा होता है... दूसरा- भोंसड़ी के... तू मुझे सिखाएगा...माल उठा और निकल ले... दोनो ने निशा के हाथ पकड़ लिए थे. निशा चिल्लाने लगी- प्लीज़ मुझे छोड़ दो....मैं ऐसी लड़की नही हू... पहला- कोई बात नही..एक बार हमारे साथ चल...तुझे टॉप की रंडी बनाउन्गा. निशा- छोड़ दो....बचाओ बचाओ... निशा भी ज़ोर आज़माने लगी. पर इतने मे BMW वाहा पहुच गयी और दोनो ने निशा को अंदर डाल दिया. फिर पहला उसे पकड़ कर अंदर बैठ गया और दूसरा दूसरी तरफ से. अंदर बैठते ही उन्होने निशा के मूह पर कपड़ा बाँध दिया. पर निशा ने छूटने की कोशिश नही छोड़ी. वो बेचारी हाथ पाँव मारती रही. इसी आपा धापी मे उसका हाथ एक लड़के की नाक पर पड़ गया और उसने भी पलट कर निशा पर वार कर दिया. निशा एक ही वार मे बेहोश हो गयी. ड्राइव कर रहे तीसरे लड़के ने BMW की स्पीड बढ़ा दी. आगे की सीट पर बैठा चौथा लड़का बोला- अबे सालो कपड़े तो उतारो इसके...रात भर पूजा करोगे क्या इसकी. यह सुन कर पीछे बैठे दोनो लड़के निशा की देह को नंगा करने मे जुट गये. कपड़े टाइट थे इसलिए उतारना मुश्किल हो रहा था और उन तीनो की बेचैनी बढ़ती जा रही थी. उन्होने उसके कपड़े फाड़ना शुरू कर दिया. थोड़ी ही देर मे निशा जन्म-जात नंगी पड़ी थी. उसके गोरा शरीर 4-4 भेड़ियो के सामने नंगा नीचेष्ट था. उसके शरीर पर केवल सेंडल ही बची थी. पहला- हाए क्या जवानी चढ़ि है छोरी पे... तीसरा- साली का रंग तो देखो जैसे चाँद ज़मीन पर उतर आया हो... दूसरा- भाई मुझसे तो रुका नही जा रहा....मैं तो चला... BMW मे काफ़ी स्पेस और लेगरूवूम था. दूसरे लड़के ने इसका भरपूर फायेदा उठाया और निशा की टाँगे खोल कर उसकी चूत को उजागर कर दिया. फिर उसकी चूत की फांके खोल कर उसमे अपनी जीभ डाल कर चोदने लगा. पहला लड़के ने निशा के मम्मो पर धावा बोल रखा था. दोनो की आज़माइश से निशा फिर से होश मे आ गयी थी. पर उसने उन पर ये जाहिर नही होने दिया. अपनी चूत से हो रहे खिलवाड़ से वो उत्तेजित नही हो पा रही थी बल्कि अपनी बेबसी पर उसे रोना आ रहा था. थोड़ी देर बाद BMW रुक गयी. तीसरा (ड्राइव करने वाला)- चलो कुछ खा पी लेते है फिर पूरी रात मज़े लेंगे. चौथा- हा अब सीधे फार्म हाउस पर चलेंगे. निशा को इसी पल का इंतेजार था. दूसरा- तुम जाओ मैं इसकी रखवाली करूँगा. पहला- इतनी देर से कुत्ते की तरह उसकी चूत चाते जा रहा हा. इसके मूत से अपना पेट भरेगा क्या. चल छोड़ इसे. दूसरा- भाई मैं तो इसको तैय्यार कर रहा था. पर हरम्जदि का रस ही नही निकल रहा. चौथा- अबे भोंसड़ी के...बेहोश है तो रस कहा से चोदेगि.... दूसरा- एक बार फार्म हाउस पहुच जाए...फिर पूरी रात इसकी चूत से रस का दरिया बहेगा.. तीसरा- ठीक है. पर अब तो चलो. ये कही नही जाएगी. कार लॉक कर देंगे. दरवाजा खुलेगा तो पता चल जाएगा. चौथा- और फिर बिना कपड़ो के कहा जाएगी. रास्ते के कुत्ते पीछे पड़ जाएँगे इसको चोदने के लिए. इसकी चूत को भोसड़ी बना कर चोदेन्गे....हहहहहा हहाहहाहा –चारो की कामिनी हँसी गूँज उठी. फिर चारो कार को लॉक कर के बार मे चले गये. दूसरे लड़के को पूरा भरोसा नही था इसलिए वो वापस आया और बेहोश निशा के हाथ बाँध दिए. पैर बाँधने लगा तो उस पर बाकी लड़के चिल्लाने लगे. उसने निशा को देखा और उसके निपल की चुम्मि लेकर डोर लॉक कर के चला गया. चारो के जाते ही निशा के दिमाग़ के घोड़े दौड़ने लगे थे. कार से बाहर निकल भी गयी तो इस हालत मे कैसे कहा जाएगी. तन पर एक भी कपड़ा नही था. उसके शरीर से नोचे गये कपड़े तो उन लड़को ने पहले ही बाहर फेंक दिए थे. अब क्या करू ?...आख़िर मे उसने इसी हालत मे बाहर निकलने का फ़ैसला किया. बाहर तो फिर भी बचने के चान्स थे पर अंदर रही तो आज उसकी आज़ादी की आख़िरी रात होगी. यही सोच कर उसने डोर का हॅंडल पकड़ा पर उसे उस लड़के की बात याद आ गयी. गेट खुलते ही साइरन बज जाता और चारो वाहा वापस आ जाते. तभी उसकी दिमाग़ मे बिजली सी कौंधी और वो विंडो का मिरर नीचे करने लगी और बाहर निकल गयी. बाहर निकल कर देखा तो कार रोडसाइड पर पार्क थी और सड़क एकदम सुनसान थी. दूर तक पेड़ ही पेड़ थे. निशा को रास्ते का समझ नही आ रहा था कि किस दिशा मे जाए. उसने कार की पीछे की दिशा मे जाने का फ़ैसला किया. वो सड़क से उतर कर कच्चे मे आ गयी ताकि इस हालत मे सड़क पे चलने वाले वाहनो से बच सके और फिर किसी मुसीबत मे ना फँस जाए. हर कदम के साथ उसकी रफ़्तार बढ़ती गयी. 10 मिनिट के बाद तो वो पूरा ज़ोर लगा कर दौड़ रही थी. बीच-बीच मे वो मूड-उड़ कर देख लेती. अबकी बार उसने मूड कर देखा तो उसे 2 रोशनीया अपनी और आती दिखाई दी. उसकी दिल की तेज धड़कने और तेज हो गयी. वो साइड मे एक पेड़ के पीछे छिप गयी और कार को निकलने दिया. ये वही BMW थी और वो लड़के उसी को ढूँढ रहे थे. दौड़ते दौड़ते हलक सुख चुका था और सांस भी फूल रही थी. वो थोड़ी देर वही बैठ गयी और सांसो को कंट्रोल करने लगी. 2 मिनिट बाद वही BMW फिर वापस आई और तेज़ी से दूसरी दिशा मे निकल गयी. निशा खड़ी हुई और फिर दौड़ने लगी. वो 5 मिनिट ही दौड़ी होगी की फिर वही BMW की तेज लाइट्स उस पर पड़ी. निशा की सांस अटक गयी. अब उसके बचने की कोई उमीद नही थी. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी- बचाओ बचाओ... पर किसी ने उसकी आवाज़ नही सुनी उस सुनसान मे. वो फिर दौड़ने लगी. वो बार बार कार से अपनी दूरी का अंदाज़ा लगा रही थी जो कि लगातार कम हो रही थी. लगभग 2-3 मिनिट तक दौड़ने के बाद वो अंधेरे मे किसी से जा टकराई. वाहा अंधेरे मे उसका चेहरा नही दिखाई दे रहा था. पर ये बबलू ना था. निशा गिड़गिदते हुए बोली- प्लीज़ मुझे बचा लो भैया. तभी BMW भी वाहा पहुच गयी. चारो एक साथ नीचे उतरे और उनके हाथो मे हॉकी, बेसबॉल बॅट आदि हथियार थे. पहला- आए श्याने...छोड़ दे लौंडिया को... और फुट ले यहा से. पाँचवा (जिससे निशा जाकर टकराई थी) –भोंसड़ी के अगर गंद मे दम हो तो आकर ले जा. दूसरा- साले इसके साथ तेरी मा-बहन भी चोद देंगे. पाँचवा- "गंद मे हमारी दम नही-हम किसी से कम नही." पहले इसको तो चोद लो कुत्तो. यह सुन कर चारो और उत्तेजित हो गये और हथियारो के साथ अकेले खड़े पाँचवे पर टूट पड़े. पर ये क्या...चारो अपनी टाँगो पर दौड़ कर आए थे पर उड़ते हुए वापस पहुच गये. पाँचवा- क्यो क्या हुआ. चोदोगे नही इसको. आओ चोद लो. लंड है भी या लूंड हो. उसकी ललकार सुनकर चारो ने हथियार फेंक दिए और ऐसे ही उसको पकड़ने के लिए भागे. पर ये पाँचवा तो वाकई मे उस्ताद था. एक एक कर के चारो की जबरदस्त धुनाई चालू हो गयी. आते जाओ पीटते जाओ. चारो के हर दाँव पर उस अकेले के दाँव भारी थे. 5 मिनिट बाद ही चारो सड़क पर पस्त पड़े थे. निशा अपने रखवाले के पैरो मे गिर पड़ी और रोने लगी- भैया आज आपने मुझे बचा लिया नही तो मैं क्या करती. पाँचवा- जब मुझे भाई कह दिया तो तुझे डरने की कोई ज़रूरत नही है. ये लोग कौन थे और तू इनके साथ कैसे फँस गयी. तभी उसे ध्यान आया कि निशा तो नंगी खड़ी थी. उसने तुरंत उसके हाथ खोले और अपनी शर्ट उतारकर निशा की ओर कर दी - लो पहले इसको पहन लो. दोनो का ध्यान भटका तो चारो ने उसकी टाँगे पकड़ कर उसे नीचे गिरा लिया और उस पर टूट पड़े. निशा की तो चीख ही निकल गयी. वो मदद के लिए इधर उधर देखने लगी. चारो उस लड़के को बेरहमी से मारने लगे - साले आज दिखाते है कि हमारी गंद मे कितना दम है. तभी एक जोरदार किक पाँचवे लड़के को पीट रहे एक लड़के के चेहरे पर पड़ी. उसकी बत्तीसी के सारे दाँत खून के साथ हवा मे उछल गये और वो ज़ोर से दिल दहलाने वाली चिंघाड़ के साथ सड़क पर लम-लेट हो गया. ये देख कर बाकी तीनो नीचे लेटे पाँचवे को भूल गये और सामने देखने लगे. निशा भी चोंक गयी और उस नये मसीहा को देखने लगी. ये हमारा बबलू था. वो कुंगफु का एक्सपर्ट था. बबलू ने एक राउंड किक चलाई और तीनो के सिर टकरा गये और तारे नाचने लगे. बबलू- विक्की...मेरे भाई तू यहा क्या कर रहा है...और ये लोग कौन हैं. पाँचवा- ये चारो इस लड़की के पीछे पड़े थे. आअह... बाबबलू- कौन लड़की... विक्की- वो खड़ी है बेचारी...इन हरमजदो ने उसके कपड़े भी फाड़ दिए...मेरा तो खून खौल गया था..छोड़ूँगा नही इन हरमजदो को. बबलू ने सिर घुमा कर देखा. निशा एक तरफ खड़ी सूबक रही थी. उसके शरीर पर केवल एक शर्ट थी जो बमुश्किल उसकी जाँघो तक पहुच रही थी. बबलू का भी खून खौल गया. बबलू- हराम के पिल्लो. तुमने मेरे भाई समान दोस्त को चार चार ने मिलकर पीटा. मेरी जान की इज़्ज़त पर हाथ डाला. तुमको ऐसा सबक सिखाउन्गा की तुम्हारी मा रोएगी कि तुमको पैदा ही क्यो किया. बबलू का पारा सातवे आसमान पर था. उसने इधर-उधर नज़र दौड़ाई तो उसे निशा के पैरो के पास पड़ी रस्सी दिखाई दी. उसने वो रस्सी उठाई और चारो को एक एक किक मारी. चारो दर्द के मारे दोहरे हो गये. बबलू- अपनी-अपनी पॅंट उतारो. पहला- प्लीज़ हमे छोड़ दो. हमे हमारे किए की सज़ा मिल गयी है. बबलू- बहनचोद तेरे किए की सज़ा तो जितनी दम कम है. अब उतार इसे. चारो दर्द के मारे बहाल थे. पॅंट उतरने के बाद चारो के अंडरवेर भी उतर गये. फिर बबलू ने वाहा पड़ी हॉकी भी उठा ली. बबलू- कभी स्कूल गये हो ? मुर्गा बन जाओ. जिसकी गंद सबसे नीचे होगी उसमे ये हॉकी घुसा दूँगा और मरोडुँगा भी. चारो तुरंत ही मुर्गा बन गये और अपनी गंद उपर पहुचने की होड़ करने लगे. चारो के टटटे और लंड सॉफ दिखाई दे रहे थे. बबलू ने रस्सी उठाई और चारो के टटटे रस्सी से बाँध दिए. दर्द के मारे चारो उठने लगे तो बबलू ने चारो की गंद पर एक एक हॉकी जमा दी. चारो फिर नीचे झुक कर कराहने लगे. बबलू- अब तुम दोनो लेट जाओ और बाकी दोनो इनके उपर 69 पोज़िशन मे लेट जाओ. चारो एक दूसरे का लंड चूसो. जिसका रस सबसे पहले निकलेगा और जो सबसे आख़िर मे दूसरे का रस निकलेगा, दोनो के टट्टो को मैं उखाड़ दूँगा. चलो अब शुरू हो जाओ. चारो ने एक दूसरे के लंडो को चूसना शुरू कर दिया. चारो के दिल बुरी तरह बज रहे थे. जो हारेगा उसका पौरुष आज ख़तम होने वाला था. जल्दबाज़ी मे चारो ने एक दूसरे के लंडो को कई बार अपने दन्तो से छील दिया. पर वो रुके नही. इधर बबलू ने निशा को अपनी बाँहो मे भर लिया- मुझे माफ़ कर दो निशा. उसकी आँखो से आँसू बहने लगे थे. निशा की आँखो मे से भी आँसू बहने लगे. विक्की भी खड़ा हो गया था- भाई आज अंजाने मे मैने अपनी ही भाभी की इज़्ज़त को बचा लिया. भगवान तेरा लाख लाख शुक्रिया है. इधर इनका सीन देख कर चारो धीमे हो गये थे. बबलू ने ज़ोर से चारो की रस्सिया खींच दी....आआआआआआययययययययययययईईईईईई चारो एक स्वर मे चीख पड़े और स्पीड बढ़ा दी. पर टटटे जब बँधे थे तो रस कहा से निकलता. बबलू- सालो तुम कुछ नही कर पाओगे. मुझे ही कुछ करना होगा. विक्की तू कार इधर ले आ. विक्की BMW ले आया. बबलू ने उससे चाबी लेकर किनेटिक की चाबी उसे दे दी और निशा को उसके साथ बिठाकर आगे चलने को कहा. उनके जाने के बाद उसने चाबी मे लगे लाइटर से चारो के कपड़े जला दिए. फिर चारो रस्सियो के सिरे पकड़ कर कार मे ड्राइवर सीट पर आ गया. यह देख कर चारो के चेहरो पर ख़ौफ़ उतर आया. चारो बबलू के रहमोकरम पर थे. बबलू- तुम चारो रस तो निकाल नही पाए. चलो आख़िरी मौका देता हू. चारो कार के साथ दौड़ोगे. जिसके टटटे बच गये सो बच गया. जिसके उखड़ गये सो उखड़ गये... ये कह कर बबलू ने BMW को भगा लिया. अगले 1 मिनिट तक वो इलाक़ा उन चारो की चीखो से गूँजता रहा. एक एक कर के चारो रस्सिया ढीली हो गयी. 2 किमी बाद बबलू कार से उतरा और देखा पीछे कोई नही था. चारो रस्सी ज़मीन पर थी. रस्सी के दूसरे सिरो पर बँधे टट्टो का भी कुछ पता नही था. बबलू ने स्टेआरिंग व्हील को सॉफ किया और कार को वही छोड़ कर पैदल ही चल दिया. क्रमशः................................. part--15 gataank se aage.................... Achanak us ladke ne gadi aage badha di. 50 mtr bad gadi ruk gayi aur gate khula. Ek ladka utar kar oat me ho gaya. Gadi mud gayi aur 100 mtr dur jakar fir mudi. Ek aur ladka gadi se utara aur oat me ho gaya. 2 minute bad gadi dhire se aage badhne lagi. Dono ladke ek sath oat se bahar nikle aur Nisha par jhapte. Nisha- Kaun ho tum...kya chahte ho... Ladka- Apni chonch band kar aur chup chap chal. Nisha- Kaha chalu ...Mai to tumko janti bhi nahi... Dusra- Chalti hai ya tentua kar du tera. Pehla- Abe ladki ke tentua kaha hota hai... Dusra- Bhonsdi ke... tu mujhe sikhayega...maal utha aur nikal le... Dono ne Nisha ke hath pakad liye the. Nisha chillane lagi- Please Mujhe chor do....Mai aisi ladki nahi hu... Pehla- Koi baat nahi..ek baar hamare sath chal...tujhe top ki randi banaunga. Nisha- Chor do....Bachao Bachao... Nisha bhi jor aajmane lagi. Par itne me BMW waha pahuch gayi aur dono ne Nisha ko andar daal diya. Fir Pehla use pakad kar andar baith gaya aur dura dusri taraf se. Andar baithate hi unhone Nisha ke muh par kapda bandh diya. Par Nisha ne chootne ki koshish nahi chodi. Wo bechari hath paav marti rahi. Isi aapa dhapi me uska hath ek ladke ki naak par pad gaya aur usne bhi palat kar Nisha par war kar diya. Nisha ek hi war me behosh ho gayi. Drive kar rahe teesre ladke ne BMW ki speed badha di. Aage ki seat par baitha chautha ladka bola- Abey salo kapde to utaro iske...rat bhar pooja karoge kya iski. Yeh sun kar piche baithe dono ladke Nisha ki deh ko nanga karne me jut gaye. Kapde tight the isliye utarna mushkil ho raha tha aur un tino ki bechaini badhti ja ahi thi. Unhone uske kapde fadna shuru kar diya. Thodi hi der me Nisha janm-jaat nangi padi thi. Uske gora shareer 4-4 bhediyo ke samne nanga nichesht tha. Uske shareer par kewal sandil hi bachi thi. Pehla- Haye kya jawani chadhi hai chori pe... Teesra- Sali ka rang to dekho jaise chand jameen par utar aaya ho... Dusra- Bahi mujhse to ruka nahi ja raha....mai to chala... BMW me kafi space aur legroom tha. Dusre ladke ne iska bharpoor fayeda uthaya aur Nisha ki tange khol kar uski chut ko ujagar kar diya. Fir uski chut ki fanke khol kar usme apni jeebh dal kar chodne laga. Pehla ladke ne Nisha ke Mummo par dhava bol rakha tha. Dono ki aajmaish se Nisha fir se hosh me aa gayi thi. Par usne un par ye jahir nahi hone diya. Apni chut se ho rahe khilwad se wo uttejit nahi ho pa rahi thi balki apni bebasi par use rona aa raha tha. Thodi der bad BMW ruk gayi. Teesra (drive karne wala)- chalo kuch kha pi lete hai fir puri raat maje lenge. Chautha- Ha ab seedhe Farm House par chalenge. Nisha ko isi pal ka intejaar tha. Dusra- Tum jao mai iski rakhwali karunga. Pehla- Itni der se kutte ki tarah uski chut chate ja raha ha. Iske moot se apna pet bharega kya. Chal chor ise. Dusra- Bha mai to isko taiyyar kar raha tha. Par haramjadi ka ras hi nahi nikal raha. Chautha- abey bhonsdi ke...behosh hai to ras kaha se chodegi.... Dusra- Ek baar Farm House pahuch jaye...fir puri raat iski chut se ras ka dariya bahega.. Teesra- Theek hai. Par ab to chalo. Ye kahi nahi jayegi. Car lock kar denge. Darwaja khulega to pata chal jayega. Chautha- Aur fir bina kapdo ke kaha jayegi. Raste ke kutte piche pad jayenge isko chodne ke liye. iski chut ko bhosdi bana kar chodenge....Hahhahha HHAAHHAAHAA –charo ki kamini hansi gunj uthi. Fir charo car ko lock kar ke Bar me chale gaye. Dusre ladke ko pura bharosa nahi tha isliye wo wapas aaya aur behosh Nisha ke hath bandh diye. Pair bandhne laga to us par baki ladke chillane lage. Usne Nisha ko dekha aur uske nipple ki chummi lekar Door lock kar ke chala gaya. Charo ke jate hi Nisha ke dimaag ke ghode daudne lage the. Car se bahar nikal bhi gayi to is halat me kaise kaha jayegi. Tan par ek bhi kapda nahi tha. Uske shareer se noche gaye kapde to un ladko ne pehle hi bahar fenk diye the. Ab kya karu ?...Akhir me usne isi halat me bahar nikalne ka faisla kiya. Bahar to fir bhi bachne ke chance the par andar rahi to aaj uski ajadi ki aakhiri raat hogi. Yahi soch kar usne door ka handle pakda par use us ladke ki baat yaad aa gayi. Gate khulte hi siren baj jata aur charo waha wapas aa jate. Tabhi uski dimaag me bijli si kaundhi aur wo window ka mirror niche karne lagi aur bahar nikal gayi. Bahar nikal kar dekha to Car roadside par park thi aur sadak ekdum sunsan thi. Door tak Ped hi Ped the. Nisha ko raste ka samajh nahi aa raha tha ki kis disha me jaye. Usne Car ki piche ki disha me jane ka faisla kiya. Wo sadak se utar kar kacche me aa gayi taki is halat me sadak pe chalne wale vahano se bach sake aur fir kisi musibat me na fans jaye. har kadam ke sath uski raftar badhti gayi. 10 minute ke bad to wo pura jor laga kar daud rahi thi. Beech-Beech me wo mud-ud kar dekh leti. Abki bar usne mud kar dekha to use 2 roshniya apni aur aati dikhayi di. Uski dil ki tej dhadkane aur tej ho gayi. Wo side me ek ped ke piche chip gayi aur car ko nikalne diya. Ye wahi BMW thi aur wo ladke usi ko dhoondh rahe the. Daudate Daudate halak sukh chuka tha aur sans bhi fool rahi thi. Wo thodi der wahi baith gayi aur sanso ko control karne lagi. 2 minute bad wahi BMW fir wapas aayi aur teji se dusri disha me nikal gayi. Nisha khadi huyi aur fir daudne lagi. Wo 5 minute hi daudi hogi ki fir wahi BMW ki tej lights us par padi. Nisha ki sans atak gayi. Ab uske bachne ki koi umeed nahi thi. Wo jor jor se chillane lagi- Bachao Bachao... par kisi ne uski awaaj nahi suni us sunsaan me. Wo fir daudne lagi. Wo bar bar car se apni duri ka andaja laga rahi thi jo ki lagatar kam ho rahi thi. Lagbhag 2-3 minute tak daudne ke baad wo andhere me kisi se ja takrayi. Waha andhere me uska chehra nahi dikhayi de raha tha. Par ye Bablu nah tha. Nisha gidgidate huye boli- Please mujhe bacha lo Bhaiya. Tabhi BMW bhi waha pahuch gayi. Charo ek sath niche utare aur unke hatho me hockey, baseball bat aadi hathiyaar the. Pehla- Aye shyane...chor de laundiya ko... aur foot le yaha se. Panchwa (jisse Nisha jakar takrayi thi) –Bhonsdi ke agar Gand me dum ho to aakar le ja. Dusra- Sale iske sath teri ma-bahan bhi chod denge. Panchwa- "Gand me hamari dum nahi-Hum kisi se kam nahi." pehle isko to chod lo kutto. Yeh sun kar charo aur uttejit ho gaye aur hathiyaro ke sath akele khade panchwe par toot pade. Par ye kya...Charo apni tango par daud kar aaye the par udate huye wapas pahuch gaye. Panchwa- kyo kya hua. Chodoge nahi isko. Aao chod lo. Lund hai bhi ya loond ho. Uski lalkar sunkar charo ne hathiyar fenk diye aur aise hi usko pakadne ke liye bhage. Par ye panchwa to wakai me ustaad tha. Ek ek kar ke charo ki jabardast dhunayi chalu ho gayi. Aate jao pitate jao. Charo ke har danv par us akele ke danv bhari the. 5 minute baad hi charo sadak par past pade the. Nisha apne rakhwale ke pairo me gir padi aur rone lagi- bhaiya aaj aapne mujhe bacha liya nahi to mai kya karti. Panchwa- Jab mujhe bhai keh diya to tujhe darne ki koi jarurat nahi hai. Ye log kaun the aur tu inke sath kaise fans gayi. Tabhi use dhyan aaya ki Nisha to nangi khadi thi. Usne turant uske hath khole aur apni shirt utarkar Nihsa ki aur kar di - Lo pehle isko pehan lo. Dono ka dhyan bhatka to charo ne uski tange pakad kar use niche gira liya aur us par toot pade. Nisha ki to cheekh hi nikal gayi. Wo madad ke liye idhar udhar dekhne lagi. Charo us ladke ko berahami se marne lage - sale aaj dikhte hai ki hamari gand me kitna dum hai. Tabhi ek jordar kick panchwe ladke ko peet rahe ek ladke ke chehre par padi. Uski batteesi ke sare dant khoon ke sath hawa me uchal gaye aur wo jor se dil dehlane wali chinghad ke sath sadak par lum-let ho gaya. Ye dekh kar baki teeno niche lete panchwe ko bhool gaye aur samne dekhne lage. Nisha bhi chonk gayi aur us naye maseeha ko dekhne lagi. Ye hamara Bablu tha. Wo Kungfu ka expert tha. Bablu ne ek round kick chalayi aur teeno ke sir takra gaye aur tare nachane lage. Bablu- Vikki...Mere Bhai tu yaha kya kar raha hai...aur ye log kaun hain. Panchwa- Ye charo is ladki ke piche pade the. Aah... Babblu- Kaun ladki... Vikki- wo khadi hai bechari...in haramjado ne uske kapde bhi fad diye...Mera to khon khaul gaya tha..Chodunga nahi in haramjado ko. Bablu ne sir ghuma kar dekha. Nisha ek taraf khadi subak rahi thi. Uske shareer par kewal ek Shirt thi jo bamushkil uski jangho tak pahuch rahi thi. Bablu ka bhi khoon khaul gaya. Bablu- Haram ke pillo. Tumne mere Bhai saman dost ko char char ne milkar peeta. Meri jaan ki ijjat par hath dala. Tumko aisa sabak sikhaunga ki tumhari ma royegi ki tumko paida hi kyo kiya. Bablu ka para satve aasman par tha. Usne idhar-udhar najar daudayi to use Nisha ke pairo ke pas padi rassi dikhayi di. Usne wo rassi uthayi aur charo ko ek ek kick mari. Charo dard ke mare dohre ho gaye. Bablu- apni-apni pant utaro. Pehla- Please hame chor do. Hame hamare kiye ki saja mil gayi hai. Bablu- Behanchod tere kiye ki saja to jitni du kam hai. Ab utar ise. Charo dard ke mare behal the. Pant utarne ke bad charo ke Underwear bhi utar gaye. Fir Bablu ne waha padi hockey bhi uta li. Bablu- Kabhi school gaye ho ? Murga ban jao. Jiski gand sabse niche hogi usme ye hockey ghusa dunga aur marodunga bhi. Charo turant hi murga ban gaye aur apni gand upar pahuchane ki hod karne lage. Charo ke Tatte aur Lund saaf dikhayi de rahe the. Bablu ne rassi uthayi aur charo ke tatte rassi se bandh diye. Dard ke mare charo uthne lage to Bablu ne charo ki gand par ek ek hockey jama di. Charo fir niche jhuk kar karahane lage. Bablu- ab tum dono let jao aur baki dono inke ke upar 69 position me let jao. Charo ek dusre lund chuso. Jiska ras sabse pehle niklega aur jo sabse aakhir me dusre ka ras nikalega, dono ke tatto ko mai ukhad dunga. Chalo ab shuru ho jao. Charo ne ek dusre ke lundo ko choosna shuru kar diya. Charo ke dil buri tarah baj rahe the. Jo harega uska paurush aaj khatam hone wala tha. Jaldbaji me charo ne ek dusre ke lundo ko kai bar apne danto se cheel diya. Par wo ruke nahi. Idhar Bablu ne Nisha ko apni baho me bhar liya- Mujhe maaf kar do Nisha. Uski aankho se aansu behne lage the. Nisha ki aankho me se bhi aanu behne lage. Vikki bhi khada ho gaya tha- Bhai aaj anjane me maine apni hi bhabhi ki ijjat ko bacha liya. Bhagwan tera lakh lakh shukriya hai. Idhar inka scene dekh kar charo dheeme ho gaye the. Bablu ne jor se charo ki rassiya kheench di....AAAAAAAAAAAAYYYYYYYYYYYYEEEEEEEEEEEEEEE Charo ek swar me cheekh pade aur speed badha di. Par Tatte jab bandhe the to ras kaha se nilkalta. Bablu- Salo tum kuch nahi kar paoge. Mujhe hi kuch karna hoga. Vikki tu car idhar le aa. Vikki BMW le aaya. Bablu ne usse chabi lekar Kinetic ki chabi use de di aur Nisha ko uske sath bithakar aage chalne ko kaha. Unke jane ke bad usne chabi me lage lighter se charo ke kapde jala diye. Fir charo rassiyo ke sire pakad kar car me Driver Seat par aa gaya. Yeh dekh kar charo ke chehro par khauf utar aaya. Charo Bablu ke rehamokaram par the. Bablu- Tum charo ras to nikal nahi paye. Chalo aakhiri mauka deta hu. Charo car ke sath daudoge. Jiske tatte bach gaye so bach gaya. Jiske ukhad gaye so ukhad gaye... Ye keh kar Bablu ne BMW ko bhaga liya. Agle 1 minute tak wo ilaka un charo ki cheekho se goonjta raha. Ek Ek kar ke charo rassiya dheeli ho gayi. 2 km bad Bablu car se utra aur dekha piche koi nahi tha. Charo rassi jameen par thi. Rassi ke dusre siro par bandhe tatto ka bhi kuch pata nahi tha. Bablu ne Stearing Wheel ko saaf kiya aur car ko wahi chor kar paidal hi chal diya. kramashah................................. Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी 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